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रविवार, 25 अप्रैल 2021

वायुप्राण का संकट: रोजाना 60 जम्बो सिलेंडर खर्च, जैतहरी के बाद शहडोल ने भी खड़े किए हाथ


औद्योगिक संस्थाओं से जुटाए 250
सिलेंडर, रिफिलिंग के लिए भेजा सिंगरौली और सूरजपुर

अनूपपुर। एलएमओ की कमी में पांच दिनों से बंद जैतहरी ऑक्सीजन प्लांट और शहडोल में ऑक्सीजन की बढ़ी अव्यवस्था के बाद अब जिला कलेक्टर ने अनूपपुर को ऑक्सीज की किल्लत से बचाने नए प्रयास किए हैं। जहां जिला चिकित्सालय में भर्ती 26 गम्भीर मरीजों के साथ शासकीय कन्या शिक्षा परिसर में इलाजरत 31 गम्भीर मरीजों के लिए रोजाना खर्च हो रहे 60 जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर और कम पड़ रहे स्टॉक में 250 नए ऑक्सीजन सिलेंडर जुटाए हैं। जिन्हें कलेक्टर ने रिफिलिंग के लिए सिंगरौली और सूरजपुर ऑक्सीजन प्लांट भेजा है। सम्भावनाएं जताई जा रही है कि दोनों ही स्थानों से एकाध दिनों में अनूपपुर के लिए 250 भरे ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हो जाएंगे। वर्तमान में जिला प्रशासन ने जैतहरी प्लांट के बंद होने पर शहडोल से 9 हजार लीटर ऑक्सीजन मंगवाया था। लेकिन अब शहडोल में कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ते आंकड़ों और खपत होती ऑक्सीजन में यहां से अनूपपुर के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था मुश्किल हो गई थी। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. एससी राय ने ऑक्सीजन की कमी से प्रशासन को अवगत कराया, जिसक बाद कलेक्टर सहित प्रशासनिक अमला ने 23 अप्रैल को जिले के सभी औद्योगिक संस्थानें एमबी पॉवर प्लांट जैतहरी, ओरियंट पेपर मिल, कास्टिक सोडा फैक्ट्री अमलाई, अमरकंटक ताप विद्युत केन्द्र पावर प्लांट चचाई, सभी एसईसीएल प्रबंधन के यहां पहुंचकर खाली सिलेंडर जुटवाएं। जिसमें सभी संस्थानों से लगभग 250 सिलेंडर की व्यवस्था बनी। इसके बाद कलेक्टर ने तत्काल ही सभी खाली सिलेंडर को सिंगरौली और सूरजपुर भेजा है।

दरअसल जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या और मौत के आंकड़ों में ऑक्सीजन ही एक राहत के रूप में एक विकल्प पाया गया। वहीं देश-प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कलेक्टर ने पेसो द्वारा जारी एसओपी के आधार पर ऑक्सीजन, नाइट्रोज, हीलियम, एवं आर्गन के औद्योगिक सिलेंडरों को ऑक्सीजन सिलेंडर में परिवर्तन निर्णय लिया था। बताया जाता है कि प्रशासन अन्य संस्थानों से अभी और सिलेंडर जुटाने के प्रयास में जुटी है।

रोजाना 50-60 सिलेंडर की खपत

सीएमएचओ डॉ. एससी राय ने बताया कि वर्तमान में जिले में 858 सामान्य संक्रमित मरीज होम आइसोलेट हैं। जबकि गम्भीर रूप में जिला अस्पताल कोविड आइसोलेशन वार्ड में 26 मरीज ऑक्सीजन बिस्तर पर हैं, वहीं शासकीय कन्या शिक्षा परिसर में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भर्ती 35 मरीजों में 31 ऑक्सीजन बिस्तर पर हैं। जिनके लिए रोजाना 50-60 जम्बो सिलेंडर खर्च होता है।

स्वयं के प्लांट में 1 माह का समय

जिला चिकित्सालय अनूपपुर में ऑक्सीजन के लिए नए प्लांट को स्थापित किया जा रहा है, ताकि जैतहरी ऑक्सीजन प्लांट की निर्भरता कम रहे। लेकिन यहां स्थापित प्लांट के पूरा होने में लगभग 1 माह समय लगेगा।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

वैक्सीन दिलवाना मेरी, अधिक से अधिक लोगों को लगवाना आपका की जिम्मेदारी -संभागायुक्त


सेवा के लिए प्रशासनिक अमला एवं स्वास्थ्य अमला टीम भावना से करे कारने की दी नसीहत

अनूपपुर। वैक्सीन दिलवाना मेरी जिम्मेदारी है, लेकिन अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण कराना आपका काम है। आम लोगों को कोरोना से बचाने के लिए जिले में टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश शहडोल संभागायुक्त राजीव शर्मा ने जिला चिकित्सालय में कोरोना से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा बैठक में दिए।

संभागायुक्त ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण लगाना सुनिश्चित किया जाए। अनूपपुर जिले में जितने लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है, उसका आंकलन कर डिमांड की जाए, ताकि वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। कोरोना से निपटने के लिए सारा प्रशासनिक अमला एवं स्वास्थ्य अमला मिलजुल कर टीम भावना से काम करे, ताकि पीडि़त व्यक्तियों को तत्परता से राहत सुलभ हो सके। आपस में तालमेल रखते हुए आम लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मैदानी अमला अधिक सजग रहकर अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन करे। शहरों से आने वाले श्रमिकों को पहले गांव के बाहर रोकें, दूसरे शहरों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को पहले गांव के बाहर रोककर आइसोलेशन में रखा जाए। उनके ठहरने की उचित व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य की जांच की जाए। उसके कुछ दिन बाद ही उन्हें गांव के अन्दर प्रवेश दिया जाए। इससे संक्रमण के फैलाव से बचा जा सकेगा।

संभागायुक्त ने पश्चिम बंगाल एवं हरिद्वार में हुए कुंभ से लौटने वाले लोगों पर सतत नजर रखने के निर्देश दिए और कहा कि इन्हें गांव के बाहर रोककर आइसोलेशन में रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ये लोग सीधे गांव में जाकर ग्रामवासियों से ना मिल जाएं। अन्यथा संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। सावधानी बरतने से संक्रमण के फैलाव से बचा जा सकेगा।

कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी संकलित करने के लिए पंचायत सचिव के पास एक रजिस्टर संधारित किया जा रहा है। बाहर से आने वाले लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए पंचायत भवन की व्यवस्था की गई है। चिकित्सालय में भर्ती जिन मरीजों के लिए जितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है, उन्हें उतनी ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि नमूने लेने के लिए घर-घर जाकर सर्वे का कार्य शुरु कर दिया गया है।


कोरोना ने रिस्ते को किया तार-तार अंतिम संस्कार मे नहीं पहुंचे परिवार जन


एसडीएम ने संस्कार करवाया,
पुत्र ने फोन पर कहा आप ही करवा दो

अनूपपुर। कोरोना संक्रमण की वजह से एक ओर जहां पीडि़त मानवता की सेवा के लिए स्वयंसेवी संगठन मित्र नई इबारत लिख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ऐसी घटनाएं भी घटित हो रही हैं, जो रिश्तो को तार-तार कर रही है। इन सबके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी अपने कर्तव्य पर जुटे हुए हैं। ऐसा ही कुछ 24 अप्रैल को सामने आया जब 76 वर्षीय वृद्ध की मौत कोरोना की वजह से हो गई, और मृतक के परिजनों ने अंतिम संस्कार में उपस्थित होने पर भी अपनी असहमति जताई जिसके बाद अनूपपुर एसडीएम कमलेश पुरी ने वृद्ध का अंतिम संस्कार करवाया गया।

यह था मामला

सीधी जिले में निवास करने वाला 76 वर्षीय बुजुर्ग 20 अप्रैल को अपनी पुत्री के घर आया हुआ था। 21 अप्रैल को बुखार के लक्षण होने पर उन्होंने अनूपपुर जिला चिकित्सालय में परीक्षण उपंरात रिपोर्ट संक्रमित आने तथा लगातार बिगड़ती स्थित के कारण उन्हें आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। 23 अप्रैल की देर रात तबीयत खराब होने से उनकी मृत्यु हो गई जिसके बाद उनके परिजनों से संपर्क किया गया तो उन्होंने जिला चिकित्सालय पहुंचने में अपनी असमर्थता व्यक्त की। दामाद ने स्वयं को कोरोना संक्रमित बतलाया वही दूसरे रिश्तेदारों से बात भी नहीं हो सकी।

आप ही करवा दो अंतिम संस्कार

मृतक के परिजनों से जब सीधी जिले में संपर्क किया गया तो पुत्र ने अनूपपुर आने में अपनी असमर्थता व्यक्त की और कहा कि आप लोग जैसे चाहे अंतिम संस्कार करवा दें। जिसके बाद इस सूचना एसडीएम कमलेश पुरी को दी गई तब उनके द्वारा कोरोना गाइड लाईन के अनुसार अनूपपुर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करवाया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/  राजेश शुक्ला

अनूपपुर में फिर बढ़ रहे हैं कोरोना संक्रमितओं की संख्या 172 की पुष्टि


119 ने कोरोना को दी मात  स्वस्थ होकर पहुंचे घर, सक्रिय 860

अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को प्राप्त 504 की रिपोर्ट में से 172 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर शिफ्ट करने/ होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के प्राथमिक कांटैक्ट के सैम्पल लेने की कार्यवाही की जा रही है।       

             उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में से जिले में 4528 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में ऐक्टिव कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 860 है। शनिवार को 119 व्यक्ति स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किए गए। इस प्रकार अब तक 3638 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं।

ऑक्सीजन उत्पादन पर संकट 4 दिनों से बंद रिफलिंग प्लांट, नहीं हो रही एलएमओ की आपूर्ति


30
किलो क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट को एलएमओ के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता

अनूपपुर। एक तरफ जहां पूरे देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हैं वहीं अनूपपुर जिलें के  जैतहरी स्थित खूंटाटोला का ऑक्सीजन प्लांट पिछले चार दिनों से केमिकल्स की उपलब्धता के अभाव में बंद पड़ा है। यहां से जिले के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो गई है। ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन को पर्याप्त मात्रा में एलएमओ(लिक्विड) उपलब्ध नहीं होने के कारण चार दिनों से ऑक्सीजन प्लांट में एक भी सिलेंडर की रिफिलिंग नहीं हो पाई है। जबकि अभी इसकी कोई आशा नजर नहीं आ रहीं हैं। जहां से प्रतिदिन लगभग 500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल किए जाने की क्षमता है। लेकिन एलएमओ केमिकल्स की उपलब्धता नहीं होने से अनूपपुर तथा शहडोल जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति यहां से बंद कर दी गई है। वहीं जिले में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए वर्तमान में मेडिकल कॉलेज से वैकल्पिक रूप में अनूपपुर के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति कराई जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार जिले में वर्तमान में 38 मरीज गम्भीर मरीज हैं, जिन्हें रोजाना 2500 लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। अगर मरीजों की संख्या अधिक बढ़ती है तो यह आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है। जानकारों का मानना है कि जैतहरी ऑक्सीजन प्लांट का विपदा के इस घड़ी में बंद होना बड़ी कमी मानी जा सकती है। वर्तमान में देश के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है।

20 केएल का हैं टैंक, 30 किलो क्षमता का प्लांट

जैतहरी के ग्राम खूटाटोला में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन 30 किलो क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट है। जहां प्रतिदिन 500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग की जा सकती है। ऑक्सीजन रिफिलिंग में उपयोग होने वाले एलएमओ(लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन) के लिए प्लांट संचालक को भिलाई ,नागपुर, उड़ीसा तथा गुजरात के केमिकल्स सप्लायर पर निर्भर रहना पड़ता है। जैतहरी के ऑक्सीजन प्लांट में 20 केएल की टंकी लगी है। अगर गुजरात से मांगी गई एलएमओ मिल जाती है तो यहां लगभग 30 केएल की क्षमता और बढ़ जाएगी और अधिक मात्रा में गैस का उत्पादन सम्भाव हो सकेगा। लिक्विड टैंकर के लिए ऑक्सीजन कंपनी के द्वारा गुजरात की सुपर क्रायोनिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को अक्टूबर माह में निर्धारित राशि जमा करते हुए इसे प्रदान करने की मांग की गई थी। लेकिन अभी तक टैंकर कंपनी को नहीं मिल पाया है यदि यह लिक्विड टैंकर कंपनी को मिल जाए तो ऑक्सीजन की समस्या कम हो जाएगी। लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी यह कंपनी को नहीं मिल पाया है।

उपलब्धता पर अधिकारियों की बैठक,नहीं निकला हल

ऑक्सीजन प्लांट के संचालक भास्कर मिश्रा ने बताया कि कुछ महीने पूर्व एलएमओ की खरीदी की गई थी। लेकिन जैसे ही कोरोना के दूसरे चरण की शुरुआत हुई तब से एलएमओ प्रदान करने वाले राज्य सरकारें तथा स्थानीय प्रशासन के द्वारा पाबंदियां लगा दिया गया। कंपनियों के द्वारा इसकी सप्लाई नहीं दी जा रही है। जिसकी जानकारी कलेक्टर के प्लांट आगमन पर उन्हें दी गई थी। इस मामले में पिछले 6 दिनों से लगातार अधिकारियों की बैठक हो रही है। लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा है। शहडोल से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। अधिकारियों व प्रदेश खाद्य मंत्री से चर्चा की गई थी। मंत्री और प्रशासन ने बैठक भी बुलाया था। व्यवस्था बनाने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन अबतक कोई रास्ता नहीं निकला है।

एसडीएम जैतहरी विजय डेहरिया ने बताया कि देर रात और शनिवार का भी प्लांट संचालक से चर्चा की किन्तु लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन अभी तक कहीं से नहीं मिल रहा जबतक नहीं मिलेगा तबतक उत्पादन सभ्भव नहीं।

तीन माह का हितग्राहियों को नि:शुल्क अनाज, अप्रैल में पैसे से उठाए खाद्यान्न के बदले जुलाई में मिलेगा

वितरण में अधिकारियों की जिम्मेदारी तय

अनूपपुर। जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान राशन की दुकानों पर आने वाले हितग्राहियों की सुरक्षा और सुविधा में अब खाद्यान्न हितग्राहियों को तीन माह का एकमुश्त अनाज वितरित किया जाएगा। जिसमें अप्रैल, मई जून माह शामिल किया गया हैं। इस दौरान जिन हितग्राहियों ने अप्रैल में आदेश से पूर्व पैसे से राशन का उठाव किया है, ऐसे हितग्राहियों को नि:शुल्क अनाज जुलाई माह में उपलब्ध होगा। जिला प्रशासन ने वितरण के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। वहीं जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने भी आदेश में सभी शासकीय दुकानदारों सहित खाद्यान्न वितरण से सम्मिलित अमले में लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि वितरित होने वाले खाद्यान्न नि:शुल्क होंगे। इसके लिए हितग्राहियों को राशन दुकानों पर पैसे का भुगतान नहीं करना होगा। इस व्यवस्था से जिले के लगभग 1 लाख 40 हजार हितग्राहियों को लाभ मिलेगा। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने शासन के निर्देश में सभी 312 दुकानों को राशन वितरण के निर्देश दिए हैं। वहीं विभाग का कहना है कि शासन के आदेश में जारी किए गए निर्देश विलम्ब से जारी हुए हैं, जिसमें अप्रैल माह के दौरान अधिकांश हितग्राहियों ने खाद्यान्न का उठाव कर लिया है, लेकिन जो शेष बचे हैं उनको नि:शुल्क वितरित होगा। यह खाद्यान्न कोरोना संक्रमण में किसी योजना के तहत वितरित नहीं किया जाएगा, बल्कि संक्रमण से बचाव में सामान्य वितरण प्रणाली के तहत एक साथ उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि इस वितरण के बाद स्थानीय भंडारण गोदामों को भी खाली किया जा सकेगा और नए भंडारण के लिए जगह भी उपलब्ध कराई जाएगी।

मशीन पर लगेंगे थम्ब, रजिस्टर में दर्ज होगा वितरण

तीन माह के राशन वितरण में जिला प्रशासन ने खाद्यान्नों के कालाबाजारी या हितग्राहियों को कम उपलब्ध कराने पर अब अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। जिसमें जिला खाद्य आपूर्ति विभाग अधिकारी, नागरिक आपूर्ति प्रबंधक के साथ स्थानीय एसडीएम, तहसीलदार, उपपंजीयक सहकारिता-सहकारी समितियों के अधिकारी शामिल होंगे। इनके द्वारा उचित मूल्य की दुकानों पर नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जहां निगरानी समिति के सदस्यों की उपस्थिति में राशन का वितरण होगा। इसमें हितग्राहियों से थम्ब मशीन पर पहचान लगवाया जाएगा, लेकिन दुकानदारों द्वारा राशन वितरण का विवरण रजिस्टरों में  भरा जाएगा। ताकि दुकानों को हुए आवंटन और वितरित किए गए खाद्यान्नों का नोडल अधिकारी द्वारा मिलान किया जाएगा। खाद्यान्न वितरण की रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी।

अमानक खाद्यान्नों पर होगी विशेष निगरानी

विभागीय सूत्रों के अनुसार गोदाम खाली करने और एक साथ तीन महीने के मिलने वाले खाद्यान्न को लेकर विभाग ने स्थानीय निगरानी समिति और सेल्समैनों को दुकान पर आने वाले खाद्यान्न को लेकर निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि गोदामों से अमानक खाद्यान्नों का वितरण न हो सके। दरअसल वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के दौरान तीन माह के लिए कोरोना सक्रमण के लिए आवंटित हुए पीएम खाद्यान्न योजना में कोतमा गोदाम से 18 हजार क्विंटल अमानक चावल को आवंटित राशन के साथ मिलाकर बांट दिया गया था।

जिलें में हितग्राहियों की संख्या

अनूपपुर विकासखंड में 23343, जैतहरी में 41486, कोतमा में13337, पुष्पराजगढ़ में 51543 हितग्राही है, जबकि नगरपालिका क्षेत्र अनूपपुर में 1899, जैतहरी में1135, बिजुरी में 2307 अमरकंटक में 916, पसान में 1929 तथा कोतमा में 2727 हितग्राही हैं।

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि तीन माह के लिए खाद्यान्न का वितरण होगा, जिसने अप्रैल माह में पैसे देकर अनाज उठाए हैं उन्हें जुलाई माह में नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। खाद्यान्नों के वितरण पर कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिए हैं, जिसमें गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी है।

 

संभागायुक्त ने किया जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण


वैक्सीनेशन बढाने एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रखने के दिए निर्देश

अनूपपुर। शहडोल संभागायुक्त राजीव शर्मा ने शनिवार को   जिला चिकित्सालय अनूपपुर का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया और कोविड-१९ से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एससी राय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिन्द कुमार नागदेवे, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कमलेश पुरी समेत विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहें।

संभागायुक्त ने जिला चिकित्सालय में जलपूर्ति व्यवस्था, आईसीयू में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि विद्युत आपूर्ति सिस्टम को दुरुस्त रखने लगातार पड़ताल करें ताकि अग्नि दुर्घटना जैसे हादसे से बचा जा सके। सिस्टम के साथ अग्नि नियंत्रण सिस्टम की व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिए। साथ ही अच्छी चिकित्सा सेवा के लिए सभी जरूरी इंतजाम रखें ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।


उन्होंने जिला चिकित्सालय के फीवर क्लीनिक का निरिक्षण करतें हुए चिकित्सा अधिकारियों अब तक जांच के लिए  लिए गए नमूनों एवं ओपीडी पर्ची बनाने की व्यवस्था की जानकारी लेते हुए साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

उन्होंने कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि लोगों को कोविड की वजह से मौत के मुंह में जाने से बचाने के लिए लोगों से मास्क लगवाना और लोगों का वैक्सीनेशन कराना सुनिश्चित किया जाए। अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जाए। अभी गांवों में कोविड का ज्यादा प्रकोप देखने में नहीं आया है। ग्रामवासियों को समझाया जाए कि मास्क जरूर लगाए रखें और वैक्सीनेशन कराएं। उन्हें समझाया जाए कि वे बाहरी लोगों के संपर्क में आने से बचें और कोविड से बचाव के लिए पूरी ऐहतियात बरतें।

संभागायुक्त ने फोन पर कोरोना पीडि़त पूछा कुशलक्षेम , शीघ्र स्वस्थ होने की कामना

 

अनूपपुर । संभागायुक्त राजीव शर्मा ने शनिवार को जिला कोविड कमाण्ड सेन्टर की गतिविधियों का निरिक्षण कर स्थिति का जायजा लेते हुए दूरभाष पर होम आईसोलेशन मरीजों से उनकी कुशलक्षेम एवं दवाओं के बारे में एवं दैनिक गतिविधियों के बारे में जानकारी से अवगत हुए।

संभागायुक्त ने दूरभाष पर बिजुरी के होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित अंकित से बात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। और दवा मिलने,स्वास्थ्य एवं दवाओं की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। एवं परेशानी तो होकर नि:संकोच बताने की बात कहीं। अंकित ने बताया कि ठीक तो लेकिन उसको भूख नहीं लगती। संभागायुक्त ने अंकित के शीघ्र स्वस्थ हो जाने की कामना की।  

कलेक्टर ने भी अंकित से दूरभाष पर चर्चा कर ऑक्सीजन लेवल सुधारने के लिए एक्सरसाइज के कुछ टिप्स दिए। संभागायुक्त ने जिला कोविड कमाण्ड सेन्टर के माध्यम से होम आइसोलेशन मरीजों की स्थिति की जानकारी रोजाना अपडेट करने तथा मरीजों को उचित स्वास्थ्य सलाह देते रहने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। 


 

कैंटीन में नारियल पानी रखवाने के दिए निर्देश

संभागायुक्त ने जिला चिकित्सालय की कैंटीन का औचक निरीक्षण करते हुए खाद्य सामग्री का निरीक्षण किया। उन्होनें कैंटीन संचालक से बनाई जाने वाली खाद्य सामग्री की जानकारी लेते हुए सामग्री निर्माण के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। निर्मित होने वाली खाद्य सामग्री की जानकारी ली। संभागायुक्त ने कैन्टीन में मरीजों के लिए नारियल पानी रखने के निर्देश दिए।

गुटखा की कालाबाजारी पर राजानी एजेंसी कोतमा में एसडीएम का छापा,20 लाख का माल जब्त


अनूपपुर। लाकडाउन के दौरान कोतमा में खाद्य सामग्री की कालाबाजारी को लेकर लगातार शिकायतें मिलने के बाद मुखबिर की सूचना पर शनिवार को कोतमा एसडीएम ऋषि सिंघई के नेतृत्व में तहसीलदार मनीष शुक्ला,
पटवारी अभिमन्यु पाल, दीपक कुमार मिश्रा सहित पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर राजानी एजेंसी में छापा मारते हुए एजेंसी के संचालक मुकेश राजानी के कब्जे से 78 झाल गुटखा व उसका जर्दा जब्त कर कार्यवाही की। एजेंसी में डंपर क्रमांक एमपी 35 जीए 0367 में गुटखा गुटखे की बोरियां मुकेश राजानी की एजेंसी में आकर खड़ी थी। गुटखा की कीमत 20 लाख रुपएं से अधिक की आंकी गई हैं।

एसडीएम ऋषि सिंघई ने बताया कि कोतमा नगर में लाकडाउन के दौरान खाद्य सामग्री की कालाबाजारी को लेकर शिकायत मिलने पर 24 अप्रैल को राजस्व एवं पुलिस प्रशासन ने संयुक्त टीम बनाकर के साथ राजानी एजेंसी में छापामार कर 78 झाल गुटखा व उसका जर्दा के साथ ही गुटखे से भरा एक डंपर को जब्त किया गया। मौका पंचनामा बना गोदाम को सील कर वाहन को थाना कोतमा के सुपुर्द कर दिया गया।

खाद्य मंत्री ने जोबट विधायक के निधन पर जताया शोक

अनूपपुर। जोबट क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक कलावती भूरिया के निधन पर खाद्य, नागरीक आपूर्ती एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने शोक पत्र लिखकर गहरा शोक व्यक्त किया है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को संबल दें।

उन्होने शोक संदेश में कहा कि यह समाचार सुनकर अत्यंत दुख हुआ कि हमारे आदिवासी समाज के कर्मठ,जझारु तथा सदैव आदिवासी समाज उत्थान के लिये अपने जिले के एवं क्षेत्र के विकास एवं सर्वजनिकहित के मुद्दे को विधानसभा एंव अन्य मंचो पर दबंगई के साथ उठाने वाले कलावती भूरिया का आकस्मिक निधन हो गया है। सुश्री भूरिया सैकड़ो बार प्रदेश के आदिवासी विकास परिषद के बैठको में आदिवासी विकास एवं उत्थान के मुद्दो को उठाते रहे मेरे से कई वर्षों से जुड़ी रही है। उनकी पूर्ति नही की जा सकती। मै परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे तथा उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति दे।

चिकित्सा सुविधाओं के लिए संसाद ने केन्द्रीय मंत्री को लिखा पत्र


एसईसीएल के सीएसआर मद से शीघ्र राशि मिलने की संभावना

अनूपपुर। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या से चिंतित सांसद हिमाद्री नरेंद्र सिंह ने ऑक्सीजन प्लांट, एंबुलेस , वेंटिलेटर सहित अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं के लिये तीन करोड़ रुपये से अधिक राशि अनुमोदन किये जाने हेतु केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी सहित अनूपपुर, शहडोल, उमरिया कलेक्टरों को पत्र लिखा है। इस हेतु उन्होंने एसईसीएल के सीएमडी से वार्ता कर सीएसआर मद से शीघ्र राशि स्वीकृति की कार्यवाही करने को कहा है।

भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने बताया कि सांसद ने संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी को पत्र लिख कर शहडोल मेडिकल कालेज हेतु एक करोड़ छब्बीस लाख, अनूपपुर एवं उमरिया जिले के लिये एक - एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्रदान करने को कहा है। साथ ही अनूपपुर कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर को लिखे पत्र में जिला चिकित्सालय में एक ऑक्सीजन प्लांट, 50 आक्सीजन कांसंट्रेटर, 2 एंबुलेंस और 100 आक्सीजन सिलेंडर हेतु एसईसीएल के सीएसआर मद से एक करोड़ दस लाख रुपये अनुमोदन करने को कहा है।

सांसद हिमाद्री सिंह ने केन्द्रीय मंत्री एवं सीएमडी से  कहा है कि हमारा क्षेत्र कोयला उत्पादक क्षेत्र है। कोरोना जैसी भीषण आपदा के अवसर पर एसईसीएल के सीएसआर मद से कोरोना पीडि़तों के इलाज के लिये चिकित्सा सुविधाएँ बढ़ाने हेतु आवश्यक राशि स्वीकृत करने की बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही यह राशि स्वीकृत हो जाएगी।

शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

अनूपपुर में 212 ने कोरोना को हरा पहुंचे घर,132 नये संक्रमितों की पुष्टि, 5 की मौत


अनूपपुर। जिले में कोरोना तीन दिनों से लगातार घटते क्रम में रहा हैं। शुक्रवार को 212
लोगों ने कोरोना को हरा कर अपने घरों में सुरक्षित पहुंच गयें हैं। वहीं कोरोना ने 5 की जान लेली। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्राप्त 442 रिपोर्ट में 132 नये व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 4353 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 187 स्वस्थ होकर रवाना हुए। वर्तमान में सक्रिय 806 है। अब तक 3519 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं, वहीं शुक्रवार को 5 की कोरोना ने जान ली, अबतक कुल 28 की मृत्यु हो चुकी हैं।


आज भी लगा हैं शिलालेख बखान कर रहा रीवा महाराजा का पराक्रम

अनूपपुर। अनूपपुर जनपद अंतर्गत ग्राम भोलगढ़ के समीप स्थित छुईहाई के बीहड़ जंगल में आदमखोर बाघ की दहशत से स्थानीय ग्रामीण खौफ के साए में जीवन जीने को विवश थे। आदमखोर बाघ ने जंगल के नजदीक ही बहते जल स्रोत को अपना ठिकाना बना रखा था, जहां पानी के लिए पहुंचने वाले मवेशियों का शिकार करने साथ ही कभी कभी ग्रामीणों का शिकार कर आदमखोर हो चुके बाघ ने ग्रामीणों को भी अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया था। अपने परिवार के सदस्यों को बाघ के शिकार में मरता देखकर लोग डर से अब गांव छोडक़र पलायन करने लगे थे। तब यह इलाका सोहागपुर क्षेत्र के अंतर्गत शामिल था। आदमखोर बाघ और ग्रामीणों के पलायन की जानकारी इलाकेदार के माध्यम से महाराजा रीवा रियासत वेंकट रमण सिंह के पास पहुंची और महाराजा के द्वारा आदमखोर बाघ के खौफ से मुक्ति दिलाने के लिए यहां पहुंचते हुए आदमखोर बाघ का शिकार कर लोगों को इसके भय से मुक्ति दिलाई गई।

103 वर्ष पूर्व किया था शिकार

महाराजा वेंकटरमण सिंह के द्वारा 103 वर्ष पूर्व वर्ष 1918 में 19 जून रविवार के दिन इस बाघ का शिकार किया गया था। जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों को बाघ के भय से मुक्ति मिल सकी थी। बाघ के शिकार के बाद इस स्थल पर घटना से संबंधित शिलालेख भी लगाया गया है।

इसके बाद नहीं किया बाघ का शिकार

छुईहाई कैंप सीतापुर जो कि अब भोलगढ़ नाले के नाम से जाना जाता है, यहीं पर महाराजा के द्वारा अंतिम बाघ का शिकार किया गया था। इसके बाद उनके द्वारा किसी भी बाघ का शिकार नहीं किया गया। शिलालेख में इसके प्रमाण भी उत्कीर्ण हैं। उल्लेखनीय है कि आज भी भोलगढ़ के जंगल बाघ तो नहीं तेंदुए का रहवास स्थल के रूप में जाना जाता है। जंगलों की कटाई के कारण अब बाघों ने अहिरगवां या बांधवगढ़ के जंगल को अपना आश्रय स्थल बनाया है।

 

बंगाली क्लीनिक हुई सील, एसडीएम पुष्पराजगढ़ की कार्यवाही


अनूपपुर
। पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम लीलाटोला में निजी चिकित्सक का बंगाली क्लिनिक में कोविड 19 के गाइड लाइन का पालन नही किए जाने की शिकायत पर 23 अप्रैल की शाम एसडीएम पुष्पराजगढ़ अभिषेक चौधरी ने कार्यवाई करतें हुए सील कर दिया। इस दौरान तहसीलदार टीएस नाग तथा नायब तहसीलदार शेषांक शेन्दे शामिल रहें।

एसडीएम अभिषेक चौधरी ने बताया कि निजी चिकित्सक का बंगाली क्लिनिक में कोविड 19 के गाइड लाइन का पालन नही किए जाने की शिकायत पर छापामार कार्यवाई की गई। कार्यवाई के दौरान चिकित्सक के यहां ग्रामीणों की भीड़ रहीं तथा क्लीनिक संचालक द्वारा किसी भी तरह के कोविड गाइडलाइन का पालन नही किया जा रहा था। संचालक से उसकी डिग्री की मांग की गई,किन्तु अप्रमाणिक पाई गई।

8 में से 6 उपार्जन केंद्रों में अबतक नहीं हुई बोहनी,25 मई तक होगी खरीदी


1583
किसानों ने कराया पंजीयन, 25000 क्विंटल गेहूं खरीदी का लक्ष्य

अनूपपुर। जिले में 1 अप्रैल से गेहूं का उपार्जन कार्य शुरू हो चुका है लेकिन मौसम के बार-बार खराब होने से फसल की कटाई और गहाई का कार्य प्रभावित हो रहा है इस वजह से गेहूं उपार्जन तेजी से शुरू नहीं हो पा रहा है। जिले में 8 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं जहां गुरूवार को दो समितियों में गेहूं की खरीदी शुरू हो गई है। वहीं शुक्रवार को किसी भी केंद्र में बोहनी तक नहीं हो सकी।

जिला खाद्य अधिकारी अंबोज श्रीवास्तव ने बताया कि गुरूवार को जैतहरी आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में 2 किसानों ने 40 क्विंटल और कोतमा समिति में एक किसान ने 20 क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य 1975 प्रति क्विंटल की दर से विक्रय किया है। वहीं 23 अप्रैल को कोई भी किसान उपार्जन केंद्र में अपनी उपज विक्रय के लिए नहीं पहुंचा हैं। 1 अप्रैल से 25 मई तक उपार्जन कार्य का समय निर्धारित किया गया है। किसानों के सामने एक माह का और समय अपनी उपज विक्रय करने के लिए रह गया है लेकिन मौसम में हो रहे बार-बार बदलाव की वजह से वह गेहूं की कटाई और गहराई जल्द पूरा नहीं कर पा रहे हैं। बारिश होने से फसल भीग रही है। जिले के 6 उपार्जन केंद्र भेजरी ,बेनीबारी, अनूपपुर ,निगवानी ,राजेंद्रग्राम, और अनूपपुर के कृषि उपज मंडी शेड में सन्नााटा पसरा हुआ है अभी यहां किसानों ने दस्तक नहीं दी है।

जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में इस वर्ष 25000 क्विंटल गेहूं खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। 1583 किसानों ने गेहूं विक्रय के लिए पंजीयन कराया हुआ है। जहां सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे तक कोरोना गाइडलाइन के तहत खरीदी केंद्र में किसान उपज विक्रय करने आ सकेंगे जिन्हें सात दिवस में भुगतान कर दिया जाएगा। खरीदी केंद्र आने के दौरान किसानों को ऋण पुस्तिका, बैंक की पासबुक छाया प्रति, समग्र आईडी अथवा आधार कार्ड आवश्यक रूप से लाना होगा। जिले में इस वर्ष गेहूं 32.57 हेक्टेयर रकबा में बोया गया है। पिछले एक सप्ताह से हवा आंधी और बारिश की वजह से किसान फसल की कटाई और खलिहान में रखे कटी फसल की गहाई नहीं कर पा रहे हैं जिससे वह उत्पादित अनाज गेहूं का विक्रय खरीदी केंद्र में करने जा नहीं पा रहे हैं।

कोरोना कफ्र्यू का उल्लंघन कर कारखाने में हो रहा था काम,एसडीएम की कार्यवाई में मिलें 12 मजदूर


अनूपपुर
। कोरोना संक्रमण के नियत्रंण के लिए कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने 3 मई तक का पूर्ण तालाबंदी के आदेश के बाद भी 23 अप्रैल को कोतमा के हातमी ट्रेडर्स के कारखाने में मजदूर लगातार कार्य कर रहें थें। जिसकी सूचना पर एसडीएम कोतमा ऋषि सिंघई ने कार्यवाई करते हुए नोटिस चस्पा कर सील कर दिया।

एसडीएम कोतमा ने बताया कि कोरोना संक्रमण नियत्रंण के लिए घोषित पूर्ण तालाबंदी पर शुक्रवार को कोतमा वार्ड नम्बर 7 स्थित हातमी ट्रेडर्स प्रो.बड़े मुल्लाजी के कारखाने में छापमार कार्यवाई के दौरान 12 मजदूर कार्य करते पाए गए। जिसपर धारा 144 के उल्लंघन मानते हुए कारखाने पर नोटिस चस्पा कर आगामी आदेश तक के लिए सील करते हुए बंद कर दिया गया हैं।

7 दशक बाद भी दमगढ़ के ग्रमीण वंचित बिजली और मोबाईल नेटवर्क की सुविधा से

 


बिजली लाइन का नहीं विस्तार,
अंधेरे में जीने को विवश 300 परिवार

अनूपपुर। आजादी के 7 दशक बीतने के बाद भी आज भी जिले के कई ग्रामों के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। पहाड़ों के नीचे बसे पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत हर्रा टोला के ग्राम दमगढ़ में स्थानीय ग्रामीणों की सुविधा के लिए ना तो बिजली के खंभे पहुंच पाए और न संचार सुविधाओं के लिए मोबाइल नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध हो पाई है।

बताया जाता है कि दमगढ़ गांव में लगभग 300 की आबादी निवासरत है, जहां अभी तक विद्युत लाइन का विस्तार नहीं हो पाया है। जिसके कारण शाम होते ही गांव में अंधेरा छा जाता है। बिजली नहीं होने के कारण ग्रामीण चिमनी के सहारे जीवन यापन करते आ रहे हैं। ग्रामीणों के बच्चे भी विद्युत व्यवस्था नहीं होने से रात्रि के समय पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। यहीं नहीं बिजली के अभाव में इलेक्ट्रोनिक उपकरण से सम्बंधित कोई भी साधन उपयोग नहीं कर पाते।

मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से आपातकालीन सेवाओं से भी वंचित

दमगढ़ में अब तक दूरसंचार सेवाओं का विस्तार नहीं हो पाया है। चारों तरफ से जंगल तथा पहाड़ों से घिरे होने के कारण आज भी यहां मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता है। ग्राम पंचायत के पंच तथा स्थानीय ग्रामीण राम मिलन सिंह धुर्वे ने बताया कि इस वजह से आपातकालीन सेवाएं 100 डायल वाहन, 108 एंबुलेंस तथा जननी एक्सप्रेस सुविधा का भी लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाता है। नेटवर्क प्राप्त करने के लिए ग्रामीणों को ऊंचे पहाड़ तक चढऩा पड़ता है, तभी मोबाइल सेवा का लाभ इन्हें मिल पाता है। इसकी शिकायत कई बार ग्रामीणों के द्वारा विभागीय अधिकारियों से किए जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। इसके लिए सांसद हिमान्द्री सिंह ने दूरसंचार विभाग सहित केंन्द्रीय मंत्री को भी ग्रमीणों की समस्याओं से अवगत करा चुकी हैं।

कार्यपालन यंत्री बीके द्विवेदी ने बताया कि विद्युतीकरण का कार्य जारी हैं फर्रीसेमर तक कार्य हो चुका हैं। दमगढ़ के लिए शासन को रिवाइज स्टीमेट भेजा गया हैं कोरोना महामारी के कारण रूका हैं जैसे स्वीकृत मिलेंगी सभी मजरें टोले में विद्युतीकरण किया जायेंगा।

कोरोना संदिग्धों की जांच घर-घर करेंगी निगरानी टीम


लेगें सदस्यों की पूरी जानकारी,7
मई तक चलेगा अभियान

अनूपपुर। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ते आंकड़े और लगातार हो रही मौतों के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर संदिग्ध मरीजों की जांच का कार्य आरम्भ किया है। स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग के साथ राजस्व अमला द्वारा 22 अप्रैल से 7 मई तक लगभग 15 दिनों का सर्वेक्षण अभियान चलाया हैं। इसके लिए जिलेभर में एक साथ निगरानी के लिए 111 अधिकारियों की टीम गठित की गई है। प्रत्येक टीम 4-5 सदस्यों के साथ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर दस्तक दे रहें हैं जिसमे परिवार के सदस्यों से सम्बंधित जानकारी लेगें। किसी भी व्यक्ति के बाहर से आने, तापमान में बुखार दर्ज होने, सर्दी-खांसी सहित अन्य जानकारी ली जाएगी। जांच टीम के सदस्यों म एएनएम, आशा कार्यकता ,सुपरवाइजर, पचंायत सचिव सहित जरूरत के अनुसार अन्य सदस्य भी शामिल होंगे। जांच टीम द्वारा परिवार के किसी सदस्य में कोरोना के लक्षण होने पर इसकी जानकारी तत्काल सेक्टर डॉक्टर या बीएमओ को देगा। यहीं नहीं कोरोना संक्रमित गम्भीर मरीज की पहचान पर तत्काल उसे जिला चिकित्सालय कोविड आइसोलेशन वार्ड या कोविड केयर सेंटर भेजवाने की भी व्यवस्था बनाएगा।

सीएमएचओ डॉ. एससी राय ने बताया कि वर्तमान में जिलेभर के लिए बनाए गए 111 जांच टीम में आवश्यकता अनुसार घटाएं या बढ़ाए भी जा सकते हैं। सदस्यों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है। लेकिन जांच टीम के सदस्यों को जिले के 8 लाख 34 हजार की आबादी वाले शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 7 मई तक सर्वेक्षण कार्य पूरा करना होगा। जांच टीम थर्मो स्क्रीनिंग मीटर, ऑक्सो मीटर से जांच करते हुए पूरी जानकारी अपडेट करेंगे और बीएमओ को रोजाना देंगे, जहां से रोजाना सीएमएचओ कार्यालय में उसकी समीक्षा की जाएगी।

सीएमएचओ ने बताया कि सर्वेक्षण टीम गांवों या शहरी क्षेत्रों में सुबह 9 बजे से जांच कार्य करेगी और शाम 5 बजे तक जारी रखेगी। जांच में ऑक्सीजन लेबल कम होनेवाले मरीजों पर भी निगरानी रखी जाएगी। अगर किसी व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण के साथ ऑक्सीजन लेबल 94 से नीचे पाया जाता है तो उसे जिला चिकित्सालय भेजा जाएगा। जबकि संक्रमण के सामान्य लक्षण मिलने पर सेक्टर मेडिकल अधिकारी या बीएमओ की सलाह पर उसे होम क्वारंटीन के लिए सलाह देते हुए दवाईयां उपलब्ध कराई जाएगी।

गर्भवती महिलाओं पर भी रहेगी निगरानी

कोरोना संक्रमण में बच्चों के उपर भी बन रहे प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं पर भी जांच के दौरान पूरी जानकारी भरने के निर्देश टीम को दिए गए हैं। इसमें गर्भवती महिला में सांस की समस्या, सर्दी-खांसी या अन्य समस्या पाए जाने पर पूरी जांच के लिए निर्देशित किया गया है। इसके अलावा संदिग्ध मरीजों की तत्काल कोरोना जांच के लिए भी अस्पताल भेजने की सलाह देने की बात टीम सदस्यों से कही गई है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इस सर्वेक्षण अभियान में अधिक से अनभिज्ञ मरीज सामने आ सकते हैं।

गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

अनूपपुर में 187 ने कोरोना को दी मात,90 नये संक्रमितों की पुष्टि


अनूपपुर
। जिले में 187 ने जीती कोरोना से जंग जीत कर अपने घरों में सुरक्षित पहुंच गयें हैं। गुरूवार को 90 नये संक्रमित मिलें हैं। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार को प्राप्त 330 रिपोर्ट में 90 नये व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 4221 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 187 स्वस्थ होकर रवाना हुए। वर्तमान में सक्रिय 891 है। अब तक 3307 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं तथा 25 की मृत्यु हो चुकी हैं।

दोस्तों के साथ सोन नदी में नहाने गये 7 वर्षीय बालक की डूबने से मौत

गहरे पानी से एसडीईआरएफ ने शव को निकाला  अनूपपुर। जिले के चचाई थाना क्षेत्र में मंगलवार की दोपहर दोस्तों के साथ सोन नदी में नहाने गय7 वर्षीय ...