मजदूरों के भुगतान में गड़बड़ी की आशंका, मजदूरों का मास्टर रोल नहीं हुआ जारी
अनूपपुर। जनपद पंचायत अनूपपुर के कदमटोला में ग्राम पंचायत द्वारा मनेरगा के तहत कराए जा रहे ग्रेवल मार्ग निर्माण में पंचायन ने बिना डिमांड वर्क और मास्टर रोल जारी किए ही कार्य आरम्भ कर दिया है। लेकिन मजदूरों के भुगतान की व्यवस्था नहीं की है। जिसके कारण कार्य में लगे मजदूरों के भुगतान में गड़बड़ी सहित उसके समय पर भुगतान नहीं होने की आशंका जताई जा रही है। सड़क निर्माण में ग्राम पंचायत के ही दर्जन से अधिक मजदूरों ने कार्य किया है। लेकिन अब उनकी उपस्थिति अबतक मास्टर रोल में दर्ज नहीं हो सकी है।
ग्राम पंचायत सचिव ने इस लापरवाही से पल्ला झाड़ते हुए बताया कि वह जल्द ही मास्टर रोल तैयार कर मजदूरों की उपस्थित दर्ज कराकर भुगतान करा देंगे। लेकिन आश्चर्य ग्राम पंचायत ने बिना मास्टर रोल जारी मनेरगा प्रक्रियाओं की अनदेखी कर निर्माण कार्य कैसे आरम्भ कर दिया। जबकि निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत अबतक लगभग 200 मीटर लम्बी ग्रेवल सड़क के लिए मिट्टी की खुदाई कर सड़क की भराई कर चुकी। मनरेगा के तहत मजदूरों का प्रतिदिन दैनिक मजदूरी दर 202 रूपए प्रति व्यक्ति बनता हैं।
विदित हो कि कदमटोला ग्राम पंचायत द्वारा बंधवाटोला से मुख्य मार्ग पंचायत भवन पहुंच मार्ग तक लगभग 1130 मीटर लम्बी ग्रेवल सड़क निर्माण के लिए 14 अप्रैल को प्रस्ताव भेजा गया था। जिसमें भारत सरकार ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय ने सम्बंधित सड़क निर्माण के लिए मनरेगा के तहत 14 लाख 54 हजार 766 रूपए की लागत से 5 अगस्त से कार्य आरम्भ के निर्देश दिए थे। लेकिन यहां ग्राम पंचायत ने निर्धारित तिथि से एक माह बाद कार्य आरम्भ करते हुए बिना मास्टर रोल जारी किए निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया। बताया जाता है कि सितम्बर से सड़क निर्माण कार्य आरम्भ होने के बाद मजदूरों का मास्टर रोल तैयार नहीं हो सका है। वहीं पंचायत यह बताने लगी है कि विधानसभा उपचुनाव के कारण सड़क का कार्य वर्तमान में बंद है।
नियमानुसार स्वीकृति दिनांक से कार्य आरम्भ करने से पहले ग्राम पंचायत को डिमांड वर्क तैयार कर मास्टर रोल तैयार करना था। मास्टर रौल में मजदूरों की उपस्थिति दर्ज के लिए पंचायत उनसे आधार, खाता और जॉब कार्ड नम्बर लेकर मनरेगा पोर्टल में अपडेट कर वर्क डिमांड लगाते हैं। जिसके आधार पर तैयार मजदूरों के नामों की तैयार सूची पर शासन द्वारा पैसा का भुगतान किया जाता है। लेकिन यहां पंचायत ने इन प्रावधानों को दरकिनार कर दिया।
ग्राम पंचायत की लापरवाही में आरम्भ किए गए सड़क निर्माण कार्य में अब मजदूरों के भुगतान के लिए सबसे बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। क्योंकि मनरेगा के शासकीय पोर्टल में अबतक हुए 200 मीटर लम्बी तैयार सड़क में कौन मजदूर और कितने दिन कार्य कार्य किए हैं कि जानकारी ही उपलब्ध नहीं है। ऐसे में पंचायत मजदूरों का भुगतान कैसे कराएगी।
बिना मास्टर रौल जारी सम्बंधित कार्य के पूर्ण होने की तिथि भी स्पष्ट नहीं हो पाएगी। क्योंकि जबतक पोर्टल में कार्य सम्बंधित मजदूरों के मांग की जानकारी पोर्टल में फीड नहीं होगा, तबतक पोर्टल से सम्बंधित कार्य की कार्य समाप्ति अवधि की जानकारी सामने नहीं आ पाएगी।
सचिव ग्राम पंचायत कदमटोला नंदिनी गुप्ता का कहना हैं कि कार्य कराया गया है,अब मजदूरों का डिमांड लगा दिया गया है। जल्द ही मास्टर रोल जनरेट हो जाएगा और मजदूरों को भुगतान मिल सकेगा।
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