विभाग ने शासन को भेजा पत्र,
शेष
किसानों की धान खरीदी मांगी अनुमति
अनूपपुर। विभागीय अधिकारियों की बेसुधगी में
पिछले 15 दिनों से उपार्जन केन्द्र पर बारदाना की कमी और मजदूरो के
अभाव में धान की तौलाई की समस्या से जूझ रहे किसानों में लगभग 2268
किसान धान उपार्जन के अंतिम दिन धान बेचने से वंचित रह गए। जिले में बनाए गए 22 उपार्जन केन्द्र में से 12 उपार्जन केन्द्रों पर लगभग 906
किसानों की धान की तौलाई नहीं हो सकी,जबकि भोपाल से धान खरीदी के लिए
अपलोड पोर्टल की गड़बड़ी के कारण जिले के समस्त 22 उपार्जन
केन्द्रों से 18 केन्द्र पर धान बेचने आए किसानों की धान तौलाई बाद उनके नाम
टोकन जारी नहीं हो सका। इसके कारण लगभग 1362 किसानों की
संख्या पोर्टल पर ऑनलाइन दर्र्ज नहीं की जा सकी। इस प्रकार धान उपार्जन केन्द्र के
बाहर बेचने के इंतजार में बैठे 906 किसानों के साथ धान तौलाई किए जाने के
बाद टोकन के अभाव में 1362 किसान सहित कुल 2368
किसान धान बेचने से वंचित रह गए हैं। विभाग के अनुमान में तौलाई से वंचित रहे 906
किसानों के पास 115449 बोरियां थी। वहीं धान बेचने आए किसानों की जानकारी जिनकी
तौलाई पूर्ण होने के बाद भी तौल पर्ची नहीं जारी हो सकी उन 1362
किसानों से लगभग 51850 क्विंटल धान खरीदी होना बताया है। जबकि अंतिम तिथि 20
जनवरी को विभाग द्वारा की गई समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में लगभग 8972.40
क्विंटल धान खरीदी होना बताया गया है। विभाग का कहना है कि टोकन निकल आता तो एकाध
दिनों तक खरीदी जारी रखते हुए सभी किसानों से धान खरीदी की जा सकती थी। लेकिन
पोर्टल के बंद होने और टोकन के अभाव में अब 2268 किसानों से
धान की खरीदी सम्भव नहीं हो सकी है। विभाग ने इन किसानों से धान वापस नहीं ले जाने
के निर्देश देते हुए उनसे खरीदी का आश्वासन दिया है। साथ ही खरीदी सम्बंधित
आंकड़ों की जानकारी भोपाल भेजते हुए शेष खरीदी से वंचित रहे किसानों से धान खरीदी
किए जाने की अनुमति शासन से मांगी है। लेकिन शासन ने इसकी अनुमति अभी प्रदान नहीं
की है, जिसके कारण अब भी दो हजार से अधिक किसान अपनी धान खरीदी के
इंतजार में उपार्जन केन्द्र पर बैठे हैं।
उल्लेखनीय है कि जिले में 2
दिसम्बर से धान खरीदी आरम्भ की गई थी, जिसमें 10647
पंजीकृत किसानो से पिछले 50 दिनों में 20 जनवरी तक 22
उपार्जन केन्द्रों पर कुल 7582 किसानों से कुल 3 लाख 75
हजार 487.73 किलोग्राम धान की खरीदी की है। जिसमें 2 लाख
26
हजार 576.29 किलोग्राम धान का परिवहन किया जा सका
है। शेष 1 लाख 48 हजार 911.45
किलो धान अब भी परिवहन के अभाव में सोसायटियों पर असुरक्षित भंडारित हैं।
केन्द्र लाने के बाद भी नही हो
सकी खरीदी
जानकारी के अनुसार उपार्जन
केन्द्र दुलहरा में 50 किसानो की 5375, फुनगा में 48
किसानो की 4915, जैतहरी में 199 किसानो की 30022, धनगवां
में 79 किसानो की 10450, वेंकटनगर में 120
किसानो की 14712, सिंघौरा में 113 किसानो की 16029, देवगवां
में 95 किसानो की 8 हजार, छिलपा में 135
किसानो की 20 हजार, खोडऱी नं.1 में 12
किसानो
की 1210, भेजरी में 13 किसानो की 2111, राजेन्द्रग्राम
35 किसानो
की 2300,बेनीबारी में 7 किसानो की 325 बोरियों में
उपार्जन केन्द्र लाने के बाद भी धान खरीदी नही हो सकी है।
धान खरीदी पोर्टल में नही हुई
दर्ज
धान खरीदी की अंतिम तिथि को जिले
के 18
खरीदी केन्द्र में 1362 किसानो की 51 हजार 850
क्विंटल
धान उपार्जन केन्द्र में कांटा होने के बाद पोर्टल में दर्ज नही हो सकी है। जिनमें
पटनाकला में 67 किसानो की 2045.60 क्विंटल,
अनूपपुर
के 27
किसानो की 545.60, दुलहरा में 80 किसानो की 2980.80,
फुनगा
में 210 किसानो की 8215, जैतहरी के 8
किसानो की 96 क्विंटल, धनगवां में 82 किसानो की 2119.60,
वेंकटनगर
में 37 किसानो की 1312, देवगवां में 153
किसानो की 7500, छिल्पा में 190 किसानो की 9240, भलमुडी में 66
किसानो की 2078.40, खोडऱी नं. 1 में 45
किसानो की 1820, देवरी अमलाई में 41 किसानो की 2138.80, भेजरी
में 57 किसानो की 1995.20, राजेन्द्रग्राम
में 60 किसानो की 700, दमेहड़ी में 54
किसानो की 963.60, बेनीबारी में 43 किसानो की 1429.40,
कोतमा
में 17 किसानो की 470, निगवानी में 125
किसानो की 6200 क्विंटल धान उपार्जन केन्द्र में तौल होने के बाद पोर्टल बंद
हो जाने के कारण दर्ज नही हो सकी है।
वंचित किसानों से धान खरीदी का
भेजा प्रस्ताव
प्रबंधक, नागरिक
आपूर्ति आरबी तिवारी ने बताया कि खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा शेष खरीदी से वंचित
किसानों से धान खरीदी प्रस्ताव भेजा गया है। जिसमें अनुमति मिलने पर उनकी धान की
खरीदी की जाएगी।