
अनूपपुर। जिले
में आसानी से लोगो तक सुलभ कीटनाशक दवाईयों से जान लेवा हो रही है,खेतों में लगी फसल
की सुरक्षा के उपयोग में आने वाली कीटनाशी दवाईयां का उपयोग अब ग्रामीणो सहित शहर
के लोगो की मौत का कारण बनती जा रही है। जहां परिवारिक कारणों, प्रेम प्रसंग तथा
दूसरे पर अपनी विवादो पर असफल प्रयास उपरांत कीटनाशक दवाईयों को पी रहे है।
जानकारी के अनुसार शहर के हर छोटी बड़ी दुकानों में कीटनाशक दवाईयो लोगो को आसानी
से उपलब्ध हो रही है, जो
कीटों के नाश के साथ-साथ आम इंसान की जान का कारण बन रहा है। आकडो में देखा जाए तो
पिछले एक वर्ष में जिले में २४९ लोगों ने जहर का सेवन किया और इनमें 50 से अधिक लोगों की
मौत हो गई। जो चोरी छिपे परिजनों तथा समाज से डर कर कीटनाशक दवाईयो का उपयोग कर
रहे है। वही जहर खुरानी में महिलाओं की
संख्या सर्वाधिक 158
तो पुरूषों की संख्या भी 91
हैं। फिर भी कृषि विभाग और खाद्य एवं औषधि विभाग की जांच के अभाव में शहर व
ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में उच्च मानक वाले जहरीले पदार्थों की बिक्री पर
लगाम नही कस पा रही है। कृषि विभाग का कहना है कि विभाग द्वारा निर्धारित मानदंडों
के आधार पर ही दवाईयों को जिले के वितरण दुकानों पर उपलब्ध करा रही है। जहां
विक्रेता दुकानदार द्वारा फसलों की वेरायटी तथा कीटों के नमूनों के उपरांत ही
कीटनाशकों को उपलब्ध कराएंगे। लेकिन इन्हीं दुकानों की आड़ में चोरी-छिप
छोटे-दुकानदारों द्वारा अत्यधिक उच्च क्षमता वाले जहरीला कीटनाशक दवाईयों की
बिक्री कर रहे हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार जिलेस्तर पर संचालित होने वाले
वैध-अवैध लगभग 100
से अधिक दुकाने हैं, जिसमें
कृषि विभाग द्वारा लगभग 40-45 दुकानों को
कीटनाशकों के लिए लायसेस प्रदान किए गए हैं।
आंकड़ों में
जहर खाने के मामले
घरेलू विवाद
व समाजिक डर के कारण जहां अब तक वर्ष भर में अब तक 250 लोगो ने कीटनाशक का सेवन कर मौत के
मुंह में खडे मिले, जिसमें
आंकडो के अनुसार माह जनवरी में 5
महिला, 12
पुरूष, फरवरी
में 13
महिला, 08
पुरूष, मार्च
में 16
महिला, 3
पुरूष, अप्रैल
में 12
महिला 10
पुरूष, मई
में 16
महिला, 9
पुरूष, जून
में 17
महिला, 11
पुरूष, जुलाई
में 10
महिला, 3
पुरूष, अगस्त
में 11
महिला, 7
पुरूष, सितम्बर
में 11
महिला, 7
पुरूष, अक्टूबर
में 16
महिला, 8
पुरूष, नवम्बर
में 21
महिला, 7
पुरूष एवं दिसम्बर माह में 10
महिला, 05
पुरूष जो की गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराए गए थे।