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रविवार, 28 जुलाई 2024

युवक के अनुसार पूजा नहीं करने पर मंदिर में घुस पुजारी के साथ की मारपीट,मूर्ति को बाहर फेंक किया खंडित

 

एडीजीपी डीसी सागर, अतिरिक्ता पुलिस अधीक्षक ने किया नगर में भ्रमण

अनूपपुर। जिले जैतहरी नगर स्थित राम मंदिर में घुसकर युवक ने मूर्ति को खंडित कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने एवं मंदिर के पुजारी का गला दबाकर जान से मारने की कोशिश करने के मामले में पुलिस ने आरोपी गिरधर अहूजा उर्फ गिद्धू के खिलाफ धारा 296, 115(2), 109(2), 351(3), 298 तथा शिवकुमार अग्रवाल पुत्र श्यामलाल सहित अन्य लोगो द्वारा पुजारी के साथ किए जा रहे मारपीट पर बीच बचाव किए जाने पर धारा 296, 115(2), 109(2), 351(3) के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी गिरधर अहूजा उर्फ गिद्धू दो तीन दिन से प्रतिदिन सुबह 10 बजे मंदिर आता था और मंदिर के पुजारी को उसके मन के हिसाब से पूजा नही करने पर जान से मारने की धमकी देता था, जिसकी बातों का पुजारी द्वारा ध्यान नही दिया था।

जानकारी के अनुसार 28 जुलाई को राम मंदिर के 62 वर्षीय पुजारी राम दुलारे पांडेय ने जैतहरी थाना में शिकायत दर्ज कराई कि 28 जुलाई की सुबह लगभग 10 बजे पूजा करते समय गिरधर अहूजा उर्फ गिद्धू अपशब्दो का प्रयोग करते हुए मंदिर के अंदर आया और भगवान की सही तरीके से पूजा नही करने की बात कहते हुए हत्या करने के इरादे से अचानक (पुजारी को) जमीन पर पटकते हुए सीने में बैठकर गला दबाने लगा, जिस पर मंदिर के बाहर खड़े संतोष कुमार सोनी ने घटना को देखकर मंदिर के अंदर आकर पुजारी को बचाया गया, जिसके बाद गिरधर अहूजा ने मंदिर में विराजमान भगवान राम-लक्ष्मण-सीता एवं भरत के संगमरमर की मूर्ति को उठाकर बाहर फेंक दिया, जिससे मूर्तियां खंडित हो गई और मंदिर में तोडफ़ोड़ करने लगा। आवाज सुनकर शिवकुमार अग्रवाल, मनीष गुप्ता, आनंद अग्रवाल एवं बाबूराम राठौर पहुंचे और बीच बचाव करते उसे रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ भी गिरधर आहूजा ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। इस बीच छीना झपटी कर भागते वक्त गिरधर आहूजा नाली में दो बार गिरने के से उसे भी कई जगह चोट आई है। पुलिस ने राम मंदिर के पुजारी की शिकायत पर एवं बीच बचाव करने आये लोगो के साथ मारपीट करने के मामले में आरोपी गिरधर आहूजा उर्फ गिद्धू के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

घटना की सूचना पर एडीजीपी डीसी सागर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मंसूरी घटना स्थतल पहुँचे और अपराध का पर्यवेक्षण कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं अनुसंधान टीम को वै‍ज्ञानिक, फोरेंसिक, सायबर फोरेंसिक, परिस्थितिजन्य साक्ष्य आदि के आधार पर विवेचना करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एडीजीपी ने जनसमुदाय एवं प्रबुद्ध नागरिकों से मुलाकात कर नगर में शांति एवं आपसी सद्भाव बनाए रखने के लिए अपील की गई। मंदिर के ट्रस्टी अनिल गुप्ता एवं गणमान्य नागरिकों के साथ नगर में भ्रमण किया।

 

शनिवार, 27 जुलाई 2024

आवासीय कन्या शिक्षा परिसर से कंडोम एवं गर्भनिरोधक गोलियां बरामद

शिक्षा के मंदिर में मिला अय्याशी का सामान,स्कूल प्रबंधन पर छिपाने का आरोप

अनूपपुर। शिक्षा के मंदिर में कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां मिलने के बाद हडक़ंप मच गया, जिसके बाद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा के प्राचार्य द्वारा टीम गठित कर स्कूल परिसर का निरीक्षण किया गया, इस दौरान कंडोम सहित गर्भनिरोधक दवाईयां मिलने पर टीम द्वारा पंचनामा बनाया गया, लेकिन बीते एक माह से पूरे मामले को छिपा कर अपने वरिष्ठ कार्यालय को इस संबंध में कोई भी सूचना से अवगत नही कराया गया। 

यह है मामला

शासकीय मॉडल स्कूल कोतमा परिसर में बड़ी मात्रा कंडोम एवं गर्भनिरोधक दवाईयां पाई गई। जानकारी के अनुसार इसी परिसर में आवासीय कन्या शिक्षा परिसर कोतमा भी संचालित है। जिसकी सूचना लगते ही शिक्षकों में हडक़ंप मच गया और 27 जून को विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा अधिकृत शिक्षक संतोष चौबे एवं मॉडल स्कूल के प्रभारी प्राचार्य गणेश साहू, कन्या शिक्षा परिसर की शिक्षिका सुखवती लोधी के समक्ष मॉडल स्कूल के पश्चिमी हिस्सा में सेफ्टीटैंक के पास एक्सपायरी डेट की दवाईयां सहित कंडोम एवं गर्भनिरोधक गोलियां मिली थी। जिसका मौके पर ही पंचनामा बनाया गया था, लेकिन मॉडल स्कूल के परिसर जहां आवासीय कन्या शिक्षा परिसर में ऐसी आपत्तिजनक दवाईयों का जकीरा सहित कंडोम मिलने के बाद पूरे मामले की जानकारी अपने वरिष्ठ कार्यालय से छिपा कर कार्यवाही से बचाया गया। 

आपत्तिजनक सामग्री पर अभिभावको में चिंता

शिक्षा के मंदिर में आपत्तिजनक दवाईयों (गर्भनिरोधक गोलियां) मिलने पर अभिभावकों में अपने बच्चों के लिए चिंता जाहिर की गई। वहीं छात्राओं की सुरक्षा पर भी कोतमा क्षेत्र में जनचर्चा का विषय बना हुआ है। जिसके कारण कोतमा की जनता में रोष भी व्याप्त है। लेकिन इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग ने चुप्पी साधते हुए मामले को दबाया जाना उनकी कार्यवाही पर प्रश्रचिन्ह खड़ा कर दिया गया है। वहीं मॉडल स्कूल कोतमा के प्रभारी प्राचार्य गणेश साहू ने बताया कि उक्त आपत्तिजनक सामग्री शासकीय कन्या आवासीय परिसर के पास की घटना बताई है, जिसके बाद मामला और भी संदिग्ध हो गया है। 

पंचनामा तक सिमट कर रह गई कार्यवाही

शासकीय विद्यालय के परिसर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने के बाद जहां विकासखंड शिक्षा अधिकारी कोतमा द्वारा शिक्षकों की टीम से विद्यालय के परिसर का निरीक्षण कराया गया, जहां परिसर में कंडोम वा गर्भनिरोधक दवाईयां मिलने पर पंचनामा तो बना दिया गया, लेकिन इसके बाद इस पूरे मामले को गंभीरता से नही लिया गया और पूरी कार्यवाही सिर्फ पंचनामा तक सिमट कर रह गई। जिसके कारण मॉडल स्कूल एवं आवासीय कन्या शिक्षा परिसर के छात्र-छात्राओं सहित उनके अभिभावकों एवं कोतमा की जनता में रोष व्याप्त है। जनचर्चा है कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा इतने गंभीर मामले कों छिपा कर कार्यवाही नही होने से दोबारा भी विद्यालय परिसर में ऐसी आपत्तिजनक सामग्रियों का मिलने की पुनरावृत्ति हो सकती है। 

प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी तुलाराम आर्मो ने कहा कि मुझे जानकारी मिली है, जांच कर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। 


शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

उद्योगपति अडानी को ग्रामोद्योग राज्यमंत्री जयसवाल को लिखा पत्र

अधिग्रहित भूमि पर उद्योग स्थापित करें या किसानों को करें वापस

अनूपपुर। प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं कोतमा विधायक दिलीप जयसवाल ने देश के उद्योगपति गौतम अडानी चेयरमैन अडानी ग्रुप को पत्र लिखते हुए कहा कि वर्षों से कोतमा विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतो में किसानों की भूमि उद्योग स्थापित करने के नाम पर अधिग्रहित की गई लेकिन आज तक भूमि का उपयोग नहीं किया गया हैं। जहां अबतक यहां पर कोई उद्योग भी स्थापित नहीं हो सका और ना ही यहां के लोगों को रोजगार ही उपलब्ध हो सका जिसके कारण से किसान हताश एवं निराश हैं।

वेलस्पन एनर्जी द्वारा किया गया भूमिका अधिग्रहण 

राज्य मंत्री ने लिखा कि ग्राम उमरदा, मझटोलिया एवं छतई में वेलस्पन एनर्जी अनूपपुर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा वर्ष 2010-11 में किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी, जहां थर्मल पावर प्लांट लगाया जाना था तब किसानों को यह कहा गया था कि अधिग्रहित की गयी भूमि पर थर्मल पॉवर प्लान्ट लगायेंगे जिसमे सभी प्रभावित किसानों को रोजगार दिया जायेगा, इस बात पर सभी किसानों नें अस्वस्थ होकर अपनी भूमि कम्पनी को दी थी। लेकिन आज तक उक्त भूमि पर किसी प्रकार का कोई उद्योग स्थापित नहीं हुआ।

क्षेत्र में शीघ्र हो उद्योग की स्थापना

मंत्री दिलीप जयसवाल ने अडानी ग्रुप को पत्र के माध्यम से कहां की वर्ष 2017-18 से इस भूमि को अडानी कम्पनी नें लिया है तब से अभी तक प्लान्ट नहीं लगा है। इसलिए किसान बहुत हताश हैं और इस लिए वे अपनी जमीन वापस लेना चाहते है। अदानी ग्रुप से अधिग्रहित भूमि पर जल्द से जल्द उद्योग लगाए जाने की मांग की है, ताकि प्रभावित किसानों को रोजगार मिल सके और जमीन जिस उपयोग के लिए ग्रामवासियों से ली गयी थी उसका सही उपयोग हो सके। मंत्री ने कहा यदि आप थर्मल उद्योग नहीं लगा सकते है तो अन्य कोई उद्योग जरूर लगाये जिससे ग्रामवासियों व भू-स्वामियों को रोजगार मिल सके। जहां तक कंपनी की जमीन पर अतिक्रमण और बाउण्ड्रीवॉल की मरम्मत की समस्या का सवाल है तो उसका समाधान ग्रामीणों के साथ बैठकर किए जाने का पूरा प्रयास किया जाएगा है।


उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता के निलंबन पर अड़े कांग्रेसियों ने दिया धरना, सौंपा ज्ञापन

 

जिला प्रशासन ने अपर मुख्यि सचिव को लिखा पत्र, कांग्रेस ने 5 दिनों के बाद उग्र आंदोलन की चेतावनी 

अनूपपुर। केचुए और सामग्री बांटे बिना 2.29 करोड़ डकारे उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता के विरुद्ध शुक्रवार को कांग्रेस जिला अध्यकक्ष रमेश सिंह एवं विधायक पुष्पराजगढ़ फुंदेलाल सिंह मार्को के नेतृत्वा में प्रदर्शन करते हुए धरना देते हुए उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता के निलंबन की मांग की। कांग्रेस कलेक्ट्रेट में लगभग 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन में बैठे रहे। वहीं जिला प्रशासन के अपर मुख्यव सचिव किसान कल्यारण तथा कृषि विकाश विभाग भोपाल को स्मारण पत्र के बाद कांग्रेस अपना ज्ञापन पत्र सौप कर प्रशासन को 5 दिनों का समय देते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। 

कांग्रेस जिला अध्यजक्ष रमेश सिंह ने बताया कि उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता ने 2018 से 2020 तक जैविक खेती के लिए किसानों को दिए जाने वाले केंचुए एवं अन्य सामग्री साहित्य एवं प्रशिक्षण दिया जाना था। जिसके लिए खनिज मद से दो करोड़ 90 लाख रुपए कृषि विभाग को दिए गए। जिसमें उपसंचालक कृषि ने किसानों को सामग्री उपलब्ध नहीं कराई और दो करोड़ 29 लाख रुपए का गबन कर लिए। जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। कांग्रेस पार्टी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा की एनडी गुप्ता को निलंबित कर दो करोड़ 29 लाख रुपए घोटाले का मामला पंजीबद्ध कर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस पार्टी ने प्रशासन को दिए 5 दिनों का समय

विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने कहा कि जब तक उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता को गिरफ्तार कर निलंबन की कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। लगभग 3 घंटे तक प्रशासन एवं कांग्रेस पार्टी के बीच बातचीत चलती रहीं। जिसके बाद प्रभारी कलेक्टर अमन वैष्णव ने एनडी गुप्ता पर कार्यवाही के लिए अपर मुख्य सचिव कृषि को एक अनुस्मारक पत्र लिखा और जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की। विधायक ने प्रशासन को 5 दिनों के अंदर उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता पर कार्रवाई करने की बात कही। कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

जिले के 5 हजार किसानों को दिया जाना था साहित्य और प्रशिक्षण 

ज्ञात हो कि योजना के अंतर्गत जिले के विभिन्न गांवों के पांच हजार किसानों को वर्मी कंपोस्टिंग बेड, जैविक खाद, केंचुआ, जाल, साहित्य और प्रशिक्षण दिया जाना था। इसके लिए जिला खनिज निधि से छह करोड़ 93 लाख रुपये आवंटित किए गए थे। इसमें दो करोड़ 90 लाख रुपये कृषि विभाग की कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) परियोजना, अनूपपुर को सामग्री खरीदने के लिए, 2.93 लाख रुपये प्रशिक्षण और अन्य कार्यों के लिए और 1.08 करोड़ रुपये मिट्टी परीक्षण के लिए एक निजी कंपनी को दिए गए। प्रति किसान 9770 रुपये आवंटित किए गए।

दो करोड़ 29 लाख रुपये की वसूली निलंबन का भेजा प्रस्ताव

जिला प्रशासन की जांच में किसानों ने बताया कि केंचुआ और अन्य सामग्री उन्हें मिली ही नहीं। जो मिली भी वह घटिया थी। मिट्टी परीक्षण के नाम पर भी गड़बड़ी की गई। कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया। कलेक्टर ने कृषि उप संचालक एनडी गुप्ता से दो करोड़ 29 लाख रुपये वसूली के साथ विभागीय जांच और निलंबन का प्रस्ताव भेजा है। 16 जुलाई को एनडी गुप्ता के खिलाफ कृषि मंत्रालय भोपाल और ईओडब्ल्यू को प्रतिवेदन भेजा गया। जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं।


शासकीय आवास का नही छोड़ने पर तत्कालीन एएसपी को 7 दिनों का अंतिम नोटिस

नही तो होगी बेदखली की एकपक्षीय कार्यवाही, प्रभारी कलेक्टर 

अनूपपुर। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को आवंटित शासकीय आवास पर कब्जा होने का मामला इन दिनों पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है, वहीं शासकीय आवास पर कब्जा हटाने पर जिला प्रशासन के पसीने छुटे रहे है। मामला जिले में नवीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी की अनूपपुर में पदस्थाना के बाद से उनके नाम पर आवंटित हुई शासकीय आवास गृह क्रमांक ई-3 से कब्जा हटाये जाने को लेकर लगातार भटक रहे है, लेकिन स्थानांतरित हो चुके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह द्वारा आवास पर बीते 3 माह से अधिक समय तक कब्जा किए जाने के मामले में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ सहित एसडीएम अनूपपुर द्वारा लगातार नोटिस जारी कर उक्त आवंटित शासकीय आवास को खाली करने के निर्देश देने के साथ नोटिस भेजी गई, लेकिन हर बार नोटिस में तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह द्वारा प्रशासन को भ्रमित करते हुए हर नोटिस में अलग-अलग कारणों का बहाना बनाया जा रहा है।

प्रशासन के हर पत्राचार पर कर रहे भ्रमित

5 अप्रैल 2024 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह का स्थानांतरण पुलिस मुख्यालय भोपाल हो जाने पर संयुक्त कलेक्ट्रेट के सामने आवंटित शासकीय आवास क्रमांक ई-3 को रिक्त किए जाने हेतु लगातार नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। जिस पर तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह ने हर बार अपना अलग-अलग जवाब पेश कर जिला प्रशासन को भ्रमित किया जा रहा है। जिसमें उन्होने 14 जुलाई को उक्त आवास में उनका परिवार निवासरत होने की बात लेख की गई थी। जहां कलेक्टर के आदेश पर उक्त आवास का भौतिक सत्यापन कराया गया, जहां उक्त शासकीय आवास में ताला लगे होना पाया गया। जिसके बाद दूसरे पत्राचार के दौरान तत्कालीन एएसपी ने फिर से उक्त शासकीय आवास को रिक्त करने हेतु पुनः 15 दिवस का अवसर चाहा गया, तथा जवाब में उल्लेख किया गया कि आवास एवं आवकाश मिलने के बाद ही वे आवास खाली करेंगे।

आवास खाली करने अंतिम नोटिस जारी, 7 दिवस का दिया गया समय

तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह ने अपने तबादले के 3 माह से अधिक समय पर शासकीय आवास पर कब्जा बनाये रखने के कारण नवीन पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनेकों समस्याओं का सामना कर रहे है। जहां एसडीएम अनूपपुर दीपशिखा भगत ने 25 जुलाई को तत्कालीन एएसपी के नाम से अंतिम नोटिस जारी उन्हे 7 दिवस का अंतिम समय दिया गया है। जहां पत्र क्रमांक 717 के माध्यम से एसडीएम ने लेख किया है कि 3 माह से अधिक समय बीत जाने के उपरांत भी आवास को खाली करने हेतु समय चाहा गया, जो अनुचित है। जिस पर एसडीएम अनूपपुर ने तत्कालीन एएसपी को अंतिम नोटिस जारी कर 7 दिन के अंदर उक्त आवास को खाली करने के निर्देश दिए गए है। अन्यथा लोक परिसर बेदखली अधिनियम में वर्णित प्रावधानों के तहत एक पक्षीय कार्यवाही करने का लेख कर समस्त जवाबदारी उनके स्वयं की होने की बात कही गई है।

कब्जा नही छोडने फैली अनेक अफवाहे

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय में जनचर्चा है कि तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह अपने दोबारा अनूपपुर जिले में अपनी पदस्थापना कराने के लिए जुगाड़ लगाने बैठे हुए है, जहां उक्त शासकीय आवास को खाली नही किया जा रहा है। जबकि शासकीय आवास को खाली नही किए जाने के कारण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी लंबे समय से अपने परिवार के साथ मजबूरन अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई के उच्च विश्राम गृह में निवास करना पड़ रहा है इसके साथ उन्हे प्रतिदिन 8 किमी दूर का सफर कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय अनूपपुर पहुंच कर अपने दायित्वों का निर्वहन करना पड़ रहा है। वहीं अमरकंटक ताप विद्युत ग्रह के मुख्य अभियंता एम.एल. पटेल ने लंबे समय से उच्च विश्राम गृह चचाई के कक्ष को अधिग्रहित किए जाने के कारण एएसपी इसरार मन्सूरी को दो बार नोटिस जारी करते हुए कक्ष खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है, जिसके कारण उनका परिवार परेशान है।

इनका कहना है

तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को अंतिम नोटिस के साथ ही अंतिम 7 दिन का समय दिया गया है, अगर 7 दिवस के अंदर शासकीय आवास को खाली नही करने की दशा में बेदखली की कार्यवाही की जाएगी।

अमन वैष्णव, प्रभारी कलेक्टर अनूपपुर

  

गुरुवार, 25 जुलाई 2024

अनूपपुर के विकास में बाधक बने नगरीय प्रशासन के अधिकारी

प्रभारी संयुक्त संचालक ने अपने स्थानांतरण पर कलेक्टर के आदेश को किया सुपर सीट, सीएमओं अनूपपुर पर हुए मेहरबान

अनूपपुर। सहायक परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण अधिकारी शिवांगी सिंह बघेल को कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने 4 मार्च को अपने कार्य के साथ-साथ नगर पालिका अनूपपुर एवं नगर परिषद बरगवां (अमलाई) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था, लेकिन कलेक्टर के उक्त आदेश पर नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल के प्रभारी संयुक्त संचालक पवन सिंह भारी पड़ गए। जिन्होने 22 जुलाई को अपर आयुक्त नगर पालिका निगम उज्जैन के अपने स्थानांतरण आदेश के दिन ही एक आदेश जारी किया गया, जिसमें कलेक्टर अनूपपुर के आदेश 4 मार्च 2023 का हवाला देते है और 22 जुलाई को ही सहायक परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण अधिकारी शिवांगी सिंह बघेल द्वारा नगर पालिका अधिकारी के दायित्वों से मुक्त करने के निवेदन पर संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल द्वारा प्रशासनीक कार्यव्यवस्था के दृष्टि से सहायक संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल मूलमद नगर पालिका अधिकारी श्रेणी ख को अपने कार्यो के साथ-साथ आगामी आदेश तक नगर पालिका अनूपपुर का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया जाता है। पूरा खेल 22 जुलाई को ही खेला गया, जिसमें 22 जुलाई को नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल के प्रभारी संयुक्त संचालक पवन सिंह का स्थानांतरण होता है और 22 को ही सहायक परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण अधिकारी शिवांगी सिंह बघेल को नगर परिषद बरगवां (अमलाई) का अतिरक्त प्रभार छोडक़र सिर्फ नगर पालिका अनूपपुर का अतिरिक्त प्रभार निरस्त कर दिया जाता है। जबकि प्रभारी संयुक्त संचालक शहडोल भूल गए थे कि कलेक्टर को विशेषाधिकार होता कि जिले के अंदर किस अधिकारी एवं कर्मचारियों से काम लेना है, उसके बाद भी प्रभारी संयुक्त संचालक द्वारा अपने स्थानांतरण आदेश के दिन ही एक नया आदेश निकालने पर नगर में लोगो के बीच अनेको चर्चाएं हो रही है। 

जानकारी के अनुसार कलेक्टर अनूपपुर के आदेश अनूपपुर 4 मार्च 2024 द्वारा शिवांगी सिंह बघेल सहायक परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण जिला अनूपपुर को अपने कार्य के साथ-साथ मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद अनूपपुर एवं नगर परिषद बरगवां (अमलाई) के प्रभार हेतु आदेशित किया गया था। जिसे नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रभारी संयुक्त संचालक शहडोल संभाग पवन सिंह ने संचालनालय, नगरीय प्रशासन एवं विकास, म.प्र. भोपाल का पत्र 17 फरवरी 2021 का हवाला देकर कार्यालयीन एवं प्रशासनिक कार्यव्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए शिव प्रसाद धुर्वे सहायक संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल मूलपद मुख्य नगर पालिका अधिकारी को अपने कार्यो के साथ-साथ आगामी आदेश तक मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद अनूपपुर के पदीय दायित्वों के निर्वहन म.प्र. नगर पालिका अधिनियम 1961 की सुसंगत धाराओं एवं म.प्र. नगर पालिका (वित्त एवं लेखा) नियम 2018 के अनुसार कार्य किए जाने हेतु अतिरिक्त कार्य भार सौंपा है। जारी आदेश में कहा गया है कि मध्यप्रदेश शासन / संचालनालय से मुख्य नगर पालिका अधिकारी की पदस्थापना होने पर अथवा इस कार्यालय से अन्य आदेश जारी होने पर यह आदेश स्वमेव निरस्त माना जावेगा। नियमानुसार यात्रा भत्ता नगर पालिका परिषद अनूपपुर से देय होगा। प्रभारी संयुक्त संचालक द्वारा जारी आदेश में यह उल्लेखित किया गया है कि शिवांगी सिंह बघेल के आवेदन दिनांक 22 जुलाई 2024 द्वारा निवेदन किया गया है कि उनका बच्चा 1 वर्ष का होने के कारण वह उनका समुचित देखभाल नही कर पा रही है एवं अस्वस्थ है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी के दायित्वों से मुक्त किया जाए। 

उल्लेखनीय की यह आदेश उन्होंने अपने स्थानांतरण के साथ जारी किया जबकि शिवांगी सिंह बघेल को नगर पालिका अनूपपुर के साथ-साथ उन्हें नगर परिषद  बनगंवा (अमलाई) के सीएमओ का भी प्रभार प्राप्त हुआ था, परंतु उन्हें नगर परिषद बरगवां (अमलाई) के प्रभार से मुक्त नहीं किया गया, जिससे उनकी मंशा को समझा जा सकता है। उक्त आदेश के बाद जिले में जनचर्चा है कि जिला मुख्यालय अनूपपुर की नगर पालिका में पिछले कई वर्षो से नगर पालिका अधिकारियों की पदस्थापना कुछ ही महीना के लिए रही है, इसका कारण जिला मुख्यालय की नगरपालिका में आय का स्रोत नहीं है, जिससे यहां अधिकारी रूकना ही नहीं चाहते। वर्तमान पदस्थापना भी इसी व्यवस्था की परिधि में आता है आखिर नगर पालिका अनूपपुर के सीएमओ की कुर्सी से मोह भंग क्यों हुआ। जबकि नगर परिषद बरगवां अमलाई का प्रभार यथावत है।  अब देखना है कि कलेक्टर के आदेश के विरूद्ध प्रभारी संयुक्त संचालक शहडोल का आदेश पर नगरी प्रशासन विभाग के अधिकारियों सहित कलेक्टर क्या संज्ञान लेते है।


बारिश से टपकती छत के नीचे पढाई करने को मजबूर छात्र, छाता लगाकर रसोईया बना रहे मध्यान भोजन

अनूपपुर। जिले में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही हैं। लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हैं। नदी नालों में भी पानी बढ़ हैं। वहीं सरकारी सिस्टम के पोल खोल कर रख दी है। जिले के विभिन्न स्कूलों में छत से पानी टपक रहा हैं। बाहर खेल के मैदान में भी पानी भरा हुआ है। घुटनों तक भरे पानी को पार कर बच्चे अपने कक्षाओं में जा रहे हैं।

यह मामला है

शासकीय माध्यमिक विद्यालय अमलाई कॉलरी में कक्षा 8वीं तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। जिसमें 130 बच्चें पढ़ते हैं। गुरुवार सुबह से हो रही बारिश से स्कूलों में लबालब पानी भरा हुआ हैं। स्कूल के छत से पानी टपक रहा हैं। स्कूलों की कक्षा में बैठे बच्चों के बीच भी पानी टपक रहा हैं। खेल के मैदान में भी घुटनों तक पानी भरा हुआ है। छत से टपकती हुई पानी के बूंदों के बीच छाता लगाकर रसोईया खाना बना रही थी। जिस भवन में रसोईया खाना बना रही थी। वह पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। लगातार पानी से छत गिरने की भी संभावना बनी हुई हैं। घुटनों तक मैदान में पानी होने के कारण छोटे-छोटे बच्चे पानी में चल कर स्कूल आते हैं।

पढ़ना और खेलना मुश्किल

कक्षा चौथी में पढ़ने वाले शिवा बैगा ने बताया कि स्कूल में पानी भरा रहता है। जिस कक्षा में पढ़ते हैं, वहां की छत से भी पानी टपकता हैं। किताबें गीली हो जाती हैं। मजबूरी में स्कूल आना पड़ता है। स्कूल में खेल भी नहीं सकते ,मैदान में पूरा पानी भरा रहता है।

उच्च अधिकारियों को दी सूचना

प्रभारी प्रधानाध्यापक जीपी राय ने बताया कि स्कूल में 2 साल से मेंटेनेंस के नाम पर कोई भी राशि नहीं आ रही हैं। हमारे पास कोई भी अतिरिक्त कक्ष नहीं है। जिसके कारण रसोईया जर्जर भवन पर खाना बना रही है। इसके बारे में उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी हैं।

ज्ञात हो कि शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमलाई कॉलरी में 6 कमरों में कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाए संचालित है, कक्षा 1और 2 के बच्चे एक साथ एक कमरे में और कक्षा 4 और 5के बच्चे एक कमरे में बैठकर शिक्षा ग्रहण करते हैं। स्कूल में 132 से अधिक छात्र छात्राए शिक्षा ग्रहण कर रहे है, जहां शिक्षकों की संख्या  6 है। छात्र व शिक्षक दोनो ही पानी भर जाने प्रभावित हो रही पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। शासन प्रशासन से इस समस्या से छुटकारा पाने की गुहार लगा रहे है।  

जिला परियोजना संवनवयक जिला शिक्षा केंद्र प्रभारी महेन्द्र यादव कहा कि आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है दिखवाता हूं।


सामूहिक दुष्कर्म पर जिला न्यायालय अनूपपुर का फैसला:

विक्षिप्त  महिला के साथ दुष्कर्म पर दो आरोपियों को शेष प्राक़ृतिक जीवन के लिए कारावास, 

अनूपपुर। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पी.सी.गुप्ता अनूपपुर की न्यायालय ने महिला पुलिस थाना अनूपपुर के अपराध की धारा 376(2)आई, 376(घ) भादवि के दो अरोपी 46 वर्षीय लखन पुत्र रंजीत यादव और पूरनलाल पुत्र 34 वर्षीय रामनारायण कुशवाहा दोनों निवासी ग्राम बरबसपुर थाना कोतवाली, अनूपपुर को धारा 376(घ) के अपराध पर आजीवन कारावास जो शेष प्राकृतिक जीवनकाल के लिए होगा। इसके साथ ही 50,000-50,000 रूपये के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है। पैरवी प्रभारी जिला अभियोजन अधिकारी हेमन्त अग्रवाल द्वारा की गई।  

प्रभारी जिला अभियोजन अधिकारी ने बताया कि घटना 18 मार्च 2023 की फरियादिया की मानसिक रूप से विक्षिप्त पुत्री पीडिता घर आई तो उसके बाल बिखरे हुए थे कपडे अस्त-व्यस्थ  थे। पीडिता से पूछने पर उसने बताया कि लखन यादव व पूरन कुशवाहा ने (पीडिता मामा बोलती थी) शराब पिलाई और दोनों ने मिलकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। जिसकी शिकायत पीडिता की मां द्वारा थाना में की गई। एफआईआर दर्ज होने के पश्चात कोतवाली पुलिस ने पीडिता का मेडीकल करा और कथन लेखबद्व किया। विवेचना के दौरान वैज्ञानिक व दस्तावजी सहित महत्वपूर्ण साक्ष्य का संकलन कर जप्त  प्रदर्शो को डीएनए परीक्षण हेतु एफएसएल सागर भेजा गया। जिसके परिणाम धनात्मुक आए जिससे आरोपी द्वारा अपराध प्रमाणित पाए जाने की पुष्टि वैज्ञानिक साक्ष्य से हुई।

प्रकरण की गंभीरता पर जिला दण्डाधिकारी की अध्य्क्षता में आयोजित कमेटी द्वारा प्रकरण को जघंन्य एवं सनसनीखेज प्रकरणों की श्रेणी मे रख प्रकरण की सतत मानीटरिंग पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई। संपूर्ण विवेचना पश्चात अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत हुआ जहां न्यायालय द्वारा अभियोजन एवं बचाव पक्ष द्वारा प्रस्तु्त समस्त दस्ताावेज व साक्ष्यों को अभिलेख देखने और दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात न्यायालय ने सजा सुनाई।


बुधवार, 24 जुलाई 2024

दो बाईक सवारों में आमने-सामने हुई भिड़ंत, एक की मौत, तीन घायल

अनूपपुर। जिले के अमरकंटक थाना अंतर्गत ग्राम पोडकी में मंगलवार-बुधवार की रात्रि दो बाईक सवारों में आमने-सामने भिड़ंत हो गई जिसमे एक की घटना स्थकल में मृत्युग हो गई। वहीं तीन घायल होने पर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है जहां इलाज जारी है।

जानकारी अनुसार अमरकंटक थाना अंतर्गत ग्राम पोडकी तिराहें के पास मंगलवार-बुधवार की रात्रि दो बाईक सवारों में आमने-सामने भिड़ंत हो गई जिसमे 45 वर्षीय अवधलाल टांडिया निवासी बरसोत की घटना स्थिल में मृत्युस हो गई। भूपेंद्र कोल निवासी अनूपपुर, अनुराग पटेल निवासी, मनोज पटेल दोनो निवासी दुलहरा को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है जहां पर घायलों का इलाज जारी है।

पुलिस के अनुसार अवधलाल टांडिया पोडकी से अपने ग्राम बरसोत जा रहा सामने से आ रहीं बाईक पर तीन लोग सवार थे, आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई। आसपास के लोगो की सूचना पर 108 वाहन से तीन घायलों को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ में प्रथमिक के बाद जिला चिकित्सालय भेजा गया। राजेंद्रग्राम थाना में मर्ग जीरो में कायम करते हुए अमरकंटक थाना भेज दिया गया।


नर्मदा नदी पर प्रस्तावित अपर नर्मदा परियोजना निरस्त करने कांग्रेस ने सौपा ज्ञापन

हजारों की संख्या में बांध से प्रभावितों ने 4 किमी पैदल रैली निकाल जताया विरोध

अनूपपुर। नर्मदा नदी पर प्रस्तावित अपर नर्मदा परियोजना के तहत बाध बनाए जाने की प्रकिया शुरू होते ही विरोध के स्वपर उठने लगे हैं। बुधवार को कांग्रेस ने पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को एवं कांग्रेस जिला अध्यदक्ष रमेश सिंह के नेतृत्व में अपर नर्मदा किसान संघर्ष मोर्चा पुष्पराजगढ़ के हजारो प्रभावितों ने राष्ट्रपति, राज्यपाल, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम 14 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन प्रभारी कलेक्टर अमन वैष्णव को सौप कर प्रस्तावित अपर नर्मदा परियोजना निरस्त करने की मांग की। इसके पूर्व कांग्रेस के नेतृत्व में अपर नर्मदा परियोजना निरस्त करने एवं भाजपा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए 4 किलोमीटर पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान छग के बलौदा बाजार की घटना से सबक लेते हुए संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर में भारतीय नागरिकता संहिता की धारा 163 प्रतिबंधात्मक आदेश लागू थी जहां पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवॉर एवं इसहाक मंसूरी के निर्देश में परिसर के अंदर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। 

अनूपपुर नर्मदा नदी पर प्रस्तावित अपर नर्मदा परियोजना अनूपपुर एवं डिण्डौारी जिले की सीमा में ग्राम शोभापुर में बनाया जा रहा हैं। जिससे जिले की 27 ग्राम पंचायतों के लगभग 6.7 हजार से अधिक परिवार प्रभावित होगा, वहीं 67 हजार से अधिक आदिवासी का विस्थापित होगे। जहां नर्मदा नदी का बांध बनाने के लिए प्रस्तावित है उसके आसपास सैकड़ो एकड़ की भूमि पर हो खेती हो रहीं हैं। 

विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने बताया कि नर्मदा नदी देशवासियों की धार्मिक वा आस्था की नदी है, लेकिन म.प्र. नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा अपर नर्मदा परियोजना नर्मदा नदी के उद्गम से मात्र 40 किमी नीचे बनाया जा रहा है। बांध निर्माण से वैज्ञानिक मत अनुसार नर्मदा उद्गम के जल स्त्रोत बंद हो जाते है, जिस पर परियोजना निर्माण के पूर्व जल स्त्रोत का विस्तृत अध्यन कराया जाए। अपर नर्मदा बांध शोभापुर परियोजना डिंडौरी व अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ में वर्ष 2024-25 में निर्माण के लिए स्वीकृत है। आदिवासियों की संस्कृति, एैतिहासिक विरासत, रूढ़ीप्रथायें, परम्परायें जिनके संरक्षण के लिए अरबों रूपए खर्च किए जाते है। लेकिन परियोजना निर्माण से सब नष्ट हो जाएगा। नर्मदा नदी उद्गम स्थल अमरकंटक अनूपपुर जिले से डिंडौरी में प्रवेश करती है। 

विकासखंड पुष्पराजगढ़ एवं जिला डिंडौरी पांचवी अनुसूची क्षेत्र है। जहां राज्यपाल के आधिनस्थ है, पांचवीं अनुसूचि के साथ ही क्षेत्र में वन अधिकार मन्यता कानून व पेसा नियम लागू है। कोई भी परियोजना निर्माण से पहले यहां की ग्राम सभाओं की सहमति अनिवार्य है, जो नर्मदा घाटी विकास प्रधिकरण द्वारा नही ली गई है, जो अनुच्छेद 141 का उल्लंघन है। सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न आदेशों के बाद भी म.प्र. शासन, जिला प्रशासन संविधान एवं सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के विपरीत कार्य कर लाखों आदिवासियों का विस्थापन कर रही है, विभाग प्रमुखों पर कार्यवाही की जाये। अनुसूचित जनजातियों की आजीविका का मूल स्त्रोत कृषि के साथ वन उपज है, लेकिन इस परियोजना से जैव विविधता नष्ट हो जाएगी। नर्मदा परियोजना से प्रभावित क्षेत्र की कृषि भूमि अधिक उपजाऊ है, जिससे कृषि मंडी को सबसे अधिक राजस्व प्राप्त होता है, परियोजना निर्माण से समस्त उपजाऊ भूमि डूब जाएगी, वन अधिकार अधिनियम का नर्मदा परियोजना निर्माण में प्रक्रिया का पालन किए जाने, भूमि अधिक्रहण, पुनर्वास और पुनस्र्थापना में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013 के तहत स्थापित स्वशासन संस्थाओं और ग्राम सभाओं के परामर्श से भूमि अधिग्रहण के लिए मानवीय, सहभागी, सूचित और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करना है, आरएफसीटीएलएआरआर अधिनियम 2013 की धारा 41 कंडिका 1,2,3 के तहत जिला प्रशासन राजस्व विभाग व नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने अधिनियम व संविधान के विरूद्ध कार्य किया है, जो की ग्राम सहमति पत्र नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा दस्तावेज में संलग्र किया गया है वह फर्जी सहमति है। 

नर्मदा परियोजना निर्माण स्थल के समीप करोड़ो आदिवासियों के अराध्य देवी करबेमटटा करमश्री देवी स्थल है, इस स्थल के चारों ओर जलभराव हो जाएगा साथ ही ग्राम पंचायत बिलासपुर में स्थित गोंड़ जनजाति के धर्मगुरू पारि कुपार लिंगों का तपस्वी लिंगो पहाड़ है साथ ही जैव विविधता महत्वपूर्ण सिवनी संगम में एक मात्र राज्य में कल्पवृक्ष स्थित है, जो की जल भराव के कारण सब डूब जाएगा। 

विधायक फुंदेलाल ने बताया कि नर्मदा परियोजना पर तुरंत रोक लगाई जाए, आदिवासी समाज बांध का विरोध नही करती बल्कि छोटे बांध बनाए जाए, लिफ्ट ऐरिकेशन सिस्टम से सिंचाई सुविधाओं का निर्माण हो प्रत्येक ग्राम स्तर पर जल संरक्षण के तहत प्रोजेक्ट निर्माण कार्य तैयार किया जाए, सामाजिक एवं आर्थिक नुकसान कम हो, संस्कृति रीति रिवाज पंरपराएं विद्यमान रहे, धार्मिक आस्था कायम रहे तथा भारत के संविधान का उल्लंघन ना हो, सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन हो। 


मंगलवार, 23 जुलाई 2024

आकाशीय बिजली की चपेट में आने से वृद्ध किसान की मृत्यु


अनूपपुर। जिले में सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश में कोतमा थाना अंतगर्त ग्राम गढ़ी में खेत जा रहे किसान पर आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मृत्यु हो गई।

जानकारी अनुसार मंगलवार की सुबह से जिले में हो रही बारिश में कोतमा थाना अंतगर्त ग्राम गढ़ी के किसान 80 वर्षीय रमपत साहू अपने खेत जा रहें थे, इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से चपेट में आ गया, जिससे मृत्यु़ हो गई। पुलिस ने पंचनामा बनाकर पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौप कर मर्ग कायम कर लिया हैं। 


हज यात्रा के नाम पर टूर एंड ट्रैवल्स एंड हज उमराह टूर ने ठगे 12 लाख रुपए,मामला दर्ज

अनूपपुर। हज यात्रा करने के नाम पर दंपति से 12 लाख रुपए की ठगी की शिकायत पर बिजुरी पुलिस ने पुलिस ने अलफलाह टूर एंड ट्रैवल्स एंड हज उमराह टूर के प्रोपराइटर सैयद तनवीर उल्लाह निवासी याकूब पटेल चौक अकोट जिला अकोला महाराष्ट्र के खिलाफ विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। 

बिजुरी निवासी सकीर अहमद पिता इशहाक निवासी ने बताया कि हज यात्रा पर जाने के अलफलाह टूर एंड ट्रैवल्स एंड हज उमराह टूर के प्रोपराइटर सैयद तनवीर उल्लाह निवासी याकूब पटेल चौक अकोट जिला अकोला महाराष्ट्र से फोन पर संपर्क करते हुए हज यात्रा के लिए 12 लाख रुपए स्वयं तथा पत्नी कुरैशा बेगम के लिए दिए गए। इसके बाद 8 जून को हज यात्रा के लिए मुंबई से प्लेन से यात्रा का समय बतलाया गया जिसके अनुसार मुंबई पहुंचे। जहां पहुंचने पर 2 दिन तक प्लेन रद्द होने की बात कह कर उन्हें घुमाया गया। इसी तरह छत्तीसगढ़ के यात्री भी उन्हें मिले जिनके साथ भी टूर ट्रेवल्स के संचालक के द्वारा धोखाधड़ी करते हुए रुपए लेने के बाद उन्हें लगातार झूठ बोला जा रहा था, जिससे परेशान होकर सकीर अहमद पत्नी के साथ अपने घर लौट आए। जहां फोन पर अलफलाह टूर एंड ट्रैवल्स एंड हज उमराह टूर के प्रोपराइटर सैयद तनवीर उल्लाह से बात करने पर उसके द्वारा रुपए वापस करने की बात कही गई। इसके कुछ दिनों के बाद उसके द्वारा 6 लाख रुपए के दो चेक भेजे गए जिसे भुगतान के लिए लगाए जाने पर बैंक द्वारा चेक को बाउंस हो गया। लगातार धोखाधड़ी किए जाने के पश्चात मामले की शिकायत शकीर अहमद ने पर बिजुरी थाना में अपराध की धारा 420, 406, 409 के तहत दर्ज कराया, पुलिस मामले की जांच कर रहीं है।


 

मप्र उच्च न्यायालय का फैसला: अमलाई का रेलवे गुड्स शेड फिर से होगा चालू

व्यापारियों और उद्योगपतियों को मिलेगी राहत, सुगम परिवहन की मिलेगी सुविधा  

अनूपपुर। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय, जबलपुर (प्रधान खंडपीठ) ने रेलवे के पक्ष में निर्णय सुनाते हुए अमलाई रेलवे गुड्स शेड को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सीटीओ लेने के बाद फिर से चालू करने की अनुमति दे दी है। इस फैसले के बाद रेल प्रशासन ने तुरंत अमलाई गुड्स शेड को फिर से सक्रिय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि स्थानीय लोगों द्वारा रेल कोल यातायात के कारण प्रदूषण उत्पन्न होने एवं स्थानीय रहवासियों की प्रदूषण के कारण उत्पन्न हो रही परेशानियों को देखते हुये उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। जिस पर उच्च न्यायालय ने 25 अप्रैल 2024 से अमलाई रेलवे गुड्स शेड पर प्रतिबंध लगा दिया था।  

इस दौरान बिलासपुर (छग) मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय के मार्गदर्शन एवं वरि.मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह के निर्देशन में रेलवे प्रशासन द्वारा इस याचिका को चुनौती देते हुये उच्च न्यायालय द्वारा चाहे गए सभी मुद्दों पर जानकारी देते हुए मजबूती से अपने पक्ष को रखा। परिणाम स्वरूप लगभग 03 माह के अंदर ही उच्च न्यायालय ने रेलवे के दलीलों से संतुष्ट होकर रेलवे के पक्ष मे निर्णय सुनाते हुए अमलाई गुड्स शेड को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मान्य शर्तों के साथ फिर से चालू करने की अनुमति दे दी।

वरि.मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह ने बताया हम उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं और इसे जनता के हित में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं। इससे न केवल माल परिवहन में तेजी आएगी, बल्कि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। गुड्स शेड के फिर से चालू होने से स्थानीय व्यापारियों और उद्योगपतियों को भारी राहत मिलेगी, जो अपने माल के तेज और सुगम परिवहन के लिए इस शेड पर निर्भर रहते थे। इस आदेश से कोयले के अलावा विद्युत, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम, फर्टिलाइजर, स्टील, कच्चा तेल एवं सीमेंट के उत्पादन एवं वितरण में अत्यधिक लाभ होने की संभावना हैं। इस प्रकार पावर, सुरक्षा जैसे आधारभूत तत्वों के न केवल संरक्षण बल्कि उत्पादन को भी सुनिश्चित किया जा सकेगा। यह कदम रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। रेलवे प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि गुड्स शेड के संचालन में किसी भी प्रकार की रुकावट या बाधा नहीं आएगी और सभी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से चलेंगी। 


सोमवार, 22 जुलाई 2024

उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता से दो करोड़ 29 लाख रुपये की होगी वसूली, कलेक्टर ने निलंबन का भेजा प्रस्ताव


केचुए और सामग्री बांटे बिना करोड़ों डकार गए अधिकारी, जैविक खेती से जुड़ी योजना में बड़ा घोटाला

अनूपपुर। देशभर में जैविक के खेती के सर्वाधिक रकबा वाले मप्र के अनूपपुर जिले में कृषि विभाग के अधिकारियों ने भ्रष्टाचार की फसल उगाई। वर्ष 2018 से 2020 में जैविक खेती के लिए किसानों को दिए जाने वाले केंचुए और अन्य सामग्री में गड़बड़ी कर 2 करोड़ 29 लाख रुपये का घोटाला किया हैं।

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ रीवा में शिकायत 

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ रीवा ईकाई को शहडोल निवासी दीपक मिश्रा ने शिकायत कर गड़बड़ी की जांच की मांग की थी। इसके बाद कलेक्टर आशीष वशिष्ट ने अपनी टीम भेजकर जांच कराई तो गड़बड़ी की शिकायत सही पाई गई। इस आधार पर कलेक्टर ने शासन और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को जानकारी भेजकर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

जिले के 5 हजार किसानों को दिया जाना था साहित्य और प्रशिक्षण

योजना के अंतर्गत जिले के विभिन्न गांवों के पांच हजार किसानों को वर्मी कंपोस्टिंग बेड, जैविक खाद, केंचुआ, जाल, साहित्य और प्रशिक्षण दिया जाना था। इसके लिए जिला खनिज निधि से छह करोड़ 93 लाख रुपये आवंटित किए गए थे। इसमें दो करोड़ 90 लाख रुपये कृषि विभाग की कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) परियोजना, अनूपपुर को सामग्री खरीदने के लिए, 2.93 लाख रुपये प्रशिक्षण और अन्य कार्यों के लिए और 1.08 करोड़ रुपये मिट्टी परीक्षण के लिए एक निजी कंपनी को दिए गए। प्रति किसान 9770 रुपये आवंटित किए गए।

कृषि उप संचालक एनडी गुप्ता से दो करोड़ 29 लाख रुपये की वसूली  निलंबन का भेजा प्रस्ताव

जिला प्रशासन की जांच में कई किसानों ने बताया कि केंचुआ और अन्य सामग्री उन्हें मिली ही नहीं। जो मिली भी वह घटिया थी। मिट्टी परीक्षण के नाम पर भी गड़बड़ी की गई। किसानों ने यह भी बताया कि उन्हें कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया। कलेक्टर ने कृषि उप संचालक एनडी गुप्ता से दो करोड़ 29 लाख रुपये वसूली के साथ विभागीय जांच और निलंबन का प्रस्ताव भेजा है।

अपर कलेक्टर अमन वैष्णव ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा से पत्र मिला था जिस पर जांच कमेटी जिला स्तर पर गठित हुई थी, जांच की गई जिसमें सत्यता पाई गई। डीएमएफ मद से वर्ष 2018 से 2020 के बीच कृषि विभाग में दो करोड़ 29 लाख का भ्रष्टाचार पाया गया। इसकी जानकारी आर्थिक अपराध शाखा रीवा और शासन स्तर पर भेज दी गई है। शिकायत शहडोल निवासी दीपक मिश्रा द्वारा आर्थिक अपराध शाखा में की गई थी।


रेल्वे फाटक को फ्लाईओवर निर्माण: नगरिकों ने अगरबत्तीर जलाकर दर्ज कराया विरोध, शीघ्र निर्माण की मांग

दो हिस्सों में बटे शहर को एक करने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से लगाई गुहार

अनूपपुर। दो हिस्सों  में बटे शहर को एक करने वाला रेल्वेो फाटक को फ्लाईओवर का निर्माण के लिए बंद हो जाने के बाद से नगर लोग जैसे दो देशों में बट कर रह गया हैं। 4 वर्षो से नगर का मुख्य बाजार में वीरानी छा गई हैं।अलग-अलग हिस्सों में बाजार बटने के कारण व्यापारियों के सामने काफी जीवनयापन की समस्याएं खड़ी हो गई है। फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पिछले 4 सालों से कछुए की गति से चल रहा है जो पूरा होने का नाम नहीं ले रहा। जिसकी निर्माण अवधि दो बार बढा़ई जा चुकी हैं। वहीं कलेक्टर ने भी कई बार अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं किन्तु  अधिकारियों के कानोंमें जू नहीं रेग रहीं। वहीं रेल्वे प्रशासन भी अपने क्षेत्र में हो रहे निर्माण पर घ्यान नहीं दे रहा। सोमवार को नगर के लोगो ने अनोखा प्रर्दशन करते हुए निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे अगरबत्ती‍ जलाकर अपना विरोध दर्ज कराते हुए शीघ्र निर्माण की मांग की।

स्थानीय निवासियों ने लगातार जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके कि फ्लाई ओवर की सौगात जल्दम मिले लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। निर्माण पिछले कई सालों में चालू कम बंद ज्यादा रहा है। जिससे नगर के व्यापारी काफी परेशान और गुस्से को दिखाने के लिए सोमवार को फ्लाईओवर के नीचे अगरबत्ती जलाकर अपना विरोध दर्ज कराते हुए शीघ्र निर्माण की मांग की।

नगर के समाजसेवी विनोद सोनी का कहना हैं कि पिछले 4 वर्षो से फ्लाईओवर का काम जिस गति से चल रहा है उसको लेकर नगर में काफी रोष हैं। व्यापारी अपने व्यापार के लिए परेशान हैं लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा हैं ऐसे में आज नगर के आम नागरिकों द्वारा बंद पड़े फ्लाईओवर निर्माण में अगरबत्ती लगाकर बंद फाटक की याद में किया गया। अधिकारियों के प्रति अपनी सहानुभूति जताते हुए काम जल्द चालू करने की मांग की हैं। उन्होंीने कहा कि फ्लाईओवर निर्माण का समय पर पूरा नहीं हुआ तो व्यापारी भीख मांगने की स्थिति पर आ सकते हैं।

18 माह में हुआ पूर्ण करने के आश्वासन पर कार्य हुआ आरंभ 

दो हिस्सों में बंटे अनूपपुर शहर को जोड़ने वाला रेलवे ओवरब्रिज अनूपपुर का निर्माण 16 अगस्त 2021 में 18 माह में हुआ पूर्ण करने के आश्वासन पर आरंभ हुआ। तैयारी लेकर सेतु निर्माण कार्य तीन साल बाद भी अधूरा पड़ा है। इसके निर्माण कार्य पूर्ण होने में अभी भी सालभर की समयावधि लगने की संभावना है। इसे पूर्ण होने को लेकर अब तक न तो ठेकेदार की ओर से और ना ही जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट जानकारी दी जा रही है। शहर की मुख्य कड़ी मार्ग कही जाने वाला यह मार्ग अब बारिश की बौछार में दलदली स्थल बन गया है। गत दिनों अपर कलेक्टर अमन वैष्णव ने निर्माणाधीन रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज कार्य का निरीक्षण किया तथा फ्लाईओवर कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के संबंध में कार्य में तेजी लाने एवं ब्रिज निर्माण कार्य की वस्तुस्थिति एवं प्रगति की जानकारी प्रतिदिन प्रदान करने के निर्देश अनुविभागीय अधिकारी सेतु को दिए। वहीं कलेक्टर रेल अधिकारियों के साथ रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की समीक्षा भी कर चुके हैं।

तीन साल बाद भी अधूरा, 5 साल पूर्व मिली थी तकनीकि स्वीकृति

बताया जाता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 अगस्त 2016 को आमसभा में ब्रिज निर्माण की घोषणा की थी। 14 दिसम्बर 2016 में ही प्रशासकीय स्वीकृति भी प्रदान। यहां तक कि 8 मई 2017 को कार्यादेश जारी कर दिया था। यहां तक वर्ष 2020 में मुख्यमंत्री ने खुद ही ओवरब्रिज निर्माण की आधारशिला रखी थी। जानकारी के अनुसार 12.01 करोड़ की लागत से 12-12 मीटर चौड़ाई और 462.44 मीटर का यह लम्बा पुल होगा। रेल पटरियों के उपर 56 मीटर लम्बी स्पॉन और ब्रिज में पिलर और आड़ीबॉल का भी उपयोग करते हुए 10 पिलर खड़े किए जाएंगे। दोनों छोर पर 50-50 मीटर लम्बी बीबीसी और 3-3 मीटर की चौड़ी सर्विस रोड प्रस्तावित है। लेकिन विभागीय व प्रशासकीय लापरवाही के कारण स्वीकृत ओवरब्रिज का निर्माण आज तक पूर्ण नहीं हो सका।

दो किलोमीटर अतिरिक्त शहर का लग रहा चक्कर

दो हिस्सों में बंटे अनूपपुर शहर इंदिरा तिराहा से कोतवाली तिराहे के बीच कड़ी के रुप में रेलवे फाटक से जुड़ा है यह रेलवे फाटक फ्लाईओवर अनूपपुर शहर के विकास की धुरी है। व्यापार, सब्जी मंडी, प्रशासकीय विभाग के साथ रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड,जिला चिकित्सालय की आवाजाही का एक मात्र मार्ग। बावजूद रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में राजनीतिक पक्षों के साथ सामाजिक संगठनों, प्रशासकीय अधिकारियों व स्वयं रेलवे ने भी जल्द कार्य पूर्ण होने करने की दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसके कारण अब नगरवासियों को बायपास मार्ग से 4 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर मुख्य बाजार की ओर जाना पड़ रहा है।


तीन वर्षो से राजस्व प्रकरणों का निराकरण नहीं होने जैतहरी के तत्कालीन नायब तहसीलदार व प्रवाचक निलंबित

निरिक्षण के दौरान राजस्व न्यायालय जैतहरी में संभागायुक्ति को मिली थी कमियां

अनूपपुर। शहडोल संभागायुक्त बीएस जामोद ने 20 जुलाई को तहसील न्यायालय जैतहरी का आकस्मिक निरीक्षण के दौरान तीन वर्षो से बटवारा नामांतरण, सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण नहीं होने संभागायुक्त ने लगाई फटकार जमकर फटकार लगाते हुए तहसीलदार को निलंबन के आदेश दिया था। जिस पर सोमवार को पदीय दायित्वों के निर्वहन में कर्तव्य विमुखता और लापरवाही प्रदर्शित करने, शासन के निर्देशों का पालन न करने लापरवाही पर तत्कालीन प्रभारी नायब तहसीलदार जैतहरी धनीराम ठाकुर तथा तत्कालीन प्रवाचक सतीश श्रीवास्तव सहायक वर्ग 3 को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में दोनो का मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर नियत किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।

शहडोल संभागायुक्त बीएस जामोद ने तहसील न्यायालय जैतहरी का आकस्मिक निरीक्षण के दौरान राजस्व प्रकरणों में समय पर कार्रवाई नहीं होने, बिना कार्यवाही कई प्रकरण लंबित रहने, न्यायालयीन प्रक्रियाओं का पालन नहीं किए जाने, पदीय दायित्वों के निर्वहन में कर्तव्य विमुखता और लापरवाही प्रदर्शित करने, शासन के निर्देशों का पालन न करते हुए पदीय दायित्व के निर्वहन में घोर लापरवाही का कृत्य किए जाने पर मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत होने से दंडनीय होने पर मध्य प्रदेश सिविल (वर्गीकरण, नियंत्रण, तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के अंतर्गत तत्कालीन प्रभारी नायब तहसीलदार जैतहरी धनीराम ठाकुर तथा तत्कालीन प्रवाचक सतीश श्रीवास्तव सहायक वर्ग 3 को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवध में ठाकुर एवं श्रीवास्तव का मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर नियत किया गया है निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।


सावन के पहले दिन पहला सोमवार:बोल बम के साथ मां नर्मदा उद्गम जल से जालेश्वर धाम महादेव का हुआ जलाभिषेक

  

जयकारें से गूंजी अमरकंटक नगरी: सावन के पहले दिन झूम के बरसे बदरा, शिव मंदिरों में भक्तों  की भीड़ 

अनूपपुर। भगवान शंकर के भक्तों के लिए सावन का महीना बहुत ही पावन होता है. इस पूरे महीने भोले शंकर को प्रसन्न करने के लिए भक्त तरह-तरह के जतन करते हैं. कहा जाता है कि सावन में शिव को प्रसन्नभ करना और भी ज्यानदा आसान होता है. यही वजह है कि भक्तब पूरे माह भगवान की विशेष उपासना करते हैं। यह भी संजोग ही हैं कि सावन के पहले ही दिन पहला सोमवार पड़ा हैं। वहीं पहले ही दिन सावन के बदरा अनूपपुर में लगभग 15 मिनट झूमकर बरसे। इसके बाद बादल छाये रहें। सावन के पहले सोमवार को शिवभक्तों  ने अमरकंटक (मप्र) और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित जालेश्वर धाम और मां नर्मदा मंदिर उद्गम स्थल अमरकंटक में जल भराव करते हुए चढ़ाया। 

शिव आराधना का श्रावण मास सोमवार से आरंभ के पहले सोमवार को भगवान शिव की पूजा लोगों ने पवित्र जल, दूध, दही, घी से अभिषेक किया और धतूरा, बेल व ऑक के फूल चढ़ाकर भगवान को प्रसन्न करने का प्रयास किया। मंदिरों में बोल बम के जयघोष लगते रहे। जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक में भी श्रद्धालुओं ने शिव अर्चना व अभिषेक के लिए पहुंचे। मां नर्मदा जल से शिव जी का अभिषेक किया गया। कावरिएं यहां जल लेने पहुंचे थे। यहां के शिव धाम अमरेश्वर तथा जालेश्वर में शिव लिंग के अभिषेक हेतु भक्तों की भारी भीड़ जुटी रही। पहला सोमवार लोगों ने आस्था के साथ शिव की पूजा करते हुए व्यतीत किया। अधिकांश महिलाओं एवं अविवाहित युवतियों ने वृत रखकर भगवान शिव की पूजा आराधना की।

कावडि़ए ने नर्मदा जल ले जालेश्वर में चढ़ाया

मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सावन मास में हजारो शिवभक्तों की भीड़ दर्शन और जलाभिषेक के लिए शिव और मां नर्मदा के जयघोष से गुंजायमान करते हुए कावडि़ए नर्मदा स्नान और कुंड से जलभराव कर जालेश्वर में जल चढ़ा पुन: अमरकंटक नर्मदा मंदिर पहुंचें, जहां जलभर कर जलेश्वडर महादेव मंदिर के लिए रवाना हुए। इसके लिए नर्मदा मंदिर समिति सहित प्रशासन ने तैयारी पूरी पहले ही कर ली थी। नर्मदा मंदिर समिति ने बताया कि सावन के उपलक्ष्य में यहां देशभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। लेकिन इनमें कर्वधा, राजनंदगांव सहित छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य जिलों व मप्र के स्थानीय भक्तों की तादाद अधिक होती है। छत्तीसगढ़ सहित आसपास के जिलों से आते हैं।

भजन-कीर्तन और रूद्राभिषेक किए गए

सोमवार को नगर के सभी देवालयों में अलसुबह से भक्तों का तांता लग गया था। देर शाम तक शिवमंदिरों में लोगों का मत्था टेकने का सिलसिला बना रहा। नगर के तमाम शिव मंदिरों में आवश्यक तैयारियां की गई हैं। जगह-जगह भजन-कीर्तन और रूद्राभिषेक के आयोजन किए जा रहे हैं। बताया गया सावन के महीने में ही समुद्र मंथन हुआ था जन कल्याण के लिए भगवान शिव ने विषपान कर उसे गले में रख लिया था। विष काफी तेज होने के कारण देव-दानव सभी ने भगवान का जलाभिषेक कर उन्हें ठंडक पहुंचायी थी। जिस पर भगवान शिव सब पर प्रसन्न हुए थे। पौराणिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती ने सावन में ही प्रकृति से प्राप्त वस्तुओं से भगवान भोलेनाथ की अर्चना की थी और व्रत किया था।


छाया मुन्नू पांण्डेय

 

रविवार, 21 जुलाई 2024

नाबालिग के स्कूल जाते जबरन बैठाया वाहन में, सूने घर में किया दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार

अनूपपुर। जैतहरी थाना क्षेत्र में 19 जुलाई को 16 वर्षीय नाबालिग को स्कूल जाते समय जान से मारकर फेंक देने की धमकी दे जबरन बाइक में बैठाकर अपने सूने घर ले जाकर बंधक बनाते हुए उसके साथ दो बार दुष्कर्म किए जाने एवं जबरन अपने मोबाइल में उसकी अश्ली ल फोटो खींचने की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी जगदीश राठौर निवासी बलबहरा के खिलाफ बीएनएस की धारा 137 (2), 87, 64 (2)(एम), 351 (3) एवं लैगिंक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा 3, 4, 5, 6 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार दो वर्ष पूर्व भी आरोपी द्वारा उसका अपहरण किया गया था। 

जानकारी के अनुसार पीडिता ने शिकायत दर्ज कराई कि 19 जुलाई की सुबह जब वह अपनी छोटी बहन को स्कूल छोडऩे के बाद अपने स्कूल जा रही थी, तभी रास्ते में जगदीश राठौर निवासी बलहरा जिसे वह पूर्व से जानती है मिला और जबरन बाइक में अपने घर ले जाने लगा, मेरे मना करने पर उसने मुझे जाने से मारकर फेंक देने की धमकी देने लगा। जिसके भय से नाबालिग उसके साथ बाइक में बैठ गई। जहां आरोपी जगदीश राठौर उसे अपने सूने घर में ले गया, जहां नाबालिग की मॉ और पिता को जान से मारने की धमकी देते हुए बंधक बना जबरन दो बार उसके साथ दुष्कर्म किया और मोबाइल में नबालिक की अश्ली ल फोटो खींचा, दोपहर लगभग 4 बजे वह मुझे बाइक में बैठाकर मेरे घर पास छोड़ा, जहां मैने अपने परिजनों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। जिसके बाद परिजनों सहित आसपास के लोगो द्वारा उसे पकड़ लिया और थाने ले गये।


गुरु का आशीर्वाद लेकर हो जाते हैं सभी कष्ट दूर, अमरकंटक में शिष्यों की गुरू दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

श्रीहरिनाम संकीर्तन सभा ने सुन्दंरकांड का पाठ कर हवन एवं आरती कर किया भण्डागरा 

अनूपपुर। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रविवार 21 जुलाई को जिले के विभिन्न स्थानों पर गुरुजनों की पूजा करते हुए शिष्यों ने उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। पवित्र नगरी अमरकंटक में गुरुजनों से आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की कतार लगी रही। जहां गुरु पूजन करते हुए उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के साथ ही नर्मदा मंदिर पहुंचकर मां नर्मदा का दर्शन किया। 

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पवित्र नगरी अमरकंटक के शांति कुटी, कल्याण आश्रम, मृत्युंजय आश्रम, मार्कंडेय आश्रम, धारकुंडी आश्रम, गीता स्वाध्याय आश्रम, खैरहा बाबा आश्रम में सुबह से ही गुरुजनों का आशीर्वाद लेने के लिए लोग पहुंचने लगे। जहां विधि विधान से गुरु पूजन का कार्यक्रम किया गया। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को गुरुपूर्णिमा मनाई जाती है। सनातन धर्म में गुरु को भगवान से भी श्रेष्ठ दर्जा प्राप्त है क्योंकि गुरु ही भगवान के बारे में बताते है और इनके बिना ब्रह्मज्ञान व मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही बेदो के रचयिता महर्षि वेदव्यासजी का जन्म हुआ था। सबसे पहले वेदों की शिक्षा महर्षि वेदव्यास ने ही दी थी इसलिए हिंदू धर्म में प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया है। 

गुरु पूर्णिमा पर्व पर मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक में भक्त, श्रद्धालुजनों ने नर्मदा कुंड में स्नान कर मंदिर दर्शन, पूजन किए। जहां आश्रमों में गुरु पूजन कर भंडारा का प्रसाद लिया। कल्याण सेवा आश्रम के संत परम तपस्वी वीतराग बाबा कल्याण दास जी महाराज, शांति कुटी आश्रम के संत महामंडलेश्वर स्वामी रामभूषण दास जी महाराज, परमहंस धारकुंडी आश्रम के संत स्वामी लवलीन महाराज, चक्रतीर्थ के संत सीताराम जु महाराज, मारकंडे आश्रम के आचार्य महामंडलेश्वर ब्रम्हर्षि रामकृष्णा नंद जी महाराज, बर्फानी आश्रम के संत महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास जी महाराज सहित आदि संतो के आश्रमों में शिष्यों ने गुरुपूजन किया। 

जिला मुख्या लय अनूपपुर में गुरु पूर्णिमा महोत्स।व पर श्रीहरिनाम संकीर्तन सभा द्वारा प्रात: सुन्दंरकांड का पाठ कर हवन एवं आरती कर प्रसाद वितरण एवं भण्डाषरा किया गया। अमरकंटक में हर गुरु स्थानों में गुरुपूर्णिमा का पर्व मनाया गया, जिन स्थानों के संत, गुरु जी यहां विराजमान नही थे उनके भक्त,शिष्य यहां पहुंच तिलक, पुष्प अर्पण, आरती - पूजन कर गुरु प्रसाद वितरण किया गया।

देर शाम तक गुरुओं का आशीर्वाद लेने लगी रहीं कतार

धार्मिक दृष्टि से अमरकंटक का अलग ही महत्व है तथा यहां दूर-दूर से लोग पूजा अर्चना के साथ गुरुजनों का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं। जिसके कारण सुबह से देर शाम तक गुरुजनों का आशीर्वाद लेने के लिए लोगों की कतार आश्रमों में बनी रही। जहां सुबह से ही थाल सजाकर उसमें पुष्प बेलपत्र दीपक सहित साल तथा श्रीफल एवं दक्षिणा रख लोग पहुंचे। जिनके द्वारा गुरु के चरण धोकर अक्षत चंदन तथा उस पर और फल अर्पित करते हुए दीपक से गुरुआरती उतारकर साल श्रीफल तथा दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। अमरकंटक में प्रति वर्ष गुरु पूर्णिमा के मौके पर आश्रमों में मेला उत्सव सा माहौल बन जाता है, जहां हर कोई गुरु के चरण में वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त करने आतुर रहते हैं। वहीं गुरु भी अपने शिष्यों से भेंट कर हर्षित हो जाते हैं। कल्याण सेवा आश्रम अमरकंटक के भंडारे में कल्याणिका स्कूल के विद्यार्थियों प्रसाद ग्रहण किए। जवाहर नवोदय विद्यालय के बच्चो ने शांति कुटी में भंडारे का प्रसाद लिया। गुरु पूर्णिमा पर्व पर पुलिस व जिला प्रशासन भी चाक चौबंद नजर आया। जहां पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने दौरा कर सुरक्षा एवं व्यववस्थालओं का जायजा लिया। और आवश्याक निर्देश दिये। 

पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि अमरकंटक में गुरु पूर्णिमा पर्व पर भीड़ को देखते हुए अतरिक्तग 70 बलों की तैनाती की गई, इसके साथ ही जिला होमगार्ड कमांडेंट की सेवायें भी ली गई हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुष्पराजगढ़ एसडीओपी के साथ आसपास के थानो के बल को भी सुरक्षा के लिए लगाया गया हैं। पुलिस अधीक्षक के साथ पुष्पराजगढ़ एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार, अमरकंटक थाना प्रभारी सहित अमरकंटक प्राधिकरण के कर्मचारी साथ रहें।

 

सरला भदौरिया ने ली लांयस क्लब अनूपपुर टाउन की बनी अध्यक्ष,कार्यकारिणी के साथ ली शपथ

 

अनूपपुर। लायंस क्लब अनूपपुर टाउन का वर्ष 2024-25 के लिए लायन सरला भदौरिया ने अध्यक्ष पद की शपथ मुख्य अतिथि बिलासपुर के पूर्व डि० गर्वनर लायन प्रीतिपाल बाली ने कार्यकारणी के पदाधिकारीयो ने शपथ दिलाई। विशिष्ट अतिथि जोन चेयरमैन मंजुलिका करन (मनेन्द्रगढ़) रही। 

लांयस क्लब अनूपपुर टाउन के वर्ष 2024-25 के लिये रविवार को 29वीं कार्यकारिणी को मनेन्द्रगढ़ के शपथ अधिकारी लायन कौशल अरोरा ने नये अंदाज मे सरला भदौरिया को क्लब के अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही कौशलेन्द्र सिंह एंव प्रतापसिंह रावत राय को उपाध्यक्ष, रीतू सोनी को सचिव, सरोज वियाणी सहसचिव, मुकेश ठाकुर कोषाध्यक्ष, नीरूपमा पटेल को टवेल टवीस्टर, लक्ष्मी खेडिया को टेमर, डा० असीम मुखर्जी को जनसम्परर्क, अमरदीप सिंह को क्लब मेम्बरशिप चेयरपरसन, चन्द्रकांत पटेल क्लब एडमिनेस्टेटर, अशोक शर्मा क्ल्ब एलसीआई कोडिनेटर, हरिनारायण खेडिया क्लब सर्विस चेयरपरसन, दुगेन्द्रसिंह भदौरिया क्लब मार्केटिंग चैंसरपरसन, तथा संतोष अग्रवाल, शिवकुमार गुप्ता दीपक सोनी, राजेन्द्र कुमार वियाणी, अन्नपूर्णा शर्मा, डॉ० एससी राय, रामखेलावन राठौर, राकेश गौतम, पुष्पाा गौतम, शशि तिवारी, प्रज्ञासिंह, तृप्ती राठौर को क्लब निर्देशक के रूप में शपथ दिलायी गई। इस दौरान दो नये सदस्यों उमेश गुप्ता एंव उनकी पत्नी लक्ष्मी गुप्ता को भी मुख्य अतिथि पूर्व डि० गर्वनर लायन प्रीतिपाल बाली ने शपथ दिलायी। 

लायन प्रीतीपाल बाली ने लायनिज्म के संबध में अपने सारगर्भित उदबोधन मे प्रकाश डालते हुए बताया कि लायन की सच्ची सेवा तथा दिल से सेवा किये जाने का आवहान किया। जिससे प्रेरित होकर लायन राजेन्द्र कुमार बियाणी के पुत्र के पुत्र राघव बियाणी ने भी रक्त दान करने की घोषणा की जिसे प्रीतिपाल बाल ने अपना अनूपपुर आना सार्थक बताते हुए कहा कि मै 110 बार रक्त दान किया हॅू। 

इस दौरान अनूपपुर क्लब के पूर्व अध्यक्ष संतोष अग्रवाल, शिवकुमार गुप्ता एंव हरिनारायण खेडिया ने संबोधित किया। शवथ ग्रहण में उपस्थित पत्रकारों को अनूपपुर टाउन ने सम्मानित करते हुए स्मृति चिन्ह भेट किया। संचालन पूर्व रीजन चेयरमैन चन्द्रकांत पटेल एंव पूर्व अध्यक्ष अन्नपूर्णा शर्मा एवं आभार सचिव रितु सोनी ने किया।

 

शनिवार, 20 जुलाई 2024

तीन वर्षो से बटवारा नामांतरण, सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण नहीं होने संभागायुक्त ने लगाई फटकार

राजस्व न्यायालय जैतहरी का किया निरीक्षण, तत्कालीन तहसीलदार जैतहरी तत्काल प्रभाव से निलंबित 

अनूपपुर। संभागायुक्त शहडोल बीएस जामोद ने शनिवार को अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील में एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों के राजस्व न्यायालयो का आकस्मिक निरीक्षण किया। राजस्व न्यायालयो में अराजक स्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जमकर फटकार लगाई। जैतहरी तहसील में पूर्व में पदस्थ तहसीलदार धनीराम ठाकुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के साथ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी, नायब तहसीलदार एवं राजस्व विभाग के अमले को चेतावनी दी है कि वह राजस्व प्रकरणों में अति गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देश दिये। 

संभागायुक्त शहडोल बीएस जामोद ने शनिवार को अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील में एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों के राजस्व न्यायालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। जहां राजस्व न्यायालय तहसीलदार जैतहरी के न्यायालय 2021, 2022, 2023 में दर्ज राजस्व प्रकरण बटवारा नामांतरण, सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण नहीं होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। संभागायुक्त ने राजस्व न्यायालय में नामांतरण, नक्शा तरमीम के प्रकरणों की बड़ी संख्या पर भी कड़ी नाराजगी व्यक्ति की। वहीं निरीक्षण के दौरान पाया कि तहसीलदार जैतहरी के राजस्व न्यायालय बड़ी संख्या में राजस्व प्रकरण निराकरण के लिए लंबित हैं, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और प्रवचन शाखा के लिपिको द्वारा राजस्व प्रकरण दर्ज ही नहीं किए गए हैं और राजस्व प्रकरण दर्ज भी किए गए हैं तो प्रकरणों  का निराकरण नहीं किए गए हैं। कमिश्नर ने राजस्व न्यायालयो में इस प्रकार की अराजक स्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जैतहरी तहसील में पूर्व में पदस्थ तहसीलदार धनीराम ठाकुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की निर्देश दिए। वही संभागायुक्त ने अनविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी, नायब तहसीलदार एवं राजस्व विभाग के अमले को चेतावनी दी है कि वह राजस्व प्रकरणों में अति गंभीरता पूर्वक कार्य करें। 

उच्च अधिकारी एसडीएम अधीनस्थ राजस्व न्यायालयों का नहीं कर रहे निरीक्षण  

संभागायुक्त ने निरीक्षण के दौरान कहा, कि राजस्व न्यायालयो के कार्यों के सुपरविजन की भारी कमी है, उच्च अधिकारियों, एसडीएम अधीनस्थ राजस्व न्यायालयो का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। इसके कारण राजस्व न्यायालय में कई वर्षों की राजस्व प्रकरण लंबित हैं। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि अधीनस्थ राजस्व न्यायालय, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, अपर कलेक्टर समय-समय पर निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर अमन वैष्णव, एसडीएम जैतहरी अंजली द्विवेदी, संयुक्त आयुक्त विकास मगन सिंह कनेश सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

तहसील कार्यालय में किया पौधरोपण 

संभागायुक्त शहडोल संभाग बीएस जामोद, अपर कलेक्टर अनूपपुर अमन वैष्णव, संयुक्त आयुक्त विकास मगन सिंह कनेश, एसडीएम जैतहरी अंजली द्विवेदी एवं अधिवक्ताओं ने तहसील कार्यालय के परिसर में पौधरोपण किया।


अज्ञात वाहन ने दो पहिया वाहन को मारी टक्कर, दो घायल

अनूपपुर। कोतवाली थाना अंतर्गत शनिवार को ग्राम सजहा अज्ञात के पास वाहन की टक्कर से दो बाइक सवार युवक गंभीर घायल रूप से घायल हो गए। जिन्हें जिला चिकित्सालय अनूपपुर लाया गए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिए गया हैं।

जानकारी अनुसार 35 वर्षीय जलेश्वर बैगा पुत्र स्वर्गीय सुंदर बैगा और 30 वर्षीय जगत पुत्र रामखिलावन बैगा जो शनिवार की दोपहर अनूपपुर जिला चिकित्सालय से अपनी भाभी को खाना देकर घर ग्राम पंचायत औढेरा जा रहे थे। तभी शहडोल अमरकंटक मुख्य मार्ग पर स्थित ग्राम सजहा के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिसकी सूचना आसपास के लोगों ने 108 एंबुलेंस को दी। घायलों को 108 एम्बुलेंस की मदद से अनूपपुर जिला चिकित्सालय लाया गए। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए युवकों मेडिकल कॉलेज शहडोल रेफर कर दिया। वहीं इस घटना के मामले में अस्पताल चौकी प्रभारी हरपाल सिंह परस्ते ने बताया कि हमें सूचना नहीं मिली है। सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

 

सरकार पर वादा खिलाफी आरोप: जिले के एन.एच.एम. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 22 जुलाई को समूहिक अवकाश पर

जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

अनूपपुर। मध्य प्रदेश केबिनेट व राज्य सरकार द्वारा संविदा नीति 2023 मध्य प्रदेश केबीनेट से स्वीकृत कर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 22 जुलाई 2023 को संविदा नीति जारी कर समस्त विभागों को तत्कॉल लागू करने के दिशा निर्देश दिए गए थे। परंतु एक वर्ष पूरा होने के उपरांत भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश द्वारा अब तक मानव संसाधन नीति जारी कर संविदा नीति 2023 के समस्त प्रावधान लागू नहीं किए गए है। जिसे लेकर 22 जुलाई को  एन.एच.एम. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण जिले में 427 एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मी सामूहिक अवकाश लेकर सेवा के दौरान मृत हुए साथियो के परिवार को न्याय दिलाने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करेंगे। वहीं कुछ संविदाकर्मी 22 जुलाई को भोपाल के कार्यक्रम में शामिल होगे। समूहिक अवकाश हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सिविल सर्जन को संघ ने ज्ञापन शनिवार को सौंप दिया हैं। 

जिला अध्यक्ष ने बताया कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा संविदा नीति जारी कर एन.पी.एस., 5 लाख रूपए का आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा संविदाकर्मियों और परिवार को उपलब्ध कराना, ग्रेज्यूटी, अनुकम्पा नियुक्ति, प्रतिवर्ष सीपीआर दर के अनुरूप इंक्रीमेंट, शासकीय कर्मचारियों के समान समस्त अवकाश, शासकीय भर्तियों में संविदा कर्मियों को 50 प्रतिशत का आरक्षण का लाभ, सहित कई ऐसी सुविधाएं है, जो मानव संसाधन नीति के द्वारा स्पष्ट तौर पर लागू होगी। जिसे जारी करने में एनएचएम ने कोई संज्ञान अब तक नहीं लिया है। एक ओर एन.एच.एम. संविदा कर्मियों के लिए नीति लागू करने के आदेश जारी नहीं हो रहे है, लेकिन स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल द्वारा स्वास्थ्य विभाग के नियमित पदों के विरूद्ध सेवाएं दे रहे संविदा कर्मियों के आदेश पिछले वर्ष ही जारी कर दिए गए है। ग्रेड-पे सुधार को लेकर 36 से अधिक केडर अपनी अपील प्रस्तुत कर चुके है, लेकिन एक साल हो गया अपील का निराकरण नहीं किया गया है। प्रदेश के 32 हजार एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे है। 22 जुलाई को एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहकर संविदा नीति 2023 के बिंदुवार समस्त प्रावधान लागू कराने को लेकर भोपाल कूच कर राज्य स्तरीय कार्यक्रम करेंगे। संविदा जल्द ही अनिश्चित कालीन नीति 2023 लागू करने के आदेश जारी नहीं किये जाता तो अनिश्चित कालीन हड़ताल एवं काम बंद, कलम बंद का सामूहिक निर्णय लिया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अशोक कुमार अवधिया ने बताया कि एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी के समूहिक अवकाश में जाने से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। कुछ व्यवस्थायें प्रवाहित हो सकती हैं।


 

शुक्रवार, 19 जुलाई 2024

संजीवनी हॉस्पिटल सहित दो क्लीनिकों पर छापा, पाई गई कई कमिया

दस्तावेजों तथा व्यवस्थाओं का किया परीक्षण, दिए दिशानिर्देश

अनूपपुर। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार संयुक्त कलेक्टर दिलीप कुमार पांडेय तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अनूपपुर स्थित संजीवनी हॉस्पिटल, स्टेट बैंक रोड आदर्श मार्ग अनूपपुर में स्थित रामबाण औषधालय तथा श्री तिवारी क्लीनिक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल एवं क्लीनिक में सफाई व्यवस्था, वैध पंजीयन तथा समस्त प्रकार के आवश्यक दस्तावेजों की जांच की। 

निरीक्षण दल द्वारा संजीवनी हॉस्पिटल में साफ-सफाई की कमी पाई गई, मरीज के परिजनों के बैठने की उचित व्यवस्था नही मिलने, मरीज के पास फीस संबंधी रसीद नहीं पाई गई तथा समय पर यूएसजी रिपोर्ट पर ऑनलाइन जमा करना पाया गया, जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई। इसी प्रकार निरीक्षण दल के सदस्यों ने रामबाण औषधालय के निरीक्षण के दौरान मार्च 2024 तक पंजीयन पाया, जिसे तत्काल बंद करने की कार्यवाही की तथा बीएएमएस की डिग्री एवं आयुष की दवा का भी अवलोकन किया। निरीक्षण दल के सदस्यों द्वारा पूर्व जिला आयुष अधिकारी डॉ. आर. पी. तिवारी के क्लीनिक का भी निरीक्षण किया गया, जहां क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं पाए जाने पर क्लीनिक को बंद करने के लिए कहा, जब तक रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही पूर्ण न हो जाए। इस दौरान निरीक्षण दल के सदस्यों ने डॉ. तिवारी के बीएएमएस डिग्री का भी अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि जिले में गैर मान्यताधारी व्यक्तियों एवं झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा प्रदाय चिकित्सा व्यवसाय को नियंत्रित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।


गुरु की कृपा, सेवा,विश्वास से भावनाएं गुरु की चुंबक की तरह काम करती है- महामंडलेश्वर श्रीरामभूषण दासजी महाराज

गुरु पूर्णिमा पर्व में दूर दूर से पहुंच रहें शिष्य, गुरु भक्ति में लीन होगा अमरकंटक

अनूपपुर/अमरकंटक। जैसे सूर्य की ताप से तृप्त भूमि को वर्षा से शीतलता तथा फसल पैदा करने की शक्ति मिलती है वैसे ही गुरु चरणों में उपस्थित साधकों को ज्ञान, शांति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है। गुरु से ज्ञान प्राप्त करना चाहियें अपने ज्ञान का अभिमान करते हुए उनके पास न जाय, उनकी परीक्षा के लिए उनसे प्रश्न पूंछ कर अपनी छुद्रता, अपना छोटापन न दिखाए बल्कि अपनी जिज्ञासा और समस्या के समाधान हेतु सवाल करें। सच्चे प्रमाणित गुरु , गुरु परंपरा में आए हुए गुरु भगवान के करुणा रूप होते है वह हमे देख हमारी स्थिति, हमारा स्तर और हमारी वंश देख समझ जाते है और हमारे समझ में आने वाली सरल भाषा व उदाहरण देकर हमे समझाते है। यहींसच्चा  गुरु होता हैं।

मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक में संतो, आश्रमों, गुरु स्थलों पर गुरु पूर्णिमा की की तैयारी जोरो पर हैं। गुरु पूजन हेतु देश के अनेक जगहों से अपने- अपने गुरुओं का आशीवर्दा लेने शिष्यों का आना प्रारंभ हो गया। आषाढ़ मास की पूर्णिमा 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जायेगी। इस दिन भगवान के अवतार तथा महाभारत के रचैता कृष्ण द्वैपायन व्यास का प्राकट्य दिवस है जिन्हे हम सभी वेद व्यास के नाम से जानते है। उन्ही के सम्मान में व्यास पूर्णिमा, गुरु पूजन के नाम से भी जानते है। इस दिन गुरु पूजन का विधान है। गुरु पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरंभ में आती है। इस दिन से चार महीने तक परिराजक साधु संत एक ही स्थान पर बैठ कर ज्ञान की गंगा बहाते है, जिसे संत चातुर्मास भी कहते है।

शांति कुटी अमरकंटक के अनंतश्री विभूषित महामंडलेश्वर पूज्य संत स्वामी श्री रामभूषण दास जी महाराज बताते हैं कि भागवत गीता में भगवान कहते है तुम गुरु के पास जाकर सत्य को जानने का प्रयास करो, विनीत होकर जिज्ञासा करो और उनकी सेवा करो। अगर गुरु सेवा चाहिए तो आपको शिष्य बनना होगा। अपने आप को अनुशासित करने को तैयार हो वो ही शिष्य है। गुरु से विनीत होकर सुने व विनम्र भाव तथा सेवा और जिज्ञासा द्वारा गुरु से स्पष्ट ज्ञान प्राप्त करें। जब कोई इस तरह से अपने गुरु की कृपा व सामर्थ पर विश्वास करता है तो उनकी यह भावनाएं गुरु की चुंबक की तरह काम करती है। फिर गुरु की कृपा वर्षा थामने का नाम नही लेती है और आप पा जाते है जीवन का परम सौभाग्य, परम लक्ष्य, परम भक्ति। इसलिए कहते है भगवान की कृपा से गुरु मिलते है और जब गुरु कृपा हो जाय तो भगवान मिल जाते है। यही है गुरु की भक्ति और उनकी महिमा।

अमरकंटक के मैकल और सतपुड़ा की चोटियों पर अनेक तपस्वी, साधु, संत, गुरुजन विराजमान है। कुटिया, आश्रम, स्थान बना कर अपने भक्ति भाव में लीन है। इन्ही के द्वार पर गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर शिष्यों, भक्तो की अपार गुरु पूजन करने शिष्य पधारेंगे और कई भक्त गुरुमंत्र भी लेते है। गुरु स्थानों पर दिनभर भंडारे का आयोजन भी चलेगा।

श्रवण उपाध्याय

संजीवनी अस्पताल में डेंगू से युवक की मौत,डेंगू के 5 मरीज जिला चिकित्सालय में भर्ती

चार मरीज हैदराबाद से तो दो मरीज पुणे से लौटे थे वापस  अनूपपुर। जिला चिकित्सापलय अनूपपुर में डेंगू के 5 केस सामने आ चुके हैं। जिसमें 1 डेंगू ...