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सोमवार, 18 मई 2020

फेसबुक अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिये अपने पासवर्ड स्ट्रांग बनाये-पुलिस अधीक्षक

फेसबुक में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन का प्रयोग की सलाह, साइबर अपराध से बचने हेतु एडवाईजरी जारी

अनूपपुर नागरिकों को फेसबुक अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिये पासवर्ड स्ट्रांग बनाने एवं फेसबुक में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन का प्रयोग करने की सलाह अनूपपुर पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने दी। जिससे फेसबुक अकाउंट अधिक सुरक्षित होगा एवं हैक नही होगा। पुलिस अधीक्षक ने सोमवार 18 मई को साइबर अपराध से सुरक्षा हेतु एडवाईजरी जारी की है। जिसमे कहा कि फेसबुक अथवा अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से आपका कोई रिश्तेदार या कोई मित्र पैसो की मांग करता है तो आप सीधे उसे पैसे न भेजे जिसने पैसे की मांग की है उससे या उसके परिवार के किसी सदस्य से फोन पर बात अवश्य कर ले।

जारी एडवाईजरी में ऐसे अपराधों की प्रक्रिया को समझाते हुए उनसे बचकर रहने की सलाह दी है। ऐसे व्यक्ति जिसने अपनी पर्सनल जानकारी अपने फेसबुक अकाउंट में दी है ऐसे व्यक्तियों का डाटा कलेक्ट करके फ्रॉड करने वाले एक -एक करके उसकी निजी जानकारी से फेसबुक आईडी के पासवर्ड डालकर फेसबुक अकाउंट हैक कर लेते है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आधुनिक युग में हमे बहुत सी एप्लीकेशन एवं इंटरनेट बैंकिग के लिये कई सारे पासवर्ड लगाने होते है इसलिये आम तौर पर हम लोग ऐसे पासवर्ड डालते है कि जल्दी से हमें पासवर्ड याद रहे इसलिये हम अपने पासवर्ड में मोबाइल नम्बर, वाहन का नम्बर या स्वयं की जन्म तिथि आदि को ही अपना गोपनीय पासवर्ड बना देते है। और यह सभी जानकारी फ्रॉड करने वाले व्यक्तियों को आपके फेस बुक अकांउट से आसानी से प्राप्त हो जाती है।

फेसबुक अकाउंट हैक करने के बाद फ्रॉड करने वाले उसमें नया पासवर्ड डाल देते है जिससे आप अपना फेसबुक अकाउंट उपयोग नही कर पाते और आपके फेसबुक अकाउंट से ये लोग आपके फेसबुक फेंड, रिश्तेदारो को किसी बहाने के साथ मैसेज भेजते है जैसे कि मेरा एक्सीडेंट हो गया, या ऐसा किसी एमरजेंसी का उल्लेख कि मै आप से बात नही कर सकता मुझे पैसो की बहुत आवश्यकता है इस प्रकार के मैसेज भेजते है यह पैसे भी पाँच या दस हजार तक ही मांगते है। रिश्तेदार अपना समझ कर पैसे मैसेज में दिये अकाउंट में भेज देते है। कुछ दिनो के बाद जब रिश्तेदार या फ्रेंड हाल चाल जानने के लिए फोन करते है तब जाकर आपको इस फाड के बारे में पता चलता है। अत: ऐसे व्यक्तियों से सावधान एवं सतर्क रहें, बिना जानकारी की पुष्टि के कोई भी अंतरण न करें।


रविवार, 17 मई 2020

जिविसेप्र सचिव ने प्रवासी श्रमिकों की व्यवस्था का किया निरीक्षण

अनूपपुर। जिला मुख्यालय में स्थित आश्रय स्थल रैन बसेरा की व्यवस्थाओं का निरिक्षण सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भू भास्कर यादव ने राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देश अनुसार प्रवासी श्रमिकों/ नागरिकों हेतु आश्रय स्थलों की व्यवस्था का रविवार को निरिक्षण किया इस दौरान एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी ने आगंतुक श्रमिकों के आगमन, ठहरने एवं उनके गृह जिले भेजे जाने हेतु की जा रही व्यवस्थाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया हर आगंतुक की स्वास्थ्य जाँच की जाती है। भोजन व्यवस्था पश्चात जिले के निवासियों को विभिन्न संस्थागत क्वॉरंटीन केंद्रों में भेजा जाता है, एवं अन्य जिलो एवं राज्यों के श्रमिकों को शासकीय सुविधा के माध्यम से उनके गृह क्षेत्र हेतु भेजा जा रहा है। सचिव आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं से संतुष्ट रहे। इस दौरान उन्होने ठहरे प्रवासी मजदूरों से चर्चा की एवं व्यवस्थाओं के सम्बंध में पूँछतांछ की जिस पर श्रमिकों ने संतोषजनक बताया निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे,तहसीलदार भागीरथी लहरे एवं नायब तहसीलदार दीपक तिवारी उपस्थित रहे।

तीनो कोरोना संक्रमित मरीजों को स्वस्थ देखकर मिली आत्मीय शांति - स्वास्थ्य दल

आइसोलेशन वार्ड में सेवा दे रहे नीना,कविता और रिजवान के कार्य के प्रति समर्पण को कलेक्टर ने सराहा

अनूपपुर। समाज में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है, क्योंकि ये वो हैं जो किसी को मौत के मुंह में जाने से बचा सकते हैं। किसी इंसान को जिंदगी दे सकते हैं। खोई हुई उम्मीदों को फिर से नया उत्साह दे सकते है। धरती पर एक डॉक्टर ही साक्षात ईश्वर का काम करता है और इसके लिए उनके प्रति जितना कृतज्ञ हुआ जाए कम होगा। स्टाफ नर्स नीना खेस, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कविता राठौर और ओटी अटेंडेंट रिजवान शेख के रूप में अनूपपुर जिले के तीन कोरोना संक्रमितों को कुछ ऐसा ही अनुभव हुआ। तीनो का कहना है कि उन्हें लगा ही नही वह घर से बाहर हैं, परिवार के सदस्यों की तरह पूरे स्नेह के साथ उनका ख्याल रखा गया। चिकित्सा सुविधाओं के साथ उनको मानसिक सहयोग भी प्रदान किया गया। उनकी छोटी-छोटी असुविधाओं का भी दीदियों ने ध्यान रखा।

स्टाफ नर्स नीना खेस वर्ष 2007 से स्वास्थ्य विभाग में पूरे मनोयोग से अपनी सेवाएँ दे रही हैं, मूलरूप से छत्तीसगढ़ की निवासी खेस का कहना है कि इस विपत्ति के समय में हमें आमजन की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ यह हमारे लिए गौरव का विषय है। 15 दिन कैसे बीते पता भी नही चला,तीनो ही युवा स्वस्थ होकर गए यह बहुत ही संतोषप्रद है।

सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कविता राठौर वर्ष 2011 से जिला चिकित्सालय में अपनी सेवाएँ दे रही हैं। राठौर बताती हैं तीनो ही मरीजों की सेवा करते करते, कब वे परिवार का हिस्सा बन गए पता ही नही चला। अभी भी उनसे बात होती है, उनका स्वास्थ्य हाल चाल लेने के साथ-साथ जीवन में कैसे आगे बढ़े, ऐसे विषयों पर भी संवाद होता है।

ओटी अटेंडेंट रिजवान शेख, नीना खेस एवं कविता राठौर के साथ तीनो ही मरीजों की सेवा में लगे रहे। दिन रात प्रोटोकॉल के आधार पर कार्यवाहियों को सम्पादित करने में लगे रिजवान का एक लक्ष्य था तीनो मरीजों का स्वस्थ होना। जब तीनो मरीज स्वस्थ होकर जिला चिकित्सालय से विदा ले रहे थे तो पूरी स्वास्थ्य टीम को आत्मीय शांति प्राप्त हुई कि आखिरकार उनकी सेवा और प्रार्थना सुनी गई और अनूपपुर जिला अब पुन: कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया है।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कोरोना योद्धार्ओं नीना खेस, कविता राठौर एवं रिजवान शेख की कार्यों के प्रति पूर्ण समर्पण एवं इस विपत्ति की घड़ी में शासन प्रशासन के साथ अग्रणी भूमिका निभाने हेतु सराहना की है। उन्होने आम जनो से अपील की है कि अपने कोरोना योद्धाओं के इस त्याग एवं समर्पण का सम्मान करते हुए कोरोना से बचाव हेतु निर्देशों का पालन कर शासन एवं प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।

कोरोना के दौर में श्रमिकों को मिला मनरेगा का साथ

3174 कार्यों में 50398 श्रमिक कर रहे हैं कार्य

अनूपपुर। कोरोना के दौर में आर्थिक गतिविधियों को सुरक्षा के साथ गति प्रदान करने हेतु शासन सतत रूप से प्रयासरत है। उक्त के अनुक्रम में शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत सरोधन सिंह के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत रोजग़ार उपलब्ध कराने हेतु वृहद स्तर पर जल संवर्धन एवं संरक्षण के कार्य प्रारम्भ कराए गए हैं। प्रारम्भ किए गए कार्यों में श्रम प्रधान हो ताकि अधिक अधिक से अधिक श्रमिकों को नियोजित किया जा सके इस आशय के निर्देश हैं। वर्तमान में अनूपपुर ज़िले में 3174 कार्यों में 50398 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। इन आर्थिक गतिविधियों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्राप्त सम्बल, ग्रामीण जनो में कोरोना संक्रमण से लडऩे का आत्मविश्वास भी पैदा कर रहा है। कलेक्टर द्वारा कार्य के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु समस्त एहतियातों का अनिवार्य रूप से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

 

शनिवार, 16 मई 2020

कोरोना संक्रमण से लड़ाई में भाईलाल ने अर्जित किया है विश्वास - चंद्रमोहन ठाकुर

दिन और रात के अंतर को भूल कोरोना संक्रमण से लोहा ले रहे हैं भाईलाल

अनूपपुर कोरोना संक्रमण जैसी वैश्विक आपदा का सामना करने के लिए योद्घाओं में जाँबाजों का होना जरूरी है। यह वह लोग होते हैं जो न केवल स्वयं विपदा की घड़ी में अपनी विलक्षण प्रतिभा से सेवाएँ प्रदान करते हैं, साथ ही इनके जज्बे से अन्य साथियों में ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे ही एक कोरोना योद्घा जिला प्रशासन स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।जिला चिकित्सालय अनूपपुर में लैब टेक्निशन के पद में कार्यरत कोरोना योद्घा भाईलाल पटेल कोरोना से लड़ाई में दिन रात की सुध भूलकर पूरे उत्साह के साथ अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। कोरोना संदिग्ध के सैम्पल लेने का कार्य भाईलाल द्वारा पूरी सावधानी अपनाकर बिना झिझक और डर के नियमित रूप से कार्य कर रहे है। आइसोलेशन वार्ड में पूर्व में रखे गए तीन संक्रमित जो अब स्वस्थ होकर अपने घर वापस जा चुके हैं की देखरेख में भी आपके द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान कर सौंपें गए दायित्वों का विधिवत रूप से निष्पादन किया गया।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने भाईलाल पटेल के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए कहा भरोसा प्राप्त नही किया जाता, उसे अपने कर्मों से, अपनी कर्तव्यनिष्ठा से, अपनी कार्यकुशलता से अर्जित किया जाता है। भाईलाल ने यह विश्वास अर्जित किया है। जिला प्रशासन को अपने कोरोना योद्घा भाईलाल पटेल पर गर्व है।

कार्यकुशलता एवं समय पर उपलब्धता भाईलाल की सेवाओं को बनाती है खास

अधीक्षक (सिविल सर्जन) जिला चिकित्सालय डॉ एससी राय का कहना है कि भाईलाल पटेल अपने कार्य को सम्पादित करने में दक्ष हैं, इसके साथ ही समय पर उपलब्धता उनकी सेवाओं को खास बनाती है। भाईलाल जहाँ भी रहते हैं, सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, जिससे अन्य सहकर्मी भी उत्साहित होकर पूरे मनोयोग से कार्य करते हैं।

अनूपपुर जिले के समस्त नागरिकों से अपील है कि कोरोना योद्घाओं के इस त्याग और समर्पण का सम्मान करें, कोरोना से बचाव हेतु दिए गए निर्देशों एवं उपायों का अनिवार्य रूप से पालन करें। अनावश्यक बाहर न निकलें, चेहरे को बाहर निकलने पर ढँककर रखें, एक दूसरे के बीच न्यूनतम 2 गज की दूरी बनाएँ रखें,शासन एवं प्रशासन को सहयोग करें।

शुक्रवार, 15 मई 2020

नमक की काजाबाजारी व अवैध स्टॉक की शिकायत मिली झूठी

उपभोक्ताओं को खाद्य एवं राजस्व विभाग ने अफवाहों में न पडऩे दी समझाईश

अनूपपुर। नमक की कालाबाजारी एवं 3 हजार बोरी अवैध स्टॉक किए जाने की शिकायत पर एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा के निर्देशन में खाद्य एवं आपूर्ति तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा १५ मई को चंदेरिया किराना स्टोर कोतमा में नमक के स्टॉक का निरिक्षण किया, शिकायत के आधार पर व्यापारी के पास से मात्र 150 से 200 नमक की बोरियों का स्टॉक मिला। वहीं खाद्य विभाग के सहायक आपूर्ति अधिकारी वॉय.एस. तिवारी सहित कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सीमा सिन्हा एवं प्रदीप त्रिपाठी ने व्यापारी से नमक के बिल चेक पर व्यापारी द्वारा 140 रूपए प्रति बोरी नमक खरीदकर फुटकर विक्रेताओं को 160 रूपए बोरी नमक बेचना पाया गया,सभी रिकार्ड दुरूस्त मिले। साथ ही मामले में फुटकर विक्रेताओं को बुलाकर कथन लिए गए। कथन के अनुसार भी 160 रूपए बोरी नमक खरीदना स्वीकार किया गया। जिसके बाद पटवारी राजेन्द्र द्विवेदी ने पंचनामा तैयार किया गया। जानकारी के अनुसार कोतमा नगर में अफवाह फैली हुई है कि अब बाहर से नमक की आवक नही होगीं, जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के फुटकर व्यापारियों द्वारा 15 से 20 बोरी की खरीदी की जा रही है। जहां जांच टीम ने उपभोक्ताओं से फुटकर व्यापारियों को समझाइश देते हुए उन्हे अफवाहों में नही पढऩे की समझाईश दी गई। वहीं जांच मेंमामला सिर्फ अफवाह के रूप में मिला।

छत्तीसगढ़ सीमा में स्थित आश्रय कैम्प का कलेक्टर ने किया निरीक्षण,लोगो से की चर्चा

सभी को शीघ्र भेजा जाएगा उनके गृह जिले

अनूपपुर छत्तीसगढ़ सीमा में स्थापित आश्रय कैम्प शासकीय माध्यमिक विद्यालय डोला का निरीक्षण शुक्रवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने करते हुए छत्तीसगढ़ से आए हुए व्यक्तियों/श्रमिकों से चर्चा की। उन्होने सभी को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन द्वारा नियमित रूप से आगंतुक श्रमिकों/व्यक्तियों को मध्यप्रदेश के अन्य जिलों जहाँ के हैं, वहाँ भेजा जा रहा है, अगर वे मध्यप्रदेश के बाहर के राज्य के हैं उन्हें सम्बंधित राज्य की सीमा तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है जहाँ से सम्बंधित जिला प्रशासन द्वारा उन्हें उनके गृह जिलों तक पहुँचाया जा रहा है। आश्रय कैम्प की व्यवस्थाओं के सम्बंध में आश्रम प्रभारी से पूँछतांछ की एवं सम्बंधित प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम अमन मिश्रा, तहसीलदार मनीष शुक्ला सहित सम्बंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

वॉरंटीन सेंटर के निरीक्षण के दौरान क्वॉरंटीन व्यक्तियों से कलेक्टर ने की चर्चा

कोरोना संक्रमण से संरक्षण के उपायों के पालन की दी सलाह

अनूपपुर कोतमा में अन्य जिलो राज्यों से आए हुए व्यक्तियों को क्वॉरंटीन करने के लिए कोतमा में बनाए गए केंद्रों उत्कृष्ट विद्यालय छात्रावास, जनजातीय कन्या छात्रावास एवं अंग्रेजी बालक छात्रावास का निरीक्षण शुक्रवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने किया। उन्होने छात्रावास अधीक्षकों से क्वॉरंटीन केंद्रों के सैनिटाईजेशन एवं भोजन व्यवस्था के सम्बंध में पूँछतांछ पर अधीक्षक ने बताया कि छात्रावासों को नियमित रूप से सैनिटाईज किया जा रहा है एवं रिकार्ड भी संधारित किया गया है। आगंतुकों की जानकारी अनुसार कलेक्टर द्वारा बताए गए मेन्यू के आधार पर भोजन व्यवस्था की जा रही है।कलेक्टर ने निवासरत श्रमिकों से भोजन व्यवस्था तथा साफ सफाई के बारे में जानकारी ली। जिस पर क्वॉरंटीन केंद्र में वर्तमान में निवासरत व्यक्तियों ने जानकारी दी कि उन्हें नाश्ता एवं भोजन ठीक मिलने की बात कहीं। उल्लेखनीय है कि उक्त केंद्रों में वर्तमान में 28 व्यक्ति क्वॉरंटीन किए गए हैं कलेक्टर ने सम्बंधित अधीक्षकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की सराहना की तथा उत्साहवर्धन करते हुए निर्देश दिए कि आने वाले समय में अधिक नागरिकों का आगमन संभावित इस हेतु आवश्यक तैयारियाँ कर लें, ताकि आगंतुकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। कलेक्टर ने क्वॉरंटीन किए हुए सभी व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण से संरक्षण हेतु बताए गए समस्त उपायों का अनिवार्य रूप से पालन करने की सलाह दी। उन्होने कहा स्वास्थ्य जाँच के आधार पर उन्हें घर जाने की, जब भी अनुमति दी जाय उसके बाद घर पर भी सभी कम से कम 14 दिनो तक होम क्वॉरंटीन के निर्देशों का पूरी तत्परता से पालन कर कोरोना से लड़ाई में शासन, प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। निर्देशो का पालन स्वयं की, समाज की एवं पूरे परिवेश की सुरक्षा हेतु अत्यंत आवश्यक है। इस दौरान एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा, तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

स्वास्थ्य केंद्र परिसर एवं अन्य भौतिक सुविधा स्थलों को नियमित रूप से सैनिटाईज करें- कलेक्टर

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी का कलेक्टर ने किया निरीक्षण

अनूपपुर वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए साफ-सफाई का महत्व एवं पैमाना बदल चुका है। साफ- सफाई के साथ-साथ स्वास्थ्य केंद्र परिसर एवं अन्य भौतिक सुविधा स्थलों को नियमित रूप से सैनिटाईज करना भी आवश्यक है। नियमित रूप से सैनिटाईजेशन का कार्य सम्पादित करने के निर्देश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी का आकस्मिक निरिक्षण व व्यवस्थाओं को देखने के दौरान शुक्रवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों, चिकित्सकों एवं प्रबंधन स्टाफ से चर्चा कर करते हुए कही। कलेक्टर ने स्वास्थ्य केंद्र में चादर बिछाने के तरीके का प्रायोगिक प्रदर्शन कर स्वास्थ्य कर्मचारियों को विभिन्न सुविधाओं हेतु मानक प्रचालन प्रक्रिया का पालन करने के लिए कहा गया। बीएमओ कोतमा डॉ केएल दीवान को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य दल द्वारा की जा रही मेडिकल जाँच पर निगरानी रखें। क्वॉरंटीन किए हुए व्यक्तियों में किसी भी प्रकार के लक्षण पाए जाने पर पूरी गम्भीरता एवं सावधानी से स्वास्थ्य विभाग के दिशानिर्देशों अनुसार अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य विभाग के अमले के निष्ठापूर्वक कार्य की सराहना करते हुए सदैव सक्रिय एवं सजग रहने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा, तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला सहित अन्य प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

लाईन अटैच पुलिस कर्मी ने फरार हत्या का संदिग्ध आरोपी को किया गिरफ्तार,तालाब से हथकडी बरामद

महिला की हत्या के कारणो का हुआ खुलासा, लूट के इरादे से दो लोगो ने मिलकर की थी हत्या

अनूपपुर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सकरा में 50 वर्षीय महिला की हत्या के संदिग्ध आरोपी द्वारिका कोल पिता भगत कोल निवासी सकरा ने पुलिस को चकमा देते हुए हथकड़ी सहित 6 मई को फरार हो गया। जिसके बाद कोतवाली निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने हत्या के संदिग्ध आरोपी को पकडऩे के लिए रणनीति बनाई और 7 मई से ही आरक्षक दिनेश एवं मुखबिर की सहायजा से लगातार आरोपी की सकरा के जंगलो में खोजबीन करते रहे। जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तिलवाडांड में आरोपी के होने की सूचना मिली। लेकिन जब तक आरोपी को गिरफ्तार किया जाता, उसके पहले ही 14 मई को पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली निरीक्षक प्रफुल्ल राय सहित तीन पुलिस कर्मियों को लाईन अटैच कर दिया। लेकिन आरक्षक दिनेश बंधैया ने हार नही मानते हुए 12 मई की शाम से ही ग्राम तिलवाडांड के जंगलो में रूककर 15 मई की सुबह हत्या के संदिग्ध आरोपी द्वारिका कोल को गिरफ्तार कर कोतवाली थाना ला रहा था, ग्राम चोरभटी में गश्त कर रही जैतहरी पुलिस के वाहन से आरोपी को कोतवाली अनूपपुर लाते हुए आरक्षक दिनेश आरोपी द्वारा फेंके गए हथकड़ी की खोजबीन ग्राम सकरा के तालाब में लोगो की मदद से हथकड़ी बरामद किया।

महिला की हत्या के कारणो का हुआ खुलासा

ग्राम सकरा में 20 अप्रैल की सुबह 50 वर्षीय महिला की हत्या के कारणो का पूर्व में ही निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने खुलासा कर दिया था, 6 मई को ही हत्या के मुख्य आरोपी सियाराम उर्फ मोटू बैगा तथा द्वारिका कोल को गिरफ्तार करते हुए पूछताछ भी की जा चुकी थी, जिसमें हत्या का कारण महिला से लूट का प्रसास रहा। मामले की जांच के दौरान 19 अप्रैल को महिला का झगड़ा उसके पति समनु बैगा के साथ विवाद हो गया था, महिला लॉकडाउन होने पर सुबह ही अपनी बेटी के ससुराल पैदल ही औढ़ेरा से धिरौल पटना के लिए निकल गई। शाम को ग्राम सकरा पहुंचने पर महिला ने पानी पीने के लिए कुएं के पास रूकी और थोड़ी देर आराम करने लगी। इतने में ग्राम सकरा में ही रहने वाले मोटू बैगा एवं द्वारिका कोल की नजर महिला पर पड़ी अंजान महिला को देखते हुए ग्राम के ही सियाराम उर्फ मोटू बैगा एवं द्वारिका कोल ने महिला के पास रूपए होने तथा उसे लूटने की योजना बनाई। मोटू एवं द्वारिका कोल ने महिला के पास लूट के इरादे से पहुंचे तो महिला घबराकर मोटू के घर के आगे बने एक नाले की तरफ भागने लगी। दोनो आरोपियों ने महिला को पकड़ा और मोटू कोल ने महिला का गला दबाकर उसे मार दिया तथा उसके रूपए लूट लिए। महिला की हत्या के बाद दोनो ने हत्या किए गए घटना स्थल को छिपाने के लिए शव को सड़क के किनारे फेंक दिए, जिससे पुलिस गुमराह होने के साथ अन्य राहगीरों द्वारा हत्या करना समझा जा सके। पूरे मामले की जांच के दौरान निरीक्षक प्रफुल्ल राय सहित लाईन अटैच हुए पुलिस कर्मियों ने 6 मई की शाम को दोनो आरोपी को गिरफ्तार करते हुए संदेही आरोपी द्वारिका कोल को घटना स्थल की शिनाख्ती और निशानदेही के लिए अपने साथ सकरा ले गई। जहां संदेही आरोपी मौके देखकर वहां से फरार हो गया था।

तम्बाकू की डिब्बी ने किया हत्या का खुलासा

जांच के दौरान पुलिस मृतिका के परिजनो ने पूछताछ करने के साथ ही महिला द्वारा घर से निकलते समय सामान की सूची बनाई, परिजनो ने महिला के तम्बाकू खाने की आदत तथा अपने साथ रखने वाली तम्बाकू की डिब्बी रखने की बात कही। विवेचना के दौरान मुखबिर की सूचना और मृतिक द्वारा रखे जाने वाली तम्बाकू की डिब्बी को द्वारिका कोल के घर की छानी में रखा पाया गया। आरक्षक दिनेश ने तम्बाकू की डिब्बी की फोटो लेते हुए मृतिका के परिजनो को दिखाने पर परिजनो ने पहचान की जिसपर पुलिस ने तत्काल ही संदेह के आधार पर द्वारिका कोल को पूछताछ के लिए पुलिस अभिरक्षा में लिया और तम्बाकू की डिब्बी ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया गया। जिसके बाद हत्या के मुख्य आरोपी मोटू बैगा को भी उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।

दाग को मिटाने आरोपी को पकड़ पुलिस ने लिया दम

आरोपी द्वारा पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाने के बाद कोतवाली पुलिस पर कई सवाल खड़े होने लगे, निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने हार नही मानते हुए आरक्षक दिनेश एवं मुखबिर ने मिलकर फरार आरोपी को पकडऩे सकरा के जंगल की कई दिनो तक खाक छानी लेकिन आरोपी के नही मिलने के बाद उन्होने लगातार अन्य मुखबिर से संपर्क बनाए रखा तथा उसके हर ठिकानो पर नजर रखी गई, लेकिन आरोपी पकड़ा जाता इसके पहले ही निरीक्षक प्रफुल्ल राय सहित तीन पुलिस कर्मी लाईन अटैच कर दिया गया। निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने अपनी टीम के साथ मिलकर कई अंधी हत्याओं का पूर्व में खुलासा किया जा चुका है।

सायबर सेल टीम ने 6 लाख के अधिक के 54 मोबाईल किए बरामद

अनूपपुजिले के विभिन्न थाना अंतर्गत क्षेत्रों में मोबाईल गुमने की लगातार सूचनाएं मोबाईल धारको से मिलने पर पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने सायबर सेल प्रभारी आरक्षक राजेन्द्र प्रसाद अहिरवार, प्रधान आरक्षक प्रभात मिश्रा एवं आरक्षक पंकज मिश्रा की टीम गठित कर विशेष अभियान चलाकर 54 मोबाईल पकड़ गया जिसकी कीमत 6 लाख 65 हजार रूपए आंकी गई। शुक्रवार को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, सायबर सेल प्रभारी आरक्षक राजेन्द्र प्रसाद अहिरवार, प्रधान आरक्षक प्रभात मिश्रा एवं आरक्षक पंकज मिश्रा द्वारा मोबाईल धारकों सौंपा गया।जानकारी अनुसार अभियान के दौरान थाना से मोबाईल गुमने की शिकायतों के आधार पर सायबर सेल द्वारा गुम मोबाईलों की पड़ताल कर मौके पर पहुंचने के साथ ही फोन के माध्यम से समझाईस देकर वर्षों से गुम मोबाईलों को अन्य राज्यों व प्रदेश के अन्य जिलों से बरामद अलग-अलग मामलों में कुल 54 मोबाईल कीमत 6 लाख 65 हजार रूपए आंकी गई। इसमे 1 मोबाईल फरियादी द्वारा मोबाईल के चोरी होना बताया गया था। जिस पर थाना कोतवाली अनूपपुर में चोरी की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्घ किया गया है।

मन का निवास मस्तिष्क में होता है जो पूरे शरीर पर नियंत्रण करता है - कुलपति

इंगाँराजविवि में मेटल हेल्थ एंड वेल बीइंग पर वेबिनार का आयोजन

अनूपपुर/अमरकटंक कोरोना काल में देवी-देवता देवालय से निकलकर मनुश्यता की सुरक्षा के लिए औषधालय चले गए हैं, डॉक्टर, नर्स,पैरामेडिकल स्टाफ हमारे जीवन के संरक्षण में लगे हुए हैं। हमारी परंपरा मन को बहुत महत्व दिया गया है। जिससे हमारी मानसिकता तय होती है। मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। सब कुछ मन से होता है। मन का निवास मस्तिष्क में होता है। जो पूरे शरीर पर नियंत्रण करता है। हम प्रसन्न, अप्रसन्न मन के कारण ही होते हैं। कभी परिवेश, परिस्थितियों के कारण, तो कभी आर्थिक दबाव, व सामाजिक समस्याओं के कारण जो सोचा है सामान्य परिस्थितियों में वो नहीं कर पाते तो मन विचलित हो जाता है। मन के लिए तंत्रिका-तंत्र का संतुलित, व्यवस्थित, जीवंत रहना आवश्यक है। कहा जाता है कि हेल्दी माइंड इन हेल्दी बॉडी स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है। इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में शुक्रवार को मेटल हेल्थ एंड वेल बीइंग पर वेबिनार के आयोजन की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. श्रीप्रकाशमणि त्रिपाठी ने कही। उन्होने कहा वर्तमान दौर कोरोना का दौर है। यह आपदा सोच, समझ और अनुमान से परे है जिससे वैश्विक व्यवस्था प्रभावित हुई है। मन की गति अनुमानित नहीं है। मन की शक्ति को सकारात्मक स्वरूप दें। हमारे मनोगत, मनोरथ पूरा करने के लिए मनोबल का ऊॅंचा होना आवश्यक है। मस्तिष्क स्वस्थ और लक्ष्य केंद्रित होना चाहिए।

डॉ. मनीश तिवारी कन्सलटिंग फिजीषियन एण्ड क्रि टिकल केयर एक्सपर्ट उ.प्र.,सावित्री हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर गोरखपुर, उ.प्र. ने कहा कैसे हम कोविड-१९ के समय स्वयं को संतुलित रख सकते हैं और हमें अपनी दिनचर्या कैसी रखनी चाहिए। कैसे हम साइकोसिस की अवस्था से गुजरते है। उन्होंने बुजुगों की देखभाल के विषय में जानकारी दी और बताया कि कैसे मास्क के उपयोग द्वारा हम अपनी प्रतिरक्षा षक्ति बढ़ाकर दूसरों को भी सुरक्षित कर सकते है। यदि स्वयं पर ध्यान देंगे तभी हम अपने परिवार के सदस्यों को कोरोना से सुरक्षित रख पाएंगे।

अध्यक्ष मनोविज्ञान विभाग पंजाब विश्वविद्यालय चंड़ीगढ की प्रो. सीमा विनायक ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए हमारा निरंतर सकारात्मक रहना आवश्यक है। इसे निरंतर बनाये रखने के लिए हमें अपनी अभिवृत्ति को परिवर्तित करना होगा तथा हमें खुद पर विश्वास रखना होगा। यदि ऐसे समय आप किसी भी प्रकार की भावनात्मक दिक्कतों का सामना कर रहें है तो उसे अपनों के साथ साझा करें। सकारात्मक रहकर ही हम वेल बीइंग को बनाये रख सकते है। डॉ.मेजर नवीन, विट्रो रेटिना सर्जन बिलासपुर ने कोरोना के समय ऑखों की देखभाल के विशय में जानकारी प्रदान की। उन्होंने तथ्यों के साथ बताया कि कम्प्यूटर तथा मोबाइल का उपयोग बढऩे की वजह से ऑखों को सुरक्षा कैसे प्रदान की जाए। कोरोना ऑखो, नाक तथा मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है इसलिए ऑखों की उचित देखभाल जरूरी है। अंत में प्रतिभागियों ने वक्ताओं से प्रश्न पूछे गये। वेबिनार में पन्द्रह राज्यों के 12 प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की। कार्यक्रम की संयोजक प्रो. संध्या गिहर अधिष्ठाता ने सभी प्रतिभागियों आभार व्यक्त किया।

गुरुवार, 14 मई 2020

अनूपपुर के तीनो कोरोना संक्रमितों ने जीती जंग

स्वस्थ होकर घर के लिए हुए रवाना

चिकित्सा स्टाफ को व्यक्त किया आभार

अनूपपुर स्वास्थ्य विभाग के सतत प्रयासों एवं कोरोना संक्रमितों के आत्मसंयम, धैर्य एवं मजबूत इरादों ने आखिरकार कोरोना को परास्त कर गुरूवार की रात्रि अपने घर लौट गये। शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ एससी राय ने बताया कि पॉजिटिव पाए गए तीनो ही संक्रमित स्वस्थ हों चुके हैं। तीनों ही संक्रमितो को स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार उनके घरों के लिए रवाना कर दिया गया है। जहाँ पर अगले 14 दिन तक तीनो ही संक्रमित होम आइसोलेशन में रहेंगे।

तीनो ही संक्रमितों ने सिविल सर्जन डॉ एससी राय, आरएमओ डॉ विजयभान सिंह, जिला चिकित्सालय प्रबंधक ऋषिकेश रात्रे, लैब टेक्निशन भाईलाल पटेल, नर्सिंग स्टाफ सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए अगले 14 दिन तक होम आइसोलेशन का कड़ाई से पालन करने का वचन दिया।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने तीनो ही संक्रमितों को स्वस्थ होने पर शुभकामनाएँ दी हैं। इसके साथ ही अनूपपुर जिले के समस्त निवासियों से अपील की है कि कोरोना को हराना है तो सूझबूझ एवं जिम्मेदार आचरण को अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा। उन्होने अनावश्यक बाहर न निकलें अत्यंत आवश्यक होने पर जब भी बाहर आएँ, अपने चेहरे (नाक एवं मुँह) को मास्क, गमछे, दुपट्टे अथवा अन्य किसी साफ कपड़े से अनिवार्य रूप से ढँककर रखने, हाथों को चेहरे के पास ले जाने से बचें। नियमित रूप से हाथों को साबुन एवं पानी से विधिवत रूप से साफ करते रहें। बाहर निकलने पर सामाजिक दूरी अर्थात दो व्यक्ति आपस में न्यूनतम 2 गज की दूरी बनाकर की सलाह दी।


 

 

 

हथकड़ी सहित फरार हुए हत्या के संदेही आरोपी मामले में तीन पुलिस कर्मी लाइन अटैच

नूपपुर महिला की हत्या के संदिग्ध आरोपी हथकड़ी सहित फरार हो मामले में पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकट्टा ने गुरूवार को तीन पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सकरा के पास २० अप्रैल को ५० वर्षीय महिला की हत्या के बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर ५ मई को ३५ वर्षीय द्वारिका कोल को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लिया तथा ६ मई की शाम को घटना स्थल की शिनाख्ती और निशानदेही के लिए अपने साथ ले गई थी, हत्या का संदिग्ध आरोपी द्वारिका कोल घटना स्थल से ही पुलिस को चकमा देकर हथकड़ी समेत फरार हो गया था। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने तीन पुलिस कर्मियों जिनमें उपनिरीक्षक पीएस बघेल, सहायक उपनिरीक्षक लियाकत अली एवं आरक्षक दिनेश बंधैया को लाइन अटैच कर दिया गया।

नरेन्द्र पॉल बने कोतवाली अनूपपुर के नगर निरीक्षक

पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने प्रशासनिक दृष्टिकोण से कोतवाली अनूपपुर की कमान नरेन्द्र पॉल को सौंपी है। वहीं दूसरी ओर निरीक्षक प्रफुल्ल राय को लाईन बुला लिया गया है। जिसके बाद १४ मई को निरीक्षक नरेन्द्र पॉल ने कोतवाली पहुंच कोतवाली का प्रभार ले लिए है।

प्रधानमंत्री के पैकेज से संभलेगी देश की अर्थव्यवस्था -हिमाद्री सिंह

प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत किया सांसद ने

अनूपपुर कोरोना महामारी से जहां पूरी दुनिया संकट के दौर से गुजर रही है,भारत भी इससे अछूता नही है ऐसे समय में आमजनता से लेकर समस्त व्यवस्थाएं उथल-पुथल हो चुकी है। संकट की इस घड़ी में देश को संभालना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी का निवर्हन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे है। जिनके नेतृत्व में देश इस संकट से निकलने का प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री के द्वारा लिये गये हर निर्णय सार्थक सिद्घ हो रहे है हमे पूरा भरोसा है कि वह इस संकट से देश को निकालेगें और एक बार फिर से प्रगति के पथ पर भारत तेजगति से बढ़ेगा। प्रधानमंत्री द्वारा २० लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा से देश की अर्थव्यवास्था को बल मिलेगा और देश की आर्थिक विकास यात्रा को गति मिलगी। प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत करते हुए शहडोल, उमरिया एवं अनूपपुर सांसद हिमाद्री सिंह ने गुरूवार को यह बात कही।

सांसद कहा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्घ करने में भी इस राशि का बहुत बड़ा योगदान होगा। इस पैकेज के माध्यम से तमाम सेक्टर मजबूत होगें जो इस दौर में संघर्ष कर रहे है वहीं रोजगार, व्यवसाय, खेती-किसानी, उद्योग-धंधे इससे लाभ प्राप्त होगे। सभी लोगों को धैर्य रखना है और शासन के दिशा-निर्देशो का पालन करते हुए आगे बढऩा है। यह संकट का दौर है और इस संकट में गरीब हो या अमीर सभी संघर्ष कर रहे है। वित्तमंत्री ने भी प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये पैकेज के उपयोग के बारे में विस्तार से देशवासियों के समक्ष बाते रखी हैं, निश्चित तौर पर भारत इस संकट के दौर से बाहर निकलेगा और विकास की ओर अग्रसर होगा।

आकाशीय बिजली से दो की मौत

अनूपपुर
अमरकंटक थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बघनी भामर में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगो की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार गुरूवार को सम्हारू सिंह पिता जोगी सिंह धुर्वे ने पुलिस को सूचना देते हुए बताया की १३ मई को तीरथ सिंह पिता हेमा सिंह मसराम ४८ वर्ष एवं सुन्दे सिंह पिता चिट्ठू सिंह मसराम ४५ वर्ष दोनो अपने खेत कृषि कार्य के लिए गए हुए थे, रात को दोनो के घर वापस नही आने पर दूसरे दिन उनकी तलाश की गई। जहां दोनेा का शव खेत में पेड़ के नीचे में मिले। बुधवार को अचानक तेज हवाओं के साथ हुई बारिश तथा आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए पंचनामा तैयार कर शव पोस्टमार्टम उपरांत शव परिजनो को सौंप दिया गया। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी हुई है।

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने जूम एप से अनुपपुर जिले में शैक्षणिक गतिविधियों की कि समीक्षा

अनूपपुर। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग रश्मि अरुण शमी, आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत और आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल लोकेश जाटव द्वारा संभाग के समस्त जिलों अनूपपुर, शहडोल, उमरिया जिले में संचालित शैक्षणिक गतिविधियों की जूम एप के द्वारा वीसी के माध्यम से समीक्षा की गई। जिसमे कक्षा १ से १२ तक के समस्त शिक्षक, जन शिक्षक, बीएसी, बीआरसी, एपीसी सहित तीनो जिलों के सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, डीपीसी,जिला शिक्षा अधिकारी शामिल थे। वीडियो काँफ्रेंसिंग में वर्तमान में संचालित डिजीलेप व सीएम राइज का उन्मुखीकरण करते हुए जिलों की प्रगति पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में अनूपपुर जिले की प्रगति की प्रशंसा राज्य स्तर से की गई। जिले के प्रगति के संबंध में घर-घर सम्पर्क कर कार्यक्रम को अधिकाधिक बच्चों तक पहुचाने की रूपरेखा सहायक आयुक्त विवेक पांडेय द्वारा प्रस्तुत की गई। जिला शिक्षा अधिकारी दया शंकर राव ने कार्यक्रम के रेडियो व टीवी पर प्रसारण एवं प्रचार प्रसार की तकनीकी पर प्रकाश डाला गया। डीपीसी हेमंत खैरवाल ने डीआरजी के सहयोग से कार्यक्रम संचालन की अकादमिक समस्या के निराकरण हेतु जिले की रणनीति पर चर्चा की। सीएम राइज कार्यक्रम में संभाग में अनूपपुर जिले में सर्वाधिक शिक्षकों के पंजीयन होने पर राज्य से सम्पूर्ण टीम को बधाई दी। जिले में कार्यक्रम के नोडल संतोष तिवारी व टीम के प्रयासों पर बधाई दी गयी। वीसी में एडीपीसी तुलाराम आर्मो एवं एपीसी देवेश बघेल भी शामिल रहे।

महामारी में माहवारी के रक्षक बनकर डटे हैं कार्यकर्ता

निरोग नारी के तहत ग्रमीण महिलाओं को किया जा रहा जागरूक

अनूपपुर विश्वव्यापी महानगरी कोविड -19 का सामना कर रहा है महिलाए आम जीवन में मासिक धर्म के दौरान साफ सफाई रखना जरूरी होता है ना रखने से कई तरह की बीमारियाँ का खतरा रहता है। आज भी देश में ऐसी कई महिलाए है जो मासिक धर्म के दौरान कपड़ा इस्तेमाल करती है बाजार में उपलब्ध सेनेटरी नैपकिन नहीं खरीद पाती है। कई महिलाओं को आज इस बात की जानकारी नहीं है कि सेनेटरी नैपकिन या पैड होता क्या है तो उसका इस्तेमाल करना तो दूर की बात है। अमरकंटक में जनजातीय प्रमुख क्षेत्रों में प्रणाम नर्मदा युवा संघ ने निरोग नारी नाम से अभियान शुरूआत किया है जिसके तहत आदिवासी महिलाओं के बीच जाकर उन्हें मासिक धर्म के बारे में जागरूक कर सेनेटरी पैड नि: शुल्क उपलब्ध करया जा रहा हैं।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्विद्यालय अमरकंटक से आठ किमी दूर ग्राम उमरगुहान को प्रणाम नर्मदा युवा संघ ने गोद लेकर निरोग नारी अभियान के माध्यम से गांव की सभी महिलाएं एवं बालिकाएं कपड़ा छोड़कर सेनेटरी नैपकिन का ही प्रयोग की जानकारी दी जा रही है। इस अभियान में 200 से अधिक महिलाओं ने अपनी भगीदारी निभाते हुए निरोग नारी अभियान के तहत प्रणाम नर्मदा युवा संघ के कार्यकर्ता गाँव -गाँव में महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म से जुड़ी जानकारीयो को सांझा कर जागरूक बनाने का प्रयास करते हैं। महिलाओं को कपड़े का प्रयोग न करना, साफ सफाई और उनसे जुड़ी बीमारियों जानकारी दी जाती है। ग्राम की युवती राजेश नंदिनी मरावी ने बताया कि गांव में मासिक धर्म के दौरान कपड़ा इस्तेमाल करने से गांव की महिलाओं को कई तरह की समस्याएं होती है। लोग सेनेटरी नैपकिन के बारे में जानते भी है तो वह उन्हें खरीद नहीं पाते हैं कारण गांव में गरीबी और चारों ओर से जंगलों से घिरे होने के साथ  दुकाने बहुत दूर हैं। गांव की महिलाओ को जागरूक के लिए निरोग नारी की टीम ने उन्हीं के बीच से राजेशनंदिनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया ताकी ग्रामीण महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी जानकारी को समझा कर सके। निरोग नारी टीम की संयोजक मुस्कान सिंह ने बताया की पैड का प्रयोग केवल शहरी लोगों तक ही सीमित है हम इसको गांव गांव तक लेकर जायेंगे, जो नही खरीद पा रहे हैं उन्हे अभी नि:शुल्क उपलब्ध करा रहे है। 

आंगनवाडी केन्द्रों में पोषक आहार के रूप में रेडी टू ईट का वितरण

अनूपपुर। कोरोना जैसी घातक बीमारी से सहमा देश कोरोना को मात देने के लिए आंगनवाडी कार्यकात्र्ता महिला एवं बाल विकास द्वारा दी जा रही सेवाओं को हितग्राहियों के घर-घर पहुंचकर अपनी सेवाए दे रही हैं। परियोजना अधिकारी नलिनी आठिया ने बताया की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा हितग्राहियों को दिया जाने वाला खाद्यान्न सावधानीपूर्वक परियोजना अनूपपुर के अंतर्गत आने वाले 278 आंगनवाडी केन्द्रों में कार्यकर्ताओं द्वारा वर्तमान में 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चें, गर्ववती माताएं,धात्री माताएं तथा शाला त्यागी किशोरी बालिकाओं को रेडी टू ईट में पौष्टिक सत्तु का वितरण किया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों के द्वारा बनाये जा रहे रेडी टू ईट के अंतर्गत सत्तु के गुणवत्ता में परियोजना स्तर पर मोनेटरिंग की व्यवस्था की गई है,जिसमे सभी पर्यवेक्षकों को सेक्टर स्तर पर आने वाले सभी केन्द्रों में समूहों के द्वारा दी जाने वाली आहार के गुणवत्ता की निगरानी की जाती है। भारत सरकार द्वारा कोविड-19 के सम्बन्ध में जारी दिशा निर्देशों को पर्यवेक्षकों ने परियोजना क्षेत्र में आने वाले समस्त आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को अवगत कराया गया हैं।

बुधवार, 13 मई 2020

जेठ में कार्तिक की सर्दी का अहसास,कोरोना के भय को दे रहा बढ़ावा

चिकित्सीय सलाह और सावधानी से खुद और परिवार को रख सकते हैं सुरक्षित

अनूपपुर कोरोना संकमण काल में देश-दुनिया में पिछले डेंढ़ माह से अधिक समय से जारी लॉकडाउन से प्राकृतिक वातावरण ने नया आवरण ओढ़ा है। नभ, जल, थल पर व्याप्त पर्यावरणीय, मावनीय और वनीय जीवन शैली में बदलाव आया है। यह बदलाव क्षणिक है, जैसे जैसे जनजीवन, उद्योग सामान्य गति से काम करना आरम्भ करेंगे, वैसे वैसे फिर से प्रकृति में बदलाव आएगा। फिलहाल मई माह में मार्च का मौसम बना हुआ है। जेठ में कार्तिक की सर्दी का अहसास हो रहा है। लगातार बारिश से धरती में नमी बनी हुई है। इससे तापमान में लगातार उतार चढ़ाव बन रहा है जो मानव शरीर के लिए विकार का कारण बन रहा है। सर्द के कारण कोरोना के डर को भी बढ़ावा मिल रहा है। इस सम्बंध में सेवानिवृत्त मेडिकल ऑफिसर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरपी श्रीवास्तव बताते हैं कि लोगों को वर्तमान मौसम में आ रहे उतार चढ़ाव से बचना चाहिए। गर्म महसूस होने पर कूलर, एसी, ठंडा पेय पदार्थ का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। रात के समय एसी का उपयोग तो बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। मटका का पानी उपयोग में लाया जा सकता है। खाना ताजा और हल्के रूप में ले, ताकि पाचन आसानी से हो सके। धूप से आने के उपरांत ठंडे पानी से न नहाए, थोड़ा आराम कर ले। धूप में निकलते समय सिर और गर्दन के हिस्से ढंक कर रखे। चेहरे को ढककर ही बाहर निकले। सर्दी, खांसी या बुखार आए तो घबराएं नहीं, बिना डॉक्टर सलाह लिए दवा का उपयोग बिल्कुल नहीं करें। ऐसी स्थिति में तत्काल आसपास के स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर चिकित्सीय सलाह लें। कोशिश करें हल्का गुनगुना पानी से तीन बार गरारा करें।

बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड खोंगसरा एवं भनवारटंक के बीच मालगाड़ी के 23 डिब्बे उतरे पटरी से, यातायात प्रभावित

6 यात्री गाड़ियों को किया रद्द, 9 गाड़ियों का मार्ग किया परिवर्तित एवं 4 बीच रास्ते में रद्द अनूपपुर। बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड के छत्तीसगढ़ के ...