फेसबुक में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन का प्रयोग की सलाह, साइबर अपराध से बचने हेतु एडवाईजरी जारी
अनूपपुर। नागरिकों को फेसबुक अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिये पासवर्ड स्ट्रांग बनाने एवं फेसबुक में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन का प्रयोग करने की सलाह अनूपपुर पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने दी। जिससे फेसबुक अकाउंट अधिक सुरक्षित होगा एवं हैक नही होगा। पुलिस अधीक्षक ने सोमवार 18 मई को साइबर अपराध से सुरक्षा हेतु एडवाईजरी जारी की है। जिसमे कहा कि फेसबुक अथवा अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से आपका कोई रिश्तेदार या कोई मित्र पैसो की मांग करता है तो आप सीधे उसे पैसे न भेजे जिसने पैसे की मांग की है उससे या उसके परिवार के किसी सदस्य से फोन पर बात अवश्य कर ले।
जारी एडवाईजरी में ऐसे अपराधों की प्रक्रिया को समझाते हुए उनसे बचकर रहने की सलाह दी है। ऐसे व्यक्ति जिसने अपनी पर्सनल जानकारी अपने फेसबुक अकाउंट में दी है ऐसे व्यक्तियों का डाटा कलेक्ट करके फ्रॉड करने वाले एक -एक करके उसकी निजी जानकारी से फेसबुक आईडी के पासवर्ड डालकर फेसबुक अकाउंट हैक कर लेते है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आधुनिक युग में हमे बहुत सी एप्लीकेशन एवं इंटरनेट बैंकिग के लिये कई सारे पासवर्ड लगाने होते है इसलिये आम तौर पर हम लोग ऐसे पासवर्ड डालते है कि जल्दी से हमें पासवर्ड याद रहे इसलिये हम अपने पासवर्ड में मोबाइल नम्बर, वाहन का नम्बर या स्वयं की जन्म तिथि आदि को ही अपना गोपनीय पासवर्ड बना देते है। और यह सभी जानकारी फ्रॉड करने वाले व्यक्तियों को आपके फेस बुक अकांउट से आसानी से प्राप्त हो जाती है।
फेसबुक अकाउंट हैक करने के बाद फ्रॉड करने वाले उसमें नया पासवर्ड डाल देते है जिससे आप अपना फेसबुक अकाउंट उपयोग नही कर पाते और आपके फेसबुक अकाउंट से ये लोग आपके फेसबुक फेंड, रिश्तेदारो को किसी बहाने के साथ मैसेज भेजते है जैसे कि मेरा एक्सीडेंट हो गया, या ऐसा किसी एमरजेंसी का उल्लेख कि मै आप से बात नही कर सकता मुझे पैसो की बहुत आवश्यकता है इस प्रकार के मैसेज भेजते है यह पैसे भी पाँच या दस हजार तक ही मांगते है। रिश्तेदार अपना समझ कर पैसे मैसेज में दिये अकाउंट में भेज देते है। कुछ दिनो के बाद जब रिश्तेदार या फ्रेंड हाल चाल जानने के लिए फोन करते है तब जाकर आपको इस फाड के बारे में पता चलता है। अत: ऐसे व्यक्तियों से सावधान एवं सतर्क रहें, बिना जानकारी की पुष्टि के कोई भी अंतरण न करें।