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मंगलवार, 12 जनवरी 2021

स्थानिय व्यापारी की सांठ-गांठ छत्तीसगढ़ की धान बिकने आई जिले में,दो ट्रक में 370 बोरी जब्त


किसानो की जगह व्यापारी बेच रहे धान
,
उपार्जन केन्द्र रेउला, कोतमा एवं देवगवां संदेह के घेरे में

अनूपपुर मुखबिर की सूचना पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 12 जनवरी को कोतमा के बिल्ला व्यापारी के गोदाम से निकले धान के दो ट्रक में लदी 370 बोरी धान को जब्त करते हुए उपार्जन नीति के उल्लंघन करते पाए जाने पर वाहनों को पुलिस अभिरक्षा में कोतमा थाने में खड़ा करवाते हुए आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है। कार्यवाही के दौरान दोनो वाहनो में धान की बोरियों में छत्तीसगढ़ शासन की स्टेनसील लगी थी।


यह था मामला

मुखबिर की सूचना पर जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अंबोज श्रीवास्तव के निर्देशन में सहायक आपूर्ति अधिकारी वॉय.एस. तिवारी, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप द्विवेदी, सीमा सिंह एवं प्रदीप त्रिपाठी की टीम गठित कर 12 जनवरी की सुबह लगभग 7 बजे कोतमा  ज्योति पेट्रोल पंप के पास खड़े दो ट्रको की जांच की गई। जिसमे ट्रक क्रमांक सीजी 04 एमसी 7812 में 250 बोरी एवं मिनी ट्रक क्रमांक सीजी 10 एएफ 1896 में 120 बोरी धान पाई गई। चालक संदीप साहू एवं पुष्पराज सिंह ने अपने बयान में बताया कि कोतमा के व्यापारी भीमसेन गुप्ता उर्फ बिल्ला सेठ के गोदाम से रात के समय दोनो ट्रक लोड कर खड़ा किया गया था,जिस उपार्जन केन्द्र में पंजीयन के आधार पर डिमांड आने पर उस उपार्जन केन्द्र में भेज दिया जाता है।


दोनो ट्रक जब्त कर पुलिस अभिरक्षा में सौंपा गया

जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की टीम द्वारा की गई जांच में दोनो ट्रक चालको के पास न तो किसानो का पंजीयन की कॉपी पाई गई और न ही वाहन में लोड धान के कोई दस्तावेज मिले है। कोतमा क्षेत्र के उपार्जन केन्द्रो में किसानो की जगह व्यापारियों द्वारा समर्थन मूल्य पर विक्रय करने के प्रयोजन से अवैध परिवहन किया जा रहा था, जिसके बाद दोनो ट्रको के चालको के बयान पर ट्रको में लोड 370 बोरी धान को जब्त करते हुए वेयर हाउस को सुपुर्द किया गया साथ ही दोनो ट्रको को कोतमा पुलिस को अभिरक्षा हेतु सौंपा गया है। वहीं इस पूरी कार्यवाही को कलेक्टर न्यायालय में पेश किया जाएगा।

जिले में उपार्जन नीति का खुला उल्लंघन

जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केन्द्रो के धान खरीदी के अंतिम समय में अब किसानो की जगह व्यापारियों की धान लाकर उपार्जन नीति का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। जहां प्रत्येक वर्ष विवादो में रहने वाले खरीदी केन्द्र कोतमा, रेऊला एवं देवगवां इस वर्ष भी विवादो में आ गया है। जहां के व्यापारियों द्वारा प्रदेश शासन की उपार्जन नीति के खिलाफ जाकर धोखाधड़ी करते हुए किसानो के लिए बनाई गई समर्थन मूल्य का व्यापारियों द्वारा लाभ लिया जा रहा है।

किसान पंजीयन में चल रहा खेल

प्रदेश शासन के लिए बनाई गई समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना का लाभ अब किसानो की जगह व्यापारी ले रहे है। अनूपपुर जिले में बनाए गए 29 खरीदी केन्द्रो में अब तक 6 लाख 49 हजार 762 क्विंटल धान खरीदी कर जिले के अब तक का सभी रिकार्डो को घ्वस्त कर दिया हैं अभी खरीदी चालू हैं। जिसके बाद अब किसान या तो स्वयं  व्यापारियों से धान की खरीदी कर अपने पंजीयन में बेच रहे है तो दूसरी तरफ व्यापारी उपार्जन केन्द्रो में किसानो के पंजीयन पर नजर रखते हुए अपनी धान संबंधित खरीदी केन्द्रो में पहुंचा रहें है।

खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अंबोज श्रीवास्तव का इनका कहना है कि जांच में धान व्यापारियों का होना पाया गया है,अग्रिम कार्यवाही करते हुए प्रतिवेदन जांच कलेक्टर न्यायालय में पेश कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

 

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