महिला की
हत्या के कारणो का हुआ खुलासा, लूट के इरादे से दो लोगो ने मिलकर की थी
हत्या
अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सकरा में 50 वर्षीय
महिला की हत्या के संदिग्ध आरोपी द्वारिका कोल पिता भगत कोल निवासी सकरा ने पुलिस
को चकमा देते हुए हथकड़ी सहित 6 मई को फरार हो गया। जिसके बाद कोतवाली
निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने हत्या के संदिग्ध आरोपी को पकडऩे के लिए रणनीति बनाई और 7 मई
से ही आरक्षक दिनेश एवं मुखबिर की सहायजा से लगातार आरोपी की सकरा के जंगलो में
खोजबीन करते रहे। जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तिलवाडांड में आरोपी के होने
की सूचना मिली। लेकिन जब तक आरोपी को गिरफ्तार किया जाता, उसके पहले ही
14
मई को पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली निरीक्षक प्रफुल्ल राय सहित तीन पुलिस कर्मियों को
लाईन अटैच कर दिया। लेकिन आरक्षक दिनेश बंधैया ने हार नही मानते हुए 12 मई
की शाम से ही ग्राम तिलवाडांड के जंगलो में रूककर 15 मई की सुबह
हत्या के संदिग्ध आरोपी द्वारिका कोल को गिरफ्तार कर कोतवाली थाना ला रहा था,
ग्राम
चोरभटी में गश्त कर रही जैतहरी पुलिस के वाहन से आरोपी को कोतवाली अनूपपुर लाते
हुए आरक्षक दिनेश आरोपी द्वारा फेंके गए हथकड़ी की खोजबीन ग्राम सकरा के तालाब में
लोगो की मदद से हथकड़ी बरामद किया।
महिला की
हत्या के कारणो का हुआ खुलासा
ग्राम सकरा
में 20 अप्रैल की सुबह 50 वर्षीय महिला की हत्या के कारणो
का पूर्व में ही निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने खुलासा कर दिया था, 6 मई
को ही हत्या के मुख्य आरोपी सियाराम उर्फ मोटू बैगा तथा द्वारिका कोल को गिरफ्तार
करते हुए पूछताछ भी की जा चुकी थी, जिसमें हत्या का कारण महिला से लूट का
प्रसास रहा। मामले की जांच के दौरान 19 अप्रैल को महिला का झगड़ा उसके
पति समनु बैगा के साथ विवाद हो गया था, महिला लॉकडाउन होने पर सुबह ही
अपनी बेटी के ससुराल पैदल ही औढ़ेरा से धिरौल पटना के लिए निकल गई। शाम को ग्राम
सकरा पहुंचने पर महिला ने पानी पीने के लिए कुएं के पास रूकी और थोड़ी देर आराम
करने लगी। इतने में ग्राम सकरा में ही रहने वाले मोटू बैगा एवं द्वारिका कोल की
नजर महिला पर पड़ी अंजान महिला को देखते हुए ग्राम के ही सियाराम उर्फ मोटू बैगा
एवं द्वारिका कोल ने महिला के पास रूपए होने तथा उसे लूटने की योजना बनाई। मोटू एवं
द्वारिका कोल ने महिला के पास लूट के इरादे से पहुंचे तो महिला घबराकर मोटू के घर
के आगे बने एक नाले की तरफ भागने लगी। दोनो आरोपियों ने महिला को पकड़ा और मोटू
कोल ने महिला का गला दबाकर उसे मार दिया तथा उसके रूपए लूट लिए। महिला की हत्या के
बाद दोनो ने हत्या किए गए घटना स्थल को छिपाने के लिए शव को सड़क के किनारे फेंक
दिए, जिससे
पुलिस गुमराह होने के साथ अन्य राहगीरों द्वारा हत्या करना समझा जा सके। पूरे
मामले की जांच के दौरान निरीक्षक प्रफुल्ल राय सहित लाईन अटैच हुए पुलिस कर्मियों
ने 6
मई की शाम को दोनो आरोपी को गिरफ्तार करते हुए संदेही आरोपी द्वारिका कोल को घटना
स्थल की शिनाख्ती और निशानदेही के लिए अपने साथ सकरा ले गई। जहां संदेही आरोपी
मौके देखकर वहां से फरार हो गया था।
तम्बाकू की
डिब्बी ने किया हत्या का खुलासा
जांच के
दौरान पुलिस मृतिका के परिजनो ने पूछताछ करने के साथ ही महिला द्वारा घर से निकलते
समय सामान की सूची बनाई, परिजनो ने महिला के तम्बाकू खाने की आदत
तथा अपने साथ रखने वाली तम्बाकू की डिब्बी रखने की बात कही। विवेचना के दौरान
मुखबिर की सूचना और मृतिक द्वारा रखे जाने वाली तम्बाकू की डिब्बी को द्वारिका कोल
के घर की छानी में रखा पाया गया। आरक्षक दिनेश ने तम्बाकू की डिब्बी की फोटो लेते
हुए मृतिका के परिजनो को दिखाने पर परिजनो ने पहचान की जिसपर पुलिस ने तत्काल ही
संदेह के आधार पर द्वारिका कोल को पूछताछ के लिए पुलिस अभिरक्षा में लिया और
तम्बाकू की डिब्बी ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया गया। जिसके बाद हत्या के मुख्य
आरोपी मोटू बैगा को भी उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।
दाग को
मिटाने आरोपी को पकड़ पुलिस ने लिया दम
आरोपी द्वारा
पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाने के बाद कोतवाली पुलिस पर कई सवाल खड़े होने लगे,
निरीक्षक
प्रफुल्ल राय ने हार नही मानते हुए आरक्षक दिनेश एवं मुखबिर ने मिलकर फरार आरोपी
को पकडऩे सकरा के जंगल की कई दिनो तक खाक छानी लेकिन आरोपी के नही मिलने के बाद उन्होने
लगातार अन्य मुखबिर से संपर्क बनाए रखा तथा उसके हर ठिकानो पर नजर रखी गई, लेकिन
आरोपी पकड़ा जाता इसके पहले ही निरीक्षक प्रफुल्ल राय सहित तीन पुलिस कर्मी लाईन
अटैच कर दिया गया। निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने अपनी टीम के साथ मिलकर कई अंधी
हत्याओं का पूर्व में खुलासा किया जा चुका है।