नियमो को ताक में रख फिर प्रशासन
ना दे अभयदान
बिना गोदाम में जमा कराए सीधे
योजना में पहुंचाया खाद्यान्न
अनूपपुर। जिले के चारो विकासखंड
अंतर्गत खाद्यान्न की आपूर्ति के लिए एलआरटी का ठेका मो. जकरिया एवं
राजेन्द्रग्राम द्वार प्रदाय योजना का ठेका उसके साले फौजी ट्रांसपोर्ट को दिया
गया। जिसका फायदा उठाते हुए मो. जकरिया द्वारा नॉन एवं खाद्य आपूर्ति के
अधिकारियों से मिलीभगत कर शासन को लाखो रूपए का चूना लगाने के साथ ही भ्रष्टाचार
करने में लगे हुए है। 27 अप्रैल को एलआरटी के माध्यम से
राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस पहुंचने वाले 31 ट्रक चावल एवं गेहूं को सीधे
द्वार प्रदाय योजना में भेज दिया गया है। इस पूरे मामले में जहां नॉन की मिलीभगत
सामने आई है। नॉन के एकाउटेंट एवं प्रभारी डीएम अनूपपुर की मिलीभगत सामने आई है।
जिसके कारण इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। इस पूरे मामले में नागरिक आपूर्ति
एवं खाद्य आपूर्ति अधिकारी अपने बचाव में एसडीएम को गुमराह कर फिर से ट्रांपोर्टर
को अभयदान दिलवाने में एड़ी चोटी लगाए हुए है। जबकि निगम द्वारा जारी किए गए
निर्देशो में एलआरटी, द्वार प्रदाय योजना एवं मिलर द्वारा लाए गए किसी भी खाद्यान्न
को पहले गोदाम में ही जमा करना अनिवार्य होता है, जिसके बाद
उसे अन्यंत्र परिवहन किया जा सकता है।
शिकायत पर जांच में पहुंचे
एसडीएम
भ्रष्टाचार के इस खेल की शिकायत
एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया से की गई, शिकायत मिलते
ही एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी वेयर हाउस राजेन्द्रग्राम जांच
करने पहुंचे, जहां जांच में बकायदा ३१ ट्रक चावल जिसे वेयर हाउस
राजेन्द्रग्राम न ले जाकर सीधे शासकीय उचित मूल्य की दुकानो में भेज दिया गया है।
जब इस मामले में की खोजबीन की गई तो पता चला की दोनो ट्रांसपोर्टर साला और जीजा ने
मिलकर इस खेल में प्रशासन की कोरोना महामारी के व्यस्त होने का फायदा उठाते हुए
लोडिंग, अनलोडिंग सहित ट्रको का भाड़ा बचाने के लिए नागरिक आपूर्ति
निगम के नियमों को दरकिनार करते हुए इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। शासन के
निर्देशानुसार गोदाम में लाए गए खाद्यान्न को द्वार प्रदाय योजना में सीधे परिवहन तो क्या उसे खाद्यान्न को तत्काल दूसरे
वाहन में पलटी नही किया जा सकता।
ट्रांसपोर्टर हमेशा रहा सुर्खियो
में
एलआरटी के माध्यम से खाद्यान्न
आपूर्ति करने वाले ट्रांसपोर्टर मो. जकरिया हमेशा से सुर्खियो में रहा है। सजहा
गोदाम में जिले का सबसे बड़ा खाद्यान्न भ्रष्टाचार जिसमें 23 हजार
क्विंटल चावल में भी यही ट्रांसपोर्टर संदेह के घेरे से जुड़े हुए है। इसके बावजूद
इनके द्वारा खाद्यान्न परिवहन के नाम पर एलआरटी के माध्यम से ठेका से लिए एक माह
ही हुए है कि फिर से इनके द्वारा भ्रष्टाचार करते हुए शासन को लाखो रूपए का नुकसान
कराने की योजना बनाते हुए लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए शासकीय योजनाओं को पलीता
लगाया है। इतना ही नही 27 बोरी चावल का खेल भी इन्ही मामलो के
साथ उजागर हुआ, सजहा से राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस के लिए चावल लोड कर ट्रक को
सीधे द्वार प्रदाय योजना अंतर्गत कंचनपुर शासकीय उचित मूल्य की दुकान में खाली कर
२७ बोरी चावल की हेराफेरी भी सामने आई है। इस खेल के उजागर होते हुए जबरन वापस लाई
गई 27
बोरी चावल को सजहा गोदाम में जमा करना बताया जा रहा है। लेकिन इस पूरे खेल में जब
सजहा गोदाम से राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस के लिए चावल गया तो कंचनपुर दुकान से वापस
हुए चावल को राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस की जगह सजहा गोदाम में कैसे खाली कर दिया
गया है।
मिलिंग के 7
ट्रक में चावल में भी भ्रष्टाचार
जानकारी के अनुसार उपार्जन वर्ष 2019-20 में
धान की मिलिंग के बाद कोतमा अन्नपूर्णा राईस मिल से मिलिंग कर 3 लॉट
चावल मिलर द्वारा स्वयं न पहुंचाकर उसे एलआरटी के माध्यम से पहुंचाने का खेल भी
सामने आया है। जिसमें मिलिंग के चावल को राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस में एलआरटी के
माध्यम से जमा करने 7 ट्रक चावल राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस पहुंच गई। जिसकी जानकारी
लगते हुए एसडीएम पुष्पराजगढ़ ने तत्काल ही इन सात ट्रको की चाभी लेकर गोदाम में
चावल खाली करने से मना कर दिया। आखिर ट्रांसपोर्टर मो.जकरिया द्वारा उपार्जन वर्ष 2019-20 में
मिलिंग किए गए चावल को किस अधिकारी के शह पर एलआरटी के तहत परिवहन करने का खेल
खेला गया, जो जांच का विषय बना है।
इनका कहना है
शिकायत मिली थी,जिस
पर जांच कर कलेक्टर को सूचना देते हुए ट्रको ख$डा करा दिया
गया है,जांच कर परिवहनकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
विजय डेहरिया, एसडीएम
पुष्पराजगढ़