अनूपपुर। कांग्रेस अहंकार तथा राजनैतिक असहिष्णुता से ग्रसित से दल है जहां जनजातीय समाज के लिये कोई सम्मान और जगह नहीं है। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं जनजातीय समाज के वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल सिंह का अपमान और उपेक्षा की कि उन्हे स्वाभिमान बचाने के लिये कांग्रेस को तिलांजलि देकर भारतीय जनता पार्टी में आना पड़ा। गुरुवार को अनूपपुर विधानसभा के ग्राम पाली में आयोजित प्रवासी कार्यकर्ता सम्मेलन में उपरोक्त विचार 129 पोलिंग बूथ पाली के प्रवासी प्रभारी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने व्यक्त किये।
पंचायत एवं बूथ प्रभारी अनिल द्विवेदी ने कहां आदिवासी अस्मिता के प्रतीक बिसाहूलाल सिंह ने स्वाभिमान की कीमत पर राजनीति ना करने का निर्णय करते हुए कांग्रेस को ठोकर मार दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने उनका तथा उनके साथ आए सभी समर्थकों का खुले मन से स्वागत् किया है। इससे पहले रामलाल रौतेल तथा बिसाहूलाल आमने सामने होते थे। आज भाजपा में उनके समाहित हो जाने से दोनो वरिष्ठ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत के कुशल मार्गदर्शन तथा प्रभारी द्वय राजेन्द्र शुक्ला, संजय पाठक, चुनाव संयोजक रामलाल रौतेल, संभागीय संगठन मंत्री श्याम महाजन, सांसद हिमाद्री सिंह के नेतृत्व में एवं रामदास पुरी, बृजेश गौतम, सिद्धार्थ सिंह, अन्य वरिष्ठ नेताओ के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर पार्टी एकजुटता के साथ चुनाव मैदान में है। भाजपा के कार्यकर्ता तथा नवागत कांग्रेस से आए मित्रों की संयुक्त ताकत बिसाहूलाल सिंह को विजयी बनाने के लिये एक साथ चुनाव मैदान में उतर रही है। भारतीय जनता पार्टी प्रचण्ड मतों से यह चुनाव जीतने जा रही है।
इस दौरान बिसाहूलाल के 70 समर्थन भाजपा का हिस्सा बने। जिसमे बलजीत सिंह, दिनेश द्विवेदी, रामशरण केवट, भूपेन्द्र केवट, रामनरेश गुप्ता, आरएन चौरसिया, अशोक जोगी, होरीलाल पुरी शामिल रहे और इन्होने संबोधित भी किया। बूथ संयोजक बलजीत सिंह के साथ सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने बिसाहूलाल सिंह की विजय के लिये घर घर जाकर केन्द्र की मोदी सरकार तथा प्रदेश की शिवराज सरकार की उपलब्धियों को पहुँचाने का संकल्प लिया।
इस दौरान जय भारत मंच के जिला उपाध्यक्ष रावेन्द्र सिंह गुड्डू ,अमित गुप्ता,लल्लू केवट,छत्रपाल सिंह, अर्पित द्विवेदी, रजनीश यादव,पुरुषोत्तम सिंह, महेश केवट,बबलू केवट, अजय सिंह, विनोद तिवारी शमिल रहे।