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बुधवार, 13 मई 2020

विधायक और सांसद ने मुंह मोड़ा तो पैदल और ट्रकों से लिफ्ट लेकर पहुंचे गांव

अनूपपुर। कोरोना संक्रमण में देश में जारी लॉकडाउन और परदेशों में फंसे मजदूरों की घर वापसी की चाह में स्थानीय सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधियों से मांगी गई सहायता नही मिल सकी,मुसीबत में परदेश में फंसे होने पर हालात यह बने कि खाना पीना में दिक्कत होने पर पैदल ही घर के लिए निकल पड़े। यहां तक सीमा में आने पर शासन और कंपनी से कोई मदद नहीं मिलने पर खुद के 3100 रूपए प्रत्येक मजदूर की दर से किराया चुकाया और अनूपपुर पहुंचे। दमहेड़ी गांव निवासी भीम सिंह ने बताया कि वह 5 जनवरी को सूरत रोजगार के सिलसिले में गया था, जहां काम तो मिला, लेकिन दो माह बाद लॉकडाउन लग गया। इसके बाद साड़ी की कंपनी बंद होने पर उसने स्थानीय विधायक और सांसद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से यहां से ले जाने मदद मांगी। लेकिन सभी ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद अन्य दस मजदूरों के साथ वह पैदल ही चल पड़ा। दो दिनों तक 40-45 किलोमीटर पैदल चलने के बाद ट्रक से लिफ्ट लेकर तो कभी पैदल फिर किसी अन्य गुजरती वाहन का सहारा लेकर आगे बढ़े।

भीम सिंह ने बताया कि रात को पेट्रोल पम्प या किसी घर के सामने सड़क पर सो जाया करते थे। किसी ने भोजन दिया तो खा लेते थे। सूरज में लॉकडाउन के कारण खाना पीना में काफी दिक्कतें आने लगी। राशन नहीं मिलता था, मिलता तो महंगा मिलता था। भीम सिंह अब परदेश जाकर काम करना नहीं चाहता, वह सरकार से चाहता है कि स्थानीय गांव क्षेत्र में ही काम मिल जाए। गांव के लोगों से सम्पर्क के लिए मोबाइल थी लेकिन पैसे के अभाव में रीचार्ज नहीं करा पाया। क्योंकि सूरत से निकलने के उपरांत बोर्डर पर बस के लिए कमाई की बची 3100 रूपए बस किराया के रूप में चुकाना पड़ा जिसके बाद वह आगे का सफर तय करते अनूपपुर पहुंचा है।

अधिक से अधिक श्रमिकों को कार्य उपलब्ध कराये - कलेक्टर

मनरेगा एवं पीएम आवास कार्यों का किया निरीक्षण

3030 कार्यों में 43563 श्रमिक, 895 प्रधानमंत्री आवासों में कार्य प्रगतिरत

अनूपपुर लॉकडाउन के दौरान अधिक से अधिक लोगों को रोजगार सुनिश्चित करने हेतु मनरेगा अंतर्गत श्रम मूलक कार्यों को प्राथमिकता देने,अधिक से अधिक श्रमिकों को कार्य मेड़ बंधान, खेत तालाब आदि जल संरक्षण एवं संवर्धन के मनरेगा के अंतर्गत कार्य उपलब्ध कराये जाने के निर्देश बुधवार को पुष्पराजगढ़ अंचल के विभिन्न ग्रामों पटनाकलाँ, शिवरीचंदास, हर्दवाह एवं धर्मदास में प्रधानमंत्री आवास एवं मनरेगा अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण के दौरान कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिए।

उन्होने निर्देशित किया कि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ कार्यों की उपयोगिता पर भी सम्बंधित अधिकारी ध्यान दें। श्रमिकों को कोरोना संक्रमण से संरक्षण एवं बचाव हेतु एक दूसरे से न्यूनतम 2 गज की दूरी बनाए रखने, चेहरे (नाक एवं मुँह) को मास्क, गमछे, दुपट्टे, साड़ी अथवा किसी साफ कपड़े आदि से ढँ़ककर रखने एवं अन्य उपायों को दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी। उन्होने कहा किसी श्रमिक को खाँसी, सर्दी, बुखार, साँस लेने में तकलीफ है तो वह काम पर न आकर सर्वप्रथम नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जाँच कराए।

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर के निर्देशों के बाद सभी जनपदो में प्राथमिकता के साथ जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य चालू किए गए हैं। जिनमे वर्तमान में 3030 कार्यों में 43563 श्रमिक कार्यरत हैं। इसके साथ ही 895 प्रधानमंत्री आवासो में भी निर्माण कार्य प्रगतिरत है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डहेरिया, सीईओ जनपद पुष्पराजगढ़ एमपी सिंह सहित सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

क्वॉरंटीन सेंटरो में साफ सफाई एवं खाने की गुणवत्ता पर निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दिए निर्देश

क्वॉरंटीन किए व्यक्तियों को दी सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना से बचाव हेतु उपायों के पालन की दी सलाह

अनूपपुर जिले में श्रमिकों का आना लगातार जारी है जहां श्रमिकों की स्वास्थ्य जाँच उपरांत क्वॉरंटीन सेंटर में रखे जाने, क्वॉरंटीन सेंटर में श्रमिकों को असुविधा न हो इस हेतु कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा क्वॉरंटीन सेंटर बनाए गए समस्त छात्रावास/ आश्रम के अधीक्षकों को भोजन एवं साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने 13 मई को क्वॉरंटीन सेंटर गिरारी आश्रम एवं छात्रावास तथा शासकीय आदिवासी छात्रावास राजेंद्रग्राम का निरीक्षण के दौरान दिये।

कलेक्टर ने भोजन गुणवत्ता में और सुधार करने, छात्रावास को नियमित रूप से सैनिटाईज करने एवं साफ सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दौरान छात्रावास में रुके हुए व्यक्तियों एवं श्रमिकों से चर्चा कर उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सुरक्षात्मक उपायों के अनिवार्य रूप से पालन करने की सलाह दी।

गिरारी छात्रावास में वर्तमान में 15 एवं आश्रम में 17 व्यक्ति क्वॉरंटीन किए गए हैं। शासकीय आदिवासी छात्रावास राजेंद्रग्राम में मुंबई एवं रायगढ़ से आए हुए व्यक्तियों को क्वॉरंटीन में रखा गया है, जहाँ पर स्वास्थ्य दल द्वारा नियमित रूप से की जा रही है। इस दौरान एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डहेरिया, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग विवेक पांडेय, तहसीलदार पुष्पराजगढ़ टीआर नाग सहित सम्बंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

387 प्रवासी श्रमिकों का आगम,301 को भेजा गया उनके गृह जिले,58 को किया क्वॉरंटीन

अनूपपुर
छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश,हरियाणा,उड़ीसा, तेलंगाना, गुजरात एवं महाराष्ट्र तथा मध्यप्रदेश के अन्य जिलो से 387 प्रवासी श्रमिक १३ मई को अनूपपुर आये जिन्हे नॉन कॉंटैक्ट थर्मामीटर से स्क्रीनिंग कर भोजन के पश्चात् अन्य जिलों राज्यों के 301 श्रमिकों को शासकीय सुविधा से उनके गृह जिले रीवा, शहडोल, उमरिया, कटनी, दमोह, डिंडोरी, सीधी तथा छत्तीसगढ़ एवं उत्तरप्रदेश हेतु रवाना किया गया।  जिले के 58 श्रमिकों को विभिन्न संस्थागत क्वॉरंटीन में भेजा गया जहाँ स्वास्थ्य जाँच उपरांत आवश्यक अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। अन्य जिलों राज्यों के आगंतुक शेष 28 श्रमिकों को शीघ्र ही उनके गृह जिले भेजे जाने की व्यवास्था की गई।

छग से मेडिकल पर ई-पास प्राप्त नागरिकों को प्राथमिकता देने पर बनी सहमति

अनूपपुर
छत्तीसगढ़ सीमा पर ई-पास प्राप्त नागरिकों को हो रही असुविधा की सतत रूप से प्राप्त समस्याओं के अनुक्रम में एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा ने छत्तीसगढ़ सीमा पर प्रवेश हेतु अपनायी जा रही प्रक्रिया का मुआयना किया। एसडीएम मनेंद्रगढ़ आरपी चौहान से छत्तीसगढ़ सीमा में प्रवेश के सम्बंध में अपनाई जा रही प्रक्रियाओं की जानकारी ली। जिस पर एसडीएम मनेंद्रगढ़ ने बताया की सीमा पर समस्त दस्तावेजों की विधिवत जाँच उपरांत नागरिकों को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। बड़ी संख्या में लोगों के आगमन की वजह से कतारें लम्बी हो रहीं हैं एवं नागरिकों को इंतेजार करना पड़ रहा है। ई-पास प्राप्त नागरिकों को रोका नहीं जा रहा है। एसडीएम मनेंद्रगढ़ ने कहा जाँच की प्रक्रिया को तेज करने हेतु शीघ्र आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाएगी।

इस पर एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा ने एसडीएम मनेंद्रगढ़ को अवगत कराया कि ई-पास वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जाँच उपरांत नागरिकों को प्रदान किए जाते हैं। मेडिकल इमर्जन्सी पर ई-पास प्राप्त नागरिकों को प्राथमिकता देने की बात कही। जिस पर एसडीएम मनेंद्रगढ़ द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान करने की बात कही गयी। उन्होने कहा ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिससे अतिआवश्यक चिकित्सा वाले नागरिकों को शीघ्रता से अनुमति दी जा सके। इस दौरान मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

चिकित्सा के लिए मनेंद्रगढ़ जाने के लिए अब पास की जरूरत नहीं

अनूपपुर कोयलांचल के कोतमा, बिजुरी, राजनगर एवं पौराधार के नागरिक को चिकित्सा समस्या को देखते हुए बुधवार को कोतमा विधायक सुनील सराफ ने छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिला कोरिया के कलेक्टर से मिलकर लाकडाऊन में सीमा चेक पोस्ट प्रभारी राकेश शर्मा द्वारा ई पास लेकर आने वाले नागरिकों को परेशान करने की जानकारी दी। मध्य प्रदेश से आने वाले नागरिकों का प्रवेश ग्राम घुटरीटोला में होता है।

उन्होने बताया कि कोयलांचल व आसपास के ग्राम जिन्हे चिकित्सा से संबंधित कार्य के लिए मनेंद्रगढ़ जाना होता है। राज्य की सीमा घुटरीटोला में छग पुलिस द्वारा पास होने के बाद भी लोगों को प्रवेश नहीं होने दिया जा रहा है। मंगलवार को उमरिया से एक परिवार ई पास लेकर अपोलो बिलासपुर जा रहा था। उन्हे प्रवेश नही दिया। जिसमे उनके परिवार एक सदस्य सेवानिर्वत शिक्षक की मृत्यु हो गई। उससे व्यथित कोतमा विधायक सुनील सराफ ने कलेक्टर कोरिया से मुलाकात समस्या के समाधान पर चर्चा की।

विधायक ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं  विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को दूरभाष से अवगत कराया। जिस पर छग मुख्यमंत्री ने भरोसा देते हुए आश्वासन दिया कि आगे कोई असुविधा नही होगी। कलेक्टर कोरिया ने सीमापर हुई मंगलवार की घटना की जांच के आदेश देते हुए दोषी अधिकारी कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही।

भुगतान न होने पर ठेकेदारो के एसोसिएशन ने महाप्रबंधक को पत्र लिख, भुगतान की मांग

अनूपपुर
जमुना कोतमा कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल जिसे की मिनी रत्न व महारत्न का दर्जा प्राप्त जमुना कोतमा क्षेत्र में पिछले 3 माह से ठेकेदारों द्वारा कराये कार्य का करोड़ों रुपया का भुगतान नहीं होने से ठेकेदार एसोसिएशन जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक जमुना कोतमा को महामंत्री विजय बहादुर सिंह ने बुधवार को पत्र लिखकर भुगतान कराये जाने की मांग की है

उन्होने पत्र में कहा कि करोना महामारी से गांव से लेकर शहर तक आपातकाल लगा हुआ है इस परिस्थिति में गरीब मजदूर लोगों का खाने एवं राशन की व्यवस्था कर रहे है परंतु आपके द्वारा कराए गए कार्य जो 3 माह से भुगतान नहीं किया गया है जिससे ठेकेदार और ठेकेदारों के मजदूरों में हताशा एवं निराशा है। ठेकेदारों द्वारा कराए जा रहे कार्य पर मजदूर का भुगतान नहीं होने से कामगार आहत हो रहे हैं जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है। पत्र में कहा कि प्रबंधन ठेकेदारों के बिलों का भुगतान शीघ्र कराये जाने ताकि कामगारों का भुगतान किया जा सके। दूसरी ओर ठेकेदारों भुगतान न होने पर भुखमरी के शिकार होने की संभावना बढ़ जाएगी। एसोसिएशन महामंत्री व समस्त ठेकेदारों ने यह पत्र कलेक्टर एवं महाप्रबंधक संचालन क्षेत्रीय कार्मिक व वित्त प्रबंधक जमुना कोतमा को दे का शीध्र भुगतान कराये जाने की मांग की है।


मंगलवार, 12 मई 2020

विवाद ने कराई हत्या, आरोपी गिरफ्तार पुलिस ने खून से लगे कपड़े जब्त

अनूपपुर। बिजुरी थाना के कोठी में 7-8 मई की रात हुई 55 वर्षीय वृद्ध गणपत केवट पिता लल्ला केवट के मामले में बिजुरी पुलिस ने तीन दिन बाद सोमवार को हत्या के आरोपी 35 वर्षीय रामप्रसाद पाव उर्फ डाकू को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पुलिस ने खून से लगे कपड़े जब्त किए हैं। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर रही है। थाना प्रभारी संजय पाठक ने बताया कि रामप्रसाद पाव उर्फ डाकू शराब पीने और विवाद करने का आदी था। शराब पीकर गलियां देने पर गणपत केवट उसे मनाही करता था। जिसे लेकर गणपत केवट और रामप्रसाद के बीच अक्सर विवाद भी हुआ करता था। घटना की रात लगभग 2-3 बजे रामप्रसाद पाव शराब के नशे की हालत में उसके घर आया था, जहां बिना दरवाजा और अद्धनिर्मित कमरे में रखे फावड़ा से सोते अवस्था में सिर पर वार कर भाग निकला। घर जाकर खून से सने कपड़े को उतारकर स्नान किया। अगली सुबह जब मृतक की बेटी डॉक्टर के पास जा रही थी, तब रामप्रसाद छिपने का प्रयास कर रहा था।

आकाशिय बिजली गिरने से 7 मवेशियो की मौत

अनूपपुर/राजेन्द्रग्राम पुष्पराजगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत बघार के डोंगरियाटोला गांव में 12 मई की दोपहर आकाशीय बिजली की चपेट में आने से सात (भैंसा) मवेशियों की मौत हो गई। बताया जाता सभी मवेशी पशुपालक बाबूलाल पिता बैशाखू यादव के घर के बाहर आम के पेड़ के नीचे बंधे थे। तभी दोपहर लगभग 4 बजे आंधी तूफान के साथ आरम्भ हुई बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरी, जो आम के पेड़ पर गिरी। इसके नीचे बंधे सभी मवेशियों की तत्काल मौत हो गई। शुक्र रहा कि आसपास रहने वाले किसी ग्रामीण को इससे नुकसान नहीं हुआ। वहीं पुलिस ने शाम को पंचनामा कर पोस्टमार्टम करा सभी भैसो को पशु मलिक को सौंप दिया।

पार्टी मनाने गया युवक गहरे पानी में उतरने से डूबकर मौत, नशे में था मृतक

गोडारु नदी में नहाने के दौरान 15 वर्षीय किशोर डूबकर मौत

अनूपपुर बिजुरी थाना के कोठी गांव स्थित सीतामढ़ी फॉल पर 11 मई की शाम  पिकनिक मनाने गए तीन-चार युवकों की टोली में 25 वर्षीय युवक मोनू श्रीवास्तव की गहरे पानी में उतरने से डूबकर मौत हो गई। उसके अन्य साथी मौके से भाग घर वापस लौटे परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने  रात लगभग 8.30 बजे पुलिस को सूचना दी। पुलिस और परिजनों द्वारा रात 9 बजे से आरंभ की गई खोजबीन सुबह 3.30 बजे तक जारी रखी। लेकिन शव को नहीं ढूंढा जा सका। होमगार्ड की रेस्क्यू टीम ने शव को दोपहर बाद निकाला।

थाना प्रभारी संजय पाठक ने बताया कि मोनू श्रीवास्तव अपने तीन अन्य साथी विक्रांत सिंह उर्फ गोलू, सोनू द्विवेदी और रज्जू सिंह के साथ पार्टी मनाने के लिए कोठी गांव से सटे सीतामढी फॉल गया था। जहां पिकनिक मनाने उपरांत सभी नहाने फॉल में उतर गए। इसी दौरान गिरते फॉल के पास नशे की हालत में मोनू गहरा पानी में चला गया, जहां अपना नियंत्रण खो दिया और गहरे पानी में उतरने और उसमें डूबने से उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक को देते हुए अनूपपुर से होमगार्ड की रेस्क्यू टीम से मदद ली गई, रेस्क्यू टीम दोपहर बाद के आसपास शव को ढूढ़ निकाला। शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया है। 

किशोर नदी में नहाते समय डूबा ग्रामीणों ने निकाला शव

फुनगा चौकी अंतर्गत नदिया टोला गांव में 12 मई की दोपहर को गोडारु नदी में नहाने के दौरान 15 वर्षीय किशोर मुकेश भैना पिता संतोष भैना निवासी पयारी की डूबकर मौत हो गई। घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घंटे भर की मशक्कत के बाद किशोर का शव नदी से बाहर निकाली। पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। बताया जाता है कि मुकेश भैना अपने पांच-सात दोस्तों के साथ गांव में खेल रहा था। लेकिन दोपहर वह नदिया टोला नहाने अकेले गोडारु नदी पर आया था। नहाने के दौरान नदी के गहरे पानी में चला गया जहां उसकी डूबने से मौत हो गई।


अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर जनअभियान परिषद ने रंगोली के माध्यम से योगदान को किया नमन

उखड़ती साँसों को, वो अक्सर सम्भाल लेती है मौत के दरवाजे से भी वो निकाल लेती है

अनूपपुर आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस के मौके पर और नर्सिंगकर्मियों द्वारा समाज की सुरक्षा के लिए दिए जा रहे योगदान के प्रति सम्मान जताने के लिए हर वर्ष 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे समय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सामाजिक सुरक्षा में अहम योगदान है। 

जन अभियान परिषद के युवा कार्यकर्ताओं ने नर्सों के इस योगदान के प्रति रंगोली माध्यम से सम्मान व्यक्त किया है। विकासखण्ड कोतमा अंतर्गत ग्राम चंगेरी मे सामुदायिक नेतृत्वकर्ता दुर्गावती सिंह के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर सतत रूप से रोगियों घायलों की सेवा में लगे रहने एवं कोरोना संक्रमण से बचाव मे निरंतर सेवायें प्रदान करने वाली समस्त नर्सों को रंगोली के माध्यम से नमन किया गया।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने जिले के समस्त कार्यकर्ताओं सहित अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर सभी नर्सों को शुभकामनाएँ एवं उनकी सेवाओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा आने वाला समय कठिन परीक्षा का समय है, कोरोना को हराने हेतु समस्त आमजनो को कोरोना योद्धाओं का सहयोग करना होगा। सभी नागरिकों से अपेक्षित है कि कोरोना से बचाव हेतु समस्त उपायों एवं दिए गए निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करें।

सोमवार, 11 मई 2020

सोशल डिस्टेंसिंग की शर्तों के उल्लंघन किए जाने पर राजेंद्रग्राम में होटल सहित 6 दुकाने सील

अनूपपुर सम्बंधित दुकानदारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना हेतु आवश्यक प्रावधान नही किए जाने पर सोमवार 11 मई को राजेंद्रग्राम में प्रशासन एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने 1 होटल सहित 6 दुकानो को शर्तों के उल्लंघन किए जाने पर 3 दिवस के लिए सील कर दिया है।

कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना संक्रमण से संरक्षण हेतु उपायों को अपनाने की स्थिति में जिले में समस्त एकल स्थायी दुकानों को प्रात: 7 से शाम 7 बजे तक खोलने की सशर्त अनुमति के बाद भी आदेश की शर्तों की पालना की जिम्मेदारी सम्बंधित दुकानदार पर निर्धारित थी। इस दौरान सम्बंधित दुकानदारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना हेतु आवश्यक प्रावधान नही किए गए थे, न ही स्वयं कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन किया जा रहा था।

उल्लेखनीय है कि होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय आदि को मात्र होम डिलीवरी के माध्यम से पके हुए भोजन की सेवा प्रदान करने की अनुमति है। संस्थान में बैठकर कोई भी व्यक्ति भोजन करता हुआ/ बैठा हुआ पाया जाएगा तो धारा-144 अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश की अव्हेलना पर दंडात्मक कार्यवाही का भागी होगा। कार्यवाही के दौरान तहसीलदार टीआर नाग,नायब तहसीलदार आदित्य द्विवेदी, नायब तहसीलदार शशांक शेंडे, थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

बालगृह के बच्चों ने पेंटिंग के माध्यम से कोरोना योद्धाओं के प्रति व्यक्त किया सम्मान

माँ की तरह देखभाल कर रहे हैं, कोरोना से लड़ाई लड़ रहे शासकीय सेवक

रविवार, 10 मई 2020

शहरी क्षेत्रों में दुकान खुलने का अब प्रात: 7 से शाम 7 बजे तक

पैदल चलते अगर श्रमिक दल मिलें तो तुरंत दें आश्रय - कलेक्टर
अनूपपुरसामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण से सुरक्षा एवं बचाव हेतु उपायों की अनुपालना पर अब सोमवार 11 मई से प्रात: 7 से सायं 7 बजे तक शहरी क्षेत्रों में भी समस्त एकल स्थायी दुकानो को खोले जाने की अनुमति रविवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के आधार पर आदेश दिया है। वही सब्जी मंडी अभी नहीं खुलेगी, ठेले द्वारा घर पहुंच सेवा के माध्यम से अनुमत समय सीमा में ही सब्जियों का विक्रय किया जा सकेगा। मांसमंडी उपखंड मजिस्ट्रेट द्वारा निर्धारित स्थान पर लगाई जाएगी। साप्ताहिक बाजार या अस्थाई दुकानें पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। इस दौरान 2 ग्राहकों के बीच न्यूनतम 2 गज की दूरी सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक व्यवस्थाएँ करने की जिम्मेदारी सम्बंधित विके्रता की होगी। इस दौरान चेहरे (नाक, मुँह) को मास्क, गमछे, दुपट्टे अन्य साफ़ कपड़े से अच्छी तरह से ढँककर रखना भी अनिवार्य होगा। उल्लंघन पाए जाने पर सम्बंधित दुकान 3 दिवस के लिए सील कर दी जाएगी।

कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय दंडाधिकारियों, सीईओ जनपद, नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिले में कहीं भी कोई मजदूर पैदल चलते हुए नहीं मिलना चाहिए। यदि कहीं भी कोई मजदूरों का कोई समूह पैदल जाता हुआ मिलता है तो तत्काल उनके लिए आश्रय, भोजन आदि की व्यवस्था करें एवं उन्हें उनके गंतव्य तक शासकीय सुविधा से भेजे जाने की व्यवस्था करें। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा ई-पास को सहजता से जारी करने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। आपने कहा है कि ई-पास तभी निरस्त किये जाएं जब आवेदन में कोई गंभीर अनियमितता परिलक्षित हो रही हो।

मध्यप्रदेश सरकार कोरोना की आड़ में पूंजीपतियों की कर रही है दलाली- हरिद्वार सिंह

अनूपपुरमध्य प्रदेश सरकार ने श्रम कानून में परिवर्तन कर 8 घंटे के स्थान पर 12 घंटे काम करने की मंजूरी देकर, श्रम कानूनों के परिपालन के लिए जॉच एवं निरीक्षण पर रोक, ठेका श्रमिकों के लिए ठेकेदारों की मनमर्जी, दुकानों एवं संस्थाओं में 18 घंटे काम करने की व्यवस्था आदि निर्णय लेकर मजदूरों के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात किया है। पिछली सरकार ने घोषणा किया था कि इस महामारी की अवधि में जो लोग ड्यूटी नहीं करेंगे उनकी मजदूरी भी मालिकों को देना पड़ेगा। उक्त आशय का विचार रविवार को मध्यप्रदेश राज्य एटक के प्रांतीय अध्यक्ष एवं संयुक्त कोयला मजदूर संघ (एटक) एसईसीएल के केंद्रीय महामंत्री कामरेड हरिद्वार सिंह ने कही।
उन्होने मध्यप्रदेश की मौजूदा सरकार के श्रम आयुक्त ने 6 मई को परिपत्र जारी कर कहा है कि लॉक डाउन समाप्त होने के बाद खुले उद्योगों में बुलाए जाने पर यदि मजदूर काम पर नहीं आते हैं तो मालिक उस अवधि का मजदूरी देने के लिए बाध्य नहीं होंगे। प्रदेश सरकार मजदूरों को दास प्रथा के युग में ले जाना चाहती है। सरकार का असली चरित्र उजागर हो रहा है। छल, प्रपंच, धन, प्रलोभन के दम पर बनी भाजपा सरकार ऐसे समय में मेहनतकश मजदूरों के ऊपर हमला किया है जब मजदूर सर्वाधिक बेहाल, तंग और परेशान हैं और बेहद संकट के दौर से गुजर रहे हैं। समूचा देश कोविड-19 जैसे महामारी से जूझ रहा है। संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या तथा मरने वालों का आंकड़ा देखकर समूचा देश हिल रहा है। मध्यप्रदेश में हालात बहुत ही बदतर हैं ऐसे नाजुक समय में सरकार महामारी की रोकथाम में पूर्णत: असफल बताया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पूंजीपतियों की कृपा से बने बताते हुए मजदूरों के पेट पर लात मार कर देश के सामने भाजपा एवं अपने आप को नंगा कर दिया है। संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने 11 मई को समूचे प्रदेश में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। 12 घंटे काम का कानून या श्रम आयुक्त का निर्देश वापस नहीं हुआ तो बड़ी लड़ाई का सामना करने के लिए सरकार को तैयार रहना होगा।

ग्रमीण क्षेत्रों में मनरेगा बना रोजगार का आधार, 41607 श्रमिकों को मिला काम

अनूपपुर जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा कार्य ग्रामवासियों के रोजगार का मुख्य आधार बन गए हैं। लॉकडाउन की परिस्थिति में ग्रामवासियों को मनरेगा के तहत विभिन्न कार्यों में नियोजित किया गया है। वर्तमान में जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। इसके तहत 3113 कार्य प्रगतिरत हैं। जिनमे वर्तमान मे 41607 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत 183 ग्राम पंचायतों मे 895 आवासों मे कार्य प्रगतिरत है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा कार्य के दौरान सामाजिक दूरी (2 व्यक्तियों के बीच 2 गज की दूरी) एवं चेहरे को मास्क/गमछे से ढँके रखने, नियमित रूप से हाथ धोना सुनिश्चित करने साथ ही ऐसे श्रमिक जिन्हें सर्दी, खाँसी, बुखार, साँस लेने में तकलीफ़ है उन्हें कार्य में संलग्न न कर स्वास्थ्य जाँच कराने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर द्वारा अन्य निर्माण विभागों पीडबल्यूडी, डबल्यूआरडी, एमपीआरडीसी आदि को भी सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण से रोकथाम के सम्बंध में जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया का पालन करते हुए कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे आगामी दिवसों में और रोजगारों का सृजन होगा। निर्माण सम्बंधी यह निर्देश शहरी एवं ग्रामीण दोनो क्षेत्रों के लिए हैं।

वेंकटनगर से राजेन्द्रग्राम रातभर होती है रेत की अवैध ढुलाई

पुलिस और खनन विभाग पर मिली भगत का आरोप
राजेन्द्रग्राम। वेंकटनगर और खोडऱी की सीमा से सटे आलान नदी में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन दिन दहाड़े धड़ल्ले से हो रहा है। एनजीटी के निर्देशों के विपरीत दिन-रात रेत की अवैध निकासी हो रही हैं। गोबरी घाट, बलबहरा घाट, बरघाट सहित अन्य क्षेत्रो ओर रेत निकाली जाती है। रेत निकासी वाले वाहनों से खेत और सड़क दोनो को नुकसान पहुंच रहे है। इसकी जानकारी पुलिस को भी भलीभांती है। अपने जेब खर्च से मतलब वाली पुलिस खनन स्थल से पुलिस सहायता केन्द्र की दूरी लगभग दो किलोमीटर है। बावजूद इसके कार्यवाही नहीं हो पा रही।  दिनभर ट्रैक्टर रेत लेकर वेंकटनगर व आसपास गांव में दौड़ रहे हैं,कोई पूछ-तांछ करने वाला नही। खनिज विभाग भी अवैध रेत खनन की जानकारी होन के बाद कार्यवाही नहीं करना संदेह होता है। रेत यहा से बड़े-बड़े डम्फरो के माध्यम से राजेन्द्रग्राम में खपाई जाती है। इसके पीछे कुछ बड़े माफिया शामिल है। रेत लेकर वाहन अवैध निकासी से खोडऱी-कपरिया, लहसुना रास्ते का उपयोग करते है। जैतहरी क्षेत्र के तिपान नदी की ओर जाने वाले मार्गो पर कई वन डिपो के पास,गोबरी रोड में सड़क किनारे,सिवनी ग्राम पंचायत के क्षेत्र में में सैकडंो ट्रेक्टर अवैध रेत का स्टॉक कर इसे डम्फरो से राजेन्द्रग्राम ले जाया जाता है। ग्रमीणो ने बताया कि किसी जैसवाल के नाम से पूरी रात में डम्फरो ढुलाई होती है। 

लॉकडाउन में परियोजना पर्यवेक्षकों की अनोखी पहल

मोबाइल बैंकिंग की समझाईस महिलाएं बनी सबल
अनूपपुर कोरोना वायरस से भारत समेत पूरी दुनिया को एक अभूतपूर्व संकट का सामना करना पड़ रहा है, इसके रोकथाम के लिए भारत सरकार के द्वारा कई अहम् फैसले लिए गए, जिसमे 3 चरणों में लॉकडाउन लगाया कर जन समुदाय से अपील कि गई जब तक घर में है तब तक कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे। समुदाय व सामुदायिक स्थलों में जाने से बचने की सलाह दी। लॉकडाउन में महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद परस्ते एवं परियोजना अधिकारी नलिनी आठिया ने पर्यवेक्षकों एवं आंगनवाडी कार्यकर्ताओं से सतत् संवाद कर कार्यक्षेत्र में कठिनाईयों का त्वरित-समाधान किया, जिसका परिणाम मैदानी कार्यकर्ताओं में अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदारी का का भाव का संचार  हुआ। लॉकडाउन के दौरान आम जनमानस को खासकर महिला कार्यकर्ताओं को कई प्रकार के वित्तीय दिक्कतों से सामना करना पड़ा इसे देखते हुए सेक्टर डोला तथा सेक्टर बनगंवा पर्यवेक्षक सीमा सिंह एवं बीनू द्विवेदी ने अपने कार्यक्षेत्र के आंगनवाडी कार्यकर्ताओं अन्य महिलाओं को मोबाइल बैंकिंग के सम्बन्ध में जागरूक करने का बीड़ा उठाया, जिसका असर यह हुआ की आंगनवाडी कार्यकताओं  ने  मोबाइल बैंकिंग का उपयोग कर आसानी से घर बैठे अपना लेनदेन करने लगी हैं। 

राशन दुकान की सुरक्षा में बैठे सेल्समैन और साथी से ग्रामीणों ने की मारपीट

नशे में ग्रामीणों ने सेल्समैन पर घूंसा और डंडों से किया प्रहार, छह के खिलाफ मामला दर्ज

अनूपपुरदेवहरा चौकी अतंर्गत पटना ग्राम पंचायत बरहाटोला खम्हरिया में शनिवार की रात 11.30 बजे शासकीय राशन की दुकान की तकवारी में बैठे सेल्समैन 55 वर्षीय रामराज सिंह पिता लाल सिंह सेंगर निवासी पटना और ग्रामीण कामता सिंह पर नशे की हालत में आधा दर्जन ग्रामीणों ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। घटना में रामराज सिंह को गम्भीर चोंटे आई, जिसे तत्काल उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। दोनों को ढूढऩे दुकान पहुंचे नारायण सिंह के साथ भी मारपीट की, जिन्हें हल्की चोटे आई है। पुलिस ने मामले में छह ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रविवार को देवहरा चौकी प्रभारी संजय खलको ने बताया कि पूर्व में कुछ अज्ञात चारो द्वारा राशन की दुकान के नीव में सोंधमारी थी, चोरी नहीं हो सका था। चोरी नहीं होने के कारण सेल्समैन ने घटना के सम्बंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। वहंी राशन दुकान में अनाज होने तथा पूर्व में चोरी के प्रयास की आशंकाओं को लेकर सेल्समैन रामराज सिंह अपने साथी कामता सिंह के साथ रात के समय तकवारी में दुकान आया था, जहां शराब के नशे में कुछ ग्रामीणों ने सेल्समैन और साथी के साथ घूंसों व डंडों से प्रहार कर गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया है। पुलिस ने नामजद ग्रामीणों मनोज गोंड पिता लखन गोंड, छोटू पिता रामकृपाल, संतोष पिता राम सिंह, रामनाथ पिता अमर सिंह, बालकरण पिता राम सिंह, गोंविद पिता राम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ और धाराएं बढ़ सकती है।

अमरकंटक में नपाधिकारी ने मास्क एवं सैनेटाईजर का किया वितरण

अमरकंटक। पवित्र नगरी अमरकंटक में क्वारंटाईन में रखे गए प्रवासी मजदूरों,विद्यार्थियों एवं जरुरतमंदो को नगर परिषद की तरफ से मुख्य नगर पालिका अधिकारी पवन साहू ने मास्क व सैनेटाईजर का वितरित कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होने बताया कि किसी भी सहयोग के लिए नगर प्रशासन सहित जिला पंचायत एवं प्रदेश सरकार आपके लिए सदैव तत्पर है।

शनिवार, 9 मई 2020

हथकड़ी सहित फरार 75 घंटे के बाद भी हत्या का संदिग्ध आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर

जंगल की खाक छांन रही पुलिस, अबतक नही लगा सुराग

अनूपपुरकोतवाली थाना के ग्राम पंचायत सकरा स्थित शंकर मंदिर के पास 20 अप्रैल की सुबह महिला की मिली लाश और हत्या के संदिग्ध रूप में पकड़े गए 35 वर्षीय द्वारिका कोल द्वारा पुलिस को धक्का मारकर हथकड़ी सहित हुए फरार के 75 घंटे बाद भी पुलिस उसे दोबारा पकड़ नहीं कर सकी है। पुलिस लगातार परिजनों के सम्पर्क में जगह जगह छापामार कार्रवाई कर रही है। इस दौरान सकरा के जंगल सहित गांव की भी खाक छानी जा चुकी है। लेकिन अबतक आरोपी का सुराग नहीं मिल सका है। वहीं आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद पुलिस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। पुलिस संदेही आरोपी को घटना स्थल शिनाख्ती के लिए 6 मई की शाम 4.30 बजे लेकर गई थी। तभी मौके स्थल के पंचनामा और कागजी लिख पढ़ी के दौरान पुलिस को व्यस्त पाते हुए हत्या का संदेही आरोपी ने साथ खड़े पुलिसकर्मी को धक्का देकर गिरा दिया था और हथकड़ी सहित मौके से भाग निकला था। 

पावर प्लांट के राखड़ से खेतों की उर्रवा शक्ति हो रही क्षीण, तापमान में भी हो रही बढ़ोत्तरी

गांवों की फसलों और वनीय जीवन पर पड़ रहा असर

अनूपपुर विशाखापट्न के आरआर वेंकटनगर गांव में संचालित एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री से 7 मई को जहरीली गैस रिसाव हादसा तथा उनमें दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत से देश एक बार फिर से सिहर उठा। घटना ने वर्ष 1984 भोपाल गैस त्रास्दी की याद दोबारा दिला दी। इस तरह के देश में अनेक फैक्ट्रियां रहवासी क्षेत्र के बीच संचालित हो रही है। जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। अनूपपुर जिले के जैतहरी विकासखंड के मुर्रा गांव में 1200 मेगावाट क्षमता वाली संचालित हिन्दुस्तार पावर प्लांट(मोजरबेयर कंपनी) में भी 16 मई 2016 को बायलर फटने की घटना सामने आई। जिसमें दर्जनभर लोग गम्भीर रूप से झुलस गए थे। इनमें एक की मौके पर मौत हो गई जबकि चार अन्य उपचार के दौरान असामायिक मौत के शिकार बन गए। इस हादसे में टरबाईन और बायलर के बीच पाइप में कोयला के कणों के जमा होने तथा उसकी निकासी नहीं होने अधिक तापमान होने के कारण घटी थी। हालांकि इस घटना के दौरान भी कंपनी के अधिकारियों ने इसे सुधारने का काम किया था, लेकिन अधिक उत्पादन और मशीनों के प्रति मेंटनेंश में बरती गई लापरवाही ने दर्जनों की जान को खतरे में डाल दिया था। हिन्दुस्तार पावर प्लांट की स्थापना को लेकर शुरूआत से ही किसानों और कंपनी प्रबंधकों व जिला प्रशासन के बीच विवाद की स्थिति रही। वर्ष 2008-09 से जमीन अधिग्रहण और वर्ष 2011 कंपनी चालू करने के बीच प्रशासनिक अधिकारियों व किसानों के बीच आमना सामना हुआ, जिसमें भयावह स्थिति बनी थी। हालात यह रहे कि वर्ष 2016 में फैक्ट्री तक बिछाइ जाने वाली रेल पटरी को लेकर हजारो किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस पर पत्थर बरसाए, दर्जनों पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी घायल हुए थे। इसमें सैकड़ा से अधिक किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कर मुकदमा चलाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार पावर प्लांट के आसपास 8 गांव मुर्रा, बेलिया, गुआंरी, अमगवां, चांदपुर, क्योंटार, टकौली, लहरपुर सहित चंद दूरी पर नगर पंचायत जैतहरी स्थित है। जहां लगभग 30 हजार की आबादी होगी है। यहां फैक्ट्री के संचालन के बाद उससे निकलने वाली राखड़ से ये गांव प्रभावित हुए हैं। फैक्ट्री से निकलने वाला धुंआ दो-तीन किलोमीटर की परिधि क्षेत्र को प्रभावित करता है। हवा में घुला कोयला के कण, खेतों में चिमनी से उडकर फैली राखड़ तथा इससे प्रभावित आसपास के पेड़ पौधों को आसानी से देखा जा सकता है। यहीं नहीं फैक्ट्री से पांच किलोमीटर दूर बह रही सोन नदी में बनाए गए बांध से नदी की जलधारा भी नौ माह के लिए विलुप्ल सी हो चली है। बारिश के दौरान मात्र तीन माह ही सोननदी की जलधारा में दोनों किनारों से पानी के बहते देखा जा सकता। शेष दिनों नदी के बीच हिस्से नाला के रूप में बहती है। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं में शामिल होने के कारण फैक्ट्री शटडाउन नहीं हुई, वहीं मजदूरों की सुरक्षा के साथ फैक्ट्री पूर्व की लापरवाही का शिकार न हो विशेष टीम द्वारा लगातार सुरक्षा मानकों के बीच काम ले रहा है।

कोरोना जांच की बना औपचारिकता,बिना जांच के हो रही खनापूर्ती

न थर्मल जांच किया और ना ही सर्दी खांसी वाले सदस्य की जांच
अनूपपुर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन की मॉनीटरिंग में स्वास्थ्य अमला द्वारा आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए  कराए जा रहे सर्वेक्षण कार्य औपचारिकता पूर्ण रहा। स्वास्थ्य टीम में एएनएम और आशा कार्यकर्ता के रूप में दो सदस्यों ने घर घर जाकर दस्तक तो जरूर दी, लेकिन जानकारियों का रजिस्टर तैयार कर दोबारा उनका हाल जानना उचित नहीं समझा, यहां तक प्रशासन द्वारा अब थर्मल स्क्रीनिंग द्वारा दूसरा चरण आरम्भ किया गया, वह भी खानापूर्ती तक सीमित रहा ऐसा लगता है कि विभाग फर्जी आंकड़े भर कर जांच की खानापूर्ती कर सरकार के मंसूबो पर पानी फेर रहा है।
अबतक दिये गये जांच आंकड़ो में 1 लाख 7 हजार 18 व्यक्तियों का स्क्रीनिंग कराया गया, इसमें 100 डिग्री से उपर तापमान वाले 85 व्यक्ति, बाहर से आए 460 व्यक्ति, विदेश भ्रमण कर आए 83 व्यक्ति, होम क्वारंटीन के लिए 474 व्यक्ति, सर्दी की समस्या से पीडि़त 102 व्यक्ति, खांसी से पीडि़त 78 व्यक्ति, तथा सांस की तकलीफ से पीडि़त 65 व्यक्ति की सूची जारी की। इस पूरे मामले में 165 सैम्पल लिए गए हैं जिसमें 3 कोरोना पॉजीटिव केस शामिल हैं। बावजूद जो बात सामने आई कि स्वास्थ्य निरीक्षण के प्रति स्वास्थ्य अमला ने औपचारिकता पूर्ण की है।

ग्रामीण प्रेमलाल राठौर बताते हैं कि उनके गांव टीम आई, जानकारी ली और चली गई। न थर्मल जांच किया और ना ही सर्दी खांसी वाले सदस्य की जांच के लिए अस्पताल की सलाह दी। यहां तक कुछ लोगों ने सर्दी खांसी होने के बावजूद क्वारंटीन के डर से काई तकलीफ नहीं होने की बात कह सामान्य जानकारी दर्ज करवाई। छिपकर या बिना सूचना बाहर से आने वाले लोगों की सूचना स्थानीय या खुद द्वारा देने पर स्वास्थ्य टीम द्वारा उनका प्राथमिक जांच कराकर संस्थागत या होम क्वारंटीन की सलाह दे दी गई। फिर दोबारा उनका जांच परीक्षण के लिए न टीम क्वारंटीन सेंटर आई और ना ही व्यक्ति जांच के लिए अस्पताल गया। सबसे आश्चर्य शुरूआती प्रथम चरण में कोरोना के सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंकाओं में लगभग 8 लाख की स्क्रीनिंग का कार्य कराया गया था, जिसमें मात्र जानकारियों को एकत्रित कर जांच प्रक्रिया पूरी की गई थी। इसमें न तो थर्मल स्क्रीनिंग, न सामने वाले व्यक्ति की शारीरिक जांच की कोई प्रक्रिया अपनाई गई थी।

सेवा भारती ने किया वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान, थर्मल स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य की ली जानकारी

अनूपपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सेवाभारती,जिला इकाई अनूपपुर द्वारा नारद जयंती के पावन अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सभी पत्रकारों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गयी। ९ मई को नारद जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष पत्रकारों के साथ विचारगोष्ठी,सम्मान समारोह जैसा आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा किया जाता रहा है। इस वर्ष कोरोना संकट के कारण सार्वजनिक आयोजन ना करने का निर्णय लिया गया। नगर संघ चालक विवेक बियाणी, डा.एसके गुप्ता , दिलीप तिवारी ने जिले के वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी, अरविन्द बियाणी,रामचन्द्र नायडू,राजेश शुक्ला, राजन सिंह, मुकेश मिश्रा,मनोज शुक्ला अजीत मिश्रा,चैतन्य मिश्रा, बीजू थामस,वीरेन्द्र सिंह के साथ अन्य लोगों का सभी के निवास / कार्यालय पहुंच कर सार्वजनिक अभिनन्दन किया। इस दौरान सोशल डिस्टेशिंग के साथ अन्य सावधानियां रखी गयीं। कुछ अन्य वरिष्ठ पत्रकारों से संपर्क ना हो पाने के कारण आगामी किसी आयोजन में उनका अभिनन्दन करने की योजना बनाई गयी है।

इस अवसर पर बियाणी ने कहा कि पत्रकारिता जब कठिन दौर से गुजर रही हो, अनूपपुर जिले के सम्मानित वरिष्ठ पत्रकारों ने बखूबी अपने दायित्वों का निर्वाहन किया है। कोरोना के संक्रमण काल में लाकडाउन के दौरान जिला मुख्यालय के पत्रकारों ने कल्याणकारी कार्यों में बढ़चढ़ कर सकारात्मक हिस्सा लिया है। प्रवासी मजदूरों की सहायता हो या गाँव से आने वाली समस्या मूलक सूचनाएं पत्रकारों ने उसे दूर करने का हर संभव सफल प्रयास किया है। सेवाभारती अनूपपुर इकाई सभी पत्रकारो का हृदय से अभिनन्दन, वन्दन करती है। डा गुप्ता ने इस दौरान सभी पत्रकारों की थर्मल स्क्रीनिंग की।

शुक्रवार, 8 मई 2020

अधेड़ की सोते समय अज्ञात ने फड़वे से की हत्या, पुलिस ने मामले को बताया संदिग्ध

अनूपपुर बिजुरी थाना से 20 किलोमीटर दूर कोठी ग्राम पंचायत वार्ड क्रमांक 3 में 7-8 मई की रात अज्ञात व्यक्ति ने घर में सो रही 55 वर्षीय गणपत केवट पिता लल्ला केवट की अज्ञात व्यक्ति ने घर में घुसकर फावड़ा से लगातार वार कर हत्या कर दी। घटना की सूचना 100 डायल भोपाल के माध्यम से पुलिस को मिली, जहां सुबह 5.45 बजे कोतमा एसडीओपी एसएन प्रसाद, बिजुरी थाना प्रभारी संजय पाठक, एफएसएल चिकित्सक सहित डॉग स्क्वायड की टीम मौके स्थल पर पहुंची। पुलिस ने घटना स्थल पर गणपत केवट को बिस्तर पर खून से लथपथ पड़ा पाया, जिसके सिर, गर्दन सहित चेहरे पर चोट थी। पास ही खून से सना फावड़ा पड़ा था। कोतमा एसडीओपी एसएन प्रसाद ने बताया कि मामला संदिग्ध है, घर सूने स्थल पर बना है, घर से सटे कोई पड़ोस का भी घर नहीं है। चंद दूरी पर एक मकान है। परिजनों से पूछताछ में किसी ने हत्या को लेकर किसी पर संदेह नहीं जताया। पुलिस विभिन्न बिन्दूओं पर जांच पड़ताल कर रही है। एसडीओपी ने बताया कि हत्या में उपयोग किया गया फावड़ा घर के अंदर ही रखा हुआ था। जिसे हत्यारे ने पिछले हिस्से से मृतक के सिर पर प्रहार किया है। मृतक गणपत केवट बाइक से सब्जी बेचने का काम करता था। घर में पत्नी और दो बच्ची है जो रात के समय दूसरे कमरे में सोई थी तथा कुलर चल रहा था। जिसके कारण हत्या के दौरान मृतक की चीख या आवाज को नहीं सुन सकी। घटना रात 1-2 के बीच की बताई जाती है। रात 11 बजे गणपत और उसका परिवार खाना खाकर सोने गया था। लेकिन सुबह उसकी लाश मिली। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया।


283 प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया उनके गृह जिले

वापस आए 78 प्रवासी श्रमिको रखा गया क्वॉरंटीन में
अनूपपुर प्रदेश के बाहर मध्यप्रदेश के श्रमिकों को वापस लाने का क्रम जारी है। शासन द्वारा विशेष श्रमिक ट्रेन एवं बसों के माध्यम से सुरक्षित रूप से उनके गृह जिलों तक भेजे जाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान आगंतुक श्रमिकों की स्वास्थ्य जाँच एवं भोजन की व्यवस्था के साथ उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियों एवं उपायों कीं जानकारी दी जा रही है एवं उन्हें अपनाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
शुक्रवार को अनूपपुर जिले में 361 श्रमिकों आये जिनमे 283 श्रमिक अन्य जिलो प्रदेश के निवासी थे उनका प्राथमिक स्वास्थ्य जाँच एवं जलपान व्यवस्था के बाद उनके गृह जिले के लिए भेजा गया। शहडोल 64, उमरिया 37, रीवा 30, सीधी 29, सतना 4 एवं सिंगरौली 1 श्रमिक सहित उत्तरप्रदेश 38 एवं छत्तीसगढ़ के लिए 80 श्रमिकों को शासकीय सुविधा से रवाना किया गया।

इसके साथ ही गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ एवं आँध्रप्रदेश सहित मध्यप्रदेश के अन्य जिलों से आज 78 श्रमिक जो कि अनूपपुर के निवासी हैं का आगमन हुआ, जहाँ उन्हें स्वास्थ्य जाँच उपरांत विभिन्न संस्थागत क्वॉरंटीन केंद्रो में भेज दिया गया। वर्तमान में 57 संस्थागत क्वॉरंटीन केंद्र/ आश्रय स्थलों में 889 श्रमिक एवं नागरिक निवासरत हैं।

बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड खोंगसरा एवं भनवारटंक के बीच मालगाड़ी के 23 डिब्बे उतरे पटरी से, यातायात प्रभावित

6 यात्री गाड़ियों को किया रद्द, 9 गाड़ियों का मार्ग किया परिवर्तित एवं 4 बीच रास्ते में रद्द अनूपपुर। बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड के छत्तीसगढ़ के ...