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सोमवार, 9 जुलाई 2018

अव्यवास्थाओ के बीच एक शिक्षक के भरोसे ६ से ८ तक की कक्षाये

अनूपपुर। शासकीय विद्यालयों में लंबे समय से शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है साथ ही अतिथि शिक्षक नियुक्त नहीं किए जाने से भी यह समस्या बनी हुई है। ऐसा ही एक मामला अनूपपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत दैखल के ग्राम जोरातलबा में शासकीय माध्यमिक विद्यालय का है जो एक शिक्षक के भरोसे सचांलित हो रहा है। जहां छात्रों को सही मायने में शिक्षा नहीं मिल पा रही है। साथ ही बैठने की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। वहीं पेयजल और शौचालय की समस्या भी बनी हुई है। पूर्व में संचालित विद्यालय भवन के स्थान पर नए भवन का निर्माण शिक्षा विभाग द्वारा करा दिया गया किंतु सुविधाओं का अभाव अब भी बना हुआ है। वर्ष 2017 में शिक्षा विभाग द्वारा अधूरे बने नवीन माध्यमिक शाला भवन का कार्य पूर्ण कराया गया था, जिसके बाद सीपेज की समस्या दूर हो गई थी किंतु एक वर्ष बाद पुन: नवीन भवन में भी सीपेज की समस्या शुरू हो गई। जिस वजह से टांट पट्टी में बैठने वाले छात्रों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। बताया गया विद्यालय भवन के लिए वर्ष 2013-14 में 10 लाख की लागत से विद्यालय भवन का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा कराया जा रहा था जहां गांव के पूर्व सरपंच द्वारा राशि आहरण के बाद विद्यालय भवन को अधूरा छोड़ दिया गया था, जिसके बाद शिक्षा विभाग द्वारा पुन: भवन मरम्मत के लिए 2 लाख रुपए की राशि से अधूरे निर्माण को पूरा कराया गया जहां एक वर्ष बाद सीपेज की समस्या फिर से शुरू हो गई है। जोरातलबा माध्यमिक विद्यालय में एक शिक्षक की तैनाती की गई है, जहां विद्यालय में 42 छात्र अध्ययनरत हैं जिनमें से अधिकांश अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र शामिल हैं। विद्यालय में एक मात्र शिक्षक पदस्थ किया गया है, जिनके पास प्रधानाध्यापक पद का भी कार्यभार है। जिन्हे अन्य विभागीय कार्य के लिए कभी-कभी जाना पड़ता है। ऐसे में एक शिक्षक के द्वारा तीन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा इस बात की जानकारी विभागीय अधिकारी को दी गई, साथ ही अतिथि शिक्षकों की मांग भी की जा रही है किंतु अतिथि शिक्षकों भी नियुक्ति नहीं की गई। विद्यालयों में शौचालय आवश्यक है, साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर विद्यालयों में शौचालय की व्यवस्था की जा रही है किंतु जोरातलबा माध्यमिक विद्यालय में शौचालय न होने से विद्यार्थियों को पास ही स्थित नाले में शौच के लिए जाना पड़ता है। विदित हो पूर्व में एसईसीएल द्वारा एक शौचालय का निर्माण कराया गया था किंतु रख-रखाव व पानी के अभाव में शौचालय उपयोग विहीन हो चुका है साथ ही विद्यालय में पेयजल की भी समस्या बनी हुई है। जहां एक हैण्डपंप से घंटो इंतजार के बाद पानी निकलता है जिससे विद्यार्थी अपनी प्यास बुझाते हैं। विद्यालय परिसर में छात्रों के लिए बाउंड्रीवाल की व्यवस्था अब तक शिक्षा विभाग द्वारा नहीं की गई है। जिस वजह से विद्यार्थियों को विद्यालय परिसर से बाहर आने पर भय बना रहता है। जिसका कारण विद्यालय परिसर के सामने पीएमजीएसवाई सड़क बनी हुई है जिसमें हर समय छोटे-बडे वाहनों कर आवाजाही लगर रहतर है। जिससे विद्यार्थी खेलते-खेलते स्कूल परिसर के बाहर सड़क पर चले जाते हैं जिससे छात्रों के साथ कोई बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है।

सड़क न होने से परेशान ग्रामीण, भूस्वामी और सरपंच का फसा पेंच

अनूपपुर। अनूपपुर जनपद के ग्राम सकोला के ग्रामीण श्रमिकनगर बदरा जाने के लिए सड़क की समस्या से परेशान हैं। गांव के अंदर वर्षों से सड़क है, लेकिन वह निजी भूमि में बनी है। पहले सड़क की मरम्मत में पंचायत के कार्य पर जमीन स्वामी ने आपत्ति नहीं दर्ज की अब जबकि पंचायत पीसीसी रोड बनवाकर आवागमन की समस्या को दूर करना चाह रहा है तो कच्चे मार्ग को सीमेंटेड रोड बनाने से इंकार किया जा रहा है जिससे ग्रामीणों समेत स्कूली विद्यार्थियों को बरसात में कच्चे मार्ग में कीचड़ व पानी भरे मार्ग से आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 43 मुख्य सड़क से महज 100 मीटर की दूरी पर सकोला गांव के लिए जाने वाले मार्ग का यह मामला है। इस मार्ग का उपयोग ग्रामवासी करते हैं किंतु रास्ता कच्चा होने के कारण गड्ढों और बरसाती पानी की वजह से जगह-जगह पानी भराव वाले इस रास्ते में चलने के दौरान खासी दिक्कत उठानी पड़ रही है। बताया गया दूसरा मार्ग करीब 3 किमी दूरी पर है। ग्रामीणों ने कई मर्तबा पंचायत से सड़क बनवाए जाने की मांग रखी, लेकिन सड़क की समस्या सुलझाई नहीं जा रही। ग्राम पंचायत के सरपंच चोखेलाल सिंह के अनुसार यह सड़क पूर्व में ही बन गयी होता किंतु निजी भूमि होने की वजह से यहां अब तक पीसीसी मार्ग निर्माण का कार्य नहीं हो सका, जिस वजह से यहां बारिश के दिनो में कीच? का जमाव हो जाता है। वहीं मिट्टी डाले जाने के बावजूद ट्रैक्टर व भारी वाहनो के प्रवेश के कारण भी गहरे गड्ढे निर्मित हो गए हैं। इस सड़क से बदरा मुख्यालय आने के लिए सैकड़ो ग्रामीण इसी मार्ग का सहारा लेते हैं। वहीं कन्या विद्यालय व शासकीय माध्यमिक विद्यालय जाने के लिए भी विद्यार्थियों को इसी मार्ग से चलना पड़ता है जहां कीचड़ होने के कारण काफी मशक्कत के बाद स्कूली विद्यार्थी निकल पाते हैं या फिर लंबी दूरी तय कर दूसरे मार्ग से स्कूल को आना-जाना करते हैं।


रविवार, 8 जुलाई 2018

बिलासपुर-कटनी रेल रूट पर बड़ा हादसा टला, ट्रैक पर गिरा पहाड़ का मलबा, यातायात प्रभावित

अनूपपुर। बिलासपुर-कटनी रेल रूट बड़ा हादसा टल गया है। भनवारटंक और खोडरी रेलवे स्टेशन के बीच अप लाइन ट्रैक पर पहाड़ का मलबा गिर गया है। जिससे बिलासपुर कटनी रेल यातायात प्रभावित हुआ।जिससे अनूपपुर आने वाली बिलासपुर कटनी और शहडोल अम्बिकापुर मेमो रद्द कर दिया गया है । बताया जा रहा है कि जिस वक्त हादसा हुआ ठीक उसके पहले वहां गोंदिया बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन गुजर रही थी। गनीमत रही कि, पहाड़ ट्रेन के गुजरते वक्त नहीं गिरा वरना बड़ा हादसा हो सकता था

शनिवार, 7 जुलाई 2018

हत्या सहित अन्य आपराधिक मामलों में शामिल रहे दो अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बाइक सहित दो देशी कट़्टा सहित जिंदा कारतूस व एक चाकू किया बरामद
ग्रामीणों ने पिटाई कर पुलिस को सौंपा, पूछताछ में जुटी पुलिस
अनूपपुर हत्या सहित अन्य आपराधिक मामलों में शामिल आदतन दो पुराने अपराधी पुष्पेन्द्र महरा तथा भूपेन्द्र शर्मा को अमरकंटक पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर अमरकंटक थाना के भेजरी गांव से शनिवार ७ जुलाई की शाम गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तार किए गए दोनों अपराधियों के पास से पुलिस ने चोरी की एक बाइक सहित दो देशी कट्टा व जिंदा कारतूत के साथ एक चाकू भी बरामद किया है। बताया जाता है कि दोनों अपराधी अक्सर भेजरी गांव के आसपास ही डेरा डाले थे तथा ग्रामीणों को डराते-धमकाते रहते थे। जहां शनिवार को परेशान ग्रामीणों ने दोनों अपराधियों को पकड़कर पीट डाला तथा पकड़कर पुलिस को सूचना देकर उनके हवाले कर दिया। पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह के अनुसार दोनों अपराधी आदतन अपराधी की सूची में शामिल हैं तथा इनपर हत्या सहित अन्य दर्जनों मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इनमें पुष्पेन्द्र महरा शहडोल का रहने वाला तथा भूपेंद्र शर्मा  भेजरी

गांव अमरकंटक निवासी बताया जाता है। भूपेंद्र शर्मा के ऊपर निकटवर्ती शहडोल, अनूपपुर कोतवाली में भी अपराध कायम है। ग्रामीणों की सूचना पर पुष्पराजगढ़ एसडीओपी मलखान सिंह वर्मा के नेतृत्व में थाना प्रभारी अमरकंटक के साथ शाशिराज मिश्रा, शनि शर्मा, अजय मरावी ने भेजरी पहुंच गिरफ्तार किया तथा अमरकंटक ले आए। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।   
इनका कहना है
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी की एक बाइक, दो देशी कट्टा व जिंदा कारतूत तथा एक चाकू बरामद किया है। इनपर हत्या सहित अन्य आपराधिक मामले शहडोल  तथा अनूपपुर में दर्ज है। फिलहाल पुलिस दोनों अपराधियों से पूछताछ कर रही है।
तिलक सिंह, पुलिस अधीक्षक अनूपपुर।


जिले में बनाए गए रागांसे केन्द्र नहीं लगी चौपाल,

 विभाग शासन की योजनाओं में नही दिखा रहे रूची   

अनूपपुर शासकीय योजनाओं को जन तक पहुंचाने के लिए 8-10 ग्राम पंचायतों को कलस्टर रूप में जिलेभर में 49 राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का निमार्ण कराया गया। जिसमें कृषि, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य सहित अन्य विशिष्ट विभागों को शामिल कर उनसे सम्बंधित योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को बैठक आयोजित कर दी जानी थी। लेकिन आलम यह कि इन भवनों में अबतक कोई बैठक आयोजित नहीं की गई और ना ही किसी विभाग ने ग्रामीणों की बैठक बुलाई। 7 करोड़ 30 लाख की भवन अब पंचायतों में शोभा के रूप में खड़ी है। जिले के 282 ग्राम पंचायतों में शासकीय योजनाओं की जानकारी के लिए 49 ग्राम पंचायतों में 7.30 करोड़ की लागत से 49 राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का निमार्ण कराया गया है। योजना वर्ष 2012 में तय की गई थी, जिसमें विलम्बता में समस्त निर्माण कार्य 2015 में पूर्ण कर लिए गए। लेकिन 7 करोड़ से अधिक की लगात से बनाए गए 49 भवनों में शासकीय योजनाओं की जानकारी या फिर विभागीय जानकारी के लिए कोई चौपाल कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया और नाही किसी विभाग ने जानकारी के लिए ग्रामीणों की बैठक का आयोजन किया।  ग्राम पंचायतो में संकुल स्तर पर 8-10 गांवों के बीच 14.90 लाख की लागत से बना भवन ग्राम पंचायतों की शोभा की चीज बन कर रहा गया है। जबकि  इन भवनों के निर्माण का उद्देश्य प्रशासकीय स्तर पर विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित साप्ताहिक चौपाल के माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों को विभागीय जानकारी के साथ शासकीय योजनाओं की भी जानकारी देना शामिल था। जिसमें कृषि, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य सहित अन्य विशिष्ट विभाग शामिल थे। शासन का मानना था कि इससे लोगों के समय की बचत के साथ साथ मुख्यालय के विभागीय चक्कर काटने से भी मुक्ति मिल जाएगी। लेकिन शासन की यह योजनाएं अपने भवन निर्माण तक ही सीमित रह गई। जिला ग्रामीण रोजगार गांरटी अधिकारी मनरेगा के अनुसार यह प्रोजेक्ट करीब साढ़े सात करोड़ की लागत से पूर्ण किया जाना था। जिसमें एक भवन के लिए 14.90 लाख निर्धारित रखी गई थी। हालांकि पूर्व के प्रस्ताव में जिलेभर में सिर्फ 47 भवन निर्माण कराया जाना था, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की विस्तृत भाग को देखते हुए दो अतिरिक्त भवन के निर्माण के प्रस्ताव शासन को भेजे गए और 49 भवनों का निर्माण कराया गया। विभागीय जानकारी के अनुसार शासन द्वारा संकुल स्तर पर राजीव गांधी भवन का निर्माण कराने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इस प्रकार के भवन में स्थानीय स्तर के आसपास से लगभग 50-75 ग्रामीणों को एक साथ बैठाकर विभागीय या फिर शासकीय योजनाओं से अवगत कराया जा सकेगा। इसमें महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सहित अन्य शासकीय विभाग आसानी से समय समय पर अपनी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करा सकेंगे। इतना ही नहीं ग्राम पंचायत में आयोजित होने वाली बैठक में अपर्याप्त जगह को देखकर ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधि इस भवन का उपयोग अपने सामाजिक कार्य के लिए भी आसानी से कर सकेंगे। जिला पंचायत के निर्देशन में बनाए गए राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन की व्यवस्थाएं अन्य ग्राम पंचायत भवन से बिल्कुल अलग बनाई गई है। लम्बी चौड़े भवन में दो कमरो के साथ एक बरामदा, महिला पुरूष प्रसाधन कक्ष, पानी की सुविधा, कमरे में टाईल्स, यहां तक कि लोगों को बैठने के लिए हॉल का निर्माण कराया गया है। साथ की भवन में ई पंचायत की तर्ज पर कम्प्यूटर की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। जबकि जिले के चारों विकासखंड में राजीव गांधी सेवा केन्द्र को संकुल स्तर पर बसाया गया है। इनमें अनूपपुर में 9 राजीव गांधी सेवा केन्द्र, जैतहरी जनपद पंचायत में 14 राजीव गांधी सेवा केन्द्र, कोतमा जनपद पंचायत में 6 राजीव गांधी केन्द्र तथा पुष्पराजगढ़ में 20 राजीव गांधी सेवा केन्द्र बनाए गए हैं।  

सट्टा पर्ची काटते 33 हजार 490 नगद के साथ दो आरोपियो गिरफ्तार

अनूपपुर थाना बिजुरी अंतर्गत नगर सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रो में चल रहे सट्टा की लगातार शिकायतो के पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह के निर्देशन व एसडीओपी कोतमा एस.एन. प्रसाद के मार्गदर्शन में नगर निरीक्षक बिजुरी अरूण पांडेय ने 7 जुलाई को नगर के वार्ड क्रमांक 15 भवनिहा एवं वार्ड क्रमांक 7 पडऱीखार बिजुरी को सट्टा पर्ची काटते रंगे हाथो दो लोगो को गिरफ्तार किया गया। नगर निरीक्षक अरूण पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर वार्ड क्रमांक 15 में राकेश साहू पिता रामगोपाल साहू उम्र 38 वर्ष निवासी भवनिहा को सट्टा पर्ची सहित 29 हजार 870 रूपए नगद एवं वार्ड क्रमां 7 पडऱीपानी में राजेन्द्र कुमार गुप्ता पिता रामेश्वर गुप्ता उम्र 33 वर्ष को सट्टा पर्ची सहित 3 हजार 620 रूपए के साथ गिरफ्तार किया गया। उक्त दोनो प्रकरणो में कुल 33 हजार 490 रूपए जप्त करते हुए दोनो आरोपी के खिलाफ धारा 4 (क) सट्टा अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई। वहीं आरोपी राकेश साहू से पूछताछ पर उसने राजू सिंह निवासी माइनस कॉलोनी बिजुरी की सह पर सट्टा पर्ची काटना बताया जिस पर राजू सिंह को धारा 109 के तहत सह आरोपी बनाया गया। उक्त कार्यवाही में नगर निरीक्षक अरूण पांडेय, सहायक उप निरीक्षक रामनरेश चौबे, प्रधान आरक्षक उमेश तिवारी, विनोद द्विवेदी, आरक्षक राहुल प्रजापति, चालक अनिल ङ्क्षसह की भूमिका सराहनीय रही। 

हाई स्कूल तुलरा का हायर सेकेंड्री में हुआ उन्नयन

पुष्पराजगढ़। जनपद पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत तुलरा में संचालित हाई स्कूल से हायर सेकेण्ड्री स्कूल मे उन्नयन होने पर भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 21 छात्र-छात्राओं को हायर सेकेण्ड्री में प्रवेश दिया गया। विगत कई वर्षो से ग्राम तुलरा में मिडिल स्कूल का संचालन हो रहा था, जहां ग्राम पंचायत तुलरा व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र का केन्द्र बिंदु होने के कारण लंबे समय से हायर सेकेण्ड्री स्कूल की मांग की जा रही थी। वहीं विद्यार्थियों को हायर सेकेंडरी तक कि पढाई के लिए 5 से लेकर 12 किमी का सफर प्रतिदिन तय कर विद्यालय पहुंचते थे। जिसेक कारण सुरक्षा या अन्य कारणों से अभिभावक अपने बच्चो के आगे की पढ़ाई सुचारू रूप से नही करवा सके। जहां तुलरा हाई स्कूल का उन्नयन हायर सेकेण्ड्री में किए जाने से क्षेत्र में छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के उनके बच्चो की शिक्षा का सपना सकार हो सका है। इस अवसर पर पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल ङ्क्षसह मार्को, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व पूर्व विधायक सुदामा सिंह सिंग्राम, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अरुण चौकसे, जनपद अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम, भाजपा मंडल अध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष उमेश पाठक, भाजपा मंडल महामंत्री प्रवीण सिंह गहरवार, किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष संतोष सिंह बनाफर, पिछड़ा वर्ग मोर्चा मंडल अध्यक्ष बल्ला नायक, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला मंत्री फजल खान, भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं सहित ग्राम पंचायत तुलरा के गणमान्य नागरिक व विद्यालय परिवार के सभी शिक्षकों के साथ-साथ छात्र छात्राओं की उपस्थिति सराहनीय रही। 

राजेन्द्रग्राम पुलिस ने बचाई महिला कि जान

राजेन्द्रग्राम। राजेन्द्रग्राम थाना अंतर्गत कन्या छात्रावास के बगल में दो बड़े गड्ढो खुले में छोड दिया गया, जिनमें बारिश व नगर का गंदा पानी भरा हुआ है। जिसमेस ७ जुलाई को इसी गड्ढे में मानसिक रूप विक्षिप्त महिला गिर कर डूबने लगी। जहां आसपास के लोगो ने इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को गड्ढे में डूबने बचाते हुए महिला को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया

अव्यवस्थाओं को लेकर सरपंच के खिलाफ युवको ने रैली निकाल जताया विरोध

कोतमा जनपद पंचायत अनूपपुर अंर्तगत ग्राम पंचायत खोडरी नं. १ के ग्रामीणो एवं नवयुवकों ने गांव में सरपंच के खिलाफ रैली निकाल मांग की है कि चौरा मंदिर की साफ-सफाई एवं मंदिर के सामने सडक में पानी भरे होने के कारण सडक में हो चले गड्ढे से राहगीरो को चलने में परेशानी हो रही है। कई बार उन्होने सरपंच को लिखित एवं मौखिक शिकायत भी की, लेकिन सरपंच द्वारा इस ओर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि एक ओर पूरे प्रदेश में स्वच्छ अभियान के तहत गांव को स्वच्छ रखने का अभियान चलाया जा रहा है और दूसरी ओर सरपंच सचिव के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उडाई जा रही है। ग्रामीणो ने मांग की है कि यदि तीन दिन के अंदर चौरा मंदिर की साफ-साफाई नही की जाती है तो कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर अमरण अनशन को मजबूर होगे। 

एसपी ने किया रामनगर थाने का औचक निरीक्षण


कोतमा। नवागत पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह ने ६ जुलाई को रामनगर थाने का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने थाने में पदस्थ कर्मचारियों का से परिचय प्राप्त कर थाने के रिकार्डो की जांच कर आम जनता से थाने में अच्छा व्यवहार किए जाने एवं जनता के बीच संवाद स्थापित करने के निर्देश दिए। जिससे आम जनता के मन से पुलिस के भय दूर हो सके। इसके साथ ही उन्होने समय-समय पर वाहनों की जांच, प्रतिदिन विद्यालयो व आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण, अध्ययनरत छात्राओं से संवाद किए जाने की बात कही।


विद्युत सहलाकार समिति की बैठक संपन्न

अनूपपुर। शासन द्वारा समस्त नागरिको को विद्युत सुविधा उपलब्ध करानें एवं किसानों तथा असंगठित श्रमिकों को उचित दाम पर विद्युत सेवाएं उपलब्ध करानें हेतु कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा हेतु ७ जुलाई कों कलेक्ट्रेट सभागार में विद्युत सलाहकार की बैठक आयोजित हुई। बैठक में विद्युत प्रदाय की स्थिति, संबल योजना की प्रगति, सौभाग्य योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, आईपीडीएस योजना, की समीक्षा की गई। बैठक में विधायक रामलाल रौतेल, नपाध्यक्ष रामखेलावन राठौर, एडीएम डॉ. आर.पी. तिवारी, अधीक्षण अभियंता म.प्र.पूक्षेविविकलि.शहडोल के.के. अग्रवाल, कार्यपालन अभियंता म. प्र. पू क्षे वि वि क लि. शहडोल आर.सी.सोनी,कार्यपालन अभियंता म.प्र.पू.क्षे.वि.वि. क. लि.अनूपपुर प्रमोद गेडाम, सहायक अभियंता दिनेश तिवारी सहित सदस्य अजित अग्रवाल उपस्थित रहे।

शुक्रवार, 6 जुलाई 2018

बिजुरी में पदस्थ चिकित्सक को वापस करने की मांग को नगरवासियों कलेक्टर सौंपा ज्ञापन



अनूपपुर हाल के दिनों में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोतमा में डॉक्टरों की कमी को लेकर नगरवासियों द्वारा कोतमा बंद के किए गए आह्वन तथा स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा बिजुरी में पदस्थ चिकित्सक मनोज सिंह का तत्काल स्थानांतरण बिजुरी से कोतमा किए जाने के आदेश के  विरोध में शुक्रवार ६ जुलाई को बिजुरी नगरवासियों ने नाराजगी जताते हुए कलेक्टर पी अनुग्रह को ज्ञापन सौंपा। सौंपे गए ज्ञापन में नगरवासियों ने बताया कि 4 जुलाई को संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं म.प्र.ने बिजुरी में पदस्थ चिकित्सक मनोज सिंह को कोतमा स्थानांतरित कर दिया है उसे यथावत किया जाए। कोतमा आंदोलन में विधानसभा क्षेत्र में डॉक्टरों की कमी के बावजूद बिजुरी से कोतमा स्थानांतरण किया जाना असंवेदनशील है। जबकि मुख्यमंत्री ने पूर्व में घोषणा करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाए जाने की घोषणा की थी। लेकिन बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आजतक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयित नहीं हो सकी है। बिजुरी सर्वाधिक ओपीडी वाला स्वास्थ्य केन्द्र है। भवन पर्याप्त है, चिकित्सीय आवास की सुविधा है बावजूद उन्नयन में विलम्बता बरती जा रही है। ज्ञापनकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि 5 दिनों के अंदर समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता है तो बिजुरी में भी कोतमा की भांति बाजार बंद और आमरण अनशन करने नगरवासी बाध्य होंगे। हालांकि कलेक्टर ने तत्काल सीएमएचओ से मनोज सिंह को यथावत रहने के निर्देश दिए हैं।
हिदुस्थान समाचार/राजेश

वर्षा के अभाव में तीन विकासखंडों में बुवाई से पिछड़े किसान

1 लाख 79 हजार हेक्टेयर के निर्धारित जिले के लक्ष्यों में खरीफ की फसलें होगी प्रभावित
अनूपपुर मानसूनी बरिश पर निर्भर किसान काले बादलों  को देख कर खुश हो रहे है कि वर्षा होगी खेतो में हल चले वर्षा तो 2-3 दिनो से थोड़ी-थोड़ी रोज हो रही है किन्तु अभी इतनी नही कि किसान खेतो में हल चला सके। किसानों के माथे पर पसीनों की बूंदे झलक रही है। 25 जून से आरम्भ हुई मानसून सीजन के बाद भी जिले में बारिश की मात्रा पिछले मानसून की मात्रा से इतनी अधिक नहीं हो सकी है कि किसान अपने खेतों की तैयारी कर खरीफ फसल की बुवाई कर सके। अबतक हुई मानसूनी रिमझिम में मानक सामान्य औसत वर्षा 248.1 मिमी हुई है। जबकि वर्ष 2017 के दौरान 1 जून से 6 जुलाई तक औसत 184.6 मिमी वर्षा का रिकार्ड किया। इस बीच कुल वर्षा 1492.5 मिमी दर्ज की गई।
वर्षा की देरी से पिछड़े किसान
वही वर्ष 2018 में 1 जून से 6 जुलाई तक औसत 155 मिमी वर्षा का आंकड़ा दर्ज किय गया है। यानि 29.6 मिमी वर्षा कम। जबकि मौसम विभाग के आंकड़ों में इस वर्ष 97 फीसदी मानसून की बारिश की सम्भावनाएं जताई गई है। बावजूद मानसून के आंकड़े अबतक रूठे नजर आ रहे हैं। जिसमें मानसून की होने वाली बौछार की जगह गिर रही रिमझिम की फुहार में धरती की प्यास नहीं बुझ रही है। यहीं कारण है कि मानूसनी बारिश के अभाव में जिले के चार विकासखंडों में तीन विकासखंडों में खरीफ की बुवाई नहीं आरम्भ हो सकी है। वहीं जिले के लिए निर्धारित 1 लाख 79 हजार हेक्टेयर के खरीफ के लक्ष्य में मात्र 15-20 फीसदी बुवाई का अनुमान आंका गया है। आंकड़ों को देखा जाए तो वर्ष 2017 के दौरान हुई कम बारिश के आंकड़े में वर्तमान मानसून पिछड़ता जा रहा है। अगर मानसून के यही हालत रहे तो इस वर्ष भी खरीफ की पैदावार प्रभावित होगी। जबकि विलम्ब से आए मानसून के कारण किसान पहले से ही बुवाई में पिछड़ गए हैं। कृषि विभाग का मानना है कि अगर मानसून की मात्रा कम होगी तो पुष्पराजगढ़ को छोड़कर अन्य तीन विकासखंड अनूपपुर, कोतमा तथा जैतहरी खरीफ के उत्पादन में प्रभावित होगा। जबकि इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश की सम्भावनाओं में कृषि विभाग ने जिले में 9 हजार हेक्टेयर रकबा और अधिक बढ़ा दिया है। वर्ष 2017 में 1 लाख 70 हजार हेक्टेयर भूमि खरीफ के लिए लक्षित किया गया था।
पिछले रिकार्ड को छू नही पाई अबतक की वर्षा
भू-अधीक्षक कार्यालय की जानकारी के अनुसार जिले में 1 जून से 6 जुलाई तक वर्षा के दर्ज आंकड़ों में 155 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड किया गया है। जिसमें अनूपपुर में 121.5 मिमी, कोतमा में 144.3 मिमी,जैतहरी में 230.6 मिमी, पुष्पराजगढ़ में 153 मिमी, अमरकंटक में 250.4 मिमी, बिजुरी में 186.9 मिमी, वेंकटनगर में 89.9 मिमी, बेनीबारी में 64 मिमी सहित कुल वर्षा का योग 1240.6 मिमी दर्ज है। वर्ष 2017 में 1 जून से 6 जुलाई तक अनूपपुर में 82.4 मिमी, कोतमा में 179.5 मिमी, जैतहरी में 216.2 मिमी, पुष्पराजगढ़ में 252 मिमी, अमरकंटक में 290.6 मिमी, बिजुरी में 125.1 मिमी, वेंकटनगर में 147.7 मिमी, बेनीबारी में 179 मिमी सहित कुल वर्षा का योग 1492.5. मिमी दर्ज है।
कहां कितने खरीफ फसल के रकबे 

अनाज की फसलो में धान के लिए 1 लाख 20 हजार हेक्टेयर, ज्वार 200 हेक्टेयर, मक्का१४ हजार हेक्टेयर, दलहन फसलो में अरहर 10 हजार हेक्टेयरमूंग 1 हजार हेक्टेयर, उड़द 4 हजार हेक्टेयर तथा तिलहन की फसलों में मूंगफली १ हजार हेक्टेयर, तिल 1 हजार 500 हेक्टेयर, सोयाबीन 6 हजार हेक्टेयर, रामतिल 8 हजार 500 हेक्टेयर में बोनी का लक्ष्य रखा गया है।  

प्रस्तावों के अनुरूप एजेंसी ने पॉलीटेक्निक कॉलेज निर्माण में बरती लापरवाही

मानकों के अनुरूप नहीं बनी बिल्डिंग एआईसीटीई ने मैकनिकल और इलेक्ट्रिकल कोर्स संचालन से कर दी मनाही
अनूपपुर जिला मुख्यालय अनूपपुर में अखिल भारतीय तकनीकि शिक्षा परिषद नई दिल्ली के तहत संचालित पॉलीटेक्निक कॉलेज में अब मैकनिकल और इलेक्ट्रिकल कोर्स की शिक्षा छात्रों को नहीं उपलब्ध हो पाएगी। इन कोर्सो को संचालित करने एआईसीटीई के तहत तय किए मानकों के अनुरूप पॉलीटेक्निकल कॉलेज का निर्माण नहीं हुआ। म.प्र.गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल परियोजना सम्भाग शहडोल द्वारा 7.10 करोड़ की लागत से बनाये गये भवन में निर्माणक एजेंसी ने लापरवाही बरती प्राक्कलन के अनुरूप वर्कशॉप, सेमीनार हॉल और कैफिट एरिया सहित दक्षिण दिशा में बनाए गए भवन में क्लास रूमों का निर्माण नहीं कराया गया, जिसे देखते हुए एआईसीटीई ने बिल्डिंग की खामियों के बाद वर्ष 2018-19 से आरम्भ होने वाले मैकनिकल और इलेक्ट्रिकल कोर्स के संचालन की अनुमति देने से ही इंकार कर दिया। जिसके कारण अब इन विषयो में शामिल होने वाले लगभग पांच सैकड़ा शिक्षार्थियों को अनूपपुर से दूर ही शिक्षा ग्रहण करनी होगी। बताया जाता है कि वर्ष 2018-19 से अनूपपुर में दो नए पाठ्यक्रमों इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल कोर्स संचालन के लिए अखिल भारतीय तकनीकि शिक्षा परिषद में आवेदन दिए गए थे। जहां बिल्डिंग के डिजाईन और उपलब्ध व्यवस्थाओं पर एआईसीटीई ने मनाही कर दी। बताया जाता है कि चंदास नदी पार 4 एकड़ भूमि में शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण का प्रस्ताव बनाया गया था। जिसमें वर्ष 2013 से आरम्भ हुए निर्माण कार्य को चार बाद पूरा किया गया। इसमें निर्माण पूर्ण कराने दोबारा रीटेंडर की प्रक्रिया अपनाई गई। बावजूद निर्माण एजेंसी की अनदेखी में ठेकेदारों ने बिल्डिंग के नक्शे ही उलट दिए। 7.10 करोड़ की लागत से बनी 34 कमरो वाली पॉलीटेक्निक कॉलेज बिल्डिंग में प्रस्तावित 200 वर्ग मीटर के 2 वर्कशॉप नहीं बनाए गए, 150 वर्ग मीटर के सेमीनार हॉल नहीं बने, जबकि 150 वर्ग मीटर के ही कैफिट एरिया का निर्माण नहीं कराया गया। वहीं प्रस्तावित नक्शे के अनुरूप भवन के दक्षिण दिशा की पूरी विंग में ही किसी क्लास रूम को नहीं बनाया गया। कॉलेज प्राचार्य के अनुसार नक्शे में जबकि एआईसीटीई के तहत बिल्डिंग के नक्शे बनाए गए थे। लेकिन निर्माण के दौरान एजेंसी ने नक्शों के उलट ही बिल्डिंग खड़ी कर दी। जिसपर अब आपत्ति जताते हुए कॉलेज प्रशासन ने उच्च शिक्षण विभाग को पत्र लिखकर जानकारी दी है। हालंाकि मामले में उच्च शिक्षण विभाग ने अभी चुप्पी साध रखी है। लेकिन इन चुप्पी का खामियाजा अब छात्रों को उठाना पड़ेगा।
यहां यह भी रही कमी
पॉलीटेक्निक कॉलेज में जरूरतों को देखते हुए शासन ने अब हॉस्टल तथा खेल मैदान सहित स्टाफों के परिसरों का प्रस्ताव मांगा गया है। जिसमें कॉलेज प्रशास ने 5 एकड़ की मांग करते हुए 50 सीटर गल्र्स हॉस्टल, 100 सीटर ब्याय हॉस्टल तथा स्टफ क्वार्टर को शामिल कर प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें फिलहाल 3 एकड़ जमीन भी प्रशासन द्वारा स्वीकृत कर दी गई है।
1500 सीटर ऑडिटोरियाम होगा आकर्षण
बताया जाता है कि पॉलीटेक्निक कॉलेज में दोनों विषयो को संचालित कराने के लिए कॉलेज प्रशासन प्रयास कर रही है। वहीं कॉलेजी कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 1500 सीटर ऑडिटोरियम पर कॉलेज प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। प्राचार्य के अनुसार आधुनिक तकनीक पर बनी ऑडिटोरियम आकर्षण का केन्द्र बनेगी।
इनका कहना है
इस वर्ष से दो नए पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाना था। लेकिन बिल्डिंग को मानकों के अनुरूप नहीं पाते हुए एआईसीटीई ने कोर्स संचालन की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।

एस.के.पांडेय,प्राचार्य पॉलीटेक्निक कॉलेज अनूपपुर।

पं.शंभूनाथ शुक्ल पब्लिक लाइबे्ररी बंद होने के कगार पर

अनूपपुर नगर पालिका अनूपपुर द्वारा वर्ष 1984 में विंध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री स्व. पं. शंभूनाथ शुक्ल के नाम से पब्लिक लाइब्रेरी का संचालन कर नगर के लोगो में जागरूकता लाने, युवाओ की शिक्षा स्तर में वृद्घि करने के उद्देश्य से एक ही छत के नीचे समाचार पत्र - पत्रिकाओं, पुस्तको एवं रोजगार से संबंधित पत्रिकाओं को पाठको तक पहुंचाते हुए लाइब्रेरी का संचालन किया था। जहां लाइब्रेरी का संचालन सामुदायिक भवन में अलग से बनाएं कक्ष मे प्रारंभ की गई। और नगर पालिका द्वारा लाइबे्ररी के स्वयं का भवन बनवाकर लाइब्रेरी का संचालन प्रारंभ कराया। इस लाइब्रेरी में वर्ष 1988 में ग्रंथपाल के रूप में रामनारायण पांडेय को पं. शंभूनाथ शुक्ल पब्लिक लाइब्रेरी के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसके कुछ दिनो बाद नगर पालिका उनसे अन्य कार्यालयीन कार्य भी लेने लगी, बावजूद इसके लाईब्रेरी निरंतर प्रगति पर रही। जहां नियमित पाठक की संख्या लगभग 250 से 300 होते थे और इनके द्वारा आए दिन विभिन्न विचार गोष्ठी, कवि-सम्मेलन भी लाइब्रेरी में आयोजित होते थे। वही लाईब्रेरी में पाठको के लिए विभिन्न पुस्तको व पत्र-पत्रिकाओं का संग्रह रहता था। लेकिन दिन प्रतिदिन लाइब्रेरी में बढती गई अव्यवस्थाओं के कारण पाठको को असुविधा होने लगी और अक्टूबर 17 को ग्रंथपाल रामनारायण पांडेय के सेवानिवृत्त होने के बाद लाइब्रेरी का कार्य नपा ने एक भृत्य के हाथो में सौप दिया गया और व्यवस्था चौपट होती गई। जानकारी के अनुसार पूर्व ग्रंथपाल ने जिला पंचायत से पब्लिक लाइब्रेरी की व्यवस्थाओं के लिए लगभग 4 लाख रूपए स्वीकृत कराए थे जो उनके सेवानिवृत्त के बाद राशि की बंदरबांट हो गई। वहीं आज व्यवस्थाओं के नाम पर लाइब्रेरी में पुराने किताबे, टूटी कुर्सियां सहित रिकार्डो के संधारण की उचित व्यवस्था नही होने पर सभी पुस्तके व पत्र-पत्रिकाएं रद्दी के रूप तब्दील हो गए है। इतना ही नही पाठको के लिए न तो पेयजल की व्यवस्था है ना ही प्रसाधान की व्यवस्था बस टूटी अलमारियों में पुस्तके जो देखरेख के अभाव में रद्दी होती जा रही है।

पत्नी के सर पर लोहे के रॉड से वार कर पति ने किया हत्या का प्रयास

बिलासपुर भागते समय पुलिस ने आरोपी पति को किया गिरफ्तार
अनूपपुर चचाई थाना अंतर्गत 23 जून की शाम लगभग 7 बजे पति-पत्नी के बीच हुए विवाद पर पति मैकू उर्फ रामनिवास पनिका ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी रामकली पनिका के सर पर लोहे के रॉड से वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। वहीं परिजनो ने घायल महिला रामकली को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी पति मैकू पनिका के खिलाफ धारा 294, 323, 506 के तहत मामला पंजीबद्घ कर मामले की विवेचना में जुट गई। जहां मामले में हत्या किए जाने के प्रयास, साक्ष्य एवं मेडिकल रिर्पोट के आधार पर आरोपी पति के खिलाफ धारा 307 बढ़ाई गई। वहीं घटना के बाद से आरोपी फरार हो गया था जो कि 2 जनवरी को केन्द्रीय जेल रीवा से अपनी सजा काट कर घर वापस आया था। मामले की जानकारी देते हुए उपनिरीक्षक सुंदर लाल तिवारी ने बताया कि 23 जून को मेहरबाबा मंदिर चचाई के पास निवास करने वाली रामकली पनिका ने अपने पति मैकू पनिका को बार-बार काम धंधा नही करने को लेकर तंज कसती थी और दोनो के बीच इस बात को लेकर कई बार कहासुनी हुई। जिस बात को लेकर पति मैकू पनिका की नाराजगी बढती गई और मौका पार मैकू ने अपनी रामकली के सर पर लोहे की रॉड से वार कर हत्या करने का प्रयास किया।
आरोपी पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार

23 जून से लगातार फरार चले रहे आरोपी मैकू पनिका को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 5 जुलाई चचाई बस स्टैण्ड में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। उपनिरीक्षक सुंदर लाल तिवारी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर मैकू कोल चचाई बस स्टैण्ड में बिलासपुर छ.ग.भागने के फिराक में था। जहां सूचना प्रधान आरक्षक रावेंद्र तिवारी, आरक्षक अशोक, विवेक मिश्रा ने तत्काल चचाई बस स्टैंड पहुंच मैकू को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसने सुथना पुल के पास से लोहे की रॉड बरामद करते हुए उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।

कलेक्टर ने आध दर्जन को थमाया कारण बताओं नोटिस

लोक सेवा गारण्टी मे विलंब को लेकर

अनूपपुर कलेक्टर अनुग्रह पी ने लोक सेवा गारण्टी अधिनियम के अंतर्गत अधिसूचित सेवाओं का समय-सीमा में प्रदाय नहीं करने पर मुख्य नपा अधिकारी अनूपपुर अशीष शर्मा, प्रभारी तहसीलदार अनूपपुर मुन्नीलाल पाण्डेय, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोतमा मिलिंद नागदेवे, विकासखंड चिकित्सा अधिकारी कोतमा डॉ.के.एल.दीवान,अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अनूपपुर नदिमा शिरी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग पी.एन. चतुर्वेदी को शोकॉज नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने उक्त संबंध में कारण का स्पष्टीकरण ३ दिवस के भीतर कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश दिये है।

थाना प्रभारीओं ने प्राप्त किया सी.एम.हेल्पलाईन का एक दिवसीय प्रशिक्षण

अनूपपुर। जिले के सभी थाना प्रभारियों को गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार (ई-दक्ष) में सी.एम.हेल्पलाईन का प्रशिक्षण जिला प्रबंधक लोक सेवा सोनू सिंह राजपूत, द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण में सी.एम.हेल्पलाईन में दर्ज शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण, संतुष्टिकारक एवं लंबित शिकायतों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। तथा समाधान ऑनलाईन में चयनित विषय व ३०० दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों के संबंध में सभी थाना प्रभारियों को प्रशिक्षित किया गया प्रशिक्षण में अजाक-थाना अनूपपुर टी.पी.मिश्रा, एवं सहायक आरक्षक राकेश शर्मा, निरीक्षक खेम सिंह पेट्रों, आरक्षक अजीत सिंह, आरक्षक संनत द्विवेदी,आरक्षक जितेन्द्र सिंह सहायक उपनिरीक्षक आर. सी.महोबिया एवं जिले के समस्त थाना प्रभारी एवं उपनिरीक्षक उपस्थित थे। 

स्वरोजगार योजना के प्रकरणों का निराकरण ३० जुलाई के पूर्व करे

प्रमुख सचिव उद्योग ने की स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा
अनूपपुर। विभिन्न विभागों द्वारा संचालित स्वरोजगार योजनाओं के क्रियान्वयन के लियें विभागी अधिकारी तथा बैंकर्स संमन्वय बना कर स्वरोजगारी आवेदकों को हितलाभ दिलाना सुनिश्ििचत करें केन्द्र एवं राज्य शासन की प्रवर्तित योजनाओं का सफल क्रियान्वयन कर लक्ष्य को प्राप्त करना सभी का उद्ेश्य होना चाहियें ताकि युवाओं को उद्योग, धंधे के माध्यम सें स्वाबलंबी बनाया जा सकें। उक्ताशय के विचार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव वी.एल. कान्ताराव ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों तथा बैंकर्स के बैठक में दियें इस अवसर पर कलेक्टर अनुग्रह पी जिला व्यापार उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक,एलडीएमपी.सी.पाण्डेय सहित विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं का संचालक करने वाले विभागीय अधिकारी तथा बैंकर्स उपस्थित थें।
प्रमुख सचिव ने की उद्यमियों से चर्चा
बैठक के पूर्व प्रमुख  सचिव ने जिलें में उद्योग स्थापना के इच्छुक के व्यवसाईयों के साथ बैठक कर चर्चा की तथा उनके प्रश्नों के समाधान कारक जवाब दियें आपने उद्यमियों को उद्योग स्थापना के लियें प्रेरित किया।
औद्योगिक क्षेत्र तथा नवनिर्मित उद्योग कार्यालय का किया अवलोकन

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव बी.एल.कांताराव ने गुरूवार  को एक दिवसीय जिला प्रवास के दौरान आरक्षित औद्योगिक क्षेत्र स्थल का मौका मुआयना किया साथ ही जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कार्यालय के नवनिर्मित भवन का भी अवलोकन कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दियें। इस दौरान कलेक्टर अनुग्रह पी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

डिजिटल अरेस्ट: सीबीआई तो कभी वकील बनकर 8 साल में व्यापारी से ठगे 45 लाख

  विदिशा से एक आरोपी गिरफ्तार, सरगना की हो चुकी है मौत अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कोतमा में भाजपा नेता के पुत्र और इलेक्ट्रानिक...