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शुक्रवार, 8 मई 2020

बिजुरी थाना पहुंच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने व्यापारी खुदकुशी मामले की जांच

मृतक की पत्नी ने पुलिस प्रताडना में पति के आत्मग्लानि में खुदकुशी का लगाया था आरोप
अनूपपुर बिजुरी नगरपालिका वार्ड क्रमांक 9 निवासी रामचंद्र अग्रवाल द्वारा 25 मार्च को घर में कैरोसिन तेल डालकर की गई खुदकुशी मामले में शुक्रवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन बिजुरी थाना परिसर पहुंचे। जहां मामले में थाना प्रभारी सहित मृतक के परिजनों व अन्य के बयान दर्ज करना आरम्भ किया है। गुरूवार की सुबह एएसपी ने थाना परिसर पहुंचकर थाना प्रभारी से घटनाक्रम पर जानकारी ली। साथ ही अन्य के बयान लिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि अभी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जो भी जांच रिपोर्ट होगी, पुलिस अधीक्षक को सौंपा जाएगा जिसपर आगे की कार्रवाई होगी। इससे पूर्व 4 मई की दोपहर पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा के समक्ष मृतक की पत्नी उपस्थित होकर पुलिस प्रताडऩा में अपने पति द्वारा आत्मग्लानि में खुदकुशी करने की बात कहते हुए, पुलिस प्रताडऩा का आरोप लगाया था। एसपी को दिए गए शिकायत पत्र में प्रीति अग्रवाल ने बताया कि उसके पति 23 मार्च की दोपहर अपने पुत्र और पुत्री के साथ पास के दुकान से ससुर के लिए दवा लेने गए थे, तभी रास्ते में नगर निरीक्षक संजय पाठक द्वारा अभद्रता करते हुए उनके साथ मारपीट की थी। साथ ही उन्हें थाना लाकर शाम 7 बजे छोड़ा था। घर आकर पति आत्मग्लानी में रो रहे थे, जहां घर के सदस्यों सहित आसपास के लोगो ने समझाते हुए शांत कराया था। इसके बाद 25 मार्च को पुन: पति के दुकान जाने के दौरान नगर निरीक्षक ने उन्हें रोकते हुए अभद्रता के साथ गाली गलौज किया। इससे परेशान पति ने दोपहर आने के बाद घर में खुदकुशी कर ली थी।



गुरुवार, 7 मई 2020

हत्या का संदिग्ध आरोपी पुलिस अभिरक्षा से हथकड़ी सहित हुआ फरार, जंगल की खाक छांन रही पुलिस

पति से विवाद कर बेटी के घर जाने निकली थी महिला रास्ते में हुई थी हत्या
अनूपपुर कोतवाली थाना से 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सकरा स्थित शंकर मंदिर के पास 20 अप्रैल की सुबह लगभग 50 वर्षीय महिला की हुई हत्या और संदिग्ध के रूप में पकड़ा गया 35 वर्षीय आरोपी द्वारिका कोल निवासी सकरा पुलिस को जांच के दौरान धक्का देकर हथकड़ी सहित फरार हो गया है। घटना बुधवार की शाम 4.30 बजे के आसपास की बताई जा रही है। संदिग्ध आरोपी की फरारी के बाद सकते में आ आई। इसके बाद पूरी रात और 7 मई को भी पुलिस सकरा के जंगल सहित आसपास के स्थानों की खाक छांन रही है। लेकिन पिछले 24 घंटे के उपरांत भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बताया जाता है कि हत्या के मामले में संदिग्ध आरोपी को कोतवाली पुलिस ने पकड़ा था, जिससे पूछताछ में आरोपी ने हत्या की घटना को अंजाम देने की बात कबूली थी। इसी मामले में पुलिस तफ्तीश करने आरोपी को अपने साथ मौका स्थल लेकर गई थी। पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने बताया कि हत्या के संंदिग्ध आरोपी द्वारिका कोल को पुलिस बुधवार की शाम को घटना स्थल की शिनाख्ती और निशानदेही के लिए गई थी। सभी पुलिसकर्मी पूछताछ के साथ कागजी लिखा पढ़ी में उलझे थे, तभी संदिग्ध आरोपी ने मौका पाकर साथ खड़े पुलिस कर्मी को धक्का मारकर गिरा दिया और मौके से हथकड़ी सहित फरार हो गया। जबतक पुलिस कुछ समझ पाती, आरोपी मौके से भागने में सफल हो गया। बुधवार की रात भर पुलिस सकरा गांव सहित उससे लगे जंगल में तलाश कर रही। दूसरे गुरूवार को दिन में भी जंगलों की तलाशी ली गई है। लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस परिजनों व रिश्तेदारों से सम्पर्क कर आरोपी की गिरफ्तारी में लगी हुई है। मामले में पुलिस ने फरार आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल हत्या के संदिग्ध आरोपी की फरारी से पुलिस की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। उल्लेखनीय है कि मृतिका बजरिया बाई बैगा पति समनु बैगा निवासी अढैरा 19 अप्रैल को अपने पति समनु बैगा का किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें पति ने गुस्से में उसकी पिटाई कर दी थी। इसके बाद महिला नाराज होकर दोपहर 2.30 बजे के आसपास घर से निकल अपनी बेटी के ससुराल पटनाकला के लिए चली थी। महिला एक हाथ से दिव्यांग दी तथा उसके 10 बच्चे जिसमें 5 पुत्र और 5 पुत्री थे। दोपहर पहाड़ी पर स्थित अढैरा गांव से नीचे उतर कर महिला शाम को सकरा गांव पहुंची थी। जहां किसी कुंए के पास पहुंचकर उसने पानी पिया था। इसी दौरान स्थानीय किसी महिला ने शाम के समय अंजान महिला को देखकर उससे कारण पूछा था, जिसमें महिला ने पति विवाद और घर छोड़कर बेटी के पास जाने की बात कही थी। लेकिन अगले सुबह वार्तालाप स्थल से एक किलोमीटर दूर महिला का शव पाया गया था। महिला के गले में उसकी ही पहनी साड़ी का एठन बना हुआ था, चेहरे पर कुछ चोट के निशान भी थे। पुलिस ने गला घोंटकर हत्या किए जाने की आशंका जताई थी।


पर्दाफाश करने पर भड़का क्रेशर संचालक,चौथे स्तंभ को मिली धमकी

पत्रकार ने थाने मे दर्ज कराई शिकायत,मामला लाकडाउन में क्रेशर संचालित करने का
अनूपपुर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार हर वह कदम उठा रही है इससे बचने के लिए तीसरी बार लाकडाउन लगाया गया। आवश्यक दुकानों को छोड़कर उद्योग धंधो पर रोक लगाई है, लेकिन कुछ दबंग क्रेशर संचालक लगातार सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुये दिन रात क्रेशर का संचालन कर रहे हैं। अगर कोई आमजन इसकी चर्चा करता है तो उसे घमकी और बेईज्जत किया जाता है। नियमो को दर किनार कर लाकडाउन में क्रेशर चलाने का मामला राजेन्द्रग्राम थाना क्षेत्र के ग्राम हर्राटोला में संचालित के्रशर संचालक राजेश जायसवाल का क्रेशर दिन रात कर उत्पादन चालू है। मामला का खुलासा स्थानीय वाटएप समूह से के बाद हुआ। स्थानीय पत्रकार मनीष कुमार अग्रवाल द्वारा सच्चाई बताई गई तथा इसकी जानकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी राजेन्द्रग्राम को दी गई। इस बीच शासन की आंखो मे धूल झोककर चोरी छिपे के्रशर का संचालन कर रहे राजेश जायसवाल को जब इस बात की जानकारी लगी तो वह आग बबूला होकर 4 मई की शाम लगभग पत्रकार को फोन लगाकर मोबाइल पर ही बरस पडा और लक्ष्मण रेखा पार करते हुये गाली गलौज करने तथा देख लेने व धमकियों की झडी लगा दिया, जिसकी रिकार्डिंग पत्रकार के पास मौजूद है। हालांकि इस दौरान पत्रकार ने उसे समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अपनी पोल खुलने से नाराज संचालक ने वह सब कुछ बोल दिया जो उसके आचरण मे है। इतना ही नही उसने पत्रकार का रास्ता रोककर दोबारा गाली गलौज कर सार्वजनिक बेईज्जती की। पत्रकार ने 6 मई को थाना प्रभारी राजेन्द्रग्राम को लिखित शिकायत करते हुये निष्पक्ष जांच की मांग की। इसके साथ ही स्थानिय पत्रकारो ने क्रेशर संचालक राजेश जायसवाल के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की।

तेज रफ्तार से कार अचानक पेड़ से जा टकराई, एक की मौत तीन घायल

अनूपपुर रामनगर थानांतर्गत झिरियाटोला के पास बुधवार की रात तेज रफ्तार से दौड़ रही कार अचानक अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। जिसपर सवार चार युवकों में एक की मौत हो गई। तीन अन्य युवक घायल हो गए। इस घटना में कार क्रमांक एमपी 65 ई 3439 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को देते हुए सभी घायलों को एम्बुलेंस 108 के माध्यम से उपचार के लिए बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच में 23 वर्षीय दीवाकर उर्फ गोलू मिश्रा निवासी न्यू राजनगर को मृत घोषित कर दिया। जबकि अन्य घायलों में 22 वर्षीय आदित्य श्रीवास्तव, 27 वर्षीय गौरव पांडेय पिता जमुना पांडेय, तथा 20 वर्षीय घनंजय उपाध्याय सभी न्यू राजनगर निवासी का प्राथमिक उपचार के बाद शहडोल रेफर कर दिया। पुलिस मृत युवक गोलू मिश्रा का पंचनामा तैयार कर शव का पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। रामनगर थाना सहायक उपनिरीक्षक रामभुवन शर्मा ने बताया कि  चारो युवक कार में सवार होकर घूमने निकले थे, जहां न्यू राजनगर क्षेत्र से झिरियाटोला गए थे, तभी वापसी के दौरान कार को मोडने के दौरान चालक कार से नियंत्रण खो दिया और तेज रफ्तार की कार अनियंत्रित होकर सामने पेड़ से जा टकराई। जिसमें चारों सवार गम्भीर रूप से घायल हो गए और सभी को बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, जहां दीवाकर उर्फ गोलू मिश्रा की मौत हो गई। विदित हो कि लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन ने कार/ जीप में एक चालक के साथ एक या जरूरत पडने पर दो सवारियों के बैठने के निर्देश दिए हैं, बावजूद एक कार में चार सवार कैसे बैठे गए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

282 में 280 ग्रापं में पलायन कर आये मजदूरो को मनरेगा में मिल रहा काम

3894 मनरेगा कार्यों में 34635 श्रमिक कर रहे मेहनत

अनूपपुरकोरोना संक्रमण के कारण देश-प्रदेश में बंद हुए उद्योग धंधे और कल-कारखानों के बाद बेरोजगार हुए लाखों श्रमिक रोजी रोटी के लिए जूझ रहे हैं। इनमें अभी भी लाखों मजदूर अलग अलग प्रदेशों में बेरोजगारी के बीच फंसे हुए हैं। जबकि कुछ ने पैदल चलकर तो कुछ सरकारों की मदद से अपने गृह ग्राम पहुंचे है। प्रशासन के लिए कोरोना संक्रमण की रोकथाम के साथ आमजनो को रोजगार मुहैया कराना एक बड़ी चुनौती है। जिसमें लॉकडाउन-2 के दौरान शासन के दिशा निर्देश में अनूपपुर जिले में स्थानीय स्तर में मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार वर्तमान में जिले के 282 ग्राम पंचायतों में 280 ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत कार्य उपलब्ध कराए गए हैं और 3894 मनरेगा कार्यों में 34635 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। जिसमें तालाब, मेढ़ बंधान, मनरेगा अंतर्गत प्रति ग्राम पंचायत कार्य में अनूपपुर मध्य प्रदेश में दूसरे स्तर पर हैं। जबकि कार्यविहीन पंचायतों में चौथे नम्बर पर हैं। जिले के मात्र 2 पंचायतों में कार्य प्रारंभ नहीं हुए हैं। प्रति पंचायत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के क्षेत्र में अनूपपुर तीसरे नम्बर पर हैं। यानि प्रति पंचायत 123.70 श्रमिक कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत 182 ग्राम पंचायतों में 893 आवासों में कार्य प्रारम्भ हो गया है।

बुधवार, 6 मई 2020

इंराजनविवि फिर सुर्खियों में,प्रोफेसर की पत्नी ने अन्य प्रोफेसर पति को फसाने का लगाया आरोप

एसडीएम को भेजा शिकायती पत्र,कार्यवाई की मांग

अनूपपुर। इंदिरागांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में लगातार हो रही उठा पटक आध्यापको के वार्चस्व का मैदान बन गया है। एक बर्ष से लगातार आध्यापको पर प्रताडऩा के आरोप लग रहे है। इस बार आध्यापक की पत्नि ने अपने पति को बचाने के लिए एसडीएम को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के खिलाफ परिसर में निवासरत एक अन्य प्रोफेसर की पत्नी ने अपने पति पर सम्बंधित प्रोफेसर द्वारा झूठा आरोप लगाकर फंसाने एवं साजिश रचकर उन्हें प्रताडि़त करने सहित अन्य शिकायत एसडीएम पुष्पराजगढ़ से की है। महिला ने यह शिकायत पुष्पराजगढ़ एसडीएम विजय डहेरिया को 29 अप्रैल को डाक द्वारा भेजा था। जो 6 मई को एसडीएम कार्यलय पहुंचे शिकायत पत्र में महिला का आरोप है कि सम्बंधित प्रोफेसर उनके पति पर झूठा आरोप लगवाकर उन्हें फसाने एवं साजिश के तहत प्रताडि़त करने, भयोदोहन करने, थाना में झूठी शिकायत करवाने का भय फैलाने का काम कर रहे हैं। मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर कानूनी कार्रवाई की जाए। महिला ने बताया कि प्रोफेसर ने उनके पति के खिलाफ एक छात्रा को भडकाकर झूठी शिकायत करवा दिए हैं। साथ ही भयदोहन कर रहे हैं, प्रताडि़त कर रहे हैं। इससे उनका पूरा परिवार भय और प्रताडऩा का शिकार हो गया है। सम्बंधित प्रोफेसर मेरे पति से अकारण ही रंजिश रखते हैं। महिला ने इस सम्बंध में सीबीआई स्पेशल क्राइम ब्रांच, बिजलेस सेक्शन, एमएचआरडी तथा गृह मंत्रालय को भी अपराध एवं उससे जुड़े तमाम साक्ष्य प्रेषित किया है। इन प्रेषित शिकायत में विषय में महिला ने नौकरी के लिए आयोजित भर्ती प्रक्रिया में प्रश्नपत्र उत्तर पुस्तिका में हेराफेरी करने और आजतक स्नातक में ही आठ बार फैल होने वाली छात्रा को बिना स्थानांतरण प्रमाण पत्र के पीएचडी में प्रवेश देने, फर्जी ढंग से यूजीसी की छात्रवृत्ति दिलवाने तथा विदेश भेजने, पीएचडी में प्रवेश के लिए कराई गई अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में अव्बल स्थान दिलाने के लिए छात्रा को गोवा ले जाने सहित अन्य विषय रखे हैं। इस सम्बंध में मार्च 2020 में शहडोल डीआईजी को भी शिकायत दर्ज कराई गई थी। वहीं महिला ने एसडीएम से इस प्रकार की किसी शिकायत पर पति के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करने की अपील की है।

21 में 12 ने खोली मदिरालय,कहीं शराब खरीदने सोशल डिस्टेसिंग की अनदेखी, तो कहीं समाज हित में बंद रखी दुकान

अनूपपुर। तीसरे लॉकडाउन के दौरान गृह मंत्रालय द्वारा जारी संशोधित आदेश के तहत शासकीय राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा शराब दुकानों 10 से 4 बजे तक खोले जाने के आदेश के बाद दूसरे दिन 6 मई को अनूपपुर जिले में संचालित शराब दुकानों पर अलग अलग स्वरूप देखने को मिला। कहीं शराब खरीदने लोगों ने सोशल डिस्टेसिंग की मर्यादाओं को तार तार किया, तो कहीं दुकान संचालकों ने कोरोना के बढ़ेन का तर्क देकर समाजहित में अपनी दुकानें बंद रखी।
जिला मुख्यालय अनूपपुर के मुख्य बाजार क्षेत्र में सुबह से ही लोगों की भीड़ दुकानों के आसपास मंडराना आरम्भ हो गया था,दुकान के शटर खुलते ही शराब खरीदने लोगों का हुजूूम सोशल डिस्टेसिंग और कोरोना को भूल टूट पड़े। यह सिलसिल दिनभर शराब दुकानों पर जारी रहा। वहीं बिजुरी नगरपालिका में संचालित शराब की दुकान बंद रही। दुकान संचालक ने महंगी दुकान लेने की बात कहते हुए कोरोना संक्रमण के कारण ग्राहकों की कमी बताया। साथ ही कहा वर्तमान में कोरोना का प्रकोप इससे बढ़ सकता है, जिसे समाज हित में देखते हुए बंद रखा गया है।

जिला आबकारी अधिकारी विकास मंडलोई ने बताया कि जिले में तीन समूह अनूपपुर के 3 चचाई के 3 और बरगवां की 2 सहित कुल 8 दुकानें खुली हुई है। जिले में 21 दुकानें हैं जिसमें 9 देसी और 12 विदेशी है शराब दुकान है। जिले में प्रतिवर्ष 47 करोड़ के आसपास राजस्व आता है। इसमें शासन की ओर से प्रतिवर्ष 20-25 प्रतिशत वृद्धि की जाती है। वहीं उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इस राजस्व से कोई बजट नहीं होने की बात कही है। उनका कहना है कि आबकारी मद से ठेका होने वाली सभी दुकानों की राशि सीधा शासन के खाते में ही जाता है।

हॉटस्पॉट जिलो से भी आ सकेंगे नागरिक,14 दिन रहना होगा संस्थागत क्वॉरंटीन में

अनूपपुर प्रदेश के कोरोना संक्रमण के हॉटस्पॉट जिले इंदौर, उज्जैन, भोपाल, धार, खण्डवा एवं खरगोन जिलो से अन्य जिलों के लिए मेडिकल एमेरजेंसी मृत्यु अथवा विवाह कार्यक्रम के अतिरिक्त ई पास जारी नहीं किये जा रहे थे। इसमें भी शिथिलता प्रदान करते हुए अब इन जिलों से भी अन्य जिलों की भाँति कलेक्टर द्वारा प्रदेश के अंदर अन्य जिले में यात्रा की अनुमति होगी किन्तु यह अनुमति मात्र एक बार ही दी जा सकगी जिससे इसका दुरूपयोग न किया जाये।
प्रदेश के बाहर अन्य जिलों में फँसे हुए नागरिकों की वापसी हेतु प्रक्रिया को सहज करने के निर्देश दिए हैं। अब प्रदेश के निवासी किन्तु अन्य राज्यों में हॉटस्पॉट जिलों में रूके हुए हैं, उन्हें भी ई- पास जारी किए जा सकेंगे। पूर्व में तत्संबंध में जारी आदेश अनुसार अन्य राज्यों के हॉटस्पॉट जिलों से प्रदेश के अन्य जिलों में आने की अनुमति नहीं थी, किन्तु अब इस व्यवस्था को शिथिल करते हुए यह निर्देश दिये गए हैं कि मध्यप्रदेश के निवासी अन्य राज्यों के हॉटस्पॉट जिलों में वर्तमान में फंसे हुए हैं, मेप आईटी पोर्टल पर वाहन पंजीयन क्रमांक सहित आवेदन कर सकेंगे तथा ऐसे ई-पास केवल एक बार अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश में आने के लिए जारी किये जा सकेंगे अर्थात इस व्यवस्था का उपयोग बार-बार आवागमन में नहीं किया जा सकेगा।
शासन ने निर्देश दिए हैं कि जिले में आने वाले हर नागरिक का चिकित्सीय परीक्षण किया जाय। चिकित्सकीय परीक्षण करवाने के उपरांत कोरोना संक्रमण हेतु संदिग्ध पाए जाने पर अनिवार्यत: 14 दिवस के लिए संस्थागत क्वॉरंटीन एवं सामान्य पाये जाने पर 14 दिवस का होम क्वॉरंटीन करवाया जावेगा। इन सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप/सार्थक ऐप डाउनलोड कर उपयोग करना अनिवार्य होगा। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने उक्त निर्देशो की अनुपालना सुनिश्चित करने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है।


कोरोना वॉयरस से इंसानो को मिली सीख, लाँकडाउन से रिचार्ज होती प्रकृति

चैतन्य मिश्रा

आज जब सुबह नींद खुली तो बाहर आकर देखा की वहां सुकून और ताजगी भरी ठंड हवा के साथ विलुप्त हो चुकी गौरैय्या चिडिय़ा जो आंगन में फुर्र-फुर्र कर यहां से वहां उड़ रही थी। मानो कह रही हो कि अब वातावरण में ताजगी आ गई है। एक तरफ जहन में कोरोना का डर और तो दूसरी तरफ प्रदूषण मुक्त वातावरण से प्रकृति पूरी तरह से रिचार्ज हो गई हो। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण संपूर्ण देश में लॉकडाउन के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले से न केवल कोरोना के फैलते प्रभाव को रोकने में उठाए गए कदम सराहनीय रहा बल्कि देश का पर्यावरण भी काफी स्वच्छ हो गया है। लॉकडाउन के तीसरा फेज में जहां सड़कें सूनी पड़ी हैं। कामकाज ठप्प पड़ा है और लोग घरों में लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच एक अच्छी खबर की देष वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण से मुक्त हो रहा है। दुनिया जिस पर्यावरण की रक्षा और चिन्ता के लिए लगातार बड़ी-बड़ी बैठकें कर कार्य योजनाएं बनती रहीं, जिसके लिए वैश्विक चिन्तन होता रहा, बड़े-बड़े धनकोष बनाये गये, पानी के जैसे पैसे बहे लेकिन नतीजा शून्य ही निकलता रहा। वहीं यह काम कोरोना वायरस ने कर दिखाया। यकीनन मानवता पर भारी कोरोना ने सबको बड़ी सीख दे दी है। अब भी समय है चेतने और जाग उठने की वरना प्रकृति कहीं बागी तेवर न दिखाने लगे। जिसे सूक्ष्म से कोरोना वायरस ने पहले ही जता दिया है। लॉकडाउन के बाद आसमान और पृथ्वी के वायुमंडल में बहुत तेजी से बदलाव हो रहा है। वैज्ञानिक इससे भौंचक्के हैं। मानने को मजबूर हैं कि विश्वव्यापी लॉकडाउन से ही यह सब हुआ है। कार्बन के कम उत्सर्जन से गरम इलाके के लोगों का हवा से जलन भी नहीं हो रही है। यह क्या जिस जिस कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में लॉकडाउन के हालात पैदा कर दिये। एकदम से दुनिया की रफ्तार थम गयी और इंसान को घरों में कैद करके रख दिया, उसी ने प्रकृति को उसका खोया हुआ स्वरूप लौटाना शुरू कर दिया वह कर दिखाया जिसको लेकर दशकों, बल्कि कहें अर्ध शताब्दी या उससे भी ज्यादा समय से खूब माथा पच्ची हो रही है लेकिन नतीजा कुछ खास निकला नहीं उसी कोरोना ने कर दिखाया, जिसने जानकार होने एवं हर समस्या का हल ढूंढने की इंसानी गलतफहमीं को चुटकियों में खत्म कर दिया। कभी नंगी आंखों से कोसों दूर मौजूद पहाड़ दिखना बीती बातें बन गई है, मई में  बहने वाली ठंडी एवं सुकून देती हवा सपना हो गया था। तभी आंखों से न दिखने वाले खतरनाक वायरस ने वह सब कर दिखाया जो इस दौर में असंभव था अगर बात हवा की करें तो कल तक जो हवा खुद बीमार थी आज वह साफ हो गयी। तमाम तरह के प्रदूषण से युक्त हवा सांस के जरिये फेफड़ों में पहुंच कई असाध्य और दूसरे रोगों को बढ़ा रहे थे। इससे उपजी अनगिनत और अनजान बीमारियां शरीर तोड़ रही थी। जमीन आसमान और जल मार्ग में खपत होने वाले ईंधन जो जहरीली हवा में तब्दील हो जाते हैं की देन थी। कोरोना संक्रमण के इस दौर में विशेषज्ञ नदियों की अपने स्तर पर की जाने वाली साफ-सफाई को एक भावी मॉडल के रूप में देख रहे हैं, ताकि भविष्य में सभी नदियों को पुनर्जीवित करने का रास्ता बन सके। मई-जून में पडऩे वाली भीषण गर्मी में आज जहां वातावरण में पूरी तरह से ठंडक है, लोग सुकुन के साथ आनंदमय सांस ले रहे है। कोरोना वॉयरस इंसानो के लिए सबसे खतरनाक है, लेकिन यह वॉयरस इंसानो को बहुत कुछ सीख भी दे रही है। अगर इंसान समय रहते इन सीखों को नही समझा तो आगे चलकर कोरोना वॉयरस से बचने के बाद इंसानो को प्रकृति की मार झेलने के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा।

मंगलवार, 5 मई 2020

जिले सभी न्यायालयो ने कार्य किया प्रारभ्भ

अनूपपुर कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए लाकडाउन पूरे देश में 41 दिनो से अधिक समय से सभी कार्य पूर्ण रूप से बंद होने से लोगो को कठिनाईयो का समाना करना पड़ रहा था जिसे देखते हुए हाइकोर्ट जबलपुर ने प्रदेश की सभी जिला एवं सत्र न्यायालय सहित सभी न्यायालयों को 5 मई से खोलने के आदेश दिये है। मंगलवार से अनूपपुर जिले की सभी न्यायालय 10.30 से दोपहर 2 बजे तक  एवं सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक न्यायालयीन कार्य किया।

दिन दहाड़े बाइक की डिक्की तोड़ अज्ञात चोरो ने उड़ाये 70 हजार, कैमरे में हुए कैद

अनूपपुर कोतमा बाजार में कीटनाशक दवाई लेने बीज भंडार गए हुए कृषक की मोटर साईकिल की डिक्की तोड़कर अज्ञात चोरो ने 70 हजार रूपए पार कर दिए। जानकारी के अनुसार रामवतार गुप्ता निवासी ग्राम चंगेरी जो की 5 मई मंगलवार की दोपहर अपने घर से ग्रामीण बैंक शाखा कोतमा पहुंच अपने खाते से 75 हजार रूपए निकाल कर मोटर साईकिल की डिक्की में 70 हजार रूपए तथा 5 हजार रूपए जेब में रख कर कोतमा बाजार पहुंचकर कीटनाशक दवाई खरीदने के लिए गुप्ता बीज भंडार पहुंचकर दुकान के बाहर अपनी मोटर साईकिल खड़ी करते हुए सामान लेने दुकान गये जब सामान लेकर वापस आये तो देखा डिक्की से 70 हजार रूपए गायब थे। आसपास के लोगो से पूछताछ करने पर लोगो को इसकी जानकारी लगते ही बगल के दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई कैमरे में मोटर साईकिल से आए दो अज्ञात बदमाशो की फुटेज बाइक की डिक्की तोड़ कर 70 हजार रूपए पार करते कैमरे में कैद हो गई। जिसके बाद बाइक की डिक्की से 70 हजार रूपए चोरी होने की सूचना रामवतार गुप्ता ने कोतमा थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने शिकातय के बाद मामला पंजीबद्घ कर विवेचना में जुटते हुए अज्ञात चोरो की तलाश में जुट गई। पीडि़ता ने बताया की उसने धान बेचकर रूपए बैंक में जमा करवाए थे तथा आज उसे कुछ लोगो का कर्ज चुकाना था जिसके लिए उसने बैंक से रूपए निकाले थे।


छूट में सोशल डिस्टेसिंग की बैंको में उड़ी धज्जियां, बेपरवाह नागरिक निकले घरों से

बाजार रही रौनक,नहीं दिखा लॉकडाउन की सख्ती
अनूपपुर ऑरेंज जोन में शामिल अनूपपुर जिले में लॉकडाउन के तीसरे चरण में शर्तो के साथ दुकानें खोलने की छूट के बाद बाजार में रौनक आ गई। वहीं सोशल डिस्टेसिंग और बिना मास्क के साथ वाहनों पर सवार होने दिशा निर्देशो की धज्जियां भी जम कर उड़ी। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित चोरो विकासखंड अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी और पुष्पराजगढ़ में लॉकडाउन के निर्देशों का पालन नहीं किया गया। आम दिनों की भांति दुकानों पर खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। दुकान के सामने बने गोल घेरे शोपीस नजर आए। बाइक पर चालक के अलावा पीछे अन्य सवारी बेफ्रिक नजर आया। कमोवेश कार/जीप में भी यही हालात नजर आए।

छूट के दूसरे दिन मंगलवार को भी सबसे अधिक भीड़ बैंको शाखाओं के मुख्य गेट पर नजर आई, जहां सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते हुए उपभोक्ता बैंक के गेट पर जमे रहे। न मास्क, सोशल डिस्टेसिंग और ना ही सुरक्षा के लिए सेनेटाईजर जैसे कवच का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि बाजार में 70-30 अनुपात में दुकानें खुली। सैलून, प्रेस, होटल, खाद-बीज की दुकान सहित अन्य कुछ दुकानें बंद रही। प्रदेश सरकार ने सैलून, प्रेस जैसी जरूरत की दुकानों को छूट दी थी, बावजूद बाजार में दुकानें बंद रही।

शराब दुकानो के खोले जाने की अनुमति के मंगलवार को शराब दुकान में मदिरा प्रेमीयो की भीड़ रही। छूट के बाद शहर में लापरवाह बनी जिंदगी को देखा जाए तो आज अन्य दिनों की भांति पुलिस और प्रशासन दोनों गायब रहे। जिसका परिणाम यह रहा कि सुबह 10 बजे शाम 4 बजे तक आम नागरिक बेपरवाह होकर सड़कों पर लॉकडाउन के निर्देशों की अवहेलना की।

सतत रूप से सैंकड़ों हाथ से तैयार कर रहे लाखों की संख्या में सुरक्षा कवच

मनरेगा श्रमिकों सहित कोरोना योद्धाओं को सहजता उपलब्ध हो रहा है सुरक्षा कवच
ग्रामीण महिलाओं को मिला आर्थिक संबल
अनूपपुरकोरोना संक्रमण से बचाव एवं सुरक्षा उपायों को मुहैया कराने हेतु अनूपपुर जिले के स्वसहायता समूह के सदस्य बिना थके, बिना रुके सतत रूप से प्रयास कर रहे हैं। इस वैश्विक आपदा की घड़ी में समूहों का संगठित प्रयास अब एक विशाल सहयोग बन चुका है, जिससे न केवल कोरोना से लड़ाई हेतु प्रशासन को सहयोग प्राप्त हुआ है, वहीं आमजन भी समूहों के द्वारा बनाए गए मास्क को सहजता से प्राप्त कर स्वयं को संरक्षित एवं सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। एनआरएलएम अंतर्गत संचालित स्व सहायता समूह वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु मास्क तैयार कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। जिले में अभी तक 165 समूह सदस्यो द्वारा 2 लाख से अधिक मास्क तैयार कर विभिन्न विभागों को उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही आमजन हेतु आजीविका बाजार में मास्क मात्र 10 रुपए प्रति मास्क की कीमत पर उपलब्ध करा रहा हैं। मास्क निर्माण हेतु राशि की उपलब्धता समूह, ग्राम संगठन और संकुल स्तरीय संगठनों के माध्यम से की जा रही है। समूह सदस्यों द्वारा बनाये गए मास्क न सिर्फ मनरेगा में लगे श्रमिकों को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं, बल्कि आमजन की सुरक्षा में लगे कोरोना योद्धाओं को भी कोरोना जैसी संक्रामक महामारी से सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। यह कार्य आजीविका मिशन की जिला एवं ब्लॉक टीम द्वारा सामुदायिक संगठनों के सहयोग से सफलता पूर्वक संपादित किया जा रहा है।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने आजीविका मिशन से जुड़े सभी सदस्यों के इस कार्य की सराहना की है एवं अनूपपुर के समस्त निवासियों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सभी उपायों का अनिवार्य रूप से पालन कर कोरोना संक्रमण से लड़ाई में प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। अनावश्यक बाहर न निकलें, अत्यंत आवश्यक होने पर जब भी बाहर निकलें चेहरे (मुँह एवं नाक) को मास्क, गमछे, दुपट्टे किसी साफ कपड़े से अवश्य ढँककर रखें। नियमित रूप से हाथों को साबुन एवं पानी से विधिवत रूप से साफ करते रहें। पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें, रोग प्रतिरोधात्मक उपायों गर्म पानी का सेवन, योग, व्यायाम आदि को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनायें।

राजनगर के युवा बने युवाओ के लिए मिसाल

अनूपपुर/राजनगर। मानवता की मिसाल बने राजनगर के युवा मानसिक रूप से कमजोर क्षेत्र मे फटे कपड़े पहन कर भटकते युवक संतोष पर युवा समाज सेवी अश्विनी कुमार यादव, अकाश गुप्ता, संदीप सिंह की नजर पड़ी तो उन्होने उसे नहलाया  और बाल कटवाये नये कपड़े चप्पल पहना कर उसके रोजाना खाने का प्रबंध किया। पूरा देश कोरोना जैसी विकट समस्या से जूझ रहा। वही इस समस्या से लोगो को बचाने का हर सम्भवत मदद नगर के युवाओ की टीम द्वारा प्रयास किया जा रहा है। मानसिक रुप से कमजोर  व्यक्ति जिसे लोग देख कर घृणा करते थे समाज से दूर रखना चाहते थे उस व्यक्ति जीने का सलीका दिखाकर कर मानव होने का फर्ज निभाया है। इन युवाओ के प्रेरणा में समाज सेवी पुल्लू दूबे ने संतोष को कपड़े,चप्पल रोजाना खाने का जिम्मा खुद पर लिया।

अब तक 220 कृषकों ने 4041.50 क्विंटल फसल की बेची,3522 क्विंटल का किया जा चुका है परिवहन

6361 कृषक के खाते में 13 करोड़ 27 लाख  की फसल बीमा क्लेम राशि
अनूपपुर जिले में उपार्जन प्रक्रिया सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना के साथ सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से सम्पादित की जा रही है। अब तक 220 कृषकों से 4041.50  क्विंटल गेहूँ की खरीदी हो चुकी है। उपार्जित खाद्यान्न में से 3522 क्विंटल का परिवहन भी किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि रबी उपार्जन हेतु जिले में कुल 8 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं, प्रतिदिन 6 कृषकों को उपार्जन हेतु एसएमएस भेजा जाता है। उक्त कृषकों को सम्बंधित उपार्जन केंद्र प्रभारी द्वारा भी सूचित किया जा रहा है। जिले में गेहूं के उपार्जन हेतु 1609 कृषकों ने पंजीयन कराया है। 
जिले के 6361 कृषक के खाते में 13 करोड़ 27 लाख  की फसल बीमा क्लेम राशि
अनूपपुर, 05 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत खरीफ वर्ष 2018 एवं रबी वर्ष 2018-19 अंतर्गत अनूपपुर जिले के 6361 कृषकों के खातों में फसल बीमा क्लेम के 13 करोड़ 27 लाख 26 हजार 543 रुपए हस्तांतरित किए जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा खरीफ वर्ष 2018 तथा रबी वर्ष 2018-19 की फसल बीमा के प्रीमियम की राशि 22 सौ करोड़ रुपए बीमा कंपनियों को जारी कर दी है। जिसके बाद कृषकों को इन वर्षों की फसल बीमा की राशि प्राप्त हुई है।

    

कोरोना संक्रमण से संरक्षण के उपायों की बाल गृह में बच्चो को दी जानकारी

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बाल गृह का किया भ्रमण

अनूपपुर उच्च न्यायालय के निर्देशन पर मंगलवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारियों ने ममता बालगृह का निरीक्षण किया। बच्चों को सामाजिक दूरी का पालन करने एवं मास्क का प्रयोग करने की सलाह दी गई। बालगृह की अधीक्षिका को लॉकडाउन के दौरान बच्चों के कौशल विकास संरचनात्मक वृद्घि के लिए नई-नई गतिविधियां सिखाने को कहा गया। इस दौरान प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश भू-भास्कर यादव, जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे ने आश्रय स्थल जाकर मजदूरों से संपर्क कर भोजन और विश्राम की व्यवस्था पर चर्चा की। मजदूरों को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के टोल फ्री नं. 15100 की जानकारी देकर बताया गया कि किसी भी प्रकार की सहायता के लिए टोल-फ्री नंबर पर फोन कर सहायता मांग सकते है।

छत्तीसगढ़ से अनूपपुर की सीमा में आये 90 श्रमिकों की प्रारम्भिक जाँच उपरांत गृह जिले किया रवाना

छत्तीसगढ़ से अनूपपुर की सीमा में आये 90 श्रमिकों की प्रारम्भिक जाँच उपरांत गृह जिले किया रवाना
अनूपपुर राज्य शासन के निर्देशानुसार पलायन कर आ रहे प्रवासी श्रमिकों को प्रशासन द्वारा उनके मूल निवास भेजने की व्यवस्था में छत्तीसगढ़ से अनूपपुर जिले की सीमा में आये 90 श्रमिको की स्वास्थ्य जांच करा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एसडीएम कोतमा एवं जैतहरी ने उनके गृह जिले शहडोल एवं कटनी के लिए रवाना किया गया। छग.के कोरिया जिले से मंगलवार को 40 श्रमिको का समूह अनूपपुर जिले के ग्राम डोला रामनगर पर पहुंचे। जिनमे 11 महिला 12 पुरुष व 17 बच्चे रहे। अनुविभागीय दंडाधिकारी कोतमा अमन मिश्रा ने बताया कि सभी का स्वास्थ्य टीम द्वारा मेडिकल जांच करा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए उनके गृह निवास बस द्वारा शहडोल जिले के ग्राम केशवाही रवाना कर दिया गया।
कटनी के 50 श्रमिकों को किया रवाना
जिले की दूसरी सीमा में छत्तीसगढ़ से वेंकटनगर में 50 श्रमिकों की प्रारम्भिक स्वास्थ्य जाँच एवं जलपान करा अनुविभागीय दंडाधिकारी अनूपपुर/जैतहरी कमलेश पुरी एवं तहसीलदार भागीरथी लहरे ने कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सावधनियों की जानकारी देकर कटनी जिला प्रशासन से चर्चा उपरांत बसों के माध्यम से कटनी के लिए रवाना किया।



सोमवार, 4 मई 2020

अनूपपुर में कोरोना पॉजटिव की संख्या एक की बढ़ोत्तरी,भोपाल से आयी महिला में मिला लक्षण

जिले में कोरोना प्रक्ररण की संख्या हुई 3, शुरुआत से महिला थी क्वॉरंटीन में
अनूपपुर स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में कोरोना पॉजटिव पाए गए व्यक्ति के साथ भोपाल से  आई महिला भी जाँच उपरांत कोरोना पॉजटिव मिलने सें अनूपपुर में संख्या बढ़कर तीन हो गई है। महिला आगमन के समय से ही क्वॉरंटीन सेंटर जरियारी (वर्तमान में कंटेनमेंट जोन) में रखी गई थी। सोमवार 4 मई, देर रात आईसीएमआर जबलपुर द्वारा कोरोना पॉजटिव होने की पुष्टि होते ही महिला को रात में ही क्वॉरंटीन केंद्र से जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। महिला में कोई लक्षण नहीं है एवं स्वास्थ्य स्थिर है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कुल 133 रिपोर्ट में यह जिले में तीसरा कोरोना पॉजटिव का प्रकरण हैं। 1 मई को भेजे गए 32 सैम्पल में से सिर्फ 1 महिला के कोरोना पॉजटिव होने की पुष्टि हुई है। मंगलवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि महिला अनूपपुर आगमन से ही संस्थागत क्वॉरंटीन में है, घबराने की आवश्यकता नही है। सावधानी के तौर पर गतिविधियाँ स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के आधार पर की जा रही हैं। उन्होने ने बताया कि क्वॉरंटीन सेंटर आदिवासी कन्या छात्रावास जरियारी पूर्व में ही कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया जा चुका है, अत: कोई भी नया कंटेनमेंट जोन नही बना है। जिले में वर्तमान में कुल 2 कंटेनमेंट जोन हैं।

थाना प्रभारी के खिलाफ महिला ने एसपी से की शिकायत

पुलिस प्रताडऩा से पति ने की खुदकुशी का आरोप
अनूपपुर बिजुरी नगरपालिका वार्ड क्रमांक 9 निवासी मृतक रामचंद्र अग्रवाल पिता रामकृपाल अग्रवाल की घर में आग लगाकर की गई खुदकुशी मामले में पत्नी प्रीति अग्रवाल ने 4 मई की दोपहर पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा के समक्ष उपस्थित होकर पुलिस प्रताडऩा में पति द्वारा आत्मग्लानि में खुदकुशी करने का आरोप लगाया है। एसपी को दिए गए शिकायत पत्र में प्रीति अग्रवाल ने बताया कि उसके पति २३ मार्च की दोपहर अपने पुत्र और पुत्री के साथ पास के दुकान से ससुर के लिए दवा लेने गए थे, तभी रास्ते में नगर निरीक्षक संजय पाठक द्वारा अभद्रता करते हुए उनके साथ मारपीट की थी। साथ ही उन्हें थाना लाकर शाम 7 बजे छोड़ा था। घर आकर पति आत्मग्लानी में रो रहे थे, जहां घर के सदस्यों सहित आसपास के लोगो ने समझाते हुए शांत कराया था। इसके बाद 25 मार्च को पुन: पति के दुकान जाने के दौरान नगर निरीक्षक ने उन्हें रोकते हुए अभद्रता के साथ गाली गलौज किया। इससे परेशान पति ने दोपहर आने के बाद घर में खुदकुशी कर ली थी। महिला ने थाना निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।




आरेंज जोन जिले में मजदूरों के आगवन से खतरा की आशंका, चुनौतियों से लडऩे तैयार स्वास्थ्य अमला

25 आइसोलेटेड बिस्तर के साथ 500 मरीजों को क्वारंटीन करने की व्यवस्था
अनूपपुर। लॉकडाउन के दूसरे चरण में जिले में मिले कोरोना के दो पॉजीटिव मजदूरों के बाद ग्रीन जोन से आरेंज जोन में आए अनूपपुर जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा बरकरार बना हुआ है। लॉकडाउन २ की समाप्ति और लॉकडाउन ३ की घोषणा के साथ गृह मंत्रालय द्वारा संशोधित आदेशों में आरेंज और ग्रीन जोन में दी जाने वाली छूट से सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन प्रभावित होगा। भले ही प्रशासन ने लापरवाह व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई और दुकान को तीन दिनों के लिए बंद करने की सजा जैसी व्यवस्था बनाते हुए शासन के आदेश के पालन की अपील की है। लगातार जिले की सीमावर्ती प्रदेशों से मजदूरों की हो रही आवाजाही और आम नागरिकों द्वारा सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करने के कारण कोरोना संक्रमण के खतरे से टाला नहीं जा सकता। जबकि पूर्व से कोरोना संक्रमण से जीवन को बचाने की तैयारियों के साथ बाद में मिले कोरोना प्रकरणो के बाद जिला प्रशासन चुनौतियों से लडऩे तैयार है। इसके लिए लोगों को सोशल डिस्टेसिंग पालन करने, वेबजह और बिना मास्क बाहर नहीं निकलने तथा बाइक पर चालक और कार/जीप पर दो लोगों के सवार जैसी निर्देशों की लगातार ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रसारित किया जा रहा है। वहीं जिला चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आने वाले मरीजों की बारीकि से जांच के साथ संदेही व्यक्तियों को संस्थागत क्वारंटीन किया जा है।
जिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. एससी राय ने बताया कि जिला चिकित्सालय में कोरोना संक्रमित मरीजों से बचाव के लिए 259 पीपीई किट, 110 वीटीएम, 3 वेंटीलेटर की सुविधा के साथ 25 बिस्तरों वाला विशेष आइसोलेशन वार्ड तैयार रखा गया है। जबकि भविष्य की व्यवस्थाओं के लिए 500 बिस्तरों वाला क्वारेंटीन सेंटर बनाकर रखा गया है। इसके अलावा जिले के समस्त ग्राम पंचायत स्तर पर संस्थागत क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है। जबकि स्टॉक में 200 अतिरिक्त पीपीई किट,125 वीटीएम को रखा गया है। सैम्पल जांच जबलपुर लैब भेजा जाता है।
मप्र.-छग सीमा पर नहीं स्क्रीनिंग की सुविधा

प्रदेश से लगे मप्र.-छग का अंतिम सीमावर्ती ग्राम राजनगर,वेकटनगर एवं अमरकंटक है, जो छग की ओर से अनूपपुर के रास्ते शहडोल और कटनी को जोड़ता है। लॉकडाउन की घोषणा के बाद छग में मजदूरी करने वाले हजारो मजदूरों का विभिन्न राज्यों की ओर पलायन हो रहा है। यहंा तक जरूरी सामग्रियों को लेकर वाहनों की आवाजाही हो रही है। लेकिन यहां ऐसे वाहन चालकों व मजदूरों की स्वास्थ्य जांच व उनके ठहराने की कोई सुविधा नहीं है। यहां तक स्वास्थ्य जांच के लिए प्राथमिक स्तर पर स्क्रीनिंग भी नहीं की जा रही है।

भोपाल से आए 39 श्रमिकों की हुई स्वास्थ्य जाँच, भेजा गया क्वॉरंटीन सेंटर

अनूपपुर। जिले के ऐसे श्रमिक जो अन्य जिलों राज्यों में हैं, उन्हें उनके गृह जिले भेजे जाने हेतु शासन स्तर से व्यवस्थाएँ की गई हैं। 4 मई को भोपाल से पुष्पराजगढ़ अंचल के निवासी 39 श्रमिकों का समूह अनूपपुर पहुँचा जहाँ प्रारम्भिक जाँच के उपरांत उन्हें राजेंद्रग्राम भेजा गया। श्रमिकों की स्वास्थ्य दल द्वारा नॉन कॉंटैक्ट थर्मामीटर से मेडिकल स्क्रीनिंग की गयी एवं जानकारियाँ रिकार्ड की गई। स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के आधार पर श्रमिकों को खाँटी, दमहेड़ी एवं कोयलारी में स्थित क्वॉरंटीन सेंटर में संस्थागत क्वॉरंटीन हेतु भेजा गया। जहाँ पर श्रमिकों की स्वास्थ्य दल द्वारा निगरानी की जायेगी, सैम्पल जाँच हेतु लिए जाएँगे एवं जाँच रिपोर्ट आने के पश्चात स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

इससे पहले श्रमिकों को एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया, तहसीलदार टीआर नाग, नायब तहसीलदार आदित्य द्विवेदी सहित स्वास्थ्य दल द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियों एवं उपायों की विस्तार से जानकारी दी गयी एवं उनके अनुपालन हेतु प्रेरित किया गया।

स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के आधार पर आगंतुको को घर जाने की होगी अनुमति

बाहर से आने वाले श्रमिकों की होगी त्रिस्तरीय स्क्रीनिंग के बाद मिलेगी घर जाने की अनुमति
क्वॉरंटीन सेंटर में आवश्यक व्यवस्थाओं हेतु कलेक्टर ने दिए निर्देश आगंतुको को सूचना देना अनिवार्य
अनूपपुर। जिले में शासन के निर्देशानुसार प्रदेश के अन्य जिलों एवं प्रदेश के बाहर से श्रमिकों का आगमन चालू हो गया है। बड़ी संख्या में श्रमिकों के आगमन को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्ट्रैट सभागार में सोमवार को आयोजित विशेष बैठक में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा व्यवस्थाओं की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिए गए। उन्होने कोरोना संक्रमण से संरक्षित रखने हेतु सभी आगंतुको की स्क्रीनिंग करा स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के आधार पर आगंतुको को घर जाने की अनुमति दी जाएगी। कलेक्टर ने श्रमिकों की त्रिस्तरीय स्क्रीनिंग के निर्देश दिए हैं। प्रथम स्तर में जिले की चिन्हित सीमाओं जहाँ से श्रमिकों का आगमन होगा, वहाँ पर स्वास्थ्य दल द्वारा नॉन कॉंटैक्ट थर्मामीटर से स्क्रीनिंग की जाय, लक्षण वाले श्रमिकों को अलग कर उनके सैम्पल भेजे जाएँ। शेष को सम्बंधित विकासखंड के क्वॉरंटीन कैम्प ले जाने हेतु तहसील मुख्यालय भेजा जाएगा। जहाँ उन्हें क्वॉरंटीन कैम्प भेजा जाएगा तथा स्वास्थ्य दल द्वारा नियमित निगरानी की जाएगी। तृतीय चरण में सम्बंधित समूह से कुछ लोगों जिनमे लक्षण दिख रहें है यादृच्छिक रूप से चयनित किया जाकर उनकी कोरोना जाँच की जाएगी, रिपोर्ट के आधार पर सम्बंधित समूह को 14 दिवस के लिए अनिवार्य रूप से होम क्वॉरंटीन हेतु निर्देशित किया जाएगा। होम क्वॉरंटीन किए हुए व्यक्तियों की सूची सम्बंधित ग्राम पंचायत, नगरीय प्रशासन को सौंपीं जाएगी। जिनके द्वारा स्वास्थ्य दल को ऐसे व्यक्तियों की निगरानी की जायेगी। कलेक्टर द्वारा श्रमिकों के जिले के अंदर सुव्यवस्थित आवागमन हेतु पर्याप्त संख्या में वाहन व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (इन्सिडेंट कमांडर) को निर्देश दिए हैं कि अपने क्षेत्रांतर्गत समस्त क्वॉरंटीन सेंटर में आवश्यक व्यवस्थाएँ-पेय जल, साफ सफाई, शौचालय, भोजन, सैनिटाईजेशन आदि की व्यवस्था दुरुस्त रखें। अधोसंरचना सम्बंधी कार्यों हेतु सम्बंधित विभागों को अवगत करा तत्काल आवश्यक मरम्मत/निर्माण की कार्यवाही करवाएँ। क्वॉरंटीन केंद्रों में किसी भी परिजन को आकर मिलने की अनुमति नहीं होगी। इस हेतु सेंटर प्रभारी जिम्मेवार होंगे।
जिले से बाहर जाने वालों को प्रदान करें ई-पास
कलेक्टर द्वारा ई-पास से जुड़े प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे सभी नागरिक जो स्वयं की वाहन व्यवस्था से जिले से बाहर जाना चाहते हैं। उन सभी को ई- पास प्रदान किया जाय। ऐसे व्यक्ति जो स्वयं का वाहन व्यवस्था से अनूपपुर आना चाहते हैं, उन्हें भोपाल, इंदौर, उज्जैन एवं अन्य हॉटस्पॉट को छोड़कर आने की अनुमति दी जा सकती है। सभी व्यक्तियों को अनूपपुर आगमन पर नजदीकी चिकित्सालय, थाना अथवा कार्यपालिक दंडाधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर सूचना देनी होगी। जहाँ पर स्वास्थ्य दल द्वारा उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी। स्वास्थ्य जाँच उपरांत स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा तय अवधि के लिए सख्त होम/संस्थागत क्वारंटाइन के लिए निर्देशित किया जाएगा। ऐसे सभी व्यक्तियों को स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशो का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति आईपीसी की धारा 188 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 से 60 के तहत कानूनी कार्यवाही के लिए उत्तरदायी होंगे। प्रदेश के बाहर निवास कर रहे लॉकडाउन में फँसे श्रमिक जिनकी सूची ग्राम पंचायत वार तैयार कर राज्य शासन के पोर्टल में दर्ज करने सम्बंधित ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए हैं।

भारत सरकार गृह मंत्रालय के नवीन दिशानिर्देशो अनुसार जिले में विभिन्न गतिविधियों को प्रदान की गयी सशर्त अनुमति की जानकारी देते हुए कलेक्टर ने पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को उक्त शर्तों/ प्रतिबंधो का कड़ाई से पालन करने एवं आवश्यकता पडऩे पर दंडात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत सरोधन सिंह, अपर कलेक्टर बीडी सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन सहित, प्रशासनिक, पुलिस एवं सम्बंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

रविवार, 3 मई 2020

जिला पहुंचा ऑरेंज जोन में, 4 मई से समस्त एकल स्थाई दुकानो को खोलने की सशर्त अनुमति

शाम 7 से प्रात: 7 बजे तक प्रतिदिन कफ्र्यू , मिठाई दुकानों,ढाबे,रेस्टॉरेंट, भोजनालय आदि पूरे दिन की अवधि में होम डिलेवरी कर सकेगे।
अनूपपुर। जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में लिए निर्णयों में नवीन प्रतिबंधात्मक आदेश में अनूपपुर जिले को ऑरेंज जोन मानते हुए विविध गतिविधियों को सशर्त अनुमति दी गई है। 4 मई से शहरी क्षेत्रों में भी सभी प्रकार की एकल स्थाई दुकाने प्रात: 10 से दोपहर 4 बजे तक खोली जा सकेंगी। इस दौरान सम्बंधित दुकानदारों को सामाजिक दूरी (2 व्यक्तियों के बीच न्यूनतम 1 मीटर की दूरी) का अनिवार्य रूप से पालन करने हेतु व्यवस्था करनी होगी। सामाजिक दूरी के उल्लंघन अथवा भीड़ भाड़ पाए जाने पर सम्बंधित दुकान 3 दिवस के लिए सील कर दी जाएगी। रविवार को रात जारी आदेश में जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर ने कहा कि जिले के शहरी/अधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों नगर पालिका अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी,पसान, बिजुरी, नगर पंचायत अमरकंटक के साथ ग्राम रामनगर, बनगवां  राजेन्द्रग्राम,किरगी,कोहका में सब्जी मंडी खोलने नही खुल सकेगी। यहा पर होम डिलिवरी प्रात: 8 से दोपहर 4 बजे तक की जा सकेगी। डिलिवरी करने वाले व्यक्ति का मास्क एवं ग्लव्ज पहनना अनिवार्य होगा। ठेले पर या वाहन के पास दो ग्राहकों के बीच एक मीटर की दूरी रखनी अनिवार्य होगी। 
8 शहरी/अधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में दूध विक्रेता प्रात: 6.00 बजे से 9.00 बजे तक होम डिलेवरी कर सकेंगे। इसके साथ ही प्रात: 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक दुकान (डेयरी) खोली जा सकेगी। पके हुए भोजन की बिक्री करने वाले मिठाई दुकानों,ढाबे,रेस्टॉरेंट, भोजनालय आदि पूरे दिन की अवधि में होम डिलेवरी कर सकेगे। प्रतिष्ठान पर बैठाकर खिलाने पर प्रतिबंध रहेगा। 
ग्रामीण क्षेत्रों में समस्त प्रकार की एकल स्थायी दुकानो को संचालित करने की अनुमति पूरे दिन रहेगी। साप्ताहिक हाट बाजार एवं अस्थायी दुकानो का संचालन प्रतिबंधित रहेगा।
केवल अनुमत गतिविधियों के लिए व्यक्तियों और वाहनों के आवागमन की अनुमति होगी। चार पहिया वाहनों में वाहन चालक के अलावा अधिकतम दो यात्री होंगे, दो पहिया वाहनों हेतु सिर्फ चालक को अनुमति होगी। 
टैक्सी और ऑटो रिक्शॉ की अनुमति होगी। जिसमें 1 ड्राइवर और अधिकतम 2 यात्री रह सकते हैं।
सभी ट्रकों/पिकअप और अन्य मालवाहक वाहनों का आवागमन जिसमे अधिकतम दो ड्राइवर, एक क्लीनर/ सहायक जा सकेंगे (उक्त के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना चाइए) खाली ट्रक/वाहन को माल की डिलीवरी के बाद या माल लेने के लिए परिवहन करने की अनुमति होगी।
निर्माण गतिविधियाँ (शासकीय एवं निजी दोनो)
शहरी क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियां केवल प्रगतिरत निर्माण हेतु (जहां श्रमिक साइट पर उपलब्ध हैं और किसी भी श्रमिक को बाहर से लाने की आवश्यकता नहीं है) और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यों की अनुमति है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सभी निर्माण गतिविधियों की अनुमति है।
उद्योग/औद्योगिक प्रतिष्ठान (शासकीय और निजी दोनों) को संचालन की सशर्त अनुमति होगी। ओरिएंट पेपर मिल्स अमलाई से संबद्ध कास्टिक सोडा फैक्ट्री, मोजर बेयर थर्मल पावर प्लांट जैतहरी, अमरकंटक थर्मल पावर प्लांट चचाई तथा एसईसीएल, जमुना/कोतमा, सोहागपुर/हसदेव क्षेत्र पालन करते हुए संचालन की अनुमति होगी। दवाओं, फार्मास्यूटिकल्स, चिकित्सा उपकरणों, उनके कच्चे माल और मध्यवर्ती सहित आवश्यक वस्तुओं की विनिर्माण इकाइयाँ। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, उत्पादन इकाइयाँ, जिन्हें निरंतर संचालन की आवश्यकता होती है और उनकी आपूर्ति श्रृंखला, आईटी हार्डवेयर का विनिर्माण, कोयला उत्पादन, खानों और खनिज उत्पादन, उनके परिवहन, विस्फोटकों की आपूर्ति और खनन कार्यों के लिए आकस्मिक गतिविधियां, पैकेजिंग सामग्री की विनिर्माण इकाइयां, शिफ्ट अंतराल और सामाजिक दूरी के साथ जूट उद्योग,तेल और गैस एक्स्प्लोरेशन रिफाइनरी, ईंट भट्टे एवं मिट्टी के वर्तन बनाने एवं विक्रय करने वालों को छूट रहेगी।
धारा 144 के तहत शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे के बीच कर्फ़्यू रहेगा। सभी गैर-आवश्यक गतिविधियों के लिए व्यक्तियों का आवागमन कड़ाई से प्रतिबंधित किया जाएगा।
इस दौरान सभी गतिविधियों को अनुमति होगी, जो इन दिशा-निर्देशों के तहत निषिद्ध अथवा प्रतिबंधित नहीं हैं। कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी, बैंक सेवाएँ, पेट्रोल पम्प, आटा चक्की, राइस मिल, व्यक्तिगत सेवा प्रदाताओं द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाएँ जैसे- इलेक्ट्रिशन, प्लंबर, मोबाइल रिपेयर शॉप आदि प्रतिबंधित नहीं रहेंगी। 
सार्वजनिक स्थानों, कार्य स्थानों पर मास्क, गमठा, दुपट्टा, साड़ी अथवा रूमाल से चेहरा (नाक तथा मुंह) को ढकना अनिवार्य है 7 चेहरा ( नाक, मुंह ) न ढंकने पर 100 रूपये के जुर्माने से दण्डित किया जावेगा ।
सार्वजनिक स्थानों पर थूकना दंडनीय होगा। सार्वजनिक स्थानों पर थूकते पाये जाने पर 200 रूपये के जुर्माने से दण्डित किया जावेगा।
विवाह संबंधी आयोजनो में सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करना होगा। मेहमानों की अधिकतम संख्या 50 से अधिक नहीं होगी। अंतिम संस्कार संबंधित समारोहों में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करनी होगी और व्यक्तियों अधिकतम संख्या 20 से अधिक नहीं होगी।
सभी प्रकार की दुकानो किराना, वस्त्र, शराब, पान, गुटका, तम्बाकू आदि पर विक्रय के समय ग्राहकों को 1-1 मीटर की दूरी में रहना अनिवार्य होगा और यह भी सुनिश्चित करना होगा कि दुकान पर एक बार में 5 से अधिक व्यक्ति मौजूद न हों। कोई भी व्यक्ति जो इन शर्तों एवं निर्देशों का उल्लंघन करेगा, उस पर आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 के प्रावधानों तथा आई.पी.सी. की धारा 188 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

8 नगरीय क्षेत्र में सुबह 10 शाम 4 बजे तक खुलेगी सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानें

अनूपपुरकोरोना सकंट से उभरने के लिए देश में लॉकडाउन-3 में अब जिले के व्यापारिक प्रतिष्ठानें खुलने का निर्णय 3 मई को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला संकट प्रबंधन समिति की बैठक में जिला प्रशासन और सदस्यों द्वारा आम सहमति पर लिया गया। जिसमें प्रशासन ने सघन आबादी वाले 8 नगरीय क्षेत्र में सुबह 10 बजे शाम 4 बजे सोशल डिस्टेसिंग के अनुपालन में बाजार संचालित कराया जाएगा। दुकानदारों द्वारा सोशल डिस्टेसिंग प्रावधानों के अनुपालन नहीं करने पर दुकान को तीन दिनों के लिए सील कर दिया जाएगा। जबकि शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक जिले में लॉकडाउन के साथ कफ्र्यू लगा रहेगा। इस अवधि में नागरिकों को घर से बाहर निकलना सख्त मनाही होगी। वहीं कोरोना पॉजीटिव केस के सामने आने व आरेंज जोन में शामिल होने के कारण यहां बसों का परिचालन लॉकडाउन समाप्ति से पूर्व नहीं हो सकेगा। इस समस्या से निपटने ट्रैक्सी और ऑटो परिचालन की अनुमति प्रदान की गई है। जिसमें चालक सहित दो अन्य सवारी ही यात्रा कर सकेंगे। जबकि शराब और गुटखा दुकानों को भी सुबह 10 से शाम 4 बजे खोले जाने की अनुमति दी गई है। लेकिन यहां ग्राहक इनका उपयोग नहीं कर सकेंगे। बिना मास्क और गुटका खाकर, या सार्वजनिक स्थल पर थूकने पर 200 रूपए का दंड लगाया गया है। वहीं शादी समारोह के लिए 50 व्यक्तियों और अंत्येष्टि कार्यक्रम के लिए 20 व्यक्तियों की अनुमति प्रदान की गई है। 

सब्जी मंडी में आदेशों की अनदेखी पर पुलिस ने दिखाया दम

सोशल मीडिया विडियो में वायरल होते ही प्रशासन हुआ सक्रीय

अनूपपुर कोरोना संक्रमण से बचाव में 4 मई से लॉकडाउन-3 की घोषणा और जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में गृहमंत्रालय के जारी संशोधित आदेश में व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोलने दिए निर्देश में जिला मुख्यालय अनूपपुर में सैकड़ों किसानों ने निर्देशों की धज्जियां उड़ा दी। जिला प्रशासन द्वारा साप्ताहिक बाजार सहित सब्जी मंडी पर लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद रविवार 3 मई को अलग अलग रास्तों से सैकड़़ो किसान सब्जी मंडी पहुंचे और बाजार सजा दिया। बाजार में सब्जी की आवक को देखते ही व्यापारी और आसपास के रहवासी खरीदार सब्जी मंडी पहुंच गए। कई सैकड़ों की उमड़ती भीड़ और आदेशों की अनदेखी को देखते हुए स्थानीय कुछ लोगों ने वीडिया बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, साथ ही इसकी सूचना पुलिस को भी दी। वीडियो के वायरल होने पर जिला प्रशासन ने गम्भीरता दिखाते हुए तत्काल पुलिस प्रशासन से कार्रवाई के निर्देश दिए। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना के दर्जनों जवान मौके पहुंचे, जहां किसानों को तत्काल बाजार समेटने के निर्देश देते हुए किसानों व खरीदारों को खदेड़ा। लगभग दस मिनट तक पुलिस की सख्ती पर किसान अपनी सब्जी को समेटकर मंडी को खाली कराया।

लॉकडाउन में अवैध खनन, जेसीबी और ट्रैक्टर जब्त

अमरकंटक अमरकंटक नगरपरिषद के वार्ड क्रमांक 8 स्थित कपिल सरोवर में 2 मई को जेसीबी और ट्रैक्टर द्वारा रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार अमरकंटक शशांक शेंडे ने हल्का पटवारी के साथ मौके पर पहुंचकर उत्खनन में लगी जेसीबी और परिवहन के लिए खड़ी ट्रैक्टर को जब्त किया। जेबीसी चालक बाबूलाल और ट्रैक्टर चालक जयसिंह द्वारा उत्खनन और परिवहन सम्बंधी दस्तावेज की मांग किए जाने पर दोनों ने कागजात से इंकार कर दिया। जिसके बाद नायब तहसीलदार ने पंचनामा तैयार करते हुए वाहनों को जब्त करने की कार्रवाई की।

बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड खोंगसरा एवं भनवारटंक के बीच मालगाड़ी के 23 डिब्बे उतरे पटरी से, यातायात प्रभावित

6 यात्री गाड़ियों को किया रद्द, 9 गाड़ियों का मार्ग किया परिवर्तित एवं 4 बीच रास्ते में रद्द अनूपपुर। बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड के छत्तीसगढ़ के ...