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बुधवार, 11 दिसंबर 2019

महरा समुदाय ने जन जातीय वर्ग मे शामिल कराने हेतु विधायक फुंदेलाल को सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर। जन जातीय अस्मिता को बचाने एवं अपने संवैधानिक अधिकार पाने के लिए पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के महरा समुदाय ने जन जातीय वर्ग मे शामिल कराने हेतु बुधवार को विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया की म.प्र. गठन के पूर्व एवं संविधान लागू होने के पूर्व  सेंट्रल प्रावीसस एंड बरार राज्य के 31 मार्च 1949 के राजपत्र मे आदिवासी की सूची मे कृ 69 पर दर्शाया गया है, 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने के बाद म.प्र. गजट 8 दिसंबर 1950 मे भी महरा को आदिवासी सूची मे कृ. 69 मे परिभाषित किया गया है, इसके बाद जन जातीय वर्ग से महरा जाति कैसे विलोपित हो गई, जो आश्चर्यजनक है। यह समुदाय आदिवासी वर्ग का अहम हिस्सा होते हुए भी अपने वास्तविक एवं संवैधानिक अधिकार के लिए संघर्ष करता रहा है। लेकिन प्रशासनिक त्रुटि के कारण अनुसूचित जाति मे शामिल कर दिया गया। जिससे समाज को अपुर्णणीय क्षति हुई है। महरा समाज आदिकाल से म.प्र. मे निवास कर रही है इस जाति की रहन-सहन, खान-पान, वेश-भूषा, तीज-त्यौहार के साथ समस्त सामाजिक, धार्मिक क्रियाकलाप जन जातियो के सदृश है। सरकार से आरक्षण की मांग को लेकर मध्यप्रदेश मे महरा जाति को किस आधार पर अनुसूचित जाति मे जोड़ा गया है, जो सोचनीय विषय है। अनुसूचित जाति मे शामिल करने का प्रमुख आधार अस्पृश्यता होती है। महरा जाति के साथ कभी भी छुआ छूत नही किया जाता रहा है। मध्यप्रदेश के महरा जाति को महार समझकर अनु जाति मे शामिल किया गया है, जबकि महरा जाति एक स्वतंत्र जाति है। इसमे कोई मात्रात्मक एवं उच्चारणगत त्रुटि नही है महरा समाज के लोग कभी अस्पृश्य धंधा नही किए है। इस जाति का कार्य कृषि एवं मजदूरी करना रहा है। उक्त संबंध में ज्ञापन सौपते हुए मध्यप्रदेश महरा जाति विकास संगठन के अध्यक्ष पूरन चंदेल, सचिव बब्बू प्रसाद चंद्रवंशी, अरुण कुमार महरा, मुकेश कुमार महरा, जनपद सदस्य पुष्पराजगढ़ के साथ समस्त महरा समाज के लोगों की उपस्थिति रहे।

अवैध रूप से रखने वाले एवं परिवहन के आरोपी को 10 वर्ष का सश्रम कारावास, 1 लाख रूपये का जुर्माना

अनूपपुर अवैध रूप से रखने वाले और परिवहन के आरोपी को विशेष न्यायाधीश एडीपीएस राजेश कुमार अग्रवाल की न्यायालय ने सुनवाई पूरी करते हुए आरोपी आशीष कुमार पिता शिव कुमार गुप्ता १९ वर्ष निवासी ग्राम रामपुर थाना अमलाई जिला शहडोल को एनडीपीएस 8, 20बी के अंतर्गत 10 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 1 लाख रूपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। राज्य की ओर से विशेष लोक अभियोजक डी.एस.भदौरिया द्वारा पैरवी की।

बुधवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया 3 सितम्बर 2017 को थाना करनपठार में उप.निरी. अरविन्द्र कुमार साहू को मुखबिर से सूचना पर एक व्यक्ति अपनी बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर गांजा बिक्री के लिए अनूपपुर जा रहा है, सूचना पर कार्यवाही करते हुए ग्राम टेड़ीलालपुर नरदगा पुलिया के पास नाकाबंदी कर वाहन रोककर पूछताछ की गई पूछताछ पर आरोपीं आशीष पिता शिवकुमार निवासी खाड़ा थाना अमलाई बताया कब्जे से 5 पैकेट गांजा कुल वजन 24.200 किलोग्राम मिला जिसे गिरफ्तार कर विवेचना पश्चात मामला न्यायालय में पेश किया गया जहा न्यायालय ने आरोपी को दोषी पाते हुए सजा सुनाई।

मंगलवार, 10 दिसंबर 2019

सिंचाई का पम्प चोरी करने वाले आरोपी को कारावास

अनूपपुर। सिंचाई का पम्प चोरी करने के आरोपी को न्यायिक मजिस्टेट राकेश सनौढि़या की न्यायालय ने सुनवाई पूरी करते हुए आरोपी दीपक कोल २३ वर्ष पिता रामभैया कोल निवासी इंदिरा नगर अमलाई को भादवि की धारा ४५७, ३८० का दोषी पाते हुए २-२ वर्ष का करावास और १००-१०० रूपये जुर्माने की सजा सुनाई है। राज्य की ओर से पैरवी सहा० जिला अभियोजन अधिकारी शशि धुर्वे द्वारा की गई।
मंगलवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि कोतवाली अनूपपुर के अंतर्गत ग्राम नगदहा छुल्हा का फरियादी सीताराम कोल तिपान नदी के किनारे सिंचाई कर खेती करता है,२७ अगस्त १६ को अज्ञात लोगो द्वारा पम्प चोरी करने की शिकायत कोतवाली अनूपपुर में सूचना पर कोतवाली में मामला पंजीबद्घ कर विवेचना पश्चात् न्यायालय में पेश किया गया जहां आरोपी को दोषी पाते हुए सजा सुनाई गई।

हत्या दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अनूपपुरभालूमाड़ा थाना अंतर्गत जमुना कॉलरी मे मे पिंटू सिंह की हत्या के मामले मे पुलिस ने मंगलवार को दो आरोपियों को पकड लिया है, जानकारी के अनुसार हत्या के फरार आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस अधीक्षक के द्वारा विशेष टीम का गठन किया गया था, टीम मे कोतमा एसडीओपी एस.एन. प्रसाद, उपनिरीक्षक विवेक द्विवेदी एवं अन्य पुलिस कर्मचारी शामिल रहे। उपनिरीक्षक विवेक द्विवेदी के नेतृत्व मे विगत दिनो आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस टीम बीना एवं राजस्थान के कोटा गई हुई थी, बीना से हत्या के फरार आरोपी छोटू सरदार और विनोद कुमार को पुलिस ने हिरासत मे लिया है। पूछताछ के बाद हत्या के मामले का खुलासा हो सकेगा। 

संविधान का गारंटी देता है, बल्कि इसे तोडऩे वाले को अदालत सजा देती है - जिला न्यायाधीश

अनूपपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर द्वारा मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर जिला न्यायालय परिसर अनूपपुर में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला न्यायाधीश डॉ. सुभाष कुमार जैन कहा कि 10 दिसम्बर मानव अधिकार किसी भी इंसान की जिंदगी, आजादी, बराबरी और सम्मान का अधिकार है,भारतीय संविधान इस अधिकार की न सिर्फ गारंटी देता है, बल्कि इसे तोडऩे वाले को अदालत सजा देती है। मानवाधिकार से मतलब समानता, स्वतंत्रता, और शिक्षा जैसे उन मौलिक अधिकारों से है, जिनके हकदार दुनिया के सभी लोग है। मानव अधिकार आयोग यह एक ऐसी संस्था है, जो मानव के हित में किए जा रहे अधिकारों की रक्षा करती है। भारत में 28 सितम्बर 1993 से मानव अधिकार कानून अमल में आया, 12 अक्टूबर 1993 में सरकार ने मानव अधिकार आयोग का गठन किया।    
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भू-भास्कर यादव ने कहा कि मानव अधिकार मनुष्य के मूलभूत सार्वभौमिक अधिकार है, जिनमें मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि किसी भी दूसरे कारक के आधार पर वंचित नहीं किया जा सकता।  इस दिवस पर हमें प्रत्येक वर्ष कुछ ऐसा करना चाहिए जो हमारे समाज और राष्ट्र को गौरवान्वित करें। इस अवसर पर न्यायाधीशों एवं अधिवक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व मानवाधिकर घोषणा पत्र में मानव अधिकारों के लिए जिन बातों का मुख्य रूप से जिक्र किया गया है। उनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, घर, रोजगार, भोजन और मनोरंजन से संबंधित इंसान की बुनियादी जरूरते हैं। अगर कोई इंसान इन चीजों से वंचित है, तो यह माना जाता है कि कही न कही उसके मानव होने के अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। कार्यक्रम में प्रथम अपर जिला न्यायाधीश राजेश कुमार अग्रवाल,मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्योति राजपूत, व्यवहार न्यायाधीष राकेश सनोडि़या, व्यवहार न्यायाधीश आरती रतौनिया, प्रशिक्षु न्यायाधीश शिखा लोकेश दुबे,निधि चिटकारा, रवि कुमार साहू, सिंह एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष दुर्गेश पाण्डेय, अधिवक्ता अनिल तिवारी, चन्द्रकांत पटेल, संतोष सिंह परिहार, साबिर अली सहित अधिवक्तागण, कर्मचारीगण तथा पक्षकारगण उपस्थित रहे। 

मॉ काली मंदिर च्यवन गुफा आश्रम का कब्जा दिलाए जाने एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन

कार्यवाही नही होने पर मुख्यमंत्री आवास के समक्ष धरना देने की चेतावनी

अनूपपुर। मॉ काली मंदिर च्यवन गुफा आश्रम -कपिला संगम अमरकंटक से रामराजेश्वराचार्य (माउली सरकार) को बेदखल कर कब्जा दिलाए जाने की मांग को लेकर साध्वी बुधरामदास द्वारा मंगलवार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन एसडीएम अनूपपुर कमलेशपुरी अनशन स्थल पर सौंपा। साध्वी बुधरामदास द्वारा बताया गया की 25 नवम्बर से काली मंदिर च्यवन गुफा का कब्जा दिलाए जाने इंदिरा तिराहा के पास क्रमिक अनशन पर बैठी है। पूर्व में साध्वी बुधराम द्वारा 15 नवम्बर को यह आवेदन के माध्यम से मॉ काली मंदिर च्यवन गुफा आश्रम कपिला संगम अमरकंटक से रामराजेश्वराचार्य को बेदखल कर साध्वी बुधराम दास को कब्जा दिलाया जाए एवं प्रशासन द्वारा कार्यवाही न करने पर 24 नवम्बर से क्रमिक अनशन प्रारंभ किया जाएगा। कार्यवाही नही होने पर यह क्रमिक अनशन निरंतर जारी है। साध्वी बुधरामदास विगत 40 से 50 वर्षो से च्वयन गुफा आश्रम कपिला संगम में अपने गुरू त्यागी रामलखन दास के साथ रहती रही और अपने गुरू के साथ मिलकर मंदिर निर्माण व आश्रम का निर्माण कराई थी। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व साध्वी बुधरामदास के गुरू रामलखन दास के स्वर्गवास होने के पश्चात रामराजेश्वराचार्य द्वारा आश्रम में अवैध ढंग से रहने लगा व कब्जा कर लिया, जिस पर कार्यवाही हेतु साध्वी बुधराम द्वारा पुलिस अधीक्षक से 27 सितम्बर एवं 19 सितम्बर को पुष्पराजगढ़ एसडीएम और तहसीलदार को से लिखित आवेदन दिया था, जिस पर कोई कार्यवाही न होनी हुई। जिसके बाद साध्वी बुधरामदास के साथ हुए अन्याय पर कार्यवाही कर अतिशीघ्र मॉ काली मंदिर च्यवन गुफा आश्रम कपिला संगम में साध्वी बुधरामदास को कब्जा दिलाया जाए। उन्होने 15 दिवस के अंदर प्रशासन द्वारा कार्यवाही नही करने पर वह मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास के समक्ष क्रमिक अनशन करूंगी। वहीं ज्ञापन सौपते समय साध्वी बुधराम दास के समर्थन में बर्फानी आश्रम के महामंडलेश्वर बालयोगी लक्ष्मणदास,एडवोकेट जनक राठौर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

नपा प्रशासनिक समिति एवं उपयंत्री के जांच में मिली गुणवत्ता विहीन बाउंड्रीवॉल निर्माण

4 कॉलम उखाड़ गुणवत्ता की हुई जांच,मामला मुक्तिधाम अनूपपुर का
अनूपपुरनगरपालिका अनूपपुर के वार्ड क्रमांक १ स्थित मुक्तिधाम के प्रस्तावित सौंन्दर्यीकरण कार्ययोजनाओं में 10 दिसम्बर की शाम नगरपालिका के प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष रामखेलावन राठौर, उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता, सदस्य योगेन्द्र राय, रामाधार बैगा सहित उपयंत्री संदीप उर्रेती ने निरीक्षण किया,ठेकेदार द्वारा 150 मीटर लंबी लागत लगभग 5 लाख रूपए के बाउंड्रीवॉल निर्माण में 10 दिसम्बर को 12 कॉलम खड़ा कर चुका था, जिस पर उपयंत्री संदीप उर्रेती ने निर्माणाधीन बाउंड्रीवॉल के कॉलम निर्धारित मापदंडो के अनुसार गुणवत्ता की जांच 4 कॉलमो को उखाड़ते हुए की गई, कॉलम ढालते समय नीचे न तो बेस मिला और न ही सरिया की जाल मिली, जिसके बाद ठेकेदार को तत्काल काम बंद करने के निर्देश दिए।

जानकारी के अनुसार ठेकेदार ने बिना बेस बीम डाले बाउंड्रीबॉलों के कॉलमो की ढ़लाई कर उसकी भराई का काम कर रहा था। नगरपालिका की टीम ने कॉलम की ढ़लाई व गुणवत्ता पर संदेह जताते हुए बीम बेस को तोड़कर उसमें डाले गए रॉड व निर्माण सामग्री दिखाने के निर्देश दिए। मजदूरों द्वारा तोड़े गए बेस में कॉलम का कहीं अता पता नहीं था। नीचे 6/6 की रॉड में 4/4 की पतली रॉड बिछाई गई थी, जिसे जमीन पर डाल कर उसके उपर 10 इंच मोटी ढलाई कर दिया गया था। इसके अलावा कॉलम बेस के सहारे न खड़ा कर जमीन के सहारा लेकर ढलाई कर दी गई थी, जिससे बारिश के समय में दीवाल सहित धराशायी हो जाता। इसके बाद एक-एक कर लगभग चार कॉलमो के बेस को तोड़कर काम बंद कर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। ठेकेदार ने टेंडर के प्रस्तावों के अनुसार निर्माण कार्य पूर्ण करने का आश्वासन दिया है। साथ ही सभी कॉलम के लिए बीम बेस तैयार कर ढलाई करने की बात कही। अधिकारियों ने शुरूआत में मनाही कर दी, लेकिन मुक्तिधाम और वित्तीय वर्ष को देखते हुए ठेकेदार को प्राक्कलन के अनुसार कार्य की चेतावनी दी साथ ही नपा अधिकारियों ने कहा अब ठेकेदार उनकी निगरानी में बीम के बेस की तैयारी के साथ ढलाई का भी काम करेगा। जिसपर 10 दिसम्बर को पुन: ठेकेदार द्वारा सभी खोदे गए गड्ढों में बीम बेस की तैयारी कर काम आरम्भ किया गया। नगरपालिका अधिकारियों के अनुसार वर्षो नगर की मुक्तिधाम में चार शवदाह बेस सहित अन्य सुविधाएं मौजूद है। लेकिन परिसर को सुरक्षित रखने बाउंड्रीबॉल और जमीन पर आवाजाही के लिए पथवे नहीं है। जिसे देखते हुए 7 अगस्त को टेंडर जारी किया गया था, जिसमें मुक्तिधाम सौन्दर्यीकरण के लिए पन्ना जिले के कंस्ट्रेक्शन कंपनी ने कम दर पर मुक्तिधाम में दीवाल निर्माण करने तथा सरजमीं पर पेपर ब्लॉक पत्थर बिछाने का ठेका लिया था। इसमें दो अलग अलग निर्माण एजेंसी के नाम ठेका शामिल हैं। मुक्तिधाम की दीवाल निर्माण के लिए कुल लागत 4 लाख 26 हजार और पेपर ब्लॉक के लिए 7 लाख 16 हजार की राशि स्वीकृत की गई थी।
इनका कहना है
ठेकेदार को निर्धारित मापदंडो के अनुसार कार्य करने एवं उपयंत्री की उपस्थिति में कॉलम की ढलाई करने का निर्देश दिया गया है।

रामखेलावन राठौर, नपाध्यक्ष अनूपपुर

अध्यापक महासंघ ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन

समस्याओं के निराकरण हेतु कलेक्टर से किया आग्रह

अनूपपुर मध्यप्रदेश अध्यापक महासंघ जिला इकाई अनूपपुर ने मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए विभिन्न मांगे रखी। जिसमे अध्यापक महासंघ ने 20-50 फार्मूले के तहत अनिवार्य सेवा निवृत्ति आदेश निरस्त किये जाने की प्रमुखता से मांग रखी। ज्ञापन में प्रदेश के 16 अध्यापक / शिक्षक संवर्ग को 20 वर्ष की सेवा या 50 वर्ष की आयु के फार्मूले के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है। जो शिक्षक विरोधी है इसे तत्काल सरकार अपने स्तर पर वापस करे। जिन अध्यापको / शिक्षको को अनिवार्य सेवा निवृत्ति किया गया है उन्हे शिक्षको के परीक्षा मे फेल होने की बाते सामने आ रही है जबकि इनमे से अनेक शिक्षक ऐसी किसी परीक्षा मे बैठे ही नही है। हम शिक्षक शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत कक्षा 1 से कक्षा 8 तक और कक्षा 9 से 12 तक सुबह स्कूल आरंभ होने से लेकर विद्यालय मे दिन की समाप्ति तक पल प्रति पल उच्च विभागीय निर्देशो का पालन करते हुए अध्यापन कार्य कराते है। यदि ऐसी स्थिति मे परीक्षा परिणाम प्रभावित होता है तो सिर्फ शिक्षको को ही दोषी माना जाना आलोकतांत्रिक और अन्यायपूर्ण है। विद्यार्थियो के परीक्षा परिणाम की जिम्मेदारी विभाग मे हर स्तर पर तय की जाये। माह अप्रैल से शुरू होने वाले सत्र को व्यवहारिक बनाया जाये। ताकि बच्चों को वास्तिविक लाभ मिल सके। प्रवेश प्रक्रिया अप्रैल से अगस्त तक जारी रहने से भी कार्य प्रभावित होता है। मांगो में छटवे वेतनमान की विसंगतियो का निराकरण विद्ववान वेतन से गणना कर सातवे वेतन मान का लाभ इसी माह से प्रदान कराये जाने की मांग की है। इसके साथ ही अन्य मांग रखी।

कमीशन के खेल में रूका विकास का पहिया,चारो ओर धूल के गुब्बार से आमजन है परेशान

जिला मुख्यालय की स्थिति दिखा रही आईना
अनूपपुर विकास की बात तब बेमानी लगने लगती है जब उसे दिशा देने वाले ही मौन हो जाते है और उसका खामियाजा आमजन को तमाम प्रकार की पेरशानियो का सामना कर चुकाना पड़ता है। ऐसा ही हाल इन दिनों जिला मुख्यालय का है। चल रहे सड़क निर्माण की गुणवत्ता मापदण्डो मे कितनी खरी है यह तो कार्य कराने वाले विभाग के इंजीनियर ही जान सकते है लेकिन जो सामने दिखाई पड़ रहा है इसमे भ्रष्टाचार से इंकार नही किया जा सकता। भारी भरकम वाहनो के निकलने वाले इस मार्ग का निर्माण अभी पूरा नही हो सका है लेकिन सड़को मे दरारे खुल कर दिखाई देने लगी है। युवाओ ने कई बार उड़ते धूल के गुब्बारों के विरोध मे मोर्चा भी खोला प्रशासन ने सोची समझी चाल के तहत कुछ दिन पानी का छिड़काव करवाया लेकिन वह ढाक के तीन पात वाली कहावत साबित हुई।

सड़को के निर्माण का कार्य कछुआ गति से चलने के बाद भी समय अंतराल मे रूक जाता है। जब भी किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधियो से बात की जाती है तो वही रटा -रटाया जवाब मिलता है ठेकेदार ने भुगतान न होने के कारण कार्य रोक दिया है। जल्द भुगतान कर कार्य शुरू कराया जायेगा। जनप्रतिनिधियो से इस मामले मे बात करने पर जबाव सामने आता है कि मै अधिकारियो से बात करता हूं और कार्य को गति जल्द दी जायेगी। ठेकेदार कहता है अत्याधिक कमीशन मांगा जा रहा है और न देने के कारण समस्यायें खड़ी हो रही है। जनता को इन जवाबो से कोई सरोकार नही उसे कार्य चाहिये। यही हालात रहे तो जनता कभी भी सड़को पर आ सकती है।
किसी भी स्थान पर सड़कों का निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार को विभाग द्वारा भले ही निर्देश दिये जाते है कि जब तक कार्य पूर्ण न हो जाये उक्त क्षेत्र मे सतत पानी का छिड़काव करना होगा। लेकिन ठेकेदार अपनी मदमस्त चाल के आगे निर्देशो की कोई परवाह नही करता। निर्माण कार्य के दौरान यदा कदा ठेकेदार ने हो-हल्ला मचाने पर पानी का छिड़काव किया होगा अन्यथा धूल के गुब्बारो के बीच आमजन को विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओ को झेलने विवस होना पड़ता है।
३ सालो से अमरकंटक तिराहा से लेकर तुलसी महाविद्यालय तक चल रहे सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता तो स्वयं सड़को मे आई दरारें बता रही है। निर्माण कार्य पूर्ण अभी हुआ नही है और दरारे पडऩी शुरू हो गई। लोक निर्माण विभाग गुणवत्ता पूर्ण सड़क बनवाने को लेकर अपनी पीठ थपथपा रहा है। निर्माण के दौरान ठेकेदार द्वारा कहीं पर भी दिशा सूचक बोर्ड नही लगाया जाता आधी अधूरी सड़क हमेशा राहगीरो व वाहन चालको को दुर्घटना का शिकार बना लेती हैं। अब तक सैकड़ो लोग दुर्घटना का शिकार हुये है। किसी को भी न तो विभाग के द्वारा न ही ठेकेदार के द्वारा क्षतिपूर्ति दी गई है। यदि जिम्मेदार इस प्रकार के कार्य को ही विकास कहते है तो फिर समाझ आसान है कि एक ही थाली के सब चट्टे-बट्टे है। शासन द्वारा विकास के लिए जो राशि दी जाती है वह ऐसे ही कमीशन और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है। तो फिर विकास के कार्य कितने मजबूती से होंगे समझा जा सकता है। 

नाबालिग से बलात्कार के मामले में आरोपी गिरफ्तार

अनूपपुर  राजेन्द्रग्राम थाना अंतर्गत 12 वर्षीय नाबालिग से बलात्कार के मामले में पीडि़ता किशोरी द्वारा सोमवार को दर्ज कराई गई शिकायत पर पुलिस ने आरोपी 58 वर्षीय दयाराम यादव पिता मोहन यादव को गिरफ्तार किया है, जहां पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय पेश किया है। बताया जाता है कि सोमवार को किशोरी ने 100 डायल वाहन को सूचना देते हुए अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी, वाहन के पुलिसकर्मियों ने किशोरी को राजेन्द्रग्राम थाना को सुपुर्द किया। पूछताछ में किशोरी ने बताया कि दयाराम यादव द्वारा 25 फरवरी 2019 से लगातार बलात्कार किया जा रहा है। आरोपी द्वारा किसी से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है। सोमवार की सुबह भी आरोपी ने बलात्कार किया, जिसके बाद मैंने 100 डायल वाहन को सूचना दी।

आमाडांड खुली खदान में कोयला चोरी करने वाले 10 आरोपियों को किया गिरफ्तार

आमाडांड खुली खदान में कोयला चोरी करने वाले 10 आरोपियों को किया गिरफ्तार

अनूपपुर आमाडांड खुली खदान परियोजना में स्थानीय चोरों द्वारा खदान में घुसकर कोयला चोरी करने की लगातार मिल रही शिकायत पर पुलिस ने पिछले दो दिनों में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग के दौरान 8 दिसंबर से लेकर 10 दिसंबर के बीच कोयला चोरी के मामले में 21 वर्षीय दुर्गेश कुमार केवट पिता चुन्नीलाल केवट निवासी कुहका, 20 वर्षीय संतु पुरी पिता प्रवीण पुरी निवासी सेमरा, 22 वर्षीय रमेश मिश्रा पिता रामदास मिश्रा निवासी सेमरा, 33 वर्षीय जियालाल पिता दादी चौधरी निवासी हर्री, 27 वर्षीय राधे उर्फ राजेश दुबे पिता महावीर प्रसाद दुबे निवासी मलगा,19 वर्षीय छबीलाल चौधरी पिता सुदर्शन चौधरी निवासी फतेह टोला, २५ वर्षीय सुमेर सिंह गौड़ पिता प्रताप सिंह गौड़ निवासी निमहा, 30 वर्षीय जीवनलाल  निवासी नीमहा, 58 वर्षीय मंडल सिंह और पिता राम सिंह निवासी नीमहा, 30 वर्षीय मकरंद सिंह गौड़ पिता जीवन सिंह निवासी नीमहा शामिल है। पुलिस ने गिरफ्तार कर मामला दर्जकर न्यायालय में प्रस्तुत किया। कार्रवाई में थाना प्रभारी बैजनाथ प्रजापति एवं थाना स्टाफ  शामिल रहे। 

एक शिक्षक ही शिक्षक की कठिनाइयों,आंकाक्षाओं को भलीभांति जानता -कुलपति

इंगॉराजविवि में कुलपति का सम्मान समारोह
अनूपपुर /अमरकटंक कुलपति के रूप में मैं आपका संरक्षक हू । आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की मेरी सदैव कोशिश रहेगी। सम्मान की रक्षा हेतु हमेशा तत्पर रहूगा। जब भी आपका हाथ आगे बढ़ेगा वहीं मेरा हाथ उसे थामने सदैव तैयार रहेगा। लक्ष्य है कि विश्वविद्यालय प्रगति की नई ऊँचाइयों को छुए। सभी संकायों का विकास होगा। शोध छात्रों की संख्या बढ़ाना, सभी संकायों के लिए अलग भवन की व्यवस्था, शिक्षकों की पदोन्नति व अन्य सभी छात्र व शिक्षक हित के मुद्दों पर सदैव सक्रियता और संवेदनशीलता से कार्य करने की कोशिश रहेगी। मंगलवार को इंदिरा गॉधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में कुलपति प्रो.प्रकाशमणि त्रिपाठी के अपने सम्मान समारोह के आयोजन के दौरान कहा। कुलपति ने कहा कि मै मूलत: एक शिक्षक हू,अतएव शिक्षक की कठिनाइयों, आंकाक्षाओं एवं आवश्यकताओं से भलीभांति अवगत हू । आचार्य ज्ञान की शक्ति और अन्र्तदृष्टि की लौ अपने पास रखता है। इस शक्ति को हमें सुरक्षित, संरक्षित रखते हुए आगे बढ़ाते रहना है। ज्ञान के क्षेत्र में भारत को सुपरपावर बनाना है।

विश्वविद्यालय प्रशासन एवं अध्यापक संघ कुलपति प्रो. प्रकाशमणि त्रिपाठी के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। प्रो.दिलीप सिंह ने कहा कि कुलपति उत्तराखण्ड की भूमि से होते हुए पूर्वांचल होकर हमारे बीच आए हैं, वह भूमि लोक संस्कृति से पल्लवित है विश्वविद्यालय का एक पक्ष है लोक से जुडऩे का। अकादमिक निदेशक प्रो. आलोक क्षोत्रिय ने कहा विश्वविद्यालय में एक नवीन युग का सूत्रपात हुआ है। मन में नई आशा का संचार हुआ है। समस्त विश्वविद्यालय परिवार आपके ध्येय, मूल्यों व लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कटिबद्घ है।
अध्यापक संघ के अध्यक्ष प्रो.खेमसिंह डहेरिया ने समस्त अध्यापक संघ की ओर से कुलपति का अभिनंदन किया। इस अवसर पर कुलसचिव पी.सिलुवैनाथन, प्रो. व्योमकेश त्रिपाठी, प्रो.तीर्थेश्वर सिंह,उपकुलसचिव पूजा तिवारी (प्रशासन एवं स्थापना) डॉ.राघवेंद्र मिश्रा,प्रो.ए.पी.सिंह सहित विश्वविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।


सोमवार, 9 दिसंबर 2019

भाजपा नेता पुत्री के क्रेशर पर खनिज विभाग की कार्रवाई, अवैध तरीके से संचालित क्रेशर हुआ सील

अनूपपुरजैतहरी थानांतर्गत गोबरी गांव में भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य अनिल गुप्ता की पुत्री आकांक्षा गुप्ता के नाम संचालित श्रीराम स्टोन क्रेशर पर 9 दिसम्बर को खनिज विभाग अनूपपुर ने छापामार कार्रवाई करते हुए अवैध तरीके से संचालित के्रशर को सील कर दिया है। खनिज विभाग ने यह कार्रवाई दोपहर 2 बजे बाद की, जहां लगभग घंटाभर क्रेशर के अंदर भंडारित सामग्रियों को सूची तैयार कर मशीनों को सील करने की कार्रवाई की। बताया जाता है कि जैतहरी निवासी महावीर मांझी ने खनिज संसाधन विभाग भोपाल सहित शहडोल कमिश्नर को इस सम्बंध में शिकायत की थी। जिसमें क्रेशर के अवैध तरीके से संचालन की जानकारी देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही आवेदक ने यह भी स्पष्ट किया था कि वर्ष 2016 में भी कलेक्टर को शिकायत किया गया था, लेकिन कोई पहल नहीं हुई। खनिज विभाग की जानकारी के अनुसार श्रीराम स्टोर क्रेशर  का भंडारण अवधि समाप्त हो गई थी। खदान का कर निर्धारण वर्ष 2011 में ही समाप्त हो गई थी। वहीं खदान का किराया वर्ष 2015-18 तक नहीं चुकाया गया था। साथ ही खदान का नवीनीकरण नहीं कराया गया था। जिसमें खनिज विभाग ने कमिश्नर के भेजे गए नोटिस में कलेक्टर के आदेश पर यह कार्रवाई की।


350 ग्राम गांजा के साथ आरोपी गिरफ्तार

अनूपपुर बिजुरी थाना क्षेत्र में गांजा के अवैध कारोबार की लगातार मिल रही शिकायत पर 8 दिसम्बर को मुखबिर की सूचना पर भालूगुड़ार गांव में छापामार कार्रवाई करते हुए आरोपी बंटा उर्फ अशोक गुप्ता पिता कैलाश गुप्ता को गिरफ्तार किया। जहां आरोपी के पास पुलिस ने ३५० ग्राम गंाजा जब्त किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ २० एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। एएसआई सुमित कौशिक ने बताया कि बिजुरी में गांजा की सूचना पर थाना प्रभारी बिजुरी संजय पाठक से मार्गदर्शन में भालूगुडार में बंटा उर्फ  अशोक गुप्ता के घर के आंगन में अवैध तरीके से बिक्री के लिए रखे गांजा को पकड़ा गया। पॉकेट में गांजा 350 ग्राम पाया गया। कार्रवाई में एएसआई सुमित कौशिक, सहायक उपनिरीक्षक मंगला प्रसाद दुबे, सहायक उपनिरीक्षक अमर लाल यादव, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र द्विवेदी, विनोद नाहर, महिला आरक्षक पूनम पांडेय शामिल रही। 

लावारिस घुमते मिली 2 वर्षीय मासूम को पुलिस ने मिलाया परिवार से

अनूपपुर नगर के वार्ड क्रमांक 14 पेट्रोल पंप के पीछे 9 दिसम्बर की दोपहर 2 वर्षीय मासूम को अकेले लावारिस घुमते देखे जाने पर आसपास के लोगो ने बच्ची से उसका नाम पता जानने की कोशिश की गई, लेकिन बच्ची द्वारा कुछ भी नही बता पाने पर सूचना 100 डॉयल को दी गई, मौके पर 100 डॉयल ने पहुंचकर आसपास के लोगो से बच्ची के परिजनो को जानने का प्रयास किया गया, लेकिन बच्ची के परिजनो का कहीं पता नही चलने पर 100 डॉयल ने बच्ची को कोतवाली थाना लाया गया। ठंड को देखते हुए सहायक उपनिरीक्षक सुरेश अहिरवार ने तत्काल ही बच्ची के लिए नया स्वेटर, जूता एवं कपड़ा मांगवाते हुए उसे पहनाया। दूसरी ओर बच्ची के परिजन लगातार उसकी खोजबीन करने में जुट गए,शाम लगभग 5 बजे परिजनो को 100 डॉयल द्वारा बच्ची को कोतवाली ले जाने की सूचना मिली, जिसके बाद पिता सकीर खान बच्ची को लेने कोतवाली पहुंचे और नाम सफरीन बानो बताया, इसी दौरान चाइल्ड हेल्पलाईन भी कोतवाली पहुंच गए और बिना तस्दीक के बच्ची को देने से मना कर दिया गया। जिसमें चाइल्ड हेल्प लाईन ने उनके घर वार्ड क्रमांक 14 पुरानी बस्ती मस्जिद मोहल्ला पहुंचकर तस्दीक कर बच्ची को उसकी मॉ फतीमा बेगम को सुपुर्द किया गया।

14 वर्ष पूर्व गुमशुदा नाबालिग को कोतवाली पुलिस ने किया बरामद

अनूपपुर कोतवाली थाना अंतर्गत पटौराटोला में वर्ष 2006 से 17 वर्षीय नाबालिग के गुमशुदगी के बाद पुलिस ने 14 वर्ष बाद उसे जबलपुर के गोहलपुर से कोतवाली पुलिस ने 8 दिसम्बर को बरामद किया। 9 दिसम्बर को कोतवाली अनूपपुर ले आई। पुलिस अधीक्षक वर्ष 2018 में 5 हजार रूपए के ईनाम की घोषणा भी की थी।

कोतवाली निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने बताया की 21 जून 2006 को 17 वर्षीय नाबालिग के गुमशुदगी की शिकायत उसके परिजनो द्वारा 30 जून 2006 को दर्ज कराई थी, जहां पुलिस ने लगातार बीते 14 वर्षो से उसकी खोजबीन में जुटी रही। जहां मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने सहायक उपनिरीक्षक महिपाल सिंह,आरक्षक जगबहादुर एवं महिला आरक्षक श्वेता की टीम गठित कर उसे जबलपुर भेजा गया, जहां 8 दिसम्बर को पुलिस ने उसे बरामद करते हुए 9 दिसम्बर को कोतवाली अनूपपुर ले आई। जानकारी के अनुसार नागालिग गुमशुदा की वर्तमान में 30 वर्ष है, उसने गोहलपुर में शादी कर ली थी और उसके दो बच्चे है। 

रेल ई-टिकट का अवैध व्यापार करते आरोपी गिरफ्तार

अनूपपुर। रेलवे सुरक्षा बल अपराध गुप्तचर शाखा अनूपपुर द्वारा 7 दिसम्बर को श्रीटूर एंड ट्रेवल्स काली मंदिर रोड वार्ड क्रमांक 19 मनेन्द्रगढ़ दुकान के संचालक से ई-टिकट व्यापार के संबंध में पूछताछ करने पर उसने अपना नाम अंकित कुमार गोयल पिता अशोक कुमार उम्र 29 वर्ष बताते हुए जानकारी दी गई की उसके द्वारा अपने ग्राहको की मांग पर तत्काल व अन्य टिकट बनाने हेतु अपने 14 निजी आईडी से बनाकर उपलब्ध कराता है, उसने अपने पर्सनल आईडी से कुल 179 नग रेलवे ई-टिकट निकालकर प्रस्तुत किया। उसके द्वारा प्रत्येक टिकट में किराए से अतिरिक्त 50 से 100 रूपए कमीशन लिया जाना बताया। जब उससे अपने पर्सनल आईडी से उक्त रेलवे ई-टिकट बनाकर बेचने के संबंध में वैधानिक दस्तावेज की मांग की गई तो वह मौके पर किसी तरह का दस्तावेज उपलब्ध नही करा सका तथा अपने पर्सनल आईडी से उक्त रेलवे ई-टिकट का अवैध व्यापार करने का अपराध स्वीकार किया। जिसके बाद आरोपी अंकित कुमार गोयल के खिलाफ रेलवे एक्ट 143 के तहत कार्यवाही की गई। उक्त कार्यवाही में रेलवे सुरक्षा बल अपराध गुप्तचर शाखा अनूपपुर के निरीक्षक आर.पी. सिंह, प्रधान आरक्षक अमरेन्द्र सिंह एवं आरक्षक पी.के. मिश्रा शामिल रहे। 

चरित्र शंक पर पति ने पत्नी की हत्या, खुद ट्रेन के नीचे आकर की खुदकुशी

परिजनों ने विवाद होने की बताई बात, रात 1 बजे बाद हत्या होने की जताई आशंका
अनूपपुरभालूमाड़ा थाना के फुनगा चौकी के ग्राम पंचायत रक्सा में पत्नी के चरित्र पर शंका जाहिर करते हुए पति 10 वर्षीय पूरन सिंह गोंड ने अपनी 38 वर्षीय पत्नी सोना बाई की तेज धारदार हथियार से लगातार वार कर मौत की नींद सुला दिया। यहीं नहीं खुद इस अपराध की सजा से बचने घर से ६ किलोमीटर दूर धुरवासिन-मौहरी रेलवे ट्रैक पहुंचकर ट्रेन के नीचे आकर खुदकुशी कर ली। हत्या का कारण सम्भवत: महिला का अवैध सबंध बताया जा रहा है। महिला की मौत पर धारा 302 अपराध दर्ज किया गया है। वही पूरन सिंह की मौत के मामले में भालूमाड़ा पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया।

भालूमाड़ा थाना प्रभारी मनोज दीक्षित ने बताया कि मृतिका सोना बाई गोंड का मायका पड़रिया गांव हैं जिसका विवाह 20 वर्ष पूर्व पूरन सिंह के साथ हुआ था। महिला कुछ दिन पूर्व अपनी बड़ी बहन के साथ पड़रिया गई थी, जहां से वापस आने के बाद उसका पति से लगातार विवाद होता रहा। इसी बीच विवाद बढ़ता देख सोना बाई पुन: अपने मायके चली गई, जहा 5-6 दिनों तक रहने के बाद 2 दिन पूर्व ही ससुराल रक्सा गांव आई थी। 8 दिसम्बर की रात दोनों पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जहां देर रात पति ने पत्नी की हत्या कर दी। महिला की हत्या के सम्बंध में जानकारी सरपंच ने पुलिस को दी। वहीं रेलवे ट्रैक पर लाश पाए जाने पर गैंगमेन ने घटना की सूचना भालूमाड़ा पुलिस को दी। थाना प्रभारी के अनुसार सुबह लगभग10 बजे फुनगा चौकी में खबर आई थी की धुरवासिन-मौहरी के बीच कोई व्यक्ति रेल लाइन में मृत पड़ा है। जिसके बाद चौकी प्रभारी अनुराधा परस्ते वहां के लिए रवाना हुइ। इसके बाद ही सूचना मिली की ग्राम रक्सा में एक महिला की हत्या हो गई है। जिसकी सूचना भालूमाड़ा थाने में दी गई। सूचना पर चौकी प्रभारी फुनगा को रक्सा गांव भेजा गया, वहीं दो स्टाफो को भेजकर रेलवे लाइन से शव का पंचनामा कराया गया। दो की मौत की सूचना पर कोतमा एसडीओपी सहित एफएसएल डॉ. आनंद नागपुरे, चौकी प्रभारी अनुराधा परस्ते सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। मृतक के पिता भूखन सिंह ने बताया कि रात लगभग 11 बजे तक घर में सभी लोग बातचीत कर रहे थे, उसके बाद अपने अपने कमरे में सोने चले गए।
बुआ की बेटी ने कहा चल तुझे टोपी पहना दूं
घर में मृतक पूरन के माता पिता व उनकी बहन के साथ उनकी 13 साल की बेटी साथ ही रहते हैं। 9 दिसम्बर की सुबह पूरन की लगभग 5 साल की मुख बधिर पुत्री अपने कमरे से निकलकर अपनी बुआ के पास चली गई। बुआ ने कहा ठंडी है टोपी पहन आओ। छोटी बेटी घर गई और फिर वापस लौट आई। उसके बाद बुआ की 13 वर्षीय पुत्री ने कहा चल मैं तुझे टोपी पहना दूं। वह बच्ची को लेकर जैसे ही कमरे में गई तो उसकी चीख निकल आई। जमीन पर सोना बाई का शव खून से लथपथ पड़ा था। चीखते हुए घर में बताया तब तक सारे लोग एकत्र हो गए। पूरे कमरे में खून के छींटे पड़े थे। यहां तक कि पूरन सिंह के पैरों के निशान भी खून से सने हुए बाहर कमरे तक नजर आया। तब सरपंच के द्वारा फुनगा चौकी में इस बात की जानकारी दी गई। पुलिस का कहना है है कि महिला के हत्या में किए गए हथियार का अभी पता नहीं चल पाया है। लेकिन पुलिस व एफएसएल के डॉक्टर का मानना है कि हो सकता है कोई तेजधार हथियार हो।
इनका कहना है
परिजनों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही हत्या के सम्बंध में अन्य तथ्यों को भी जुटाया जा रहा है। प्रथम दृष्टया में चरित्र शंका की बात सामने आ रही है। विभिन्न बिन्दूओं की जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आ सकेंगे।

किरणलता केरकेट्टा, पुलिस अधीक्षक अनूपपुर। 

मिनी स्मार्ट सिटी अमरकंटक सपना बनकर न रह जाए

विभाग की मनमानी, नर्मदा महोत्सव में पड़ सकता है भारी                       राजेश शुक्ला
अनूपपुर नर्मदा सेवा यात्रा के समापन अवसर 15 मई 2017 को अमरकंटक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली मिनी स्मार्ट सिटी के रूप मे अमरकंटक को विकसित करने की घोषणा की थी। मिनी स्मार्ट सिटी अंतर्गत अमरकंटक मे व्यवस्थित दुकाने, सुविधा जनक आंतरिक मार्ग व सुंदर राम घाट के निर्माण सहित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट हेतु 33 करोड रुपए स्वीकृत हुआ था। मिनी स्मार्ट सिटी का निर्माण मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारियों की देख रेख मे होना था। अधिकारियो की लापरवाही के कारण निर्माणकर्ता कंपनी ने आधे अधूरे में कार्य करने से मना कर दिया, जिसका खामियाजा आगामी 31 दिसंबर से 2 जनवरी से होने वाले नर्मदा महोत्सव में दूर दराज से पहुंचने वाले श्रृद्धालुओ को उठाना पड़ेगा।

नर्मदा नदी को साफ स्वच्छ रखने के लिये अमरकंटक में बनाये जाने वाला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य ठेकेदार ने शुरू ही किया था कि एनजीटी ने रोक लगा दी,एसटीपी राम घाट के समीप बनाई जा रही थी स्थल चयन मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारियों द्वारा किया गया था जिसे एनजीटी ने उचित नही माना और कार्य रोक दिया। इसी तरह मिनी स्मार्ट सिटी अंर्तगत बीते दो सालो मे अधिकारी आवास के लिये जमीन नही तालाश पाये है। बिल का भुगतान न करने के कारण ठेकेदार ने कार्य करने से मना कर दिया है ऐसे मे अधूरे सड़क निर्माण के कार्य व आधी अधूरी दुकानें अब मुसीबत का कारण बनती जा रही है।
योजनांर्तगत दस आंतरिक मार्गो का निर्माण कराया जाना था जिसमे पांच सड़को का निर्माण अब तक प्रारंभ नही हो सका। परिक्रमावासी मार्ग,सीताराम आश्रम से सोनमुडा, माई की बगिया, सर्किट हाउस चौक, मार्ग का निर्माण सीवर लाइन की वजह से रूका है जबकि सीवर लाइन का ठेकेदार कार्य बंद कर लापता है। इस मार्ग से श्रद्धालु नर्मदा दर्शन के साथ ही तट पर स्थित आश्रमो तक जाने के लिये करते है। मार्ग निर्माण न होने से पैदल चलना दूभर है।
गुमराह कर रहे अधिकारी
अमरकंटक में होने वाले नर्मदा महोत्सव को लेकर जिला प्रसाशन द्वारा तैयारियां की जा रही है वहीं मिनी स्मार्ट सिटी का कार्य कराने वाले ठेकेदार का पता नही और मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारी गलत जानकारी देकर प्रसाशन को गुमराह कर रहे है । ड्राईंग यहां पहले ही फेल हो चुकी है 6 किलोमीटर तक की डाली गई पाईप लाइन अब किसी काम की नही रह गई सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए खोदे गए गढ्ढे मूक मवेशियो के दुर्घटना का कारण बन रहे है ऐसे में 31 दिसंबर तक अधिकारी कितना कार्य करा पाते है समझ के परे है।
नर्मदा नदी के किनारे जिस आईपीएस को लेकर 6 किमी तक की सीवर लाईन डलवा दी और बाद में एनजीटी की टीम ने उस गड्ढे को उसे भारने के निर्देश दे दिए और अब अन्य जगह आईपीएस बनाने के लिए जमीन तलाश रहे है। अबतक जिस गड्ढे के लेवल पर यह पाईप लाईन डाली गई थी और उसका भुगतान किया जा चुका था अब वह सीवर लाईन व्यर्थ हो गई। वेलोसिटी लेवल फ्लो होता है। विभाग या तो नई लेवल की लाईन डलवायेगा या पंपिंग स्टेशन की केपेसिटी बढ़ानी होगी, दोनो स्थितियों में शासन की आर्थिक नुकसान होगा,इसे लेकर अधिकारियों को पसीना छूट रहा है।
आसान नहीं श्रृद्धालुओं की राह
नर्मदा महोत्सव में दूरदराज से आने वाले श्रृद्धालू अमरकंटक की प्राकृतिक सौन्दर्यता को जरूर देखना चाहेंगे, लेकिन राह आसान नहीं होगी, राहों में बड़े-बड़े गड्ढे ,मिनी स्मार्ट सिटी के तहत बनने वाले 15 किमी के आंतरिक मार्ग निर्माण में अधिकारियों ने जैसा चाहा वैसा नहीं हुआ ठेकेदार ने अधर में ही काम रोक कर आगे कार्य पूर्ण करने से मना कर दिया। शेष बचे 20 दिनों में मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट के अधिकारी क्या कुछ कर पाते हैं यह तो समय बतायेगा।
इनका कहना है 
हमारी पूरी कंपनी कार्य पूर्ण कराने पर लगी है। ठेकेदार जल्द कार्य शुरू करेगा जो भी कारण थे उन्हे दूर कर लिया गया है। हमे पर्यावरण विभाग से मंजूरी लेनी होती है जो मिल गई है रामघाट के समीप इंटरमीडियेट पम्पिंग स्टेशन बनाया जा रहा था न कि ट्रीटमेंट प्लांट एनजीटी से हमे किसी प्रकार का मतलब नही होता है। नर्मदा महोत्सव प्रारंभ होने तक हम कार्य दुरूस्त कर लेंगे यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओ को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए हमारी पूरी कंपनी प्रयासरत रहेगी।
ए.के.नंदा,प्रोजेक्ट मैनेजर,मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर


शुक्रवार, 6 दिसंबर 2019

बूचड़ खाने ले जा रहे ट्रक सहित 21 नग मवेशियों को पुलिस किया जब्त

पुलिस को देख चालक ने बीच सड़क में ट्रक खड़ी कर हुआ फरार

अनूपपुरजैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चोलना में 6 दिसम्बर को ट्रक में अवैध तरीके से पशुओं को लोड़ कर बूचड़ खाने ले जाने की सूचना पर पुलिस ने ट्रक क्रमांक एमपी 18 जीए 2000 में 18 नग पड़ा एवं 3 नग भैंस को जब्त किया गया, वहीं पुलिस को देखते हुए ट्रक चालक व अन्य भाग निकले। जिसके बाद पुलिस ने ग्राम चोलना के कांजी हाउस में सभी पशुओं को रखने के साथ ही ट्रक को जब्त करते हुए थाना लाया गया। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चोलना में ग्रामीणो ने ट्रक में मवेशी लोड़ कर उनकी तस्करी किए जाने की सूचना 100 डॉयल को दी गई। जहां पुलिस को मौके मौके पर पहुंचते देख ट्रक चालक बीच सड़क पर ट्रक खड़ा कर भाग गया। वहीं जब्त किए गए 21 नग मवेशियों की कीमत 3 लाख रूपए बताई जा रही है। जनचर्चा है की ट्रक में 21 नग मवेशियो को बूचड़ खाने ले जाने की तैयारी में उन्हे ट्रक में ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। 

विवेक पांडेय को सहायक आयुक्त आजाक अनूपपुर की जिम्मेदारी,चतुर्वेदी बड़वानी स्थनांतरित

अनूपपुरसहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग अनूपपुर में पदस्थ पीएन चतुर्वेदी का स्थानांतरण बड़वानी हो गया, उनके स्थान पर सहायक आयुक्त की जिम्मेदारी विवेक पांडेय मूल पद जिला संयोजक बड़वानी को सौंपी गई है। यह आदेश मप्र शासन आदिम जाति कल्याण विभाग मंत्रालय भोपाल की ओर से प्रमुख सचिव द्वारा 6 दिसम्बर को जारी की गई है। विवेक पांडेय वर्तमान में बड़वानी में अपनी सेवाऐं दे रहे है, इसके पूर्व विदशा में अपनी सेवाऐं दे चुके है।


विश्वविद्यालय जनजातीय समूह के उन्नयन हेतु सदैव प्रतिबद्घ रहेगा - कुलपति

इंगॉराजवि में कुलपति प्रो.प्रकाशमणि त्रिपाठी ने  किया पदभर ग्रहण
अनूपपुर / अमरकटंक विश्वविद्यालय जनजातीय समूहों के उन्नयन,सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण एवं कलात्मक अभिरूचियों की संवृद्घी हेतु सतत् प्रयासरत रहेगा। जनजातीय समूहों को विकास की मुख्यधारा में लाने हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार की आदिवासियों के उत्थान से संबंधित विभिन्न सरकारी योजनाओं को अमल में लाने के साथ ही इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। विकास हेतु शिक्षा अति आवश्यक है। देश के सुदूर अंचल से जनजातीय विद्यार्थियों को विष्वविद्यालय में लाकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाया जाएगा। जनजातीय समूहों में उपस्थित प्रकृतिजन्य पारंपरिक वनौशधि ज्ञान, देशज तकनीकी ज्ञान के संवर्धन और उनकी जनजातीय कलाओं को समाज तक ले जाने हेतु प्रयास किये जाएगें। मेरी सदैव यह कोशिस रहेगी कि अद्यतन समाज के विकास का लाभ इन्हें मिले। उक्त आशय का विचार 6 दिसम्बर को नये कुलपति प्रो.प्रकाशमणि त्रिपाठी ने इं.गॉ.रा.ज.वि.वि.के कार्यभार ग्रहण करने के दौरन कहीं। प्रो.त्रिपाठी  इससे पूर्व पं.दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय,में राजनीति विज्ञान विभाग में कला संकायाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष एवं मुख्य अधिष्ठाता के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में चल रहे अनुसंधान को न केवल राष्ट्रीय अपितु अन्तर्राष्ट्रीय परिदृश्य पर ले जाने की दिशा में कार्य करना होगा। जिससे विभिन्न जनजातियों के समन्वय हेतु प्रयास किया जाएगा। अनुसंधान का लक्ष्य 'लैब टू लैंड' और 'कैम्पस टू सोसायटी' होगा जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे अनुसंधान का लाभ स्थानीय समाज के साथ भारत के वृहत्तर समाज और वैष्विक फलक को भी मिले। विश्वविद्यालय प्रशासन जवाबदेही, समयबद्वता, संवेदनशीलता एवं पारदर्शिता जैसे मूल ध्येय बिन्दुओं के साथ कार्य करेगा। मेरा प्रयास विश्वविद्यालय को अन्तर्राश्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की रहेगी।
प्रो.त्रिपाठी की राजनीति विज्ञान की विविध विधाओं में चौबीस किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं,साथ ही राष्ट्रीय एवं अंर्तराष्ट्रीय स्तर के शोध जर्नल्र्स में तीन  दर्जन से अधिक शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। अंर्तराष्ट्रीय राजनीति, राष्ट्रीय राजनीति,प्राचीन भारतीय राजनीति पर विशेषज्ञता है। हिंदी संस्थान द्वारा गणेश शंकर विद्यार्थी पुरूस्कार एवं इप्सा द्वारा निहाल सिंह यादव, राष्ट्रीय पुरूस्कार से अलंकृत किया जा चुका है। सन् 2018 में ब्रिस्बेन में आयोजित अंर्तराष्ट्रीय राजनीतिक विज्ञान कांग्रेस को संबोधित किया है। दूरदर्शन, आकाशवाणी में विषय विशेशज्ञ के रूप में आमंत्रित किये जा चुके है। अनेक लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। कार्यभार ग्रहण करते ही कुलपति ने विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्षों व विभागाध्यक्षों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से औपचारिक मुलाकात कर विभागाध्यक्षों से विभाग में चल रही गतिविधियों के विषय की जानकारी ले विकास कार्यों की समीक्षा की।



सात साल से उप स्वास्थ्य केन्द्र पर बहाल नहीं हो सका प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं

उपयोग के अभाव में खंडहर में होने लगा तब्दील 
अनूपपुरजैतहरी विकासखंड के ग्राम पंचायत कोलमी के छुलकारी गांव में ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगभग 34 लाख की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण कराया गया था, जहां पिछले सात सालों से प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल नहीं हो सकी है। जिसके कारण ग्राम पंचायत कोलमी सहित आसपास के दर्जनभर गांवों के ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है। लगातार तालाबंदी के कारण ग्रामीणों को उपचार के लिए फुनगा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की ओर रूख करना पड़ रहा है। जबकि उपस्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना के साथ यह पदस्थ आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम द्वारा भी स्वास्थय सेवाओं के प्रति गम्भीरता नहीं दिखाई गई। स्थानीय ग्रामीण व गर्भवती महिलाएं उपचार व टीकाकरण जैसे प्राथमिक उपचार के लिए फुनगा स्वास्थ्य केंद्र या फिर जिला चिकित्सालय के लिए लम्बी यात्रा करने को विवश हैं। इसमें गर्भवती महिलाओं को आवाजाही के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का आरोप है कि आशा कार्यकर्ता और एएनएम महीने में कभी ही एकाध दिनों के लिए उपस्वास्थ्य केन्द्र में बैठती है। भवन का उपयोग नहीं होने के कारण अब लाखों का स्वास्थ्य केन्द्र जर्जर स्थिति में दिखने लगा है। भवन के दीवाल से प्लास्टर तथा खिड़की की कांच टूट गए हैं। शौचालय का दरवाजा, भवन की खिड़कियां को अज्ञात लोगों द्वारा चुरा ले जाया गया है। भवन के आसपास जंगली झाड़ उग आए हैं। मरीजों व कर्मचारियों की कमी में पूरा भवन ही वीरान पड़ा हुआ है। जानकारी के अनुसार छुलकारी,कोलमी,रक्सा, बैगानटोला, कोलानटोला, धुरवासिन सहित अन्य गांवों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2013-14 में इस उपस्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण हुआ था। नवनिर्मित भवन आवासीय बनाया गया है,जहां एएनएम निवास कर गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ की देखभाल एवं टीकाकरण के साथ ग्रामीणों के प्राथमिक उपचार जैसी गतिविधियां संचालित करती। निर्माण के दौरान ही उपस्वास्थ केंद्र में पानी, शौचालय, विद्युतीकरण जैसे सुविधा उपलब्ध करा दिए गए थे। लेकिन लगभग 7 साल बीत गए, विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण आज तक प्राथमिक सेवाएं शुरू नहीं हो सकी है।
इनका कहना है
स्वास्थ्य केन्द्र खोलने कई बार एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं से कहा गया है, लेकिन उनका कहना है केन्द्र में बिजली, पानी की सुविधा नहीं है। बीएमओ को भी इस केन्द्र के सम्बंध में जानकारी दी थी, लेकिन अबतक कोई पहल नहीं हुई है।

अनिता देवी पनिका,सरपंच ग्राम पंचायत कोलमी।

एक साथ उठी तीनो युवको की अर्थी, मोहल्ले में पसरा मातम

रात में खड़े ट्रक में जा घुसे तीन बाइक सवार युवक, तीनों की मौत  अनूपपुर। जिला मुख्यावलय में बुधवार देर रात सड़क किनारे खड़े ट्रक एक बाईक पर ती...