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गुरुवार, 8 फ़रवरी 2018

रेल बजट में जिले के छह रेलवे स्टेशनों को फुटओवरब्रिज की सौगात

अनूपपुर रेल बजट जिले के लिये कई सौगातो को लेकर आया है जिला मुख्यालय में ओवरब्रिज की स्वीकृत के साथ 6 स्टेशनो के लिये फुट ओवरब्रिज के स्वीकृत मिली है। नगर के रेलवे फाटक में प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण से आम यात्रियों के निजात में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मुख्यालय ने वर्ष 2018-19 के 4527 कार्य के 5141 करोड़ की बजट योजनाओं में शामिल कर उसके निर्माण की घोषणा की है। जिसमें बिलासपुर-कटनी एवं अनूपपुर-अम्बिकापुर रेल सेक्शन पर अंतर्गत 6 स्टेशनों के लिए फुटओवर ब्रिज की सौगात दी। वहीं अनूपपुर जक्शन स्थित रेलवे फाटक के लिए पूर्व प्रस्तावित योजनाओं में शामिल ओवरब्रिज निर्माण के लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी। हालांकि रेलवे फाटक ओवरब्रिज निर्माण पर प्रशासन के प्रस्ताव पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा पूर्व में ही बजट पारित कर दी गई थी, इसमें रेलवे द्वारा निर्माण की सारी औपचारिकता पूरी कर बजट के लिए भी अनौपचारिक रूप से हामी भरी गई थी। लेकिन जारी किए गए बजट कलेंडर में रेलवे फाटक ओवरब्रिज के लिए रेलवे ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। इसके साथ ही अब रेलवे द्वारा फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण अपनी व्यवस्थाओं के अनुरूप कराया जाएगा। जिलान्तर्ग रेल खंड के छुलहा, निगौरा, वेंकटनगर, धुरवासिन, बैहाटोला तथा हर्री में फुटओवर ब्रिज के निर्माण की अनुमति प्रदान की है। इस प्रकार शहरों के मध्य से गुजरी रेलवे लाईन वाले ग्रामीण अंचलों के लोगों को अब मालगाड़ी के नीचे या पटरी पार कर प्लेटफार्म पार नहीं करना पड़ेगा। इस व्यवस्था में यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरी छोर पर बने प्लेटफार्म पर जाने में सहुलियत के साथ सुरक्षात्मक रहेगी। विदित हो कि जिले के इन छह मुख्य रेलवे स्टेशनों में यात्रियों की तादाद हजारों की होती है, जहां रेल सफर के दौरान महिलाओं व बच्चों को प्लेटफार्म टिकट कटाने तथा आगे की यात्रा के दौरान असुरक्षात्मक पटरियों को पार करना पड़ता था। इसमें कुछ घटनाएं भी सामने आई। जिसमें रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के वार्षिक निरीक्षण में स्थानीय मीडिया, जनप्रतिनिधियो और लोगों ने इन मांगों को उनके समक्ष प्रस्तुत किया। जिसमें रेलवे अधिकारियों ने भी रेल की महत्ता और लोगों की जान को जोखिम में देखते हुए उनकी मांगों पर अपनी सहमति प्रदान की। वहीं जिले वासियों में रेलवे की इन घोषणाओं पर खुशी जताते हुए शेष बची परियोजनाओं को भी पूरा कर बेहतर रेल सेवाएं देने की बात कही है। लोगों का कहना है कि रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण से बार बार नगरवासियों को फाटक के बंद होने पर लम्बे समय तक इंतजार नहीं करना होगा। वहीं फुटओवरब्रिज की उपलब्धता से लोग सुरक्षा के साथ आगे अपने गणतव्य तक यात्रा कर सकेंगे।


इंगांराजवि में ग्राम उद्योगों को बढावा देकर विकसित भारत बनाने का आह्वान-डॉ.आलोक वाजपेयी

अनूपपुर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शांति और अहिंसा के संदेश पर विमर्श के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकटंक के तत्वावधान में गुरुवार को विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता नेहरू मैमोरियल म्युजियम और लाइब्रेरी के डॉ.आलोक वाजपेयी ने गांधी की समग्रता को वर्तमान में भी उतना ही प्रासंगिक बताते हुए उनके सपनों के अनुरूप भारत को विकास के पथ पर अग्रसरित करने का आह्वान किया। व्याख्यान को संबोधित करते हुए उन्होंने महात्मा गांधी की सादगी को आम लोगों के साथ उनके जुडाव का मुख्य कारण बताया। उनका कहना था कि गांधी जी को समग्रता के साथ समझने की जरूरत है। वह जितने कुशल राजनीतिज्ञ थे उतना अच्छा उनका व्यक्तित्व भी था। जीवन में सभी श्रेष्ठ पहलुओं को समेटकर जिस प्रकार महात्मा गांधी ने आचरण प्रस्तुत किया वह अतुलनीय है। उन्होंने गांधी की भारतीय संदर्भ में आधुनिकता की परिभाषा को भी प्रस्तुत करते हुए कहा कि उन्होंने सदैव स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहित कर भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का संदेश दिया, जो आज भी उतना ही प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि अहिंसा के सिद्घांत को क्रियात्मक रूप से समझने की जरूरत है जिसमें इस सिद्घांत को मस्तिष्क में सक्रिय करने को कहा गया है। कुलपति प्रो. टी.वी. कटटीमनी ने महात्मा गांधी के अहिंसा, स्वतंत्रता और अस्पृश्यता के सिद्घांतों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उनका कहना था कि गांवों के कुशल कारीगरों को प्रोत्साहित करके और छोटे एवं मझोले उद्योगों को प्रोत्साहन देकर गांधी के सपने के अनुरूप विकसित भारत का निर्माण किया जा सकता है। इससे पूर्व प्रो. एस.आर.पाढ़ी ने डॉ.वाजपेयी सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ.चार्ल्स वर्गीज ने किया।

बुधवार, 7 फ़रवरी 2018

उच्च न्यायालय के आदेश के बाद संचालनालय ने स्वप्रिल दुबे को किया गया पद से पृथक

प्रतियोगिता में फर्जी खिलाडियो को शामिल करने का
अनूपपुर  जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग में पदस्थ ग्रामीण युवा समन्वयक अनूपपुर स्वप्रिल दुबे को हाई कोर्ट जबलपुर के अंतिम निर्णय पर 18 जनवरी को संचालनालय खेल और युवा कल्याण विभाग भोपाल के पत्र क्र./खे.यु.क./9553 /स्था./18 के माध्यम से स्वप्रिल दुबे को ग्रामीण युवा समन्वयक का अनुबंध समाप्त होने की दशा में नौकरी से पृथक कर दिया गया।
यह है मामला
वर्ष 2013 में जिला स्तरीय अंतरथाना टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता में संविदा ग्रामीण युवा समन्वयक स्वप्रिल दुबे ने कोतमा थाना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के खिलाडियो की जगह कोतमा नगर के खिलाडियो को सम्मिलित कर थाना बिजुरी के खिलाडियो को हराते हुए विजय प्राप्त की थी, जिस पर बिजुरी टीम के खिलाडियो ने इसकी शिकायत जिला खेल अधिकारी से करते हुए पूरे मामले में जांच की मांग की गई थी, जहां जांच तत्कालीन जिला खेल अधिकारी रविकांत सिंह ने करते हुए दोषी पाते हुए प्रतिवेदन तत्कालीन पुलिस अधीक्षक श्री डेहरिया सौंपा गया था। जिसके बाद रनर बिजुरी टीम को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सम्मिलित हेतु भेजा गया था।
संचालनालय ने किया था बर्खास्त
पूरे मामले में जहां संविदा ग्रामीण युवा समन्वयक अनूपपुर स्वप्रिल दुबे ने जिला स्तरीय प्रतियोगिता में फर्जी खिलाडियो के माध्यम से प्रतियोगिता किए जाने की शिकायत पर जांच के दौरान सही पाए जाने पर संचालनालय खेल और युवा कल्याण भोपाल द्वारा स्वप्रिल दुबे को पृथक कर दिया गया था। जिसके बाद स्वप्रिल दुबे ने याचिका हाई कोर्ट में दायर की थी, जिसके बाद हाई कोर्ट ने अंतिम निर्णय 12 अक्टूबर 2017 को आदेश पारित किया। जिसके आधार जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा संचालनालय भोपाल से मार्गदर्शन मांगा गया,जिसके उपरांत संचालनालय द्वारा स्वप्रिल दुबे संविदा ग्रामीण युवा समन्वयक अनूपपुर की संविदा सेवा समाप्त करने का निर्णय देते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया गया। जिसके आधार पर जिला खेल अधिकारी वैष्णव शर्मा द्वारा उन्हे सेवा से पृथक करने का आदेश पारित किया। 

नियमितीकरण की मांग लेकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघर्ष समिति ने एस.डी.एम. को सौंपा ज्ञापन

आमसभा कर मुख्यमंत्री पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप, रैली निकाल पहुंचे कलेक्ट्रेट

अनूपपुर  संविदा शिक्षक के नियमितीकरण के बाद अतिथि शिक्षको ने भी शिक्षा विभाग में नियमितीकरण की मांग लेकर बुधवार 7 फरवरी को संयुक्त अतिथि शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों सदस्यों ने आमसभा आयोजित कर रैली निकाल एस.डी.एम.को ज्ञापन सौंपा। जिसमें सरकार के खिलाफ वादा खिलाफ की बात कहते हुए अतिथि शिक्षक कब तक अतिथि के रूप में कार्य करते रहने की बात कही है। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि जिले के भ्रमण के दौरान पूर्व में जनदर्शन कार्यक्रम,विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान अतिथि शिक्षकों के विरोध पर सात्वंना देते हुये रायसेन जिले में आदि में अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक बनाए जाने की घोषणा की थी। बावजूद सरकार द्वारा अब तक इस पर कोई अमल नहीं किया गया। जबकि प्रदेश स्तर पर आधे से अधिक नियमित शिक्षकों की कमी में 1 लाख 27 हजार अतिथि शिक्षकों द्वारा विद्यालयों का शैक्षणिक सत्र चलाया जा रहा है। इसमें खुद शासन ने अतिथि शिक्षकों के कार्यकुशला पर बार बार नियमितीकरण की ओर इशारा किया था। लेकिन शासन की अनदेखी में अब अतिथि शिक्षकों में निराश है। शासन द्वारा दिये जाने वाला मानदेय भी मनरेगा मजदूरी से कम है। वहीं रैली से पूर्व संयुक्त अतिथि शिक्षकों ने इंदिरा तिराहा पर दोपहर 1 बजे से आमसभा आयोजित कर सरकार की नीतियों तथा अतिथि शिक्षकों की अनदेखी पर निशाना साधते हुए अपनी मांगों में आगे भी आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है। इसके पूर्व आन्दोलन को युवक काग्रेंस लोकसभा के महासचिव मंयक त्रिपाठी ने स्थल पहुंच कर अतिथि शिक्षकों की मांगो के समर्थन की बात कहीं। दोपहर 2.30 बजे अतिथि शिक्षकों रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा,जहां मुख्यमंत्री के नाम एस.डी. एम.को ज्ञापन सौंपा। इस आन्दोलन में महिला अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांगो की आवाज बुलंद की। 

दो वाहन बिना नम्बर के साथ 7 वाहन अवैध रेत और गिट्टी परिवहन करते पकड़ाए

अनूपपुर  कलेक्टर के निर्देशानुसार तथा उप संचालक (खनि प्रशासन) के मार्गदर्शन में जिले में खनिज के अवैध परिवहन के विरुद्ध बुधवार को खनि निरिक्षक सुरेन्द्र पटले व राहुल शांडिल्य द्वारा अलग अलग कार्यवाही की। पुष्पराजगढ़ के तरंग सराय ग्राम पंचायत में अवैध गिट्टी परिवहन के मामले में खनिज निरीक्षक सुरेन्द्र पटले ने दो वाहनो को जब्त करते हुऐ दोनों वाहनों में गिट्टी से लदे डम्फरो में वाहन क्र.एमपी 18 जीए 4177 तथा बिना नम्बर अनशोल्ड ट्रैक्टर वाहन शामिल है। बताया जाता है कि पुष्पराजगढ़ ग्रामीण क्षेत्र के भ्रमण पर खनिज निरीक्षक ने अवैध तरीके से परिवहन हो रहे गिट्टी के वाहनों को रोकते हुए परिवहन सम्बंधी कागजात की मांग की। जहां चालकों द्वारा कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। जिस पर  खनिज निरीक्षक ने वाहनों को जब्त कर सरई थाना को सुपुर्द किया।
दूसरी कार्यवाही बिजुरी में खनि निरिक्षक राहुल शांडिल्य के साथ होमगार्ड के सिपाही राधू पटले,हरिसिंह, सम्बर सिंह तथा मुन्ना सिंह के सहयोग से 5 वाहनों को जब्त किया। जिसमें एक ट्रैक्टर बिना नम्बर की पाया गया। जब्त किए गए वाहनों एमपी १८ एए ३७६३ बोल्डर 3 घनमीटर, सीजी 10 डी 4020 बोल्डर 3 घनमीटर, एमपी 18 एए 6136 बोल्डर 3 घनमीटर, एमपी 18 एए 4964 रेत 3 घनमीटर तथा एक अन्य ट्रैक्टर बिना नम्बर शामिल है। जब्त वाहनों को बिजुरी थाना को सुपुर्द कर कलेक्टर न्यायालय के लिए रिपोर्ट भेजी गई है।

युवक कांग्रेस ने पकौडे बेच कर जताया विरोध

अनूपपुर  प्रदेश युवक कांग्रेस के निर्देश पर युवा कांग्रेस बेरोजगार युवकों के सम्मान में पकौडा अभियान के तहत स्टेशन चौराहे पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पकौडे वाले भाषण को लेकर जिसमें उन्होंने पकौडा बनाने वाले को भी रोजगार के रुप में प्रदर्शित किया था इस बात को लेकर कांग्रेस ने मुद्दा बनाया और युवक कांग्रेस ने स्टेशन चौराहे मे पकौडे तलकर और बेचकर अपना विरोध प्रदर्शित किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरअसल देश में बढती बेरोजगारी के संदर्भ में पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पकौडे  बेचने वालो के साथ छलावा किया था।

ज्ञात हो कि भाजपा अध्यक्ष ने राज्यसभा में कहा था कि पढ लिखकर बेरोजगारी से अच्छा पकौडे बेचना है। युवा कांग्रेस ने भाजपा से जानना चाहा कि चुनाव के समय आपने कहा था कि हर साल दो करोड नौकरी देने की बात कही थी तो चार साल में कितने बेरोजगारों को नौकरी दी। और चार साल बाद आपने बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए पकौडे बेचने की बात क्यों कही। प्रदर्शन में जिला कांग्रेसाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, युवा कांग्रेस लोकसभा महासचिव मंयक त्रिपाठी,जय प्रकाश अग्रवाल,जीवेन्द्र सिंह, दीपक शुक्ला, शिब्बू खेमका, संजय सोनी,श्वेल, मानसिंह आदि थे।

कालरी की सडके हुई जानलेवा, आए दिन हो रहा हादसा

भालूमाडा।  कॉलरी प्रबंधन द्वारा जमुना-कोतमा एवं भालूमाडा -कोतमा तक बनाई गई थी, जहां कॉलरी प्रबंधन द्वारा भारी वाहनो के आवाजाही के कारण गड्ढो में तब्दील हो गए है। जिसके आए दिन दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे है। जिसके बाद कई बार श्रमिको द्वारा प्रबंधन से सड़क की मरम्मत की मांग की गई है। कोतमा कॉलेज तिराहा एवं जमुना तिराहे सहित मार्ग मे सडके दम तोड चुकी है, वहीं लहसुई कैम्प पुल के पास भी वर्षो से पूर्व निर्मित सडके कंडम हो गई, जिस पर कॉलरी प्रबंधन द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है। 

रोजगार और मुआवजा की मांग को लेकर तहसीलदार को किसानो ने सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर  6 फरवरी को आमाडाड, कुहका, निमहा के किसानों ने अपनी मांगों का ज्ञापन कलेक्टर के नाम कोतमा तहसीलदार भावना डेहरिया को सौंपा ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि 20 फरवरी 2009 को कॉलरी प्रबंधन द्वारा कुहका, निमहा, आमाडाड के किसानों के साथ बैठक में दो एकड के आधार पर रोजगार देन का लिखित समझौता किया गया था। लिखित समझौता अनुसार भू-आश्रितों को रोजगार प्रदान किया जाना था। जिसकी जानकारी स्वयं एसईसीएल प्रबंधन द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया था। जिसमें खदान संचालित हुआ किंतु एसईसीएल प्रबंधन द्वारा जानबुझकर कोमल केवट एवं अन्य के प्रकरणों में उक्त तथ्यों को एकल पीठ के समक्ष नही रखा गया। जिसकें कारण उच्च न्यायालय द्वारा म.प्र. पुर्नवास नियम 1991 संशोधित नियम 1995, 1998 तथा सीआईएल 2012 के परिपेक्ष्य में 516 प्राप्त रोजगारों के छटनी का आदेश दिया गया है। जिससे हम समूह में दो एकड के आधार पर प्राप्त रोजगार वालों को नौकरी से बेदखल होना पडेगा। वहीं कालरी द्वारा किसानों की जमीन खोद दी गई। जिला प्रशासन एवं एसईसीएल प्रबंधन द्वारा वर्ष 2006 में 730 भू आश्रितों को म.प्र. पुर्नवास निसम 1991 एवं संशोधित नियमों के तहत पात्र होना आया था। 730 व्यक्तियों को 3 वर्षों में रोजगार दिया जाना सुनिश्चित हुआ था। तात्कालीनन जिला प्रशासन के आदेशानुसार एसईसीएल प्रबंधन द्वारा प्रथम वर्ष में 303 रोजगारों की स्वीकृति प्रदान की गई थी।  506 रोजगार प्राप्त व्यक्तियों में कई भू आश्रित पुर्नवास नियमों के तहत भी पात्र थे, किंतु प्रबंधन द्वारा अलग अलग भू आश्रितों को सूचीबद्ध न कर समूह में दो एकड के आधार पर रोंजगार प्रदान किया गया। एसईसीएल प्रबंधन द्वारा सर्वोच्च न्यायालय मं दिए गए शपथ पत्र में स्वयं स्वीकार किया है कि केवल 10 व्यक्तियों को म.प्र. पुर्नवास नियमों के तहत तथा 506 व्यक्तियों को सीआईएल 2008  पैकेज के कन्सेप्ट के तहत रोजगार दिया गया है। उच्च नयायालय के एकल पीठ में लंबित प्रकरण कोमल केवट एवं अन्य में उक्त तथ्यों को स्पष्टत नहीं रखने के कारण भारी क्षति उठानी पडेगी। एसईसीएल द्वारा 108 व्यक्तियों को हुए नोटिस में दबाव बना कर स्वयं इनके वकालत नामा ले लिया गया। प्रतीत होता है कि याचिकाकर्ता के साथ मिलकर एसईसीएल प्रबंधन द्वारा अपना पक्ष रखने से न्यायालय में रोक दिया गया। 516 व्यक्तियों में से 506 व्यक्तियों को समूह में दो एकड के आधार पर एसईसीएल द्वारा दिए गए रोजगार को यथावत रखा जाए। जिससे किसी भी तरह की विषम परिस्थितियों से बचा जा सके। ज्ञापन सौंपने वालों में अशोक त्रिपाठी, अनूप त्रिपाठी, खेलावन सिंह, धनीराम, समय लाल, रामसिंह मार्कों, हरिलाल केवट, अशोक मिश्रा, जलकेश दुबे, नकुल प्रसाद, विश्वनाथ सिंह, प्रदीप सिंह, राजकुमार शर्मा, प्रदीप शर्मा, राजेश गौतम सहित सैकडों किसान उपस्थित रहे। 

बिजुरी नगर के अमित बने एसडीओ, नगर का नाम किया रौशन

अनूपपुर। बिजुरी माईनस कॉलोनी में निवास करने वाले रामायण पांडेय के पुत्र अमित पांडेय ने प्रथम प्रयास मे एमपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। जिनकी नियुक्ति नर्मदा वैली विकास प्राधिकरण, में असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में की गई है। अमित अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती माध्यमिक विद्यालय में पूर्ण कर इंदौर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। अमित की इस सफलता पर नाथू लाल पांडेय, आनंद मिश्रा, इसरार अहमद सिद्दीकी, एन.पी मिश्रा, नपाध्यक्ष बिजुरी पुरषोत्तम सिंह, भाजपा नेता लवकुश शुक्ला, अजय शुक्ला, विनोद द्विवेदी एवं पंकज पांडेय ने उनकी उज्जवल भविष्य की कामना की। 

राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य ने बैठक में जताई नाराजगी,

सफाई कर्मचारियो की बैठक, प्रावधानों की दी जानकारी

अनूपपुर  पसान नगरपालिका कार्यालय में राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य  राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त अमित कछवाहा ने सफाई कर्मचारियों व नपा अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की। जिसमें सफाई कर्मचारियों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें राज्य शासन द्वारा प्रदाय सुविधाओं को समुचित रुप से नपा द्वारा उपलब्ध कराने की बात कही। इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने अपनी अपनी समस्याएं भी बैठक में रखी। जिसमें यह बात सामने आई कि पसान नपा में लगभग 110 सफाई कर्मचारी हैं, जिसमें 13 स्थायी एवं 97 अस्थाई इनमें 38 महिला व 72 पुरुष कर्मचारी शामिल हैं। लेकिन नगरपालिका में वर्षों से सफाई दरोगा नहीं है। जबकि सफाई कर्मचारियों में से ही काम के लिए दो सुपरवाइजर चुन लिए गए हैं। जिसमें एक सुपरवाइजर तो सफाईकर्मी ही है दूसरा सुपरवाइजर नलजल कार्य विभाग का दैनिक कर्मचारी है जो पूरे पसान में सफाई कार्य देखता है। जिस पर आयोग के सदस्य ने आपत्ति उठाते हुए दो और सुपरवाइजर जो सफाईकर्मियों के बीच से ही जिसमें एक महिला और एक पुरुष को रखे जाने की बात कही। सफाईकर्मियों के नियमितीकरण में नपा ने 31 सफाई कर्मियों की सूची भेजने की बात कही। वहीं विनियमितीकरण समिति में अशिक्षित सफाईकर्मी को रखे जाने पर आयोग के सदस्य ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब वह स्वयं अशिक्षित है लिख पढ़ नहीं सकता तो वह विनियमितीकरण सूची का सत्यापन कैसे करेगा। उन्होंने इसकी शिकायत सीधे सीएम से करने को भी कहा और सात दिवस के अंदर सूची में संशोधन कर शिक्षित का नाम दर्ज करने की बात कही।  बैठक में सफाई कर्मियों ने समय से वेतन ना मिलने की शिकायत की जिसपर कहा गया कि हर माह की 10 तारीख के पूर्व वेतन दिया जाए। सफाईकर्मियों के स्वास्थ्य परीक्षण हर 6 माह में जिला मेडिकल के डॉक्टरों से कराई जाए, साल में दो बार सफाई सामग्री किट, दो बार ड्रेस, बारिश के समय रेनकोट, ठंड के समय से स्वेटर या कम्बल, हर 3 माह में टीटी इंजेक्शन व हर 6 माह में डीपीटी का टीका लगवाया जाए। इसके अलावा सफाईकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाए। राज्य सरकार द्वारा महर्षि बाल्मीकि जयंती एवं डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती पर अवकाश दिया जाना है। मृत मवेशी उठाने नपा से ठेका दिया। 

ओवैसी उवाच ....कहा तो सही है...लेकिन

मनोज द्विवेदी कोतमा
सांसद असद्दुदीन ओवैसी किसी चटकारेदार तीखी चटनी से कम नहीं हैं। अब व्यक्ति की खाने पीने की चीजों से तुलना होनी चाहिये या नहीं ,बहस का विषय हो सकता है। ओवैसी के बयानों को गौर करें तो शायद मेरी गुस्ताखी का अर्थ समझ आ जाए।वे अपनी तीखी,चटखारेदार बयानबाजी से जाने जाते हैं। अब किसी को चटनी पसंद है,नहीं है..मेरा विषय नहीं है।
    बहरहाल,ओवैसी ने संसद मे मांग की है कि किसी मुसलमान को पाकिस्तानी कहने वाले व्यक्ति को तीन वर्ष की सजा का प्रावधान हो। जैसे एस सी - एस टी के मामले मे है। ?वैसी की मांग के क्या हितार्थ हैं,इसे वही समझ सकते हैं। मुझ जैसे ग्रामीण परिवेश के व्यक्ति को बात उनकी जो सीधे - सीधे समझ में आई तो मन हुआ कि ओवैसी जिन्दाबाद के नारे लगा दूं। लेकिन नहीं लगा सकता वो इसलिये कि कहीं कोई हिडेन एजेण्डा न हो,बेवजह मैं बेचारा पिस जाऊं। ओवैसी ने जिन्नावाद को खारिज किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि किसी भी भारतीय मुसलमान को बेवजह कुछ लोग पाकिस्तानी कह देते हैं। यह नहीं होना चाहिए। भारत के मुसलमान उतने ही देश भक्त हैं, जितने हम या आप।
गद्दारों की कोई कौम ..कोई जाति नहीं होती। यदि ओवैसी ने पाकिस्तानी कहे जाने पर ऐतराज किया है तो यह पाकिस्तान, पाकिस्तानी, पाकिस्तान परस्तों के मुंह पर तमाचा है। वस्तुत: देश का मुसलमान यदि पाकिस्तानी शब्द पर ऐतराज जता रहा है तो यह तय है कि वह इसे गाली की तरह ले रहा है जो उसे स्वीकार नहीं। अब इसके लिये सरकार दण्डनीय अपराध मानती है,कानून बनाती है या नहीं,भविष्य के गर्त मे है। इसी बहाने ओवैसी ने नयी बहस को जन्म जरुर दिया है।
   इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि  किसी को कोई पाकिस्तानी यूं ही नहीं कह देता। कोई पाकिस्तानी झंडे लहराए, पाकिस्तान के पक्ष मे नारे लगाए,अपने ही देश के प्रतीकों की अवहेलना करे, देश को तोडने,देश को कमजोर करने की साजिश करे,तो उसे भारतीय तो नही ही कहेंगे। तब उसे कोई पाकिस्तानी कहे,बांग्लादेशी या चीनी क्या फर्क पडता है?

ओवैसी सांसद हैं, संसद में उन्होने बांग्लादेशी या चीनी कहे जाने पर नहीं,सिर्फ मुसलमानों को पाकिस्तानी कहे जाने पर आपत्ति की है, सजा की मांग की है। यह हिन्दू-मुस्लिम के बीच का नहीं राष्ट्रीयता,राष्ट्र से जुडा मामला है। या तो आप देशभक्त हैं या नहीं हैं। आप भारतीय हैं तो यह हमारे लिये मायने रखता है,कुछ और हैं तो रहिये,कोई विषय ही नहीं है। कोई विदेशी-देशी ताकत भारत की जड खोदती है तो वह मुसलमान ,ईसाई, हिन्दू,बौद्ध कोई हो...हमारा दुश्मन है,इसे जाति-धर्म-सम्प्रदाय के चश्मे से नहीं देखा जा सकता। पाकिस्तानी हिन्दू-मुसलमान कोई हो सकता है। आपत्ति तब है जब वह भारतीय होते हुए पाकिस्तानी भाव रखे। ओवैसी को बुरा लगा,नहीं लगा यह पता नहीं। उन्होंने आपत्ति दर्ज की तो इसे व्यापक तरीके से किया - लिया जाना चाहिये था न कि संकुचित तरीके से। बहरहाल उन्होंने जिन्नावाद को दुत्कारते हुए भारतीय मुसलमानों की आवाज बनने की कोशिश की है। यदि इस आवाज को संकेत मानें तो पाकिस्तान के लिये इससे अच्छा जवाब नही हो सकता।

मंगलवार, 6 फ़रवरी 2018

जिले के २ हजार 355 छात्र छात्रवृत्ति से वंचित, 112 छात्र का नही हुआ रजिस्ट्रेशन

प्राचार्यो की लापरवाही हुई उजागर, हो सकती है कार्यवाही
अनूपपुर एक ओर प्रदेश शासन द्वारा छात्र-छात्राओ को अपनी शिक्षा पूर्ण करने के लिए 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति का लक्ष्य दिया गया था, जहां प्रदेश के 51 जिलो में छात्रवृत्ति के भुगतान के मामले में अनूपपुर जिला पहले स्थान में है। लेकिन कुछ प्राचार्यो की लापरवाही के कारण छात्रवृत्ति का लक्ष्य शत प्रतिशत प्राप्त नही हो सका। जिसके कारण अब भी जिले के 2 हजार 355 विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति समग्र शिक्षा पोर्टल में दर्ज नही हो सकी। वहीं जिला प्रशासन व जिला शिक्षा अधिकारी के सख्त निर्देशो के बावजूद जिले के कई प्राचार्यो द्वारा उदासीन रवैया अपनाते हुए छात्रवृत्ति की ऑनलाईन फीडिंग समय पर नही किए जाने के कारण पात्र बच्चे छात्रवृत्ति पाने से वंचित हो गए है।
जिले में संचालित 1 हजार 905 विद्यालय संचालित है, जिनमें शासकीय प्राथमिक विद्यालयो की संख्या 1 हजार 161,अशासकीय 28,माध्यमिक शाला 392, अशासकीय 131, शासकीय हाई स्कूल 64, अशासकीय 29 तथा शासकीय हायर सेकेण्ड्री विद्यालय 67 तथा अशासकीय 33 विद्यालय है। जहां पर प्राचार्यो की लापरवाही के कारण 112 छात्रो का ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन नही हो सका वहीं स्वीकृत छात्रो में भी २ हजार 355 बच्चो की छात्रवृत्ति ही स्वीकृत नही की गई।
1 लाख 46 हजार 8 छात्र है नामांकित
जिले में संचालित प्राथमिक से लेकर हायर सेकेण्ड्री विद्यालय में छात्रवृत्ति हेतु 1 लाख 46 हजार 08 छात्र नामांकित है, जिसमें से 1 लाख 45 हजार 896 छात्रो का शिक्षा पोर्टल में ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन किया गया है। वहीं शिक्षा सत्र के समाप्त होने के समय में भी 112 बच्चे अब भी पोर्टल में दर्ज नही हो सके। जिसके कारण कुल 1 लाख 43 हजार 541 छात्रो की छात्रवृत्ति स्वीकृत हुई लेकिन अब भी 2 हजार 355 छात्र की छात्रवृत्ति प्राचार्यो की लापरवाही से स्वीकृत हेतु शेष बची है।
इन प्राचार्यो की लापरवाही से अटका छात्रवृत्ति
जिले में संचालित कई ऐसे शासकीय विद्यालय है जहां पर प्राचार्यो की लापरवाही के कारण 2 हजार 355 बच्चो की छात्रवृत्ति स्वीकृत ही नही हो सकी, जिनमें प्रमुख रूप से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जमुना कॉलरी में 392, शासकीय उत्कृष्ट कोतमा 318, शा. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निगवानी में 230,अमदरी में 199, बिलासपुर में 140 तथा शासकीय हाई स्कूल इटौर में 213 बच्चो की छात्रवृत्ति की स्वीकृति जिला प्रशासन के बार-बार निर्देशो की अव्हेलना करते हुए विद्यालयो के प्राचार्यो द्वारा नही की गई है। जिससे छात्रवृत्ति पाने छात्र वंचित है।
प्राचार्यो ने किया श्रेष्ठ कार्य
जानकारी के अनुसार शासन के निर्देशानुसार समय पर  छात्रो की छात्रवृत्ति प्रदान करने में तत्परता से कार्य किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मलगा, सीएलके बिजुरी, अमरकंटक,भेजरी,देवगवां, पडमनिया, गौरेला, खाड़ा, बेनीबारी, अनूपपुर तथा हाई स्कूल दुलहरा के प्राचार्यो द्वारा छात्रवृत्ति हेतु समग्र पोर्टल में बच्चो की जानकारी 100 प्रतिशत फीडिंग कराई गई, जिसके बाद सभी स्वीकृत छात्रो की छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया।
प्रधानाध्यापक पर डाला जाता दवाब
शासन द्वारा 9 विभाग की लगभग 30 प्रकार की छात्रवृत्ति का भुगतान पात्र विद्यार्थियों को किया जाना है।  इस पूरी प्रक्रिया में कक्षा 1 से 8 वीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों का कार्य शासन के आदेशानुसार जनपद शिक्षा केन्द्र द्वारा किया जाना है किन्तु वर्तमान समय में जनपद शिक्षा केन्द्र द्वारा कक्षा 1 से 8 तक छात्रवृत्ति का कार्य कर प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थ प्रधानाध्यापकों पर दवाब डालते हुए इस कार्य कराया जा रहा है, जिसमें बिना संसाधन के अभाव में प्राईवेट दुकानो में जाकर प्रति छात्र 15 से 20 रूपए भुगतान कर छात्रवृत्ति के लक्ष्य का प्राप्त करने कार्य किया जा रहा है।
इनका कहना है
छात्रवृत्ति में शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने पर कुछ प्राचार्यो द्वारा लापरवाही बरती गई है, जिनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

यू.के.बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी अनूपपुर

अधीक्षिका ने छात्राओ को आगे कर भृत्य पर लगाये कई आरोप,कलेक्टर ने दिये जांच के आदेश

पहले भृत्य ने की अधीक्षिका की पुलिस से शिकायत
 अनूपपु अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास इन दिनो अधीक्षिका और भृत्य एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है और इस सब में छात्रावास का छात्राएं को अधीक्षिका अपने बचाव में उपयोग किया जा रहा है। 3 फरवरी को छात्रावास में बिजली दुर्घटना के बाद 5 फरवरी को छात्राओ द्वारा अधीक्षिका के बचाव में जनसुनवाई में भृत्य द्रोपती रजक की शिकायत करना यह सब किसी और कि तरफ मामले के लक जाने की कोशिश है।
नगर में संचालित अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास क्रमंाक २ की आधा दर्जन छात्राएं अपनी वार्डन की समर्थन में उन्हें निर्देश बताते हुए शिकायती पत्र में अपने ही छात्रावास की महिला भृत्य के चरित्र पर गलत आरोप लगाई। यहीं नहीं छात्राओं ने 26 जनवरी को छात्रावास अधीक्षिका द्वारा भृत्य द्रोपती रजक की पिटाई को झूठा बताते हुए 5 फरवरी को छात्रावास में कुछ पत्रकारों को बुलाकर द्रोपती रजक द्वारा अधीक्षिका के खिलाफ झूठी शिकायत कर छात्रावास की छात्राओं को डरा-धमकाकर फर्जी हस्ताक्षर कराने की बात कही। इस दौरान कलेक्टर ने घटना की पूरी जानकारी चाही तो छात्राओं ने सम्भावनाओं के आधार पर आधी-अधूरी जानकारी दी। जिस पर कलेक्टर ने छात्राओं पर नाराजगी जताते हुए वहां मौजूद आदिवासी विभाग से मामले की जांच करने के निर्देश दिए।

ज्ञात हो कि 26 जनवरी को भृत्य द्रोपती रजक ने अधीक्षिका के विरूध पिटाई किए जाने के सम्बंध में कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। इसी दौरान 4 फरवरी की रात को कन्या छात्रावास में रात की ड्यूटी के दौरान तैनात भृत्य सुमित्राबाई बारी के बिजली शॉटसर्किट में घायल की घटना में भी सूचना पर अधीक्षिका ने उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं कराया था। जिसमें लगातार दो मामले सामने पर 6 फरवरी को अधीक्षिका को निर्र्दाेष साबित करने छात्रावास की आधा दर्जन छात्राएं बिना छात्रावास अधीक्षिका की अनुमति दोपहर 12.30 बजे कलेक्ट्रेट जनसुनवाई पहुंच गई। मामले में सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग पीएन चतुर्वेदी ने भी वार्डन और भृत्य के मामले में बिना अनुमति और किसी संरक्षक के बिना कलेक्ट्रेट पहुंचने पर आपत्ति जताई।

बडे भाई ने अपने सगे भाई को डंडे मार उतारा मौत के घाट

अनूपपुर थाना अमरकंटक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमुना दादर में 5 फरवरी की रात लगभग 8 बजे पुराने विवाद को लेकर भाई ने अपने सगे छोटे भाई मुन्ना बैगा पिता शुक्लू बैगा उम्र 35 वर्ष को सर पर ठंडे से मारकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार माह में दोनो भाईयो बुधराम बैगा एवं मुन्ना बैगा पिता शुक्लू बैगा के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हुई थी, जिसमें बुधराम बैगा ने अमरकंटक थाने में मुन्ना बैगा के खिलाफ मारपीट का मामला पंजीबद्ध कराया था, इसी विवाद को लेकर 5 फरवरी की रात लगभग दोनो भाई अपने तीसरे भाई बलवंत बैगा के घर के पास मिले जहां पुराने विवाद को लेकर कहासुनी होने लगी, जिस पर बुधराम बैगा उम्र 43 वर्ष ने अपने ही सगे छोटे भाई मुन्ना बैगा के सर पर डंडे से वार कर दिया, जिससे मुन्ना बैगा वहीं पर बेहोश हो गया तथा होश में आने के बाद अपने घर पहुंचा जहां अचानक उसकी मौत हो गई। जिसकी सूचना परिजनो ने अमरकंटक थाने में दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का निरीक्षण करते हुए पंचनामा तैयार कर 6 फरवरी को पीएम के लिए शव स्वास्थ्य केन्द्र अमरकंटक भेजा गया जहां पीएम के उपरांत शव परिजनो को सौंप दिया गया है। वहीं मामले की विवेचना के दौरान पुलिस ने आरोपी बुधराम बैगा पिता शुक्लू बैगा उम्र 43 वर्ष को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। 

पीकअप की ठोकर दो गंभीर

अनूपपुर कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम बरबसपुर में निवास करने वाले मनीराम भैना पिता धनीराम भैना ने थाने पहुंच लिखित शिकायत करते हुए बताया कि 4 फरवरी को मेरे पिता धनीराम व लवकुश रिश्तेदारी में ग्राम पपरौडी गए थे, जहां पर कोतमा की ओर से आ रही पीकअप क्रमांक यूपी 72 के 9287 ने तेज रफ्तार वाहन चलाते हुए रास्ते में ठोकर मार कर दोनो को घायल कर दिया, जिन्हे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ धारा 279, 337 के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है।

प्राचीन मंदिर सहित मनु गिरी आश्रम के मुख्य मार्ग का वन विभाग ने किया रास्ता बंद

अनूपपुर जनपद पंचायत अनूपपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत डोला के तुर्रा धाम में बाबा मनु गिरी का आश्रम तथा भगवान भोलेनाथ एवं हनुमान जी का मंदिर है। जहां मंदिर के मुख्य द्वार पर वन विभाग द्वारा तार का फेंसिंग कर रास्ता बंद कर दिया गया है। जिससे श्रद्धालु सहित लोगो को मुक्तिधाम पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है। जिसके बाद ग्राम पंचायत डोला द्वारा वनमंडलाधिकारी को पत्र के माध्यम से बताया गया है कि सार्वजनिक आवागमन व निस्तार के लिए भूमि वन विभाग द्वारा वन अधिकार पट्टा पर ग्राम पंचायत को दिया गया है। जिसमें वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण के नाम पर अधिग्रहित किया जा रहा है। इतना ही नही हल्दीबाड़ी उपक्षेत्र में कार्यरत कर्मचारी जो डोला बिजुरी, राजनगर से कार्य करने भूमिगत खदान हल्दीबाड़ी उसी रास्ते से होकर आते जाते है। प्राचीन मंदिर होने के कारण यहां प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के समय 2 दिनों का मेला भी लगता है। मुख्य सड़क बंद हो जाने के कारण ग्राम डोला रामनगर कि जनता मुक्तिधाम प्राचीन मंदिर एवं पेयजल की सप्लाई बंद पडी है। जिसके लिए मार्ग चालू कराने के लिए पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद अनूपपुर को दी गई है। जिससे ग्राम पंचायत डोला के निवासियों को आने जाने के लिए मार्ग की सुविधा मिल सके।

रात के अंधेरे में चोरो ने किया चार पहिया वाहन पार

             अनूपपुर चचाई थाना अंतर्गत एनसी कॉलोनी के क्वाटर नंबर 25 से 4 फरवरी की रात लगभग 2.30
बजे बोलेरो वाहन क्रमांक एमपी 65 टी 0863 को अज्ञात चोरो द्वारा पार कर दिया। जानकारी के अनुसार अमरकंटक ताप विद्युत गृह के इलेक्ट्रीकल विभाग के कार्यपालन यंत्री के.के. खरे के पास ट्रेंडर प्रक्रिया के तहत लगी बोलेरो वाहन क्रमांक एमपी 65 टी 0863 मालिक शिवकांत पटेल पिता रामबालक पटेल निवासी ग्राम धनगवां जो कि कार्यपालन यंत्री के.के.खरे के पास लगी थी, जहां 4 फरवरी की दरम्यिानी रात क्वाटर नंबर 25 से रात के अंधेरे में चोरो ने पार दी। जिसकी शिकायत शिवकांत पटेल ने चचाई थाने में दर्ज कराई। वहीं पुलिस ने अज्ञात अरोपी के खिलाफ धारा 397 के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना में जुटी हुई है। बताया जाता है कि घटना के समय जहां वाहन के चालू होने पर पर कार्यपालन यंत्री के.के. खरे अचानक उठ गए थे, जिन्होने वाहन चोरी की जानकारी तत्काल 100 डॉयल व चचाई थाने को सूचना दी। लेकिन मौके पर ही न तो 100 डॉयल पहुंची और न ही चचाई पुलिस जिसके कारण बोलेरो चोर आसानी से भागने में सफल रहा। 

कलेक्टर ने जनसुनवाई में जिलेभर से आए लोगों की सुनी समस्याएं

अनूपपुर। कलेक्टर अजय शर्मा ने जनसुनवाई कार्यक्रम में जिलेभर से आए आवेदकों की समस्याओं को सुनकर निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। शासकीय तुलसी महाविद्यालय में बी.एससी. में अध्ययनरत छात्र सुभाष सिंह कंवर ने छात्रवृत्ति दिलवाए जाने, ग्राम वेंकटनगर कपरिया के ग्रामवासियों ने आम निस्तार का रास्ता खोले जाने,ग्राम पिपरिया के प्रेमलाल पटेल ने ग्राम छुलहा की अधिग्रहीत भूमि को राजस्व अभिलेख में दर्ज किए जाने, ग्राम कोलमी की गीता राठौर ने प्रधानमंत्री आवास दिलाए जाने, ग्राम कोदैली के गोमती अहीर ने भूमि का सीमांकन कराए जाने, तहसील कोतमा ग्राम रेउसा के छोलेलाल बैगा ने भूमि पर अवैध कब्जे पर रोक लगाए जाने,ग्राम मानपुर के नरेश कोल ने भू-अधिकार पत्र प्रदाय करने, ग्राम थानगांव तहसील कोतमा के गरीबी रेखा का कार्ड दिलाए जाने के संबंध में आवेदन दिया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आमजन को दी सलाह,

संक्रमण से बचाव के लिए एहतिहायत बरते

अनूपपुर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ. आर.पी. श्रीवास्तव ने बताया कि तापमान में आ रहे उतार च$ढाव से स्वाइन फ्लू बीमारी के वाहक एच१एन१वायरस के सक्रिय होने की आशंका हो सकती है। सामान्यत: इसका संक्रमण फ्लू से संक्रमित व्यक्ति की छींक या खांसी के संपर्क में आने के कारण होता है। एच१एन१वायरस से बचने के लिए बचाव ही उपचार है, इसलिए एहतिहायत बरतने की आवश्यकता है। सर्दी जुकाम खांसी गले में खराश सिर दर्द बुखार के साथ यदि सांस लेने में तकलीफ हो तो तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। खांसते-छींकते समय मुंह पर कपडा रखें भीड-भाड वाले स्थानों पर जाने से बचे गर्म पेय पदार्थो का उपयोग करें। इन सभी उपायों से संक्रमण से बचा जा सकता है।

समाधान एक दिन के दूसरे दिन ५७ हितग्राहियों को तत्काल सेवा का मिला लाभ

अनूपपुर। प्रदेश सरकार द्वारा जिले में भी पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में ५ फरवरी से समाधान एक दिन सेवा का लाभ मंगलवार को  लोक सेवा केन्द्र अनूपपुर में ५७ हितग्राहियों को तुरन्त लाभ मिला। हितग्राहियों को खसरा, खतौनी एवं नक्शे की प्रतियां उपलब्ध कराई गई हैं। समाधान एक दिन सेवा के तहत शिवपूजन ग्राम बरटोला,एस.के.सोनी बरटोला,बदलेव सकरिया,अशोक कुमार मुडधोवा,शिव कुमार पसला,हैदर हुसैन देवरी,कुस्सू सिंह कर्राटोला,शंभू मेडियारास,महेन्द्र चिल्हारी,महेश देवरी, कृष्णा देवी मेडियारास, अनूपपुर से प्रेमबाई,श्यामसुंदर,छोटेलाल खांडा, अशोक बकही, रामदीन जमुडी, प्रमोद पटेल परसवार, नत्थू पोंडी आदि की समस्याओं का तत्काल निराकरण किया गया। इस कार्य के लिए दूसरे दिन मुख्य नपाअधिकारी अनूपपुर आशीष शर्मा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था।

कक्षा नवमीं एवं ग्यारहवीं की परीक्षा में मोबाइल प्रतिबंधित

अनूपपुर। बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की जाने वाली कक्षा नवमीं एवं ग्यारहवीं की मुख्य परीक्षा २०१८ में भी मोबाइल फोन प्रतिबंधित किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी यू.के. बघेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस हेतु समस्त शासकीय हाईस्कूल एवं हायर सैकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यो को निर्देशित किया गया है कि यदि कोई छात्र मोबाइल फोन लेकर आता है तो उसका मोबाइल फोन परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने के पूर्व परीक्षा कक्ष के बाहर सुरक्षित रखें तथा अगले प्रश्नपत्र में लाने हेतु मना करें।

सोमवार, 5 फ़रवरी 2018

समाधान एक दिन के प्रथम दिन ही ४७ हितग्राहियों को तत्काल सेवा का मिला लाभ पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में जिले में शुरु हुआ समाधान एक दिन


अनूपपुर। प्रदेश सरकार द्वारा जिले में भी पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में आज से समाधान एक दिन सेवा का शुभारंभ हुआ। लोक सेवा केन्द्र अनूपपुर में ऐसे 22हितग्राहियों को तुरन्त लाभ मिला। पूर्व में आवेदकों को लोक सेवा गारण्टी में अपना आवेदन लगाकर समस्या के निराकरण हेतु समयावधि का इंतजार करना पडता था। समाधान एक दिन योजना के क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर अजय शर्मा के निर्देशन में बेहतर व्यवस्थाएं की गई थीं। प्राप्त होने वाले आवेदनों के निराकरण हेतु जिले के उत्कृष्ट अधिकारियों की जनपद पंचायत स्तर पर संचालित लोक सेवा केन्द्रों में दिनवार ड्यिूटी लगाई गई है। पहले ही दिन 47 हितग्राहियों को खसरा, खतौनी एवं नक्शे की प्रतियां उपलब्ध कराई गई हैं। तत्काल जानकारी मिलने से उनके चेहरों में खुशी की झलक देखते ही बनती थी, आवेदक और निराकरणकर्ता अधिकारी दोनों के चेहरे में प्रसन्नता थी।

आज समाधान एक दिन सेवा के तहत चौबेलाल कोल ग्राम परसवार, रामखेलावन सामतपुर, राजेन्द्र सिंह बरगवां, नर्मदा पटेल परसवार, फूलमती बर्री, वृन्दा राठौर अनूपपुर, केशव पाल सामतपुर, वैशाखू ग्राम कोदैली, राजेन्द्र ग्राम खांडा तथा महेन्द्र मेिडयारास, मुन्ना पटेल ग्राम दुलहरा, नत्थू पटेल धनपुरी, कमला ग्राम सकोला एवं बाबूराम राठौर अनूपपुर बस्ती आदि की समस्याओं का तत्काल निराकरण किया गया। इस कार्य के लिए प्रथम दिन जनपद पंचायत अनूपपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.पी.राजौरिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। इस कार्य को अमली जामा पहनाने में जिला प्रबंधक लोक सेवा गारण्टी सोनू सिंह राजपूत, लोक सेवा केन्द्र अनूपपुर के प्रबंधक मनोज सोनी एवं उनकी टीम, अधिवक्तागणों ने अपनी प्रमुख भूमिका निभाई।

एमपी पीएससी प्रारंभिक परीक्षा की जानकारी भेजने हेतु सुभाष ठाकरे नियुक्त

अनूपपुर। राज्य सेवा एवं राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा २०१८ का आयोजन जिले में १८ फरवरी को ७ परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जा रही है। इसके संचालन हेतु म.प्र. लोक सेवा आयोग द्वारा इस वर्ष परीक्षा केन्द्रों की जानकारी एवं प्रतिवेदन परीक्षा के पूर्व एवं परीक्षा संपन्न होने के पश्चात् सॉफ्टवेयर के माध्यम से भेजे जाने के निर्देश दिए गए हैं। संयुक्त कलेक्टर एवं परीक्षा प्रभारी राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा अनूपपुर ने इस हेतु जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी एनआईसी सुभाष चंद्र ठाकरे की नियुक्त किया है।


दोहरे हत्याकांड का का खुलासा: एक प्रेमिका दो प्रेमी बना हत्या का कारण

नबालिक सहित दो गिरफ्तार, भेजे गये न्यायिक अभिरक्षा  अनूपपुर। एक प्रेमिका दो प्रेमी के विवाद में एक प्रेमी युवक ने अपने नाबालिग साथी के साथ म...