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सोमवार, 19 अगस्त 2019

2 वर्षीय बालक की मौत पर शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे परिजन

                                ऑक्सीजन खत्म होने का लगाया आरोप,अपर कलेक्टर ने जांच के दिए निर्देश

अनूपपुर जिला चिकित्सालय में सुबह लगभग 11बजे उपचार के लिए भर्ती 2 वर्षीय बालक राम कृपाल केवट पिता कल्लू केवट निवासी जमुना की मौत हो जाने पर पिता रोते बिलखते हुए अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पिता ने आरोप लगाया की उसके पुत्र की मौत ऑक्सीजन सिलेण्डर के खत्म होने तथा डॉक्टर द्वारा उपचार के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई गई, जिसके कारण उसकी मौत हुई है। 2 वर्षीय मासूम की मौत के बाद जहां पूरा अस्पताल परिसर गमगीन रहा वहीं घटना की जानकारी सिविल सर्जन डॉ. एसआर परस्ते को दी गई, मौके पर पहुंचे सिविल सर्जन ने अंतरिक परिस्थितियों में मौत होने की बात कह पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया। जिससे परिजनों में और भी नाराजगी बढ़ गई। घटना के बाद परिजनों ने जिला चिकित्सालय के प्रबंधन एवं डॉक्टरो के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर मासूम के शव को अपने गोद में रख ढ़ाई किलोमीटर पैदल चल संयुक्त कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां अपर कलेक्टर बी.डी. सिंह सहित एसडीएम अनूपपुर अमन मिश्रा ने परिजनों की शिकायतों सुनी। इस दौरान अपर कलेक्टर ने एसडीएम से परिजनों के लिखित बयान दर्ज कराते हुए जांच के निर्देश दिए। परिजनों ने बताया की उसके २ वर्षीय पुत्र रामकृपाल केवट को 19 अगस्त सोमवार की सुबह अचानक बुखार आया और उसकी तबियत खराब होने लगी, जिस पर उसने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परासी सुबह लगभग 9.30 बजे पहुंचे जहां डॉक्टर नही मिलने पर बीएमओ अनूपपुर डॉ. आर.के.वर्मा के जमुना स्थित निज आवास पहुंचे। जहां डॉक्टर वर्मा की पत्नी ने उनकी शहडोल मे होने की बात कहते हुए मासूम बच्चे की हालत को देखते हुए तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परासी से एम्बुलेंस बुलवा कर बच्चे को जिला चिकित्सालय अनूपपुर उपचार के लिए भेजा। सुबह लगभग ११ बजे जिला चिकित्सालय पहुंचने पर पर्ची कटवाकर डॉ. बृजेश पटेल द्वारा भर्ती किया गया था। डॉक्टर ने पुत्र को भर्ती कर दवाई दी और ऑक्सीजन लगाया गया,कुछ देर में ऑक्सीजन खत्म हो गया और अस्पताल में दूसरा ऑक्सीजन सिलेण्डर नहीं था, ऑक्सीजन नहीं होने से स्टॉफ नर्स के द्वारा ड्रिप चढ़ा दी और दोबार बच्चे को देखने कोई डॉक्टर नही पहुंचा। बच्चे की हालत खराब होते ही डॉक्टर को फोन लगाया गया, लेकिन डॉक्टर के नही पहुंचे और लगभग 11.30 बजे बच्चे की मौत हो गई। वहीं इस पूरे मामले में बच्चे के पिता ने जिला चिकित्सालय में फैली अव्यवस्था एवं डॉक्टरो की लापरवाही के कारण बिना ऑक्सीजन के बच्चे के मौत की जानकारी विधायक अनूपपुर बिसाहूलाल सिंह को फोन से दी, विधायक ने कलेक्टर से चर्चा कर तत्काल जांच कर दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने तथा जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं एवं डॉक्टरो द्वारा की जा रही लापरवाही पर तत्काल ही सख्त कार्यवाही करने की बात कही। 

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