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बुधवार, 26 अगस्त 2020

सिविल सर्जन के कोरोना संक्रमित के बाद कार्यालय 48 घंटे के लिए सील



12 व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि,5 हुए रवाना
अनूपपुर स्वास्थ्य अधिकारी और एक अन्य महिला कर्मी के जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सिविल सर्जन कार्यालय को बुधवार को सेनेटाइज करते हुए 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। साथ ही कार्यालय में कार्यरत पदाधिकारियों व कर्मचारियों को प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य जांच कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान कार्यालय के नीचे ग्राउंड फ्लोर पर संचालित भंडार केन्द्र सहित अन्य को भी सुरक्षा उपायों के साथ संचालित करने निर्देशित किया गया है। वहीं दूसरी ओर कलेक्ट्रेट कॉलोनी कोतमा मार्ग में भी कोरोना ने दस्तक दी है। जिसमें यहां निवासरत तीन व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं संक्रमितों की संख्या तीन सौ को पार करते हुए 348 हो गई है।
विदित हो कि स्वास्थ्य अधिकारी की जांच 25 अगस्त को जिला चिकित्सालय के ट्रू नॉट मशीन से किए जाने पर संक्रमित पाये गये थे। जिसके बाद अधिकारी को होम आइसोलेट कर दिया गया। जबकि महिला कर्मी की रिपोर्ट बुधवार को संक्रमित पाई गई। वहीं इंदौर टेस्टिंग लैब से २६ अगस्त की शाम प्राप्त 440 रिपोर्ट में से 12 व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। साथ ही जिला अस्पताल के ट्रू नाट मशीन में कोरोना जांच में 3 व्यक्तियों में संक्रमण पाया गया है। संक्रमितों में 12 पुरूष एवं 3 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से 4 संक्रमित 2 पुरूष और 2 महिला बिजुरी, 3 संक्रमित सभी पुरूष जैतहरी, 3 संक्रमित सभी पुरूष कोतमा, 3 संक्रमित 2 पुरूष एवं 1 महिला अनूपपुर, 1 संक्रमित पुरूष बँधवाटोला तथा 1 संक्रमित पुरूष पचख़ुरा निवासी है।
जिले में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 348 हो गई है। वर्तमान में संक्रमितों की संख्या 196 है। जबकि 151 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं तथा 1 संक्रमित की मृत्यु हो चुकी है।

सैनिक स्कूल तथा अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर सांसद ने लिखा केंन्द्रीय मंत्री को पत्र



अनूपपुर संसदीय क्षेत्र में जन सुविधओं को बढ़ाने के लिए सांसद हिमाद्री सिंह ने रक्षा मंत्री को पत्र लिखे पत्र में मांग की है कि राष्ट्र की सेवा के लिए आतुर आदिवासी युवाओं के क्षेत्र में एक सैनिक स्कूल संचालित कराया जाए। उन्होने कहा कि यह लोकसभा क्षेत्र जनजाजीय बाहुल्य क्षेत्र है तथा चार जिलों की आठ विधानसभा क्षेत्र है जिनमे शहडोल, उमरिया, अनूपपुर व कटनी हैं। क्षेत्र की जनजाति आबादी के युवा सेना में अपनी सेवा देना चाहते है, किन्तु उपयुक्त सुविधाओं के न होने के कारण सेना में नहीं जा पाते है। सैनिक स्कूल खुलने से युवाओं को एक अच्छा अवसर प्राप्त होगा और उनके भविष्य का भी नव निर्माण होगा।
सांसद ने रेल महाप्रबंधक को लिखे पत्र में कहा कि ग्राम पंचायत कल्याणपुर तहसील जैतहरी में रेलवे फाटक बंद किए जाने के बाद आ रही समस्याओं के समाधान की बात कहीं है। जैतहरी रेल्वे फाटक (समपार) बंद कर यातायात हेतु लिमिटेड हाईट सब वे (एल.एच.एस.) का निर्माण किया जा रहा है। जो सिंगल बाक्स का है। जिससे यातायात सम्भव नही है। जैतहरी में निर्माणधीन एल.एच.एस.बाक्स को डबल लगवाने या आर.ओ.बी.का निर्माण कराया जाये।
जनजातीय कार्यमंत्री अर्जुन मुंडा को लिखे पत्र सांसद ने मांग किया है कि संसदीय क्षेत्र जनजाति बाहुल्य है, जो मंडला लोकसभा क्षेत्र के जिला डिंडौरी से लगा हुआ है। यह क्षेत्र अत्यंत दुर्गम है, जहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्या है इस क्षेत्र में सिंकल सेल रोग का दुष्प्रभाव व्यापक पैमाने पर है। खासकर अनुसूचित जनजाति व पिछडे वर्ग के लोग काफी संख्या में इस रोग से पीडि़त है। इस रोग के कारण इलाज के अभाव में बच्चों की असामयिक मृत्यु हो जाती है। क्षेत्र में जनजाति कल्याण केंन्द्र महाकौशल संस्था जो विगत २०-२५ वर्षो से समग्र विकास का कार्य कर रही है, जिसमें चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी सम्मिलित है,  सिकल सेल एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के निराकरण के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया हैं, सांसद के द्वारा प्रस्ताव भी भेजा गया है और उस प्रस्ताव को मंजूर करने की मांग की है।

शिक्षा परिवार, समाज एवं राष्ट्र की रीढ़ है- रमेश पोखरियाल 'निशंक'


क्रेंद्रीय विद्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण क्रेंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा राज्य मंत्री ने किया
अनूपपुर/अमरकंटक शिक्षा किसी भी परिवार समाज एवं राष्ट्र की रीढ़ होती है यदि यह मजबूत नहीं होगी तो परिवार समाज एवं राष्ट्र का विकास नहीं हो पाएगा। हमारी परंपरा 'वसुधैव कुटुंबकम'की है, 'सर्वे भवंतु सुखिन:, सर्वे भवंतु निरामया:'की है। हमें अपने पुराने वैभव पुरातन ज्ञान परंपरा को आधुनिकता के साथ समन्वित कर देश को ज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय ऊंचाइयों पर लेकर जाना है। इस जनजाति क्षेत्र में जो प्राकृतिक संपदा है उन पर शोध एवं अनुसंधान कैसे हो सकता है उस पर विचार कर, प्राथमिक से लेकर अनुसंधान स्तर तक विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करना होगा। विश्वास है कि कुलपति के नेतृत्व एवं मेंटरशिप में यह कार्यक्रम सुचारु रुप से चलेगा एवं यहां के विद्यार्थी देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे। यह बात बुधवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय परिसर अमरकंटक में केंन्द्रीय विद्यालय के नवनिर्मित भवन का ऑनलाइन लोकार्पण के दौरान केंन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहीं। लोकार्पण में शिक्षा केंन्द्रीय राज्य मंत्री संजय धोत्रे एवं कुलपति, प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी शामिल रहे।
क्रेंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय जनजातीय बहुल क्षेत्र में शिक्षा के सर्वांगीण विकास का कार्य कर रहा है। जो कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षा की सार्थकता तभी है जब वह विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर कहा कि नए भारत की नीवं रखने के लिए यह नीति अत्यंत उपयोगी साबित होगी और एक भारत श्रेष्ठ भारत की अवधारणा को साकार करेगी।
इसके पूर्व डॉ मुकुल ईश्वर लाल शाह, कुलाधिपति इगांराजवि ने विश्वविद्यालय परिवार को विद्यालय के नवनिमत भवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नवनिर्मित भवन प्रयोगशाला, खेल प्रांगण तथा अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण है। यह विद्यालय रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास का मार्ग प्रशस्त करने में सहायक सिद्घ होगा।
कुलपति श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि 2007 में स्थापित एवं 2008 से संचालित इस क्रेंद्रीय विद्यालय का प्रमुख लक्ष्य जनजातीय अंचल में निवासरत बच्चों को ज्ञान के क्षेत्र में प्रबुद्घ अवसर उपलब्ध कराना है। वर्तमान में यहाँ 574 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। परिसर में प्राथमिक स्तर से लेकर उच्च स्तर तक शिक्षा की व्यवस्था है। कोविड-19 के कठिन दौर में भी शिक्षा के प्राथमिक स्तर से लेकर अनुसंधान स्तर तक अपना कार्य संचालित कर रहा है। कार्यक्रम में सांसद हिमाद्री सिंह एवं आयुक्त क्रेंद्रीय विद्यालय निधि पांडेय ऑनलाइन उपस्थित रही।

शनिवार, 22 अगस्त 2020

कोरोना ने पकड़ी रफ्तार पहुंचा दो सौ के पार



4 पुरूष एवं 1 महिला में संक्रमण की पुष्टि, संक्रमितों की संख्या 96, अब तक 113 हुए स्वस्थ
अनूपपुरजिले में कोरोना का आंकड़ा दो सौ के पार हो गया है। शनिवार को प्राप्त 130 रिपोर्ट में 5 में संक्रमण की पुष्टि होने पर कोविड केयर सेंटर में भेज दिया गया है। संक्रमितों में 4 पुरूष 47, 53, 55 एवं 56 वर्ष एवं एक 40 वर्षीय महिला शामिल है। अब तक प्राप्त 7499 रिपोर्ट में से 7292 रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई हैं। वहीं 207 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं, 2 व्यक्ति अन्य जिलों की टेस्टिंग में संक्रमित पाए गए थे, जिनका इलाज अनूपपुर में किया गया था।
अब तक प्राप्त संक्रमितों की संख्या 209 हो गई जिसमे 113 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। कोविड केयर सेंटर में अपना ईलाज करा रहे कोरोना संक्रमितो की संख्या 96 है। 5 संक्रमितों में 1 व्यक्ति अनूपपुर वार्ड क्र 4, और  एक व्यक्ति वार्ड क्र.1, ग्राम निपनिया 1 व्यक्ति, 1 व्यक्ति थानगाँव एवं संदर्भित महिला डोंगरियाकला की निवासी हैं। सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्वास्थ्य जाँच एवं सम्पर्को के स्क्रीनिंग की कार्यवाही की जा रही है।

कार्यकत्ताओं के निधन पर खाद्य मंत्री ने जताया दुख



परिवारो को १-१ लाख देने की घोषणा
अनूपपुर। खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने अपने दो कार्यकर्ता अजिमुद्दीन और लालू सोनी के निधन पर गहरा अधात बताया है। शनिवार को दोनो परिवारों को लिखे शोकपत्र में कहा कि मुझे यह जानकर यह दुख हुआ कि आज मेरे परम सहयोगी लालू सोनी का कोरोना बिमारी से आकिस्मक निधन हो गया है। इसके पूर्व मेरे सहयोगी घोंचू (अजिमुद्दीन) का निधन हो चुका है। दोनो के निधन पर मंत्री स्वेच्छानुदान निधि से एक-एक लाख देने की घोषणा की है।
मंत्री ने कहा है लालू सोनी और घोंचू मेरे परम सहयोगी रहे है। मेरे सुख-दुख के साथी कार्यो को छोड़कर मेरे निर्देशो का पालन किये मुझे इन दिनों के निधन से गहरा आघात पहुंचा है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवगंत आत्मा को शान्ति प्रदान करे एवं इस अपूर्णीय क्षति की घड़ी में शोक संतप्त परिवार को दु:ख सहन करने का धैर्य और संबल प्रदान करे। मंत्री द्वारा नाजरा बानों, पति स्व. अजिमुद्दीन एवं मीना पति स्व. लालू सोनी के परिवार को मंत्री स्वेच्छानुदान निधि से एक-एक लाख देने की घोषणा की है।

शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

राष्ट्रीय वृद्घजन दिवस पर जिला विधिक सेवा ने जेल में बंद वृद्घो को कराय विडियो काल


अनूपपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर ने राष्ट्रीय वृद्घजन दिवस के अवसर पर वृद्घजनों अपने बच्चों, परिजनों से बात होने का दर्द समझा शुक्रवार को जिला जेल में बंद वृद्घ माता-पिता एवं परिजनों से मोबाईल के माध्याम से बात कराई गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीष कृष्णकांत शर्मा के निर्देशन में राष्ट्रीय वृद्घजन दिवस के अवसर पर जिले के वृद्घजनों को जेल में बंद उनके परिजनों से बात कराने का सार्थक पहल की। जिला जेल में बंद वृद्घ माता-पिता एवं परिजनों से सम्पर्क नही होता था उन्हे विडियो काल व अन्य संचार माध्यम से बात करा  बात कराई गई। अपने बच्चों, परिजनों से बात कर वृद्घजनों का मन प्रफुल्लित हो गया। कुछ वृद्घों से जब जिला प्राधिकरण के द्वारा प्रतिक्रिया ली तो उन्होने बताया कि उम्र अधिक होने तथा कोरोना महामारी के कारण अपने बच्चों से मिलने जेल नहीं जा पा रहे हैं और न ही उनकी कोई खबर मिल रही थी। आज बात करके उन्हें बच्चों का हालचाल मिल गया, जिससे वे खुश हैं। कुछ बंदियों ने माता-पिता से बात करके बताया कि उनको परिवार की, खेती-बाड़ी की एवं प्रकरण में जमानत संबंधी जानकारी नहीं मिल रही थी। जिससे वे काफी चिंतित थे। जिला प्राधिकरण विधिक सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ, अन्य कार्यकमों के आयोजन से सहायता की जा रही है।
पटौरा टोला के वृद्घ बाबूलाल ने पुत्र आकाश से, कोलारी टोला के कमला प्रसाद कोल ने पुत्र राजे कोल से, अमगंवा के बजरूसिंह ने पुत्र नंद किशोर से बात कर प्रशंता जाहिर की। बंदियों को उनकी पत्नी, बच्चों के बारे में जानकारी दी। बातचीत के दौरान कई बार भावुक होकर वृद्घजन रोने लग गये। इसी प्रकार वटुरा के वृद्घ राजू वासदेव ने पुत्र अरूण से बात कर बताया कि कोरोना के कारण वह लंबे समय से पुत्र से नहीं मिल पाया था, आज बात करने के बाद उसे अच्छा लग रहा है। अलग-अलग गांव के वृद्घजनों ने जेल में निरूद्घ अपने परिजनों से बातकर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को साधूवाद कहा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला 

गरीब आदिवासियों को भूमि का मालिकाना हक दिलाएगी प्रदेश की सरकार-बिसाहूलाल सिंह



मंत्री ने गिनाई सरकार की उपलब्धि
अनूपपुर। सदियों से प्रदेश के आदिवासी दूर दराज जंगल पहाड़ों में निवास करते आ रहे है। धीरे-धीरे जंगलों का सफाया हुआ जिसके कारण अधिकांश आदिवासी गांव जंगल के बाहर हो गये परन्तु जंगलों में रहने वाले बैगा भारिया सहरिया जन-जाति दूर-दराज जंगलो में वर्तमान जागरुक समाज से दूर रहकर अपना भरण पोषण कर रहे है।
उपरोक्त जनजाति प्रदेश के मूल निवासी है, प्रेदश के मुख्यमंत्री शिवराज ंिसंह ने पहचाना वर्षो से पहाड़ जंगल एवं नदी नालों के बीच रह रहे आदिवासियों को उनके निवासरत भूमि का मानिकाना हक प्रदान करने का निर्णय लिया तथा सम्बंधित जिले के कलेक्टरों एवं वन विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये है कि १५ सितम्बर तक सम्पूर्ण रुप से दौरा करके ऐसे लोगों की पहचान किया जाय तथा मालिकाना हक प्रदान करने की कार्यवाही सुनिश्चित करे। शुक्रवार को प्रदेश के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहीं।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए सभी प्रदेश के कलेक्टरों केा सख्त निर्देश दिये है कि १ सितम्बर तक प्रदेश के ऐसे गरीब मजदूर जो राशन कार्ड पर्ची न होने कारण राशन प्राप्त नही कर पा रहे थे, ऐसे ३७ लाख गरीब मजदूरो को राशन कार्ड पर्ची उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे जिससे कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा न रहे, तथा सभी को राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था करे।  साथ ही प्रदेश में स्थापित होने वाले सभी उद्योगों में प्रदेश के शिक्षित बेरोजगारों को उनकी योग्यता अनुसार नौकरी प्रदान की जावेगी अब प्रदश के बाहर रहने वालों को रोजगार एवं नौकरी में किसी भी तरह से प्राथमिकता नही दी इसी तहर मुख्यमंत्री प्रदश के छात्र-छात्राओं को प्रोत्सहित करने हेतु पुन: एक अभिनव योजना की शुरुआत की है अब कोई भी छात्र या छात्राएं बारहवी की परीक्षा में अच्छे नम्बरों से पास होता है तो उन्हे २५ हजार रुपये या एक लैपटॉप प्रदान किया जावेगा। छोट-छोटे व्यापारियों के लिये महत्वपूर्ण योजना की स्वीकृति दी है।
नगर पालिका क्षेत्र,जनपद पंचायत क्षेत्र या नगर परिषद क्षेत्रों में छोटे-छोटे व्यापारी जो रोड के किनारे जूते, चप्पल, सब्जी ठेले मसाले या अन्य तरह की दुकान संचालित करते है। उन्हे १० हजार २ लाख तक विभिन्न बैकों से ऋण स्वीकृत कराया जायेगा। तथा ब्याज की राशि पूरी राज्य सरकार वहन करेगी। इसी तरह सूदखोर बहला-फुसलाकर लम्बे ब्याजों पर छोटे-छोटे व्यापारियों  किसानों को ऋण उपलब्ध कराकर लम्बी ब्याज की राशि वसूल करते है। अब इस तरह के ऋण समाप्त कर दी गई है। रोड मैप बनाकर २०२३ तक सभी ग्रामों को नल-जल योजना से जोड़ा जावेगा। अधिकांश जगहों पर देखा गया है। कि कुछ जमीन माफियाओं के द्वारा जबरन शासकीय जमानों या किसी की निजी जमीनों पर कब्जा करके निर्माण कार्य कर लेते है ऐसे सभी माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जावेगी तथा उन्हें सख्ती के साथ बेदखल करके उनके ऊपर प्रकरण पंजीबद्घ किया जावेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला 

गिरता अनूपपुर नगर का सफाई स्तर, उठाने वालो ने बजट का रोया रोना,प्रशासक पर प्रश्रचिन्ह



पहले प्रदेश के टॉप 10 में शामिल, देश में 402 वां स्थान
अनूपपुर। केंन्द्र में जब से मोदी सरकार आई तब से स्वच्छता को लेकर पूरे देश में अभियान चलाया और इसमे  सर्वक्षेष्ठ को पुरूष्कृत करने की बात कहीं। इसके लिए देश भर की नगरनिकायो ने मेहनत भी कर रही है। किन्तु कुछ निकायो को इससे कोई सरोकार नही। जिला मुख्यालय हर जिले का अपना माडल होता है अनूपपुर ऐसा माडल है कि अपने ही निकायो में सबसे पीछे खड़ा है,सफाई के नाम पर सिर्फ दिखावा होता है। घर-घर कचरा उठाने के नाम पर लाखो का बिल हर माह निकल रहा फिर भी बजट का रोना बना हुआ है। शासन ने अनूपपुर नगर पालिका में कलेक्टर को प्रशासक बनाया है इसके बाद भी नगर की सफाई व्यावास्था में सुधार न होना सवाल खड़े कर रहा है।
केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा प्रायोजित स्वच्छता अभियान को लेकर किए जा रहे विभिन्न प्रयास और अनूपपुर नपा प्रशासक की अनदेखी ने देश में ४०२ वां स्थान पर ला खड़ा किया है। जिले के अन्य ६ नगर निकायों के लिए जारी रैकिंग में जिला मुख्यालय व नगरीय क्षेत्र अनूपपुर की सफाई व्यवस्था सबसे बेवश नजर आई है। वर्ष २०१८-१९ में प्रदेश स्तर पर अनूपपुर नगर ने स्वच्छता में प्रदेश टॉप १० में शामिल होकर सम्मान हासिल किया था। लेकिन एक साल के भीतर ही स्वच्छता को लेकर अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही में यह सम्मान का पायदान फिसलकर निचले स्तर पर पहुंच गया है।
नगर की सफाई को लेकर प्रतिमाह ५ लाख से अधिक खर्च के बाद भी स्वच्छता के लय को बरकरार नहीं रख सका। जिले के छह नगरीय निकायों की रैकिंग में सबसे ऊपर कोतमा १६१, पसान १९५, बिजुरी २३३, अमरकंटक २६९, जैतहरी ३०४ तथा सबसे नीचे अनूपपुर ४०२ हैं।
जानकारी के अनुसार अनूपपुर नगरीय क्षेत्र तीन जोन बस्ती, चेतनानगर, और बाजार क्षेत्र में बंटा है। जिसमें २ सुपरवाइजर सहित ५८ सफाईकर्मी लगाए गए हैं। इनकी मदद के लिए ४ ट्रैक्टर वाहन, ४ कचरा संग्रहण और २ बैटरी संचालित रिक्शा लगाए गए हैं। प्रति माह १.५० लाख रूपए से अधिक डीजल पर खर्च भी किए जा रहे हैं। लेकिन ऐप के माध्यम से मात्र ३७० लोगों को जोड़ सके हैं। नपा का मानना है कि एमआरएफ स्तर की टंचिंग ग्राउंड, संसाधनों का अभाव, बजट और कार्ययोजना के अभाव में वे पिछड़ गए। किन्तु सत्य है कि लोगो में जागरूकता का अभाव भी है।
नपा अधिकारियों का मानना है कि वे गाइडलाइन के अनुसार स्वच्छता को लेकर कार्य नहीं किया है। इसके अलावा स्वच्छता अभियान में बजट की कमी भी रोड़ा साबित हुई है। वहीं नगर के लोगों को स्वच्छता ऐप के माध्यम से जोडऩे और स्वच्छता के लिए प्रेरित करने में पीछे रहे। हालांकि शासकीय स्तर पर स्वच्छता प्रेरित के लिए मैराथन, डोर-टू-डोर अवेर्नेश, ग्रूप मीटिंग, रैली, सहित समय समय पर स्वच्छता अभियान को लेकर प्रचार प्रसार भी किया गया। शासकीय गाइडलाइन अनुसार योजना तैयार कर क्रियान्वयन, करना, एमआरएफ स्तर की टंचिंग ग्राउंड तैयार करना, बजट के लिए पूर्व प्रस्ताव तैयार रखना, लोगों के सहयोग के लिए वार्डो का नियमित भ्रमण व स्वच्छता के लिए प्रेरित करना होगा।
नपा प्रशासक एवं कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर का कहना है
कि हम सफाई करा रहे है आप सवाल कर रहे है।

कन्यादान योजना की प्रोत्साहन राशि घटाने पर नहीं बल्कि बढ़ाने पर करें विचार- प्रेमकुमार त्रिपाठी


अनूपपुर। कन्यादान योजना में नवविवाहितों को ग्रहस्थी शुरू करने के लिए शिवराज सरकार पिछले कार्यकाल में योजना के तहत दिए जा रहे 28 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि को बढ़ते हुए कमलनाथ सरकार ने राशि को 51 हजार करने और किसान कर्जमाफी जैसे जन हितैषी फैसला लिया था लेकिन भाजपा ने कांग्रेस की सरकार में खरीद-फरोख्त कर उसे गिराने के बाद सत्ता में आई भाजपा कमलनाथ सरकार द्वारा लिए गए जन हितैषी निर्णय को पलटने का कार्य कर रही है। भाजपा उन घोषणाओं को कभी पूरा नहीं होने देगी जिसे कांग्रेस सरकार ने लिया था,शिवराज सरकार कन्यादान योजना के तहत दी जाने वाली राशि को घटाने पर विचार कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव प्रेमकुमार त्रिपाठी ने शुक्रवार को बीजेपी पर निशाना साधते हुए कही।
उन्होनें कहा मप्र के सरकार के सामाजिक न्याय मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा कि 51 हजार रुपये की सहायता राशि बहुत ज्यादा है और इस राशि से प्रदेश सरकार पर अतिरिक्त बोझ आएगा, इसे वापस 28 हजार रुपये किये जाने की बात कही,अगर भाजपा कमलनाथ सरकार की फैसले को बदलना ही चाहती है तो फिर उन्हें इस योजना के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को 51000 से बढ़ाकर एक लाख करना चाहिए।
कांग्रेस प्रदेश सचिव कहा की मप्र शासन के सामाजिक न्याय मंत्री द्वारा इस योजना में दी जा रहीं राशि को घटाने सम्बन्धी जारी बयान भाजपा सरकार की  मानसिकता को उजागर करता है, और प्रदेश की जनता के साथ न्याय नहीं अन्याय की बाते  कर रहे है ,अगर राज्य सरकार इस योजना की राशि को घटाने का निर्णय लेती है तो प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ता इस निर्णय के खिलाफ सड़को पर आंदोलन करेंगे।

पूर्व संक्रमितों के सम्पर्क से 31 में संक्रमण, 4 व्यक्ति स्वास्थ्य होकर घर रवाना



1 राजेंद्रग्राम, 2 कोतमा एवं 28 जैतहरी, 8 महिलाएँ 20 पुरुष सहित तीन बच्चे
अनूपपुर। जबलपुर कोरोना टेस्टिंग लैब से शुक्रवार की शाम प्राप्त 327 रिपोर्ट में 31 में व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमें 20 पुरुष, 8 महिलाएँ, 2 बालक,1 बालिका एवं शमिल है। वहीं 4 व्यक्ति कोरोना को हराकर अपने- अपने घरों के लिए रवाना हुए।
कोरोना संक्रमण की जांच रिर्पोट शुक्रवार शाम प्राप्त 327 में 31 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमें 20 पुरुष 20, 23, 31, 32, 32, 33, 35, 37, 37, 40, 41, 41, 43, 48, 50, 50, 50, 50, 64 एवं 70 वर्षीय, 8 महिलाएँ 23, 34, 35, 35, 42, 45, 60 एवं 65 वर्षीय, 8 एवं 13 वर्षीय 2 बालक एवं 5 वर्षीय 1 बालिका शामिल हैं। इनमें से 1 राजेंद्रग्राम, 2 कोतमा एवं 28 जैतहरी के निवासी हैं।
20 वर्षीय व्यक्ति राजेंद्रग्राम का निवासी है, जिसकी कोरोना जाँच बाहर की यात्रा के आधार पर की गई थी। 32 वर्षीय व्यक्ति कोतमा वार्ड क्र.10 एवं 45 वर्षीय महिला कोतमा वार्ड क्र.1 की निवासी है। दोनो पूर्व संक्रमितों के प्राथमिक सम्पर्क में थे। शेष 28 संक्रमित 18 पुरुष, 2 बालक, 1 बालिका एवं 7 महिलाएँ जैतहरी के निवासी हैं। सभी पूर्व कोरोना संक्रमितों के प्राथमिक सम्पर्क में थे।
जाँच रिपोर्ट प्राप्त होते ही संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजा गया, कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं प्राथमिक कांटैक्ट के सैम्पल लेने की कार्यवाही की जा रही है। जिले अब तक प्राप्त कोरोना संक्रमितों की संख्या 204 हो गई। इनमें से 111 व्यक्ति स्वस्थ होने पर घर जा चुके हैं। वर्तमान में संक्रमितों की संख्या 93 है।
4 व्यक्ति घर के लिए हुए रवाना
कोविड केयर सेंटर से शुक्रवार को 4 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने पर अपने घरो के लिए रवाना किये गये। सभी स्वस्थ मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन अनुसार आगामी एक सप्ताह तक होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है।

कलेक्टर ने कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण, तैयारियाँ दुरुस्त करने के दिए निर्देश



खाद्य गुणवत्ता एवं सफाई के साथ मरीजों से चर्चा कर जाना हाल
अनूपपुर। कोविड केयर सेंटर में हर वकत सकारात्मक माहौल बना रहे, इलाजरत मरीजों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो इस हेतु चिकित्सकीय एवं सहायक स्टाफ सतत रूप से प्रयास करते रहें। अगर आगंतुकों को कोई समस्या है तो उसे समझे तथा शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करने का प्रयास करें। अगर समस्या का निराकरण त्वरित रूप से सम्भव न हो तो सम्बंधित अवगत अवश्य कराएँ। शुक्रवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कोविड केयर सेंटर अनूपपुर का निरीक्षण कर साफ सफाई, आगंतुकों के रुकने की व्यवस्था, उनकी स्वास्थ्य जाँच आदि के सम्बंध में आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होनें कहा आगामी दिवसों में कोरोना संक्रमितों की बढऩे की सम्भावना है जिसे देखते हुए चिकित्सकीय, साफ-सफाई एवं भोजन सेवाओं हेतु आवश्यक तैयारियाँ तथा मैनपॉवर का चिन्हांकन करके रखें, ताकि ऐसी स्थिति में सहजता से सेवाओं को प्रदाय किया जा सके एवं आगंतुकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ समय अनुसार उपलब्ध हो सकें। इस दौरान मरीजों की स्वास्थ्य जाँच पत्रक का निरीक्षण किया एवं वर्तमान स्वास्थ्य के सम्बंध में पूछतांछ की। मरीजों की दैनिक जाँच के महत्वपूर्ण पैरामीटर उनके कमरे के बाहर नोटपैड पर भी उपलब्ध कराए जाएँ तथा उन्हें भी नियमित रूप से अपडेट करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने कोरोना संक्रमितों के आगमन पर स्वच्छता एवं दवा का किट दिया जाय। मेडिसिन किट हेतु स्वास्थ्य विभाग एवं स्वच्छता किट हेतु सीएमओ नगरपालिका अनूपपुर व्यवस्था करेंगे। हर कमरे में 1 बाल्टी, 1 मग एवं 1 डस्टबिन की व्यवस्था करने के कलेक्टर ने सीएमओ नपा अनूपपुर को निर्देश दिए। इसके साथ ही आगंतुक के आगमन पर उन्हें स्वच्छ सफेद रंग की चादर एवं पिलो कवर दिये जाने हेतु आपने डीपीएम एनएचएम को आवश्यक तैयारी के सहित व्यवस्थाएँ 300 आगंतुकों एवं सम्बंधित कक्षों हेतु पूर्ण करने की बात कहीं।
सीएमओ नपा अनूपपुर को निर्देशित करते हुए कहा परिसर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। हर कक्ष की साफ-सफाई, रूम डस्टबीन एवं कारीडोर डस्टबीन तथा टायलेट की दैनिक रूप से सफाई सुनिश्चित होनी चाहिए। 30 सफाई कर्मचारी परिसर की साफ सफाई हेतु लगाएँ जाएँ।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कम मरीजों के दृष्टिकोण से 6 सफाई कर्मचारियों द्वारा उक्त कार्य सम्पादित किया जा रहा था। आगामी प्रत्याशा एवं वर्तमान में बढ़ रहे मरीजों की संख्या को दृष्टिगत रखते तैयारियों को और पुख्ता करने के  निर्देश दिए। कलेक्टर ने सफाई कर्मचारियों को पर्याप्त मात्रा में फ़ीनॉल, हार्पिक एवं क्लीनिंग ऐसिड, टायलेट ब्रश प्रदान किए जाएँ। सफाई कर्मियों की सुरक्षा हेतु आवश्यक सुरक्षा उपकरण मास्क आदि दिए जाएँ। सम्पूर्ण परिसर को हर 2-3 दिन में पूर्ण रूप से सैनिटाईज किया जाय।
कलेक्टर द्वारा हर कमरे में कुर्सियाँ, वाश बेसिन में सोप डिस्पेन्सर की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। रसोई घर की व्यवस्था एवं खाने हेतु बैठक व्यवस्था का निरीक्षण किया। आपने कहा हर आगंतुक खाने हेतु पृथक थाली एवं गिलास की सुविधा रहनी चाहिए। खाना निर्धारित मेन्यू अनुसार समय से उपलब्ध हो। वर्तमान में प्रात: नाश्ता, शाम को चाय तथा दोपहर एवं रात्रि में भोजन प्रदाय किया जा रहा है। चाय के साथ काढ़े की भी व्यवस्था की जाय। गर्म पानी की सुविधा का निरिक्षण कर उपलब्धता के सम्बंध में आवश्यक निर्देश दिए। कोविड केयर सेंटर में आगंतुकों की समस्या के निराकरण हेतु एक मोबाइल हेल्पलाइन नम्बर की सुविधा की गई है, यह नम्बर सदैव परिसर के वरिष्ठ अधिकारी के पास रहेगा तथा जिसे आगंतुक मरीजों से साझा किया जाएगा। जिस पर आगंतुक अपनी समस्याओं को साझा कर सकेंगे। यह सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
कलेक्टर ने आगंतुकों हेतु परिसर में वाई फाई एवं टेलीविजन सुविधा की व्यवस्था की गई है। साथ ही विभिन्न खेलकूद- कैरम, शतरंज, बैडमिंटन, क्रिकेट आदि की सुविधा हेतु सहायक आयुक्त जनजातीय विकास को निर्देश दिए गए। मरीजों में सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए उक्त गतिविधियाँ सहायक होंगी।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य टीम को निर्देश दिए कि सैम्प्लिंग में कमी नही आनी चाहिए। हमें रोगियों की शीघ्र पहचान, आइसोलेशन एवं शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने की रणनीति (आईआईटीटी) में सतत रूप से कार्य करना होगा। आमजनो से अपील की है कि कोरोना से डरें नहीं, सावधान रहें। समस्त सुरक्षा उपायों का पालन कर कोरोना को नियंत्रित करने में शासन प्रशासन का सहयोग करें।
इस दौरान एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी, सीएमएचओ डॉ बीडी सोनवानी, सिविल सर्जन डॉ एससी राय, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, सीएमओ अनूपपुर हरिओम वर्मा, नोडल अधिकारी कोरोना नियंत्रण डॉ आरपी श्रीवास्तव, डॉ एसआरपी द्विवेदी, डीपीएम एनएचएम डॉ शिवेंद्र द्विवेदी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

जमीनी विवाद में गला घोंटकर दिया हत्या को अंजाम, आरोपी गिरफ्तार



अनूपपुर। चचाई थाना क्षेत्र के ठाकुर बाबा मंदिर मेडियारास के पास बने नाला में 19 अगस्त की सुबह मिली 32 वर्षीय युवक राकेश कोल उर्फ गुड्डा की लाश के मामले में पुलिस ने जांच में आरोपी 45 वर्षीय कमलेश कोल उर्फ करोड़ी पिता लच्छू कोल निवासी मेडियारास को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने जमीनी विवाद के कारण उसकी गला घोंटकर हत्या करने की बात स्वीकार की है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए शुक्रवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया।
विवेचक प्रवीण कुमार साहू ने बताया कि 19 अगस्त की सुबह शिवकुमार कोल ने घटना की सूचना दी थी। जिसमें पुलिस द्वारा शव पंचनामा और पोस्टमार्टम उपरांत जांच आरम्भ की गई। जांच में उपनिरीक्षक संजय खाल्को, आरक्षक सुखसेन, शेख रसीद, विनय त्रिपाठी की टीम गठित कर परिजनों से पूछताछ की गई। परिजनों के बयान में पूर्व में कमलेश कोल के साथ जमीनी विवाद को लेकर वाद विवाद की जानकारी सामने आई। जिसके बाद पुलिस ने संदेह के रूप में कमलेश कोल को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ में यह बात सामने आई कि मृतक राकेश कोल और आरोपी कमलेश कोल के बीच पूर्व से जमीनी विवाद चला आ रहा है। बीच में वाद विवाद भी हुए थे। आरोपी कमलेश मृतक की जमीन पर कब्जा कर रखा था तथा उसे बेचने के फिराक में था। घटना की शाम भी मृतक राकेश आरोपी कमलेश के घर गया था, जहां बैठकर मामले में बातचीत भी किया था। इसी बीच रात 11 बजे के आसपसास दोनों के बीच विवाद हुआ और कमलेश कोल ने अपने गले में डाले गमछे से मृतक राकेश कोल के गर्दन में लपेटकर घोंट उसकी हत्या कर दी। साथ ही घटना स्थल से 30 मीटर की दूरी पर बह रहे नाला में शव को फेंक दिया। ताकि किसी को संदेह न हो। हत्या के दौरान दोनों के अलावा कोई अन्य नहीं था। इसलिए आरोपी अपने को सुरक्षित पाते हुए घर पर ही रहा। लेकिन चचाई बाजार स्थित सब्जी की दुकान को बंद रखा। जिससे पुलिस को इसपर अधिक शक गहराया।

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

मासिक पत्रक और बिना भुगतान के संचालित क्रेशर मशीन को खनिज विभाग ने किया सील



बिना पर्ची बोल्डर परिवहन हो रहे दो वाहनों को भी किया जब्त
अनूपपुरजनपद पंचायत कोतमा के गढ़ी गांव में संचालित दिनेश विश्वकर्मा की अर्पित मिनरल्स स्टोन क्रेशर को खनिज विभाग ने गुरूवार को सील कर दिया गया है। बताया जाता है कि 19 अगस्त को सीएम हेल्पलाइन में मिली सूचना तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्त पत्र के परिप्रेक्ष्य में खनिज विभाग ने यह कार्रवाई की है। जिसमें ग्राम गढ़ी में स्वीकृत खनिज व्यापारी अनुज्ञप्ति स्थल की जांच खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक एवं खनिज सर्वेक्षक द्वारा किया गया। निरीक्षण और जांच के दौरान संचालक द्वारा अनुज्ञप्ति की शर्तों में अनियमितता पाई गई।
खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य ने बताया कि क्रेशर संचालक दिनेश विश्वकर्मा द्वारा मासिक पत्रक(क्रेशर खदान से सम्बंधित मासिक लेखा लेखा) नहीं प्रस्तुत किया जा रहा था। इसके अलावा कर निर्धारण का भुगतान नहीं किया गया था। पूर्व में खनिज विभाग और प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड द्वारा कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया था । जिसका जवाब अबतक नहीं प्रस्तुत किया गया है। इस प्रकार के्रशर स्थल में मौजूद समस्त खनिज, खनिज उत्पाद तथा क्रेशर मशीन को आगामी आदेश के लिए जब्त किया गया है।
सड़क से बोल्डर लदे दो वाहनें भी जब्त

खनिज निरीक्षक ने बताया कि क्रेशर सील की कार्रवाई के दौरान क्रेशर से सटे मुख्य मार्ग से दो वाहनें जिसमें एक बिना नम्बर मेटाडोर और एक एमपी 18 एए 5840 ट्रैक्टर गुजर रहे थे, दोनो वाहन पर बोल्डर लदा पाया गया। वाहनों को रोकते हुए चालक से पूछताछ की गई। जिसमें दोनों चालकों ने बोल्डर परिवहन सम्बंधित कोई कागजात नहीं दिखाए गए। जिसके बाद दोनों वाहन को जब्त कर क्रेशर परिसर में खड़ा कर दिया गया है। ट्रैक्टर पर 3 घनमीटर बोल्डर तथा मेटाडोर पर 5 घन मीटर बोल्डर लदा पाया गया। चालकों के अनुसार दोनों वाहन कोतमा निवासी शाहिद अली की बताई जाती है। खनिज विभाग ने प्रकरण दर्ज कर किया है।

390 रिपोर्ट में 20 लोगो को कोरोना संक्रमण, 3 व्यक्ति हराकर पहुंचे घर

संक्रमितों में 7 महिलाएँ, 2 बालक, 1 बालिका एवं 10 पुरूष शामिल,सभी पूर्व संक्रमितों के प्राथमिक कांटैक्ट
अनूपपुर। कोरोना टेस्टिंग लैब से गुरूवार की शाम प्राप्त 390 रिपोर्ट में 20 व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमें 7 महिलाएँ, 2 बालक,1 बालिका एवं 10 पुरूष शमिल है। वहीं 3 व्यक्ति कोरोना को हराकर अपने- अपने घरों के लिए रवाना हुए।
जानकारी के अनुसार गुरूवार  की शाम दो कोरोना टेस्टिंग लैब से प्राप्त 390 रिपोर्ट में 20 व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमे 7 महिलाए 18, 24, 29, 32, 33, 45 एवं 56 वर्षीय, 10 एवं 11 वर्षीय 2 बालक, 9 वर्षीय 1 बालिका एवं 22, 24, 24, 30, 43, 45, 53, 53, 62 एवं 65 वर्षीय 10 पुरूष शामिल हैं। जिसमें 1 पुलिस लाइन अनूपपुर, 1 ग्राम चोलना, 13 जैतहरी, 2 कोतमा, 1 बिजुरी एवं 2 जमुना कालरी के निवासी हैं।
सभी संक्रमित पूर्व में संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में थे। जांच रिपोर्ट प्राप्त होते ही संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर अनूपपुर भेज दिया गया, कंटेनमेंट जोन में स्वास्थ्य दल द्वारा स्क्रीनिंग एवं सम्पर्को के नमूने लेने की कार्यवाही की जा रही है। अब तक प्राप्त कोरोना संक्रमितों की संख्या 173 हो गई है। इनमें से 107 मरीज स्वस्थ होने पर घर रवाना किए जा चुके हैं। वर्तमान में संक्रमितों की संख्या 66 है।
3 व्यक्ति कोरोना को हराकर घरों के लिए हुए रवाना
गुरूवार को 3 व्यक्ति कोरोना को हराकर कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज किए गए। स्वास्थ्य दल ने शुभकामनाओं के साथ घर के लिए विदा किया साथ ही स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन अनुसार सभी को अगले एक सप्ताह तक होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी।

दोस्तों के साथ सोन नदी में नहाने गये 7 वर्षीय बालक की डूबने से मौत

गहरे पानी से एसडीईआरएफ ने शव को निकाला  अनूपपुर। जिले के चचाई थाना क्षेत्र में मंगलवार की दोपहर दोस्तों के साथ सोन नदी में नहाने गय7 वर्षीय ...