https://halchalanuppur.blogspot.com

मंगलवार, 3 मार्च 2020

कोरे चेक से धोखाधड़ी कर निकाली 29 लाख की राशि, एक आरोपी गिरफ्तार तीन फरार

कालरी कर्मचारी को सेवानिवृत्त के बाद मिली थी राशि
अनूपपुर/राजनगर कॉलरी से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी रामेश्वर पनिका निवासी शांतिनगर के सेवानिवृत्ति उपरांत उनके खाते में आई 29 लाख से अधिक की राशि को धोखाधड़ी कर हड़पने के मामले में रामनगर पुलिस ने जांच कार्रवाई करते हुए मामले से जुड़े एक आरोपी अरविंद सिंह को न्यू राजनगर से 3 मार्च को गिरफ्तार किया। वहीं घटना में प्रयुक्त कार क्रमांक सीजी 16 सीवी 9819 को जब्त किया है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत किया है। जबकि मामले में शामिल अन्य तीन आरोपियों सुमित सिंहसविता सिंह एवं श्रीकांत सिंह अभी भी फरार बताया जा रहा हैं। पुलिस तीनों फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन के मार्गदर्शन में किया गया।

थाना प्रभारी बीएन प्रजापति ने कि इस संबंध में रामेश्वर पनिका पिता हनुमंता पनिका द्वारा 13 फरवरी को पुलिस अधीक्षक के समक्ष शिकायत दी गई थी, कि उसके सेवानिवृत्ति के बाद उसके खाते में आई राशि 29 लाख 98 हजार 832 रूपए को राजनगर निवासी अरविंद सिंह पिता डिप्टी सिंह, उनका पुत्र सुमित कुमार सिंह उर्फ  सोनू, पत्नी सविता सिंह एवं श्रीकांत सिंह के द्वारा मेरे साथ छल और धोखाधड़ी करके मेरे खाते की राशि अपने खाते में स्थानांतरित करवा लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की जांच रामनगर थाना प्रभारी को दी गई। जांच में पाया गया कि आवेदक रामेश्वर पनिका का खाता बैंक ऑफ  इंडिया व स्टेट बैंक आफ  इंडिया शाखा मनेद्रगढ़ में अरविंद सिंह अपने लड़के सुमित सिंह उर्फ  सोनू के साथ अपनी कार से ले जाकर खाता खुलवाया था और रामेश्वर पनिका के चेक बुक, आधार कार्ड एवं पासबुक लेकर चेक बुक के आठ कोरे पन्ने में हस्ताक्षर करा कर अपनी पत्नी सविता देवी व स्वयं के खाते एवं श्रीकांत सिंह के खातों में 2998832 रुपए ट्रांसफर करवा लिए थे। इसमें पुलिस द्वारा धारा 419, 420, 120 बी, 34 एवं एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी, सहायक उपनिरीक्षक रामभवन शर्मा, प्रधान आरक्षक राम प्रसाद प्रजापति, आरक्षक रिंकू गोले सहित अन्य स्टाफ शामिल रहे। 

चंदन के पेड़ के चोरी के आरोपी ने चालान पेश नही होने पर लगाया जमानत आवेदन, खारिज

अनूपपुर चंदन के पेड़ के चोरी के आरोपी ने चालान पेश नही होने पर न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अनूपपुर की न्यायालय में थाना जैतहरी के आरोपी ललित ढोलिया निवासी पयारी नंबर 2 ने जेल से रिहाई के लिए लगाये गये आवेदन को खारिज कर दिया गया है। आरोपी 60 दिनों से जेल में है।
आरोपी के खिलाफ थाना जैतहरी के द्वारा धारा 379 का अपराध पंजीबद्घ किया गया है। जिसमें पुलिस को 60 दिन के अंदर चालान प्रस्तुत करना था जिसे पुलिस नही प्रस्तुत कर पाई है, इसलिए उसे जमानत पर रिहा किया जाये। एडीपीओं विशाल खरे ने जमानत आवेदन का विरोध किया जिस पर न्यायालय ने आरोपी के आधार को गलत पाते हुए उसके द्वारा प्रस्तुत जमानत आवेदन निरस्त कर दिया।
जिला अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि ने प्रकरण की समीक्षा में पाया गया था कि आरोपी के द्वारा रात में फरियादी के आंगन में दीवाल लांघकर प्रवेश करते हुए चोरी किया था, जिस पर धारा 457, 380 पर मामला दर्ज किया समीक्षा उपरांत थाना जैतहरी द्वारा आरोपी के विरूद्घ अतिरिक्त इजाफा किया गया, जिसमें चोरी होने की दशा में अधिकतम 14 वर्ष के कारावास की सजा है। बढ़ाई गई धारा के कारण 60 दिन पूरा होने के पश्चात भी आरोपी के द्वारा प्रस्तुत जमानत आवेदन निरस्त कर दिया गया है।
मंगलवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि आरोपी द्वारा पूर्व भी न्यायालयों में लगाये गये जमानत आवेदन खारिज किया जा चुका है। आरोपी पर आरोप है कि अधिवक्ता अशोक मिश्रा के सिवनी स्थित मकान के आंगन एवं बाड़ी में लगे चंदन के पेड़ को रात में काट रहा था तभी उनके घर में सो रहे व्यक्ति जाग गये और आरोपी को मौके से पकड़ लिया गया था जिसकी सूचना थाना जैतहरी में दी गई थी।


सोमवार, 2 मार्च 2020

महिला दिवस पर वाहन रैली, बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्थाओं की कलेक्टर ने की समीक्षा

जिले के ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने बनेगी कार्य योजना
अनूपपुर जन अधिकार,सीएम हेल्पलाईन, राजस्व न्यायालयों में दर्ज प्रकरणों के निराकरण की स्थिति तथा स्वच्छ भारत अभियान के शौचालय निर्माण के कार्य की प्रगति समीक्षा सोमवार को साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने संबंधित अधिकारियों को प्रकरणों का तत्परतापूर्वक निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। विलंब की स्थिति होने से दर्ज प्रकरणों की संख्या में इजाफा होता है, जिससे जिले की स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इस तरह की स्थिति से विभागीय अधिकारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सरोधन सिंह, एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा, एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डहेरिया सहित जिला विभाग प्रमुख उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के अवसर पर महिला सशक्तिकरण के तहत आयोजित महिलाओं की वाहन रैली कार्यक्रम की रूपरेखा तथा व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा की। बताया गया कि महिलाओं की वाहन रैली 8 मार्च रविवार को प्रात: 10 बजे कलेक्ट्रेट प्रांगण से प्रारंभ होकर आईटीआई ग्राउंड जैतहरी रोड अनूपपुर में संपन्न होगी। समापन स्थल पर मंचीय कार्यक्रम किया जाएगा। कलेक्टर ने संबंधितों को आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्व से सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए वाहन रैली स्थान में यातायात एवं सुरक्षा की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने, समय-सीमा बैठक में माध्यमिक शिक्षा मंडल म.प्र. द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के सुव्यवस्थित संचालन की समीक्षा करते हुए प्रश्न पत्रों की सुरक्षा, निगरानी, नकल प्रकरण मिलने पर प्रकरण दर्ज करने के साथ ही निर्देशानुसार आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा पवित्र नगरी अमरकंटक के नैसर्गिक स्थल शंभू धारा में वन विभाग द्वारा बोटिंग की शुरुआत की गई है। बोटिंग कर आनंद लेने के लिए जिले के लोगों को प्रेरित करने तथा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सुरम्य, आध्यात्मिक, पुरातात्विक तथा पर्यटन संवर्धित भुंडाकोना, गिरारी, शिवलहरा, धरहरकला, कोड़ार जैसे जिले के अन्य क्षेत्रों को प्रोत्साहित कर पर्यटन की संभावनाओं को तलाशने के साथ ही इन क्षेत्रों के सुव्यवस्थित पर्यटन हेतु कार्य योजना बनाने के निर्देश संबंधित जनपद सीईओ को प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं जिन्होंने दक्षता उन्नयन प्राप्त किया है, ऐसे स्कूलों के बच्चों के बैठने के लिए टेबल, कुर्सी की व्यवस्था का प्रस्ताव तैयार करने, खाद्यान्न प्राप्त परिवारों के सत्यापन की कार्यवाही पूर्ण करने, पुष्पराजगढ़ के खम्हरौध में स्वास्थ्य केन्द्र भवन के शीघ्र निर्माण के निर्देश दिए।


होटल के कमरे में चल रहा था अनैतिक कार्य, संचालक सहित 11 युवक-युवतियां गिरफ्तार

पुलिस ने होटल को किया सील,लायसेंस होगा निरस्त
अनूपपुर जैतहरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने 2 मार्च की दोपहर होटल अमन के कमरा नम्बर 107 पर छापामार कार्रवाई करते हुए होटल के कमरे से आपत्तिजनक में 11 युवक युवतियों को गिरफ्तार किया है, जहां गिरफ्तार युवक-युवतियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने यह कार्रवाई दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक की, जहां दो घंटे तक लगातार कार्रवाई कर मामले से सम्बंधित पूरी जानकारियों जुटा रही है। वहीं पुलिस ने कार्रवाई में होटस संचालक सुभाष गुप्ता को भी पूछताछ के लिए अभिरक्षा में लेते हुए होटल को सील कर दिया है। पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपियों के खिलाफ अनैतिक व्यापार अधिनियम 1956 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि सम्बंधित होटल में अनैतिक कार्य होने की सूचना मुखबिर ने पुलिस अधीक्षक को दिया था, जिसपर संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने कार्रवाई के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया। वहीं इस कार्रवाई को गोपनीय रखते हुए अंतिम समय तक थाना जैतहरी को भी भनक नहीं लगने दी। पूरी जानकारी उपरांत थाना प्रभारी को निर्देशित करते हुए औचक छापामार कार्रवाई कराई गई। सभी आरोपी कमरा नम्बर 107 में पाए गए। जिन्हें गिरफ्तार करते हुए होटल को सील कर दिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में 22 वर्षीय अजय सिंह राठौर पिता भजन लाल राठौर निवासी खूंटाटोला जैतहरी, 30 वर्षीय बलराम केवट पिता विश्वम्भर केवट निवासी बकेली अनूपपुर, 23 वर्षीय राहुल महरा पिता रघुवर महरा निवासी बरगवां चचाई, 24 वर्षीय चंदन राठौर पिता नेपाल सिंह निवासी क्योंटार जैतहरी, 40 वर्षीय सुनील रजक पिता रामरतन निवासी बुढ़ार, 21 वर्षीय राजेश बुनकर पिता रामाधार बुनकर निवासी पुरानी बस्ती अनूपपुर शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस अनैतिक कार्य में होटल संचालक और एकाध महिलाएं शामिल हैं। वहीं सोमवार को गिरफ्तार हुई कुछ युवतियां पूर्व में भी यहां आ चुकी है। इसके लिए होटल प्रबंधन द्वारा 600 रूपए दो घंटे के लिए उपलब्ध कराया जाता था। सोमवार को भी 11 युवक-युवतियों द्वारा 3 कमरे बुक कराए गए थे। पुलिस ने अनुमान जताया है कि यहां पूर्व से इस प्रकार के कारोबार संचालित हो रहे थे, जिसकी भनक स्थानीय थाना को नहीं थी।

पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर छापामार कार्यवाही करते हुए होटल अमन के कमरे से 11 युवक युवतियों के साथ संचालक को भी गिरफ्तार कर होटल को सील कर दिया गया है। विभिन्न बिन्दूओं पर पूछताछ की जा रही है।

पति की हत्या करने वाली पत्नि की जमानत याचिका खारिज


अनूपपुरपति की हत्या करने वाली पत्नि ने अपर सत्र न्यायाधीष राजेन्द्रग्राम अविनाश शर्र्मा की न्यायालय में थाना करनपठार के आरोपी धरमी बाई पति ओमकार सिंह गोड़ 50 वर्ष निवासी खरसौल पुलिस चौकी सरई थाना करनपठार द्वारा रिहाई के लिए लगाये गये जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया। राज्य की ओर से सहायक जिला अभियोजन अधिकारी शशि धुर्वे ने जमानत आवेदन का विरोध किया।

सोमवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि 29 अगस्त 2019 को थाना करनपठार में लखन सिंह पिता बरातू सिंह गोड़ निवासी ग्राम खरसौल ने सूचना दी कि उसका जीजा ओमकार सिंह पिता स्व.अच्छे लाल सिंह गोड़ 55 वर्ष ग्राम खरसौल कई दिनो से घर नहीं आया है उक्त सूचना पर थाना करनपठार में गुमशुदगी की रिपोर्ट लेख कर जॉंच प्रारंभ कर दी गई जॉंच के दौरान जब पुलिस ने गुमशुदा ओमकार की पत्नि धरमी बाई और उसके लड़के जयपाल सिंह से पूछताछ करने पर उन्होनें बताया कि बीते करीब 3 माह पूर्व बुधवार के दिन ओमकार पैसे की बात को लेकर पत्नि धरमी बाई से झगड़ा हो रहा था और लड़का जयपाल घर के बाहर था विवाद होने पर धरमी बाई ने ओमकार को धक्का दे दिया जिससे वह गिर कर बेहोश हो गया धरमी बाई और लड़के जयपाल ने ओमकार को घर के अंदर परछी में लाकर लिटा दिये और कुछ समय बाद ओमकार की मृत्यु हो गई, रात 12 बजे धरमी बाई और जयपाल मृतक ओमकार के शव को घर के बगल में बने गढ्ढे में गाड़ दिये थे उन्होंने यह भी बताया कि बीते करीब ०२ माह बाद उन्होंने ओमकार की शव को गढ्ढे से निकालकर चादर में लपेटकर बोरी में भरकर बेड़ा डोंगरा वाले खेत में गढ्ढा खोदकर गाड़ दिये थे। पुलिस ने उनके बताये अनुसार उस स्थान पर का उत्खनन कराया जहॉ से एक प्लास्टिक बोरी की मिली जिसे खोलकर देखा गया तो उसके अंदर चादर में लिपटा हुआ मानव कंकाल मिला जिसकी पहचान ओमकार सिंह के रूप में की गई। न्यायालय द्वारा प्रकरण की गंभीरता और उसके स्वरूप को देखते हुए आरोपी धरमीबाई की जमानत याचिका खारिज कर दी।

घर में घुसकर मारपीट करने वाले आरोपी को कारावास और जुर्माना

अनूपपुरघर में घुसकर मारपीट करने वाले आरोपी  न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सीताशरण यादव राजेन्द्रग्राम की न्यायालय ने आरोपी सुदंर सिंह पिता बीरसिंह गोड़ निवासी ग्राम पड़रिया थाना अमरकंटक को 6 माह का कारावास और 500 रूपये जुर्माना एवं भादवि 452 की धारा 452 में एक वर्र्ष का कारावास और 500 रूपये जुर्माने से दण्डित किया गया है। राज्य की ओर से पैरवी सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी नारेन्द्र दास महरा ने की।

सोमवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि 4 अक्टूबर 2014 को को फरियादी राजकुमारी का पाति अपने ससुराल ग्राम बेनीबारी गया था। शाम को  फरियादी ग्राम पड़रिया स्थित अपने घर पर अकेली थी। वर्ष 2012 में फरियादी का पति, फरियादी को पत्नी बनाकर रख लिया था। इसी बात को लेकर फरियादी की सौतन गंगोत्री बाई एवं आजी सास सोनिया बाई का वाद विवाद हो रहा था। तभी अभियुक्त सुन्दर सिंह फरियादी के घर के अंदर आकर फरियादी के साथ गाली-गलौच करते हुये डण्डे से मारपीट करने लगा। जिससे फरियादी के सिर व जांघ में चोट आई थी। इसके बाद अभियुक्त फरियादी को जान से मारने की धमकी देकर चला गया। फरियादी ने घटना की रिपोर्ट थाना अमरकंटक में किये जाने पर पुलिस ने आरोपी के विरूद्घ अपराध पंजीबद्घ कर आरोपी को गिरफतार किया।विवेचना पश्चात् अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया।  

12वीं की परीक्षा में 7127 परीक्षार्थी में 208 अनुपस्थित

पीएससी की तर्ज पर परीक्षार्थियों ने उतारे जूते, 10वीं कक्षा की परीक्षा मंगलवार को

अनूपपुर माध्यमिक शिक्षा मंडल 2020 द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाओं का आगाज 2 मार्च से आरम्भ हो गया, जो 31 मार्च तक चलेगी। बोर्ड परीक्षा के प्रथम दिन 12वीं कक्षा की परीक्षा ली गई। परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित हुआ। जिलेभर में 12वीं कक्षा के परीक्षा के आयोजन के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कुल 54 परीक्षा केन्द बनाए गए थे। इनमें हायर सेकेंडरी की हिन्दी विषयक सहित व्यवसायिक परीक्षा का आयोजन किया गया। 12वीं कक्षा स्तर पर जिलेभर से 7335 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। लेकिन परीक्षा के प्रथम दिन ही 208 परीक्षार्थी विभिन्न परीक्षा केन्द्रों से अनुपस्थित पाए गए। 
प्रथम दिन जिलेभर में नकल प्रकरण का कोई मामला सामने नहीं आया। शिक्षा विभाग अनूपपुर के अनुसार हायर सेकेंडरी की परीक्षा में हिन्दी विषयक से 7304 परीक्षार्थी नामित थे, जिसमें 7099 परीक्षार्थी ही शामिल हो सके। जबकि हायर सेकेंडी की व्यवसायिक परीक्षा से 31 परीक्षार्थी में 28 परीक्षार्थी ही शामिल हुए तथा 3 अनुपस्थित रहे। विदित हो कि परीक्षा को कदाचार मुक्त रखने के लिए जिलेभर में 14 उडऩदस्ता दल भी तैनात किया गया है। सोमवार को 12वीं हायरसेकंडरी की हुई परीक्षा में पीएससी परीक्षा की तर्ज पर परीक्षार्थियों के परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पूर्व जूते उतरवाए गए तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को सुरक्षित स्थल पर जब्त कर रखवाया गया। परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न-पत्र वितरण के लिए सीलबंद पैकेट का पंचनामा बनाकर खोलने के पूर्व ही केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक एवं अन्य स्टाफ  के द्वारा लाए गए मोबाईल फोन भी एकत्रित कर केन्द्राध्यक्ष द्वारा निर्धारित अलमारी में रखकर उसे सील किया गया।

प्रश्नत्तरी खेल दिमागी कसरत,प्रतिभागी सवालों के उत्तर देने का प्रयास करते है - विधायक पुष्पराजगढ़

पुष्पराजगढ़ में खण्ड स्तरीय प्रश्नमंच प्रीतियोगिता सम्पन्न
पुष्पराजगढ़। इस तरह के प्रश्नत्तरी कार्यक्रम के आयोजन से प्रतिभागी अपने अंदर छुपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिऐ ऐसे सुनहरे अवसरों पर पुरजोर कोशिश करता है। प्रश्नत्तरी एक प्रकार का खेल व दिमागी कसरत है जिसमें प्रतिभागी अकेले या टीम में सवालों के सही उत्तर देने का प्रयास करते है। इसे संक्षिप्त मूल्यांकन कहा जा सकता है। जिसका प्रयोग शिक्षा या इसी प्रकार के अन्य क्षेत्रों में ज्ञान योग्यता और कौशल में वृद्धि को मापने के लिए किया जाता है। उक्त आशय का विचार सोमवार 2 मार्च को जनपद शिक्षा केन्द्र पुष्पराजगढ़ में आयोजित एक दिवसीय खण्ड स्तरीय प्रश्नमंच प्रतियोगिता के दौरान पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को ने कहीं।
कार्यक्रम में डीपीसी हेमंत खैरवार,विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी नयनभान सिंह, पंचायत समन्यवयक जाग्रत सिंह, जनपद शिक्षा केन्द्र समन्यवयक हरप्रसाद तिवारी संकुल प्रचार्य, बीएसी, जन शिक्षक सहित विभिन्न स्कूलो के छात्र छात्रओ ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
प्रतियोगिता में प्रथम संकुल बेनीबारी, द्वितीय संयुक्त रूप से संकुल अमरकंटक व बालक क्षात्रावास करपा एवं तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से संकुल भेजरी व लीलाटोला इन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरुष्कृत किया गया। अतिथिओ ने विभिन्न संकुल से बच्चो के साथ सुरुचि भोज किया।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

रविवार, 1 मार्च 2020

ग्रमीण पत्रकारिता के दम पर महानगर की पत्रकारिता करने वाले आयोजना में करते आत्मावलोकन की बात

पत्रकारों को मर्यादा की शिक्षा क्यों?                मनोज कुमार द्विवेदी                      अपने कमीज के अन्दर न देख पाने वाले लोग मौका मिलने पर नसीहत देने से नही चुकते देश में चार स्तंभ कहे जाने वाले दो स्तंभ समय-समय पर अपनी सुविधानुसार चौंथे स्तंभ का उपयोग करने से नही चूकते और आयोजनो पर मौका मिलते ही नसीहत की घुट्टी देने से भी नही चूकते ,किन्तु जब यह नसीहत कोई अपना भरी सभा में दे तो उसे भी सोचना होगा कि कहीं हम तो यही कर यह मुकाम हासिल किये। आम ग्रमीण पत्रकारिता के दम पर महानगर की पत्रकारिता करने वाले इसे भूल जाते है।
संभागीय मुख्यालय शहडोल में 28 फरवरी 2020 को पत्रकारो का संभागीय सम्मेलन एवं कार्यशाला में शामिल मप्र सरकार के द्वय मंत्री प्रदीप जायसवाल और ओमकार सिंह मरकाम के बेबाक उद्बोधन तथा राजसभा टीवी के पूर्व निदेशक,देश के वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल के कटाक्ष को याद किया जाएगा। ऐसा नहीं कि जो उन्होने कहा, वह लोगों को बहुत अच्छा लगा या पहली बार कहा गया। बल्कि इसलिए कि सुनामी की तरह बढ़ती पत्रकारों की संख्या, उसके पीछे की मंशा तथा इससे पत्रकारिता एवं समाज पर दिख रहे असर से अब सभी चिंतित हैं। वास्तविक पत्रकारों एवं छद्म पत्रकारों के बीच की रेखा अब इतनी धुंधली पड़ती जा रही है कि पत्रकारिता अब समाजसेवा का माध्यम नहीं अपितु पेशा माना जा रहा है।
मंत्रियों के साथ राजेश बादल जैसे नामचीन पत्रकार थे तो दो आईपी एसएडीजीपी जी जनार्दन और डीआईजी आर एस उईके,दो आईएएस कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर, सीईओ पार्थ जायसवाल सहित तमाम गणमान्य नागरिक, चार -पांच जिलो के पत्रकार उपस्थित थे। एक मंत्री ने जब यह कहा कि पत्रकारों को मर्यादित रह कर अपनी सीमा स्वयं तय करना चाहिए। तो यह सिर्फ उनकी चिंता नहीं है। जब दूसरे मंत्री ने बड़ी सरलता से यह कहा कि मजदूर, किसान की तरह पत्रकार भी श्रम से सीधा जुड़ा है तो पता नहीं कि उन्हे यह पता भी है या नहीं कि पत्रकारिता श्रमसाध्य तो है लेकिन कोई सरकार किसान, मजदूरों के उलट पत्रकारों के मेहनताने,वेतन,मजदूरी की चिंता नहीं करता। उल्टे इन्हे ही चिंता का कारण मान लेता है।
केन्द्र तथा राज्यों में सरकारें चाहे किसी भी दल , विचारधारा की हो,सबको प्रचार - प्रसार की जरुरत तो रही है, पत्रकारों की नहीं। मीडिया घराना, अखबार मालिकों को ही पत्रकारिता का पर्याय मान लिया गया। सत्ता बचाए रखने ,चोरी-निकम्मेपन- सत्ताजनित कमजोरियों को छुपाए रखने के लिये बड़े अखबार मालिकों, चैनलों को विज्ञापनों, अधिमान्यता के टुकड़े तो डाले जाते हैं लेकिन छोटे, मझोले समाचार पत्रों,वेब पोर्टल के संपादकों, जिला - तहसील में काम करने वाले पत्रकारों - प्रतिनिधियों के हिस्से कुछ भी नहीं आता। अपने जीवन में सम्मानजनक वेतन पाने वाले स्थानीय संपादकों, जिला -तहसील प्रतिनिधियों को नहीं देखा। कुछ नाम मात्र के वेतन पर,तो कुछ मानसेवी पद पर आज भी वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। जिला एवं तहसील स्तर के पत्रकारों से पैसे लेकर एजेंसी दी जाती है। अपने बूते या कमीशन पर वह समाचार ,विज्ञापन के लिये भाग दौड़ करता रहता है। जिसके लिये जो जितना कुशल, उतना मेहनताना मिलता है। इसके लिये नेताओं,अधिकारियों से संबध बनाए रखना उसकी मजबूरी बन जाती है। यह जनता की नजर में उसे बिकाऊ, भांड, चमचा, भक्त, ब्लैकमेलर ,धंधेबाज बनाता है तो कुछ वरिष्ठ पत्रकारों की नजर में पत्तलकार।
यहीं एक ऐसी बारीक रेखा है जो हमें मर्यादा में रहने, सीमा रेखा स्वयं तय करने की शिक्षा समय समय पर आवश्यकता / अनावश्यकतानुसार ग्रहण करने को बाध्य करती है। जब राजेश बादल जैसे वरिष्ठ पत्रकार यह कहते हैं कि पत्रकारिता कोई पेशा या रोजगार का माध्यम नहीं,अपितु समाजसेवा का माध्यम है तो वह थोड़ा अर्धसत्य सा लगता है। उनकी या मंत्रियों की बातों से असहमत हूं ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन बातों मे थोड़ा लेकिन,किन्तु,परन्तु की गुंजाइश है।

मानना है कि वकालत,राजनीति की तरह पत्रकारिता लोकतंत्र एवं समाज की बड़ी आवश्यकताओं में से तीन हैं?। लेकिन विचित्र यह है कि नितान्त जरुरी होने के बावजूद इसमे योग्यता अनिवार्य नहीं है। ना ही समानता जैसी कोई बात इसमें लागू है। समाजसेवा का भाव जरुरी होने के बावजूद कही दिखता नहीं है। जो इसके माध्यम से  वास्तविक समाजसेवा कर रहे हैं, उनकी कोई जगह है नहीं। पढ़े लिखों के साथ पढ़े लिखे अनपढ़ तथा नितांत अर्द्ध अनपढ़ तक इन तीनों  विधाओं मे बहुतायत से मिल जाएगें जो इन पवित्र संस्थानों से स्व जनित हताशा,उपहास, बदनामी का बड़ा कारण है। शक्ति का पर्याय होने के कारण सम्मान की जगह भय के कारण आम व्यक्ति इनसे दूरी बनाए रखकर अवसर मिलते ही शर्मनाक/अपमानजनक भाषाओं से नवाजता दिख जाता है। यह देश,समाज के साथ इन संस्थानों के लिये चिंता का विषय है। यह स्पष्ट है कि जब तक स्वतंत्र चारागाह समझ कर इस विधा का दुरुपयोग लोग करते रहेंगे...जब तक बिना वेतन/ बिना पर्याप्त मानदेय पत्रकारिता होगी तब तक विज्ञापनों की आड़ मे प्रत्यक्ष या ब्लेकमेलिंग के द्वारा धनार्जन का अघोषित आपराधिक प्रयास होता रहेगा। जब तक स्व नियंत्रित ठोस केन्द्रीय नीति नहीं होगी,लोग पेट भरने - परिवार पालने की मजबूरी की आड़ में भ्रष्टाचार रोकने के बहाने स्वयं कलम/ कैमरे दिखला कर डांका डालेगें। कहने को भले ही पत्रकारों के बहुत से संगठन हों,इनसे पत्रकारों का बहुत भला होता दिखता नहीं है। सदस्यता की मारा मारी में जब किसी भी ऐरे गैरे को सदस्य बनाया जाएगा तो उसके कुकर्मों को ढ़कनें की होड में शक्ति प्रदर्शन होगा ही। थोड़ा अशालीन भाषा की छूट लेते हुए कहें तो देश की जड़ों को मजबूत करने के लिये सभी चारों घुन लगे पायों को अपनी अपनी जड़ों से गन्दगी ,कीडों ,घुनों को हटाने की कड़ी और बड़ी कवायद करनी होगी। बहरहाल पत्रकारिता के एक और मंच पर आत्मावलोकन का प्रयास हुआ है। सभी पत्रकार संगठन पत्रकारों को कसने, गढऩे, मजबूत बनाने के लिये कार्य करें ना कि पत्तलकारिता के पत्तल समेटने में अपनी उर्जा नष्ट करें तो बेहतर होगा।

रेत का अवैध परिवहन करते ट्रैक्टर जब्त

अनूपपुर। रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन की लगातार शिकायत के बाद 1 मार्च को खनिज विभाग ने ग्राम कोड़ा में बिना नंबर के एक टैक्टर को जब्त रेत अवैध परिवहन करते ट्रैक्टर को जब्त कर खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की है। 

जानकारी के अनुसार सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त शिकायत के आधार पर खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य, खनिज सर्वेक्षण अमित कुमार द्वारा होमगार्ड के जवानो के साथ ग्राम कोड़ा पहुंचे, जहां बिना नंबर की एक ट्रैक्टर को रेत का अवैध परिवहन करने पर उसे रोककर वाहन चालक से ट्रैक्टर में लोड रेत से संबंधित दस्तावेज की मांग की गई, जहां चालक ने मौके पर किसी भी तरह का दस्तावेज नही दिखाया गया। ट्रैक्टर को मौके से ही जब्त करते हुए खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही कर ट्रैक्टर को कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ा कराया गया है। 

कोतमा विधायक ने विविध कार्यो का किए भूमिपूजन

कोतमा। कोतमा विधायक ने 1 मार्च को क्षेत्र में कई निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया गया। विधायक सुनील सराफ ने ग्राम गढ़ी में नलजल योजना लागत 82 लाख 73 हजार, ग्राम लोढ़ी में 83 लाख 74 हजार एवं ग्राम निगवानी में नाला पुल निर्माण लागत 227.93 लाख एवं लठ्बुड़ा कोठी मार्ग पर पुल निर्माण लागत 156.29 लाख तथा मैनटोला में माध्यमिक शाला भवन का 12.50 लाख की लागत से बनाए जाने पर विधायक ने भूमि पूजन किया।
महाविद्यालय राजनगर का किया निरीक्षण
विधायक ने शनिवार को शासकीय महाविद्यालय राजनगर का औचक निरीक्षण करने पहुंचे, महाविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं की कमी एवं छात्र-छात्राओं के अध्ययन के लिए मात्र 2 कमरों में संचालित महाविद्यालय की समस्याओं से अवगत हुए, जहां छात्र-छात्राओं के बैठने के पर्याप्त स्थान नही होने पर तत्काल एक अतिरिक्त कक्ष बनाने का आदेश दिए।


शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020

12 प्रमुख दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में यातायात संकेतक लगाने बैठक में लिया निर्णय

अनूपपुर। जिले में लगातार सड़क हादसों तथा हो रही मौत पर अब पुलिस प्रशासन ने गम्भीरता दिखाई है। जहां पुलिस अधीक्षक केरकेट्टा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन को समुचित कार्रवाई करने निर्देशित किया गया है। इसी परिपेक्ष्य में यातायात प्रभारी वृहस्पति साकेत द्वारा जिले के १२ प्रमुख दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों को चिह्नित किया गया। सड़क हादसों के बढ़ते आंकड़े और दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों पर हादसों को कम करने के उद्देश्य से २८ फरवरी को पुसि अधीक्षक कार्यालय में सड़क निर्माण एजेंसी अधिकारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, यातायात  प्रभारी वृहस्पति साकेत, एमपीआरडीसी के अधिकारी, पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री अनिल मिश्रा, एसडीओ तथा नेशनल हाइवे के अधिकारी शामिल रहे। बैठक में दुर्घटना रोकने के प्रभावी उपायों पर चर्चा की गई। दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में संाधा तिराहा, पसला गेट, बुढानपुर वन चौकी कोतमा, टोल प्लाजा बिजुरी, किररघाटी, जालेश्वर तिराहा सहित अन्य स्थल बताए गए। जिसपर अधिकारियों ने ऐसे दुर्घटना सम्भावित स्थलों पर यातायात संकेतक, प्रकाश की समुचित व्यवस्था और रम्बल स्ट्रीप लगाने पर आम सहमति दी। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं यातायात प्रभारी को सम्बंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई को पूर्ण कराने के निर्देश दिए। साथ ही सम्बंधित विभाग द्वारा यातायात संकेतक व अन्य कार्रवाई करने की बात कही। पुलिस अधीक्षक का कहना था कि जिस प्रकार से सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही है उनमें हादसों को रोकने में मददगार साबित हो सकती है। विदित हो कि इससे पूर्व जिले में ब्लैक स्पोर्ट स्थलों का चयन नहीं किया गया था। समीक्षा रिपोर्ट पर वरिष्ठ अधिकारी ऐसे स्थलों को ब्लैक स्पोर्ट की श्रेणी में उसे शामिल नहीं करते थे। लेकिन अब वाहन चालकों के लिए यहां सतर्कता बरतने जैसी पहल से हद तक सड़क दुर्घटनाओं को टाला जा सकेगा।

खेतो तक अभी नही पहुंच सके ओलावृष्टि की जानकारी लेने मैदानी अधिकारी

किसानों का आरोप अधिकारी चाय की दुकान, गांव के चौराहों पर पूंछकर खानापूर्ती
अनूपपुरजिले में तीन दिनों की बारिश और ओलावृष्टि से कई गांवो में फसलो को नुकसान पहुंचा है सबसे ज्यादा जैतहरी विकाशखंड के गांवो में किसानो को इसकी मार झेलनी पड़ी है। मौसम खुलने के बाद अधिकारी खेतो तक नही पहुंच सके जिससे किसानो का दर्द कम किया जा सके। भोपाल से लेकर जिले अधिकारियो ने मैदानी शासकीय सेवको को तीन दिनो में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिर्पोट देने के निर्देश दिए थे। ओलावृष्ट से नुकसान जंगली क्षेत्र में अधिक देखने को मिला है। वहीं 58 गांव को ज्यादा प्रभावित माना है।

जिला मुख्यालय से लगभग 20 किमी.दूर ग्राम अवढ़ेरा, अकुआ व पटपरहा के दर्जनों किसान है जिनकी खेत की फसल ओलावृष्टि की मार में तबाह हो गई है। किसान खेतों की दशा को देखकर हताश है। उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि वे बर्बाद फसल का क्या करें। किसानों को आशा है कि शासन-प्रशासन स्तर पर उनके बर्बाद हुए फसल का सर्वे कार्य कराकर कुछ राहत प्रदान की जाएगी। लेकिन दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारी इन वास्तविकताओं से दूर हैं। असमायिक बारिश और ओलावृष्टि की प्राथमिक रिपोर्ट में जिले के चार विकास खंड में कोतमा को छोड़कर अनूपपुर, जैतहरी, और पुष्पराजगढ़ के 58 गांव को प्रभावित माना है, जिसमें फसल नुकसान की प्राथमिक अनुमान 15-20 फीसदी है। बावजूद राजस्व विभाग ने क्षेत्र के आरआई और पटवारियों को फसल नुकसान की जानकारी देने के निर्देश देते हुए खुद किसानों की खेतों की मेढ़ से दूरी बना ली है।
अकुआ के किसान रामदयाल यादन ने बताया कि ओलावृष्टि के बीते 5 दिन से अधिक समय हो गए हैं। लेकिन अधिकारी आजतक ने वास्तविक नुकसान का आंकलन करने खेतों में नही पहुंच सके। यहीं कारण है कि पांच दिनों बाद भी किसानों की फसलों का वास्तविक नुकसान आंकलन जिला प्रशासन के पास नहीं पहुंच सका है। किसानों ने आरोप लगाया कि सभी जानते हैं कि प्रकृति की इस मार में हर बार पटवारी और आरआई चाय की दुकान, गांव के चौराहों पर ग्रामीणों से नाम पता की जानकारी लेकर उनके फसल के नुकसान की रिपोर्ट प्रशासन को भेज देते हैं। कभी खेत-खलिहानों पर कदम नहीं रखते। गलत रिपोर्टिंग के कारण हर बार प्रकृति की मार में किसानों के हाथ व्यय से कम राहत की राशि पहुंचती है।
उल्लेखनीय है कि प्राथमिक रिपोर्ट में जिले के अनूपपुर तहसील के 10 गांव जहां 10-15 फीसदीकोतमा में नुकसान की कोई जानकारी नहीं, जैतहरी में सर्वाधिक 45 गांव के प्रभावित होने तथा 15-20 फीसदी तक फसलों के नुकसान के अनुमान, तथा पुष्पराजगढ़ के 3 गांव प्रभावित माने गए, जहां नुकसान की जानकारी नहीं मिल सकी थी। इस प्रकार जिले के 58 गांवों की फसलें बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित होना माना गया था।  जिले में 22 और 23 फरवरी को हुई असमायिक बारिश और ओलावृष्टि में प्रशासन ने जिला प्रशासन ने जिले के चारों विकासखंड राजस्व अधिकारियों को अपने अमले के साथ सर्वेक्षण कराकर नुकसान की रिपोर्ट मांगी थी। जिसमें प्रभावित गांवों की संख्या, प्रभावित क्षेत्रफल, प्रभावित किसान, अनुमानित नुकसान सहित अन्य जानकारी शामिल थे। हालांकि बाद में सर्वेक्षण कार्य के लिए राजस्व और कृषि विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सर्वेक्षण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी और जानकारी मांगी थी। जांच रिपोर्ट को तीन दिनों में सौंपा जाना था। लेकिन अबतक पांच दिनों के गुजर जाने के बाद भी वास्तविक नुकसान की जानकारी अधूरी है। 
उपंसचालक कृषि एनडी गुप्ता के अनुसार इस वर्ष गेहूं की निर्धारित लक्ष्य से 10 हजार हेक्टेयर अधिक बुवाई हुआ है। लक्ष्य 22 हजार हेक्टेयर रकबा था। लेकिन खेतों में नमी के कारण 32 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की बुवाई हुई है। इसके अलावा चना 10 हजार हेक्टेयर, मटर 2 हजार हेक्टेयर, मसूर १५ हजार हेक्टेयर, अन्य दलहनी फसल 220 हेक्टेयर कुल दहलन 27.22 हजार हेक्टेयर, सरसों 8 हजार हेक्टेयर, अलसी 6 हजार हेक्टेयर कुल तिलहन 5.34 हजार हेक्टेयर, तथा गन्ना 10 हेक्टेयर पर फसल बुवाई की गई है। इनमें बारिश  और ओलावृष्टि से चना, मसूर, गेहूं, मुनगा, अरहर, मटर, टमाटर, अलसी, बटरी, गोभी, धनिया, बैगन, महुआ सहित अन्य फसलों को नुकसान के अनुमान हैं।
अधीक्षक भू-अभिलेख अधिकारी अनूपपुर एसएस मिश्रा ने बताया कि अभी तक वास्तविक नुकसान की रिपोर्ट नहीं आई है। तीन दिनों में जांच कर रिपोर्ट मांगी गई थी। अनूपपुर और जैतहरी विकासखंड ही प्रभावित क्षेत्र हैं।



कम्प्युटर आने से हर क्षेत्र में क्रांति आई-बिसाहूलाल

पीआरटी महाविद्यालय एवं विद्यालय में वार्षिकोत्सव सम्पन्न
अनूपपुरवर्तमान संचार क्रांति के पुरोधा स्व.राजीव गाँधी थे, आज कम्प्युटर आने से हर क्षेत्र में क्रांति आई है, काम आसानी से एवं प्रभावी ढंग से कर पा रहे हैं। पीआरटी महाविद्यालय ने अपना कार्य अनूपपुर में तब से शुरू किया जब यहाँ के लोग कम्प्यूटर के विषय में ज्यादा कुछ नहीं जानते थे। डॉ.देवेन्द्र कुमार तिवारी ने अनूपपुर में आकर न केवल कम्प्यूटर कालेज खोला बल्कि यहाँ के युवाओं के रोजगार के लिए नई राह खोली, महाविद्यालय के अथक प्रयास से कम्प्यूटर के अलावा अन्य विषयों की शिक्षा दी जाने लगी। उक्त आशय का विचार शुक्रवार को प. रामगोपाल तिवारी महाविद्यालय एवं प. रामगोपाल तिवारी फाउंडेशन पब्लिक स्कूल के संयुक्त वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह ने कही।

शा. तुलसी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.परमानन्द तिवारी नें कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के साथ विद्यार्थियों के लिए कई योजनायों का क्रियान्वयन करती है जिससे विद्यार्थियों की हर तरह से मदद हो सके। कार्यक्रम में कांग्रेस  जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल उपस्थित रहे। इसके पूर्व माँ सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभ्भारंभ किया गया।

वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुतियां दी गई। अतिथियों के द्वारा बच्चों को प्रशस्ति पत्र वितरित किये गये। संचालन वैद्यनाथ त्रिपाठी आभार प्राचार्य शिवेंद्र तिवारी ने किया। इस दौरान चेयरमेन उमेश कुमार तिवारी रवि धीमर, अदिति, विभा, सरिता, रजनी मिश्रा,प्रधानाचार्य सुधा विश्वकर्मा, प्रांजली, डोली, प्रिया, विजय तिवारी,अमन मलिक सहित अन्य उपस्थित रहे।

नाबालिग लड़की को भगाने और दुष्कर्म में साथ देने वाले आरोपी की जमानत याचिका खारिज

अनूपपुरनाबालिग लड़की को भगाने और दुष्कर्म में साथ देने वाले आरोपी की जमानत याचिका खारिज पर सुनवाई करते हुए प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश राजेश कुमार अग्रवाल अनूपपुर की न्यायालय ने थाना रामनगर के सहआरोपी मुन्नालाल नागर (नट) पिता परषोत्तम नागर निवासी कुंवरपुर थाना हनमतपुर जिला पन्ना द्वारा अपने रिहाई के लिए लगाये गये आवेदन को जिला अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि की दलील सुनने के बाद खारिज कर दिया। आरोपी को 31 दिसम्बर 19 को गिरफ्तार किया गया है।
जिला अभियोजन अधिकारी ने आरोपी द्वारा लगाये गये जमानत आवेदन पर विरोध करते हुए कहा कि आरोपी द्वारा किया गया अपराध गंभीर है, प्रकरण विचारण के अनुक्रम में अभी प्रारंभिक स्तर पर है, मुख्य आरोपी राकेश का पिता है,जो कि यह भलीभांति जानता था कि पीडि़त नाबालिग है, आरोपी को नाबालिग की रक्षा करनी थी परन्तु उसने भूपेन्द्र की मदद से पीडि़ता को उसके विधिपूर्ण संरक्षता से फुसलाकर अपने कब्जे मे लिया और उसे कुमारपुर गांव लेकर गया वहां ले जाकर उसने अपने लड़के से शादी का झांसा देकर पीडि़ता को वहां रोके रखा, विशेष लोक अभियोज के तर्क से सहमत होते हुए न्यायालय ने आरोपी का जमानत आवेदन खारिज कर दिया।  

शुक्रवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि पीडि़ता कक्षा 8वीं तक पढ़ी थी जून 2019 में भूपेन्द्र नट का भांजा राकेश नागर फुलवारी टोला आया था, 21 जून 2019 को पड़ोसी भूपेन्द्र नट ने पीडि़ता से बोला कि राकेश मेरा भांजा हैं तुम्हारी उससे शादी करा देगे फिर वह पीडि़ता को अपनी मोटरसाइकिल से शहडोल ले गया बस स्टेण्ड शहडोल में मुन्नालाल नट मिला मुन्नालाल नट पीडि़ता को बस से अपने गांव कुवंरपुर जिला पन्ना ले गया, जहां पर उसका लड़का राकेश नागर भी था, रात मे पीडि़ता के साथ दुष्कर्म किया गया फिर पीडि़ता को आरोपी राकेश नट ट्रेन से दिल्ली ले जाकर एक किराये के कमरे में रोका रखा, आरोपी द्वारा दिल्ली में भी पीडि़ता के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया 13 सितम्बर 2019 को आरोपी राकेश नट फिर वापिस कुवंरपुर ले आया इस दौरान कुछ समय पश्चात आरोपी फिर पीडि़ता को दिल्ली ले गया और दिल्ली से गांव ले आया 31 दिसम्बर 2019 को आरोपी राकेश नट पीडि़ता को फुलवारी टोला माता-पिता के पास लेकर आया, इसी दिन पुलिस ने पीडि़ता को छलकाटोला से बरामद किया।

बीएनजी ग्लोबल इंडिया के सेल्स एक्जूकेटिव और आर्गनाईजर की जमानत याचिका खारिज

अनूपपुरबीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड शाखा अनूपपुर के सेल्स एक्जूकेटिव और आर्गनाईजर की जमानत याचिका खारिज पर विशेष न्यायाधीश डॉ.सुभाष कुमार जैन की न्यायालय ने सुनवाई करते हुए कोतवाली अनूपपुर के आरोपी आदित्य तिवारी पिता महेश तिवारी एवं अरविंद साहू पिता गणेश प्रसाद साहू दोनो निवासी ग्राम छिल्पा थाना भालूमाड़ा द्वारा अपने जेल से रिहाई के लिए लगाये आवेदन पर राज्य की ओर से विशेष लोक अभियोजक एवं जिला लोक अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि द्वारा आरोपियो के आवेदन का लिखित विरोध करने पर खारिज कर दिया। आरोपियो 9 जनवरी को पुलिस द्वारा गिरफतार किया है।  
विशेष लोक अभियोजक ने न्यायालय को बताया कि आरोपी आदित्य तिवारी द्वारा 84 पॉलिसी की जानकारी दी कुल 61 पॉलिसी व पॉलिसी की कुल 285 रसीद की मूल प्रतिया कुल रूपये 3 लाख 23 हजार 460 और आरोपी अरविंद साहू के द्वारा कुल 101 पॉलसिया जिसमें कुल 64 पॉलसिया एवं पॉलिसी की 285 रसीद कुल रूपया 6 लाख 06 हजार 445 इस प्रकार कुल 9 लाख 29 हजार 905 रूपये की राशि इनके द्वारा उक्त कंपनी में पदस्थ रहने के दौरान हितग्राहियों से छल कर जमा कराये गये हैं,प्रकरण अभी भी विवेचना में है जिसमें कई साक्ष्य फरार आरोपियो के विरूद्घ भी संकलित करना है,आरोपियो द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले लोगो को अपनी कंपनी में दोगुने-तिगुने ब्याज का लालच देकर निवेश करवाकर बाद में कंपनी बंद कर दी गई है। विशेष लोक अभियोजक उक्त लिखित तर्क से सहमत होते हुए न्यायालय ने आरोपियो द्वारा प्रस्तुत जमानत आवेदन खारिज कर दिया।  
मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि आरोपी बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड कंपनी की शाखा अनूपपुर में सेल्स एक्जूकेटिव और आर्गनाइजर के पद पर कार्य करते थे कंपनी हितग्राहियों को दोगुना-तिगुना ब्याज की लालच देकर तथा यह बताते हुए कि यह सरकारी बैंक है। इसमें पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा,ग्रामीणो के साथ छल करते हुए कंपनी में पैसा जमा कराया बाद में कंपनी रूपये लेकर भाग गई। कंपनी कुल राशि 9 लाख 29 हजार 905 रूपये जमा कराकर भाग गई थी।



गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020

सरई उपतहसील के भूमिपूजन में आमंत्रित नहीं किए जाने से सांसद नाराज

प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर जिला प्रशासन खिलाफ कार्रवाई की मांग
अनूपपुर पुष्पराजगढ़ विकासखंड के सरई ग्राम में जिला प्रशासन द्वारा उपतहसील कार्यालय के भूमिपूजन सहित जिले में अन्य शासकीय कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किए जाने से नाराज शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह ने नाराजगी जताई है। जिसमें सांसद ने गुरूवार को प्रमुख सचिव मप्र. सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर जिला प्रशासन अनूपपुर के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

सांसद द्वारा लिए गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि जिला प्रशासन अनूपपुर द्वारा 25 फरवरी को ग्राम सरई पुष्पराजगढ़ में उपतहसील कार्यालय का भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित कराया गया, जिसमें जिला प्रशासन द्वारा मुझे आमंत्रित किया गया। जबकि इससे पूर्व भी अनूपपुर जिले में आयोजित हुए भूमि पूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रमों की सूचना मुझे नहीं दी गई। इस सम्बंध में मेरे द्वारा प्रेषित पत्रों का जवाब भी जिला प्रशसन द्वारा नहीं दिया जाता है। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग मप्र शासन द्वारा संदर्भित पत्र एवं अन्य पत्रों द्वारा अनेक बार इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं कि निर्देशों की अवहेलना करने पर सम्बंधित अधिकारियों का यह कार्य उसपर लागू आचरण या सेवा नियमों के अधीन अवचार समझा जाएगा और सम्बंधित को निलम्बित किया जाएगा। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। ये सभी प्रकरण भी अवचार की श्रेणी में आता है। इसलिए जिला प्रशासन अनूपपुर के जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई करें, ताकि इस प्रकार की पृनरावृत्ति न हो सके।  

सहायक आयुक्त ने अनुसूचित जाति बालक छात्रावास कोतमा का किया औचक निरीक्षक

छात्रावास में 12 में से 9 शौचालय मिले बंद, गदंगी देख अधीक्षक को दी चेतावनी
अनूपपुर विकासखंड कोतमा अंतर्गत संचालित अनुसूचित जाति बालक छात्रावास कोतमा, माध्यमिक एवं हाई स्कूल कोतमा तथा उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा का सहायक आयुक्त विवेक पांडेय ने 27 फरवरी को औचक निरीक्षण के दौरान अनुसूचित जाति बालक छात्रावास कोतमा में 12 शौचालय में 9 शौचालय बंद पड़े होने, छात्रावास में गदंगी पाए जाने पर छात्रावास अधीक्षिका मान ङ्क्षसह को चेतावनी देते हुए तत्काल ही छात्रावास में साफ-सफाई करने, बंद पड़े 9 शौचालय को तत्काल सुधारवाने एवं छात्रों को मीनू के अनुसार भोजन दिए जाने के निर्देश दिए गए।
सहायक आयुक्त ने शासकीय हाई स्कूल एवं माध्यमिक विद्यालय कोतमा का निरीक्षण किया गया,जहा बच्चो की प्रीबोर्ड परीक्षा संचालित रही,अवलोकन कर शिक्षा स्तर की जानकारी ली गई। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा में विकासखंड के समस्त छात्रावास अधीक्षको की बैठक ली गई। बैठक में छात्रावास से संबंधित समस्याओं को लेकर समीक्षा की गई। सहायक आयुक्त ने ई-लायब्रेरी एवं कम्प्यूटर कक्ष, प्रयोग शाला का निरीक्षण किया गया। जहां व्यवस्था बेहतर पाए जाने पर सराहना की गई। 

फांसी लगाकर युवक ने की आत्महत्या

अनूपपुरकोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कर्राटोला में निवास करने वाले २७ वर्षीय युवक ने 27 फरवरी को अज्ञात कारणो से आम के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामले की जानकारी देते हुए उपनिरीक्षक अजय यादव ने बताया की उत्तम सिंह गोड़ पिता फूल सिंह गोंड निवासी ध्रुरवासिन जो की अपने ससुराल ग्राम कर्राटोला में ही रहने लगा था, जो प्रतिदिन की तरह २७ फरवरी को भी घर अपने पालतू पशु (बैल) को लेकर अपने खेत के लिए निकला था और अपने खेत पहुंचकर आम के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया, जिसकी सूचना ग्रामीणो ने उसके परिजनो के साथ ही पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतार घटना स्थल व शव का निरीक्षण करते हुए पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्डम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया, जहां पोस्टमार्डम उपरांत शव परिजनो को सौंप दिया गया है। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी हुई है। 

एक साथ उठी तीनो युवको की अर्थी, मोहल्ले में पसरा मातम

रात में खड़े ट्रक में जा घुसे तीन बाइक सवार युवक, तीनों की मौत  अनूपपुर। जिला मुख्यावलय में बुधवार देर रात सड़क किनारे खड़े ट्रक एक बाईक पर ती...