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बुधवार, 29 अप्रैल 2020

6 नगरीय निकाय एवं 4 ग्राम पंचायतो में एक दिन की बढ़ी कफ्र्यू सीमा

शेष ग्रामीण क्षेत्र 30 अप्रैल को कफ्र्यू से होगे मुक्त
अनूपपुर धारा 144 के अंतर्गत जारी प्रतिबंधात्मक आदेश में संशोधित कर बुधवार को नवीन आदेश में कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने एक दिन का कफ्र्यू बढ़ते हुए 30 अप्रैल कर दी है। अधिक जनसंख्या घनत्व वाले 10 स्थानों में 6 नगरीय निकाय एवं 4 ग्राम पंचायत क्षेत्र की दुकाने शामिल है। इसमे नगरीय निकाय अनूपपुर, कोतमा, अमरकंटक, जैतहरी,पसान,बिजुरी के साथ ग्राम राजनगर, बनगवां, राजेन्द्रग्राम, किरगी, कोहका में 30 अप्रैल रात्रि 12 बजे तक की अवधि के लिए कफ्र्यू सीमा बढ़ा है। इसके अलावा ग्रमीण क्षेत्रो में नियमानुसार दुकाने खोली जा सकेगी। इस दौरान दो,चार पहिया वाहन, राशन, सब्जी एवं आम नागरिक से संबंधित सभी प्रकार की अति आवश्यक सेवाएं बन्द रहेगी। किसी भी व्यक्ति के घर से निकलने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा।
पीडीएस दुकाने प्रात: 10 से शाम 5 बजे तक प्रतिबंध से मुक्त रहेगी। एलपीजी गैस एजेंसी प्रात: 10 से शाम 5 बजे तक होम डिलीवरी कर सकेंगी। आमजन का एलपीजी एजेंसी ऑफिस जाना प्रतिबंधित होगा। रबी उपार्जन गतिविधियों में प्रतिबंध नहीं रहेगा। जिन कृषकों को खाद्य विभाग से एसमस प्राप्त हुए हैं वे अपनी उपज का विक्रय कर सकेंगे।
घर-घर जाकर दूध बांटने वाले दूध विक्रेता सुबह 6 से 9 बजे तक,जिले में संचालित समस्त मेडिकल स्टोर्स के साथ जिले में स्थापित मोजर वेयर पावर प्लांट जैतहरी, अमरकंटक ताप विद्युत केन्द्र चचाई, सोडा फैक्ट्री बरगवां (अमलाई) तथा जिले के समस्त एसईसीएल प्रबन्धन कार्य करने हेतु उक्त कर्फ़्यू प्रतिबंध से मुक्त रहेगें, किन्तु वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टगत रखते हुए स्वच्छता एवं सोशल डिस्टेंशिंग से सम्बन्धित समस्त नियमों का पालन करना सुनिश्चित करेगें।

समस्त गतिविधियों में सामाजिक दूरी (2 व्यक्तियों के बीच न्यूनतम 1 मीटर की दूरी) एवं कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु समस्त निर्देशित उपायों मास्क अथवा गमछे आदि से चेहरे को ढँकना, नियमित रूप से साबुन से विधिवत हाथ धोना आदि का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। उपरोक्त अधिक जनसंख्या घनत्व वाले 11 क्षेत्रों के अतिरिक्त शेष ग्रामीण क्षेत्र 30 अप्रैल को कफ्र्यू से मुक्त रहेंगे। उक्त क्षेत्रों में धारा 144 अंतर्गत पूर्व में 21 एवं 26 अप्रैल को जारी आदेशों के तहत विभिन्न गतिविधियों हेतु सशर्त अनुमति होगी।

वॉटसएप से कलेक्टर को ज्ञापन भेज हा.हासे.उत्तर पुस्तिकाओं का गृह मूल्यांकन कराने की मांग

शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षको के स्वास्थ्य की जताई चिंता
अनूपपुर मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस अनूपपुर के जिलाध्यक्ष पुरूषोत्तम पटेल ने हाई एवं हायर सेकेण्ड्री स्कूल के उत्तर पुस्तिकाओं के केन्द्रीयकृत मूल्यांकन स्थगित कर अन्य जिलो की भांति गृह मूल्यांकन कराए जाने हेतु 29 अप्रैल को वॉटसएप के माध्यम से कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से शिक्षक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने बताया की लोक स्वास्थ्य एवं लोक हित में नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा जारी आदेश के अनुपालन में प्रदेश के लगभग सभी जिलों में विषयांकित उत्तर पुस्तिकाओं के प्रथम चरण का मूल्यांकन कार्य गृह मूल्यांकन द्वारा कराया जा रहा है।
अनवरत जारी लॉकडाउन के मध्य विषम परिस्थितियों के बावजूद जिले में 25 अप्रैल से केन्द्रीयकृत मूल्यांकन शासकीय उत्कृष्ट उमा विद्यालय अनूपपुर में प्रारंभ करा दिया गया है। संलग्न शिक्षक एवं उनका पूरा परिवार अपने भविष्य के प्रति चिंतित व असुरक्षित महससू कर रहा है। कोविड 19 के संक्रमण की संभावनाओं को पूर्ण रूपेण नही नकारा जा सकता है। बचाव के लिए सामाजिक दूरी, व्यक्तिगत सावधानी एवं स्वास्थ्य सुरक्षा अति आवश्यक है जरा सी असावधानी एवं परिस्थिति जानलेवा हो सकती है।
ऐसी परिस्थिति में जल्दबाजी में केन्द्रीयकृत मूल्यांकन हेतु लिया गया निर्णय शिक्षको के हित में नही है। जल्दबाजी में मूल्यांकन कार्य पूर्ण कर लेने से संलग्न शिक्षको एवं जिला प्रशासन को प्रथम से प्रशस्ति पत्र या परितोशिक की पात्रता नही होगी। संगठन ने परिस्थितियों की गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए तत्काल मूल्यांकन कार्य स्थगित कर अन्य जिलों की भांति गृह मूल्यांकन हेतु आदेशित करने की मांग की है।

विभाग ने मिलकर शासन को लगाया चूना, परिवहनकर्ता का खाद्यान्न परिवहन में भ्रष्टाचार उजागर

नियमो को ताक में रख फिर प्रशासन ना दे अभयदान
बिना गोदाम में जमा कराए सीधे योजना में पहुंचाया खाद्यान्न
अनूपपुर। जिले के चारो विकासखंड अंतर्गत खाद्यान्न की आपूर्ति के लिए एलआरटी का ठेका मो. जकरिया एवं राजेन्द्रग्राम द्वार प्रदाय योजना का ठेका उसके साले फौजी ट्रांसपोर्ट को दिया गया। जिसका फायदा उठाते हुए मो. जकरिया द्वारा नॉन एवं खाद्य आपूर्ति के अधिकारियों से मिलीभगत कर शासन को लाखो रूपए का चूना लगाने के साथ ही भ्रष्टाचार करने में लगे हुए है। 27 अप्रैल को एलआरटी के माध्यम से राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस पहुंचने वाले 31 ट्रक चावल एवं गेहूं को सीधे द्वार प्रदाय योजना में भेज दिया गया है। इस पूरे मामले में जहां नॉन की मिलीभगत सामने आई है। नॉन के एकाउटेंट एवं प्रभारी डीएम अनूपपुर की मिलीभगत सामने आई है। जिसके कारण इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। इस पूरे मामले में नागरिक आपूर्ति एवं खाद्य आपूर्ति अधिकारी अपने बचाव में एसडीएम को गुमराह कर फिर से ट्रांपोर्टर को अभयदान दिलवाने में एड़ी चोटी लगाए हुए है। जबकि निगम द्वारा जारी किए गए निर्देशो में एलआरटी, द्वार प्रदाय योजना एवं मिलर द्वारा लाए गए किसी भी खाद्यान्न को पहले गोदाम में ही जमा करना अनिवार्य होता है, जिसके बाद उसे अन्यंत्र परिवहन किया जा सकता है।
शिकायत पर जांच में पहुंचे एसडीएम
भ्रष्टाचार के इस खेल की शिकायत एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया से की गई, शिकायत मिलते ही एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी वेयर हाउस राजेन्द्रग्राम जांच करने पहुंचे, जहां जांच में बकायदा ३१ ट्रक चावल जिसे वेयर हाउस राजेन्द्रग्राम न ले जाकर सीधे शासकीय उचित मूल्य की दुकानो में भेज दिया गया है। जब इस मामले में की खोजबीन की गई तो पता चला की दोनो ट्रांसपोर्टर साला और जीजा ने मिलकर इस खेल में प्रशासन की कोरोना महामारी के व्यस्त होने का फायदा उठाते हुए लोडिंग, अनलोडिंग सहित ट्रको का भाड़ा बचाने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम के नियमों को दरकिनार करते हुए इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। शासन के निर्देशानुसार गोदाम में लाए गए खाद्यान्न को द्वार प्रदाय योजना में सीधे  परिवहन तो क्या उसे खाद्यान्न को तत्काल दूसरे वाहन में पलटी नही किया जा सकता।
ट्रांसपोर्टर हमेशा रहा सुर्खियो में
एलआरटी के माध्यम से खाद्यान्न आपूर्ति करने वाले ट्रांसपोर्टर मो. जकरिया हमेशा से सुर्खियो में रहा है। सजहा गोदाम में जिले का सबसे बड़ा खाद्यान्न भ्रष्टाचार जिसमें 23 हजार क्विंटल चावल में भी यही ट्रांसपोर्टर संदेह के घेरे से जुड़े हुए है। इसके बावजूद इनके द्वारा खाद्यान्न परिवहन के नाम पर एलआरटी के माध्यम से ठेका से लिए एक माह ही हुए है कि फिर से इनके द्वारा भ्रष्टाचार करते हुए शासन को लाखो रूपए का नुकसान कराने की योजना बनाते हुए लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए शासकीय योजनाओं को पलीता लगाया है। इतना ही नही 27 बोरी चावल का खेल भी इन्ही मामलो के साथ उजागर हुआ, सजहा से राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस के लिए चावल लोड कर ट्रक को सीधे द्वार प्रदाय योजना अंतर्गत कंचनपुर शासकीय उचित मूल्य की दुकान में खाली कर २७ बोरी चावल की हेराफेरी भी सामने आई है। इस खेल के उजागर होते हुए जबरन वापस लाई गई 27 बोरी चावल को सजहा गोदाम में जमा करना बताया जा रहा है। लेकिन इस पूरे खेल में जब सजहा गोदाम से राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस के लिए चावल गया तो कंचनपुर दुकान से वापस हुए चावल को राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस की जगह सजहा गोदाम में कैसे खाली कर दिया गया है।
मिलिंग के 7 ट्रक में चावल में भी भ्रष्टाचार
जानकारी के अनुसार उपार्जन वर्ष 2019-20 में धान की मिलिंग के बाद कोतमा अन्नपूर्णा राईस मिल से मिलिंग कर 3 लॉट चावल मिलर द्वारा स्वयं न पहुंचाकर उसे एलआरटी के माध्यम से पहुंचाने का खेल भी सामने आया है। जिसमें मिलिंग के चावल को राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस में एलआरटी के माध्यम से जमा करने 7 ट्रक चावल राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस पहुंच गई। जिसकी जानकारी लगते हुए एसडीएम पुष्पराजगढ़ ने तत्काल ही इन सात ट्रको की चाभी लेकर गोदाम में चावल खाली करने से मना कर दिया। आखिर ट्रांसपोर्टर मो.जकरिया द्वारा उपार्जन वर्ष 2019-20 में मिलिंग किए गए चावल को किस अधिकारी के शह पर एलआरटी के तहत परिवहन करने का खेल खेला गया, जो जांच का विषय बना है।
इनका कहना है
शिकायत मिली थी,जिस पर जांच कर कलेक्टर को सूचना देते हुए ट्रको ख$डा करा दिया गया है,जांच कर परिवहनकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।

विजय डेहरिया, एसडीएम पुष्पराजगढ़

मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

मुखिया का शव फांसी के फंदे में 8 दिन बाद मिला घर में लटका

अनूपपुर नगरपालिका अनूपपुर के वार्ड क्रमांक 13 में घर के उपरी हिस्से में बने कुठला में सामान ढूढऩे गए परिवार के सदस्य ने घर के मुखिया का शव फांसी के फंदे से लटका पाया। कुठला के अंदर शव के सडऩे के कारण दुर्गंध बना हुआ था। जिसकी सूचना परिजनों को देते हुए पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्डम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। थाना प्रभारी प्रफुल्ल राय ने बताया कि 20 अप्रैल को 45 वर्षीय राजभान पाल पिता बेसाहन पाल बिना किसी सूचना घर से लापता हो गया था। जिसकी खोजबीन परिजनों द्वारा की गई। लेकिन नहीं मिला, इसके बाद २४ अप्रैल को पत्नी अनीता पाल ने अपने पति की गुमशुदगी सम्बंधित रिपोर्ट कोतवाली थाना में दर्ज कराई थी। लेकिन 28 अप्रैल की सुबह घर का सदस्य घर के पाटन पर बने कुठला में किसी सामान को लेने पहुंचा, जहां अंदर दुर्गंध आने तथा अंधेरे में कुछ नहीं दिखाई देने पर रोशनी जलाकर देखा। कुठला के अंदर राजभान का शव फांसी के फंदे से लटका पाया।



खेत में पेड़ के काटने के दौरान किसान पर कुल्हाड़ी से हमला,पीठ में बना गहरा घाव

अनूपपुर। खेत के मेढ़ पर लगे पलाश पेड़ को लेकर खेत में काम कर रहे 42 वर्षीय दालचंद पटेल पिता रामस्वरूप पटेल पर गांव के ही रामसहाय सिंह गोंड ने धारदार कुल्हाड़ी से पीठ पर हमला कर दिया। जिसमें दालचंद पटेल गम्भीर रूप से घायल हो गया। घटना कोतवाली थानांतर्गत पौड़ी खुर्द गांव की है। घटना स्थल से किसी प्रकार भागकर गांव पहुंचा जहां स्थानीय लोगों ने उसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। थाना प्रभारी प्रफुल्ल राय ने बताया कि सुबह दालचंद पटेल के खेत से सटा रामसहाय सिंह गोंड का खेत था, जहां दोनों खेत के बीच बने मेढ़ के किनारे दालचंद पटेल अपनी खेत की ओर से लगे पलाश के पेड़ को काट रहा था, तभी रामसहाय सिंह गौंड ने अपने हिस्से की पेड़ समझकर पीछे से आकर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। पहली कुल्हाड़ी की वार में पीठ में जख्म बना, इसी दौरान रामसहाय दूसरा वार करता, वह छिप गया। अन्यथा अप्रिय घटना हो सकती थी। पुलिस ने रामसहाय सिंह गौंड के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

घर पहुंच स्वास्थ्य अमला इंफ्रारेड थर्मल से शुरू की जांच

कलेक्टर ने 3 दिनों के भीतर जांच पूरी करने दिए निर्देश, ग्रामीण क्षेत्रों में भी होगी जांच
अनूपपुर नगरीय क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की जांच में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में बिना इंफ्रारेड थर्मोमीटर द्वारा कराई गई स्क्रीनिंग जांच के बाद अब पुन इंफ्रारेट थर्मोमीटर जांच आरम्भ की है। सोमवार को सबसे पहले कलेक्टर निवास पहुंच कर स्वास्थ्य अमला कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर की इंफ्रारेट थर्मोमीटर जांच की जिसकी जानकारी फेसबुक से मिली। स्वास्थ्य अमला का मंगलवार को दूसरा दिन है जहां घर-घर पहुंचकर परिवार के सदस्यों की जांच पड़ताल कर रहा है। इसमें सर्दी, खांसी, बुखार सहित बाहरी व्यक्तियों की जानकारी के साथ शारीरिक तापमान की भी जांच की। कलेक्टर ने तीन दिन में सभी शहरी क्षेत्रो में जांच पूरी करने के निर्देश दिए थे। बुधवार को इसकी समय -सीमा समाप्त हो रही है ऐसे में दो दिन पूरा होना सभ्भव दिखाई नही दे रहा है।
इंफ्रारेड थर्मोमीटर की जांच से पूर्व कलेक्टर ने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं एवं कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक की गई कार्रवाहियों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाओं एवं नियमित टीकाकरण सेवाएं चालू रखा जाए। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की नियमित स्वास्थ्य जांच एवं आयरन फॉलिक ऐसिड की गोलियां सम्बंधित के घर में उपलब्ध करा उनके नियमित सेवन पर निगरानी रखने निर्देशित किया। मंगलवार को सीएमएचओ डॉ. बीडी सोनवानी ने बताया कि प्रथम चरण में 774570 व्यक्तियों की घर-घर जाकर प्राथमिक जांच की गई है। द्वितीय चरण में प्रारम्भिक तौर पर शहरी क्षेत्रों में चालू किया गया है जहां हर नागरिक की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। अब तक 43960 व्यक्तियों की नॉन कांटेक्ट थर्मामीटर से थर्मल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। अगले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों की थर्मल जांच की जाएगी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जिले में 200 नॉन कॉंटेक्ट थर्मामीटर हैं

मालिक ने कहा जाओ,पुरानी साईकिल ले निकल पड़े घर,जमा पूंजी खत्म

रास्ते में जो मिला खा लिया नही पानी पीकर आगे बढ़े , पैरों में पड़े छाले
अनूपपुर। देश में कोरोना संक्रमण के आहट के बाद इसकी चैन तोडऩे के लिए केंद्र सरकार ने लगातार दो चरणो में देशभर में लाकडाउन कर इसके प्रभाव को कम करने का प्रयास का प्रयास जारी है। लाकडाउन के कारण अन्य प्रदेशो में काम करने वालो के साथ जो अन्य कारणो से गये लोग वही के रह गये। प्रदेश सरकार ने बाहर पढऩे वाले बच्चो को उनके घरो तक पहुंचाया, इसके बाद बाहर फंसे मजदूरो को लाने की घोषणा की बावजूद इसके लगातार मजदूर अन्य प्रदेशो से पलायन कर अपने घरो की ओर पैदल रेल पटरियो के सहारे तो कुछ अपने दो पहिया वाहनो सहित साईकिल से सैकड़ो किलोमीटर की यात्रा कर अपने गांव जा रहे है। 
मंगलवार को लॉकडाउन से परेशान 7 युवकों की टोली छत्तीसगढ़ के रायपुर से साइकिल से अनूपपुर होकर अपने गांव लौट रहे युवको ने बताया कि रायपु में फैक्ट्री में काम कर रहे थे घर पहुंचने के लिए जमा पूंजी रखी थी लेकिन लॉकडाउन में आधे से ज्यादा भोजन में खत्म हो गई। जिस पर घर जाने का मन बनाया। पैदल जाना मुश्किल था, इसलिए साइकिल खरीदकर घर की ओर निकल पड़े। इसमें उप्र.,सीधी,सिंगरौली,सतना एवं रीवा के युवक रहे।
युवाओं ने बताया कि सभी किराये के मकान में रहते थे लॉकडाउन में फैक्ट्री में काम बंद हो गया, उस दिन से मालिक ने कुछ दिन इन्हें राशन दिया फिर जाने को कह दिया। घर पहुंचाने के लिए जो रुपए जोड़कर रखे थे, उसमें से ज्यादा तो खर्च हो गए। फिर अपने गांव जाने की सोची 150 किमी पैदल सफर तय करने के बाद जब पैरों में छाले पड़ गए तो जमा पूंजी से बिलासपुर में पुरानी सायकल खरीदीकर फिर घर के लिए निकल पड़े।

सीधी,सिंगरौली जा रहेक बब्बू और मिथलेश ने बताया रास्ते भर नजर आए दिहाड़ी मजदूर, पैदल सैकड़ों किमी का सफर रहे है जिनके पास कोई व्यावस्था नही होने पर जहां कोई भोजन दिया खा लिया नही पानी पीकर थोड़ा आराम कर आगे बढ़ जाते है। 280 किलोमीटर से आ रहे हमे पेंड्रा के पास समाजसेवियों ने भोजन करवाया और अब अनूपपूर के चचाई में भोजन मिला। मजदूरो के अन्य प्रदेशो से हो रहे पलायन से साफ है कि प्रदेश सरकारो के दावे झूठे साबित हो रहे है। एसे में कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ पाना सभ्भव दिखाई नही दे रहा। प्रशासन से बेहतर गांव और शहर के वह लोग है, जो तपती धूप में पैदल चल रहे मजदूरों को भोजन-पानी पहुंचा उपलब्ध करा रहे है।

पड़ोसी जिले में मिला कोरोना पॉजिटिव,सीमा सील

जिले में 2 दिन का कफ्र्यू,पसरा रहा सन्नाटा,सब्जी और राशन की घर पहुंच सेवा रही बंद
अनूपपुर। शहडोल में कोरोना के 2 पॉजिटिव मामला आने के बाद कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सोमवार की रात 12 बजे मंगलवार की रात 12 बजे तक 28 अप्रैल को 1 दिवसीय कफ्र्यू लगाया साथ ही शहडोल जिले से लगी बॉर्डर सीलिंग के आदेश दिया। कलेक्टर का यह आदेश लोगों को रात 11 बजे मिला सोशल मिडिया के माध्याम से मिला जिसे पुलिस ने रातभर में पूरे जिले की सड़को में घूम-घूम कर लोगो तक पहुंचाया। मंगलवार को कलेक्टर ने एक दिन का और कफ्र्यू बढ़ाने का आदेश दिया। 24 घंटे के कफ्र्यू में मंगलवार को पूरे जिले में वीरानी छाई रही। कफ्र्यू का व्यापक असर शहर और ग्रामीण क्षेत्रो के साथ मुख्य सड़के बाजारों में देखा गया, पूर्व से जारी लॉकडाउन और उसपर प्रशासन द्वारा घोषित किए गए कफ्र्यू में जरूरतमंद लोगों को छोड़कर अन्य नागरिक सड़कों पर नजर नहीं आये। वहीं कफ्र्यू को कारगर बनाने के लिए जिला प्रशासन ने जरूरत की सामग्रियों को घरों तक पहुंचने के लिए बनाई घर पहुंच सेवा को भी पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया था।
घोषित कफ्र्यू के कारण जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित जैतहरी, पसान, बदरा, कोतमा, बिजुरी, राजनगर, चचाई, अमरकंटक, रामनगर, राजेन्द्रग्राम की बाजारें सुबह से पूरी तरह बंद रही। मुख्य सड़कों से लेकर नगर की गलियों व ग्रामीण क्षेत्र की सड़को में संनटा पसरा रहा। सड़को में पुलिस की गाडिय़ो की आवाजे आती रही। नगर से लेेकर गांव तक के घरों में आम नागरिक कैद रहे। सिर्फ दूध विक्रेताओं को सुबह 6 से 9 बजे के बीच घर-घर जाकर दूध विक्रय करने और दवा दुकानों को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया था। इसके अलावा जिला प्रशासन ने बिजली उत्पादन में लगे संयत्र चचाई पावर प्लांट, एमबी पावर प्लांट तथा बिजली उत्पादन के लिए कोयला सप्लाई करने वाले एसईसीएल की खदानों तथा क्लोरीन उत्पादन करने वाले अमलाई कॉस्टिक सोडा फैक्ट्री को कफ्र्यू से राहत प्रदान की थी। विदित हो कि इससे पूर्व जिला प्रशासन ने अप्रैल के तीन शनिवार को पूर्ण लॉकडाउन की व्यवस्था के बाद भी कफ्र्यू की घोषणा की थी, जो शत प्रतिशत सफल रही थी                                                                               तीन को किया क्वारंटाईन
शहडोल में क्वारंटाईन हुए व्यक्ति के साथ अनूपपुर जिले के छतई गांव रहने वाले तीन अन्य व्यक्तियों को प्रशासन ने गांव पहुंचने से पूर्व पकड़कर कोतमा में संस्थागत क्वारंटाईन कराया है। एसडीएम अमन मिश्रा ने बताया कि रात में मिली सूचना के बाद स्वास्थ्य अमला के साथ प्रशासनिक अमला खोजबीन में जुटा, लेकिन नहीं मिले। सुबह 5 बजे के आसपास तरसिली गांव स्थित केरहा नाला के पास तीनों व्यक्ति को पकड़ा गया। क्वारटाईन कराते हुए सैम्पल जांच के लिए भेजा गया है।

पीएम आवास के लापरवाही बरतने पर 3 पंस 2 सचिव पर गिरी निलंबन की गाज

अनूपपुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ एमपी सिंह के पत्र पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सरोधन सिंह ने जनपद पुष्पराजगढ़ के तीन पंचायत समन्वयक एवं 2 पंचायत सचिव को मंगलवार 27 अप्रैल को निलंबित कर दिया है। पंचायत समन्वयक अधिकारियों एवं ग्राम पंचायत सचिवों को प्रधानमंत्री आवास योजना में वर्ष 2019-20 अंतर्गत निर्धारित अतिरिक्त लक्ष्य की स्वीकृति 30 अप्रैल तक पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया था, इसके पश्चात भी निर्धारित लक्ष्य पूर्ण न होने तथा आदेश-निर्देश देने के बाद भी प्रगति न लाए जाने एवं अपने दायित्व का निर्वहन न करते हुए लापरवाही बरते जाने के दोषी पाए जाने पर तीनो के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के तहत दंड अधिरोपित करते हुए मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत् पंचायत समन्वयक अधिकारी नवल किशोर मार्को, सेक्टर खाटी, पंचायत समन्वयक राजकुमार मरकाम सेक्टर अमगवां, एवं पंचायत समन्वयक अधिकारी महेश सिंह करियाम, सेक्टर बम्हनी, को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा एवं इनका मुख्यालय जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ किया गया है।
इसके साथ दो पंचायत सचिव पर भी निलंबन की कार्यवाई की गई है। सचिव ग्राम पंचायत बेलडोगरी, नर्बद सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर अर्चना परस्ते ग्राम रोजगार सहायक ग्राम पंचायत बेलडोगरी को अतिरिक्त प्रभार का आदेश दिया है। सचिव ग्राम पंचायत मोहंदी रामू सिंह को निलंबित कर ग्राम रोजगार सहायक ग्राम पंचायत मोहंदी वीरेंद्र जायसवाल को अतिरिक्त प्रभार का आदेश दिया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा एवं इनका मुख्यालय जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ होगा।






कार्य में उपस्थित न होने पर आरक्षक निलंबित

अनूपपुर अवकाश में गये आरक्षक समय से उपस्थित नही देने पर आरक्षक मनीष शर्मा को पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने गंभीर लापरवाही, अनुशासनहीनता मानते हुए निलंबित कर पुलिस लाइन संबद्ध किया है। थाना कोतवाली अनूपपुर में पदस्थ आरक्षक मनीष शर्मा 15 मार्च को 10 दिन की विशेष अवकाश पर रवाना किया गया था जिसे 26 मार्च को वापस आकर कोतवाली थाने में उपस्थित देना था किन्तु चचाई स्थित शासकीय आवास में उपस्थित रहा और कोरोना जैसे महामारी के संकट  के समय अपने कार्य स्थल से निरंतर अनुपास्थित रहा जबकि विभाग ने उपस्थित होने की सूचना भी दी थी। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक ने आरक्षक को कार्य के प्रति गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए निलंबित कर पुलिस लाइन  संबद्ध किया गया है
  


सोमवार, 27 अप्रैल 2020

करोना में चल रहा सत्ता के दबाव का खेल, विधायक के नोटिस, भाजपा नेता को अभय दान

अनूपपुरकोतमा अनुविभागीय दंडाधिकारी अमन मिश्रा ने सोशल मीडिया पर प्राप्त धारा-144 के उल्लंघन की सूचना पर कांग्रेस विधायक कोतमा सुनील सराफ को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस विभिन्न सोशल मीडिया माध्यम से प्राप्त फोटोग्राफ एवं वीडियो के माध्यम से विधायक कोतमा के निज निवास पर भारी संख्या में भीड़ एकत्रित होने की सूचना के कारन जारी किया गया,जिस पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने 2 दिवस के अन्दर लिखित रूप से जवाब माँगा गया है। वही दूसरी तरफ जिले के जैतहरी नगर में भाजपा के स्थानीय नेता अनिल गुप्ता ने सोशल डिस्टेंसिंग का खुले आम मजाक उड़ाया है, यह जानकारी सोसल मिडिया से प्राप्त हुई और समाचार के साथ 2 गज दूरी का मजाक उड़ाते फोटोग्राफ भी वायरल हुए जिस पर प्रशासन ने अबतक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की है।
इससे प्रशासन पर सवाल उठ रहे है,सत्ताधारी नेता प्रधानमंत्री के सोशल डिस्टेंसिंग के मंत्र को धता बताते हुए उसकी धज्जियां उड़ाते है उन पर प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता,वही दूसरी तरफ सत्ता से बेदखल हुए कांग्रेस के विधायक पर त्वरित कार्यवाही हो जाती है मतलब प्रदेश की सत्ता बदलते ही पूरी फिजा बदल गई, लोगो को शंका है कि प्रशासन सत्ता दल के कहने पर कार्य कर रहा है कही नोटिस राजनैतिक विद्वेष के कारण तो नहीं अगर ऐसा है तो इसके लिए आगे बहुत समय है जब ये भावनाये निकली जा सकती है,इस सम्बन्ध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है की इस नाजुक दौर में जहां मध्यप्रदेश समेत पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है,वही अनूपपुर जिले के कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासन राजनीतिक रूप से निर्णय ले रहे हैं जनसेवा में कांग्रेस विधायक या कार्यकर्ता जब कोई कार्य करते हैं तो उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही का भय दिखाया जाता है और वही जब भाजपा के नेता एवं कार्यकर्ता कोई कार्य करते हैं वह कानून का उल्लंघन नही होता उन्हें संरक्षण प्रदान किया जाता है जबकि महामारी की लड़ाई पार्टीगत नहीं है इससे लडऩे के लिए सभी देशवासियों का एक जुट होकर लडऩी चाहिए। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रशासन भेदभाव पूर्ण कार्यवाही कर रहा है जिले के दोनों विधायक और कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता इस विषम परिस्थिति में कोरोना संबंधी लड़ाई में पूर्ण मनोयोग के साथ है।






दुकाने खुलने से लौटी रौनक,दुकानदारों ने ली राहत सांस

सोशल डिस्टेसिंग के पालन को लेकर पुलिस अमला रहा सतर्क
अनूपपुर। कोरोना संक्रमण से बचाव में प्रशासन द्वारा 23 मार्च से लॉकडाउन की गई घोषणा के बाद पुन: अनूपपुर जिले के मुख्य बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्रों की चिह्नित दुकानों का शटर खुला। जिसके बाद माहभर से अधिक समय बाद बाजार में लोगों की चहल पहल के साथ नागरिकों द्वारा सामान्य रूप में खरीदी की गई। 27 अप्रैल की सुबह 10 बजे से मुख्य बाजार सहित आसपास के क्षेत्रों में स्थापित दुकानों का शटर उठा, जो शाम 4 बजे तक खुला रहा। इस दौरान लम्बे अर्से से बाजार खुलने का इंतजार कर रहे व्यापारी भी दिनभर दुकान खोलकर ग्राहकों के आने का इंतजार करते रहे। वही ग्रमीण क्षेत्रों में दुकान खुलने की समय सीमा तय नही की गई है।
26 अप्रैल से लगातार बारिश के बने दौर के कारण सुबह अधिकांश दुकानें बंद रही। लेकिन ये बंद दुकानें भी दोपहर बाद खुल गई। दुकानों के खुलने से जहां दुकानदारों ने राहत की सांस ली, वहीं आम उपभोक्ता भी कम समय और होम डिलेवरी सिस्टम से राहत महसूस की। नागरिकों का कहना है कि इससे कम समय और खरीदी को लेकर चंद दुकानों के बीच मचने वाली अफरा तफरी से लोगों को बचाया जा सकेगा साथ ही नागरिक अपनी जरूरतों के अनुसार सुबह से लेकर शाम तक किसी भी दुकान से खरीदी कर सकेंगे। वहीं बाजार क्षेत्र में दुकानों के संचालन के बाद सोशल डिस्टेसिंग के पालन को लेकर पुलिस अमला सतर्क रहा, पुलिस की वाहन लगातार गश्त कर लोगों से सोशल डिस्टेसिंग बनाकर खरीदी करने और बाजार में चलने के निर्देश देते रहे।

94 कृषकों ने 1471 क्विंटल फसल का विक्रय, 823.50 क्विंटल का हो चुका परिवहन

सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ सुचारू रूप से चल रही है उपार्जन प्रक्रिया
अनूपपुर जिले में उपार्जन प्रक्रिया सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना के साथ सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से सम्पादित की जा रही है। खाद्य अधिकारी विपिन पटेल ने बताया कि सोमवार 27 अप्रैल तक 94 कृषकों से 1471 क्विंटल गेहूँ की खरीदी हो चुकी है। जिसमे 823.50 क्विंटल का परिवहन भी किया जा चुका है। रबी उपार्जन हेतु जिले में कुल 8 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं, प्रत्येक केंद्र हेतु प्रतिदिन 6 कृषकों को उपार्जन हेतु एसएमएस भेजा जाता है। दसके बाद उपार्जन केंद्र प्रभारी उस किसान को सूचित किया जा रहा है। जिले में गेहूं के उपार्जन हेतु 1609 कृषकों ने पंजीयन कराया है। उपार्जन केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने हेतु चिन्हांकन किया गया है। इसके साथ ही साबुन से हाथ धुलाने की भी व्यवस्था की गई है। राज्य शासन के निर्देशानुसार सौदा पत्रक के माध्यम से कृषक व्यापारियों को भी अपनी उपज का विक्रय कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने अपील की है कि किसान खरीदी केंद्रों पर फेस मास्क अथवा चेहरे पर गमछा या रुमाल बांधकर अवश्य आएं। वृद्ध एवं बीमार व्यक्ति उपार्जन केंद्र पर न आएँ, आवश्यक होने पर नामित व्यक्ति को भेजें। 
अन्य राज्यों में फंसे हुये 1233 श्रमिकों को 12 लाख 33 हजार रुपए की दी गयी वित्तीय सहायता

जिले के अन्य राज्यों मे निवास कर रहे प्रवासी श्रमिकों की सहायता हेतु कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने प्रदेशवार नोडल अधिकारियों की टीम का गठन किया गया है। उक्त टीम अब तक जिले के 4507 श्रमिकों/ व्यक्तियों को सम्बंधित प्रदेश के स्थानीय प्रशासन से सम्पर्क कर सहयोग उपलब्ध कराया गया है। जिनमे से 3598 श्रमिक हैं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के ऐसे मजदूर जो अन्य राज्यों में फंसे हुये हैं, की तात्कालिक आवश्यकता जैसे भोजन/दवाई आदि के लिये मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजना प्रारंभ की गई है। जिसके अंतर्गत ज़िले के 1233 प्रवासी श्रमिकों को अब तक मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजनांतर्गत 12 लाख 33 हजार रुपये (1000 रुपये प्रति व्यक्ति के मान से) की राशि का भुगतान किया जा चुका है।

ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगारों का सृजन से श्रमिकों में उत्साह, मनरेगा में 16319 श्रमिकों गांव में मिला श्रम

जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों की संख्या बढ़ाने के निर्देश
सशर्त अनुमति में अन्य विभागों के कार्य भी चालू
अनूपपुर कोरोना संक्रमण से सुरक्षा हेतु लॉकडाउन की शर्तों का अनुपालन और दूसरी तरफ बेसहारा वर्ग को सम्बल दोनो ही विषयों में जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर के नेतृत्व में सक्रियता एवं सजगता से नागरिकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षा हेतु आवश्यक सांवधानिया बरतते हुए विभिन्न गतिविधियों की अनुमति दी गई है। इनमें गरीब, बेसहारा वर्ग को प्राथमिकता देते हुए सर्वप्रथम जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यों हेतु छूट प्रदान की गई ताकि ग्रामीण स्तर पर रोजगारों का तीव्रता से सृजन हो, इसके साथ ही शासन द्वारा निर्देशित राहत योजनाओं का प्राथमिकता के साथ क्रियान्वयन किया जा रहा है।

कलेक्टर ने मनरेगा कार्यों की छूट देते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाय जो श्रम प्रधान हों, जैसे खेत तालाब, मेड़ बंधान और अन्य जल संवर्धन एवं संरक्षण के कार्य। ताकि रोजगारों की संख्या में शीघ्रता से वृद्धि हो एवं अधिकाधिक व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हो सके। जिसमे अनूपपुर जिले में मनरेगा में 267 ग्राम पंचायतों मे 3285 कार्य प्रारम्भ हो गये हैं। जिनमे वर्तमान मे 16319 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत 106 ग्राम पंचायतों मे 310 आवासों मे कार्य प्रगतिरत है। कलेक्टर ने निर्माण एजेंसीयो को भी सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण से रोकथाम के सम्बंध में जारी निर्देशो का पालन करते हुए कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए गए हैं

रेलवे कांग्रेस ने दीप जलाकर रेलकर्मियों सम्मान एवं केन्द्र की श्रम विरोधी नीतियों का जताया विरोध

अनूपपुर रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के महामंत्री के एस मूर्ति एवं रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के मंडल समन्यवक बी कृष्ण कुमार के निर्देश पर मजदूर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने हजारों रेलवे कर्मचारियों के सम्मान में 26 अप्रैल की शांम 7 बजे सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने अपने घरों में दीप जला कोरोना संकट में कार्यरत सभी रेल कर्मीयो का आभार जताया। सोमवार 27 अप्रैल को रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के संयुक्त महामंत्री व कोयलांचल प्रभारी लक्ष्मण राव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया की भारत वर्ष में कोरोना महामारी बचाव  में पूरा देश एकजुट हो सरकार के साथ खड़ा है। भारतीय रेल कर्मचारियों ने भी देश के अंदर आवश्यक सेवा के कमी को पूरा करने मालगाडिय़ां का एवं कोविड 19 स्पेशल ट्रेनो का संचालन कर देश के आवश्यक वस्तुओं दवाईयों, राशन, फल सब्जियां का परिवहन कर रहा है, यह कार्य रेलकर्मियों के बुलंद हौसले व जान की परवाह ना कर अपने कर्तव्य का पालन कर कोरोना सैनिक के रूप रेल कर्मचारियों ने बाखूबी निभा रहे है,ऐसे बहादुर रेल सैनिक अपनी भूमिका निभाने वाले ट्रैकमेनेंटर, रनिंग विभाग के गार्ड, लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, स्टेशन मास्टर व ट्राफिक असिस्टेंट, स्वास्थ विभाग के डाक्टर, नर्स, सफाई कर्मचारी  स्वास्थ निरीक्षक, सिंगनल टेलीकॉम विभाग, मेकेनिकल, विधृत विभाग, टीआरडी विभाग,कमर्शियल विभाग, कार्मिक विभाग, वित्त, इंजिनियरिंग, आईओडब्ल्यू, पीडब्लूआई, आरपीएफ स्टाफ सहित सभी संकट समय कार्यरत सभी रेल कर्मचारियों के सम्मान में रेलवे मजदूर कांग्रेस के 14 शाखाओं में रेलवे मजदूर कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं रेलकर्मियों दीप जलाकर सम्मान किया है। लक्ष्मण राव ने कहा ऐसे कर्मवीर रेल कर्मचारियों का केन्द्र सरकार सरकार द्वारा केन्द्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता,वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने जैसा कर्मचारी विरोधी नीतियों के निर्णय का विरोध करते हुए इस आदेश को तत्काल वापस लेने की मांग की है। मजदूर कांग्रेस के दीप जलाएं अभियान को ऐतिहासिक सफलता दिलाने में मजदूर कांग्रेस के नेताओं ने अपने- अपने निवास में दीप जलाने में डीके स्वाईन, आशुतोष स्वर्णकार, आरके यादव, मलयशील, जीएसआईच, एम डब्लू इस्लाम, डीडी महेश, लोकनाथ पटेल, बीवीआर मूर्ति ,राजेश खोबरागड़े, प्रशांत दीक्षित, जावेद खान,पप्पू सिंह ,एन हेमंत कुमार, रामदास राठौर, बालकृष्ण बंगारी, मेन लाइन से एक के चन्द्रा, जेपी यादव, नरेश कुर्रे  सहित सभी रेल कर्मीयो ने दीप जलाकर अपने साथियो का उत्साह वर्धन किया।

24 घंटे में वेंकटनगर 58 जैतहरी 44 मिमी,सबसे कम 2 मिमी पुष्पराजगढ़,बेनीबारी बेमौसम की बारिश

अनूपपुरपश्चिमी विक्षोभ की वजह से दो चक्रवात बनने के कारण रविवार की दोपहर से दूसरे दिन सुबह तक बेमौसम की बारिश के साथ ग्रमीण क्षेत्रो में ओले भी गिरे। जिससे वातावरण ठंडक घुल गई। सोमवार को बारिश के बाद मौसम साफ हुआ और धूप खिली। गौरतलब है कि जिले में पिछले दो दिनोंं से आसमान पर बादल छा रहे हैं और पिछले 24 घंटे में जिले की औसत वर्षा 21.5 मि.मी.रही। वहीं सबसे ज्यादा वेंकटनगर में 58.0 और विख. में जैतहरी 44.6 मिमी सबसे कम पुष्पराजगढ़ और बेनीबारी में 2.0 मिमी  इसके अलावा अनूपपुर 26.1,कोतमा 12.0,बिजुरी 3.2 अमरकंटक 24.2,बेनीबारी 2.0,कुल वर्षा 172.1 मि.मी. बेमौसम की बारिश दर्ज की गई है।


मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल माह के आखिर चार दिनों तक आसमान पर बादल छाए रहने से गर्मी का एहसास नहीं होगा और आगामी 29 अप्रैल को भी जिले में बादल छाये रहनेे की संभावना है। अधिकतम तापमान भी 28 से 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 से 20 डिग्री सेल्सियस रहेगा। सुबह आद्र्रता 32 प्रतिशत और दोपहर में 20 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हवा की गति 12  से 16 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का संभावना है। भू-अभिलेख अधीक्षक शिव शंकर मिश्रा के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की वजह से दो चक्रवात बने हुए हैं। जिससे वातावरण में नमी मिल रही है। उन्होने जिले के किसानों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की सलाह दी है।

अक्षय तृतीया पर सोशल डिस्टेंसिंग में कन्याओं ने रचाया गुड्डे-गुडियों का ब्याह

नहीं बजी सकी शहनाई
अनूपपुर इतिहास में पहली बार हिन्दू वर्ष के वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष में आने वाली अक्षय तृतीया पर रविवार को जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में की कन्याओं ने सोशल डिस्टेंसिंग मे गुड्डा-गुडियों को ब्याह झमा-झमा बारिश के बीच देर रात तक चला रचाकर  कर विवाह की रीति-रिवाज से परचित हुई। लॉकडाउन की वजह से कहीं भी शहनाई नहीं बजी। गौरतलब है अक्षय तृतीया को आखातीज भी कहते हैं। अक्षय तृतीया के दिन सम्पन्न की गई साधनाएं व दान अक्षय रहकर शीघ्र फलदायी होते हैं। ऐसा मानना है कि इस दिन जिसका भी परिणय संस्कार होता है और उसका सौभाग्य अखंड रहता है। बताया गया है कि अक्षय तृतीया से शुरू होने वाला शादी का सीजन भगवान के देवशयन जाने पर थमेगा, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से शादी का सीजन पहले ही से थमा हुआ है।
मंडप सजाकर किया खुशी का इजहार

कोरोना संक्रमण के खौफ के बावजूद अक्षय तृतीया के दिन बच्चों में काफी उत्साह रहा। अधिकांश घरों में बच्चों द्वारा आंगन में मंडप सजाए गए और अपनी खेल सामग्रियों का बेहतर उपयोग कर अपनी खुशियों का इजहार किया। गौरतलब है कि अक्षय तृतीया के दिन किसी शुभ कार्य के लिए विशेष मुहुर्त की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि इस दिन मुहुर्त की चारों दिशाएं खुली रहती है।

रविवार, 26 अप्रैल 2020

11 स्थानो में दुकान खुलने का समय प्रात:10 से शाम 4 बजे तक,प्रतिबंधात्मक आदेश में संशोधन

ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे दिन दुकाने खोलने की सशर्त अनुमति,साप्ताहिक हाट बाजार प्रतिबंधित
अनूपपुर। भारत सरकार गृह मंत्रालय के दिशा निर्देशों के बाद जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में निर्णयों के आधार पर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने धारा- 144 के अंतर्गत जारी प्रतिबंधात्मक आदेश में संशोधित कर रविवार को नवीन आदेश जारी किए। जारी आदेश के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी दुकानें संचालित करने की अनुमति पूरे दिन रहेगी। सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने हेतु 2 ग्राहकों के बीच एक मीटर की दूरी तथा मास्क एवं ग्लब्स लगाना अनिवार्य होगा। सभी अन्य साप्ताहिक बाजार प्रतिबंधित रहेंगे। अधिक जनसंख्या घनत्व वाले ६ नगरीय निकाय एवं ५ ग्रमीण क्षेत्र की दुकाने प्रात: 10 बजे से सांय 4 बजे तक दुकान खोल सकेंगे। नगरिय क्षेत्रों में अनूपपुर, कोतमा, अमरकंटक, जैतहरी, पसान तथा बिजुरी एवं ग्रमीण क्षेत्रो में राजनगर, बनगवां,राजेन्द्रग्राम,किरगी एवं कोहका की चिन्हित दुकाने निर्धारित समय में खोली जा सकेंगी।
इन स्थानो में फल एवं सब्जी, विक्रेता ठेले पर अथवा अन्य वाहन से होम डिलेवरी द्वारा प्रात: 8 बजे से सांय 4 बजे तक विक्रय कर सकेंगे। ठेले या वाहन के पास दो ग्राहकों के बीच एक मीटर की दूरी रखनी अनिवार्य होगी सब्जी मंडी लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। दूध विक्रेता प्रात: 6 बजे से 9 बजे तक होम डिलीवरी करने के साथ प्रात: 10 बजे से सांय 4 बजे तक दुकान खोल सकेंगे। पशु आहार, चारा, अण्डे, मांस एवं मछली की दुकानो का समय यही रहेगा। मांस मंडी के स्थान का निर्धारण संबंधित क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट करेंगे।
राशन, किराना एवं स्वच्छता वस्तुओं के विकेता,भवन निर्माण तथा अन्य निर्माण संबंधी सामग्री जैसे-सीमेंट, लोहा,छड़ आदि,विद्युत एवं विद्युत उपकरण के साथ-विद्युत मरम्मत, मोबाईल तथा मोबाईल मरम्मत , मेकैनिक, गाडिय़ों तथा मशीनों के मरम्मत तथा स्पेयर पार्ट्स एवं किताबे तथा स्टेशनरी की दुकाने जो स्थायी भवनों में संचालित,हाथठेला चालक तथा पल्लेदारों सभी प्रात: 10 बजे से सांय 4 बजे तक दुकानो के खुलने के साथ कार्य कर सकेंगे। सकेंगी।
पके हुए भोजन की बिक्री करने वाले मिठाई दुकानों, ढाबे,रेस्टॉरेंट,भोजनालय आदि पूरे दिन होम डिलीवरी कर सकेंगे। प्रतिष्ठान पर बैठाकर खिलाने पर प्रतिबंध रहेगा।  सभी दुकाने जो खोली जायेंगी उनमें ग्राहकों के बीच एक-एक मीटर की दूरी सुनिश्चित करने हेतु  दुकानदार गोल निशान लगाएंगें। यदि किसी दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जाता है, तो उपखण्ड मजिस्ट्रेट, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट या पुलिस अधिकारी 3 दिवस के लिए संबंधित दुकान बंद करायेंगे।
समस्त 6 नगरीय निकायों को छोड़कर जिले की सभी 282 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य किये जा सकेंगे। मनरेगा कार्यों को सोशल डिस्टेन्सिंग के अनुपालन और चेहरे पर मास्क के सख्त कार्यान्वयन के साथ अनुमति दी जाती है। सिंचाई और जल संरक्षण कार्यों को मनरेगा के तहत प्राथमिकता दी जाय। सिंचाई और जल संरक्षण क्षेत्रों में अन्य केंद्रीय और राज्य क्षेत्र की योजनाओं को भी मनरेगा कार्यों के साथ लागू करने की अनुमति दी जा सकती है ।

ग्रामीण क्षेत्रों में,नगर पालिकाओं की सीमा के बाहर, सड़क, सिंचाई परियोजनाओं, भवनों और सभी प्रकार की औद्योगिक परियोजनाओं का निर्माण, जिसमें एमएसएमई भी शामिल है, तथा औद्योगिक स्टेट में सभी प्रकार की परियोजनाएँ निर्माण प्रारंभ करने से पहले सभी मजदूरों तथा प्रबंधकों की सूची सहित संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को उपलब्ध कराना होगा। नगर पालिकाओं की सीमाओं के भीतर मानक प्रचालन प्रक्रिया का पालन अनिवार्य होगा। पृथक से अनुमति जारी करने की आवश्यकता नहीं होगी मजदूरों तथा प्रबंधकों की सूची संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट के कार्यालय में जमा कर निर्माण कार्य प्रारंभ किये जा सकेंगे।

श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ घरो में मनाया गया भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव

अनूपपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लाकडाउन होने से सभी त्योहार लोगो ने घरो में ही मनाया। रविवार को ऋषि संस्कृति के प्रखर प्रकाश पुंज भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम की जयंती अक्षय तृतीया का पावन पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ  अनूपपुर, चचाई, राजेन्द्रग्राम, अमरकंटक, बिजुरी, कोतमा, राजनगर, संजय नगर, जैतहरी सहित अन्य स्थानों पर लोगों ने अपने-अपने घरो में श्र्राध्दा और उल्लास से मनाया। उल्लेखनीय है कि हिन्दू समाज के लिये अक्षय तृतीया एवं भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव अत्यंत शुभ, सिद्ध एवं सर्वकल्याणकारी पर्व होने के कारण सुबह से ही लोगों ने पूजा अर्चना की तथा शुभकामनाएं प्रदान की।

कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम का जन्म ब्राह्मण कुल में हुआ था। ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के पुत्र थे। धार्मिक ग्रंथों में बताया जाता है कि ऋषि जमदग्नि सप्त ऋषियों में से एक थे। ऐसा किवंदतियां प्रचलित हैं कि भगवान परशुराम का जन्म 6 उच्च ग्रहों के योग में हुआ था, जिस कारण वे अति तेजस्वी, ओजस्वी और पराक्रमी थे। इनके बारे में किए वर्णन के अनुसार प्राचनी काल में एक बार इन्होंने अपने पिता की आज्ञा पर अपनी माता का सिर काट दिया था। परंतु बाद में अपने पिता से वरदान के रूप में उन्हें जीवित करने का वचन मां को पुन: जीवित कर लिया था। इसी प्रकार जब परशुराम ने क्षत्रियों को मारना बंद कर दिया, तो उन्होंने खून से सना अपना फरसा समुद्र में फेंक दिया, इससे समुद्र इतना डर गया कि वह फरसा गिरने वाली जगह से बहुत पीछे हट गये समुद्र के पीछे हटने से जो जगह बनी वो केरल बना, इसी मान्यता के आधार पर केरल में परशुराम की पूजा की जाती है। शस्त्रविद्या के महान गुरु थे। उन्होंने भीष्म, द्रोण व कर्ण को शस्त्रविद्या प्रदान की थी। शस्त्रो में अवशेष कार्यो में कल्कि अवतार होने पर उनका गुरुपद ग्रहण कर उन्हें शस्त्रविद्या प्रदान करना भी बताया गया है।

समर्थन मूल्य से कम दर पर नही हो वनोपज का विक्रय - कलेक्टर

डीएफओ ने दी वनोपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य की जानकारी,खरीदी हेतु बनाए गए 10 केंद
महुआ 35 एवं शहद की 225 प्रति किलो की होगी सकेगी खरीदी
अनूपपुर समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वनोपज की खरीदी किसी भी दुकानदार द्वारा शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य से कम पर न की जाय, इस बात की निगरानी रखें। उल्लंघन पाए जाने पर दंडात्मक कार्यवाही करने की बात कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने रविवार को कहीं वनोपज की शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य की जानकारी वनमंडल अधिकारी एम.एस.भगदिया ने बताया कि शासन द्वारा महुआ व गुली 35 रूपये प्रति किलो, चार 130 रूपये प्रति किलो, हर्रा 20 रुपये प्रति किलो, बहेरा 25 रूपये प्रति किलो, शहद 225 रूपये प्रति किलो, तथा नीम बीज का न्यूनतम समर्थन मूल्य 20 रूपये प्रति किलों निर्धारित है। शासन द्वारा निर्धारित रेट से कम पर व्यापारी वनोपज का क्रय नहीं कर सकेंगे। उन्होने बताया कि जिले में वर्तमान में वनोपज के 10 खरीदी केन्द्र बनाये गये हैं। ग्रामीणों की सुविधा हेतु आवश्यकता पडऩे पर और खरीदी केन्द्र स्थापित किए जाएँगे।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर के निर्देशो के अनुपालन में एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी द्वारा निजी वनोपज क्रेताओ का निरीक्षण किया गया, जहाँ शासन द्वारा निर्धारित दरों के अनुरूप ही खरीदी की प्रक्रिया पाई गयी। सम्बंधित क्रेता को सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण दे सुरक्षा हेतु एहतियात बरतने के निर्देश भी दिए।

डिजिटल अरेस्ट: सीबीआई तो कभी वकील बनकर 8 साल में व्यापारी से ठगे 45 लाख

  विदिशा से एक आरोपी गिरफ्तार, सरगना की हो चुकी है मौत अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कोतमा में भाजपा नेता के पुत्र और इलेक्ट्रानिक...