https://halchalanuppur.blogspot.com

सोमवार, 6 जुलाई 2020

सावन के प्रथम सोमवार इन्द्र ने किया शिव का जलाभिषेक, घरो में की शिव अराधना

कावडिय़ों व शिवभक्तों अमरकंटक और जालेश्वर धाम दर्शन के लिए उमड़े,

अनूपपुर। कोरोना काल में सावन ने प्रथम सोमवार को पहले के त्योहार की तरह फीका रहा किन्तु बीच- बीच में भक्तो ने शिव के जयकारो के साथ अमरकंटक हर-हर महादेव जयघोष से गुंजायमान हो गया। सुबह से कावडिय़ों व शिवभक्तों का जत्था अमरकंटक और जालेश्वर धाम पहुंचकर दर्शन के लिए उमड़ा।सावन मास के प्रथम दिन प्रथम सोमवार होने पर इन्द्रदेव ने भी महादेव को बारिश के रूप में वर्षा कर जलाभिषेक किया। सुबह से बारिश का सिलसिला दिनभर जारी रहा। वहीं लोगो ने बारिश के बीच घरो में शिव अराधना किया।

हालांकि ५ जुलाई को ही गुरू पूर्णिमा के मौके पर अपने गुरू के आशीवार्द प्राप्त करने आए बाहरी शिष्यों और शिवभक्तों ने प्रथम सोमवार में माता नर्मदा का दर्शन और पूजन अर्चन किया। वहीं स्थानीय और बाहर से आए कांवडिय़ों का जत्था कवर्धा छत्तीसगढ़ से अमरकंटक पहुंचा। कावडिय़ों व शिवभक्तों ने नर्मदा स्नान कर मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की, और नर्मदा जल भरकर जालेश्वर धाम पहुंचकर महादेव का जलाभिषेक किया। मान्यता है कि श्रावण मास में सोमवार को नर्मदा में स्नान कर गीले वस्त्र में ही किसी हाथ में जल पात्र में नर्मदा जल लेकर पैदल जालेश्वर महादेव जाकर फूल व बेलपत्र के साथ जलाभिषेक करें तो महादेव भक्त पर प्रसन्न होते हैं, साथ ही अगर भक्त जालेश्वर के उपरांत लोढेश्वर महादेव व कोटेश्वर महादेव का भी दर्शन करें तो उससे उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है। इस मौके पर दोनों ही धार्मिक स्थानों पर कांवडिय़ों व श्रद्धालुओं द्वारा मंदिरों में पूजन अर्चन किया। वहीं जालेश्वर में जल चढ़ाकर कावडि़ए पुन: अमरकंटक नर्मदा मंदिर पहुंचेंगे, जहां से जलभर कर कर्वधा स्थित बूढ़ा महादेव मंदिर के लिए रवाना होंगे। 

प्रथम सोमवार पर जिला मुख्यालय स्थित रामजानकी मंदिर, दुर्गा माता मढिय़ा मंदिर, तिपाननदी शिवमंदिर, बस्ती मार्ग स्थित शिवमंदिर सहित अन्य मंदिरों पर शिव भक्तों खासकर महिलाओं ने विशेष पूजा अर्चना की। इसके अलावा जैतहरी, पसान, बदरा, कोतमा, बिजुरी, रामनगर सहित अन्य स्थानों पर शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं द्वारा जल चढाने एंव भोले शंकर को मनाने की होड़ लगी रही।

शनिवार, 4 जुलाई 2020

हाई स्कूल परीक्षा परिणाम में लड़कियों ने मारी बाजी, जिले परिणम 64.66 प्रतिशत रहा

मंदाकिनी, ओम,चंद्र, अंकिता, संजना, आफरीन एवं राधिका ने बनाई जिले की प्रावीण्य सूची में जगह

बालिकाएँ 67.20, बालक 61.57 प्रतिशत हुए सफल

अनूपपुर। मध्यप्रदेश हाई स्कूल परीक्षा परिणामों में हर बार की तरह इस वर्ष भी बालिकाओं ने बालकों को पीछे छोड़ दिया। शनिवार 4 जुलाई को घोषित परिणामों में अनूपपुर जिले का परीक्षा परिणाम 64.66 प्रतिशत रहा। जबकि गत वर्ष 2018-19 में परीक्षा परिणाम 59.20 प्रतिशत रहा था, इस वर्ष 5.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रदेश में अनूपपुर जिला 25 वें स्थान पर रहा। इस वर्ष प्रदेश की सूची में जिले को स्थान नही मिल सका।

अनूपपुर जिले की प्रथम तीन की प्रावीण्य सूची में 7 विद्यार्थीयो ने जगह बनाई। जिले में प्रथम स्थान 4 विद्यार्थीयो में मंदाकिनी पटेल (392/400), ओम् साहू (294/300),चंद्रप्रकाश प्रजापति (294/300) एवं अंकिता प्रजापति (294/300) अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान पर रहे। द्वितीय स्थान पर संजना कुशवाहा (391/400) एवं आफरीन खातून (391/400) रहीं। तृतीय स्थान पर राधिका केवट (390/400) रहीं। इस प्रकार प्रथम तीन स्थानो पर भी बालिकाओं का बोलबाला रहा, प्रथम 3 में शामिल 7 विद्यार्थियों में से 5 स्थान बालिकाओं ने हासिल कर जिले का नाम रोशन किया।

घोषित परीक्षा परिणाम में इस वर्ष जिले में 67.20 प्रतिशत बालिकाओं ने एवं 61.57 प्रतिशत बालकों को परीक्षा में सफलता मिली। उल्लेखनीय है कि हाई स्कूल परीक्षा में जिले में 9343 नियमित विद्यार्थी जिसमे 4251 बालक एवं 5092 बालिकाएँ पंजीकृत थे। जिनमे से 9188 विद्यार्थी बालक 4145 एवं 5043 बालिकाएँ सम्मिलित हुए। मंडल द्वारा घोषित परिणामों में 2549 बालक में 1249 प्रथम श्रेणी, 1273 द्वितीय श्रेणी, 27 तृतीय श्रेणी उत्तीर्ण हुए वहीं 3385 बालिकाओं 1691 प्रथम श्रेणी, 1663 द्वितीय श्रेणी, 31 तृतीय श्रेणी ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की। इस प्रकार 5934 विद्यार्थी 2940 प्रथम श्रेणी, 2936 द्वितीय श्रेणी, 58 तृतीय श्रेणी उत्तीर्ण हुए।

जिले की प्रवीण सूची में प्रथम स्थान में 4 छात्र रहे जिसमे सरस्वती हांसे स्कूल चचाई की छात्रा मंदकनी पटेल ने अपनी महनेत का श्रेय विद्यालय के शिक्षको के साथ अपने माता पिता को दिया। मंदकनी ने भविष्य को लेकर बताया कि पढ़ाई पूरी करने के बाद भारतीय वायु सेना में जाकर दुश्मनो से मुकाबला करना चाहती है।

प्रवीण सूची में प्रथम स्थान भारत ज्योति स्कूल अनूपपुर के दो छात्र ओम साहू एवं चन्द्रप्रताप प्रजापति है। ओम साहू पिता रवि साहू ने परिक्षा के लिए 7 घंटे की पढ़ाई कर और शिक्षको के साथ अपने माता पिता के साथ बहन के सहयोग से यह परिणाम हासिल किया, आगे की पढ़ई के बाद इंजिनियरिग या पुलिस में जाकर देश के लिए कुछ करने की बात कही। चन्द्रप्रताप प्रजापति पिता बाल गोपाल प्रजापति ने सिविल सेवा में जाकर देया सेवा करने की बात कहीं 6 घंटे की पढ़ाई कर प्रथम स्थान तक पहुंचा है जिसका श्रेय परिवार के साथ शिक्षको का रहा।

जैतहरी स्थित नोवल पब्लिक विद्यालय की छात्रा अंकिता   पिता राम धनी प्रजापति ने 98.6 अंक प्राप्त कर नाम रोशन किया है। यद्यपि वह विज्ञान में मिले अंक से खुश नहीं है। अंकिता ने बताया कि आगे आर्ट विषय से पढ़ाई करेगी और कलेक्टर बनकर अपने माता पिता विद्यालय तथा जिले का नाम रोशन करना चाहती है।

जिले की सूची में दूसरे स्थान प्राप्त करने वाली दो छात्राओं में संजना कुशवाहा पिता चन्द्रभूषण कुशवाहा सरस्वती हांसे स्कूल बिजुरी एवं अफरीन खातून पिता मिनाज अंसारी शा.हाई स्कूल जमुना कालरी एवं तीसरे स्थान में राधिका केवट पिता प्रहलाद केवट सरस्वती हांसे स्कूल बिजुरी का रहा।

शिक्षकों व पालकों को करना होगा अतिरिक्त प्रयास-कलेक्टर 

सफल छात्रों को दी शुभकामनाएँ,परिणामों में सकारात्मक वृद्धि पर शिक्षकों की सराहना

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने प्रावीण्य सूची में आए 7 विद्यार्थियों सहित सफल हुए सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दी,साथ ही ऐसे विद्यार्थी जो किन्ही कारणवश सफल नही हो पाए उन्हें निराश न होकर दोगुने उत्साह के साथ प्रयास करने के लिए कहा है। उन्होने कहा  जीवन बहुत लम्बा है, ऐसा कोई नही है जिसने कभी अपने जीवन के किसी पड़ाव में असफलता का सामना न किया हो, परंतु यह भी सत्य है कि इतिहास वही लिखते हैं जो गिरने के बाद उठने के लिए प्रयास करते हैं, इसलिए घबराएँ नहीं और पूरी ऊर्जा के साथ प्रयास में लग जाएँ। इसके साथ ही आपने शिक्षक समुदाय की परिणामो में सकारात्मक वृद्धि हेतु सराहना की है, परंतु यह भी कहा है कि मंजिल अभी भी दूर है, प्रयास जारी रखें। वर्तमान शैक्षणिक वर्ष कोरोना संक्रमण की वजह से और भी चुनौती पूर्ण है। इस वर्ष शिक्षकों के साथ पालकों अभिभावकों को भी अतिरिक्त प्रयास करना होगा।

सजहा वेयर हाउस में भंडारित गेहूं चावल के बाद चना, उड़द तथा मसूर भी हुआ खराब

खराब खाद्यान्न वितरण पर लगा प्रतिबंध

अनूपपुर। भंडारित खाद्यान्न गेहूं,चावल के बाद चना, मसूर, उडद को भी बिना देखरेख व समय पर कीटोपचार न होने पर खराब हो गया, जो वितरण योग्य नही है। एमपी स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन का खाद्यान्न खराब हो जाना विंध्या इरेक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड सजहा वेयर हाउस के संचालक पर कई प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। म.प्र. वेयर हाउस कॉर्पोरेशन अनूपपुर की शाखा प्रबंधक प्रीति शर्मा, नागरिक आपूर्ति जैतहरी के केन्द्र एस.के.गर्ग से सजहा वेयर हाउस के संचालक पंकज तिवारी ने मिलीभगत कर फ्यूमीगेशन और अपग्रेडेशन का खेल खेलते हुए जमा और भुगतान का कार्य कराया जा रहा है। सजहा वेयर हाउस में भंडारित खाद्यान्नों में 19 हजार 860 क्विंटल 38 किलो गेहूं, 870 क्विंटल चावल सहित 1 हजार 132 क्विंटल चना, 1 हजार 172 क्विंटल मसूर, 6 क्विंटल उडद पूरी तरह से खराब हो चुके है। 

विंध्या इरेक्टर्स प्रा.लि.सजहा निजी गोदाम क्षमता 10 हजार मैट्रिक टन को म.प्र. वेयर हाउस एंड लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन अनूपपुर द्वारा संयुक्त भागीदारी योजना के तहत अनुबंधित किया गया है, जिसमें एमपी स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन अनूपपुर द्वारा पीडीएस एवं उपार्जित खाद्यान्न का भंडारण कराया गया है। सजहा गोदाम में भंडारित खाद्यान्न गेहूं, चावल, चना, मसूर तथा उडद का संचालक द्वारा समय-समय पर कीटोपचार नही किए जाने के कारण गरीबों का खाद्यान्न खराब होने पर अब तक कोई कार्यवाही नही हो सकी है। वहीं कोरोना काल में इतनी बड़ी लापरवाही और लगातार भोपाल सहित उच्चाधिकारियों के निर्देश की अव्हेलना करते हुए सजहा वेयर हाउस में जमा और भुगतान के कार्यो को जारी रखा गया है। गोदाम में भंडारित गेहूं आटा फॉरमेशन में बदल गया है, वहीं चावल ब्रुकस कीट से इंफेक्टेड होकर खराब हो गया है।

भंडारण शुल्क से होगी वसूली

समय-समय पर कीटोपचार नही किए जान के कारण गोदाम में भंडारित खाद्यान्न के खराब हो जाने की स्थिति पर खाद्यान्न की कीमत की वसूली गोदाम के भंडारण शुल्क से किए जाने का प्रवधान है, जहां पर अब तक वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन द्वारा किसी तरह के निर्देश नही दिए गए है। 22 जून को एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी द्वारा की गई जांच में सजहा वेयर हाउस के संचालक द्वारा समय पर कीटोपचार न कराए जाने से गेहूं खराब होना पाया गया, जिस पर मेमर्स विंध्या इरेक्टर्स प्रा.लि. के संचालक व वेयर हाउस शाखा प्रबंधक द्वारा म.प्र. वेयर हाउस एंड लॉजिस्टिक कॉपोर्रेशन भोपाल द्वारा जारी संयुक्त भागीदारी योजना 2020-21में 14 फरवरी  की कंडिका 8.3, 9.59.6 का स्पष्ट उल्लंघन पाया गया है,जिसपर प्रतिवेदन कार्यवाही हेतु कलेक्टर को भेजा गया है।

संचालक ने खाद्यान्न की सुरक्षा के लिए निरंतर अंतराल पर न तो दवा का प्रयोग किया गया और न ही फ्यूमीगेशन व कीटोपचार किया गया। जिसके कारण गोदाम क्रमांक 15 डी के स्टेक नंबर 2, 3, 9 सहित अन्य स्थानों पर भंडारित 19 हजार 860 क्विंटल 38 किलो गेहूं आटा फॉरमेशन में बदल गया। गोदाम संचालक को खराब गेहूं की याद आते ही उसका कीटोपचार करना प्रारंभ कर दिया गया है। जबकि नियमानुसार गेहूं के आटा फॉरमेशन होने के पश्चात उस पर लगे कीटो पर दवाईयों का कोई असर नही पड़ता है। लेकिन इस मामले में म.प्र. वेयर हाउस कॉर्पोरेशन अनूपपुर शाखा प्रबंधक प्रीति शर्मा एवं सजहा वेयर हाउस के संचालक सहित नागरिक आपूर्ति जैतहरी के केन्द्र एस.के. गर्ग द्वारा मिलीभगत कर जिले के अधिकारियों को गलत एवं भ्रामक जानकारी देते हुए खराब हो चुके खाद्यान्न को पीडीएस में भेजकर गरीबों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की योजना बना रखे है।

भंडारित खाद्यान्न के वितरण पर लगा प्रतिबंध

जानकारी के अनुसार 4 जुलाई को म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन अनूपपुर जिला प्रबंधक ने सजहा गोदाम नंबर 15 में भंडारित खाद्यान्न के वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया। उपमहाप्रबंधक गु.नि. भोपाल के निर्देशन पर नॉन अनूपपुर के जिला प्रबंधक ने म.प्र. वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कार्पो. अनूपपुर के शाखा प्रबंधक प्रीति शर्मा को पत्र लिख निर्देश दिए गया है कि सजहा गोदाम क्रमांक 15 में भंडारित वर्ष 2019-20 का गेहूं कीटग्रस्त हो जाने के कारण उचित मूल्य की दुकान से शिकायत प्राप्त होने के पर भंडारित गेहूं के स्टेक क्रमांक 15बी3, 15बी4, 15बी5, 15बी6, 15बी7, 15बी8, 15बी9, 15बी10, 15बी11, 15बी12 एवं 15सी7, 15सी8, 15डी3,92,15 12 को आगामी आदेश तक प्रतिबंधित किया है। जिससे सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कीटग्रस्त स्कंध का वितरण राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत दंडनीय है।   

इनका कहना है

सजहा वेयर हाउस में भंडारित खाद्यान्न की जांच खाद्य एवं औषधि विभाग से करवाई जाएगी, जांच में दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

नरेश पाल, संभागायुक्त शहडोल

शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

कोतमा 20 रसूकदार जुआरियों से 2 लाख 90 हजार जप्त

छुड़ाने के लिए रातभर घनघनाते रहे सत्ता दल के नेताओं के फोन

अनूपपुर। कोतमा में बड़े रसूकदार का जुआ चलता है किन्तु पुलिस इन पर कभी हाथ नही डाला किन्तु अचानक हरकत में आई कोतमा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 2 - 3 जुलाई की रात जुआ फंड में छापामार कार्यवाई करते हुए सत्ता और विपक्ष के सफेदपोशो सहित तथाकथित पत्रकार, व्यापारी शामिल रहे। जिसके लिए रातभर पुलिस पर दबाव के लिए सत्ता दल के नेताओं के फोन घनघनाते रहे।

कोतमा में जुआ के चल रहे अवैध कारोबार पर 2-3 जुलाई की रात 20 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पुलिस ने 2 लाख 90 हजार रूपए की नगदी सहित कुल 5 लाख 10 हजार रूपए की सामग्री जब्त की। बताया जाता है कि हाल के दिनों में अनूपपुर पदस्थ हुए नवागत पुलिस अधीक्षक मांगीलाल सोलंकी ने कोतमा सहित जिले के सभी थाने का निरीक्षण कर अवैध कार्यो पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए थे।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि 2-3 जुलाई की रात मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कोतमा के वार्ड नंबर 7 अरशद के बाड़ा में कुछ लोग जुआं खेल रहे हैं। पुलिस अधीक्षक द्वारा सूचना को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। जिसके बाद थाना प्रभारी राकेश कुमार वैस के नेतृत्व में जुआ पर छापामार कार्रवाई की गई। पुलिस कार्रवाई में मौके से 20 जुआरी गिरफ्तार हुए। जिनके पास से 2.90 लाख रूपए नगद, 3 बाइक अनुमानित कीमत 1.20 लाख रुपए 12 मोबाईल अनुमानित कीमत 1 लाख रूपए सहित कुल 5 लाख 10 हजार रुपए नगदी और सामग्री के रूप में जब्त हुए। गिरफ्तार आरोपियों में रामजी ताम्रकार, विनोज कुमार साहू, मोहन लाल पटेल, राजेश पटेल, सुनील पांडेय, मनोज कुमार गुप्ता, धर्मेन्द्र सिंह, दीनदयाल यादव, जीतेन्द्र सोनी, शिवा बंशकार, बलराम सिंह बरगाही, ग्लैडविन, अरशद अली, उदय कुमार शर्मा, विजय सोनी, दीपक गुप्ता, नीलेश खरे, तुलसी प्रसाद,राहुल जैन शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ थाना में जुआ एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।  पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई में शामिल रहे पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की है। कार्रवाई में थाना प्रभारी राकेश कुमार बैस, उप निरीक्षक उपेन्द्र त्रिपाठी, सहायक उपनिरीक्षक  रामेश्वर बैस, आरक्षक कृपाल सिंह, अजय शर्मा, संजय द्विवेदी, सत्यभान सिंह, नत्थूलाल, भानूप्रताप, चक्रधर तिवारी, शुभम तिवारी, जितेन्द्र मंडलोई शामिल।

9 जुलाई तक कर सकते हैं दावा आपत्ति, 4 अगस्त को होगा अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन

नगरपालिका एवं पंचायत निर्वाचन हेतु फ़ोटोयुक्त मतदाता सूची पुनरीक्षण 2020 के सम्बंध में स्टैंडिंग कमिटी की बैठक संपन्न

अनूपपुर। मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी नगरपालिका एवं पंचायत निर्वाचन हेतु 1 जनवरी 2020 के अनुसार तिथी के आधार पर फोटोयुक्त मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के सम्बंध में आयोजित स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी सरोधन सिंह ने पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी एवं सदस्यों द्वारा विषयों पर शीघ्र कार्यवाही करने की बात कही। बैठक में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

अपर कलेक्टर ने बताया कि फोटोयुक्त प्रारूप मतदाता सूची का नगरपालिका, ग्राम पंचायत एवं अन्य विहित स्थानो पर सार्वजनिक प्रकाशन किया जा चुका है। दावा आपत्ति केंद्र पर नागरिक सम्बंधित बीएलओ (प्राधिकृत अधिकारी) को नाम जोडऩे, हटाने आदि दावा आपत्तियाँ 9 जुलाई 2020 अपरान्ह 3 बजे तक (रविवार) को छोड़कर दे सकते हैं। मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार फोटोयुक्त अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 4 अगस्त को नगरपालिका, ग्राम पंचायत एवं अन्य विहित स्थानो में किया जाएगा।

नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायत के वार्डों एवं मतदान केंद्र सम्बंधी जानकारी

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अनूपपुर जिले में 7 नगरीय निकायों में निर्वाचन होगा। जिनमे वर्तमान में कुल मतदाताओं की संख्या 107676 है। नगरीय निकाय अनूपपुर में 15 वार्ड, 20 मतदान केंद्र एवं 17462 मतदाता हैं, नगरीय निकाय कोतमा में 15 वार्ड, 25 मतदान केंद्र एवं 21470 मतदाता हैं, नगरीय निकाय बिजुरी में 15 वार्ड, 25 मतदान केंद्र एवं 21224 मतदाता हैं, नगरीय निकाय पसान में 18 वार्ड, 22 मतदान केंद्र एवं 19020 मतदाता हैं, नगरीय निकाय जैतहरी में 15 वार्ड, 15 मतदान केंद्र एवं 6701 मतदाता हैं, नगरीय निकाय अमरकंटक में 15 वार्ड, 16 मतदान केंद्र एवं 5994 मतदाता हैं तथा नगरीय निकाय बनगवाँ (राजनगर) में 15 वार्ड, 15 मतदान केंद्र एवं 15805 मतदाता हैं।

अनूपपुर जिले की चारों जनपद पंचायतों (283 ग्राम पंचायत) में वर्तमान में कुल 457021 मतदाता हैं। जनपद पंचायत अनूपपुर में 51 ग्राम पंचायत, 158 मतदान केंद्र एवं 92960 मतदाता हैं, जनपद पंचायत कोतमा में 31 ग्राम पंचायत, 78 मतदान केंद्र एवं 44580 मतदाता हैं, जनपद पंचायत जैतहरी में 82 ग्राम पंचायत, 279 मतदान केंद्र एवं 155480 मतदाता हैं तथा जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ में 119 ग्राम पंचायत, 319 मतदान केंद्र एवं 164001 मतदाता हैं।

कलेक्टर एवं वनमंडलाधिकारी ने की वनाधिकार दावों पर की गयी कार्यवाही की समीक्षा

अनूपपुर। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर एवं वनमंडलाधिकारी अधर गुप्ता ने शुक्रवार को पुष्पराजगढ़ के ग्राम पिपरहा एवं पोड़की में वनाधिकार दावों के सम्बंध में की गयी कार्यवाहियों की समीक्षा की। इस दौरान सम्बंधित ग्रामीणो से चर्चा कर किसी भी प्रकार की असुविधा के सम्बंध में पूँछतांछ कर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि वनाधिकार दावों को निरस्त करने से पूर्व सम्बंधित अधिकारी पहले पूर्ण रूप से संतुष्ट हों एवं मौका मुआयना अनिवार्य रूप से करें। सम्बंधित ग्रामों के 80 वनाधिकार दावों पर की गई कार्यवाही की समीक्षा की गयी। इस दौरान एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डहेरिया, एसडीओ वन एमएस मरावी, तहसीलदार टीआर नाग, नायब तहसीलदार शशांक शेंडे सहित सम्बंधित अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित रहे। 

शीघ्र और सुलभ न्याय दिलाने के लिए संवेदनशीलता व तत्परता से कार्य करें - कृष्णकांत शर्मा

जिला न्यायाधीश ने किया पदभार ग्रहण,ऑनलाइन लोक अदालत के लिए दिये आवश्यक निर्देश

अनूपपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर के अध्यक्ष, जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत शर्मा ने  शुक्रवार को पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होने प्राधिकरण के सचिव भू भास्कर यादव, जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे तथा न्यायिक अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिये। उन्होने कहा लोगों को शीघ्र और सुलभ न्याय दिलाने के लिए सभी अधिकारी और कर्मचारी संवेदनशीलता व तत्परता से कार्य करें। लोगों के बीच प्रेम और सौहार्द को बढ़ाने की दृष्टि से 25 जुलाई को ऑनलाइन लोक अदालत आयोजित कराने के निर्देश दिये।

उन्होने कहा कोविड 19 के संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए न्याय प्रदान करने की प्रक्रिया को निरंतर जारी रखने की दृष्टि से मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने ऑनलाइन लोक अदालत कराने के निर्देश दिए हैं। ऑनलाईन लोक अदालत में राजीनामा योग्य सभी प्रकार जैसे लड़ाई झगड़ा के छोटे मोटे मामले, मोटर दुर्घटना दावा, विद्युत चोरी के मामले, पैसा लेन-देन और चैक से संबंधित विवाद रखे जा सकते हैं, जिसमें पक्षकार अपने घर बैठे ऑनलाइन राजीनामा कर सकते हैं अथवा पक्षकार अपने अधिवक्ता के माध्यम से भी राजीनामा कर सकते हैं। लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय अनूपपुर के साथ ही सिविल कोर्ट कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम में भी आयोजित किया जायेगा।

जिला न्यायाधीश ने कहा ऑनलाइन लोक अदालत आयोजित होने के पश्चात अवार्ड की नि:शुल्क प्रतिलिपि राजीनामा करने वाले सभी पक्षकारों को दिया जाए, इसके लिए पक्षकारों को अनावश्यक रूप से भटकने नहीं दें।

कमर्शियल माइनिंग के विरोध में कोल खानों में तीन दिवसीय हड़ताल दूसरे दिन उत्पादन रहा ठप

जिले की 18 खदानों में उत्पादन रहा प्रभावित,करोड़ों का नुकसान

अनूपपुर। भारत सरकार द्वारा कमर्शियल माइनिंग की आड़ में कोल ब्लॉकों को निजी हाथो में सौंपने, काम के घंटे बढ़ाए जाने, तथा सीएमपीडीआई के विलयीकरण के विरोध में पांचों श्रमिक संगठनों ने 2 जुलाई से सामूहिक तीन दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन 3 जुलाई को अनूपपुर जिले के 18 कोल खदानों पर व्यापक असर पड़ा है। पांचो श्रमिक संगठनों एचएमएस, सीटू, एटक, इंटक, बीएमएसएच के पदाधिकारियों ने पहले दिन सभी खदानों के प्रवेश द्वार पर मोर्चा सम्भालते हुए आने वाले श्रमिकों से कामर्शियल माइनिंग से होने वाले नुकसान को बताते हुए काम पर नहीं जाने की अपील के बाद मजदूर वापस लौट गए। जिससे आंशिक उत्पाद के साथ खदानों पर उत्पादन शून्य दर्ज की गई।

महामंत्री एटक एसईसीएल हरिद्वार सिंह ने कोल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा दूसरे दिन भी हड़ताल शत प्रतिशत सफल है एसईसीएल के अंदर कोयला मजदूरों की एकता के साथ खदान को पूरी तरह से ठप्प है। प्रबंधन अपनी साख बचाने के लिए झूठ का सहारा लेकर फर्जी डिस्पैच और उत्पादन दिखाकर लोगों की आंखों में धूल झोंक रहा हैं। सच्चाई यह है कि जब मजदूर काम पर गया ही नहीं तो कोयला उत्पादन कहा से होगा। रखे हुए कोयले के भंडार को ही उत्पादन बता कर के और बयान बाजी कर रहे हैं।

एटक एसईसीएल के महामंत्री ने कहा कि यह हड़ताल ऐतिहासिक सफल हड़ताल है और मजदूर अपनी बातों को मनवा करके ही दम लेगा। सार्वजनिक क्षेत्र का लाभ मजदूरों के साथ अधिकारियों को भी भरपूर मिलता है। सभी चाहते हैं कि सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण ना हो कोल ब्लॉक का निजी कंपनियों को बिक्री ना हो लेकिन बिवस हैं। सरकार 3 दिन के जबरदस्त हड़ताल के बाद भी होश में नहीं आया तो हम कोयला उद्योग को बचाने के लिए अगली रणनीति पर विचार होगा।

एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के 8 कोल खदानों सहित हसदेव क्षेत्र की 10 खदानों के लगभग सभी खदानों से कोयला उत्पादन का कार्य बंद रहा। कॉलरी सूत्रों के अनुसार पांचों श्रमिक संगठनों के तीन दिनी हड़ताल में जिले के समस्त कोयला खदानों में उत्पादन नहीं होने से सरकार को लगभग 400 करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। कॉलरी सूत्रों का कहना है कि कॉलरी में ऐसे ही कर्मचारी कायर्रत है, जिनकी जरूरत खदानों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जरूरी है। इसके अलावा उत्पादन से सम्बंधित समस्त श्रमिक और कर्मचारी हड़ताल में शामिल है। जिसके कारण दूसरे दिन 3 जुलाई को श्रमिकों की लगभग 100 फीसदी हड़ताल सफल साबित हुई।

एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत आनेवाली 9/10 बंद होने के कारण यहां उत्पादन बंद है, जबकि मीरा खदान, आमाडांड भूमि खदान, आमाडांड ओसीएम, जमुना 1/2, जमुना कॉलरी वर्कशॉप, जमुना कोतमा 7/8 खदान , गोंविदा खदान में सुबह से कोई उत्पादन कार्य नहीं हुए। इसी तरह हसदेव क्षेत्र अंतर्गत आने वाली 10 खदानों में बिजुरी, बहेराबांध, कपिलधारा, कुरजा भूमिगत खदान, राजनगर आरओ, राजनगर ओसीएम, झिरिया खदान, बेस्ट जेकडी, तथा हल्दीबाड़ी खदानों में भी उत्पादन नहीं हुआ। कपिलधारा में मात्र 150 टन उत्पादन दर्ज किया गया है। जबकि बिजुरी खदान की क्षमता 600 टन, बेहराबांध में 1600 टन, कपिलधारा 600 टन, कुरजा भूमिगत खदान 800 टन, राजनगर के दो खदानों में 1000 टन, झिरिया खदान 400 टन, बेस्ट जेकड़ी 400, हल्दीबाड़ी 1600 टन प्रतिदिन क्षमता है।

गुरुवार, 2 जुलाई 2020

विधायक बिसाहूलाल को शिवराज मंत्रीमंडल में मिली जगह, जिले के विकाश को मिलेगी गति

तीसरी बार मिली जिम्मेदारी, वाईपास सड़क, जिला चिकित्सालय एवं फ्लाईओवर निर्माण की प्रथमिकता 

अनूपपुर। मध्यप्रदेश की सियासत में कांग्रेस से नाराज होकर भाजपा का दामन थामने वाले अनूपपुर पूर्व विधायक बिसाहूलाल सिंह को आखिरकार 2 जुलाई को शिवराज सिंह चौहान की विस्तारित मंत्रीमंडल में केबिनेट मंत्री के रूप में जगह मिल ही गई। बिसाहूलाल सिंह ने भोपाल में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसके साथ ही बिसाहूलाल के मंत्री बनने के साथ साथ आगामी अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की ओर से उम्मीदवारी का भी दूसरा मौका मिल गया है। बिसाहूलाल के मंत्री बनने के बाद भाजपा खेमें में खुशी की लहर दौड़ गई है। वहीं जिलेवासियों को अब जिले में फिर से विकास होने की आशाएं दिखने लगी है। जिसमें प्रमुख जिला चिकित्सालय के नवीन भवन का निर्माण,फ्लाईओवर एवं शहर के बाहर वाईपास सड़क का बनवाने का होगा।

बिसाहूलाल कांग्रेस के दिग्विजय सिंह शासन काल में पांच विभागों खनिज, पशुपालन और डेयरी, आदिवासी विकास विभाग,पीडब्ल्यूडी और उर्जा विभाग में मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा अनूपपुर विधानसभा में वर्ष 1980 से राजनीति कैरियर की शुरूआत करते हुए कांग्रेस की उम्मीदवारी में विधायक बने थे। जिसके बाद अनूपपुर का अबतक 8 विधानसभा चुनावों में 5वीं जीत हासिल किया था। लेकिन वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर वरिष्ठता के आधार पर मंत्री बनाए जाने की उम्मीदों में बार बार सूची से नाम काटे से नाराज हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने मार्च में कांग्रेस का साथ छोड़कर विरोध दर्ज करा दिया और बाद में कांग्रेस की सत्ता गिर गई थी। वहीं उपचुनाव में प्रत्याशी के रूप में उम्मीदवारी भी करेंगे। हालांकि विधानसभा उपचुनाव के दौरान बिसाहूलाल सिंह के लिए चुनाव में अपनों साथ रूठे को मनाने की भी चुनौती रहेगी।

पटाखे फोड़, मिठाई खिला जताई खुशी

बिसाहूलाल के केंद्रीय मंत्री बनने पर खुशी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह- जगह पटाखे फोड़, मिठाई खिला खुशी का इजहार किया। कार्यकर्ताओं ने बिसाहूलाल को शिवराज टीम में शामिल किया जाना हमारे लिए गर्व की बात कहीं। इस दौरान सांसद हिमान्द्री सिंह, पूर्व विधायक व प्रदेश भाजपा उपध्यक्ष रामलाल रौतेल, अनिल गुप्ता, नरेन्द्र मरावी,सुदामा सिंह, सिद्धार्थ सिंह, मनोज द्विवेदी, रामदास पुरी, शिवरतन वर्मा, जितेन्द्र सोनी उदयसिंह मामा, प्रवीण चौरसिया,चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, हनुमान गर्ग, मनीष गोयनका, गजेंद्र सिंह,प्रदीप यादव, अरुण सिंह, राकेश गुप्ता आदि ने बधाईयाँ दी।

पसान में खुशी की लहर कार्यकर्ताओं ने फोड़े पटाखे बांटी मिठाईयां

पसान नगर पालिका के पूर्व नपाअध्यक्ष राम अवध सिंह ने कहा कि बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर जिले के विकास पुरुष हैं उन्होंने अनूपपुर जिले में विकास की गंगा बहाई है और अब उनके मंत्री बन जाने से जिले का तेजी से विकास होगा जिले भर में अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं जो रुकी हुई थी उनका प्रारंभ होगी। मंत्री बनने से भाजपा कार्यकर्ताओं में नया उत्साह उमंग का निर्माण हुआ है और इसी उत्साह और उमंग के सहारे आने वाले उपचुनाव में जीत दिलानी है। भाजपा नेता शिवराज दत्त त्रिवेदी, चंद्रभान सिंह,भागीरथी पटेल, अशोक लाल, अजय द्विवेदी, धीरेंद्र सिंह,अनीता चौहान, फूलमती केवट,सचिन जयसवाल, सर्वेश पांडे, शारदा द्विवेदी, अमित शुक्ला सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता खुशी के अवसर पर उपस्थित रहें।

विभाग को नहीं लगी भनक, सजहा वेयरहाउस में सड़ गया 30 लाख रूपए का 870 क्विंटल चावल

विभाग चुका रहा किराया,2015-16 में वेयरहाउस अनूपपुर ने कराया था भंडारित

अनूपपुर। सजहा वेयरहाउस में अमानक खाद्यान्न को लेकर भंडारण और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। अभी 20 हजार क्विंटल गेहूं के खराब होने का जांच का मामला चल ही रहा था कि इसी वेयरहाउस से वर्ष 2016-17 के दौरान 23 हजार क्विंटल चावल चोरी होने के भी मामले सामने आ गए। जिसपर पूर्व से एससीएससी प्रबंध संचालक भोपाल द्वारा आरएम सतना को भेजे जा रहे कार्रवाई पत्रक में जून माह में आरएम सतना प्रबंधक ने अनूपपुर में कार्रवाई के लिए आवेदन पत्र दिया है। लेकिन अब इसी वेयरहाउस में वर्ष 2015-16 से 87 टन चावल लगभग 870 क्विंटल(1746 बोरी) चावल सड़े हालत में भंडारित है। यहां भंडारित खराब चावल की वर्तमान कीमत के अनुसार 30 लाख 55 हजार 500 रूपए अनुमानित बताई जा रही हैं। सजहा वेयरहाउस के ब्लॉक एक में सड़े चावल पर अबतक किसी विभागीय अधिकारी का ध्यान नहीं गया है। जबकि वेयरहाउस प्रबंधक सजहा द्वारा सड़े चावल के निराकरण के लिए कई बार पत्र वेयरहाउस प्रबंधक अनूपपुर शाखा और नागरिक आपूर्ति विभाग को किया जा चुका है। बावजूद न तो वेयरहाउस शाखा प्रबंधक अनूपपुर और ना ही नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर ने निराकरण की कोई कार्रवाई की। बताया जाता है कि वेयरहाउस में भंडारित इस चावल का किराया विभाग अब भी चुका रहा है।

सूत्रों की माने तो एमपीडब्ल्यूएलसी (वेयरहाउस शाखा अनूपपुर) द्वारा चावल की बोरियों को यहां भंडारण कराया गया था। खराब होने पर प्रबंधन द्वारा निराकरण किए जाने की मांग पर वेयरहाउस शाखा द्वारा यहां बोरियां रखी हुई तो क्या आपत्ति की बात कही जाती रही। जबकि नियमानुसार ऐसे खराब चावल का शराब दुकान या अन्य के लिए विकवाली कर राशियों का समावेश राजस्व में किया जाना होता है। लेकिन आश्चर्य पांच साल से गोदाम में 870 क्विंटल चावल भंडारित पड़ा है।

कभी नही हुआ वेयरहाउस का निरीक्षण

सजहा वेयरहाउस में भंडारित खराब 870 क्विंटल चावल कहां से आया और किस मिलर ने दिया इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं है। वहीं नागरिक आपूर्ति विभाग, जिला खाद्य आपूर्ति विभाग, वेयरहाउस शाखा अनूपपुर, क्षेत्रीय प्रबंधक सतना, सहित जिला प्रशासन ने भी कभी वेयरहाउस का निरीक्षण कर इसके मिलान की जरूरत नहीं समझी। जबकि नियमानुसार नागरिक आपूर्ति विभाग के साथ साथ जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक विभाग को प्रत्येक माह वेयरहाउस की वास्तविक स्थिति से अवगत होना अनिवार्य है।

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी विपिन पटेल ने बताया इसकी जिम्मेदारी नागरिक आपूर्ति विभाग प्रबंधक की है। चावल कहां से आया कितना है वहीं जानकारी बता पाएंगे। मेरे विभाग का कार्य राशन की दुकानों तक खराब खाद्यान्न नहीं पहुंचे इसकी निगरानी करना है।

प्रबंधक नागरिक आपूर्ति विभाग एसके द्विवेदी ने कहा इस सम्बंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। हमने भोपाल पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की अपील की है।

मां नर्मदा को चढ़ाए बहुमूल्य धातू के बर्तन व जेवरो का समिति के पास नही है कोई लेखा-जोखा

श्रद्घालुओं को नही मिलती को रसीद,बदलने का लगा आरोप

अनूपपुर/अमरकंटक मां नर्मदा को श्रद्घालु सोना, चांदी के बर्तन व अन्य वस्तुएं भेंट करते हैं लेकिन अमरकंटक नर्मदा मंदिर में जो भेंट चढ़ा रहे हैं इसका कोई लेखा-जोखा नहीं रखा जा रहा। देश का बड़ा प्राचीन मंदिर है जहां बड़ी कमी को उजागर कर रहा है। यहां मंदिर में जो भी सामान धातुएं आती हैं, उन्हें ट्रेजरी में जमा होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। नगर परिषद के कर्मचारी अपनी देखरेख में उन्हें रख लेते हैं। इस ऐतिहासिक मंदिर का एक ट्रस्ट भी है जिसके माध्यम से दान की जा रही वस्तुओं का एक रिकॉर्ड रखा जाना चाहिए लेकिन यहां अलग से ऐसा कोई विभाग व कर्मचारी नहीं रखे गए हैं। नगर परिषद के कुछ कर्मचारियों द्वारा यह दायित्व संभाला जा रहा है। आरोप हैं कि मंदिर की धातु सामग्री सोने से चांदी और चांदी से एल्यूमीनियम में बदली जा रही है। वहीं कई सामग्रियों का पता नहीं चल रहा। कुछ दिन पूर्व मंदिर में कटोरा, गिलास, चम्मच सभी चांदी के पात्र मां नर्मदा के भक्त सतीश कुमार मिश्रा बरगवां द्वारा भेंट की गई किंतु उन्हें भी कोई रसीद नहीं दी गई।

नर्मदा मंदिर में एक अष्टधातु का बड़ा नगाड़ा वर्षों से लापता है। कोई बता नहीं पा रहा कि आखिर यह अब कहां गायब हो गया। यह नगाड़ा स्टोर रूम में भी अब नहीं है। कुछ वर्ष पहले इसका उपयोग हुआ फिर दोबारा दिखाई नहीं दिया। मंदिर के पुजारियों का कहना है कि यह नगाड़ा कहां है उन्हें भी नहीं पता।

माता नर्मदा को नवरात्रि के पावन अवसर पर सोने की सुतिया पहनाई जाती थी किंतु अब वह चांदी की हो गई है। यह सोना से चांदी में तब्दील हो चुकी है जबकि यह दान में दी गई थी तब सोना था। मंदिर के पुजारी धनेश द्विवेदी ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मंदिर के अंदर जो पूजन व श्रृंगार की चीजें होती थी उनमें भी मंदिर के अंदर कम ही देखी गई है। कान का कुंडल दो नग, चांदी का 2 नग नाग, दीपक कटोरा चांदी का, चांदी की 2 नग प्लेट वर्तमान में मंदिर में नहीं है।

नर्मदा मंदिर में कई भक्त ऐसे आते हैं जो सोने व चांदी के गहने तथा पात्र चढ़ाते हैं। बहुत से गुप्त दान में अनेक वस्तुएं दे जाते हैं लेकिन यहां माता व मंदिर की व्यवस्थाओं के लिए जो सामग्री दी वह किस अवस्था में है और उपयोग किस तरह से हो रहा है यहां कोई पड़ताल नहीं की जा रही है।

बताया गया कि मंदिर में भक्तों द्वारा माताजी को श्रद्घा पूर्वक लोग जेवर व अन्य वस्तु अर्पित करते हैं उसे ट्रस्ट जमा कर लेता है लेकिन ऐसा नही होता और वह सोना चांदी में परिवर्तित हो जाती है और चांदी एल्यूमीनियम में। ऐसी कई यहां घटनाएं कई बार उजागर हो चुकी हैं जो एक जांच का विषय भी है और व्यवस्था में सुधार के लिए मंदिर ट्रस्ट के लिए आगे आने की जरूरत है। यहां दान करने वाले लोगों को रसीद भी दी जानी चाहिए।

इस संबंध में एसडीएम पुष्पराजगढ़ व मंदिर ट्रस्ट समिति व्यवस्था प्रभारी विजय डेहरिया ने बताया यहां जो कमियां हैं उसे दूर करने के संबंध में कार्य योजना बनाई जा रही है। दानदाताओं को रसीद देने का प्रावधान है। यहां कमी है स्थाई कर्मचारी की जो इस कार्य के लिए नहीं है। इसके लिए अब ट्रस्ट लेखा जोखा रखने के लिए कर्मचारी की नियुक्ति करने जा रहा है। अन्य जो अव्यवस्थाएं हैं उसे दूर किया जाएगा।

कोरोना संक्रमण काल में शिक्षा व्यवस्था की सीईओ जिला पंचायत ने की समीक्षा

सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों को पाठ्यपुस्तक वितरण एवं योजनाओं के सम्बंध में दिए निर्देश

अनूपपुर। कक्षा-1 से 8 तक के समस्त विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तक वितरण का कार्य 4 जुलाई तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लिया जाय। डिजीलेप के माध्यम से शिक्षण सामग्री का समय से पालकों/ छात्रों को प्रदाय करने एवं उत्पन्न संशयों का नियमित रूप से समाधान करने हेतु सामग्री प्रदाय के साथ बच्चों से जुड़ाव जरूरी है, शिक्षक आगे आकर प्रयास करें एवं बच्चों से प्रश्न पूँछकर संवाद स्थापित करें एवं उनका समाधान कर योजना की मूलभावना को क्रियान्वित करें। गुरूवार को सीईओ जिला पंचायत मिलिंद नागदेवे ने सर्व शिक्षा अभियान के कार्यो व योजनाओं की समीक्षा के दौरान कहीं। उन्होने कोरोना संक्रमण काल में शिक्षा प्रदाय के सम्बंध में शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान सर्वशिक्षा अभियान के जिला प्रमुख हेमंत खैरवार, समस्त एपीसी, सहायक यंत्री एवं समस्त बीआरसीसी उपस्थितरहे। 

सीईओ जिला पंचायत ने हमारा घर हमारा विद्यालय  योजना के बेहतर क्रियान्वयन हेतु अब तक की गयी तैयारियों की जानकारी लेकर कहा इस अभियान को सफलता पूर्वक संचालित करने हेतु अभिभावकों एवं पालकों की भूमिका अहम है इस हेतु सतत रूप से सम्बंधितों से संवाद कर उन्हें प्रेरित करते रहें। बैठक में निर्माण कार्य एवम वित्तीय प्रावधानो पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक के द्वितीय चरण में डीपीओ महिला एवं बाल विकास विनोद परस्ते जिला प्रबंधक एनआरएलएम शशांक सिंह एवं सीएमओ नगर पालिका की उपस्थिति में नवीन शैक्षणिक सत्र में स्व सहायता समूह के माध्यम से गणवेश वितरण योजना के क्रियान्वयन की रणनीति पर चर्चा की गई। डीपीएम एनआरएलएम को 1 सप्ताह के अंदर ब्लाकवार एवं ग्राम वार गणवेश तैयार करने हेतु समूहों का चिन्हांकन करने एवं आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

कौन धीरेंद्र शास्त्री मैं नहीं जानता,जनता समय - समय पर स्वत: स्फूर्त सांस्कृतिक आन्दोलन किया- प्रेमभूषण जी महाराज

योग्यता ईश्वर प्रदत्त आशीर्वाद है, थोपी नहीं जा सकतीं पत्रकारो के सवालो के जबाब में कहीं  अनूपपुर। कौन धीरेंद्र शास्त्री मैं नहीं जानता। भार...