शासकीय अधिकारी, कर्मचारी संगठन ने सौंपा ज्ञापन, कार्यवाही नही होने पर कलम बंद करेगे आंदोलन
अनूपपुर।
म.प्र.संयुक्त शासकीय अधिकारी,कर्मचारी संगठन एवं
म.प्र.पंचायत सचिव संगठन ने कोतमा जनपद अध्यक्ष मनीषा सिंह के द्वारा शासकीय कार्य
मे बाधा डालने व अभद्र व्यवहार किए करने तथा धमकी देने के संबंध में मंगलवार 13 अगस्त को कलेक्टर एवं
पुलिस अधीक्षक के नाम 7 सूत्री मांगो का
ज्ञापन अपर कलेक्टर बी.डी सिंह को सौंपते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया गया कि आए दिन जिले के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ विभिन्न
जनप्रतिनिधियों, संगठनों व असामाजिक
तत्वो के द्वारा अभद्रता करने एवं शासकीय कार्यो में बाधा डालने तथा अपशब्दो का
प्रयोग कर धमकी देने की घटना आम हो चली है, जिससे अधिकारियों एवं कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है तथा
अधिकारी एवं कर्मचारी प्रताडि़त होने से आक्रोश मे है। ज्ञापन के माध्यम से बताया
गया कि 9 अगस्त को लगभग 1.30 बजे खंड स्तरीय विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम
के दौरान मंगल भवन कोतमा में जनपद अध्यक्ष कोतमा मनीषा सिंह द्वारा मुख्य
कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोतमा को हाथ ऊपर उंगली दिखाते हुए धमकी दी और बोली
स्टेज फ्लैक्स में मेरी फोटो क्यो नही लगाए मै तुम्हे चप्पल उतार कर मारूंगी, तुमको अभी निपटा दूगीं। मुख्य कार्यपालन
अधिकारी कोतमा द्वारा यह समझाने पर कि शासन से जारी स्टेज फ्लैक्स में मुख्यमंत्री
एवं मंत्री आदिम जाति कल्याण के फोटो लगाना था। आपने फोटोग्राफ्स दिया नही था, इसलिए फोटो फ्लैक्स पर नही लगाया गया, इसके पश्चात भी वह अभद्रता करती रही। अधिकारी
कर्मचारी संगठन ने बताया की जिले के अन्य कार्यक्रमो में भी किसी जनपद अध्यक्ष का
फ्लैक्स पर फोटो नही लगाया गया था। वहीं मनीषा ङ्क्षसह द्वारा मुख्य कार्यपालन
अधिकारी जनपद पंचायत कोतमा राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी के साथ इस प्रकार के किए गए
अभद्रता को देखकर कोतमा विधायक सुनील सराफ, जिला पंचायत सदस्य मंगलदीन साहू,
जनपद
उपाध्यक्ष कोतमा अभिषेक सिंह, बीईओ व्ही.एम.
मिश्रा, बीआरसी सुनील पांडेय, एसडीओपी आरईएस हेमराज कोष्टी, तहसीलदार कोतमा पंकज नयन तिवारी, नायब तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला, जनपद कोतमा सहायक लेखा अधिकारी राकेश कुमार
गुप्ता, प्राचार्य कन्या उ.मा.
विद्यालय कोतमा निर्मला द्विवेदी, छात्रावास
अधीक्षिका कोतमा पार्वती ङ्क्षसह,पीसीओ जनपद कोतमा
प्रेमचंद पनिका, पीसीओ दलपत सिंह
श्याम, उपयंत्री अनिल कुमार भटनागर, उपयंत्री रवि शंकर डोंगरवाल, उपयंत्री दुर्गेश अग्रवाल, पंचायत साजाटोला सचिव दिलीप शर्मा, सचिव उमरदा जगदीश साहू,सचिव ठोड़हा ब्रजेश तिवारी, जीआरएस पंचायत पथरौडी गुलशन श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारियों एवं
कर्मचारियों ने बीच-बचाव किए। विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम होने के कारण मुख्य
कार्यपालन अधिकारी अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन अपमानित होकर भी देर शाम तक
उक्त कार्यक्रम को सफलता पूर्वक संपन्न कराए। विगत सप्ताह ही मुख्य कार्यपालन
अधिकारी जनपद पंचायत कोतमा को पदस्थ हुए हुआ है अध्यक्ष को ठीक से जानते भी नही थे
पूर्व में कोई मन मुटाव व विवाद जैसी स्थिति नही थी दुर्भावना ग्रस्त होकर अध्यक्ष
द्वारा अभद्रता किया जाना दुखद एवं निंदनीय है। उन्हे उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता
के लिए ससम्मान आमंत्रित किया गया था। इतना ही नही मनीषा सिंह द्वारा शासकीय
कार्यक्रम को १५ मिनट तक बाधित किया जाकर धमकी देना अत्यंत घ्रणित व अपराधिक कृत्य
किया गया है। जो भविष्य में कोई भी षड्यंत्र कर किसी भी प्रकार के झूठे आरोप एवं
कृत्यो को अनजाम दे सकती है। जिस पर अधिकारी संगठन ने जनपद कोतमा अध्यक्ष मनीषा
सिंह के विरूद्ध म.प्र. पंचायत राज व ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के नियम 40 व भारतीय दंड संहिता की धारा 186,
189 व 353 के अंतर्गत अपराधिक प्रकरण दर्ज कराते हुए एक
सप्ताह के अंदर कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है, जहां कार्यवाही नही होने पर सभी अधिकारी एवं कर्मचारी कलम बंद आंदोलन के लिए
बाध्य होगे।
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