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बुधवार, 5 फ़रवरी 2020

पोड़ी से किरगाही सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा किया जा रहा लीपापोती

राजेंद्रग्राम। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत ठेकेदार ने विभागीय सांठगांठ कर गुणवत्ता को ताक में रखकर सड़क निर्माण किया जा रहा है। 169,53 लाख रुपए 4,05 किलोमीटर बीटी 0355 किलोमीटर सीमेंट सड़क बनाने का कार्य मैहर सीमेंट एंड पाइप इंडस्ट्री कंपनी रीवा द्वारा ग्राम पंचायत पौड़ी मुख्य मार्ग से किरगाही स्कूल तक 4 नग पुलिया सहित कार्य आदेश 26 सितम्बर 2018 को जारी हुआ। कार्य पूर्णता 26 सितम्बर 2019 तक पूर्ण करने का अनुबंध किया गया था किंतु ठेकेदार द्वारा आदेश दरकिनार करते हुए कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। बताया जाता है इस सड़क को पूर्व में पीडब्लूडी के द्वारा वर्ष 2011-12 में डब्ल्यूबीएम करा पूर्ण किया गया।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रही इस सड़क पर पूर्व में ग्राम पंचायत पोंड़ी द्वारा सीसी सड़क मार्ग बनवाया गया था जो वर्तमान में भी दिखाई देता है इसी मार्ग के ऊपर कंकरीट मैटेरियल का तय मापदंड को दरकिनार करते हुए ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है पूर्व में निर्मित सड़क में जगह-जगह दरारें हैं यदि ऐसे में इसके ऊपर कंक्रीट की ढलाई की जाती है तो निर्मित सड़क में भी ठीक उसी जगह दरारें आने की संभावना है।
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में सीसी सड़क पंचायत द्वारा बनवाई गई थी उसी के ऊपर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क ठेकेदार सुधीर पांडेय बनवा रहा है। जिससे समस्त ग्रामीण जनों के घरों में पानी प्रवेश होगा।
इनका कहना है
हम मौके में जाकर देखते हैं जैसी स्थिति होगी हम दिखवा लेते हैं।

एनपी डेहरिया महाप्रबंधक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क अनूपपुर

मंगलवार, 4 फ़रवरी 2020

दिनभर आसमान पर काले बादलों का डेरा,रिमझिम बारिश की लगी झड़ी

फसल के लिए होगी फायदेमंद, तेज बारिश से दलहनी और तिलहनी फसलो को हो सकता है नुकसान
अनूपपुर बंगाल की खाड़ी में बनी हवाओं के दबाव में 4 जनवरी की सुबह जिले के समस्त हिस्सों में रिमझिम बारिश की शुरूआत हुई, जो दिनभर सावन की झड़ी के समान बरसती रही। इस दौरान आसमान काले बादलों की चादर में सिमटा रहा, और दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। बारिश के कारण दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री से 20 डिग्री सेल्सियस पर आ पहुंचा, वहीं रात के समय न्यूनतम तापमान में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है, न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।  मौसम विभाग ने सम्भावना जताई जा रही है कि अभी एकाध दिन और बारिश की बौछार धरती को सराबोर करेगी। यह बारिश जिले के समस्त हिस्सों अनूपपुर, जैतहरी, कोतमा, पसान, बिजुरी और अमरकंटक सहित ग्रामीण अंचलों में एक सामान्य रूप में बरसती रही। इससे शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचलों में जनजीवन प्रभावित रहा। बारिश के कारण खेतों में नमी बनी आई है। कृषि विभाग ने मंगलवार की सुबह आरम्भ हुई बारिश को रबी फसलों के लिए फायदेमंद बताया है। साथ ही तेज बारिश के दौरान दलहनी फसल मसूर को नुकसान होने की आशंका जताई है। अधीक्षक भू-अभिलेख विभाग अधिकारी एसएस मिश्रा ने बताया कि सुबह से आरम्भ हुए बारिश से 4 फरवरी की शाम तक जिले में अनुमानित औसत बारिश 8-10 मिमी की सम्भावना जताई गई है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दवाब के कारण यह बारिश होना माना है। इसमें मौसम विभाग ने एक-दो दिनों तक बारिश होने की आशंका जताई है। जिसमें पहला दिनभर बारिश के दौर में दिन गुजर गया है, शेष एकाध दिन और बारिश होगी। इससे हवाओं में नमी अधिक बढ़ गई है और ठंडक बढऩे के अनुमान लगाए जा रहे है। इस बारिश को देखते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख ने ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई है। इस ओलावृष्टि के प्रकोप से गेहूं के साथ दलहनी खासकर तुअर, मटर, मसूर, चना सहित तिलहनी फसल सरसों की फसल को अधिक नुकसान होगा। उनके अनुसार जनवरी-फरवरी माह के दौरान लगातार बदलते मौसम में बारिश की बन रही स्थितियों में ओलावृष्टि होने की सम्भावनाएं अधिक होती है। अगर बारिश लगातार होती है तो इससे गेहूं की फसल के साथ रबी की अन्य फसलों को लाभ होगा और तैयार होने की कगार पर पहुंची दलहनी फसलों के दाने और अधिक पुष्ट होंगी। लेकिन चिंता की बात है कि इस सीजन के दौरान इस प्रकार के मौसम में आ रहे बदलाव और बारिश ओलावृष्टि के सूचक माने जाते हैं, जिसमें तैयार फसलों के नुकसान होने की अधिक सम्भावना बनी रहती है। जबकि वर्तमान में गेहूं के लिए पानी की आश्यकता थी, लेकिन बारिश होने से खेतों में नमी बन आई जहां किसान अब सिर्फ खादो का छिड़काव कर फसल को पुष्ट बना सकते हैं। किसानों को गेहूं सिंचाई के लिए अब परेशान नहीं होना होगा।
उल्लेखनीय है कि जिले में इस वर्ष रबी फसल के लिए 63.31 हजार हेक्टेयर भूमि लक्षित की गई है। जिसमें 22 हजार हेक्टेयर पर गेहूं, जौ व अन्य अनाज फसल 80 हेक्टेयर कुल अनाज 22.08 हेक्टेयर, चना 10 हजार हेक्टेयर, मटर 2 हजार हेक्टेयर, मसूर 15 हजार हेक्टेयर, अन्य दलहनी फसल 220 हेक्टेयर कुल दहलन 27.22 हजार हेक्टेयर, सरसों 8 हजार हेक्टेयर, अलसी 6 हजार हेक्टेयर कुल तिलहन 5.35 हजार हेक्टेयर, तथा गन्ना 10 हेक्टेयर निर्धारित की गई है। इनमें दलहनी और तिलहनी जैसी फसल पुष्पराजगढ़ विकासखंड में सर्वाधित की जाती है। लेकिन अमरकंटक क्षेत्र से सटे और पठारी क्षेत्र होने के कारण पुष्पराजगढ़ और जैतहरी में ओलावृष्टि का असर सर्वाधिक माना जाता है।
दलहनी तिलहनी फसल को नुकसान
उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता ने बताया कि तेज बारिश से फूल निकलने की तैयारी में मसूर, चना की फसल को नुकसान हो सकता है। बारिश के कारण फूल झड़ सकते हैं। इसके अलावा बटरा की फसल भी प्रभावित होगी। जबकि बारिश के कारण मसूर और अलसी में उकथा रोग प्रभावित करेगी। तिलहनी सरसो में माहू का प्रकोप बढ़ेगा और फसल को नुकसान पहुंचाएगा। वहीं टमाटर, की फसल को भी नुकसान पहुंचेगा। जानकारों का मानना है कि बसंत पंचमी के बाद जहां मौसम में गर्मी का अहसास आरम्भ हो गया था, वहीं अब बारिश के बाद पुन: ठंडक लौटेगी। फिलहाल बारिश की बौछार से दिनभर ठंडक बरकरार रही।

अधीक्षक भू-अभिलेख एसएस मिश्रा का कहना है कि यह बारिश रबी की फसलों को फायदा ही पहुंचाएगा, थोड़ी तेज बारिश से मसूर दलहनी फसल को नुकसान हो सकता है। इस सीजन में बारिश के दौरान ओलावृष्टि होने की प्रबल सम्भावना बनी रहती है। इससे रबी की तैयार फसल को अधिक नुकसान होने की आशंका बनी हुई है।

एबीवीपी की जिला स्तरीय बैठक का हुआ आयोजन, संदेश यात्रा की बनाई रणनीति

अनूपपुरअखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जिला स्तरीय बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया। बैठक में महाकौशल प्रांत की प्रांत सहमंत्री का अनूपपुर प्रवास हुआ। जिसमें मुख्य विषय जलियावाला बाग संदेश यात्रा पर चर्चा की गई। संदेश यात्रा 9 फरवरी से 27 फरवरी तक पूरे महाकौशल प्रांत कटनी से प्रारंभ हो कर उमरिया, शहडोल, अनूपपुर होते हुए डिंडोरी, जबलपुर में समापन किया जाएगा। इसमें जमुना कोतमा कार्यकर्ताओं से भी चर्चा की गई। चर्चा में बताया गया कि 13 अप्रैल 1919 को दिल को दहलाने वाली पंजाब प्रांत के अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर के निकट जलियांवाला बाग में बैशाखी के दिन यह घटना घटी थी, जिसमें रौलेट एक्ट का विरोध करने के लिए एक सभा हो रही थी, तभी जनरल डायर के आदेश पर सभा में उपस्थित भीड़ पर सैनिकों ने गोलियां बरसा दी। जिसमें 400 से अधिक व्यक्ति मरे गए। दो हजार से अधिक घायल हुए। जिनमें से 337 पुरुषए 41 नाबालिग और एक 6 सप्ताह का बच्चा भी शामिल था। जलियांवाला बाग यात्रा का प्रारूप बताते हुए कहा गया कि संदेश यात्रा  अनूपपुर जिले के तीन इकाईयो अनूपपुर, जमुना, कोतमा से होकर यात्रा निकलेंगी। जिसमे अनूपपुर, कोतमा के स्कूलों एवं कॉलेजों व नगर भ्रमण करते हुए खुले मंच द्वारा समाज व युवाओं को जलियावाला बाग की मिट्टी के दर्शन एवं संदेश दिया जाएगा।  

जनजातीय समुदाय के विकास में अधोसंरचना की प्राथमिकता से की जाएगी - ओमकार सिंह मरकाम

2.20 करोड़ राशि का आदिवासी कन्या छात्रावास का जनजातीय कार्य मंत्री ने किया भूमि पूजन
अनूपपुर विधिवत शिक्षा विकास का अधिकार है। व्यवस्थित शिक्षा युवाओं को सशक्त करेगी और आगे चलकर सशक्त प्रदेश एवं राष्ट्र के निर्माण में सहायक होगी। जनजातीय समुदाय के विकास हेतु शासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों से आमजनो को अवगत कराते हुए कहा जनजातीय समुदाय की संस्कृति को संरक्षित करते हुए समग्र विकास सुनिश्चित करना शासन की प्राथमिकता है। मंगलवार को जनजातीय कार्य विभाग विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्ध घुमक्कड़ जनजातीय कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने ग्राम पंचायत चोलना में 2 करोड़ 20 लाख 80 हजार की लागत से बनने वाले 50 सीटर सीनियर कन्या छात्रावास का भूमिपूजन के दौरान कही।
विधायक अनूपपुर बिसाहूलाल सिंह ने मंत्री मरकाम को क्षेत्र के विकास हेतु आवश्यक कार्यों से अवगत कराते हुए सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। ग्राम पंचायत ने मंत्री को माँग पत्र सौंपकर सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। जिसमे ग्रापं चोलना से ग्राम पड़ौर सोन नदी पुल निर्माण, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चोलना में एम्बुलेंस की व्यवस्था, आदिवासी बालक छात्रावास को 100 सीटर एवं नवीन भवन, कन्या आश्रम जरियारी का नवीन भवन, नवीन ग्राम पंचायत जरियारी का भवन, खूंटाटोला में हायर सेकेण्ड्री भवन का निर्माण, उप स्वास्थ्य केन्द्र खूंटाटोला में खोले जाने, ग्राम पपरौड़ी एवं कुकुरगोड़ा में मंगल भवन एवं नवीन पंचायत भवन निर्माण करवाए जाने की मांग की। जिसपर मंत्री मरकाम ने विचार कर प्राथमिकता पर कार्यवाही करने की बात कही। कार्यक्रम में सदस्य जिला योजना समिति जयप्रकाश अग्रवाल, नपा प्रशासक अनूपपुर रामखेलावन राठौर, नपाध्यक्ष जैतहरी नवरत्नी शुक्ला, नपा उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता, कार्यपालन यंत्री पीआईयू आर के पांडेय समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि सम्बंधित विभागीय अधिकारी छात्र छात्राएँ एवं आमजन उपस्थित रहे।
परियोजना संचालक आत्मा कार्यालय का विधायक ने किया भूमिपूजन

विधायक अनूपपुर बिसाहूलाल सिंह ने 80 लाख की लागत से बनने वाले परियोजना संचालक आत्मा कार्यालय (कृषि विभाग) का भूमिपूजन किया। कार्यालय का निर्माण मार्कफेड द्वारा किया जाएगा। इस दौरान सदस्य जिला योजना समिति जयप्रकाश अग्रवाल, नपा अनूपपुर प्रशासक रामखेलावन राठोर, उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

विश्व कैंसर दिवस पर कार्यशला में बताय गया बचाव के उपाय,मरीजों का किया गया परीक्षण

अनूपपुर कैंसर कई प्रकार का होता है जैसे ब्लड कैंसर, मुंह का कैंसर, लीवर,आहार नली एवं स्तन कैंसर आदि है,विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर रोग के प्रति आमजन को जागरूकता के उद्देश्य से मनाये जाने वाला जिला चिकित्सालय अनूपपुर में 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर कैंसर निदान कार्यशाला के आयोजन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.डी.सोनवानी ने कहीं।
इस दौरान गैर संचारी रोगों के निदान और उपचार के लिये एन.सी.डी.क्लीनिक में विशेष जांच शिविर भी लगाया गया। जहा मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग एवं कैंसर के मरीजों की जांच की गई। नोडल अधिकारी डॉ.एस.बी.चौधरी ने बताया कि असंचारी रोगों का प्रमुख कारण ध्रूमपान, किसी भी रूप में तम्बाकू का सेवन करना,पोष्टिक आहार नहीं लेना, नियमित व्यायाम नहीं करना,गलत खान-पान और अधिक बजन होना है। इसमें सबसे घातक कैंसर है। उन्होने कैंसर के लक्षण, सम्भावित कारण एवं बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

जिला आईईसी सलाहकार मो.साजिद खान ने स्वास्थ्य संस्थाओं, शासकीय संस्थाओं एवं विद्यालयों के बाहर २०० मीटर की परिधि में दुकानदारों को तम्बाकू उत्पादों को न बेचने की सलाह दी। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत ऐसे दुकानदारों पर अर्थ दण्ड किये जाने का प्रावधान है, साथ ही कानूनी कार्यवाही करने का भी प्रावधान है। इस अवसर पर डीसीएम निश्चय चतुर्वेदी,जिला एमएण्डई अधिकारी राजेश मरावी,डीपीसी टीबी अंकिता जैन, आरबीएसके समन्वयक कंचन पटेल एवं स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला उपस्थित रहा।

विधायक ने महाविद्यालय किया गांधी स्तंभ का अनावरण

अनूपपुर। जिनकी मूर्ति का अनावरण किया जा रहा है,इन्होंने आजादी की लड़ाई में पूरे देश का नेतृत्व किया है। इसलिए इन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम से सभी जानते हैं। पोरबंदर में आज भी इनकी हवेली है जिसे सरकार ने म्यूजियम बना दिया जो उनकी याद ताजा कराती है। उक्त आशय का विचार ४ फरवारी को मध्यप्रदेश के साथ अनूपपुर के शासकीय तुलसी महाविद्यालय के प्रांगण में गांधी स्तंभ के अनावरण के अवसर पर विधायक एवं पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह कहा।

उन्होने कहा कि फटी बाबा के नेतृत्व में शंकर बाबूजी, स्व.भाईलाल पटेल, स्व.शिव प्रसाद मिश्रा यज्ञ करा रहे थे और उन्होंने यह कालेज प्रारंभ कराया। मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा ने कॉलेज को शासकीय कराया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ मिलकर कॉलेज को उसका भवन दिलाया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं में अनुशासन जरूरी है तभी वह तरक्की करेंगे। शिक्षा अध्ययन करने के बाद ही आगे बढ़ेंगे देश का नाम रोशन करेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से उनकी बातचीत हो चुकी है और इसी सत्र से स्नातकोत्तर की कक्षाएं भी शासकीय तुलसी कॉलेज में प्रारंभ हो जाएंगी। अनावरण अवसर पर महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अजय यादव,के प्राचार्य डॉ.परमानंद तिवारी सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं,गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

पत्रकार पर हुए जानलेवा हमले की निंदा,पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन

हमलावरो पर कार्यवाही की मांग

अनूपपुर। दबंगों,अराजक तत्वों ने 30 जनवरी को पत्रकार रामचन्द्र नायडू पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिसे लेकर 4 फरवरी को जिला मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस मे पत्रकारों ने बैठक करते हुए पत्रकार पर हुए हमले की निंदा करते हुए चिंता जाहिर की 5 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा मारपीट के आरोपियों पर कार्यवाही न किया जाना चिंता का विषय है। जिसके बाद पत्रकारों ने हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा एवं कलेक्टर के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। रामचन्द्र नायडू ने बताया की वह सुबह 11 बजे चचाई रोड पर स्थित ग्राम मेडियारास मे अपनी जमीन पर ठेकेदार द्वारा बनाए जा रहे बाउन्ड्रीवॉल का कार्य देखने गये थे, उसी समय पड़ोसी भूमि स्वामी बोधेलाल पटेल जिससे १० वर्ष पूर्व जमीन क्रय की गई थी उसके दो दामाद, नाती व बोधेलाल की पत्नी तथा बेटी और दो चार गुण्डे अचानक आ धमके और अपशब्दो का प्रयोग करते हुए टंगिया, लाठी से हमला कर दिये। हमलावरों मे वे शामिल रहे जो अपराधी हैं। खबरो को लेकर रंजिस रखते हुए हमला किया गया। शासकीय भूमि, अधिग्रहीत अस्पताल की भूमि पर पुराने कागजात दिखाकर स्टेट बैंक अनूपपुर से लोन निकालकर भी फर्जीवाड़ा किया जाना तथा शासकीय भूमि पर मिट्टी डालकर कब्जा किया जा रहा है।  इस पूरे मामले में पर पुलिस पर भी कई सवाल खड़े हुए। जिसमें 5 जनवरी और 22 जनवरी को पत्रकार रामचंद्र नायडू ने शिकायत चचाई थाने मे की गई थी, लेकिन पुलिस कर्मियों ने थाना प्रभारी की अनुपस्थिति मे कोई कार्यवाही न कर निष्क्रिय रहे। यदि शिकायत पर जांच हो गई होती तो 30 जनवरी को ऐसी घटना नहीं होती। घटना के बाद भी पुलिस गुण्डों के पक्ष में रही। आनन-फानन मे रात 8 बजे के बाद एफआईआर दर्ज की गई और जो बयान रामचन्द्र नायडू ने नहीं दिए उसे एफआईआर में लिख दिया गया। जिसमें हमला टांगी और लाठी से हुआ लेकिन एफआईआर में हाथ घूसे से मारने का उल्लेख किया गया। ज्ञापन सौपने वालो पत्रकारों मे मनोज द्विवेदी, रामचन्द्र नायडू, चैतन्य मिश्रा, मुकेश मिश्रा, अजीत मिश्रा, राजेश पयासी, राजन कुमार, अमित शुक्ला, आदर्श दुबे, अजय मिश्रा, मनोज मयंक, अनुपम सिंह, वीरेन्द्र सिंह राठौर, नीरज गुप्ता, विजय तिवारी, नियामुद्दीन, राजेश सिंह, दिवाकर विश्वकर्मा, दीपक सिंह, प्रदीप मिश्रा, मो. अनीश तिगाला, संतोष चौरसिया, सुरेश शर्मा सहित जिले के अन्य पत्रकार उपस्थित रहे।

मां को मृत्यु बता प्रमाणपत्र बनवा लाभ लेने वाले आरोपी की जमानत याचिका खारिज

आरोपी मां को दो वर्ष से रखा था कैद 
अनूपपुर जिंदा मां का मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाकर अवैध लाभ लेन के आरोप में द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश कोतमा रवीन्द्र कुमार शर्मा की न्यायालय ने थाना बिजुरी के आरोपी विनोद कुमार पाण्डेय 56 वर्ष पिता इंद्रा नारायण पाण्डेय निवासी ग्राम बिजुरी वार्ड नंबर 06 माइनस कालोनी की जमानत याचिका खारिज करते हुए यथावत जेल में रहने का आदेश दिया। पैरवी करते हुए अपर लोक अभियोजक शैलेन्द्र सिंह ने जमानत आवेदन का विरोध किया। आरोपी को 29 जनवरी 2020 को गिरफतार कर न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी  नितिन सिंह तोमर की न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां आरोपी द्वारा अपनी रिहाई के लिए जमानत आवेदन लगाया गया था। जहा सहायक लोक अभियोजन अधिकारी राजगौरव तिवारी ने जमानत आवेदन का विरोध किया था। जिस पर न्यायालय ने जमानत याचिका खारिज करते हुए जेल भेज दिया था। आरोपी ने दूसरा जमानत आवेदन अपर एवं जिला न्यायाधीश कोतमा की न्यायालय में लगाया गया जिसे खारिज कर दिया गया।
मंगलवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि फरियादी पदुमनारायण पाण्डेय ने 24 दिसम्बर 2019 को थाना बिजुरी में लिखित रिपोर्ट अपने सगे भाई के विरूद्घ की थी और आरोप लगाया कि सगा छोटा भाई विनोद कुमार पाण्डेय मां को विगत दो वर्ष पहले अपने घर ले गया तब से मां को घर से निकलने नही दे रहा था। पिताजी के द्वारा कुछ पैसा चित्रकूट में जमा किया गया था जिसे अवैध रूप से हड़पने के उद्देश्य से उसने मां को कैद कर रखा हैं तथा मां के जीवित रहने के बावजूद अपने बेटे एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर षडयंत्र कर कूट रचित दस्तावेज झूठा पंचनामा बनवाकर नगर पालिका बिजुरी को धोखा देकर मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया है। जिसपर थाना बिजुरी द्वारा जांच पश्चात आरोपी के विरूद्घ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफतार कर न्यायालय में पेश किया जहां जमानत आवेदन को पहले निचली अदालत के द्वारा तथा बाद में अपर सत्र न्यायाधीश के न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया। 


सोमवार, 3 फ़रवरी 2020

पुष्पराजगढ़ विधायक के व्यवहार से खिन्न मुख्यमंत्री ने किया कटाक्ष मेरा अमरकंटक आना नही हुआ सफल

राजेश शुक्ला    खरी-खरी

13 दिन बाद भी अन्नदाता की उपज खुले आसमान में

अबतक नही हो पाया भुगतान

कोतमा धान खरीदी में कुप्रबंधन का कामियाजा किसान आज तक भुगत रहे है,हजारो क्विटल धान के बर्बाद होने की आशंका है बेमौसम बारिस से भी धान खराब होने की आशंका बनी हुई है। किसो मे अनुसार परिवहन एवं भण्डारण में लापरवाही तो पहले ही दिन से शुरू हो गई थी यही कारण है कि खरीदी की तिथि समाप्त हुए 13 दिन बीत चुके है लेकिन अभी भी किसानो की उपज खुले आसमान के नीचे पड़ी है। लापरवाही का परिणाम है कि शेष बची धान रखने के लिए गोदाम और कैब तालासे जा रहे है धान का परिवहन भण्डारण नही होने से केशवाही रोड स्थित मलगा के किसानो की धान खरीदी का केन्द्र सहकारी समिति कोतमा मे बनाया गया था जहां धान खरीदी की तिथि समाप्त होने के बाद भी लगभग 22 हजार धान की बोरियों एव देवगंवा खरीदी केन्द्र मे लगभग 1 लाख धान की बोरियां खुले आसमान के नीचे रखी हुई है। जबकि लगभग 4 करोड़ रूपये का भुगतान किसानो का नही हो पाया जबकि कोतमा मे लगभग तीन करोड़ रूपये का भुगतान होना बाकी है। नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा कोतमा मे मवेशी बाजार स्थित विपणन के गोदाम मे धान का भण्डारण करवाया जा रहा है

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने नपा पसान में मुख्यमंत्री शहरी पेय जल योजना का किया भूमिपूजन

32 करोड़ लागत में 5600 परिवारों के 30 हजार नागरिकों को घर में मिलेगा शुद्ध पेय जल
अनूपपुर युवाओं को सशक्त करना शासन की प्राथमिकता है। ऐसे युवा जिनके पास रोजगार नहीं है उन्हें रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जाएगा एवं प्रशिक्षण उपरांत रोजगार मुहैया कराया जाएगा। युवा पीढ़ी को सशक्त करना आज सबसे बड़ी चुनौती है युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु शासन अनवरत प्रयासरत है। सशक्त युवा से ही सशक्त प्रदेश का निर्माण होगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने जिले की नपा पसान में 32 करोड़ लागत की मुख्यमंत्री शहरी पेय जल योजना का सोमवार 03 फरवरी को भूमिपूजन के दौरान कहीं। इस योजना में पसान नगरपालिका के 5600 परिवारों के लगभग 30 हजार नागरिकों को घर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
मंत्री ने कहा मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना में शासन द्वारा शीघ्र ही परिवर्तन किए जाने है जिसके फलस्वरूप हर वार्ड में से 4 युवक युवतियों को रोजगार की गारंटी प्रदान की जाएगी तथा उन्हें भुगतान नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा कराया जाएगा। शहरी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु महिलाओं के समूहों का गठन किया जाएगा एवं रोजगार स्वरोजगार हेतु 10 हजार रुपए उपलब्ध कराए जाएँगे। अच्छे परिणाम प्राप्त होने पर 50 हजार एवं सतत रूप से उत्कृष्ट कार्य करने पर समूह को 1 लाख रुपए की राशि मुहैया कराई जाएगी।
उन्होने कहा ऐसे शहरी परिवार जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं एवं आवासविहीन हैं, किंतु आवासीय पट्टा न होने के कारण आवास हेतु अनुदान का लाभ नही प्राप्त कर पा रहे हैं। उन सभी को मुख्यमंत्री आवास मिशन अंतर्गत आवासीय पट्टे उपलब्ध कराए जाएँगे। साथ ही भवन निर्माण हेतु 2.5 लाख की राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने विधायक अनूपपुर बिसाहूलाल सिंह द्वारा क्षेत्र के विकास हेतु रखी गई माँगो की प्राथमिकता के साथ पूर्ति करने की बात कही और कहा बिसाहूलाल सिंह क्षेत्र की समस्याओं के प्रति सजग हैं और नियमित रूप से सम्बंधित विभागों से सम्पर्क में रहते हैं। विधायक ने नगरपालिका पसान हेतु 3 करोड़ की लागत का ऑडिटोरीयम, तालाब के सौंदर्यिकरण हेतु 50 लाख की राशि एवं मंगल भवन के निर्माण हेतु आवश्यक राशि प्रदान करने हेतु अनुरोध किया गया। जिसपर मंत्री द्वारा समस्त माँगो पर प्राथमिकता से कारवाई करते हुए बजट उपलब्ध कराने की बात कही गई।

चोरी करने के लिए टोली बनाने और उसके सदस्य होने वाले आरोपी को कारावास

अनूपपुर स्टेशन के प्लेटफार्म क्र.01 से पकड़ गया  
अनूपपुर चोरी करने के लिए टोली बनाने और उसके सदस्य होने वाले आरोपी नरेश उर्फा छोटू पिता अनिल ठाकुर 22 वर्ष निवासी इस्लामगंज थाना कोतमा को मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट अनूपपुर की न्यायालय ने जीआरपी थाना अनूपपुर को धारा 401 का दोषी मानते हुए 01 वर्ष का कारावास और दस हजार रूपये के जुर्माने सहित सजा सुनाई है। पैरवी एडीपीओ विशाल खरे ने की

सोमवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि 18 नवम्बर 2012 को सहायक उप.निरी.एन.के.दुबे ने अनूपपुर स्टेशन के प्लेटफार्म क्र. 01 में 02 बदमाश छिपकर बैठे हैं तथा चोरी करने की योजना बना रहे है, सूचना के बाद जीआरपी चौकी के स्टाफ सहित मौके पर पहुंचने पर बदमाश पुलिस को देखते भागने का प्रयास किये जिन्हें घेरा बंदी कर एक को पकड़ा गया। दूसरा आरोपी सनी मराठा फरार होने में सफल होगया। पकड़े गये आरोपी से पूछतांछ में अपना नाम नरेश उर्फ छोटू दूसरा सनी मराठा बताया और आने-जाने का उचित कारण नही बताया,तलाशी लेने पर उनके पास से एक लोहे का प्लाश, 02 ब्लेड के टुकडे मिलने परसंदेहियों ने चोरी करना स्वीकार किया। जीआरपी ने उनके विरूद्घ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना उपरांत मामला न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय ने आरोपी को दोषी पाते हुए सजा सुनाई।

हर वर्ष मनाया जाएगा अमरकंटक नर्मदा महोत्सव - जयवर्धन सिंह

नर्मदा परिक्रमा पथ के लिए 1.40 करोड़ रुपए देने की घोषणा
अनूपपुर माँ नर्मदा के उद्गम अमरकंटक क्षेत्र की स्वच्छता सुंदरता एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास हेतु विभाग द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा। नर्मदा परिक्रमा पथ के लिए प्राक्कलित 1 करोड़ 40 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही अमरकंटक टुरिजम एवं कन्वेन्शन सेंटर के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग से माँगी गयी सम्पूर्ण राशि प्रदान करने की बात कही। उल्लेखनीय है कि कन्वेन्शन सेंटर के लिए प्रारम्भिक रूप से 20 करोड़ की राशि की माँग की गई थी। महोत्सव के आयोजन एवं सोच की प्रशंसा करते हुए कहा अमरकंटक नर्मदा महोत्सव हर वर्ष मनाया जाने की बात अमरकंटक नर्मदा महोत्सव के समापन पर रविवार की रात 10 बजे पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह मुख्य अतिथि के रूप में कहीं। उन्होने पद्मश्री कैलाश खेर को महोत्सव का ब्रांड ऐम्बैसडर बनाए जाने की बात कही।
विधायक पुष्पराजगढ फुंदेलाल सिंह मार्को ने स्थानीय जनजातीय परंपरा बैगा टोपी,गुडुम कोटी एवं बीरन माला पहनाकर अभिवादन किया। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर लाँच किए गए उत्पाद अमरकंटक कोदो, अमरकंटक संजीवनी गुलबकावली अर्क एवं अमरकंटक नर्मदा उद्गम जल भेंट कर किए गए प्रयासों से अवगत कराया गया। इसके पूर्व मंत्री ने माँ नर्मदा की जयकार से अपना वक्तव्य प्रारम्भ किया। इस दौरान मंत्री जनजातीय कार्य विभाग,विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्ध घुमक्कड़ जनजातीय विकास ओमकार सिंह मरकाम, विधायक कोतमा सुनील सराफ सहित अन्य उपस्थित रहे।

मार्कण्डेय आश्रम में आचार्य से प्राप्त किया आशीर्वाद
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह अमरकंटक में मार्कण्डेय आश्रम आचार्य महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि रामकृष्णानन्द महाराज से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान उन्होने अमरकंटक क्षेत्र सम्बंधी समस्याओं एवं सुझाओ पर विचार विमर्श किया।

शुक्रवार, 31 जनवरी 2020

पत्नी से विवाद पर पति ने कुल्हाड़ी मार कर की हत्या, आरोपी फरार, जांच में जुटी पुलिस

अनूपपुर नगरपंचायत जैतहरी के वार्र्ड क्रमांक 13 में 31 जनवरी की सुबह आठ बजे के आसपास किसी विवाद को लेकर 32 वर्षीय पति छोटेलाल बैगा ने अपनी पत्नी 28 वर्षीय दुवशियाबाई बैगा के सिर व गर्दन पर लगातार कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद पति मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मृतिका के पिता बहोरी लाल बैगा ने जैतहरी थाने में दी। सूचना मिलते ही थाने में पदस्थ उपनिरीक्षक मणिराज सिंह, आरक्षक रविशंकर गुप्ता,100 डॉयल पुलिस कर्मी घटना स्थल पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली। वहीं एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव का जांच पड़ताल की। बताया जाता है कि दुवशिया बाई बैगा एक माह पूर्व आपने मायके आई थी, जहां दो दिन पूर्व उसका पति लखनपुर गांव अनूपपुर से पत्नी से मिलकर ले जाने ससुराल आया था। पति ने आते ही अपनी पत्नी से वाद-विवाद आरम्भ कर दी। शुक्रवार की सुबह भी पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इस दौरान नाराज पति ने घर में रखे कुल्हाड़ी से पत्नी पर ताबड़ तोड़ गले व सिर में हमला कर दिया और भाग खड़ा हुआ। पुलिस ने आशंका जताई कि सम्भवत: लगातार कुल्हाड़ी के प्रहार में पत्नी की मौत हो गई होगी। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद छोटेलाल बैगा को भागते हुए देख घर के बाहर साफ -सफाई कर रही बेटी किरण ने अंदर जाकर देखा तो उसकी मां खून से लथपथ पड़ी थी। बेटी ने मां को इधर उधर हिला डुलाकर देखा तो वह बेजान हो चुकी थी। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्डम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है।

जंगल में मिली अज्ञात वृद्ध की लाश,ठंड से मौत

अनूपपुर जैतहरी थानांतर्गत ग्राम पंडरी के जंगल में शुक्रवार की दोपहर 60 वर्षीय वृद्ध का शव जंगल में मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्डम उपरांत सुरक्षित रखवा दिया है। पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंचने पर अज्ञात वृद्ध की लाश पाई गई,आसपास के ग्रामीण अंचल से जानकारी जुटाई जा रही है। आशंका है कि ठंड से वृद्ध की मौत हो गई होगी।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महाप्रबंधक अनूपपुर स्टेशन का किया वार्षिक निरीक्षण

अनूपपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महाप्रबंधक गौतम बनर्जी द्वारा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों,यात्री सुविधाओं का जायजा,प्रगति, कर्मचारियों के कल्याण आदि की जानकारी एवं अवलोकन के लिए वार्षिक निरीक्षण किया। वित्तीय वर्ष 2019-20 के वार्षिक निरीक्षण 31 जनवरी को बिलासपुर-अनूपपुर सेक्शन का निरीक्षण किया गया, इसके तहत महाप्रबंधक एवं सभी विभागों के विभागाध्यक्ष बिलासपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय तथा मंडल के शाखाधिकारियों निरीक्षण किया। पेण्ड्रारोड-अनूपपुर तीसरी लाइन का निरीक्षण एवं अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुये अनूपपुर पहुंचे तथा स्टेशन व पैनल रूम का निरीक्षण किये। जनप्रतिनिधियों,यूनियन एवं विभिन्न संघों के पदाधिकारियों ने अपनी समस्याएं एवं मांग महाप्रबंधक के समक्ष रखा एवं ज्ञापन भी सौंपा। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने विभागाध्यक्षों,शाखाधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। 

अमरकंटक नर्मदा जंयती पर विषेश :-

 शिव के कंठ से निकला एक बूंद पसीना अमरकंटक में गिरा,कहलाई शिव पुत्री नर्मदा 
गंगा में नहाने नर्मदा को देखने मात्र से होता है पुण्य लाभ 
अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में 'अमरकंटक हिन्दुओं की पावन और पवित्रस्थली के रूप में प्रसिद्ध है। यहां से उद्गमित हुई नर्मदा,सोन और जोहिला नदी भारतीय सभ्यता और परम्पराओं की जीवनदायिनी नदी भी मानी गई है। छत्तीसगढ़ राज्य से सटे विंध्य और सतपुड़ा की पहाडिय़ों के मिलन स्थल तथा मैकाल पहाडिय़ों में स्थित समुद्रतल से १०६५ मीटर उंचाई पर बसा अमरकंटक अपनी प्राकृतिक विहंगमता के साथ खूबसूरत झरने, पवित्र तालाब, ऊंची पहाडिय़ों और शांत वातावरण से परिपूर्ण है। इनमें धुनी पानी, दूधधारा, सोनमुड़ा, माई की बगिया, कपिलधारा, कबीर चबूतरा, सर्वोदय जैन मंदिर, श्रीयंत्र मंदिर, सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थल है। अनेक परंपराओं और किवदंतियों को आत्मसात किए अमरकंटक के बारे में कहा जाता है कि भगवान शिव की पुत्री नर्मदा जीवनदायिनी नदी रूप में यहीं से बहती है। नर्मदा पुराण के अनुसार जब समुद्र मंथन में निकले विष को शिव ने ग्रहण किया तो कंठ में अटके विष के असर की व्याकुलता में ब्रह्मांड का चक्कर काट रहे भगवान शिव इस मैकल सतपुड़ा की पहाडिय़ों पर ठहरे, जहां कंठ के पास से पसीने के रूप में निकला एक बूंद पसीना अमरकंटक में गिरा और इसी शिव के पसीने की बूंद से माता नर्मदा कन्या रूप में उत्पत्ति हुई। माता नर्मदा को समर्पित यहां अनेक मंदिर बने हुए हैं, जिन्हें दुर्गा की प्रतिमूर्ति माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार जहां गंगा में नहाने से नर्मदा को देखने मात्र से पुण्य लाभ मिलता है।
नर्मदाकुंड नर्मदा नदी का उदगम स्थल है। इसके चारों ओर अनेक मंदिर बने हुए हैं। इन मंदिरों में नर्मदा और शिव मंदिर, कार्तिकेय मंदिर, श्रीराम जानकी मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, गुरू गोरखनाथ मंदिर,श्री सूर्यनारायण मंदिर, वंगेश्वर महादेव मंदिर, दुर्गा मंदिर, शिव परिवार  सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, श्रीराधा कृष्ण मंदिर, घंटेश्वर महादेव मंदिर, छंदेश्वर महादेव मंदिर और ग्यारह रूद्र मंदिर आदि प्रमुख हैं। कहा जाता है कि भगवान शिव और उनकी पुत्री नर्मदा यहां निवास करते थे। अमरकंटक में महाशिवरात्रि के अवसर पर विशाल मेले का आयोजन भी किया जाता है। इसके अलावा सावनी मेले सहित विशेष पर्वो में भी हिन्दु धर्मावलम्बिओं द्वारा स्नान और पूजन अर्चन किया जाता है।  
नर्मदाकुंड के दक्षिण में कलचुरी काल के प्राचीन मंदिर भी बने हुए हैं। इन मंदिरों को कलचुरी महाराजा कर्णदेव ने 1041-1073 ई. के दौरान बनवाया था। मछेन्द्रथान और पातालेश्वर मंदिर इस काल के मंदिर निर्माण कला के बेहतरीन उदाहरण हैं। इसके अलावा धुनी पानी अमरकंटक का गर्म पानी का झरना है। कहा जाता है कि यह झरना औषधीय गुणों से संपन्न है और इसमें स्नान करने से शरीर के असाध्य रोग ठीक हो जाते हैं। मंदिर से १ किलोमीटर की दूरी पर दूधधारा नाम का झरना ऊंचाई से गिरते समय दूध के समान प्रतीत होता है। इसीलिए इसे दूधधारा के नाम से जाना जाता है। जबकि सोनमुदा सोन नदी का उदगम स्थल है। सोनमुड़ा नर्मदाकुंड से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर मैकाल पहाडिय़ों के किनारे पर है। सोन नदी 100 फीट ऊंची पहाड़ी से एक झरने के रूप में यहां से गिरती है। सोन नदी की सुनहरी रेत के कारण ही इस नदी को सोन कहा जाता है।
वहीं अमरकंटक बहुत से आयुर्वेदिक जड़ी-बटी पौधो के लिए भी प्रसिद्ध है। जिसमें गुलबकावली, ब्राह्मनी, जटाशंकरी,सफेद मूसली,काली मूसली, जटामानसी, भालूकंद,अमलताश, सर्पगंधा, भोगराज, जंगली हल्दी, श्याम हल्दी सहित हर्रा,बहेरा और आवंला भरपूर संख्या में उपलब्ध है। 

भारतीय संस्कृति दिलों को जोडऩे वाली -मुख्यमंत्री

नर्मदा महोत्सव हर वर्ष मनाने का किया एलान,तीन दिवसीय नर्मदा महोत्सव का किया शुभारंभ
अनूपपुर भारतीय संस्कृति दिलों को जोडऩे वाली संस्कृति है। विविध संस्कृतियों के बाद भी भारत एक है हमें इसका सम्मान करना चाहिए, यह हमारी शक्ति है जिस पर विश्व आश्चर्य करता है। नर्मदा महोत्सव भी भारतीय संस्कृति का ही एक अंग है। यह महोत्सव हर वर्ष मनाया जायेगा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अमरकंटक में तीन दिवसीय नर्मदा महोत्सव के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक क्षेत्र का विकास तेजी से किया जा रहा है। आज हमारी सबसे बड़ी चुनौती कृषि क्षेत्र और नौजवानों की है, युवाओं को रोजगार चाहिए। प्रदेश में युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में जय किसान फसल ऋण माफी योजना में प्रथम चरण में 21 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्जा माफ करने का वचन दिया था, कर्ज माफी का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होने कहा मध्यप्रदेश का चेहरा तेजी से बदल रहा है, प्रदेश की तुलना छोटे प्रदेशों से नहीं होनी चाहिए। नए निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष एन.पी.प्रजापति ने नर्मदा महोत्सव पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सनातन धर्म की पवित्र और पावन नर्मदा नदी के उद्गम स्थल से शुरू की गई बयार खंभात की खाड़ी तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि अमरकंटक क्षेत्र में भालुओ की बहुलता को दृष्टिगत रखते हुए जामवंत वन्य प्राणी पार्क बनाना उचित होगा।
खनिज साधन मंत्री एवं अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि नर्मदा उत्सव के लिए प्रति वर्ष बजट में प्रावधान किया जाए। अमरकंटक क्षेत्र में पर्यटन वन विकास और अध्यात्म के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। जिसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अनूपपुर द्वारा आदिवासी छात्र-छात्राओं को परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे इस क्षेत्र के आदिवासी युवाओं को लाभ होगा। जिले के विकास के लिए एक वर्ष में किए गए कार्यों की जानकारी दी।

विधायक पुष्पराजगढ़ फुन्देलाल सिंह मार्को ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आदिवासी समुदाय के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मदद योजना, बच्चे के जन्म पर खाद्यान्न वितरण योजना, प्रदेश सरकार की अभिनव योजना है। समारोह में कलेक्टर अनूपपर चन्द्रमोहन ठाकुर ने नर्मदा महोत्सव समारोह में जिले में एक वर्ष में किए गए विकास कार्यो एवं शिक्षा, कृषि, उद्यानिकी विकास सहित अन्य गतिविधियों के उपलब्धियों की जानकारी दी। इसके पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तीन दिवसीय अमरकंटक नर्मदा महोत्सव का दीप प्रज्वलित कर और कन्या पूजन कर शुभारंभ किया।
समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद दिग्विजय सिंह, प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम, प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष अनूपपुर रूपमती सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक अनूपपुर बिसाहू लाल सिंह, विधायक बिछिया नारायण सिंह पट्टा, विधायक कोतमा सुनील सराफ, जिला योजना समिति के सदस्य जयप्रकाश अग्रवाल, संभागायुक्त आर.बी.प्रजापति सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने मां नर्मदा की पूजा अर्चन सुख-समृद्वि की कामना
प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पवित्र नगरी अमरकंटक में मां नर्मदा के उद्गम स्थल में पूजा अर्चन की तथा प्रदेश के सुख समृद्वि एवं प्रदेशवासियों के सुख समृद्घि की कामना की।
 मां नर्मदा के उद्गम स्थल नर्मदा मंदिर अमरकंटक से नर्मदा की शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें मां नर्मदा को रथ में विराजमान किया गया था। मुख्यमंत्री कमलनाथ  अमरकंटक मंदिर परिसर से निकाली गई शोभायात्रा में शामिल हुए। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में लोक कला दल के कलाकार, साधु संत, श्रद्घालु शामिल रहे ।

अमरकंटक नर्मदा महोत्सव में मुख्यमंत्री ने साधु-संतों का शाल-श्रीफल से किया सम्मान

अनूपपुर तीन दिवसीय अमरकंटक नर्मदा महोत्सव 2020 का प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने साधु-संतों का शाल-श्रीफल से सम्मान किया। सम्मानित होने वाले साधु-संतों में महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा अध्यक्ष मां नर्मदा, क्षिप्रा एवं मंदाकिनी नदी न्यास एवं समस्त सहयोगी नदियां मध्यप्रदेश शासन,आचार्य महामण्डलेश्वर ब्रम्हार्षि रामकृष्णानंद जी महाराज मार्कण्डेय आश्रम अमरकंटक, महामण्डलेश्वर रामभूषण दास जी महाराज शांति कुटी आश्रम अमरकंटक, जगतपुर रामराजेश्वराचार्य मौली सरकार फलाहारी आश्रम अमरकंटक,हिमाद्री मुनि जी कल्याण सेवा आश्रम अमरकंटक तथा मृत्युंजय आश्रम अमरकंटक के प्रतिनिधि व्यवस्थापक योगेश जी शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन मीडिया अधिकारी अमित श्रीवास्तव एवं प्राचार्य लतिका श्रीवास्तव ने किया।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत किया कन्या पूजन

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को अमरकंटक की बेटी मां नर्मदा है के मान्यता स्वरूप मां नर्मदा को साक्षी मानकर प्रतीक स्वरूप 5 कन्याओं का पूजन किया तथा उन्हें उपहार भेंट किया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत 100 मेधावी बालिकाओं को 1500 रुपए के मान से प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।
अमरकंटक के स्थानीय उत्पादों को बाजार हेतु किया लांच
आदिवासी बाहुल्य अनूपपुर जिले के उत्पादों को बाजार दिलाने तथा स्थानीय कलाकारों को मंच दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को अमरकंटक अवसर पर अमरकंटक कोदो,अमरकंटक नर्मदा उद्गम जल, अमरकंटक संजीवनी गुलबकावली अर्क को लांच किया।
आदिवासी परम्परा से किया गया स्वागत
मुख्यमंत्री कमलनाथ का आदिवासी परम्परा के अनुरूप भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर बैगा पगडी, वीरन माला, गुदुम कोटी, बीजापुरी काष्ठ शिल्प से निर्मित मां नर्मदा की प्रतिमा, गोंडी चित्रकारी, अमरकंटक की स्मृति की टोकरी जिसमें नर्मदा नदी उद्गम जल, अमरकंटक कोदो, मां नर्मदा का भोग प्रसाद, अमरकंटक संजीवनी गुलबकावली अर्क, अमरकंटक क्षेत्र में मिलने वाली शुद्घ शहद, अमरकंटक के मंदिरों में चढावे के नारियलों से बने लड्डू भेंट किया गया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एवं उनकी पत्नी अमृता सिंह, प्रभारी मंत्री तथा खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल, जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम,पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल, विधायक बिसाहू लाल सिंह, फुन्देलाल सिंह मार्को,सुनील सराफ,विधायक बिछिया मंडला नारायण सिंह पट्टा, संभागायुक्त आरबी प्रजापति, कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ,जिला योजना समिति के सदस्य जय प्रकाश अग्रवाल उपस्थित रहे।


नबालिक से छेड़छाड करने वाले आरोपी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

अनूपपुर गिरफतारी से बचने के लिए नबालिक से छेड़छाड करने वाले आरोपी कृष्णपाल महरा पिता पंतू महरा 18 वर्ष निवासी वहपुर थाना अमरकंटक की अग्रिम जमानत याचिका को विशेष न्यायालय के न्यायाधीश पॉक्सों भूपेन्द्र नकवाल ने आवेदन को खारिज कर दिया।
राज्य की ओर से जिला अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि ने जमानत आवेदन का विरोध करते हुए दलील दी की आरोपी का कृत्य बहुत गंभीर है,पीडि़ता आरोपी द्वारा किए गए कृत्य से मानसिक रूप से बहुत आहत है,आरोपी को अग्रिम जमानत दिए जाने से पीडि़ता के साथ अन्याय होगा। 
शुक्रवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि 3 जनवरी की सुबह 10 बजे पीडि़ता को आरोपी हैंडपम्प के पीछे स्कूल की दीवार की तरफ ले जाकर बुरी नियत से पकड़कर छेड़छाड की थी जिसकी शिकायत पीडि़ता ने खुद थाना अमरकंटक में की है।

कुर्सी एक अधिकारी दो,कलेक्टर का आदेश बना असमंजस्य की स्थिति

अनूपपुर आयुक्त आदिवासी विकास विभाग में पदों की होड़ को लेकर मचे दो दिनी विवाद का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, कि जिला शिक्षा कार्यालय विभाग में एक ही पद के दो अधिकारी सामने आ गए। सबसे आश्चर्य की बात की दोनों अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल और कलेक्टर के द्वारा प्रभारी रूप में नियुक्त डीएस राव ने अपने कक्ष के बाहर अपने नाम के साथ जिला शिक्षा अधिकारी पदभार को प्रदर्शित कर दिया। जिसके बाद अब विभागीय कर्मचारियों में अधिकारियों के फरमान की तामीली को लेकर असमंजस्य की स्थिति बन गई है। कर्मचारियों का कहना है कि अगर ऐसी परिस्थितियां बनी रही तो विभागीय कार्य को सम्पादित करना मुश्किल हो जाएगा। वहीं दोनों अधिकारियों में पदभार की जिम्मेदारियों को लेकर विवाद की स्थिति बनती जा रही है। उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी को अमरकंटक नर्मदा जयंती महोत्सव सहित अन्य विषयों के लिए आयोजित बैठक में जिला प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए थे, जिसमें जिला शिक्षा कार्यालय अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए, जिसे लेकर जिला प्रभारी मंत्री ने नाराजगी जताई थी। वहीं जनसुनवाई सहित जिला स्तरीय प्रशासकीय बैठक में जिला शिक्षा की अनुपस्थिति लगातार बनी रहने पर कलेक्टर ने गम्भीरता दिखाते हुए जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल की जगह पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग व कन्या स्कूल प्राचार्य जैतहरी डीएस राव को जिला शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। जिसमें कलेक्टर के आदेश के बाद पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग डीएस राव ने जिला शिक्षा कार्यालय विभाग का पदभार ग्रहण करते हुए कार्यालय का संचालन आरम्भ कर दिया। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल ने भी अपने कक्ष में ही ड्यूटी के दौरान समय व्यतीत कर रहे हैं। पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा अबतक इस सम्बंध में कोई भी जानकारी या किन कारणों में उन्हें पद से अलग किया है नहीं दी है। जबकि पूर्व प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग अधिकारी डीएस राव के सम्बंध में जिम्मेदारी सम्बंधित बातों को उल्लेखित कर उन्हें विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि जिला शिक्षा कार्यालय में सहायक अधिकारी पूर्व से मौजूद हैं, जिसे कानूनन मेरी असमर्थता में विभाग की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जानी चाहिए थी। वहीं डीएस राव का कहना है कि जिला प्रशासन ने उन्हें विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है, जिसका मैं पालन कर रहा हूं।
विदित हो कि 20 दिसम्बर को कलेक्टर कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग में एक ही पद को लेकर तीन अधिकारी आमने सामने आ गए थे। जिसमें पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग पीएन चतुर्वेदी, प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग अनूपपुर डीएस राव तथा मप्र शासन द्वारा स्थानांतरित होकर बड़वानी से अनूपपुर आए नवीन सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग अधिकारी विवेक पांडेय रहे। वहीं 18 दिसम्बर को पूर्व सहायक आयुक्त पीएन चतुर्वेदी ने हाईकोर्ट जबलपुर से अपने स्थानांतरण पर स्थगन आदेश लाते हुए सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी और अपने विभागीय कार्यालय पर अपना ताला लगा दिया। जिसकी सूचना पर एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी ने कलेक्टर के निर्देश में कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार को ही सील कर दिया और बिना प्रशासनिक अनुमति कार्यालय में प्रवेश पर प्रतिबंध के आदेश जारी कर दिए। इसके बाद आगामी दो दिनों तक विभाग में पदस्थापना को लेकर नाटकीय स्थिति बनी रही। 22 दिसम्बर को कलेक्टर ने बड़वानी से आए सहायक आयुक्त विवेक पांडेय को विभाग की जिम्मेदारी सौंपते हुए प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग डीएस राव को मूल पद शासकीय कन्या स्कूल जैतहरी प्राचार्य पर वापस भेज दिया। वहीं स्थानांतरण पर स्थगन आदेश लाने पर पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग को इसी कार्यालय में आगामी आदेश तक कार्य करने की अनुमति प्रदान कर दी।

अपर कलेक्टर बीडी सिंह बताया कि विभागीय की प्रशासकीय जिम्मेदारी डीएस राव तथा वित्तीय अधिकार अपर कलेक्टर के नाम आदेशित है। यूके बघेल के सम्बंध में जानकारी लेकर मामला देखता हूं।

बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड खोंगसरा एवं भनवारटंक के बीच मालगाड़ी के 23 डिब्बे उतरे पटरी से, यातायात प्रभावित

6 यात्री गाड़ियों को किया रद्द, 9 गाड़ियों का मार्ग किया परिवर्तित एवं 4 बीच रास्ते में रद्द अनूपपुर। बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड के छत्तीसगढ़ के ...