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गुरुवार, 10 सितंबर 2020

बिजली का तार काटकर बेचने वाले आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त


अनूपपुर। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश अनूपपुर की न्यायालय ने बिजली का तार काटकर बेचने वाले आरोनी नरेंद्र बसोर (21) वर्ष पिता रंजीत बसोर,अजीत बसोर उम्र (20)पिता बबनू बसोर एवं प्रेमलाल पिता माले बसोर (22) सभी निवासी ग्राम लाल मनेंद्रगढ़ जिला कोरिया की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए अतिरिक्त लोक अभियोजक सुधा शर्मा के विरोध पर जमानत आवेदन निरस्त कर दिया।
मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पांडेय ने गुरूवार को बताया की थाना कोतवाली अनूपपुर के आरोपी बिजली विभाग के तार को नुकसान पहुचाते हुए लगभग 7 क्विंटल सिल्वर अल्युमिनियम तार चोरी कर उसमे 2 क्विंटल तार बेच दिया। न्यायालय में आरोपियो ने कहा हमें झूठा फसाया गया है। जिसपर अभियोजन ने विरोध करते हुए कहा आरोपी आदतन अपराधी है इनके विरुद्ध जिले के अन्य थानो में कई प्रकरण दर्ज है,जमानत दिए जाने पर समाज में गलत संदेश जाएगा, साथ ही साक्ष्य प्रभावित कर सकता है व फरार हो सकता है। अभियोजन के तर्को से न्यायालय सहमत होते हुए आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त कर दी।

वन्य प्राणी का शिकार करने वाले आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त,भेजा जेल



अनूपपुर वन्य प्राणी का शिकार करने वाले आरोपियों की सुनवाई करते हुए न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी केपी सिंह की न्यायालय ने आरोपी अमर सिंह पिता हीरा सिंह (39) निवासी धुम्मा, प्रकाश सिंह पिता सुखलाल (20) निवासी धुम्मा, शिवरतन सिंह पिता गेंदलाल (19) निवासी धुम्मा भाना भालूमाड़ा की जमानत याचिका पर अभियोजन अधिकारी राजगौरव तिवारी की दलील सुनने के बाद निरस्त की।
मीडिया प्रभारी राकेश पाण्डेय ने गुरुवार को बताया की मामला वनपरिक्षेत्र कोतमा के पीओआर का जिसमें आरोपियों ने अनुसूची 03 का प्राणी वन्य जंगली सुअर को पीट-पीट कर मार डाला था और उसके मांस को आपस में बांट लिया था वन्य विभाग को सूचना मिलने पर विभाग ने आरोपियों के कब्जें से जंगली सुअर का कच्चा मांस, बाल, जबड़ा तथा चार पैर तथा मारने में प्रयुक्त फर्शा, टागी, लकड़ी का बेत और गडासा आदि की जब्ती कर गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया था।
आरोपियों ने जमानत आवेदन में कहां कि हमे झूठा फंसाया गया है। दूसरे आरोपी ने जेल जाने पर उनका भविष्य प्रभावित होने की दलील दी। जिसपर अभियोजन अधिकारी ने विरोध करते हुए कहां कि आरोपियों ने प्रकृति के पारिस्थितिकी तंत्र (इको सिस्टम) को बनाये रखने वाले वन्य प्राणियों को मारकर गंभीर अपराध किया है वर्तमान में वन्य प्राणियों पर अपराध बहुत अधिक बढ़ा है जमानत दिए जाने पर समाज में गलत संदेश जाएगा साथ ही साक्ष्य प्रभावित कर सकता है व फरार हो सकता है। न्यायालय ने अभियोजन के तर्को से सहमत होते हुए आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त दी।

तिपान नदी क्षतिग्रस्त पुल पर नए निर्माण की आस, खाद्य मंत्री ने 6.80 करोड़ राशि की रखी मांग



दर्जनों गांव का जिला मुख्यालय से जुड़ेगा सम्पर्क 
अनूपपुर जिला मुख्यालय अनूपपुर के सामतपुर से हर्री-बर्री गांव सहित फुनगा तक के दर्जनों गांव को जोडऩे वाली तिपान नदी पर क्षतिग्रस्त हुई 60 मीटर लम्बी पुल पर फिर से निर्माण की आस जगी है। ग्रामीणों की मांग पर प्रदेश खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री और पूर्व अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह ने मुख्यमंत्री से 6.80 करोड़ रूपए की मांग रखी है। जिसपर मुख्यमंत्री ने पुल की जरूरतों को देखते हुए जल्द राशि आवंटन के आश्वासन दिए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही प्रस्ताव की स्वीकृति और राशि आवंटन पर पुल का निर्माण कराया जाएगा। जिसके बाद फिर से दर्जनों गांव से जिला मुख्यालय की ओर आवागमन करने वाले ग्रामीणों को राहत मिल सकेगी। साथ ही ग्रामीणों को अनूपपुर जिला मुख्यालय आने के लिए 5 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी होगी।
वर्तमान में यह पुल दो स्थानों से पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर वी सेप में 5-6 फीट नीचे नदी की तल में बैठ गया है। दोनों स्थानों पर 8-10 खम्भों के साथ 40-45 फीट के स्लैप टूटकर खम्भो के साथ क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पुल क्षतिग्रस्त हुए लगभग एक साल बीत गए हैं, जहां ग्रामीणों की सुविधा के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग तैयार नहीं कराया गया। यह पुल वर्ष 2009 में 1 करोड़ 27 लाख की लागत से निर्माण कराया गया था। जिसकी लम्बाई लगभग 60 मीटर है, पुल आम व्यक्तियों के लिए वर्ष 2010 में खोला गया था। लेकिन अक्टूबर 2019 में यह क्षतिग्रस्त होकर बैठ गया।
जलसंसाधन विभाग का कहना था कि वर्ष 2009-10 के दौरान निर्माण से पूर्व विभाग द्वारा तकनीकि रूप में किए गए सर्वेक्षण में नदी के नीचे लगभग 35 फीट गहराई में हार्ड रॉक होने की जानकारी दी गई थी। साथ ही निर्माण पर अधिक लागत आने की बात कहते हुए निर्माण से मनाही कर दी थी। लेकिन बाद में ग्रामीणों की मांग पर शासन के निर्देश में नदी के रेत पर मात्र सात फीट गहराई पर ही टाईबीम के रूप में बेस तैयार कराया गया था। निर्माण के दौरान ही इंजीनियरों ने स्पष्ट कह दिया था कि नदी की रेत पर बने इस पुल के नीचे से बहने वाली नदी की धार में पुल लम्बे समय टिक नहीं पाएगा और जल्द क्षतिग्रस्त हो जाएगा। वर्तमान में पुल जहां निर्मित है वहां से एक किलोमीटर की परिधि में रेत की ही सिर्फ चादर बिछी है और हार्ड रॉक 35 फीट नीचे हैं। यहां पुल निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग ने लगभग 10 करोड़ बजट की मांग रखी थी। 
दर्जनों गांव का सहारा
यह पुल सामतपुर जिला मुख्यालय से फुनगा तक शॉटकट होने के कारण हर्री, बर्री, भगताबांध, पसला, बिजौड़ी, चातरहिया, रक्शा, कोलमी, अमगंवा, छुलकारी, फुनगा के ग्रामीणों का सहारा है। ग्रामीणों का कहना है कि शॉटकट रास्ते में यह मार्ग बहुपयोगी है। लेकिन अब इस पुल के क्षतिग्रस्त से हजारों ग्रामीणों की यातायात प्रभावित है। गांवों तक चार पहिया वाहन अन्य धुमावदार रास्ते से गांव में पहुंच रहे हैं। इसमें समय व धन भी अधिक खर्च होता है।

छह करोड़ के चावल हेरफेर के मामले में कार्रवाई अटकी, अब ईओडब्लू के पास जा सकता है मामला



एफआइआर के लिए लिखा पत्र, एक दूसरे के पाले में डाल रहे गेंद  
अनूपपुर सजहा वेयरहाउस से 23 हजार क्विंटल चावल लगभग 6.4 करोड़ की चोरी के मामले में एमडी भोपाल के दिए निर्देश के चार माह बाद भी दोषियों के खिलाफ एफआईआर का मामला अटका पड़ा है। एमडी के लिख पत्र के बाद कार्रवाई को लेकर विभागीय अधिकारी व पुलिस एक दूसरे के पाले में गेंद डाल रहें हैं। जिसके कारण छह करोड़ के चावल के हेरफेर के मामले में दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। वहीं हाल के दिनों में प्रदेशभर में खाद्यान्नों को लेकर आई गड़बडिय़ों में मामला ईओडब्ल्यू जाने के बाद अब अनूपपुर के इस प्रकरण के भी ईओडब्ल्यू के पास जाने की आशंका जताई जा रही है।  
मामले को लेकर अनूपपुर कोतवाली में दिए गए एफआईआर के आवेदन में पुलिस ने मूल दस्तावेजों की कमी बताई है। पुलिस ने अन्य मूल दस्तावेजों के साथ आरएम सतना को उपस्थित होने को कहा है। हालांकि 20 दिन पूर्व आरएम सतना ने पुलिस अधीक्षक को कुछ दस्तावेज सौंपे थे। लेकिन कार्रवाई को उलझाने और दस्तावेज की मांग की जा रही है। आरएम सतना का कहना है कि 15 दिनों में मूल दस्तावेज पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को सौंप दिया जाएगा, और एफआईआर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। क्षेत्रीय प्रबंधक सतना रवि सिंह ने बताया कि वेयरहाउस अनूपपुर, सतना सहित अन्य स्थानों से दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं। इस कार्य मे 15 दिन का समय लगेगा। दरअसल 26 मई को प्रबंध संचालक भोपाल अभिजीत अग्रवाल ने वसूली और कार्रवाई को लेकर जारी निर्देश के साथ राज्य शासन की ओर से जारी पांच अन्य पत्रों दिनांक 26 सितम्बर 2019, प्रबंधक संचालक भोपाल से 6 दिसम्बर 2019, 27 जनवरी 2020, 7 फरवरी 2020 तथा 12 मार्च 2020 का हवाला देते हुए आजतक सम्बंधित दोषियों के विरूद्ध कोई भी कार्रवाई नहीं किए जाने की बात और ना ही इस सम्बंध में कॉर्पोरेशन मुख्यालय को अवगत कराने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016-17 के दौरान सजहा वेयरहाउस से लगभग 23 हजार क्विंटल चावल चोरी हो गई थी। जिसकी भोपाल टीम द्वारा की गई जांच पड़ताल में यह बात सामने आई कि अनूपपुर में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर 22573.12 क्विंटल चावल खुर्दबुर्द किया गया है। इसमें शासन को 6 करोड़ 4 लाख 8 हजार 826 रूपए की आर्थिक क्षति हुई है। जिसे लेकर एससीएससी (मप्र स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भोपाल) प्रबंध संचालक अभिजीत अग्रवाल ने सतना आरएम रवि सिंह को पत्र लिखते हुए आर्थिक क्षति की राशि 6 करोड़ 4 लाख 8 हजार 826 रूपए वसूली केन्द्र प्रभारी रज्जू कोल, तथा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन शाखा प्रबंधक वायपी त्रिपाठी तथा सम्बंधित मिलर्स से करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रबंध संचालक ने केन्द्र प्रभारी रज्जू कोल तथा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के शाखा प्रबंधक वायपी त्रिपाठी और सम्बंधित मिलर्स के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने तथा उन्हें सेवा से पृथक किए जाने के लिए नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई करने निर्देशित किया था।
मिलिंग की कभी नहीं हुई मॉनीटरिंग
बताया जाता है कि वर्ष 2016-17 के दौरान धान की हुई उपज के उपरांत चावल के लिए मिलर्स को आवंटन दिए गए। जिसमें मिलर्र्स ने विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत में औने पौने कागजों पर धान का उठाव किया। लेकिन उठाए गए धान के बदले चावल की खेप को गोदामों तक नहीं पहुंचाया। इसे लेकर कभी विभागीय अधिकारी भी मॉनीटरिंग नहीं की। जबकि प्रावधानों के अनुसार जिला कलेक्टर सहित जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी(जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक) ने कभी मिलों का निरीक्षण नहीं किया और ना ही गोदामों तक पहुंचने वाले चावल की खेपों का मिलान किया। यहीं नहीं विभाग ने मिलिंग और ट्रांसपोटिंग का भी पूरा भुगतान कर दिया था।
क्षेत्रीय प्रबंधक एससीएससी सतना रवि सिंह ने बताया कि 20 दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक को कुछ मूल दस्तावेज सौंपे हैं। औ मूलदस्तावेजों की मांग की गई है। सम्बंधित स्थानों से दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं। 15 दिनों में पुलिस को सौंप दिए जाएंगे।

बुधवार, 9 सितंबर 2020

अमरकंटक में नर्मदा नदी का अस्तित्व खतरे में



अनूपपुर। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा मानी जाने वाली मां नर्मदा जहां तीन राज्यों मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात को अपनी में ममता से निरंतर सीचती रहतीं हैं वहीं दूसरी ओर मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक में मां नर्मदा की स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है,
अमरकंटक में मां नर्मदा के तट पर एवं उनकी सहायक नदियों के तट पर अतिक्रमण किया जा रहा है जिससे अमरकंटक में नर्मदा नदी के स्रोत पर खतरा मंडराने लगा है इन दिनों मां नर्मदा की प्रथम सहायक नदी गायत्री के उद्गम वाले पहाड़ पर नगरपरिषद अमरकंटक द्वारा मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग को रेस्ट हाऊस निर्माण के लिए भूमि आवंटित की गई। पर्यटन विभाग द्वारा निर्माण कार्य आरंभ हो गया है जिससे मां नर्मदा की सहायक नदी के स्रोत के साथ साथ मां नर्मदा के स्रोत को भी क्षति पहुंचेगी साथ ही पुराने शाल के पेड़ भी कटेंगे जो कि प्रति वर्ष ग्रीष्म काल में लगने वाली आग के कारण वर्तमान में शाल के एक भी नए पौधे पैदा हो ही नही पाते इसके अलावा जिस जगह पर मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा रेस्टहाउस का निर्माण कार्य चल रहा है वहां तक पहुंचे के लिए सीसी सड़क का निर्माण भी किया जाएगा, जल की आपूर्ति के लिए बोरिंग होगा इस तरह अमरकंटक के ग्राउंड वाटर को भी प्रभावित किया जाएग।

कृषि विज्ञान केंद्र तथा कृषि विभाग की टीम ने धान तथा सोयाबीन के खेतों का किया निरिक्षण



अनूपपुर। इंदिरा गॉधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. एसके पाण्डेय के निर्देशन में कृषि विज्ञान केंद्र तथा कृषि विभाग के विषय विशेषज्ञो ने बुधवार को संयुक्त रूप से खेतो में लगी सोयाबीन तथा धान की फसलों को नुकसान पहुचने वाले कीट-व्याधि के निरीक्षण किया। निरीक्षण में अनिल कुर्मी विषय वस्तु विशेषज्ञ (पौध सुरक्षा),कृषि विभाग से  प्रभात सिंह टेकाम, अमर सिंह टेकाम एवं कुवर सिंह उइके शामिल रहे।
निरीक्षण में सोयाबीन की फसल तंबाकू की इल्ली तथा बिहार के कम्बल कीट से प्रभावित है। यह कीट फसल को 5-20 प्रतिशत तक नुकसान पहुचा रहे है। इन कीटो के नियंत्रण के लिए अनिल कुर्मी ने बताया की स्पाइनेटोरम 11.7 प्रतिशत कीटनाशक की 180 मिली मात्रा या लेंबडासाइलोथ्रिन 5 प्रतिशत कीटनाशक की 150 मिली मात्रा का प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए तथा धान की फसल झुलसा रोग से प्रभावित पाई है जो यह गम्भीर समस्या के रूप मे उभर सकता है। झुलसा रोग के नियंत्रण के लिए ट्राइसाइक्लोजोल 75 प्रतिशत फफूंदनाशक की 120-140 ग्राम मात्रा या एजोक्सोस्ट्रोविन 11 प्रतिषत टेबुकैनाजोल 18.3 प्रतिशत फफूंदनाशक दवा की 300 मिली मात्रा को 150-200 ली. पानी में घोलबनाकर प्रति एकड में छिड़काव की बात कहीं।

अतिक्रमणकारियों की दादागिरि, बालक हाईस्कूल का रोक निर्माण

अनूपपुर। शासकीय बालक हाईस्कूल के लिए शासन द्वारा स्वीकृत नवीन भवन निर्माण के लिए स्कूल प्रबंधक को शासकीय जमीन नहीं मिल रहा है। बार बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों और राजस्व विभाग को दी गई जानकारी के बाद न तो आजतक जिला प्रशासन और ना ही विभाग ने अतिक्रमणों को हटाने रूचि दिखाई। आलम यह है कि जरूरतों की अनदेखी कर स्कूल प्रबंधक द्वारा कम कक्षाओं  मिडिल सहित हाई और हायर सेकेंड्री की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए कम्प्यूटर लैब के कमरे को आलमारी से घेर कर आधे कमरे में कक्षा तो दूसरी ओर लैब का संचालन कराया जा रहा है। यहां तक कि परीक्षा संचालन की प्रक्रिया भी इसी कमरे में कराई जाती है।
प्राचार्य बीके यादव ने बताया कि यहां न्यूनतम 9 कमरों की आवश्यकता है। लेकिन वर्तमान में 7 कमरों में लगभग 300 छात्रों से अधिक को बैठाना पड़ता है। हालांकि अभी कोरोना के कारण कक्षाएं बंद है। लेकिन कक्षाओं के संचालन के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विभागीय जानकारी के अनुसार चंदास नदी तट स्थित शासकीय भूमि खसरा नम्बर 161/1 क/1 लगभग 1.009 हेक्टेयर भूमि पर लगभग .202 हेक्टेयर रकबे पर नवीन हायर सेकेंड्री भवन का निर्माण कराते हुए वर्ष 2013-14 में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर से मिडिल स्कूल और हाईस्कूल को नवीन भवन में स्थानांतरित किया गया था। वर्ष 2018-19 में उन्नयन करते हुए हायरसेकेंड्री की मान्यता मिली। वहीं जिला प्रशासन ने बच्चों के खेल मैदान सहित अन्य जरूरतों को देखते हुए अपर्याप्त साबित हो रही स्कूल के लिए नवीन भवन निर्माण के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए थे। जिला प्रशासन की अनुमति उपरांत विभाग ने नए भवन का प्रस्ताव शासन को भेजा।
इस दौरान वर्ष 2018 दिसम्बर ने शासन ने नवीन भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए .322 हेक्टेयर पर लगभग 1 करोड़ 73 लाख 35 हजार की राशि आवंटित कर दी। 14 कमरों वाली नवीन भवन के निर्माण की जिम्मेदारी शासन ने पीआईयू को सौंपी। लेकिन आश्चर्य जब नवीन भवन निर्माण की प्रक्रिया आरम्भ की गई तो अतिक्रमणकारियों ने शासकीय भूमि पर अपना स्वामित्व जताते हुए जमीन देने से इंकार कर दिया। वहीं मामले में राजस्व विभाग ने भी शासकीय भूमि पर सीमांकन करने से मनाही कर दी। हालात यह रहे कि दो साल से नवीन भवन के लिए राजस्व विभाग द्वारा जमीन आवंटन नहीं कराया जा सका और ना ही नवीन भवन के निर्माण हो सके। शासन ने विभाग से यह भी निदेर्शित किया था कि अगर सम्बंधित जमीन भवन निर्माण के लिए कम पड़े तो जी वन डिजाइन के भवन का निर्माण कराना सुनिश्चित करें।
बताया जाता है कि शासन ने दिसम्बर 2018 में राशि आवंटन के जारी आदेश के बाद पुन जनवरी 2019 में रिमाईड पत्र जारी कर भवन के निर्माण कराने आदेशित किया था। लेकिन इसके बाद भी विभागीय अधिकारियों की नींद नहीं खुली। बताया जाता है कि शासन के राजस्व रिकार्ड में अनूपपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग से लेकर बालक छात्रावास तक लगभग 1.009 हेक्टेयर भूमि अंकित है। इसमें शासकीय हाईस्कूल बालक .202 हेक्टेयर रकबे पर परिसर की बाउंड्रीबॉल बनकर जमीन पर काबिज है। इसके अलावा स्कूल के दोनों छोर पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा रखा है।
एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी ने बताया कि हमने अतिक्रमणकारियों ो भूमि खाली करा कर निर्माण के लिए विभाग को सौंप दिया था। कोई परेशानी हो तो थाने में रिर्पोट दर्ज करायें।
कार्यपालन यंत्री पीआईयू शारदा सिंह ने बताया कि जब हम कार्य के लिए गये तो लोगो ने काम नही होने दिया जिसकी जानकारी कलेक्टर को देदी गई है। हम पुलिस में  शिकायत दर्ज करा रहे है।


मंगलवार, 8 सितंबर 2020

सरकार की सफल योजनाओं तथा कार्यकर्ताओं के बूते जीतेंगे चुनाव - रामलाल रौतेल



पन्द्रह महीने कांग्रेस ने दिया जनता को धोखा
अनूपपुर मध्यप्रदेश की जनता ने पिछले पन्द्रह महीने कांग्रेस का कुशासन देखा है। कमलनाथ सरकार ने समाज के गरीब,बेरोजगार, किसान, मजदूर, बेटियों के लिए कुछ नही किया। इनके वायदों पर जनता ने भरोसा करना बन्द कर दिया तो 2018 के चुनाव मे इन्होंने वचन दिया। सरकार बन गई तो इन्होने बड़ी बेशर्मी से वचन तोडऩे में भी कोई संकोच नही किया। मंगलवार को कांग्रेस के आचरण पर करारा प्रहार करते हुए प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष तथा अनूपपुर विधानसभा उप चुनाव के संचालक रामलाल रौतेल ने कही।
प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के पुत्र मोह के चलते वरिष्ठ विधायकों को इतना उपेक्षित, अपमानित किया गया कि उनके ही विधायक पार्टी छोड़ गये। मध्यप्रदेश की सरकार कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी के कारण गिर गयी। जिसके चलते आज हम उप चुनाव में हैं।
पार्टी अनूपपुर का चुनाव भारी बहुमत से जीतने जा रही है। सात सितम्बर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा आए आम नागरिकों तथा कार्यकर्ताओं की उनके प्रति सद्भावना, मप्र. सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा भारतीय जनता पार्टी के मजबूत- एकजुट कार्यकर्ताओं के बूते हम चुनाव में उतरने जा रहे हैं।
चुनाव संचालन समिति के मार्गदर्शन मे विधानसभा के सभी पांचों मंडलों की आन्तरिक बैठकें करने के बाद सभी में सफल कार्यकर्ता सम्मेलन कराया गया। आज तक कांग्रेस अपना प्रत्याशी नहीं खोज सकी। रौतेल ने दावा किया है कि भाजपा का प्रत्याशी प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतेगा।

जिले में कोरोना के तीन नए संक्रमण की पुष्टि, कुल मरीजों की संख्या हुई 507


अनूपपुर। जिले में कोरोना के तीन नए व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। 8 सितम्बर को इंदौर टेस्टिंग लैब से प्राप्त रिपोर्ट में 3 में संक्रमण की पुष्टि हुई है। संक्रमितों में 1 पुरूष,1 महिला एवं 1 बालक शामिल हैं। तीनों में से 1 संक्रमित पुरुष जमुना तथा 2 संक्रमित (1 महिला एवं 1 बालक) गौरेला के निवासी हैं। तीनों संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है और संक्रमितों के प्राथमिक कांटैक्ट के सैम्पल लेने की कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अब तक जिले से 12015 सैम्पल कोरोना जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। जिनमें से अब तक प्राप्त रिपोर्ट में 507 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में ऐक्टिव कोरोना संक्रमितों की संख्या 71 है। ८ सितम्बर को 19 व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। अब तक 434 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं तथा 2 संक्रमित की मृत्यु हो चुकी है। अन्य जिलो में टेस्टिंग पर कोरोना संक्रमित पाए गए जिले के 3 निवासियों की मृत्यु हो चुकी है।
20 मरीज कोविड सेंटर, 44 होम आइसोलेट
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वर्तमान में 20 कोरोना संक्रमित कोविड केयर सेंटर अनूपपुर में इलाजरत है। जबकि 44 कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति प्रारम्भिक स्वास्थ्य जांच एवं अन्य सुविधाओं की उपलब्धता पर होम आइसोलेशन में हैं। साथ ही 4 कोरोना संक्रमित जिले के बाहर अन्य अस्पतालों में इलाजरत हैं।

दुकान का शटर तोड़कर मोबाइल सहित अन्य सामग्री चोरी,सीसीटीवी में कै



अनूपपुर। राजेन्द्रग्राम थाना से चंद मीटर की दूरी राजेन्द्रग्राम मुख्य बस स्टैंड में संचालित मोबाइल दुकान पर 8 सितम्बर की सुबह अज्ञात चोरो ने चोरी की घटना को अंजाम दिया, जिसमें लगभग 60-70 हजार रूपए की मोबाइल और अन्य सामग्रियों के चोरी होने के अनुमान लगाए गए हैं। दुकान मालिक अखिलेश शुक्ला की शिकायत पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है। वहीं दुकान में लगी सीसीटीवी कैमरे में चोरी की घटना कैद को गई। थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो ने बताया कि घटना सुबह 4 बजे के आसपास की है। जहां लगभग 3-4 चोरों ने घटना को अंजाम दिया है। सम्भावना है कि चोरो ने हाथ से बलपूर्वक शटर को खींचते हुए उसे ग्रिपलाइन से बाहर निकाल दिया। इसके बाद दुकान के अंदर प्रवेश करते हुए 60-70 हजार रूपए के बीच मोबाइल और सामग्रियों की चोरी कर फरार हो गए हैं। सीसीटीवी फुटेज में कैद फोटो के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है।

संदिग्धावस्था में सड़क पर वृद्ध का मिला शव,जांच में जुटी पुलिस



अनूपपुर। भालूमाड़ा थाना अंतर्गत ग्राम बदरा स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर 8 सितंबर को श्रमिक नगर व बस स्टैंड के बीच 55 वर्षीय वृद्ध भागवत दास निवासी बेलिया का शव संदिग्धावस्था में सड़क पर गया है। सम्भावना है कि किसी अज्ञात की ठोकर में उसकी मौत हुई होगी। घटना की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताया जाता है कि मृतक भागवत दास उम्र 55 साल निवासी बेलिया जिसका बदरा में महामाया मंदिर के पास ससुराल था मृतक राकेश चौधरी का जीजा बताया जा रहा है वह मृत अवस्था में मिला है उसके सर पर गंभीर चोट है लेकिन उसके कपड़े उतरे हुए हैं जिससे संदिग्ध परिस्थितियां निर्मित हो रही है हालांकि मौके पर भालूमाड़ा पुलिस कर पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है वृद्ध के मरने का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है मौके पर पुलिस के साथ वृद्ध के परिजन भी पहुंच गए हैं।

खाद्य मंत्री की मांगो पर मुख्यमंत्री शीघ्र पूरा करने का दिया आश्वासन


मुख्यमंत्री के आगवन पर क्षेत्र विकाश की थी मांग

अनूपपुर। खाद्य एवं नागरिक उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनूपपुर आगमन पर जिला, विधानसभा स्तरीय एवं प्रदेश स्तरीय प्रमुख मांगों को रखा। जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही आपकी सभी मांगे पूरी की जाएंगी। अनूपपुर जिले कि प्रदेश में एक अलग पहचान होगी। बिसाहूलाल सिंह ने जो मांगो में जिला एवं सत्र न्यायालय अनूपपुर के नये भवन एवं न्यायाधीशो के आवास हेतु भवन निर्माण के संबंध में वित्त विभाग से राशि स्वीकृत करा प्रशासकीय स्वीकृति दिलाया जाये, अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में शिक्षित बेरोजगारों, डिग्री एवं डिप्लोमा धारी नवयुवकों को यहाँ संचालित उद्योगों में प्राथमिकता दिये जाने, विधानसभा क्षेत्र में लघु एवं कुटीर व नये उद्योगों की स्थापना करने हेतु विशेष अभियान चलाया जाय जिससे स्थानीय शिक्षित कुशल एवं बेरोजगार युवकों को यहीं रोजगार प्राप्त हो सके उन्हें रोजगार प्राप्त करने के लिए अन्य प्रांतों में न जाना पड़े, अतिथि शिक्षकों को नियमित किया जाए, गुरूजियों की नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता एवं संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं अन्य दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों कोटवार, रसोईयों एमडीएम को नियमित करने, जिले में पुलिस, शिक्षकों, पटवारियों, चिकित्सकों एवं अन्य सभी विभागों में रिक्त पदों की पूर्ति की करने,फुनगा में उप तहसील कार्यालय खोलने की घोषणा 2003 में उमा भारती द्वारा की गई थीं, जिसे उपतहसील बनाए जाने हेतु स्वीकृति, फुनगा में महाविद्यालय खोले जाने हेतु स्वीकृति, बम्हनी कनई खोधरा में बांध का निर्माण कराए जाने, पसला, बरबसपुर, धुरवासिन एवं केल्हौरी घाट पर सोन नदी में स्टाप डैम बनाकर लिफ्ट एरीगेशन से किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाने, चचाई में 660 मेगावाट की नवीन इकाई, अनूपपुर में कन्या महाविद्यालय, अनूपपुर शहर बाईपास मार्ग, अमलाई को नगरपंचायत बनाने,नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र, विकासखंड जैतहरी में आवासीय कन्या शिक्षा परिसर निर्माण, (लागत- 28 करोड़ रुपए), तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर में गणित एवं विज्ञान संकाय संचालित किए जाने, अनूपपुर पॉलिटेक्निक कॉलेज में मेकैनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल सहित अन्य संख्या का संचालन कराये जाने की स्वीकृति के लिए खाद्य मंत्री ने मुख्यमंत्री से माँग की इसके साथ ही अनूपपुर-सामतपुर-हर्री मार्ग तिपान नदी पर पुल एवं रोड का निर्माण कराये जाने (लागत- 6 करोड़ 80 लाख) तथा ग्राम पंचायत देवहरा एवं बरगवां को सम्मिलित कर अमलाई नगर पंचायत बनाए जाने को अनुरोध किया था। जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा सभी मांगों को शीघ्र पूरा किया जाएगा।

दुष्कर्म के आरोपी को 21 वर्ष का सश्रम कारावास एवं पीडि़ता को 6000 रुपए देने का आदेश



अनूपपुर विशेष न्यायाधीश भूपेन्द्र नकवाल की न्यायालय ने थाना कोतवाली अनूपपुर के विशेष प्रकरण में आरोपी 24 वर्षीय सोनू ऊर्फ राजेन्द्र चौधरी पिता हीरालाल चौधरी ग्राम मनमारी के विरूद्व नाबालिग लड़की के साथ दुष्ककर्म के अपराध को प्रमाणित होने पर न्यायालय ने आरोपी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी सभ्य समाज में नारियो के प्रति वह भी नाबालिक के प्रति वस्तु के रुप मे व्यहार बर्दास्त नही किया जा सकता। आरोपी को 21 वर्ष का सश्रम कारावास के साथ पीडि़ता को 6000 रुपए देने का आदेश दिया है। 
अभियोजन मीडिया प्रभारी अनूपपुर राकेश कुमार पाण्डेय ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी पर कोतवाली अनूपपुर में 17 वर्ष की पीडि़ता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई की सोनू ऊर्फ राजेन्द्र चौधरी शादी का झांसा देकर अपने घर ले गया और उसके साथ 8-9 माह तक लगातार दुष्कर्म किया जिस पर थाना कोतवाली में प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना उप.निरी.विशाखा उर्वेदी ने मौखिक/दस्ताावेज  साक्ष्य के अतिरिक्त वैज्ञानिक साक्ष्यों कों संकलित कर पीडि़ता के शरीर से प्राप्त साक्ष्यों की डीएनए जॉच कराई गई जॉच में आरोपी द्वारा ही कृत्यक किये जाने की पुष्टि हुई।
न्यायालय में अभियोजन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक हेमंत अग्रवाल ने की जिन्होंने न्यायालय में साक्षियों के कथन और आवश्यक दस्तोवेजों प्रस्तुत किया जिस पर न्याायालय ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को 21 वर्ष के सश्रम कारावास के दण्ड से दण्डित करते हुए पीडि़ता को 6000 रुपए देने का आदेश दिया है।

वाहन चोरी के आरोपी की जमानत याचिका निरस्त


अनूपपुर वाहन चोरी करने वाले की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी नितेन्द्र सिंह तोमर कोतमा की न्यायालय ने 25 वर्षीय आरोपी राजकुमार पिता पूरन सिंह गोड निवासी कमलनगर थाना रामनगर की अभियोजन अधिकारी राजगौरव तिवारी द्वारा विरोध करने पर खारिज कर दी।
सहायक मीडिया प्रभारी विशाल खरे ने मंगलवार को बताया की मामला थाना बिजुरी के धारा 379 भादवि के आरोपी राजकुमार पर फरियादी ने कपिलधारा कालोनी से मोटर साईकिल क्र. सी.जी 11 एएस 4354 घर के बाहर से चोरी किया गया जिसकी सूचना पर पुलिस द्वारा अपराध कायम कर विवेचना के दौरान आरोपी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर अपराध स्वीकार कर वाहन को जब्त कराया आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था।
 आरोपी ने जमानत आवेदन में बताया कि झूठा फसाया गया है। जिसपर अभियोजन अधिकारी द्वारा जमानत आवेदन का विरोध किया कि आरोपी रात्रि में फरियादी के घर के बाहर से वाहन चोरी कर अपराध किया है वर्तमान में चोरी की घटनाए बहुत बढ़ गई है जमानत का लाभ मिलता है तो साक्ष्य प्रभावित व फरार हो सकता है। न्यायालय ने दोनो पक्षो को सुनने के बाद अभियोजन के तर्को से सहमत होते हुए आरोपी की जमानत याचिका अंतर्गत निरस्त कर दिया।

नवगठित नगर परिषद डोला के 15 वार्डों का आरक्षण सम्पन्न


अनूपपुरकलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर की अध्यक्षता में मप्र.नगरपालिका अधिनियम 1961 की धारा 29 की उपधारा (1) एवं (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं) का आरक्षण नियम 1994 के तहत अनूपपुर जिले की नवगठित नगर परिषद डोला में होने वाले सामान्य निर्वाचन में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिए वार्डों के आरक्षण की कार्यवाही मंगलवार को पूर्ण की गई।
नगर परिषद डोला के वार्ड आरक्षण की कार्यवाही में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी सरोधन सिंह, एसडीएम कोतमा ऋषि सिंघई, नपा कोतमा के उपयंत्री संजीव उरैती, ग्राम पंचायत सचिव रामकिशोर शर्मा सहित डोला क्षेत्र के जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। 
नवगठित नगर परिषद डोला में कुल 15 वार्ड हैं। इनमे से 6 वार्ड (वार्ड क्र. 2,6, 8,10,11,15) अनुसूचित जनजाति हेतु आरक्षित किए गए। जिसमे वार्ड क्र. 6,10 एवं 11 अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित हुए। इसी प्रकार वार्ड क्र.12 अनुसूचित जाति के लिए, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 4 वार्ड जिसमे वार्ड 3, 7, 9,14 लाट के द्वारा आरक्षित किए गए। इनमे से वार्ड 9 एवं 14 अन्य पिछड़ा वर्ग महिला हेतु आरक्षित हुए। शेष 4 वार्ड (वार्ड 1, 4, 5, 13) अनारक्षित हैं, इसमे वार्ड क्र 4, 5 एवं 13 अनारक्षित महिला हेतु आरक्षित किए गए।  

सोमवार, 7 सितंबर 2020

मुख्यमंत्री ने किया 302 करोड़ से अधिक के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन



पार्टी में उभरा अंर्तकलह,मंत्री और जिलाध्यक्ष की उपेक्षित भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बैठे दर्शकदीर्घा
अनूपपुर मध्यप्रदेश में शीघ्र शासकीय नौकरियों में भर्ती प्रारंभ की जाएगी। कोरोना संकट के कारण बेरोजगार हुए ठेला चालकों, फल एवं सब्जी बेचने वालों, मजदूरी करने वाले, रिक्शा चालकों को 10 हजार रुपए का लोन दिलाया जाएगा। ताकि वे रोजगार स्थापित कर अपना जीवन यापन कर सकें। पूर्व में संचालित संबल योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना एवं आदिवासी बैगा एवं सहरिया महिलाओं को एक हजार रु. की राशि मुहैया कराने वाली योजना को पुन: प्रारंभ कर दिया गया है। यह बात अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव से पूर्व 7 सितम्बर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिला मुख्यालय में किए गए विकास कार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस मौके पर 200 बिस्तर क्षमता वाले जिला अस्पताल नवीन भवन, 12.01 करोड़ की रेलवे ओवरब्रिज, 1.09 करोड़ की लागत से एकलव्य विद्यालय में आधुनिक सुविधायुक्त ऑडिटोरीयम निर्माण कार्य का भूमिपूजन सहित कुल 184.74 करोड़ रुपए लागत के अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण किया। साथ ही जिले के लिए उनकी नई मांगों की सूची में शामिल 660 मेगावाट क्षमता वाले चचाई विद्युत पावर प्लांट, बाइपास मार्ग, कन्या महाविद्यालय, तुलसी महाविद्यालय में पीजी कक्षाएं व हर्री गांव में क्षतिग्रस्त पुल के निर्माण पर जल्द ही स्वीकृति के लिए आश्वस्त किया।

हालांकि इस दौरान भाजपा की अंर्तकलह खुलकर सामने आ गई। जहां भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व अनूपपुर जिला चुनाव संचालक रामलाल रौतेल मंच की बजाय दर्शक दीर्घा में बैठे नजर आए। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें मानने का प्रयास किया, लेकिन नहीं माने, मीडिया से रूबरू होते उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए मंत्री बिसाहूलाल सिंह, जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम तथा अनूपपुर पूर्व नपाध्यक्ष पर उपेक्षा का आरोप लगाया और पूरे कार्यक्रम में उनकी अनदेखी की बात कही। वहीं मुख्यमंत्री भी पत्रकारों से चर्चा के दौरान रामलाल रौतेल के सवाल पर बिना जवाब दिए अपनी वाहन की ओर तेज कदमों से बढ़ गए। इस मौके पर केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मंत्री आदिम जाति कल्याण एवं जनजातीय कार्य विभाग मीना सिंह, सांसद शहडोल संसदीय क्षेत्र हिमाद्रि सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा राजेंद्र शुक्ल, जिपं अध्यक्ष रूपमती सिंह, पूर्व विधायक अनूपपुर रामलाल रौतेल सहित अन्य पदाधिकारी शामिल रहे।

सीएम से मिलने पहुंचे अतिथि शिक्षकों को प्रशासन ने रोका, कोतमा थाना छोड़ा 
मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपने मुख्यालय पहुंचे अतिथि शिक्षकों को प्रशासन ने मिलने से रोक दिया। भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सीतापुर में बनी वन चौकी में सभी को रखा। कुछ देर बाद जब सभी अतिथि शिक्षक नवीन सर्किट हाउस की ओर प्रस्थान किए तो पुलिस ने उन्हे बस में भरकर सीधे 40 किलोमीटर दूर कोतमा थाने पहुंचा दी।  लेकिन प्रशासन ने मुख्यमंत्री से मिलने से अतिथि शिक्षको को रोक दिया। इस दौरान मंत्री, अधिकारियों व पुलिस अधीक्षक से भी अतिथि शिक्षकों ने चर्चा की थी। लेकिन सभी ने अनसुना कर दिया।    
युवा कांग्रेस अध्यक्ष सहित कार्यकर्ता हुए नजरबंद
सीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम के दौरान शांति भंग की आशंका में प्रशासन ने कोतमा स्थित युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष गड्डू चौहान सहित अन्य कार्यकर्ताओं को नजरबंद कर दिया। कोतमा में पुलिस बल तैनात कराए गए। ताकि यहां से युवाओं का दल अनूपपुर की ओर कूच न करें। उल्लेखनीय है कि बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में शामिल होने के उपरांत युवा कांग्रेस कार्यकर्ता इसका जमकर विरोध कर रही है, इससे पूर्व मंत्री के काफिले को काला झंडा भी दिखाया गया था।
बिसाहूलाल की फिसली जुबां :

बिसाहूलाल सिंह जब मंच से कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे, तभी उनकी जुबां अचानक फिसल गई। जिला भाजपा अध्यक्ष की जगह जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बोल गए। बाद में सुधार करते भाजपा अध्यक्ष बोला।  
धनपुरी पूर्व नपा अध्यक्ष ने जताया विरोध:
मुख्यमंत्री जैसे ही कार्यक्रम को सम्बोधन शुरू किया तभी शहडोल जिले की नगरपालिका धनपुरी सीएमओ पर 45 लाख के घोटाले का आरोप लगाते हुए पूर्व नपा अध्यक्ष हंसराज तनवर ने विरोध जताया। मुख्यमंत्री ने शांत कराते हुए उनके पास आवेदन लेने पहुंचने का आश्वासन दिया, लेकिन हंसराज पहले उनकी बात को सुनने जिद पर अड़े रहे। जिसे बाद में पुलिस पकड़कर उसे दीर्घा स्थल से दूर ले गई।

सर रिसोर्ट एंड फन सिटी वॉटर पार्क में फिर एक मौत, सुरक्षा पर सवाल

एक वर्ष में दो युवकों की मौतें, एक डूबने से तो दूसरी करंट  अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सकरा स्थित सर रिसोर्ट एंड फन सिटी वॉट...