https://halchalanuppur.blogspot.com

शुक्रवार, 13 सितंबर 2024

सतर्क और जागरूक रहना हमारी पहली जवाबदारी है गलत होने पर पुलिस का काम शुरु हो जाता है- अनुराग शर्मा


सतर्क और जागरूक रहना ही बचाव का प्रमुख और सर्वश्रेष्ठ तरीका- पुलिस अधीक्षक

अनूपपुर। सायबर ठगी की बढती वारदातों को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के कान खड़े हो गये हैं । शुक्रवार को शहडोल पुलिस महा निरीक्षक अनुराग शर्मा और पुलिस अधीक्षक मोती उर्र रहमान ने सभी एसडीओपी की उपस्थिति में थाना प्रभारियों की क्लास लेते के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए सायबर ठगी से बचने के लिये जागरूकता और सतर्कता जरुरी बताया। 

पुलिस महा निरीक्षक अनुराग शर्मा ने कहा कि अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। हम ने लक्ष्य तय किया है कि अपराध होने से रोकना,अपराध होने पर आरोपी/ आरोपियों को चिन्हित करके उन तक पहुंचना। उनके विरुद्ध अभियोजन की कार्यवाही पूरी करके ,उन्हे सजा दिलवाने की पूरी कोशिश करना हमारा प्रमुख कार्य है।  सायबर क्राईम को रेखांकित करते हुए कहा कि बढते सायबर फ्राड पर नियंत्रण करना बड़ी चुनौती है। सायबर अपराध होने के बाद आरोपियों के मंसूबों को ध्वस्त कर‌ने के लिये बहुत ही कम समय होता है । इसलिए अपराध होने पर समय पर सही जगह सूचना और त्वरित कार्यवाही बहुत जरुरी है। आम जनता को यह समझना होगा कि जागरुकता ही बचाव का एकमात्र प्रभावी तरीका है। 

आईजी अनुराग शर्मा ने अनूपपुर जिले की पुलिसिंग की प्रशंसा करते हुए कहा कि अनूपपुर में बेहतर पुलिसिंग हो रही है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि पुलिस जनता के साथ सहृदयता से बात करें। पीडितों को सहानुभूति की जरुरत होती है। हमें भी पत्रकारों और समाज से सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा है। आईजी शर्मा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के हाथों में एण्ड्रायड फोन के रुप में बहुत ही शक्तिशाली उपकरण है। यह हमारे पूरे नियंत्रण में होना चाहिए । कोई भी मैटर शेयर करने के पहले सतर्क रहें। सतर्क और जागरूक रहना हमारी पहली जवाबदारी है और कुछ भी गलत होने पर पुलिस का काम शुरु हो जाता है।

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि फ्राड करने वाले सायबर अपराध में बल्क मैसेजिंग करते हैं। ऐसे मामलों मे शिकार होने पर तत्काल शिकायत दर्ज करवाना चाहिये। हमने इसके लिये सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिये  हैं। उन्होंने जनता को आगाह किया कि जब हम लापरवाह हो जाते हैं या अति आत्मविश्वास में होते हैं तो ठगी का शिकार हो जाते हैं। इसके लिये सतर्क और जागरूक रहना ही बचाव का प्रमुख और सर्वश्रेष्ठ तरीका है। उन्होंने बताया कि हमने तय किया है कि बैंक,पुलिस थाने और पीडि़त हमारे सीधे संपर्क में होंगे ताकि त्वरित कार्यवाही हो सके। पत्रकारों ने इस अवसर पर पुलिस और कानून व्यवस्था से जुड़े विभिन्न मुद्दों की ओर आई जी और पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकृष्ट किया गया।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तीसरी लाइन परियोजना: 30 सितंबर से 11 अक्टूबर तक बंद होगी 14 जोड़ी ट्रेने

बीरसिंहपुर पाली स्टेशन को तीसरी रेल लाइन जोड़ने का होगा कार्य, नर्मदा,अम्बिकापुर-जबलपुर, रीवा-बिलासपुर ट्रेने शामिल  अनूपपुर। अनूपपुर से गुजर...