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गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

पका हुआ भोजन विक्रय घर पहुंच सेवा दे सकते हैं होटल रेस्टोरेंट

सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से करना होगा पालन
अनूपपुर ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से सक्षम हैं, किंतु विभिन्न समस्याओं के चलते हुए स्वयं भोजन पका नही सकते, ऐसी समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने शुक्रवार को अपने आदेश में भोजनालय, होटल, रेस्टोरेंट, केटरर्स आदि को प्रात: 9 से दोपहर 12 बजे में पके हुए खाद्य पदार्थों की होम डिलीवरी की अनुमति दी है।
इस दौरान खाद्य सामग्री के निर्माण एवं होमडिलीवरी में सोशल डिस्टेंसिंग मानकों का पालन करते हुए खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। आदेश में कहा किसी भी स्थिति में होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय आदि किसी परिसर में आमजनो को भोजन नहीं देगे, यह सुविधा सिर्फ  होम डिलीवरी के लिए है। सुविधा प्रारम्भ करने से पूर्व सम्बंधित होटल, भोजनालय, रेस्टोरेंट संचालक को सम्बंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी कार्यालय में सूचना देनी होगी कि उनके द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग मानको का कड़ाई से पालन किए जाने की व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है, इसके बाद ही वे भोजन की घर पहुंच सेवा चालू कर सकेंगे।



शराब के लिए कोल्ड स्टोरेज से महुआ का परिवहन पर जोर, नियमों में छूट का फायदा

बिना कागज,बिना पूछपरख आसनी से दूसरे जिले के शराब व्यावसाईओं तक पहुंच रहा
अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव  के लिए सरकार की लॉकडाउन गाइड लाइन में कोल्ड स्टोरेज से महुआ जैसे वस्तु पर परिवहन के लिए कोई छूट नहीं की गई है। इसमें खाद्य वस्तुओं के लिए वाहनो को परिवहन की व्यवास्था दी गई है। परिवहन की छूट का फायदा उठाते हुए शराब में प्रयोग होने वाले महुआ का परिवहन कोल्ड स्टोर से दिन-रात चालू है। जो अन्य जिलो के लिए परिवहन होता है।
लोगो का आरोप है की प्रशासन छोटे-मोटे दुकानदारों पर लाकडॉउन पालन करने का जोर दिखाते हैं लेकिन जहां से लॉकडॉउन उलंघन कर बड़े व्यावसाई परिवहन इसका सीध फायदा उठा रहे है इस मौन है। महुआ व्यावसाई कहीं इस लाकडाउन का फायदा उठाकर बिना कागज के एक से दूसरे जिलो में परिवहन चोरी छुपे समय से पहले पूरा करने का प्रयास तो नही। कहीं इसके कोई बड़ी साजिश तो नही हो रही। प्रदेश में सरकार ने शराब की बिक्री पर रोक लगा दी है लेकिन जिले भर के गांव गांव में शराब बनाने का कारोबार तेजी से जारी हो रहा है। शराब कारोबारी को  गांवो की दुकानों में महुआ  आसानी से मिल रहा है।
केंद्रीय जिला डाउननियर मी कोल्ड स्टोरेज छूट प्रदान की गई लेकिन जिला मुख्यालय स्थित शीतगृह से फुटकर छूट का गलत फायदा उठा रहा है। जानकारी के अनुसार महुआ का परिवहन बड़े ही शातिर तरीके से किया जा रहा है गाडिय़ों में खाद्य सामग्री का बैनर चस्पा कर गाड़ी में पहले महुआ फिर चावल की बोरियो व अन्य खाद्य समाग्री रख कर छिपा दिया जाता है। इस तरकीब से महुआ व्यावसाई आसानी से परिवहन करते है ताकि शराब व्यावसाईयों को पहुंचा सकें।

इस सम्बंध में एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी ने कहा कि जारी दिशानिर्देशो में महुआ परिवहन की छूट का उल्लेख नही है। बिना कागजों के परिवहन की जानकारी मिली है, कार्यवाही की जायेगी।

एसडीएम सोशल डिस्टेंसिंग का पढ़ाया पाठ, एक दुकान पर कार्यवाही

अनूपपुर लाकडाउन के दौरान आम लोगो को किसी भी तरह परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन विभिन्न क्षेत्रो का दौराकर जायजा ले रहे है और सोशल डिस्टेंसिंग मापदंडों के पालन के लिए प्रेरित कर रहे है। अनुविभिागिय दण्डाधिकारी कमलेश पुरी, तहसीलदार भागीरथ लहरे एवं नगर निरिक्षक भालूमाड़ा आरएन आर्मो सहित गुरूवार को पसान, भालूमाड़ा एवं जमुना कालरी का दौराकर लाकडाउन का पालन न करने वालो को चेताया और समझाइस दी। इस दौरान एसडीएम उचित मूल्य की दुकान का निरिक्षण किया जहां लोगो को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया। उन्होने सेल्समैन का इसके पालन के निर्देश देते हुए आये लोगो सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशो का पालन कराने के निर्देश दिये। इस दौरान भालूमाड़ा नगर निरिक्षक आरएन आर्मो ने बंद के बाद भी दुकान खोलने पर एक दुकान पर धारा 188 की कार्यवाही की गई।


18 अप्रैल को तीसरा कफ्र्यू, घर से निकलना पूर्ण प्रतिबंध

मेडिकल स्टोर्स को प्रतिबंध से रखा मुक्त,दूध विक्रय सुबह 6 से 9 तक
अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर ने तीसरा कफ्र्यू 18 अप्रैल को प्रात: 1 बजे से रात्रि 12 बजे तक के लिए सम्पूर्ण जिले में कफ्र्यू दिवस घोषित किया है। जिला दंडाधिकारी ने गुरूवार को जारी आदेश में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 में प्रदत्त शक्तियों को उपयोग में लाते हुए 18 अप्रैल को कफ्र्यू दिवस घोषित करते हुए दो/चार पहिया वाहन, राशन, सब्जी एवं आम नागरिक से संबंधित सभी प्रकार की अति आवश्यक सेवाएं पूर्णत: बन्दी के साथ किसी भी व्यक्ति के घर से निकलने पर पूर्णत: प्रतिबंध किया है। इस दौरान घर-घर जाकर दूध बांटने वाले दूध विक्रेता सुबह 6 से 9 बजे तक कफ्र्यू प्रतिबंध से मुक्त रखा है। जिले के समस्त मेडिकल स्टोर्स भी इस प्रतिबंध से मुक्त रहेगें। साथ् ही जिले में स्थापित मोजर वेयर पावर प्लांट जैतहरी, अमरकंटक ताप विद्युत केन्द्र चचाई, सोडा फैक्ट्री बरगवां (अमलाई) तथा जिले के समस्त एसईसीएल प्रबन्धन कार्य करने हेतु उक्त कफ्र्यू प्रतिबंध से मुक्त रहेने का आदेश दिया है। उन्होने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए स्वच्छता एवं सोशल डिस्टेंशिंग से सम्बन्धित समस्त नियमों का पालन करना सुनिश्चित करेने की बात कहीं है।

नपा अमरकंटक ने जरूरतमंदो तक पहुंचकर दिया राशन

अनूपपुर/अमरकंटक कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए लाकडाउन होने से पवित्र नगरी में तीर्थयात्री अपने घरो तक नही जा सके है, उनके लिए अमरकंटक नगर के जनप्रतिनिधि एवं नगर के प्रबुद्ध जनो ने मानवीय धर्म को सतत व पवित्र भाव से अपनाते हुए लोगो से अनाज सग्रंह कर उसे तीर्थयात्रीयों सहित गरीब असहायो सहित ऐसे परिवार जिनके पास राशन कार्ड नही है, जिनकी स्थिति दयनीय है,जिन्हे राशन की अत्यधिक आवश्यकता एवं  ऐसे लोग जो लॉकडाउन के दौरान अमरकंटक में फंसे हुए है। उन लोगो तक पहुंचा रहे है। गुरूवार को संग्रह राशन का पैकेट बनाया कर नगर के विभिन्न स्थानों में जाकर जरूरतमंदो को राशन की थैली पहुंचाई गई। इस कार्य में नगर परिषद अध्यक्ष प्रभा पनाडिय़ा,उपाध्यक्ष रामगोपाल द्विवेदी,पार्षद बबिता सिंह, वंदना मिश्रा, रूपेश द्विवेदी सहित अन्य लोगो ने अपना सहयोग दिया।

कोरोना से लड़ाई में एमबी पावर ने दिया इंफ्रारेड थर्मामीटर एवं पीपीई किट

सतत रूप से प्रशासन को सहयोग का दिया आश्वासन
अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु एमबी पावर जैतहरी जिला प्रशासन के कोरोना युध्द अभियान में समस्त निर्देशो के पालन करते हुए सहयोग कर अपनी सहभागिता निभा रहा है। प्लांट हेड एवं सीईओ एमबीपावर जैतहरी बीके मिश्रा,एचआर एडमिन हेड आरके खटाना के गुरूवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर से मिलकर एक इंफ्रारेड थर्मामीटर एवं 5 पीपीई किट सौंप कर पूरे मदद की बात कहीं। ज्ञात हो कि इसके पूर्व एमबी पावर ने दो वैंडिलेटर जिला चिकित्सालय को दिया था।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने इस सहयोग हेतु समस्त एमबी पावर प्रबंधन को धन्यवाद हुए कहा लॉकडाउन के समय अनुमति प्राप्त संस्थानों से अपेक्षित है कि वे कार्यस्थल को नियमित रूप से सैनिटाईज करें एवं कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की अनिवार्य पालना किया जाय। उन्होने कार्य हेतु लॉक-इन व्यवस्था के लिए एमबी पॉवर प्रबंधन को निर्देश दिए हैं। प्लांट हेड ने कोरोना से लड़ाई के इस अभियान में सहयोग करने एवं शासन के समस्त निर्देशो के अनुपालन की बात कही।

दूसरे दिन 2 किसानो से 20.50 क्विंटल गेंहू की हुई खरीदी

जिन किसानो की फसल की अभी कटाई नही हुई है उन्हें पुन: भेजा जाएगा एसएमएस
अनूपपुरसोशल डिस्टेंसिंग मापदंडों की अनुपालना के बीच अनूपपुर जिले में बुधवार को उपार्जन की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। पहले दिन 2 किसानों अपनी उपज का विक्रय किया। दूसरे दिन गुरूवार को गेंहू खरीदी केन्द्र कोतमा में 2 किसानो से 20.50 क्विंटल गेंहू  सोशल डिस्टेंसिंग मानको का पालन करते हुए खरीदी गई। इससे पहले उपार्जन केंद्र में लगे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, हम्मालों एवं श्रमिकों की स्वास्थ्य दल द्वारा जाँच की गयी।

जिला खाद्य अधिकारी विपिन पटेल ने बताया कि जिन कृषकों को मेसेज किया गया था, उनकी फसलो की कटाई अभी नही हुई है, जिन्हे आगामी दिनों में पुन: एसएमएस भेजा जाएगा। उन्होने बताया कि रबी उपार्जन हेतु जिले में कुल 8 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं, प्रत्येक केंद्र हेतु एनआईसी भोपाल से प्रतिदिन 6 कृषकों को उपार्जन हेतु एसएमएस भेजा जाता है। ज्ञात हो जिले में गेहूं के उपार्जन हेतु 1609 कृषकों ने पंजीयन कराया है।

कम मांग और कम ग्रहकी से सब्जी और फल ठेलों वालो का परिवार का खर्चा मुश्किल से

कोरोना का असर कम बिकवाली में परिवार का भरण पोषण हो रहा कठिर्न, संकट से उभरने लगेंगे महीनों
अनूपपुरकोरोना संक्रमण का प्रभाव व्यापार जगत को सबसे अधिक प्रभावित किया है, जिसमें सबसे अधिक प्रभावित असंगठित क्षेत्र के श्रमिक, जिनके घर का खर्चा प्रतिदिन मेहनत के बाद ही चलता है। इनमें कभी बाजारों में फुटपाथों पर तो कभी ठेला के माध्यम से गलियों में फेरी लगाकर सब्जी और फल बेचने वालों कोरोबारियों की तो कोरोना में कमर ही टूट सी गई है। लॉकडाउन के कारण जहां पूरी दुनिया घरों में कैद है, ऐसी स्थिति में जान जोखिम और परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी सम्भाले दर्जनों सब्जीबाला और फल ठेला पर घर-घर लोगों को पहुंचाने के काम में जुटे है। लेकिन संकट की इस घड़ी में जहां जान पर बात आ पड़ी है वहीं बाजार में सब्जियों और फल की कम आवक के साथ ग्राहकों की कम मांग ने इनके परिवार के जीवनयापन को परेशानियों में डाल दिया है।
प्रशासन के निर्देश में ठेला पर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक सब्जियों और फल लेकर वार्डो में बेचने वाले संतोष महरा का कहना है कि इस कोरोना में उनका कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोगों के पास रोजगार के साथ आय के साधन भी फिलहाल नहीं है। उसके बाद बाजार की सारी दुकानें बंद है, वाहनों की कम संख्या में आवाजाही हो रही है। जिसके कारण उनकी मांगों के अनुसार सब्जियां भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। जो उपलब्ध हो रही है वह महंगा है, जिसे सुनकर ग्राहक भी खरीदी में हाथ खींच रहे हैं। थोक व्यापारियों का थोड़ी बहुत कर्ज भी आ रहा है। इसमें दो तरह की परेशानियां बनती है, एक महंगाई के कारण शाम तक सब्जियां बच जाती जो खराब हो जाती है, वहीं कम मांग पर आय कम होता है। जिसमें सब्जियों के मंगवाने तथा बेचने के उपरांत मुनाफा शून्य मालूम पड़ता है। दिनभर में ५० - ७० रु. सब कुछ काट कर मिल जाते है। शासन द्वारा दिया जा रहा राशन से ही परिवार का भरण पोषण किया जा रहा है। उनका कहना है कि अगर लॉकडाउन की अवधि बढ़ती है या हटती है तो पूर्व की तरह कारोबार करने और आय अर्जित करने में कुछ माह का समय लगेगा।

फल का हाथ ठेला लगाने वाले दान बहादुर राठौर का कहना है कि कारोबार पूरी तरह टूट सा गया है। सभी फल  बाहर से आते है जो नामात्रा के लिए आ रहे है। लगातार फलो की आवक न होने से दाम बढ़े है जिससे ग्रहकी कम होती है। हम छोटे कारोबारी दिनभर मेहनत कर जो लाभ आता है उससे ही भविष्य की दीवार खड़ी करते हैं। लेकिन अभी तो माहभर से कारोबार न के बराबर चल रहा है। प्रशासन के निर्देश में तीन घंटे में पूरा नगर भी नहीं फेरी लगा पाते हैं। जो खरीदार भी मिलता है वह कम फल की मांग रखता है। दान बहादुर का कहना है कि पूर्व में दिनभर में 500-700 रूपए का मुनाफा आ जाता था, लेकिन अब घर से ही नुकसान सहना पड़ रहा है।

वहीं गांव से किसानों द्वारा सब्जियों को बाजार नहीं उतारने से उनकी रोजी रोटी के अब लाले पड़ते नजर आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह भी है कि अब पूर्व की भांति लोगों के पास पर्याप्त पैसे और काम भी नहीं है। जब काम ही नहीं होगा तो बिना पैसे खरीदारी भी कैसे करेंगे। सब्जी कारोबारियों ने बताया कि सरकार ने किसान, गरीब परिवारों के लिए राशन के साथ अन्य राहत अनुदान दिया है, लेकिन हम छोटे कारोबारियों के लिए अबतक किसी प्रकार की मदद की घोषणा सरकार ने नहीं की है।

बुधवार, 15 अप्रैल 2020

पहले दिन 2 किसानो ने किया अपनी फसल का विक्रय

सोशल डिस्टेंसिंग अनुपालना के साथ प्रारम्भ हुई उपार्जन प्रक्रिया
जिन किसानो की फसल की अभी कटाई नही हुई है उन्हें पुन: भेजा जाएगा एसएमएस
अनूपपुर सोशल डिस्टेंसिंग मापदंडों की अनुपालना के बीच अनूपपुर जिले में बुधवार को उपार्जन की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। प्रथम दिवस 2 किसानों ने सोशल डिस्टेंसिंग मानको का पालन करते हुए अपनी उपज का विक्रय किया। इससे पहले उपार्जन केंद्र में लगे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, हम्मालों एवं श्रमिकों की स्वास्थ्य दल द्वारा जाँच की गयी।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा स्वास्थ्य दल को उपार्जन से जुड़े सभी व्यक्तियों की नियमित रूप से जाँच करने के आदेश दिए गए हैं। जिला खाद्य अधिकारी विपिन पटेल ने बताया कि जिन कृषकों को मेसेज किया गया था, उनकी फसलो की कटाई अभी नही हुई है, जिन्हे आगामी दिनों में पुन: एसएमएस भेजा जाएगा। उन्होने बताया कि रबी उपार्जन हेतु जिले में कुल 8 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं, प्रत्येक केंद्र हेतु एनआईसी भोपाल से प्रतिदिन 6 कृषकों को उपार्जन हेतु एसएमएस भेजा जाता है। ज्ञात हो जिले में गेहूं के उपार्जन हेतु 1609 कृषकों ने पंजीयन कराया है।

कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि उपार्जन केंद्रो पर सिर्फ वे ही किसान अपनी उपज लेकर आवे जिनको खाद्य विभाग द्वारा उनके मोबाइल पर एसएमएस भेजा गया है। इसके अलावा उपार्जन हेतु किसानो को पृथक से कोई ई-पास जारी नहीं किया जाएगा। उपार्जन केंद्र प्रभारी भी कृषकों को सूचित करेंगे। कृषक भाइयों को अकेले आने की हिदायत दी गई है। पुलिस द्वारा एसएमएस प्राप्त किसानो को ही उपार्जन केंद्र तक जाने की अनुमति दी जाएगी। कलेक्टर ने अपील की है कि किसान भाई खरीदी केंद्रों पर फेस मास्क अथवा चेहरे पर गमछा या रुमाल बांधकर अवश्य आएं। वृद्ध एवं बीमार व्यक्ति उपार्जन केंद्र पर न आएँ, आवश्यक होने पर नामित व्यक्ति को भेजें।

कोरोना संक्रमण से संरक्षण हेतु समग्र आयामों पर करना होगा कार्य - सांसद

संरक्षण योजना वी केयर का सांसद ने किया शुभारम्भ
जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक आगामी कार्ययोजना पर हुआ मंथन
अनूपपुर जिला प्रशासन के विभिन्न अंगो स्वास्थ्य, प्रशासन, पुलिस, विद्युत एवं अन्य विभागों के शासकीय सेवकों तथा समाजसेवियों द्वारा कोरोना संक्रमण से अनूपपुर जिले को मुक्त रहने, आमजनो एवं जरूरतमंदो को आवश्यक सुविधाएँ मुहैया कराने हेतु अब तक किए गए प्रयास की सराहना की एवं स्वास्थ्य जाँच की स्थिति, विभिन्न स्वास्थ्य उपकरणो,पीपीई किट, आइसोलेशन वार्ड एवं आइसोलेशन कैम्प की क्षमता एवं सुविधाओं के सम्बंध विस्तार से सम्बंधित अधिकारियों से चर्चा की एवं सतत रूप से निगरानी करते रहने एवं आवश्यकताओं के सम्बंध में शीघ्र उच्च स्तर को अवगत कराने एवं नियमित रूप से सम्पर्क में रहने के निर्देश जिला संकट प्रबंधन समूह की बुधवार को आयोजित में सांसद शहडोल हिमाद्रि सिंह ने दिए।
उन्होने कहा कि एक ओर एहतियातन कदम महत्वपूर्ण हैं, वहीं बेसहारा वर्ग का संरक्षण भी आवश्यक है, इस कार्य को प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ करे। कठिन समय में जिम्मेदारी का बोझ बढ़ता है और हम सभी को दोगुनी ऊर्जा से इस दिशा में कार्य करना होगा। अनूपपुर का नागरिक चाहे वह किसी भी जिले अथवा प्रदेश में हो, उसके हितों का संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। सांसद कु छ विशेष दवाइयों की अनुपलब्धता की आमजनो द्वारा उल्लेखित समस्या पर ध्यान आकृष्ट करते हुए इस हेतु विशेष अधिकारी को नियुक्त करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल ने कालाबाजारी पर नकेल कसने एवं गरीब बेसहारा वर्ग के लोगों को प्राथमिकता के साथ खाद्यान्न आवंटन करने की बात कही गयी। जिस पर कलेक्टर ने अवगत कराया कि कालाबाजारी पर निगरानी रखी जा रही है एवं कार्यवाहियाँ की जा रही है। आगामी दिवसों में निगरानी और सख्त की जाएगी। बेसहारा वर्ग के लोगों को प्राथमिकता के साथ खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है, विशेष परिस्थिति में होने पर नागरिक जिला स्तरीय कंट्रोल रूम नम्बर 07659-222563 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं।
बैठक में पूर्व विधायक रामलाल रौतेल, पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, सीईओ जिला पंचायत सरोधन सिंह, अपर कलेक्टर बीडी सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बीडी सोनवानी, सहित अन्य जनप्रतिनिधि, समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, जिला संकट प्रबंधन समूह के सदस्य, औद्योगिक संस्थानो के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
संरक्षण योजना- वी केयर का किया शुभारम्भ

सांसद ने गरीब बेसहारा परिवारों का विशेष ध्यान रखने के उद्देश्य से जिले में संरक्षण योजना- वी केयर का शुभारम्भ किया गया। योजना में जिला प्रशासन द्वारा बेसहारा वर्ग एवं अत्यंत गरीब परिवारों का चयन कर उन्हें स्वच्छता एवं खाद्य सामग्री का किट वितरित किया जाएगा। इस प्रयास के माध्यम से गरीब बेसहारा वर्ग को संरक्षण प्राप्त होगा साथ ही समाज में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा हेतु अपेक्षित आचरण एवं सावधानियाँ बरतने की जागरूकता का भी प्रसार होगा। प्रारम्भिक तौर में सम्पूर्ण जिले में 5000 परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा। इस हेतु पुष्पराजगढ़ में 2500 किट, जैतहरी में 1200 किट, अनूपपुर में 800 किट एवं कोतमा विकासखंड में 500 किट का वितरण किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि योजना के क्रियान्वयन हेतु सांसद हिमाद्रि सिंह की पहल पर एसईसीएल द्वारा 25 लाख रुपए की राशि प्रदान की गयी थी। साथ ही अनूपपुर ज़िले के समाजसेवियों एवं जागरूक नागरिकों द्वारा अनूपपुर आपदा राहत कोष में प्रदान की गयी राशि का प्रयोग इस योजना के क्रियान्वयन हेतु किया जाएगा।
इस किट में 1 नहाने का साबुन, 1 हाथ धोने का साबुन, 1 किलो डिटर्जेंट, 180 मिली सैनिटाईजऱ की बॉटल, 100 ग्राम ब्लीचिंग पाउडर तथा 4 मास्क दिए जाएँगे। इसके साथ ही खाद्य सामग्री में 2 किलो दाल, 2 किलो आलू, 1 किलो प्याज़ एवं 1 लीटर तेल शामिल है। 1 किट की अनुमानित लागत 500 रुपए है। वितरण हेतु परिवारों के चयन में विधवा एवं महिला मुखिया गरीब परिवार, दिव्यांग गरीब परिवार, बेसहारा, असहाय बृद्ध परिवार, पात्रता पर्ची विहीन गरीब परिवार, भूमिहीन, दिहाडी मजदूर, बैगा परिवार को प्राथमिकता दी जाएगी। उक्त परिवारों के चयन की कार्यवाही ग्राम पंचायत स्तर पर गठित संबंधित हल्का पटवारी, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक की कमेटी करेगी। सांसद द्वारा समिति को संवेदनशील एवं निष्पक्ष रूप से परिवारों का चयन करने के निर्देश दिए गए हैं।


धारा 144 का उल्लंघन पर किरान दुकान पर की गई कार्यवाही

अनूपपुर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन में किराना दुकान खोलकर बिक्री करने की शिकायत पर बुधवार को व धारा 144 का उल्लंघन पर धारा 188 का मामला दर्ज किया गया। कोतमा एसडीएम अमन मिश्रा, नायब तहसीलदार पंकज नयन तिवारी,खाद्य निरीक्षक प्रदीप त्रिपाठी, खाद्य अधिकारी कोतमा सीमा सिन्हा,खाद्य औषधी निरीक्षक रामेन्द्र सोनी, जिला नाप तौल अधिकारी एसके निगम एवं आरक्षक सुभम सहित कोतमा नगर भ्रमण के दौरान हिमांशू किराना स्टोर संचालक राकेश कुमार गुप्ता के द्वारा आधा शटर खोलकर समान विक्रय किया जा रहा है। इसके साथ ही मूल्य से अधिक विक्रय की शिकायत भी थी जिसपर खाद्य निरीक्षक प्रदीप त्रिपाठी स्वयं सामान ग्रहक बन समान लेने पहुंचे जिन्हे सही मूल्य पर मिला। दुकानदार पर धारा 144 का उल्लंघन मानते हुए धारा 188 की कार्यवाही की गई। साथ ही आवश्यक वास्तु अधिनियम की धारा 3/7 के साथ जिला प्रशासन द्वारा जरूरी आवश्यक वास्तु मूल्य नियंत्रण के निदेशो के उल्लंघन पर भी कार्यवाही की गई।  

रेलवे मजदूर कांग्रेस ने मनाई अम्बेडकर जयंती

अनूपपुर। रेलवे मजदूर कांग्रेस शाखा अनूपपुर शिवम् रेलवे कालोनी में सोसल डिस्टेंस रखते हुते भारत रत्न डाक्टर भीमराव अम्बेडकर जयंती पर मनाई। सहायक सचिव सदाशिव पांडे ने बताया की एसटीएससी एसोशिएशन के सहायक सचिव पीआरराव ने अम्बेडकर के छाया चित्र में पुष्प, दीप प्रज्ज्वलित कर नमन किया। मजदूर कांग्रेस के संयुक्त महामंत्री लक्ष्मण राव ने बताया की बिलासपुर रेलवे जोन के रेलवे मजदूर कांग्रेस के महामंत्री के एस मूर्ति एवं एस टी एस सी एसोशिएशन के जोनल महामंत्री प्रभात पासवान के संयुक्त आहृवान पर दोनों रेलवे संगठन ने नागपुर, रायपुर, बिलासपुर मंडल में अम्बेडकर जयंती जयंती मनाई गई। इस दौरान शाखा के संजीव राव, बी एस जोशी,आरके साहू,थान सिंह,सतीश चौधरी, गौतम कर्माकर सहित अन्य उपस्थित रहे।

मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

बिना उपकरणो के घर-घर हो रही कोरोना की जांच,सर्दी बुखार की जानकारी तक सीमित स्वास्थ्य अमला

100 इंफ्रारेड थर्मोमीटर की जरूरत, 5 से चला रहे काम थोड़ी चूक पड़ सकती है भारी
अनूपपुर कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को नियंत्रण करने के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री ने 3 मई तक लाकडाउन बढ़ाने के बाद प्रशासन और सर्तक हो गया है। दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के कारण मरीजों की सुरक्षा में अपनाए जाने वाले उपकरण स्वास्थ्य अमले के पास इंफ्रारेड (नॉन कॉन्टेक्ट) थर्मामीटर ही नहीं है। पूर्व में कलेक्टर ने 200 थर्मामीटर की मांग रखी थी, उपकरण की उपलब्धता कम होने पर 100 की डिमांड भेजा, लेकिन इसमें भी पांच थर्मामीटर ही उपलब्ध हो सके हैं। 97 थर्मामीटर के एकाध दिनों में उपलब्धता होने की सम्भावना जताई गई है। जिला चिकित्सालय सहित विकासखंड स्तर सीएचसी स्वास्थ्य केन्द्र मुख्यालय में 100 इंफ्रारेड थर्मामीटर की जगह मात्र 5 थर्मामीटर हैं। इनमें जिला चिकित्सालय में एक तथा कोतमा, जैतहरी,पुष्पराजगढ़ एवं अनूपपुर विकासखंड सीएचसी केन्द्र पर एक एक थर्मामीटर उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा जिले के लिए 110 किट ही उपलब्ध है।
कोरोना संक्रमण की वास्तविक जानकारी के लिए जिला प्रशासन द्वारा 26 मार्च से जिलेभर में 574 ग्राम पंचायतों में ग्राम स्तर पर आशा, एनएमएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सेक्टर स्तर पर 33 दल को घर घर मरीजों की जांच पड़ताल करने की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें 26 मार्च से आरम्भ हुए स्क्रीनिंग कार्य में 13 अप्रैल तक जिलेभर में 706899 नागरिकों की प्रारम्भिक जांच पड़ताल की है। जिसमें 14957 बाहर से आए व्यक्तियों की संख्या, 83 विदेश भ्रमण कर लौटे नागरिक, 11469 होम क्वारंटीन के लिए निर्देशित नागरिक, सर्दी से पीडि़त 3962 नागरिक, खांसी से 2788 पीडि़त नागरिक,बुखार से 14210 प्रभावित नागरिक तथा सांस लेने की समस्या से 95 नागरिकों की सूची सामने आ सकी है। इसमें अबतक स्वास्थ्य विभाग द्वारा 29 लोगों का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया, जो निगेटिव आए हैं। लेकिन सबसे आश्चर्य की बात यह रही कि जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा अबतक घर घर जाकर कराएग सर्वेक्षण में सारी रिपोर्ट बिना उपकरण जांच के कराए गए है। इसमें स्वास्थ्य अमला टीमों द्वारा मौखिक रूप में घर के सदस्यों की जानकारी ली गई, जिसमें बाहर से आए लोग, बीमार, सर्दी, खांसी, सांस लेने की तकलीफ शामिल रही। किसी भी व्यक्ति या घर के सदस्यों जो सर्दी खांसी या बुखार से भी प्रभावित रहें, उनकी इंफ्रारेड थर्मामीटर से रीडिंग नहीं की।
अनूपपुर जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है जहां आदिवासी परिवार जूड़ी-बूटियों पर अधिक विश्वास करते हुए बीमारी के दौरान सेवन करते हैं। कोरोना संक्रमण के प्रभाव और उसके दुष्परिणामों की थोड़ी भी गम्भीरता नहीं है। ऐसे हालात में स्वास्थ्य अमले द्वारा एकमात्र बेहतर विकल्प थर्मामीटर से बुखार सहित किट की जांच के माध्यम से सम्भावित मरीजों की जांच पड़ताल किया जाना उचित रहता। जिसमें संदेही नागरिकों के लिए रजिस्टर में जांच लिखकर घेरा लगाते हुए बाद में सम्बंधित मरीज की जांच लैब द्वारा कराया जाता। इसमें सर्दी, खांसी और बुखार के साथ सांस लेने में प्रभावित मरीजों की वास्तविक जांच सामने आ पाता और एरिया से कोरोना जैसे आशंका मिटती जाती। स्वास्थ्य अमला द्वारा किए जा रहे स्क्रीनिंग मामले में खुद स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि कोरोना के लक्षणों और घर के सदस्यों द्वारा अमले को दी जा रही जानकारी पर्याप्त नहीं है। इनमें अधिकांश परिवार जांच पड़ताल की झंझट से जानकारी में झूठी जानकारी दर्ज करा देते हैं। यहां तक जिले की सीमा में बाहरी लोगों के प्रवेश तथा उनके जांच पड़ताल में भी थर्माल स्क्रीनिंग की कमी के कारण उनकी वास्तविक रोग लक्षण सामने नहीं दिख पाते। यहीं कारण है कि कोरोना से अबतक अछूते रहे जिले में 29 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए।
ऐसे बढ़ा सैम्पल का आंकड़ा
19 दिनों में घर घर जाकर किए गए सर्वे कार्य और बाहर से आए लोगों की जांच में अबतक 29 सैम्पल लिए गए हैं। जो निगेटिव हैं, यह राहत की बात है। लेकिन दिनोंदिन बढ़ रहे सैम्पल के आंकड़े से संक्रमण के बढ़ते प्रकोप या अधिक जांच में मरीजों की पहचान दोनों सामने आई। जानकारी के अनुसार 5 अप्रैल को जिले में 2 सैम्पल लिए गए, 9 अप्रैल को 9 अन्य लोगों के सैम्पल जांच के लिए भेजे गए, जबकि 10 अपै्रल को 20 लोगों का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया, इस प्रकार कुल 29 लोगों का सैम्पल भेजा गया और निगेटिव आए।

इस संबंध में जिला चिकित्सालय के अधिक्षक डॉ.एससी राय ने बताया कि शासन से लगभग 100 से अधिक इंफ्रारेड थर्मामीटर की मांग की गई थी। लेकिन अनुपलब्धता के कारण वर्तमान में मात्र 5 हैं। 17 अप्रैल तक हमे और उपलब्ध हो जाएंगे।

कलेक्टर ने किया आइसोलेशन कैम्प का निरीक्षण, छग से आए 150 श्रमिकों का जाना हाल

अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु जिला प्रशासन एक ओर सीमाओं की सुरक्षा एवं सघन स्वास्थ्य जाँच की जा रही है, वहीं लॉकडाउन के दौरान आमजनो को आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने हेतु भी सतत रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही पलायन कर रहे श्रमिकों को भी भोजन एवं संरक्षित आवास हेतु प्रयास किए जा रहे हैं।
मंगलवार कोकलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने व्यवस्थाओं का जायजस लेने पुष्पराजगढ़ अनुविभाग में स्थापित आइसोलेशन कैम्प शासकीय उत्कृष्ट छात्रावास लखौरा का निरीक्षण किया। यहा पर वर्तमान में प्रदेश और अन्य जिलो से आए 4 लोगो को रखा गया है। 14 दिन क्वॉरंटीन पूर्ण होने पर कोई भी अनापेक्षित लक्षण न पाए जाने पर ये नागरिक अपने घर जा सकेंगे। निरीक्षण के दौरान आइसोलेशन कैम्प की व्यवस्था संतोषज जताया। उल्लेखनीय है कि जिले में हर विकासखंड में आइसोलेशन कैम्प स्थापित हैं जिनमे वर्तमान में 196 व्यक्तियों को आइसोलेशन में रखा गया है।
इसके साथ ही कलेक्टर ने लखौरा मे रह रहे किरगी बिलासपुर के 150 श्रमिकों से मुलाकत की गई, एवं उनके भोजन, आवास व्यवस्था, स्वास्थ्य जाँच एवं सैनिटाईजेशन के सम्बन्ध मे आवश्यक निर्देश दिये गये। उल्लेखनीय है कि श्रमिकों को जिला प्रशासन द्वारा 6 क्विंटल चावल उपलब्ध कराया गया है। इस दौरान एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया,सीईओ जनपद पुष्पराजगढ़ एमपी सिंह सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।


दुर्ग-छपरा-दुर्ग विशेष पार्सल ट्रेन के परिचालन में विस्तार

अनूपपुर आवश्यक वस्तुओं जैसे खाद्य सामग्री, दवाएं, चिकित्सा आपूर्ति, चिकित्सा उपकरण, खाद्य तेल, आदि आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु रेलवे प्रशासन द्वारा पार्सल गाडियां चलाई जा रही है तथा परिचालन में विस्तार किया जा रहा है। इसी कडी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने वाली 00875/00876 दुर्ग - छपरा - दुर्ग समय सारिणीबद्ध विशेष पार्सल ट्रेन के परिचालन में विस्तार किया जा रहा है। पूर्व में इस गाड़ी को दुर्ग से 18 अप्रैल को तथा छपरा से 20 अप्रैल को चलाने की घोषणा की गई थी।
पार्सल उपभोक्ताओं की मांग व सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस गाड़ी के परिचालन  में 3 फेरे के लिए विस्तार किया जा रहा है। अब गाडी दुर्ग से 15, 18, 20 एवं 24 अप्रैल तथा छपरा से 17, 20, 22 एवं 26 अप्रैल को चलेगी। इसप्रकार यह दुर्ग-छपरा-दुर्ग के मध्य 4 फेरे के लिए चलेगी। गाड़ी का ठहराव दोनों दिशाओं में रायपुर, उसलापुर, पेण्ड्रारोड, अनूपपुर, शहडोल, कटनी, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी स्टेशनों में दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से 4 विशेष पार्सल गाडिय़ों का परिचालन 25 अप्रैल तक चलाई जा रही है। इन पार्सल ट्रेनों के माध्यम से वस्तुओं के परिवहन हेतु इच्छुक पार्टियां इस सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। इनस सम्बन्ध में हेल्पलाइन नंबर 138 पर भी प्राप्त की जा सकती है साथ ही  इच्छुक पार्टियां/व्यक्ति मुख्यालय में 9752475973, बिलासपुर मंडल में 7869964376, रायपुर मंडल में 9752877995 एवं नागपुर मंडल में 8600109149 मोबाइल नंबरो पर भी संपर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते है।

कोरोना संक्रमण से गरीब, बेसहारा वर्ग के लोगों की सुरक्षा हेतु की जा रही है पहल – कलेक्टर

सांसद की पहल पर 15 अप्रैल को शुभारम्भ होगा संरक्षण योजना-वी केयर ,एसईसीएल एवं समाजसेवियों से प्राप्त हुआ सहयोग
अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव का महत्वपूर्ण आयाम जागरूकता है। साथ ही समस्त निवासियों का जिम्मेदार आचरण एवं आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता। गरीब बेसहारा परिवारों का विशेष ध्यान रखने के उद्देश्य से जिले में संरक्षण योजना- वी केयर प्रारम्भ करने की पहल सांसद हिमान्द्री सिंह ने की है। योजना के तहत जिला प्रशासन द्वारा बेसहारा वर्ग एवं अत्यंत गरीब परिवारों का चयन कर उन्हें स्वच्छता एवं खाद्य सामग्री का किट वितरित किया जाएगा। योजना का शुभारम्भ 15 अप्रैल को सासंद द्वारा किया जाएगा।

संक्रमण की रोकथाम हेतु अपेक्षित आचरण सोशल डिस्टेंसिंग हेतु सभी जनो को प्रेरित करते रहें। समस्त नागरिकों से घर पर रहने, अत्यंत आवश्यक होने पर ही बाहर निकलने तथा बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिंग मानकों की अनुपालना की अपील कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने की। योजना के सम्बंध में बताया कि इसके माध्यम से गरीब बेसहारा वर्ग को संरक्षण प्राप्त होगा साथ ही समाज में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा हेतु अपेक्षित आचरण एवं सावधानियाँ बरतने की जागरूकता का भी प्रसार होगा। प्रारम्भिक तौर में सम्पूर्ण जिले में 5000 परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा। जिसमें पुष्पराजगढ़ में 2500 किट, जैतहरी 1200 किट, अनूपपुर 800 किट एवं कोतमा विकासखंड में 500 किट का वितरण किया जाएगा। उन्होने बताया कि योजना के क्रियान्वयन हेतु सांसद हिमाद्रि सिंह की पहल पर एसईसीएल द्वारा 25 लाख रुपए की राशि प्रदान की गई थी। साथ ही अनूपपुर जिले के समाजसेवियों एवं जागरूक नागरिकों द्वारा अनूपपुर आपदा राहत कोष में प्रदान की गयी राशि का प्रयोग इस योजना के क्रियान्वयन हेतु किया जाएगा।

किट में 1 नहाने का साबुन, 1 हाथ धोने का साबुन, 1 किलो डिटर्जेंट, 180 मिली सैनिटाईजऱ की बॉटल, 100 ग्राम ब्लीचिंग पाउडर तथा 4 मास्क दिए जाएँगे। इसके साथ ही खाद्य सामग्री में 2 किलो दाल, 2 किलो आलू, 1 किलो प्याज एवं 1 लीटर तेल शामिल है। 1 किट की अनुमानित लागत 500 रुपए है। वितरण हेतु परिवारों के चयन में विधवा एवं महिला मुखिया गरीब परिवार, दिव्यांग गरीब परिवार, बेसहारा, असहाय बृद्ध परिवार, पात्रता पर्ची विहीन गरीब परिवार,भूमिहीन, दिहाड़ी मजदूर, बैगा परिवार को प्राथमिकता दी जाएगी। उक्त परिवारों के चयन की कार्यवाही ग्राम पंचायत स्तर पर गठित संबंधित हल्का पटवारी,सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक की कमेटी करेगी।समिति को संवेदनशील एवं निष्पक्ष रूप से परिवारों का चयन करने के निर्देश दिए गए हैं।

लॉकडाउन के दौरान आमजन के जीवन को सहज एवं सुविधायुक्त बनाने में दिन रात कार्यरत विद्युत विभाग

काम के साथ साथ उपलब्ध करा रहे हैं जरूरतमंदो को राशन
अनूपपुर। पूरा विश्व कोरोना वायरस संक्रमण की वैश्विक आपदा से जूझ रहा है। शासन द्वारा नागरिकों को घर पर रहने हेतु जोर दिया जा रहा है। विद्युत विभाग का यह मानना है कि, यदि सतत् विद्युत प्रदाय किया जावेंगा, तब आमजन मनोरंजन के साधन जैसे टीवी. वीडियो गेम, मोबाईल एवं अन्य बुनियादी सुविधाए (पंप, फ्रिज, पंखा इत्यादि) का उपयोग कर सहजता से अपने घरों में रह सकेंगे। लॉकडाउन को सफल बनाने हेतु यह महत्वपूर्ण है, इस बात को समझ सतत् विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु विद्युत विभाग के सभी लाईन कर्मचारी एवं अधिकारी दिन-रात फील्ड पर हेतु पूरी मेहनत एवं लगन के साथ कार्य कर रहें है। विद्युत विभाग के द्वारा तीनों शिफ्ट पर लाईन स्टॉफ एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कार्य के दौरान सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा हैंड सैनिटाइजर, मॉस्क एवं सोशल डिस्टेन्स का उपयोग सुनिश्चित कर शासन के निर्देशो का पालन किया जा रहा है साथ ही जिला मुख्यालय एवं सभी अस्पताल में विद्युत प्रदाय हेतु सतत निगरानी भी रखी जा रही हैं।
विभाग के कर्मचारियों द्वारा दायित्वों के उत्कृष्ट निर्वहन के साथ जनहित के कार्य भी किए जा रहे हैं। संचा./संधा. संभाग अनूपपुर के अंतर्गत वितरण केन्द्र कोतमा एवं वितरण केन्द्र चचाई के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा विभाग की ओर से सूखा राशन क्षेत्र के गरीब एवं असहाय परिवारों को वितरित कर सहयोग प्रदान किया जा रहा हैं। अधिकारियों कर्मचारियों ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि, शासन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें तथा घर पर ही बैठकर देश को कोरोना संक्रमण के संकट से बचायें।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के समाधान में सहयोग के लिये मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के लगभग 8224 नियमित अधिकारियों एंव कर्मचारियों के एक दिन के वेतन की राशि रू. 01 करोड़ 80 लाख 98 हजार 995 मुख्यमंत्री राहत कोष में कंपनी के एम.डी.किरण गोपाल के द्वारा भेजी हैं।
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा विद्युत विभाग के समस्त अधिकारियों कर्मचारियों के दायित्वों के निर्वहन एवं जनहित के कार्यों की सराहना की गयी है। आपने कहा यह समय आवश्यक सेवाओं वाले सभी कर्मचारियों के लिए परीक्षा का समय आप सभी का सशक्त एवं नि:स्वार्थ योगदान हमें इस कठिन घड़ी सामना करने में सक्षम बनाएगा। साथ ही आमजनो से अपील है कि विषम परिस्थितियों में भी कार्य कर रहें लाईन कर्मचारियों एवं अधिकारियों को सहयोग प्रदान करते रहें ताकि इस संक्रमण काल में भी विद्युत की सतत् आपूर्ति निंरतर रखी जा सके।



अप्रैल माह के विद्युत बिल में नही लगेगा फिक्स चार्ज, उपभोक्ता करें ऑनलाइन भुगतान

नियत तिथि में बिल जमा करने वालों को मिल सकती है 1 लाख तक की प्रोत्साहन राशि
अनूपपुर कार्यपालन अभियंता एमपीईबी बीके द्विवेदी ने बताया कि मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा लॉकडाउन के दृष्टिगत निम्नदाब गैर घरेलू एवं औद्योगिक उपभोक्ताओं तथा उच्च दाब टैरिफ एच.व्ही.3 के उपभोक्ताओं के माह अप्रैल के देयक के फिक्स चार्ज को अस्थगित करते हुये फिक्स चार्ज को माह मई के देयक के साथ बिना सरचार्ज के भुगतान की सुविधा प्रदान की गई हैं उक्त श्रेणियों के माह अप्रैल एवं मई के देयक तदनानुसार जारी किये जायेगें। जिन उपभोक्ताओं को माह अप्रैल के बिल फिक्स चार्ज के साथ जारी हो गये हैं, वे फिक्स चार्ज की राशि को छोड़कर भुगतान कर सकते है।
सभी उपभोक्ताओं द्वारा माह अप्रैल एवं मई के विद्युत बिलों का भुगतान सामान्य नियत तिथि तक करने पर 1 प्रतिशत की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि (निम्न दाब उपभोक्ताओं को अधिकतम 10 हजार रुपए तथा उच्चदाब उपभोक्ताओं को अधिकतम 1 लाख रुपए) आगामी बिल में दी जायेगी। कोरोना संक्रमण एवं लॉकडाउन के कारण सभी उपभोक्ताओं की मीटर रिडिंग एवं बिजली बिल वितरण गतिविधियों को रोक दिया गया है। इस माह पिछले माह की खपत के आधार पर बिजली के बिल तैयार किये जा रहे हैं। अगले माह के मीटर में दर्ज वास्तविक खपत में इसका समायोजन किया जावेंगा। बिल संबंधी जानकारी आपके पंजीकृत मोबाईल पर भेजी जायेगी। चूँकि भौतिक बिल वितरित नही किये जायेगे इसलिए कंपनी के वेबसाईट ,एप अथवा एम.पी. ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से बिल देखने/डाउनलोड तथा ऑनलाइन भुगतान करने की सुविधा दी गई है।


जवान पर हमला करने वाले आरोपी गिरफ्तार, दो मामले पहले से ही दर्ज

अनूपपुरजिले में 11 अप्रैल को घोषित 24 घंटे की कफ्र्यू का उल्लंघन कर शाम के समय घर के बाहर बैठे दो दर्जन से अधिक मुस्लिम समुदाय के युवाओं को ड्यूटी में तैनात जवान द्वारा घर जाने की दी चेतावनी और लाठी लेकर खदेडऩे के मामले में 12 अप्रैल की सुबह जवान अमर जायसवाल पर कुछ युवकों ने हमला कर घायल कर दिया था जिसके बाद से फरार हो गया था जिसे भालूमाड़ा पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार मंगलवार 14 अप्रैल को न्यायालय पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि घटना भालूमाड़ा शनिवार को वार्ड क्रमांक 11 बड़ी मस्जिद के पास गश्त के दौरान कुछ लोग नियम का उल्लंघन करने पर पुलिस ने खदेड़ा था, जिसमें मोहल्ले के कुछ युवा भागने के दौरान गिरे पड़े थे। इसी बात को लेकर रविवार की सुबह ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों पर फैजल सैफी और उसके साथियों ने मिलकर जानलेवा हमला कर दिया। जिससे जवान अमर जायसवाल घायल हो गया। जवान वर्तमान में बीजापुर छत्तीसगढ़ में पदस्थ है जो छुट्टी के दौरान अपनी सेवा थाना भालूमाड़ा में दे रहा है। जिसकी शिकायत पर आरोपी फैजल सैफी सोमवार को गिरफतार कर लिया गया। आरोपी के विरूध पहले से ही दो मामले भालूमाड़ा में दर्ज है। इसमे हिंदू देवी देवताओं के ऊपर अश्लील टिप्पणी करना शमिल है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी की है।

व्यवसाईयों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराई सहायता राशि

राजेन्द्रग्राम। कोरोना वायरस जैसी महामारी के रोकथाम के लिऐ शासन द्वारा की जा रही लगातार अपील पर नगर के प्रतिष्ठित ब्यवसाई नर्बदा प्रसाद गुप्ता ने एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया को प्रधानमंत्री राहत कोष में 11 हजार रुपये एवं जिला राहत कोष में 10 हजार रुपये का चेक सौंपा। ग्राम बसनिहा के बरिष्ठ नागरिक भोला प्रसाद गुप्ता ने 5 हजार रुपये,राजेन्द्रग्राम फीलिंग स्टेशन के संचालक नगर केदार प्रसाद गुप्ता 5100 सौ रुपये का सहयोग दिया। 

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

मुख्यमंत्री राहत कोष में अनूपपुर,जैतहरी विकासखंड के शिक्षकों ने जमा कराये 26 लाख से अधिक

अनूपपुर वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित व्यक्तियों के इलाज और व्यवास्थाओं के लिए पूरे देश से लोग निजी तौर पर अथवा संगठन के माध्यम से सरकार के कोरोना राहत में स्वेच्छा से अंशदान दे रहे है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के मार्गदर्शन में कोरोना वायरस से जूझ रहे प्रदेशवासियों के लिए जिले के शिक्षक पीछे नही है। जैतहरी एवं अनूपपुर विकासखंड के शासकीय शिक्षकों ने 26 लाख 10 हजार 51 रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराया है।

जैतहरी विकासखंड के 1236 शिक्षकों ने 18 लाख 49 हजार 251 रुपए तथा अनूपपुर विकासखंड कुल 637 शासकीय शिक्षकों ने 7 लाख 60 हजार 800 की धनराशि कोषालय के माध्यम से जमा कराए हैं।  मध्य प्रदेश शिक्षक संघ एवं अन्य शैस्च्छिक संगठनों ने मार्च माह का वेतन जो अप्रैल में भुगतान हुआ है। मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के जिला संगठन मंत्री नरेंद्र पटेल ने बताया है कि मध्य प्रदेश शिक्षक संघ एवं अन्य शैक्षिक संगठनों के एक आह्वान पर वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित व्यक्तियों के सहायतार्थ जैतहरी एवं अनूपपुर विकासखंड के शिक्षको ने अपना 1 दिन का वेतन विकास खंड शिक्षा अधिकारी जैतहरी शिरीश श्रीवास्तव एवं अनूपपुर केके वर्मा के सहयोग से अंशदान जमा कराया गया है।

खाद्यान्न वितरण योजना से वंचित परिवार का चयन दो दिन में करे- सीईओ जिला पंचायत

अनूपपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए लाकडाउन की वजह से ग्राम पंचायतों मे निवासरत ऐसे परिवार जो खाद्यान्न वितरण योजना से वंचित हैं उन्हे शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन नही मिल पा रहा है। ऐसे परिवारों को भोजन की व्यवस्था में समस्या उत्पन्न हो रही है। इसके लिए ऐसे परिवार को खाद्यान्न एवं स्वच्छता सामग्री का वितरण किये जाने का आदेश सोमवार को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत वर्तमान सरोधन सिंह ने जनपद पंचायत जैतहरी एवं अनूपपुर के 80 ग्राम पंचायतो को दिए। परिवारों के चयन के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर संबंधित हल्का पटवारी, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक की समिति गठित कर संबंधित अधिकारी, कर्मचारी खाद्यान्न वितरण योजना से वंचित संवेदनशील एवं निष्पक्ष रूप से परिवारों की चयन सूची दो दिवस के अंदर तैयार कर कार्यालय जनपद पंचायत जैतहरी में प्रस्तुत करें की के निर्देश दिए है। ताकि संबंधित परिवारों को खाद्य एवं स्वच्छता सामग्री प्रदाय कराया जा सके। इसमें विधवा एवं महिला मुखिया, गरीब परिवार,दिव्यांग गरीब, बेसहारा, असहाय, वृद्ध, पात्रता पर्ची विहीन गरीब परिवारभूमिहीन, तिहाडी मजदूर एवं बैगा परिवारो शमिल किया गया है।

केशशिल्पीयों ने लगाई गुहार,सब्जी फल वालो की तरह मिले छूट

नोटबंदी से ज्यादा 4 लाकडाउन ने किये हालात खराबकाम और पैसा नहीं घर की व्यवस्था कैसे हो
अनूपपुर घर की जरूरतें पैसो के अभाव में पूरी नहीं हो पा रही है। इनमें गली मोहल्लों में रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े काम धंधों जैसे प्रेस करने वाले, हेयर ड्रेसर, ठेला चालकों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है। 8 नवम्बर 2016 को देश के प्रधानमंत्री द्वारा भारत के 500 और 1000 रूपए के नोटों में विमुद्रीकरण के लिए की गई घोषणा में हालात खराब नही हुए जितना 24 मार्च को कोरोना संक्रमण से बचाव में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा में उपजा संकट विकराल रूप धारण कर सकता है। धन के साथ साथ कारोबार भी नहीं है। पिछले 21 दिनों से दुकानों पर ताला लटका हुआ है।

जिला मुख्यालय के रोज दुकान खोलकर बाल काटने का कार्य करने वाले रामलाल नापित ने बताया कि लॉकडाउन में सबसे अधिक रोजमर्रा से जीवकोर्पाजन करने वाले लोग प्रभावित हुए हैं। ग्राहकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। घर में रखा धन भी साथ छोड़ रहा है, यही हाल रहा तो परिवार को पालना कठिन होगा। लॉकडाउन में शासन ने फल विक्रेताओं को थोड़ी राहत देते हुए गलियों व वार्डो में भ्रमण कर बेचने की छूट दी है। अगर इसी तरह हमें भी ग्राहकों के घर जाने और हजामत बनाने की छूट मिले तो कुछ आय की व्यवस्था बन सकती है। इसके लिए शासकीय निर्देशों के तहत साफ की सफाई, औजारों की सैनिटाइजिंग, चेहरे पर मास्क या गमछा का उपयोग किया जा सकता है। यथा सम्भव हो तो एक-दूसरे ग्राहक की हजामत में धुले हुए कपड़े का उपयोग कर आगामी कार्य में उसे भी कैमिकल्स से धुलाई कर दोबारा उपयोग में लाया जा सकता है। इससे ग्राहकों को सुरक्षा के तहत उनकी जरूरतों को पूरा करने के साथ खुद के लिए आय के स्त्रोत बनाने तथा सुविधाजनक परिवार के जीवकोर्पाजन में मदद मिलेगी।

बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड खोंगसरा एवं भनवारटंक के बीच मालगाड़ी के 23 डिब्बे उतरे पटरी से, यातायात प्रभावित

6 यात्री गाड़ियों को किया रद्द, 9 गाड़ियों का मार्ग किया परिवर्तित एवं 4 बीच रास्ते में रद्द अनूपपुर। बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड के छत्तीसगढ़ के ...