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मंगलवार, 12 मई 2020

पार्टी मनाने गया युवक गहरे पानी में उतरने से डूबकर मौत, नशे में था मृतक

गोडारु नदी में नहाने के दौरान 15 वर्षीय किशोर डूबकर मौत

अनूपपुर बिजुरी थाना के कोठी गांव स्थित सीतामढ़ी फॉल पर 11 मई की शाम  पिकनिक मनाने गए तीन-चार युवकों की टोली में 25 वर्षीय युवक मोनू श्रीवास्तव की गहरे पानी में उतरने से डूबकर मौत हो गई। उसके अन्य साथी मौके से भाग घर वापस लौटे परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने  रात लगभग 8.30 बजे पुलिस को सूचना दी। पुलिस और परिजनों द्वारा रात 9 बजे से आरंभ की गई खोजबीन सुबह 3.30 बजे तक जारी रखी। लेकिन शव को नहीं ढूंढा जा सका। होमगार्ड की रेस्क्यू टीम ने शव को दोपहर बाद निकाला।

थाना प्रभारी संजय पाठक ने बताया कि मोनू श्रीवास्तव अपने तीन अन्य साथी विक्रांत सिंह उर्फ गोलू, सोनू द्विवेदी और रज्जू सिंह के साथ पार्टी मनाने के लिए कोठी गांव से सटे सीतामढी फॉल गया था। जहां पिकनिक मनाने उपरांत सभी नहाने फॉल में उतर गए। इसी दौरान गिरते फॉल के पास नशे की हालत में मोनू गहरा पानी में चला गया, जहां अपना नियंत्रण खो दिया और गहरे पानी में उतरने और उसमें डूबने से उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक को देते हुए अनूपपुर से होमगार्ड की रेस्क्यू टीम से मदद ली गई, रेस्क्यू टीम दोपहर बाद के आसपास शव को ढूढ़ निकाला। शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया है। 

किशोर नदी में नहाते समय डूबा ग्रामीणों ने निकाला शव

फुनगा चौकी अंतर्गत नदिया टोला गांव में 12 मई की दोपहर को गोडारु नदी में नहाने के दौरान 15 वर्षीय किशोर मुकेश भैना पिता संतोष भैना निवासी पयारी की डूबकर मौत हो गई। घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घंटे भर की मशक्कत के बाद किशोर का शव नदी से बाहर निकाली। पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। बताया जाता है कि मुकेश भैना अपने पांच-सात दोस्तों के साथ गांव में खेल रहा था। लेकिन दोपहर वह नदिया टोला नहाने अकेले गोडारु नदी पर आया था। नहाने के दौरान नदी के गहरे पानी में चला गया जहां उसकी डूबने से मौत हो गई।


अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर जनअभियान परिषद ने रंगोली के माध्यम से योगदान को किया नमन

उखड़ती साँसों को, वो अक्सर सम्भाल लेती है मौत के दरवाजे से भी वो निकाल लेती है

अनूपपुर आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस के मौके पर और नर्सिंगकर्मियों द्वारा समाज की सुरक्षा के लिए दिए जा रहे योगदान के प्रति सम्मान जताने के लिए हर वर्ष 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे समय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सामाजिक सुरक्षा में अहम योगदान है। 

जन अभियान परिषद के युवा कार्यकर्ताओं ने नर्सों के इस योगदान के प्रति रंगोली माध्यम से सम्मान व्यक्त किया है। विकासखण्ड कोतमा अंतर्गत ग्राम चंगेरी मे सामुदायिक नेतृत्वकर्ता दुर्गावती सिंह के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर सतत रूप से रोगियों घायलों की सेवा में लगे रहने एवं कोरोना संक्रमण से बचाव मे निरंतर सेवायें प्रदान करने वाली समस्त नर्सों को रंगोली के माध्यम से नमन किया गया।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने जिले के समस्त कार्यकर्ताओं सहित अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर सभी नर्सों को शुभकामनाएँ एवं उनकी सेवाओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा आने वाला समय कठिन परीक्षा का समय है, कोरोना को हराने हेतु समस्त आमजनो को कोरोना योद्धाओं का सहयोग करना होगा। सभी नागरिकों से अपेक्षित है कि कोरोना से बचाव हेतु समस्त उपायों एवं दिए गए निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करें।

सोमवार, 11 मई 2020

सोशल डिस्टेंसिंग की शर्तों के उल्लंघन किए जाने पर राजेंद्रग्राम में होटल सहित 6 दुकाने सील

अनूपपुर सम्बंधित दुकानदारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना हेतु आवश्यक प्रावधान नही किए जाने पर सोमवार 11 मई को राजेंद्रग्राम में प्रशासन एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने 1 होटल सहित 6 दुकानो को शर्तों के उल्लंघन किए जाने पर 3 दिवस के लिए सील कर दिया है।

कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना संक्रमण से संरक्षण हेतु उपायों को अपनाने की स्थिति में जिले में समस्त एकल स्थायी दुकानों को प्रात: 7 से शाम 7 बजे तक खोलने की सशर्त अनुमति के बाद भी आदेश की शर्तों की पालना की जिम्मेदारी सम्बंधित दुकानदार पर निर्धारित थी। इस दौरान सम्बंधित दुकानदारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना हेतु आवश्यक प्रावधान नही किए गए थे, न ही स्वयं कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन किया जा रहा था।

उल्लेखनीय है कि होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय आदि को मात्र होम डिलीवरी के माध्यम से पके हुए भोजन की सेवा प्रदान करने की अनुमति है। संस्थान में बैठकर कोई भी व्यक्ति भोजन करता हुआ/ बैठा हुआ पाया जाएगा तो धारा-144 अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश की अव्हेलना पर दंडात्मक कार्यवाही का भागी होगा। कार्यवाही के दौरान तहसीलदार टीआर नाग,नायब तहसीलदार आदित्य द्विवेदी, नायब तहसीलदार शशांक शेंडे, थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

बालगृह के बच्चों ने पेंटिंग के माध्यम से कोरोना योद्धाओं के प्रति व्यक्त किया सम्मान

माँ की तरह देखभाल कर रहे हैं, कोरोना से लड़ाई लड़ रहे शासकीय सेवक

रविवार, 10 मई 2020

शहरी क्षेत्रों में दुकान खुलने का अब प्रात: 7 से शाम 7 बजे तक

पैदल चलते अगर श्रमिक दल मिलें तो तुरंत दें आश्रय - कलेक्टर
अनूपपुरसामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण से सुरक्षा एवं बचाव हेतु उपायों की अनुपालना पर अब सोमवार 11 मई से प्रात: 7 से सायं 7 बजे तक शहरी क्षेत्रों में भी समस्त एकल स्थायी दुकानो को खोले जाने की अनुमति रविवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के आधार पर आदेश दिया है। वही सब्जी मंडी अभी नहीं खुलेगी, ठेले द्वारा घर पहुंच सेवा के माध्यम से अनुमत समय सीमा में ही सब्जियों का विक्रय किया जा सकेगा। मांसमंडी उपखंड मजिस्ट्रेट द्वारा निर्धारित स्थान पर लगाई जाएगी। साप्ताहिक बाजार या अस्थाई दुकानें पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। इस दौरान 2 ग्राहकों के बीच न्यूनतम 2 गज की दूरी सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक व्यवस्थाएँ करने की जिम्मेदारी सम्बंधित विके्रता की होगी। इस दौरान चेहरे (नाक, मुँह) को मास्क, गमछे, दुपट्टे अन्य साफ़ कपड़े से अच्छी तरह से ढँककर रखना भी अनिवार्य होगा। उल्लंघन पाए जाने पर सम्बंधित दुकान 3 दिवस के लिए सील कर दी जाएगी।

कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय दंडाधिकारियों, सीईओ जनपद, नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिले में कहीं भी कोई मजदूर पैदल चलते हुए नहीं मिलना चाहिए। यदि कहीं भी कोई मजदूरों का कोई समूह पैदल जाता हुआ मिलता है तो तत्काल उनके लिए आश्रय, भोजन आदि की व्यवस्था करें एवं उन्हें उनके गंतव्य तक शासकीय सुविधा से भेजे जाने की व्यवस्था करें। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा ई-पास को सहजता से जारी करने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। आपने कहा है कि ई-पास तभी निरस्त किये जाएं जब आवेदन में कोई गंभीर अनियमितता परिलक्षित हो रही हो।

मध्यप्रदेश सरकार कोरोना की आड़ में पूंजीपतियों की कर रही है दलाली- हरिद्वार सिंह

अनूपपुरमध्य प्रदेश सरकार ने श्रम कानून में परिवर्तन कर 8 घंटे के स्थान पर 12 घंटे काम करने की मंजूरी देकर, श्रम कानूनों के परिपालन के लिए जॉच एवं निरीक्षण पर रोक, ठेका श्रमिकों के लिए ठेकेदारों की मनमर्जी, दुकानों एवं संस्थाओं में 18 घंटे काम करने की व्यवस्था आदि निर्णय लेकर मजदूरों के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात किया है। पिछली सरकार ने घोषणा किया था कि इस महामारी की अवधि में जो लोग ड्यूटी नहीं करेंगे उनकी मजदूरी भी मालिकों को देना पड़ेगा। उक्त आशय का विचार रविवार को मध्यप्रदेश राज्य एटक के प्रांतीय अध्यक्ष एवं संयुक्त कोयला मजदूर संघ (एटक) एसईसीएल के केंद्रीय महामंत्री कामरेड हरिद्वार सिंह ने कही।
उन्होने मध्यप्रदेश की मौजूदा सरकार के श्रम आयुक्त ने 6 मई को परिपत्र जारी कर कहा है कि लॉक डाउन समाप्त होने के बाद खुले उद्योगों में बुलाए जाने पर यदि मजदूर काम पर नहीं आते हैं तो मालिक उस अवधि का मजदूरी देने के लिए बाध्य नहीं होंगे। प्रदेश सरकार मजदूरों को दास प्रथा के युग में ले जाना चाहती है। सरकार का असली चरित्र उजागर हो रहा है। छल, प्रपंच, धन, प्रलोभन के दम पर बनी भाजपा सरकार ऐसे समय में मेहनतकश मजदूरों के ऊपर हमला किया है जब मजदूर सर्वाधिक बेहाल, तंग और परेशान हैं और बेहद संकट के दौर से गुजर रहे हैं। समूचा देश कोविड-19 जैसे महामारी से जूझ रहा है। संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या तथा मरने वालों का आंकड़ा देखकर समूचा देश हिल रहा है। मध्यप्रदेश में हालात बहुत ही बदतर हैं ऐसे नाजुक समय में सरकार महामारी की रोकथाम में पूर्णत: असफल बताया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पूंजीपतियों की कृपा से बने बताते हुए मजदूरों के पेट पर लात मार कर देश के सामने भाजपा एवं अपने आप को नंगा कर दिया है। संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने 11 मई को समूचे प्रदेश में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। 12 घंटे काम का कानून या श्रम आयुक्त का निर्देश वापस नहीं हुआ तो बड़ी लड़ाई का सामना करने के लिए सरकार को तैयार रहना होगा।

ग्रमीण क्षेत्रों में मनरेगा बना रोजगार का आधार, 41607 श्रमिकों को मिला काम

अनूपपुर जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा कार्य ग्रामवासियों के रोजगार का मुख्य आधार बन गए हैं। लॉकडाउन की परिस्थिति में ग्रामवासियों को मनरेगा के तहत विभिन्न कार्यों में नियोजित किया गया है। वर्तमान में जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। इसके तहत 3113 कार्य प्रगतिरत हैं। जिनमे वर्तमान मे 41607 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत 183 ग्राम पंचायतों मे 895 आवासों मे कार्य प्रगतिरत है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा कार्य के दौरान सामाजिक दूरी (2 व्यक्तियों के बीच 2 गज की दूरी) एवं चेहरे को मास्क/गमछे से ढँके रखने, नियमित रूप से हाथ धोना सुनिश्चित करने साथ ही ऐसे श्रमिक जिन्हें सर्दी, खाँसी, बुखार, साँस लेने में तकलीफ़ है उन्हें कार्य में संलग्न न कर स्वास्थ्य जाँच कराने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर द्वारा अन्य निर्माण विभागों पीडबल्यूडी, डबल्यूआरडी, एमपीआरडीसी आदि को भी सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण से रोकथाम के सम्बंध में जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया का पालन करते हुए कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे आगामी दिवसों में और रोजगारों का सृजन होगा। निर्माण सम्बंधी यह निर्देश शहरी एवं ग्रामीण दोनो क्षेत्रों के लिए हैं।

वेंकटनगर से राजेन्द्रग्राम रातभर होती है रेत की अवैध ढुलाई

पुलिस और खनन विभाग पर मिली भगत का आरोप
राजेन्द्रग्राम। वेंकटनगर और खोडऱी की सीमा से सटे आलान नदी में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन दिन दहाड़े धड़ल्ले से हो रहा है। एनजीटी के निर्देशों के विपरीत दिन-रात रेत की अवैध निकासी हो रही हैं। गोबरी घाट, बलबहरा घाट, बरघाट सहित अन्य क्षेत्रो ओर रेत निकाली जाती है। रेत निकासी वाले वाहनों से खेत और सड़क दोनो को नुकसान पहुंच रहे है। इसकी जानकारी पुलिस को भी भलीभांती है। अपने जेब खर्च से मतलब वाली पुलिस खनन स्थल से पुलिस सहायता केन्द्र की दूरी लगभग दो किलोमीटर है। बावजूद इसके कार्यवाही नहीं हो पा रही।  दिनभर ट्रैक्टर रेत लेकर वेंकटनगर व आसपास गांव में दौड़ रहे हैं,कोई पूछ-तांछ करने वाला नही। खनिज विभाग भी अवैध रेत खनन की जानकारी होन के बाद कार्यवाही नहीं करना संदेह होता है। रेत यहा से बड़े-बड़े डम्फरो के माध्यम से राजेन्द्रग्राम में खपाई जाती है। इसके पीछे कुछ बड़े माफिया शामिल है। रेत लेकर वाहन अवैध निकासी से खोडऱी-कपरिया, लहसुना रास्ते का उपयोग करते है। जैतहरी क्षेत्र के तिपान नदी की ओर जाने वाले मार्गो पर कई वन डिपो के पास,गोबरी रोड में सड़क किनारे,सिवनी ग्राम पंचायत के क्षेत्र में में सैकडंो ट्रेक्टर अवैध रेत का स्टॉक कर इसे डम्फरो से राजेन्द्रग्राम ले जाया जाता है। ग्रमीणो ने बताया कि किसी जैसवाल के नाम से पूरी रात में डम्फरो ढुलाई होती है। 

लॉकडाउन में परियोजना पर्यवेक्षकों की अनोखी पहल

मोबाइल बैंकिंग की समझाईस महिलाएं बनी सबल
अनूपपुर कोरोना वायरस से भारत समेत पूरी दुनिया को एक अभूतपूर्व संकट का सामना करना पड़ रहा है, इसके रोकथाम के लिए भारत सरकार के द्वारा कई अहम् फैसले लिए गए, जिसमे 3 चरणों में लॉकडाउन लगाया कर जन समुदाय से अपील कि गई जब तक घर में है तब तक कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे। समुदाय व सामुदायिक स्थलों में जाने से बचने की सलाह दी। लॉकडाउन में महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद परस्ते एवं परियोजना अधिकारी नलिनी आठिया ने पर्यवेक्षकों एवं आंगनवाडी कार्यकर्ताओं से सतत् संवाद कर कार्यक्षेत्र में कठिनाईयों का त्वरित-समाधान किया, जिसका परिणाम मैदानी कार्यकर्ताओं में अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदारी का का भाव का संचार  हुआ। लॉकडाउन के दौरान आम जनमानस को खासकर महिला कार्यकर्ताओं को कई प्रकार के वित्तीय दिक्कतों से सामना करना पड़ा इसे देखते हुए सेक्टर डोला तथा सेक्टर बनगंवा पर्यवेक्षक सीमा सिंह एवं बीनू द्विवेदी ने अपने कार्यक्षेत्र के आंगनवाडी कार्यकर्ताओं अन्य महिलाओं को मोबाइल बैंकिंग के सम्बन्ध में जागरूक करने का बीड़ा उठाया, जिसका असर यह हुआ की आंगनवाडी कार्यकताओं  ने  मोबाइल बैंकिंग का उपयोग कर आसानी से घर बैठे अपना लेनदेन करने लगी हैं। 

राशन दुकान की सुरक्षा में बैठे सेल्समैन और साथी से ग्रामीणों ने की मारपीट

नशे में ग्रामीणों ने सेल्समैन पर घूंसा और डंडों से किया प्रहार, छह के खिलाफ मामला दर्ज

अनूपपुरदेवहरा चौकी अतंर्गत पटना ग्राम पंचायत बरहाटोला खम्हरिया में शनिवार की रात 11.30 बजे शासकीय राशन की दुकान की तकवारी में बैठे सेल्समैन 55 वर्षीय रामराज सिंह पिता लाल सिंह सेंगर निवासी पटना और ग्रामीण कामता सिंह पर नशे की हालत में आधा दर्जन ग्रामीणों ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। घटना में रामराज सिंह को गम्भीर चोंटे आई, जिसे तत्काल उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। दोनों को ढूढऩे दुकान पहुंचे नारायण सिंह के साथ भी मारपीट की, जिन्हें हल्की चोटे आई है। पुलिस ने मामले में छह ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रविवार को देवहरा चौकी प्रभारी संजय खलको ने बताया कि पूर्व में कुछ अज्ञात चारो द्वारा राशन की दुकान के नीव में सोंधमारी थी, चोरी नहीं हो सका था। चोरी नहीं होने के कारण सेल्समैन ने घटना के सम्बंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। वहंी राशन दुकान में अनाज होने तथा पूर्व में चोरी के प्रयास की आशंकाओं को लेकर सेल्समैन रामराज सिंह अपने साथी कामता सिंह के साथ रात के समय तकवारी में दुकान आया था, जहां शराब के नशे में कुछ ग्रामीणों ने सेल्समैन और साथी के साथ घूंसों व डंडों से प्रहार कर गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया है। पुलिस ने नामजद ग्रामीणों मनोज गोंड पिता लखन गोंड, छोटू पिता रामकृपाल, संतोष पिता राम सिंह, रामनाथ पिता अमर सिंह, बालकरण पिता राम सिंह, गोंविद पिता राम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ और धाराएं बढ़ सकती है।

अमरकंटक में नपाधिकारी ने मास्क एवं सैनेटाईजर का किया वितरण

अमरकंटक। पवित्र नगरी अमरकंटक में क्वारंटाईन में रखे गए प्रवासी मजदूरों,विद्यार्थियों एवं जरुरतमंदो को नगर परिषद की तरफ से मुख्य नगर पालिका अधिकारी पवन साहू ने मास्क व सैनेटाईजर का वितरित कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होने बताया कि किसी भी सहयोग के लिए नगर प्रशासन सहित जिला पंचायत एवं प्रदेश सरकार आपके लिए सदैव तत्पर है।

शनिवार, 9 मई 2020

हथकड़ी सहित फरार 75 घंटे के बाद भी हत्या का संदिग्ध आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर

जंगल की खाक छांन रही पुलिस, अबतक नही लगा सुराग

अनूपपुरकोतवाली थाना के ग्राम पंचायत सकरा स्थित शंकर मंदिर के पास 20 अप्रैल की सुबह महिला की मिली लाश और हत्या के संदिग्ध रूप में पकड़े गए 35 वर्षीय द्वारिका कोल द्वारा पुलिस को धक्का मारकर हथकड़ी सहित हुए फरार के 75 घंटे बाद भी पुलिस उसे दोबारा पकड़ नहीं कर सकी है। पुलिस लगातार परिजनों के सम्पर्क में जगह जगह छापामार कार्रवाई कर रही है। इस दौरान सकरा के जंगल सहित गांव की भी खाक छानी जा चुकी है। लेकिन अबतक आरोपी का सुराग नहीं मिल सका है। वहीं आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद पुलिस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। पुलिस संदेही आरोपी को घटना स्थल शिनाख्ती के लिए 6 मई की शाम 4.30 बजे लेकर गई थी। तभी मौके स्थल के पंचनामा और कागजी लिख पढ़ी के दौरान पुलिस को व्यस्त पाते हुए हत्या का संदेही आरोपी ने साथ खड़े पुलिसकर्मी को धक्का देकर गिरा दिया था और हथकड़ी सहित मौके से भाग निकला था। 

पावर प्लांट के राखड़ से खेतों की उर्रवा शक्ति हो रही क्षीण, तापमान में भी हो रही बढ़ोत्तरी

गांवों की फसलों और वनीय जीवन पर पड़ रहा असर

अनूपपुर विशाखापट्न के आरआर वेंकटनगर गांव में संचालित एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री से 7 मई को जहरीली गैस रिसाव हादसा तथा उनमें दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत से देश एक बार फिर से सिहर उठा। घटना ने वर्ष 1984 भोपाल गैस त्रास्दी की याद दोबारा दिला दी। इस तरह के देश में अनेक फैक्ट्रियां रहवासी क्षेत्र के बीच संचालित हो रही है। जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। अनूपपुर जिले के जैतहरी विकासखंड के मुर्रा गांव में 1200 मेगावाट क्षमता वाली संचालित हिन्दुस्तार पावर प्लांट(मोजरबेयर कंपनी) में भी 16 मई 2016 को बायलर फटने की घटना सामने आई। जिसमें दर्जनभर लोग गम्भीर रूप से झुलस गए थे। इनमें एक की मौके पर मौत हो गई जबकि चार अन्य उपचार के दौरान असामायिक मौत के शिकार बन गए। इस हादसे में टरबाईन और बायलर के बीच पाइप में कोयला के कणों के जमा होने तथा उसकी निकासी नहीं होने अधिक तापमान होने के कारण घटी थी। हालांकि इस घटना के दौरान भी कंपनी के अधिकारियों ने इसे सुधारने का काम किया था, लेकिन अधिक उत्पादन और मशीनों के प्रति मेंटनेंश में बरती गई लापरवाही ने दर्जनों की जान को खतरे में डाल दिया था। हिन्दुस्तार पावर प्लांट की स्थापना को लेकर शुरूआत से ही किसानों और कंपनी प्रबंधकों व जिला प्रशासन के बीच विवाद की स्थिति रही। वर्ष 2008-09 से जमीन अधिग्रहण और वर्ष 2011 कंपनी चालू करने के बीच प्रशासनिक अधिकारियों व किसानों के बीच आमना सामना हुआ, जिसमें भयावह स्थिति बनी थी। हालात यह रहे कि वर्ष 2016 में फैक्ट्री तक बिछाइ जाने वाली रेल पटरी को लेकर हजारो किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस पर पत्थर बरसाए, दर्जनों पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी घायल हुए थे। इसमें सैकड़ा से अधिक किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कर मुकदमा चलाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार पावर प्लांट के आसपास 8 गांव मुर्रा, बेलिया, गुआंरी, अमगवां, चांदपुर, क्योंटार, टकौली, लहरपुर सहित चंद दूरी पर नगर पंचायत जैतहरी स्थित है। जहां लगभग 30 हजार की आबादी होगी है। यहां फैक्ट्री के संचालन के बाद उससे निकलने वाली राखड़ से ये गांव प्रभावित हुए हैं। फैक्ट्री से निकलने वाला धुंआ दो-तीन किलोमीटर की परिधि क्षेत्र को प्रभावित करता है। हवा में घुला कोयला के कण, खेतों में चिमनी से उडकर फैली राखड़ तथा इससे प्रभावित आसपास के पेड़ पौधों को आसानी से देखा जा सकता है। यहीं नहीं फैक्ट्री से पांच किलोमीटर दूर बह रही सोन नदी में बनाए गए बांध से नदी की जलधारा भी नौ माह के लिए विलुप्ल सी हो चली है। बारिश के दौरान मात्र तीन माह ही सोननदी की जलधारा में दोनों किनारों से पानी के बहते देखा जा सकता। शेष दिनों नदी के बीच हिस्से नाला के रूप में बहती है। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं में शामिल होने के कारण फैक्ट्री शटडाउन नहीं हुई, वहीं मजदूरों की सुरक्षा के साथ फैक्ट्री पूर्व की लापरवाही का शिकार न हो विशेष टीम द्वारा लगातार सुरक्षा मानकों के बीच काम ले रहा है।

कोरोना जांच की बना औपचारिकता,बिना जांच के हो रही खनापूर्ती

न थर्मल जांच किया और ना ही सर्दी खांसी वाले सदस्य की जांच
अनूपपुर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन की मॉनीटरिंग में स्वास्थ्य अमला द्वारा आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए  कराए जा रहे सर्वेक्षण कार्य औपचारिकता पूर्ण रहा। स्वास्थ्य टीम में एएनएम और आशा कार्यकर्ता के रूप में दो सदस्यों ने घर घर जाकर दस्तक तो जरूर दी, लेकिन जानकारियों का रजिस्टर तैयार कर दोबारा उनका हाल जानना उचित नहीं समझा, यहां तक प्रशासन द्वारा अब थर्मल स्क्रीनिंग द्वारा दूसरा चरण आरम्भ किया गया, वह भी खानापूर्ती तक सीमित रहा ऐसा लगता है कि विभाग फर्जी आंकड़े भर कर जांच की खानापूर्ती कर सरकार के मंसूबो पर पानी फेर रहा है।
अबतक दिये गये जांच आंकड़ो में 1 लाख 7 हजार 18 व्यक्तियों का स्क्रीनिंग कराया गया, इसमें 100 डिग्री से उपर तापमान वाले 85 व्यक्ति, बाहर से आए 460 व्यक्ति, विदेश भ्रमण कर आए 83 व्यक्ति, होम क्वारंटीन के लिए 474 व्यक्ति, सर्दी की समस्या से पीडि़त 102 व्यक्ति, खांसी से पीडि़त 78 व्यक्ति, तथा सांस की तकलीफ से पीडि़त 65 व्यक्ति की सूची जारी की। इस पूरे मामले में 165 सैम्पल लिए गए हैं जिसमें 3 कोरोना पॉजीटिव केस शामिल हैं। बावजूद जो बात सामने आई कि स्वास्थ्य निरीक्षण के प्रति स्वास्थ्य अमला ने औपचारिकता पूर्ण की है।

ग्रामीण प्रेमलाल राठौर बताते हैं कि उनके गांव टीम आई, जानकारी ली और चली गई। न थर्मल जांच किया और ना ही सर्दी खांसी वाले सदस्य की जांच के लिए अस्पताल की सलाह दी। यहां तक कुछ लोगों ने सर्दी खांसी होने के बावजूद क्वारंटीन के डर से काई तकलीफ नहीं होने की बात कह सामान्य जानकारी दर्ज करवाई। छिपकर या बिना सूचना बाहर से आने वाले लोगों की सूचना स्थानीय या खुद द्वारा देने पर स्वास्थ्य टीम द्वारा उनका प्राथमिक जांच कराकर संस्थागत या होम क्वारंटीन की सलाह दे दी गई। फिर दोबारा उनका जांच परीक्षण के लिए न टीम क्वारंटीन सेंटर आई और ना ही व्यक्ति जांच के लिए अस्पताल गया। सबसे आश्चर्य शुरूआती प्रथम चरण में कोरोना के सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंकाओं में लगभग 8 लाख की स्क्रीनिंग का कार्य कराया गया था, जिसमें मात्र जानकारियों को एकत्रित कर जांच प्रक्रिया पूरी की गई थी। इसमें न तो थर्मल स्क्रीनिंग, न सामने वाले व्यक्ति की शारीरिक जांच की कोई प्रक्रिया अपनाई गई थी।

सेवा भारती ने किया वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान, थर्मल स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य की ली जानकारी

अनूपपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सेवाभारती,जिला इकाई अनूपपुर द्वारा नारद जयंती के पावन अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सभी पत्रकारों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गयी। ९ मई को नारद जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष पत्रकारों के साथ विचारगोष्ठी,सम्मान समारोह जैसा आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा किया जाता रहा है। इस वर्ष कोरोना संकट के कारण सार्वजनिक आयोजन ना करने का निर्णय लिया गया। नगर संघ चालक विवेक बियाणी, डा.एसके गुप्ता , दिलीप तिवारी ने जिले के वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी, अरविन्द बियाणी,रामचन्द्र नायडू,राजेश शुक्ला, राजन सिंह, मुकेश मिश्रा,मनोज शुक्ला अजीत मिश्रा,चैतन्य मिश्रा, बीजू थामस,वीरेन्द्र सिंह के साथ अन्य लोगों का सभी के निवास / कार्यालय पहुंच कर सार्वजनिक अभिनन्दन किया। इस दौरान सोशल डिस्टेशिंग के साथ अन्य सावधानियां रखी गयीं। कुछ अन्य वरिष्ठ पत्रकारों से संपर्क ना हो पाने के कारण आगामी किसी आयोजन में उनका अभिनन्दन करने की योजना बनाई गयी है।

इस अवसर पर बियाणी ने कहा कि पत्रकारिता जब कठिन दौर से गुजर रही हो, अनूपपुर जिले के सम्मानित वरिष्ठ पत्रकारों ने बखूबी अपने दायित्वों का निर्वाहन किया है। कोरोना के संक्रमण काल में लाकडाउन के दौरान जिला मुख्यालय के पत्रकारों ने कल्याणकारी कार्यों में बढ़चढ़ कर सकारात्मक हिस्सा लिया है। प्रवासी मजदूरों की सहायता हो या गाँव से आने वाली समस्या मूलक सूचनाएं पत्रकारों ने उसे दूर करने का हर संभव सफल प्रयास किया है। सेवाभारती अनूपपुर इकाई सभी पत्रकारो का हृदय से अभिनन्दन, वन्दन करती है। डा गुप्ता ने इस दौरान सभी पत्रकारों की थर्मल स्क्रीनिंग की।

शुक्रवार, 8 मई 2020

अधेड़ की सोते समय अज्ञात ने फड़वे से की हत्या, पुलिस ने मामले को बताया संदिग्ध

अनूपपुर बिजुरी थाना से 20 किलोमीटर दूर कोठी ग्राम पंचायत वार्ड क्रमांक 3 में 7-8 मई की रात अज्ञात व्यक्ति ने घर में सो रही 55 वर्षीय गणपत केवट पिता लल्ला केवट की अज्ञात व्यक्ति ने घर में घुसकर फावड़ा से लगातार वार कर हत्या कर दी। घटना की सूचना 100 डायल भोपाल के माध्यम से पुलिस को मिली, जहां सुबह 5.45 बजे कोतमा एसडीओपी एसएन प्रसाद, बिजुरी थाना प्रभारी संजय पाठक, एफएसएल चिकित्सक सहित डॉग स्क्वायड की टीम मौके स्थल पर पहुंची। पुलिस ने घटना स्थल पर गणपत केवट को बिस्तर पर खून से लथपथ पड़ा पाया, जिसके सिर, गर्दन सहित चेहरे पर चोट थी। पास ही खून से सना फावड़ा पड़ा था। कोतमा एसडीओपी एसएन प्रसाद ने बताया कि मामला संदिग्ध है, घर सूने स्थल पर बना है, घर से सटे कोई पड़ोस का भी घर नहीं है। चंद दूरी पर एक मकान है। परिजनों से पूछताछ में किसी ने हत्या को लेकर किसी पर संदेह नहीं जताया। पुलिस विभिन्न बिन्दूओं पर जांच पड़ताल कर रही है। एसडीओपी ने बताया कि हत्या में उपयोग किया गया फावड़ा घर के अंदर ही रखा हुआ था। जिसे हत्यारे ने पिछले हिस्से से मृतक के सिर पर प्रहार किया है। मृतक गणपत केवट बाइक से सब्जी बेचने का काम करता था। घर में पत्नी और दो बच्ची है जो रात के समय दूसरे कमरे में सोई थी तथा कुलर चल रहा था। जिसके कारण हत्या के दौरान मृतक की चीख या आवाज को नहीं सुन सकी। घटना रात 1-2 के बीच की बताई जाती है। रात 11 बजे गणपत और उसका परिवार खाना खाकर सोने गया था। लेकिन सुबह उसकी लाश मिली। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया।


283 प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया उनके गृह जिले

वापस आए 78 प्रवासी श्रमिको रखा गया क्वॉरंटीन में
अनूपपुर प्रदेश के बाहर मध्यप्रदेश के श्रमिकों को वापस लाने का क्रम जारी है। शासन द्वारा विशेष श्रमिक ट्रेन एवं बसों के माध्यम से सुरक्षित रूप से उनके गृह जिलों तक भेजे जाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान आगंतुक श्रमिकों की स्वास्थ्य जाँच एवं भोजन की व्यवस्था के साथ उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियों एवं उपायों कीं जानकारी दी जा रही है एवं उन्हें अपनाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
शुक्रवार को अनूपपुर जिले में 361 श्रमिकों आये जिनमे 283 श्रमिक अन्य जिलो प्रदेश के निवासी थे उनका प्राथमिक स्वास्थ्य जाँच एवं जलपान व्यवस्था के बाद उनके गृह जिले के लिए भेजा गया। शहडोल 64, उमरिया 37, रीवा 30, सीधी 29, सतना 4 एवं सिंगरौली 1 श्रमिक सहित उत्तरप्रदेश 38 एवं छत्तीसगढ़ के लिए 80 श्रमिकों को शासकीय सुविधा से रवाना किया गया।

इसके साथ ही गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ एवं आँध्रप्रदेश सहित मध्यप्रदेश के अन्य जिलों से आज 78 श्रमिक जो कि अनूपपुर के निवासी हैं का आगमन हुआ, जहाँ उन्हें स्वास्थ्य जाँच उपरांत विभिन्न संस्थागत क्वॉरंटीन केंद्रो में भेज दिया गया। वर्तमान में 57 संस्थागत क्वॉरंटीन केंद्र/ आश्रय स्थलों में 889 श्रमिक एवं नागरिक निवासरत हैं।

बिजुरी थाना पहुंच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने व्यापारी खुदकुशी मामले की जांच

मृतक की पत्नी ने पुलिस प्रताडना में पति के आत्मग्लानि में खुदकुशी का लगाया था आरोप
अनूपपुर बिजुरी नगरपालिका वार्ड क्रमांक 9 निवासी रामचंद्र अग्रवाल द्वारा 25 मार्च को घर में कैरोसिन तेल डालकर की गई खुदकुशी मामले में शुक्रवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन बिजुरी थाना परिसर पहुंचे। जहां मामले में थाना प्रभारी सहित मृतक के परिजनों व अन्य के बयान दर्ज करना आरम्भ किया है। गुरूवार की सुबह एएसपी ने थाना परिसर पहुंचकर थाना प्रभारी से घटनाक्रम पर जानकारी ली। साथ ही अन्य के बयान लिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि अभी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जो भी जांच रिपोर्ट होगी, पुलिस अधीक्षक को सौंपा जाएगा जिसपर आगे की कार्रवाई होगी। इससे पूर्व 4 मई की दोपहर पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा के समक्ष मृतक की पत्नी उपस्थित होकर पुलिस प्रताडऩा में अपने पति द्वारा आत्मग्लानि में खुदकुशी करने की बात कहते हुए, पुलिस प्रताडऩा का आरोप लगाया था। एसपी को दिए गए शिकायत पत्र में प्रीति अग्रवाल ने बताया कि उसके पति 23 मार्च की दोपहर अपने पुत्र और पुत्री के साथ पास के दुकान से ससुर के लिए दवा लेने गए थे, तभी रास्ते में नगर निरीक्षक संजय पाठक द्वारा अभद्रता करते हुए उनके साथ मारपीट की थी। साथ ही उन्हें थाना लाकर शाम 7 बजे छोड़ा था। घर आकर पति आत्मग्लानी में रो रहे थे, जहां घर के सदस्यों सहित आसपास के लोगो ने समझाते हुए शांत कराया था। इसके बाद 25 मार्च को पुन: पति के दुकान जाने के दौरान नगर निरीक्षक ने उन्हें रोकते हुए अभद्रता के साथ गाली गलौज किया। इससे परेशान पति ने दोपहर आने के बाद घर में खुदकुशी कर ली थी।



गुरुवार, 7 मई 2020

हत्या का संदिग्ध आरोपी पुलिस अभिरक्षा से हथकड़ी सहित हुआ फरार, जंगल की खाक छांन रही पुलिस

पति से विवाद कर बेटी के घर जाने निकली थी महिला रास्ते में हुई थी हत्या
अनूपपुर कोतवाली थाना से 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सकरा स्थित शंकर मंदिर के पास 20 अप्रैल की सुबह लगभग 50 वर्षीय महिला की हुई हत्या और संदिग्ध के रूप में पकड़ा गया 35 वर्षीय आरोपी द्वारिका कोल निवासी सकरा पुलिस को जांच के दौरान धक्का देकर हथकड़ी सहित फरार हो गया है। घटना बुधवार की शाम 4.30 बजे के आसपास की बताई जा रही है। संदिग्ध आरोपी की फरारी के बाद सकते में आ आई। इसके बाद पूरी रात और 7 मई को भी पुलिस सकरा के जंगल सहित आसपास के स्थानों की खाक छांन रही है। लेकिन पिछले 24 घंटे के उपरांत भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बताया जाता है कि हत्या के मामले में संदिग्ध आरोपी को कोतवाली पुलिस ने पकड़ा था, जिससे पूछताछ में आरोपी ने हत्या की घटना को अंजाम देने की बात कबूली थी। इसी मामले में पुलिस तफ्तीश करने आरोपी को अपने साथ मौका स्थल लेकर गई थी। पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने बताया कि हत्या के संंदिग्ध आरोपी द्वारिका कोल को पुलिस बुधवार की शाम को घटना स्थल की शिनाख्ती और निशानदेही के लिए गई थी। सभी पुलिसकर्मी पूछताछ के साथ कागजी लिखा पढ़ी में उलझे थे, तभी संदिग्ध आरोपी ने मौका पाकर साथ खड़े पुलिस कर्मी को धक्का मारकर गिरा दिया और मौके से हथकड़ी सहित फरार हो गया। जबतक पुलिस कुछ समझ पाती, आरोपी मौके से भागने में सफल हो गया। बुधवार की रात भर पुलिस सकरा गांव सहित उससे लगे जंगल में तलाश कर रही। दूसरे गुरूवार को दिन में भी जंगलों की तलाशी ली गई है। लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस परिजनों व रिश्तेदारों से सम्पर्क कर आरोपी की गिरफ्तारी में लगी हुई है। मामले में पुलिस ने फरार आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल हत्या के संदिग्ध आरोपी की फरारी से पुलिस की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। उल्लेखनीय है कि मृतिका बजरिया बाई बैगा पति समनु बैगा निवासी अढैरा 19 अप्रैल को अपने पति समनु बैगा का किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें पति ने गुस्से में उसकी पिटाई कर दी थी। इसके बाद महिला नाराज होकर दोपहर 2.30 बजे के आसपास घर से निकल अपनी बेटी के ससुराल पटनाकला के लिए चली थी। महिला एक हाथ से दिव्यांग दी तथा उसके 10 बच्चे जिसमें 5 पुत्र और 5 पुत्री थे। दोपहर पहाड़ी पर स्थित अढैरा गांव से नीचे उतर कर महिला शाम को सकरा गांव पहुंची थी। जहां किसी कुंए के पास पहुंचकर उसने पानी पिया था। इसी दौरान स्थानीय किसी महिला ने शाम के समय अंजान महिला को देखकर उससे कारण पूछा था, जिसमें महिला ने पति विवाद और घर छोड़कर बेटी के पास जाने की बात कही थी। लेकिन अगले सुबह वार्तालाप स्थल से एक किलोमीटर दूर महिला का शव पाया गया था। महिला के गले में उसकी ही पहनी साड़ी का एठन बना हुआ था, चेहरे पर कुछ चोट के निशान भी थे। पुलिस ने गला घोंटकर हत्या किए जाने की आशंका जताई थी।


पर्दाफाश करने पर भड़का क्रेशर संचालक,चौथे स्तंभ को मिली धमकी

पत्रकार ने थाने मे दर्ज कराई शिकायत,मामला लाकडाउन में क्रेशर संचालित करने का
अनूपपुर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार हर वह कदम उठा रही है इससे बचने के लिए तीसरी बार लाकडाउन लगाया गया। आवश्यक दुकानों को छोड़कर उद्योग धंधो पर रोक लगाई है, लेकिन कुछ दबंग क्रेशर संचालक लगातार सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुये दिन रात क्रेशर का संचालन कर रहे हैं। अगर कोई आमजन इसकी चर्चा करता है तो उसे घमकी और बेईज्जत किया जाता है। नियमो को दर किनार कर लाकडाउन में क्रेशर चलाने का मामला राजेन्द्रग्राम थाना क्षेत्र के ग्राम हर्राटोला में संचालित के्रशर संचालक राजेश जायसवाल का क्रेशर दिन रात कर उत्पादन चालू है। मामला का खुलासा स्थानीय वाटएप समूह से के बाद हुआ। स्थानीय पत्रकार मनीष कुमार अग्रवाल द्वारा सच्चाई बताई गई तथा इसकी जानकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी राजेन्द्रग्राम को दी गई। इस बीच शासन की आंखो मे धूल झोककर चोरी छिपे के्रशर का संचालन कर रहे राजेश जायसवाल को जब इस बात की जानकारी लगी तो वह आग बबूला होकर 4 मई की शाम लगभग पत्रकार को फोन लगाकर मोबाइल पर ही बरस पडा और लक्ष्मण रेखा पार करते हुये गाली गलौज करने तथा देख लेने व धमकियों की झडी लगा दिया, जिसकी रिकार्डिंग पत्रकार के पास मौजूद है। हालांकि इस दौरान पत्रकार ने उसे समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अपनी पोल खुलने से नाराज संचालक ने वह सब कुछ बोल दिया जो उसके आचरण मे है। इतना ही नही उसने पत्रकार का रास्ता रोककर दोबारा गाली गलौज कर सार्वजनिक बेईज्जती की। पत्रकार ने 6 मई को थाना प्रभारी राजेन्द्रग्राम को लिखित शिकायत करते हुये निष्पक्ष जांच की मांग की। इसके साथ ही स्थानिय पत्रकारो ने क्रेशर संचालक राजेश जायसवाल के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की।

तेज रफ्तार से कार अचानक पेड़ से जा टकराई, एक की मौत तीन घायल

अनूपपुर रामनगर थानांतर्गत झिरियाटोला के पास बुधवार की रात तेज रफ्तार से दौड़ रही कार अचानक अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। जिसपर सवार चार युवकों में एक की मौत हो गई। तीन अन्य युवक घायल हो गए। इस घटना में कार क्रमांक एमपी 65 ई 3439 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को देते हुए सभी घायलों को एम्बुलेंस 108 के माध्यम से उपचार के लिए बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच में 23 वर्षीय दीवाकर उर्फ गोलू मिश्रा निवासी न्यू राजनगर को मृत घोषित कर दिया। जबकि अन्य घायलों में 22 वर्षीय आदित्य श्रीवास्तव, 27 वर्षीय गौरव पांडेय पिता जमुना पांडेय, तथा 20 वर्षीय घनंजय उपाध्याय सभी न्यू राजनगर निवासी का प्राथमिक उपचार के बाद शहडोल रेफर कर दिया। पुलिस मृत युवक गोलू मिश्रा का पंचनामा तैयार कर शव का पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। रामनगर थाना सहायक उपनिरीक्षक रामभुवन शर्मा ने बताया कि  चारो युवक कार में सवार होकर घूमने निकले थे, जहां न्यू राजनगर क्षेत्र से झिरियाटोला गए थे, तभी वापसी के दौरान कार को मोडने के दौरान चालक कार से नियंत्रण खो दिया और तेज रफ्तार की कार अनियंत्रित होकर सामने पेड़ से जा टकराई। जिसमें चारों सवार गम्भीर रूप से घायल हो गए और सभी को बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, जहां दीवाकर उर्फ गोलू मिश्रा की मौत हो गई। विदित हो कि लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन ने कार/ जीप में एक चालक के साथ एक या जरूरत पडने पर दो सवारियों के बैठने के निर्देश दिए हैं, बावजूद एक कार में चार सवार कैसे बैठे गए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

282 में 280 ग्रापं में पलायन कर आये मजदूरो को मनरेगा में मिल रहा काम

3894 मनरेगा कार्यों में 34635 श्रमिक कर रहे मेहनत

अनूपपुरकोरोना संक्रमण के कारण देश-प्रदेश में बंद हुए उद्योग धंधे और कल-कारखानों के बाद बेरोजगार हुए लाखों श्रमिक रोजी रोटी के लिए जूझ रहे हैं। इनमें अभी भी लाखों मजदूर अलग अलग प्रदेशों में बेरोजगारी के बीच फंसे हुए हैं। जबकि कुछ ने पैदल चलकर तो कुछ सरकारों की मदद से अपने गृह ग्राम पहुंचे है। प्रशासन के लिए कोरोना संक्रमण की रोकथाम के साथ आमजनो को रोजगार मुहैया कराना एक बड़ी चुनौती है। जिसमें लॉकडाउन-2 के दौरान शासन के दिशा निर्देश में अनूपपुर जिले में स्थानीय स्तर में मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार वर्तमान में जिले के 282 ग्राम पंचायतों में 280 ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत कार्य उपलब्ध कराए गए हैं और 3894 मनरेगा कार्यों में 34635 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। जिसमें तालाब, मेढ़ बंधान, मनरेगा अंतर्गत प्रति ग्राम पंचायत कार्य में अनूपपुर मध्य प्रदेश में दूसरे स्तर पर हैं। जबकि कार्यविहीन पंचायतों में चौथे नम्बर पर हैं। जिले के मात्र 2 पंचायतों में कार्य प्रारंभ नहीं हुए हैं। प्रति पंचायत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के क्षेत्र में अनूपपुर तीसरे नम्बर पर हैं। यानि प्रति पंचायत 123.70 श्रमिक कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत 182 ग्राम पंचायतों में 893 आवासों में कार्य प्रारम्भ हो गया है।

बुधवार, 6 मई 2020

इंराजनविवि फिर सुर्खियों में,प्रोफेसर की पत्नी ने अन्य प्रोफेसर पति को फसाने का लगाया आरोप

एसडीएम को भेजा शिकायती पत्र,कार्यवाई की मांग

अनूपपुर। इंदिरागांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में लगातार हो रही उठा पटक आध्यापको के वार्चस्व का मैदान बन गया है। एक बर्ष से लगातार आध्यापको पर प्रताडऩा के आरोप लग रहे है। इस बार आध्यापक की पत्नि ने अपने पति को बचाने के लिए एसडीएम को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के खिलाफ परिसर में निवासरत एक अन्य प्रोफेसर की पत्नी ने अपने पति पर सम्बंधित प्रोफेसर द्वारा झूठा आरोप लगाकर फंसाने एवं साजिश रचकर उन्हें प्रताडि़त करने सहित अन्य शिकायत एसडीएम पुष्पराजगढ़ से की है। महिला ने यह शिकायत पुष्पराजगढ़ एसडीएम विजय डहेरिया को 29 अप्रैल को डाक द्वारा भेजा था। जो 6 मई को एसडीएम कार्यलय पहुंचे शिकायत पत्र में महिला का आरोप है कि सम्बंधित प्रोफेसर उनके पति पर झूठा आरोप लगवाकर उन्हें फसाने एवं साजिश के तहत प्रताडि़त करने, भयोदोहन करने, थाना में झूठी शिकायत करवाने का भय फैलाने का काम कर रहे हैं। मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर कानूनी कार्रवाई की जाए। महिला ने बताया कि प्रोफेसर ने उनके पति के खिलाफ एक छात्रा को भडकाकर झूठी शिकायत करवा दिए हैं। साथ ही भयदोहन कर रहे हैं, प्रताडि़त कर रहे हैं। इससे उनका पूरा परिवार भय और प्रताडऩा का शिकार हो गया है। सम्बंधित प्रोफेसर मेरे पति से अकारण ही रंजिश रखते हैं। महिला ने इस सम्बंध में सीबीआई स्पेशल क्राइम ब्रांच, बिजलेस सेक्शन, एमएचआरडी तथा गृह मंत्रालय को भी अपराध एवं उससे जुड़े तमाम साक्ष्य प्रेषित किया है। इन प्रेषित शिकायत में विषय में महिला ने नौकरी के लिए आयोजित भर्ती प्रक्रिया में प्रश्नपत्र उत्तर पुस्तिका में हेराफेरी करने और आजतक स्नातक में ही आठ बार फैल होने वाली छात्रा को बिना स्थानांतरण प्रमाण पत्र के पीएचडी में प्रवेश देने, फर्जी ढंग से यूजीसी की छात्रवृत्ति दिलवाने तथा विदेश भेजने, पीएचडी में प्रवेश के लिए कराई गई अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में अव्बल स्थान दिलाने के लिए छात्रा को गोवा ले जाने सहित अन्य विषय रखे हैं। इस सम्बंध में मार्च 2020 में शहडोल डीआईजी को भी शिकायत दर्ज कराई गई थी। वहीं महिला ने एसडीएम से इस प्रकार की किसी शिकायत पर पति के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करने की अपील की है।

21 में 12 ने खोली मदिरालय,कहीं शराब खरीदने सोशल डिस्टेसिंग की अनदेखी, तो कहीं समाज हित में बंद रखी दुकान

अनूपपुर। तीसरे लॉकडाउन के दौरान गृह मंत्रालय द्वारा जारी संशोधित आदेश के तहत शासकीय राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा शराब दुकानों 10 से 4 बजे तक खोले जाने के आदेश के बाद दूसरे दिन 6 मई को अनूपपुर जिले में संचालित शराब दुकानों पर अलग अलग स्वरूप देखने को मिला। कहीं शराब खरीदने लोगों ने सोशल डिस्टेसिंग की मर्यादाओं को तार तार किया, तो कहीं दुकान संचालकों ने कोरोना के बढ़ेन का तर्क देकर समाजहित में अपनी दुकानें बंद रखी।
जिला मुख्यालय अनूपपुर के मुख्य बाजार क्षेत्र में सुबह से ही लोगों की भीड़ दुकानों के आसपास मंडराना आरम्भ हो गया था,दुकान के शटर खुलते ही शराब खरीदने लोगों का हुजूूम सोशल डिस्टेसिंग और कोरोना को भूल टूट पड़े। यह सिलसिल दिनभर शराब दुकानों पर जारी रहा। वहीं बिजुरी नगरपालिका में संचालित शराब की दुकान बंद रही। दुकान संचालक ने महंगी दुकान लेने की बात कहते हुए कोरोना संक्रमण के कारण ग्राहकों की कमी बताया। साथ ही कहा वर्तमान में कोरोना का प्रकोप इससे बढ़ सकता है, जिसे समाज हित में देखते हुए बंद रखा गया है।

जिला आबकारी अधिकारी विकास मंडलोई ने बताया कि जिले में तीन समूह अनूपपुर के 3 चचाई के 3 और बरगवां की 2 सहित कुल 8 दुकानें खुली हुई है। जिले में 21 दुकानें हैं जिसमें 9 देसी और 12 विदेशी है शराब दुकान है। जिले में प्रतिवर्ष 47 करोड़ के आसपास राजस्व आता है। इसमें शासन की ओर से प्रतिवर्ष 20-25 प्रतिशत वृद्धि की जाती है। वहीं उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इस राजस्व से कोई बजट नहीं होने की बात कही है। उनका कहना है कि आबकारी मद से ठेका होने वाली सभी दुकानों की राशि सीधा शासन के खाते में ही जाता है।

हॉटस्पॉट जिलो से भी आ सकेंगे नागरिक,14 दिन रहना होगा संस्थागत क्वॉरंटीन में

अनूपपुर प्रदेश के कोरोना संक्रमण के हॉटस्पॉट जिले इंदौर, उज्जैन, भोपाल, धार, खण्डवा एवं खरगोन जिलो से अन्य जिलों के लिए मेडिकल एमेरजेंसी मृत्यु अथवा विवाह कार्यक्रम के अतिरिक्त ई पास जारी नहीं किये जा रहे थे। इसमें भी शिथिलता प्रदान करते हुए अब इन जिलों से भी अन्य जिलों की भाँति कलेक्टर द्वारा प्रदेश के अंदर अन्य जिले में यात्रा की अनुमति होगी किन्तु यह अनुमति मात्र एक बार ही दी जा सकगी जिससे इसका दुरूपयोग न किया जाये।
प्रदेश के बाहर अन्य जिलों में फँसे हुए नागरिकों की वापसी हेतु प्रक्रिया को सहज करने के निर्देश दिए हैं। अब प्रदेश के निवासी किन्तु अन्य राज्यों में हॉटस्पॉट जिलों में रूके हुए हैं, उन्हें भी ई- पास जारी किए जा सकेंगे। पूर्व में तत्संबंध में जारी आदेश अनुसार अन्य राज्यों के हॉटस्पॉट जिलों से प्रदेश के अन्य जिलों में आने की अनुमति नहीं थी, किन्तु अब इस व्यवस्था को शिथिल करते हुए यह निर्देश दिये गए हैं कि मध्यप्रदेश के निवासी अन्य राज्यों के हॉटस्पॉट जिलों में वर्तमान में फंसे हुए हैं, मेप आईटी पोर्टल पर वाहन पंजीयन क्रमांक सहित आवेदन कर सकेंगे तथा ऐसे ई-पास केवल एक बार अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश में आने के लिए जारी किये जा सकेंगे अर्थात इस व्यवस्था का उपयोग बार-बार आवागमन में नहीं किया जा सकेगा।
शासन ने निर्देश दिए हैं कि जिले में आने वाले हर नागरिक का चिकित्सीय परीक्षण किया जाय। चिकित्सकीय परीक्षण करवाने के उपरांत कोरोना संक्रमण हेतु संदिग्ध पाए जाने पर अनिवार्यत: 14 दिवस के लिए संस्थागत क्वॉरंटीन एवं सामान्य पाये जाने पर 14 दिवस का होम क्वॉरंटीन करवाया जावेगा। इन सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप/सार्थक ऐप डाउनलोड कर उपयोग करना अनिवार्य होगा। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने उक्त निर्देशो की अनुपालना सुनिश्चित करने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है।


कोरोना वॉयरस से इंसानो को मिली सीख, लाँकडाउन से रिचार्ज होती प्रकृति

चैतन्य मिश्रा

आज जब सुबह नींद खुली तो बाहर आकर देखा की वहां सुकून और ताजगी भरी ठंड हवा के साथ विलुप्त हो चुकी गौरैय्या चिडिय़ा जो आंगन में फुर्र-फुर्र कर यहां से वहां उड़ रही थी। मानो कह रही हो कि अब वातावरण में ताजगी आ गई है। एक तरफ जहन में कोरोना का डर और तो दूसरी तरफ प्रदूषण मुक्त वातावरण से प्रकृति पूरी तरह से रिचार्ज हो गई हो। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण संपूर्ण देश में लॉकडाउन के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले से न केवल कोरोना के फैलते प्रभाव को रोकने में उठाए गए कदम सराहनीय रहा बल्कि देश का पर्यावरण भी काफी स्वच्छ हो गया है। लॉकडाउन के तीसरा फेज में जहां सड़कें सूनी पड़ी हैं। कामकाज ठप्प पड़ा है और लोग घरों में लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच एक अच्छी खबर की देष वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण से मुक्त हो रहा है। दुनिया जिस पर्यावरण की रक्षा और चिन्ता के लिए लगातार बड़ी-बड़ी बैठकें कर कार्य योजनाएं बनती रहीं, जिसके लिए वैश्विक चिन्तन होता रहा, बड़े-बड़े धनकोष बनाये गये, पानी के जैसे पैसे बहे लेकिन नतीजा शून्य ही निकलता रहा। वहीं यह काम कोरोना वायरस ने कर दिखाया। यकीनन मानवता पर भारी कोरोना ने सबको बड़ी सीख दे दी है। अब भी समय है चेतने और जाग उठने की वरना प्रकृति कहीं बागी तेवर न दिखाने लगे। जिसे सूक्ष्म से कोरोना वायरस ने पहले ही जता दिया है। लॉकडाउन के बाद आसमान और पृथ्वी के वायुमंडल में बहुत तेजी से बदलाव हो रहा है। वैज्ञानिक इससे भौंचक्के हैं। मानने को मजबूर हैं कि विश्वव्यापी लॉकडाउन से ही यह सब हुआ है। कार्बन के कम उत्सर्जन से गरम इलाके के लोगों का हवा से जलन भी नहीं हो रही है। यह क्या जिस जिस कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में लॉकडाउन के हालात पैदा कर दिये। एकदम से दुनिया की रफ्तार थम गयी और इंसान को घरों में कैद करके रख दिया, उसी ने प्रकृति को उसका खोया हुआ स्वरूप लौटाना शुरू कर दिया वह कर दिखाया जिसको लेकर दशकों, बल्कि कहें अर्ध शताब्दी या उससे भी ज्यादा समय से खूब माथा पच्ची हो रही है लेकिन नतीजा कुछ खास निकला नहीं उसी कोरोना ने कर दिखाया, जिसने जानकार होने एवं हर समस्या का हल ढूंढने की इंसानी गलतफहमीं को चुटकियों में खत्म कर दिया। कभी नंगी आंखों से कोसों दूर मौजूद पहाड़ दिखना बीती बातें बन गई है, मई में  बहने वाली ठंडी एवं सुकून देती हवा सपना हो गया था। तभी आंखों से न दिखने वाले खतरनाक वायरस ने वह सब कर दिखाया जो इस दौर में असंभव था अगर बात हवा की करें तो कल तक जो हवा खुद बीमार थी आज वह साफ हो गयी। तमाम तरह के प्रदूषण से युक्त हवा सांस के जरिये फेफड़ों में पहुंच कई असाध्य और दूसरे रोगों को बढ़ा रहे थे। इससे उपजी अनगिनत और अनजान बीमारियां शरीर तोड़ रही थी। जमीन आसमान और जल मार्ग में खपत होने वाले ईंधन जो जहरीली हवा में तब्दील हो जाते हैं की देन थी। कोरोना संक्रमण के इस दौर में विशेषज्ञ नदियों की अपने स्तर पर की जाने वाली साफ-सफाई को एक भावी मॉडल के रूप में देख रहे हैं, ताकि भविष्य में सभी नदियों को पुनर्जीवित करने का रास्ता बन सके। मई-जून में पडऩे वाली भीषण गर्मी में आज जहां वातावरण में पूरी तरह से ठंडक है, लोग सुकुन के साथ आनंदमय सांस ले रहे है। कोरोना वॉयरस इंसानो के लिए सबसे खतरनाक है, लेकिन यह वॉयरस इंसानो को बहुत कुछ सीख भी दे रही है। अगर इंसान समय रहते इन सीखों को नही समझा तो आगे चलकर कोरोना वॉयरस से बचने के बाद इंसानो को प्रकृति की मार झेलने के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा।

मंगलवार, 5 मई 2020

जिले सभी न्यायालयो ने कार्य किया प्रारभ्भ

अनूपपुर कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए लाकडाउन पूरे देश में 41 दिनो से अधिक समय से सभी कार्य पूर्ण रूप से बंद होने से लोगो को कठिनाईयो का समाना करना पड़ रहा था जिसे देखते हुए हाइकोर्ट जबलपुर ने प्रदेश की सभी जिला एवं सत्र न्यायालय सहित सभी न्यायालयों को 5 मई से खोलने के आदेश दिये है। मंगलवार से अनूपपुर जिले की सभी न्यायालय 10.30 से दोपहर 2 बजे तक  एवं सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक न्यायालयीन कार्य किया।

दिन दहाड़े बाइक की डिक्की तोड़ अज्ञात चोरो ने उड़ाये 70 हजार, कैमरे में हुए कैद

अनूपपुर कोतमा बाजार में कीटनाशक दवाई लेने बीज भंडार गए हुए कृषक की मोटर साईकिल की डिक्की तोड़कर अज्ञात चोरो ने 70 हजार रूपए पार कर दिए। जानकारी के अनुसार रामवतार गुप्ता निवासी ग्राम चंगेरी जो की 5 मई मंगलवार की दोपहर अपने घर से ग्रामीण बैंक शाखा कोतमा पहुंच अपने खाते से 75 हजार रूपए निकाल कर मोटर साईकिल की डिक्की में 70 हजार रूपए तथा 5 हजार रूपए जेब में रख कर कोतमा बाजार पहुंचकर कीटनाशक दवाई खरीदने के लिए गुप्ता बीज भंडार पहुंचकर दुकान के बाहर अपनी मोटर साईकिल खड़ी करते हुए सामान लेने दुकान गये जब सामान लेकर वापस आये तो देखा डिक्की से 70 हजार रूपए गायब थे। आसपास के लोगो से पूछताछ करने पर लोगो को इसकी जानकारी लगते ही बगल के दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई कैमरे में मोटर साईकिल से आए दो अज्ञात बदमाशो की फुटेज बाइक की डिक्की तोड़ कर 70 हजार रूपए पार करते कैमरे में कैद हो गई। जिसके बाद बाइक की डिक्की से 70 हजार रूपए चोरी होने की सूचना रामवतार गुप्ता ने कोतमा थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने शिकातय के बाद मामला पंजीबद्घ कर विवेचना में जुटते हुए अज्ञात चोरो की तलाश में जुट गई। पीडि़ता ने बताया की उसने धान बेचकर रूपए बैंक में जमा करवाए थे तथा आज उसे कुछ लोगो का कर्ज चुकाना था जिसके लिए उसने बैंक से रूपए निकाले थे।


एक साथ उठी तीनो युवको की अर्थी, मोहल्ले में पसरा मातम

रात में खड़े ट्रक में जा घुसे तीन बाइक सवार युवक, तीनों की मौत  अनूपपुर। जिला मुख्यावलय में बुधवार देर रात सड़क किनारे खड़े ट्रक एक बाईक पर ती...