कोतमा। थाना
कोतमा अंतर्गत नेशन हाईवे 43 वन डिपो के पास 25 अप्रैल को जमुना से आ रही तेज रफ्तार मोटर साईकिल अनियंत्रित होकर सड़क के
किनारे खड़े ट्रक के पीछे जो घुसी जिससे बाईक चालक की मौत हो गई, वहीं बाईक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी अनुसार भलमुडी निवासी मोती
लाल पिता इन्द्र पाल पाव उम्र 45 वर्ष एवं उसका भाई महावीर पिता इन्द्रपाल पाव दोनो अपनी मोटर साईकिल क्रमांक
एम पी 65 एमए 8695 से अपनी बहन के घर
जमुना कॉलरी से वापस अपने घर भलमुडी जा रहे थे। जहां वन डिपो के पास रोड के किनारे
खड़े ट्रक सीजी 04 जेए 8720 के पीछे से मोटर
साईकिल जा घुसी। जहां बाईक में सवार दोनो लोग गंभीर घायल हो गए। जिसके बाद आसपास
के लोगो ने घटना की सूचना कोतमा पुलिस को दी गई, जहां से उन्हे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरो ने मोतीलाल
को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल महावीर का उपचार के लिए शहडोल
अस्पताल रेफर कर दिया गया। गुरुवार, 26 अप्रैल 2018
सड़क दुर्घटना में एक की मौत, एक गंभीर
कोतमा। थाना
कोतमा अंतर्गत नेशन हाईवे 43 वन डिपो के पास 25 अप्रैल को जमुना से आ रही तेज रफ्तार मोटर साईकिल अनियंत्रित होकर सड़क के
किनारे खड़े ट्रक के पीछे जो घुसी जिससे बाईक चालक की मौत हो गई, वहीं बाईक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी अनुसार भलमुडी निवासी मोती
लाल पिता इन्द्र पाल पाव उम्र 45 वर्ष एवं उसका भाई महावीर पिता इन्द्रपाल पाव दोनो अपनी मोटर साईकिल क्रमांक
एम पी 65 एमए 8695 से अपनी बहन के घर
जमुना कॉलरी से वापस अपने घर भलमुडी जा रहे थे। जहां वन डिपो के पास रोड के किनारे
खड़े ट्रक सीजी 04 जेए 8720 के पीछे से मोटर
साईकिल जा घुसी। जहां बाईक में सवार दोनो लोग गंभीर घायल हो गए। जिसके बाद आसपास
के लोगो ने घटना की सूचना कोतमा पुलिस को दी गई, जहां से उन्हे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरो ने मोतीलाल
को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल महावीर का उपचार के लिए शहडोल
अस्पताल रेफर कर दिया गया। कोतमा एसडीओपी विजय सिंह को दी गई भावभीनी विदाई
कोतमा। एसडीओपी
कोतमा विजय प्रताप ङ्क्षसह के कटनी स्थानांतरण पर
पुलिस प्रशासन द्वारा भालूमाडा स्थित द्वारिका विश्राम ग्रह में विदाई
कार्यक्रम का आयोजन किया गया, आयोजन में अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक वैष्णव शर्मा ने कहा कि शासकीय सेवा के दौरान प्रत्येक अधिकारी को
स्थानांतरण के भावुक पल से गुजारना पडता है। लेकिन पुलिस विभाग मे ऐसे कम ही अवसर
आते है जब एक अधिकारी की इतनी ज्यादा तारीफ मिले जो की पूरे पुलिस विभाग के लिए
प्रेरणादायी मानी जाएगी। एसडीओपी विजय प्रताप सिंह ने अपने पुलिस सेवा के दौरान
अपनी चुस्त दुरस्त कार्यशैली से पुलिस विभाग एवं आमजनता के बीच अपनी अमिट छाप छोडा
है। इस अवसर पर एसडीओपी अनूपपुर उमेश गर्ग, नवागत कोतमा एसडीओपी एस.एन. प्रसाद, थाना प्रभारी कोतमा आर. के. मिश्रा, थाना प्रभारी बिजुरी महेन्द्र सिंह, रामनगर के. के. त्रिपाठी, जैतहरी डी. के. दहिया, अनूपपुर वीभेन्द्रु वेंकट टंडिया, भालूमाडा सीएल विश्वकर्मा, अजय ताम्रकार, सुरेश शर्मा, दिवाकर विश्वकर्मा
सहित पुलिस विभाग के कर्मचारी उपास्थित रहे।
भीषण गर्मी के चलते नदी में गड्ढा खोद बुझा रहे प्यास
अनूपपुर। जनपद
कोतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत भाठाड़ाड के ग्राम क्योटार में भीषण गर्मी के चलते
ग्रामीणो को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। जहां ग्रामीण 2 से 3 किमी पैदल चलकर पीने के पानी का
उपयोग कर पा रहे है। वहीं गांव के अधिकतर हैण्डपंप सूख चुके है, जो हैण्डपंप पानी दे रहे है वहां लंबी लाईन लगी हुई है। जहां घंटो इंतजार के
बाद मिल पाता है। इसके साथ ही पशुओं के पानी के लिए गांव की सूखी नदी लट्बुडा
जिसमे ग्रामीणो द्वारा नदी से रेत हटा गड्ढे खोदे गए है, जिसके पानी का उपयोग पशुओं को पिलाने के लिए किया जा रहा है। ग्रामीणो ने
बताया कि बहेराबांध कॉलरी द्वारा उनकी जमीन के नीचे से कोयला उत्खनन कर उसे खोखला
कर दिया है, जिसके कारण यहां का जल स्तर ना के
बराबकर है। वहीं कॉलरी प्रबंधन द्वारा भी टैंकरो के माध्यम से पानी नही दिया जा
रहा है। जिससे यहां के ग्रामीण पेयजल की समस्या से जूझ रहे है।
पेयजल के लिए भटक रहे ग्रामीण, प्रशासन बना मूक दर्शक
बिजुरी। नगर
पालिका बिजुरी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में जहां जल स्तर नीचे चले जाने के
कारण लोगो को पेयजल के लिए लगातार परेशान होना पड़ रहा है। वहीं नगर व गांवो में
लगे अधिकांश पेट्रोल पंप हवा उगल रहे है। जिसके कारण पेयजल के लिए लोगो को भटकना
पड़ रहा है। वहीं जिला प्रशासन इस भीषण गर्मी में नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में
पेयजल उपलब्ध कराने कोई ध्यान नही दे रही है। जिस पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष लवकुश
शुक्ला ने जिले में पानी की व्याप्त समस्या को देखते हुए कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, लोक स्वास्थ्य
यांत्रिकी विभाग के अधिकारियो से मिलकर क्षेत्र में व्याप्त पानी की समस्या के
समाधान करने की मांग की है। जिनमें जिन गांवो में बोर से पानी नही निकल रहा है
वहां बोर की सफाई करा उसे और गहरा किए जाने, आवश्यकतानुसार गांव में नए बोर कराए जाने, जहां का जलस्तर अत्याधिक नीचे चला गया है और बोर सफल नही हो रहे वहां ग्राम
पंचायतो के माध्यम से टैंकर के माध्यम से पानी वितरित किए जाने की मांग की है।
आजीविका मिशन प्रमुख ने लिया मिशन गतिविधियों का जायजा
अनूपपुर।
म.प्र. दीनदयाल अन्त्योदय योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालन
अधिकारी एल.एम. बेलवाल 25 अप्रैल को एक दिवसीय प्रवास के दौरान जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत
बेनीबारी एवं धुम्माकापा ग्राम में गतिविधियो का जायजा लिया एव स्व- सहायता समूह
के सदस्यों एवं उपस्थित मिशन स्टाफ को महत्वपूर्ण निर्देश प्रदान किए।
एल.एम.बेलवाल ने इस दौरान बेनीबारी स्थित सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र का औपचारिक
शुभारंभ भी किया साथ ही बेनीबारी में पवित्र संकुल स्तरीय संगठन के कार्यालय भवन
एवं धुम्माकापा में ममता ग्राम संगठन के कार्यालय भवन का औपचारिक शुभारंभ किया। इस
अवसर पर राज्य परियोजना प्रबंधक-सामुदायिक संस्थागत विकास सुषमा मिश्रा, स्टेट एंकर पर्सन प्रकाश राव तथा सहायक राज्य परियोजना प्रबंधक- मूल्यांकन एवं
अनुश्रवण सुदेश साहनी भी उपस्थित रहे। विदित हो कि आजीविका मिशन अंतर्गत मिशन
स्टाफ एवं समुदाय के क्षमतावर्धन हेतु निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते
हैं, इन कार्यक्रमो के नियमित एवं सुचारू
संचालन हेतु समुदाय द्वारा संचालित सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र की अवधारणा पर इस
प्रशिक्षण केन्द्र का शुभांरभ किया गया, जहां एक साथ कम से 70 प्रतिभागियों का आवासीय प्रशिक्षण किया जा सकता है। इस प्रशिक्षण केन्द्र की
सबसे अहम् बात यह है कि यहां पर प्रतिभागियों के भोजन, आवास, आने जाने के सबंधी समस्त प्रबंधन समूह
की दीदियों द्वारा ही किए जाते है। मिशन प्रमुख बेलवाल की उपस्थिति के अवसर पर
अनूपपुर, शहडोल एवं डिंडौरी जिले से आई समूह, ग्राम संगठन एवं संकुल स्तरीय संगठनों के प्रतिनिधियों का एक दिवसीय
उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें श्री बेलवाल ने समूह की दीदियों को समूह के बारह सूत्र एवं संवहनीय
आजीविका के तीस बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए उनके परिपालन
पर जोर दिया। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में अनूपपुर, शहडोल एवं डिंडौरी जिले की जिला इकाई तथा ब्लॉक टीम के सदस्य भी उपस्थित रहे।
श्री बेलवाल ने सामुदायिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए इस बात पर जोर
दिया कि आगामी वर्षा ऋतु में समस्त समूह सदस्य अपने-अपने खेत की मेडो पर फलदार
वृक्ष ग्रॉफ्टेड आंवला, अमरूद, नीबू, नाशपाती, मुनगा एवं बांस के पौधे लगाए एवं भविष्य में अतिरिक्त आय प्राप्त करे साथ ही
उन्होंने सभी समूह सदस्यों को उनके समूह, ग्राम संगठन एवं सीएलएफ में प्राप्त होने वाली राशि का पारदर्शिता के साथ
हिसाब रखने, गरीब एवं अतिगरीब परिवारों को
प्राथमिकता के साथ लाभ दिलाने तथा समूह के प्रत्येक सदस्य के घर में शौचालय
निर्माण एवं उसके उपयोग हेतु आवश्यक निर्देश प्रदान किए।
बुधवार, 25 अप्रैल 2018
फुनगा में आयुष्मान भारत योजना के सेक्टर स्तरीय प्रशिक्षण का
सचिव स्वास्थ्य
ने किया निरीक्षण
अनूपपुर।
प्रधानमंत्री की जनहितकारी एवं महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना १५ अगस्त २०१८ से पूरे
देश में लागू की जा रही है। इसके अंतर्गत वर्ष २०११ की सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना
के आधार पर वंचित परिवार कटेगरी डी-१ से डी-७ तक (डी-६ को छोड़कर) में चिन्हित
परिवार जिनकी संख्या मध्यप्रदेश में ६८ लाख है इन परिवारों के अद्यतन स्थिति का
सर्वेक्षण कार्य का प्रशिक्षण २२ अपै्रल से २६ अपै्रल तक जिले में आयोजित किया जा
रहा है। इस योजना में चयनित परिवार को ५ लाख रूपये तक स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया
जायेगा।
जिले के फुनगा
में आयोजित सेक्टर स्तरीय प्रशिक्षण में कवीन्द्र कियावत सचिव स्वास्थ्य द्वारा
प्रशिक्षण का निरीक्षण किया गया। सर्वेक्षण का कार्य जिले की आशा कार्यकर्ता
द्वारा किया जायेगा एवं सत्यापन महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा पंचायत सचिव
द्वारा एवं रोजगार सहायक द्वारा पोर्टल में इंट्री की जायेगी। ३० अपै्रल को जिले
में आयोजित ग्राम सभा में वाचन किया जायेगा तथा ०१ मई से ०८ मई तक सर्वेक्षण कार्य
एवं ०९ मई से १५ मई तक पोर्टल में इंट्री की जायेगी। जिले में मलेरिया अधिकारी को
स्वास्थ्य विभाग में नोडल अधिकारी बनाया गया है। फुनगा के सेक्टर स्तरीय प्रशिक्षण
में कलेक्टर अजय शर्मा, प्रभारी मुख्य
कार्यपालन अधिकारी डॉ०आर.पी.तिवारी.मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
डॉ०आर.पी.श्रीवास्तव,नोडल अधिकारी व जिले
के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
कॉलरी द्वारा की जा रही हैवी ब्लॉस्टिंग से ग्रामीणो में दहशत
कोतमा। एसईसीएल
जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत आमाड़ाड खुली खदान में कोयला उत्खनन के लिए कॉलरी
प्रबंधन द्वारा हैवी ब्लास्टिंग की जाती है, जिसके कारण आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में जहां प्रदूषण का खतरा बना हुआ है
वहीं ग्रामीणों को भी परेशान होना पड़ रहा है। जहां ब्लॉस्टिंग के कंपन से आसपास
के दर्जनो गांव के ग्रामीण भय में रह रहे है, जिसको लेकर ग्रामीणो ने कॉलरी प्रबंधक सहित जिला प्रशासन को भी इसकी जानकारी
दी जा चुकी है, बावजूद इसके अब तक इस ओर किसी तरह का
निराकरण नहीं किया जा सका है। दूसरी ओर कॉलरी प्रबंधक द्वारा मनमाने तरीके से
ब्लास्टिंग कर कोयला उत्पादन करने में जुटे हुए है। कोयला उत्खनन के लिए की जा रही
हैवी ब्लास्टिंग से जहां आसपास का जल स्तर नीचे चला गया है, वहीं दर्जनो गांव के कुएं एवं प्राकृतिक जल स्त्रोत पूरी तरह से सूख चुके है।
वहीं ग्रामीण पेयजल के लिए भटकने को मजबूर है। वहीं कॉलरी प्रबंधक द्वारा की जा
रही ब्लास्टिंग से लगभग 300 मीटर दूरी पर सरकारी भवन है जिसमें स्कूली बच्चे
आंगनबाड़ी भवन सहित आसपास हजारों की संख्या में ग्रामीणों निवास करते है। जिससे
उनमें रात दिन दहशत के महौल में जीना पड़ रहा है। बिना कारण दो पूर्व छात्रो को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश से प्रबंधन ने किया वंचित
छात्रो ने
एसडीएम पुष्पराजगढ़ को सौंपा ज्ञापन
राजेन्द्रग्राम।
इंदिरा गांधी जनजातीय विश्व विद्यालय अमरकंटक के पूर्व छात्र शरद द्विवेदी निवासी
ग्राम भेजरी एवं दिनेश साहू निवासी अमरकंटक को 12 अप्रैल को बिना कारण बताए
विश्वविद्यालय परिषर में प्रवेश से वंचित करने का आदेश जारी किया गया है।
विश्वविद्यालय के तुगलकी आदेश में कुलपति के हस्ताक्षर सहित विश्व विद्यालय के
लेटर पैड में लिखित रूप से दिया गया है। जिसके बाद दोनों छात्रो ने विश्व विद्यालय
के पदाधिकारियों से फोन पर इस आदेश का कारण जानना चाहा लेकिन उन्हे कोई भी संतुष्ट
जवाब नही मिला। जिससे आहत होकर दोनो छात्रो ने राज्यपाल के नाम एसडीएम पुष्पराजगढ़
के.बाला.गुरू के समक्ष 23 अप्रैल को ज्ञापन सौंप कर अपनी बात रखी। दोनो पूर्व
छात्रो का कहना है की हम दोनो का बैंक एकाउंट विश्व विद्यालय परिषर में सेंट्रल
बैंक ऑफ इंडिया में संचालित है तथा उन्होंने इसी विश्व विद्यालय से अपनी पढ़ाई
पूरी की है,विश्वविद्यालय के प्रति हमारी आस्था है
एवं वर्तमान छात्रो वा शिक्षकों से अच्छी जान पहचान के साथ ही आज भी वो अपने
शिक्षकों के प्रति आदर का भाव रखते है। लेकिन ऐसे में अकारण इस तरह से हमे बिना
किसी कारण के प्रवेश से वंचित करना हमारे समझ से परे है। जिस पर दोनो छात्रो ने
ज्ञापन के माध्यम से निवेदन किया है की उन्हें या तो उपयुक्त कारण बताया जाए या
विश्वविद्यालय द्वारा बिना कारण बताए प्रवेश से वंचित करने का आदेश विश्व विद्यालय
प्रशासन द्वारा तत्काल वापस लिया जाए।
इनका कहना है
यूनिवर्सिटी में
पूर्व छात्रों का यँहा कोई काम नही है,वर्तमान छात्र ही प्रवेश कर सकते हैं,रही बात बैंक एकाउंट की तो वो दोनों छात्र उसे किसी अन्यंत्र बैंक में
ट्रांसफर करा सकते है।
एस.एस.शर्मा
जनसम्पर्क अधिकारी इंगांजविविअमरकंटक
मुनादी तक सिमट कर रह गई आवारा पशुओ पर कार्यवाही
जर्जर हो चला
काऊ कैचर, सडक पर मवेशियों का कब्जा
अनूपपुर। शहर
के व्यस्ततम मार्गो, चौराहों, गली-कूचों में दिनोंदिन बढ रही आवारा मवेशियों की धमाचौकडी से परेशान हो रहे
लोगो तथा बाधित हो रही यातायात के बावजूद नगर पालिका लगातार उदासीता बरती हुई है, जिसके कारण नगर की व्यस्तम मार्गो सहित बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन तथा इंदिरा तिराहे की सडको पर जाम की स्थिति बन जाती है। सड़क पर
आवारा पशुओ की धमाचौकडी के कारण जहां नपा द्वारा न तो मुनादी कर पशु मालिको को
समझाईश दी जा रही है और न ही आवारा मवेशियो को पकडकर सामतपुर कांजी में डाला जा
रहा है।
नपा की उदासीन, अब तक नही कराई गई मुनादी
नगर में आवरा
पशुओं को बंद करने की जिम्मेदारी नगरपालिका की है, लेकिन नपा द्वारा आवारा पशुओ की धमाचौकडी तथा आमजन को होने वाली परेशानी के
कारण इस वर्ष न तो मुनादी कराई गई और न ही किसी तरह का अभियान चलाया गया, इतना ही नही आवरा पशुओं को कांजी हाउस में बंद करने के लिए इनके पास कोई भी
हांका गैंग गठित नहीं है। नगर पालिका की उदासीन के चलते आज मुख्य मार्गो में आवारा
मवेशियों का जमघट लगा रहता है, नपा द्वारा सडको में
घुम रहे आवारा मवेशियों को देखते हुए न तो पशु मालिको को सूचना देकर किसी भी तरह
की हिदायत नही दी गई। जिसके कारण जिला मुख्यालय की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो
रही है।
काऊ कैचर हो
चला जर्जर
जिला मुख्यालय
की सडको में जमघट लगाए जानवरो से निजात पाने के लिए नपा का काऊ कैचर का उपयोग नही
किया जा रहा है, जिसके कारण बीते कई वर्षो से बिना उपयोग
व देखरेख के कारण कॉऊ कैचर जर्जर होकर नगर पालिका की शोभा बढ़ा रहा है। इतना ही
नही नगर के वार्ड क्रमांक १ सामतपुर स्थित कांजी हाउस भी बिना देखरेख के अनुपयोगी
हो चला है, जहां संसाधनो के अभाव में आवारा पशुओ को
रखने अब तक कोई उचित प्रबंध नही किया गया।
दिनभर मची रहती
धमाचौकडी
सडको पर जानवरो
से आमजन व राहगीरो को निजात दिलाने के नपा अनूपपुर द्वारा कोई प्रयास नही किया जा
रहा है, वहीं मुख्यालय के सबसे व्यस्तम मार्गो
जैसे स्टेशन चौक, बस स्टेंड, इंदिरा तिरहा, जिला चिकित्सालय, कलेक्ट्रेट रोड से लेकर अमरकंटक रोड तक मवेशियों का झुंड सडक पर कब्जा जमाए
बैठा रहता है। सडको पर बैठ रहने के कारण ये मवेशी वाहनों के हार्न बजाने के बाद भी
सडक से अलग नहीं होते। मजबूरन वाहन चालकों को दूसरी तरफ से आगे निकलना पडता है।
हादसो के
इंतजार में नपा
नगर में इन
दिनों बढ रही सडक दुर्घटनाओं में परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से इन आवरा पशुओं की
भागीदारी को नकारा नहीं जा सकता। तिनपहिया या चारपहिया वाहनों के गुजरने के दौरान
मवेशियों के आपस में भिडने या अचानक उठकर चल देने से दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं।
आवरा पशुओं के निरंतर हो रहे छोटे-मोटे हादसों से लोगों का नपा प्रशासन के प्रति
आक्रोश बढता जा रहा है। वहीं समय रहते अगर नगरपालिका प्रशासन इस गंभीर समस्या के
प्रति कोई कारगर पहल नहीं की जाती है।
इनका कहना है
जल्द ही मुनादी
कराकर पशु मालिको को हिदायत दी जाएगी साथ ही आवारा पशुओ के मिलने पर उन्हे कांजी
हाउस में बंद किया जाएगा।
रामखेलावन
राठौर, नपाध्यक्ष अनूपपुर
बाईपास मार्ग निर्माण सहित सड़क निर्माण में देरी को लेकर कलेक्ट्रर को सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर। तुलसी
महाविद्यालय से अमरकंटक तक सड़क की दुर्दशा के कारण प्रदूषण व बाईपास मार्ग का
निर्माण को लेकर वार्ड क्रमांक ९ के पार्षद निरंजन यादव के नेतृत्व में कलेक्टर को
ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि नगर अंतर्गत तिपान नदी से
लेकर अमरकंटक चौराहा तक पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क एवं नाली का निर्माण किया जा रहा
है, जिसमें अधिकृत ठेकेदार द्वारा नगर के
अंदर कई जगहो पर आम जनता के घरो एवं दुकानो के सामने गड्ढा खोद कर छोड दिया गया
है। जिससे नगर वासियो को असुविधा व परेशानी का सामना करना पड़ता है साथ ही
प्रतिदिन कोई न कोई दुर्घटनाएं घट रही है। उक्त सड़क मार्ग पर जिला न्यायालय, महाविद्यालय, अनुविभागीय कार्यालय, तहसील कार्यालय, उत्कृष्ट विद्यालय, बैंक एवं शासकीय आवास स्थित है, जहां प्रतिदिन लोगो का आनाजाना बना रहता है। जहां ठेकेदार द्वारा कछुआ गति से
सड़क निर्माण कार्य किए जाने के कारण आने जाने वाले लोगो, दुकानदारो एवं निवासरत लोगो को प्रदूषण के कारण जीवन दुर्भर हो चला है साथ ही
२४ घंटे राखड़ एवं कोयले के भारी वाहनो के प्रवेश से दुर्घटनाएं भी बढ़ी है। जिस
पर 5 सूत्रीय मांगो पर
तत्काल कार्यवाही किए जाने की मांग की है। मांगो में तिपान नदी से अमरकंटक चौराहा
रोड निर्माण को तीव्र गति से निर्माण कार्य कराया जाए, उक्त रोड पर डस्ट प्रदूषण के कारण लोगो का रहना व आनाजाना दुर्भर हो चला है, जिस पर नियमिति पानी की सिंचाई कराई जाने, राखड एवं कोयला के भारी वाहनो को रात के समय निकला जाए, उक्त रोड पर दोनो तरफ हो रहे नाली निर्माण को वहां पर बने घरो के हिसाब से
गहराई की जाए एवं क्वालिटी पर ध्यान दिया जाए, नगर के बाहर से बाईपास मार्ग का निर्माण कराए जाए।
11 मई को होगी संविदा महापंचायत
अनूपपुर।
भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में संविदा कर्मचारियो अधिकारियो की मांगो जिसमें
नियमितिकरण को लेकर मुख्यमंत्री निवास पर प्रतिनिधि मंडल केपी ङ्क्षसह महामंत्री
बीएमएस एवं सुलतान सिंह शोखावत अध्यक्ष म.प्र. शासन के नेतृत्व में सुबह 10.30 बजे विस्तार से चर्चा
किए। जहां मुख्यमंत्री द्वारा वित्त मंत्री जयंत मलैया को इस संबंध में सभी
बिन्दुओ पर आर्थिक पक्ष को समझकर, भारतीय मजदूर संघ एवं
म.प्र. संविदा संयुक्त मंच से चर्चा कर मांगो की अंतिम निराकरण ११ मई को महापंचायत
बुलाकर मुख्यमंत्री संविदा समाप्ति की घोषणा करेगे। प्रतिनिधि मंडल में दिनेश सिंह
तोमर, संयोजक अमर सिंह जाटव, श्याम गौतम, नवीन देवलिया, जितेन्द्र भदौरिया एवं जितेन्द्र यदुवंशी उपस्थित रहे।
वन विभाग कार्यालय के परिसर में लगी आग
अनूपपुर। वन
मंडलाधिकारी कार्यालय के नए भवन परिसर में 25 अप्रैल को अज्ञात कारणो से आग लग गई, जहां आग की लपटे धीरे-धीरे लगभग १२ एकड के परिसर में फैल गई। वहीं वन विभाग के
आवासीय परिसर में निवास करने वाले अधिकारियो एवं कर्मचारियो द्वारा कोई ध्यान नही
दिया गया, जिसके बाद धुआं उठते
देख आसपास के लोगो सहित राहगीरो ने सूचना नपा अनूपपुर एवं वन विभाग के अधिकारियो
को दी गई, जहां मौके पर पहुंच वन विभाग के अधिकारी
कर्मचारी एवं फायर ब्रिगेड द्वारा आग बुझाने का प्रयास किया गया। वहीं परिसर मे
रखे लकडी की चट्टे को आग से बचाया गया।मंगलवार, 24 अप्रैल 2018
अलग-अलग मामलो में पुत्री की हत्या पर न्याय पाने भटक रहे दो पिता
एक नाबालिग की
हत्या पर कार्यवाही न करने पुलिस पर भी लगे आरोप
अनूपपुर। जिले में महिलाओ पर बढ़ रहे अत्याचार व शोषण की लगातार शिकायत के बाद भी इस
लगाम नही कसा जा सका है। जिसमें थाना राजेन्द्रग्राम अंतर्गत ग्राम भमरहा मे निवास
करने मोहन नायक पिता सुंदर नायक की ३२ वर्षीय पुत्री को ससुराल पक्ष द्वारा दहेज
की मांग करते हुए जान से मार दिए जाने का आरोप लगाया वहीं ग्राम गिरवी निवासी
सरदार नायक पिता सकरू नायक ने नाबालिग को शादी का झांसा देकर बहला फुसलाकर भगा ले
जाने के बाद दिसम्बर 2017 में उसके ऊपर मिट्टी तेल डाल आग लगा मार दिए जाने के बाद भी पुलिस द्वारा अब
तक किसी तरह की कार्यवाही नही किए जाने का आरोप लगाते हुए 24 अप्रैल को पुलिस
अधीक्षक कार्यालय पहुंच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैष्णव शर्मा से लिखित शिकायत कर
दोषियो पर कार्यवाही की मांग की है।
पिता ने ससुराल
पक्ष पर हत्या का लगाया आरोप
जहां मोहन नायक
ने लिखित आवेदन देते हुए बताया कि उसकी पुत्री रेखा बाई की शादी 9 वर्ष पूर्व ग्राम हर्रई थाना
अमरकंटक निवासी दिलीप नायक पिता लाल सिंह के साथ हुआ था, जहां ससुराल पक्ष द्वारा लगातार उससे दहेज की मांग को लेकर लगातार प्रताडित कर
मारपीट करते थे, 16 अप्रैल को ग्राम
चंदनिया में जवाहर सिंह के घर में निमंत्रण पर मेरी पुत्री रेखा बाई आई थी, जहां 17 अप्रैल को उसके पति
दिलीप नायक द्वारा किसी बात को लेकर उसके साथ अपशब्दो का प्रयोग करते हुए जान से
मारने की धमकी दी गई, जहां 18 अप्रैल की सुबह 9 बजे अपने मेरी पुत्री अपने ससुराल
ग्राम हर्रई चली गई। जहां 22 अप्रैल की सुबह लगभग 1.30 बजे मेरी पुत्री रेखा बाई की मौत होने की सूचना मुझे मिली। जहां मोहन नायक ने
ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगा जांच की मांग की है।
नाबालिग पुत्री
को भगाकर मिट्टी तेज डाल जलाया जिंदा
वहीं 24 अप्रैल को अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक से की गई लिखित शिकायत में सरदार नायक पिता सकरू नायक निवासी गिरवी
ने शिकायत कर बताया कि उसकी नाबालिग पुत्री को डेढ वर्ष पूर्व ग्राम बरटोला के
उग्रसेन पिता प्रताप सिंह द्वारा भगाकर लेकर गया था, जिसकी गुमशुदगी की शिकायत शिकायत राजेन्द्रग्राम थाने में दर्ज कराई थी, जिसके बाद उग्रेसन ने मेरी नाबालिग पुत्री को घर ले आया, जहां उग्रेसन की पहली पत्नी कौशिल्या बाई तथा उग्रसेन मेरी पुत्री के साथ
लगातार मारपीट करते थे और 21 दिसम्बर 2017 को मेरी पुत्री के
ऊपर मिट्टी तेल डालकर आग लगा दिया गया, जिससे रजिया की मौत हो गई। वहीं पूरे मामले में आवेदक सरदार नायक ने पुलिस पर
भी मामले को गोलमाल करने का आरोप लगाया है। वहीं ससुराल पक्ष द्वारा शिकायत करने
पर प्रार्थी को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे है। जिस पर प्रार्थी ने न्याय
की गोहार लगाई है।
मिनाक्षी नटराजन अमरकंटक में
अनूपपुर। राजीव
गांधी पंचायती राज संघटन के द्वारा संभागिय चिंतन शिविर का आयोजन अमरकंटक के
कल्याण आश्रम में होने जा रहा है। बताया की चिंतन शिविर 25 अप्रैल को से शुरू होगा
जिसका समापन 26 अप्रैल को होगा। इस आयोजन में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष
मीनाक्षी नटराजन, प्रदेश प्रभारी सचिन
नाईक, प्रदेश संयोजक हेमंत टाले, राजीव गांधी पंचायती राज संघठन उपस्थित रहेंगे जिसमे मंडला, डिंडोरी, शहडोल, अनूपपुर और उमरिया जिले के जनप्रतिनिधि भाग लेंगे।क्षमता से अधिक भार ले जाने 5 डम्फर पर एसडीएम ने कार्यवाही
अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ एसडीएम के बालागुरू ने मंगलवार 24 अप्रैल को राजेन्द्रग्राम मुख्यालय मार्ग पर गिट्टी से लदे 5 ओवरलोड डम्फरों के खिलाफ मप्र.
खनिज अधिनियम की धारा 247/7 के तहत कार्रवाई की।
जब्त किए गए वाहनों में एमपी 65 एच 0106 वाहन मालिक रमेश
कुमार सोनवानी, एमपी 65 एच 0109 वाहन मालिक जितेन्द्र
नारायण सिंह, एमपी 65 जीए 0838 वाहन मालिक नारायण
सिंह, एमपी 65 जीए 0788 वाहन मालिक राजेश कुमार
जायसवाल एमपी 65 जीए 1028 वाहन मालिक अजय कुमार
जायसवाल शामिल हैं। बताया जाता है कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर एसडीएम ने यह
कार्रवाई की।
पत्थर व रेत का अवैध उत्खनन कार्य जोरो पर, मूक दर्शक बना प्रशासन
अनूपपुर। जनपद पंचायत अनूपपुर एवं कोतमा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रो से
खनिज माफियाओ द्वारा जंगल, नदी, नालो सहित शासकीय भूमि से अवैध उत्खनन कर उसका परिवहन करने में लगे हुए है।
वहीं माफियाओ द्वारा किए जा रहे खनिज पदार्थो के दोहन पर जिला प्रशासन मूक दर्शक
बना अपनी नाकामी या माफियाओ से मिलीभगत कर क्षेत्र में व्यवसाय कर रही है। जिसके
कारण नगर सहित आसपास स्थित ग्रामीण इलाको में अवैध उत्खनन कर शासन की विभिन्न
योजनाओ के माध्यम से संचालित निर्माण कार्यो में अवैध गिट्टी, बोल्डर, रेत का परिवहन कर निर्माण कार्य करवाया
जा रहा है। माफियाओ द्वारा नदियो एवं नालो से अवैध रेत का उत्खनन करने के साथ ही
आसपास के क्षेत्रो में पत्थरो का अवैध उत्खनन करने में जुटे हुए है। इस व्यवसाय के
प्रति नगर में इतनी प्रतिस्पर्धा बढी हुई है कि नगर के छोटे से लेकर बडे वाहन इस
कार्यो में शामिल है।
नदियॉ व नालो
हो रहा रेत का अवैध उत्खनन
जनपद कोतमा
अंतर्गत केवई, कनई सहित अन्य नदियो व नालो से माफिया
द्वारा रेत का अवैध उत्खनन का नदियो का स्वरूप बिगडने में लगे हुए है। एक ओर जहां
अनूपपुर जिला जल अभाव ग्रस्त घोषित किया गया है। जहां पर नदियो, नालो सहित प्राकृतिक स्त्रोतो को बचाने व जल स्तर को बनाए रखने के लिए नदी
नालो में कडी शटर लगाने के आदेश है। वहीं नदियो व नालो से अवैध रेत के उत्खनन पर
भी जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही किए जाने की बात कही जा रही है। लेकिन क्षेत्र
में खनिज माफियाओ द्वारा जमकर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
पत्थरो के
उत्खनन में बारूद का हो रहा उपयोग
कोतमा जनपद
अंतर्गत ग्राम पथरौडी, निगवानी, कोठी, छुल्हा, थॉनगॉव, डोगरियॉ, कपिलधारा के अर्जुन घाट, परसापानी, पडरीपानी सहित आसपास के क्षेत्रो में बारूद का उपयोग कर पत्थरों को तोडा जा
रहा है। वहीं प्रतिबंध के बावजूद विस्फोटक सामग्रियो का प्रयोग किए जाने की
जानकारी होने के बाद भी राजस्व, खनिज, वन, तथा पुलिस विभाग द्वारा कोई कार्यवाही
नही की जा रही है।
कार्यवाही के
नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
लगातार शिकायत
के बाद जहां खनिज विभाग द्वारा पत्थरो व रेत से लोड वाहनो पर कार्यवाही तो करता
है। लेकिन बिना लीज के पत्थर के उत्खनन व रेत के उत्खनन पर विभाग लगातार अपनी
उदासीनता बरत रही है। जिसके कारण खनिज माफियाओ के हौसले बुलंद है। वहीं खनिज विभाग
द्वारा दिखावे की कार्यवाही में सिर्फ वाहनो को पड़कर अवैध परिवहन की कार्यवाही कर
अपना कागजी कोरम पूरा करते है।
क्रेशरो में
अवैध भंडारण पर कार्यवाही नही
बिजुरी क्षेत्र
अंतर्गत आने वाले ग्रामीण इलाको सहित हाईवे मार्ग के किनारे दर्जनो क्रेशर संचालित
है। जहां पर पत्थरो का अवैध उत्खनन कर उसका परिवहन करते हुए आसपास के क्रेशरो में
पहुंचाया जाता है। इतना ही नहीं क्रेशर संचालक द्वारा क्रेशर में पत्थरो के अवैध
भंडारण किए हुए है। वहीं खनिज विभाग द्वारा क्रेशरो की जांच न कर सड़को पर दौड रहे
गिट्टी व पत्थरो से लोड वाहनो पर कार्यवाही की जाती है। जबकि इन गिट्टी व पत्थरो
को किन क्रेशरो से लाना व ले जाने पर किसी तरह की कार्यवाही नही की जाती है।
ग्राम पंचायत बनगवां में पेयजल को तरस रहे ग्रामीण
कॉलरी के पाईप
लाइन से लीकेज पानी का उपयोग कर बुझा रहे प्यास
अनूपपुर। ग्राम पंचायत बनगवां में निवासरत ३ हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में जहां
पेयजल के लिए अब तक कोई भी साधन नही है। जिसके कारण बैगा व आदिवासी वर्ग सहित
कॉलरी कर्मचारी लगभग १ किमी की दूरी पर स्थित खोंगापानी खदान से राजनगर तक बिछी
पाईप लाईन के बीच में लीकेज पानी का उपयोग कर अपनी प्यास बुझा रहे है। वहीं पंचायत
द्वारा बस स्टैण्ड राममंदिर के पास स्थित अन्य ३ पंचायत के कुओ में कॉलरी प्रशासन
द्वारा पाईप लाईन बिछाकर पानी डाला जाता है। लेकिन जल स्तर नीचे होने के कारण कुआं
का पानी सूख जाता है। जिससे ग्रामीणो में परेशानी बनी हुई है।
दूषित पेयजल
पीने को विवश
ग्राम पंचायत
बनगवां में निवास रत ३ हजार की आबादी वाले इस गांव में जहां कॉलरी के द्वारा
राजनगर तक बिछाई गई पाईप लाईन से आने वाले दूषित व काला पानी पीने को मजबूर है।
लेकिन इस ओर न तो पंचायत द्वारा किसी तरह का ध्यान दिया जा रहा है और न ही प्रशासन
द्वारा, जिसके कारण यहां निवास कर रहे संरक्षित
बैगा परिवार तथा कॉलरी कर्मचारी पेयजल के लिए लगातार परेशान है। लगभग १ किमी का
सफर तय कर ग्रामीण पेयजल के लिए भटकते रहते है।
पेयजल के नही
साधन, कुएं व हैण्डपंप सूखे
बनगवां पंचायत
में जहां जल स्तर नीचे चले जाने के कारण लोगो को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा
है। वहीं गांव में स्थित कुएं सूख जाने के कारण लोगो को पेयजल के लिए भटकना पडता
है। वहीं संरक्षित जाति मूलभूत सुविधाओ के लिए तरस रही है। जिसके कारण ग्रामीण
दूषित व संक्रमित पेयजल पीने को मजबूर है। लगातार पेयजल के लिए तरह रहे ग्रामीणो
के लिए अब तक जिला प्रशासन द्वारा कोई भी वैकल्पि व्यवस्था नही बनाई है। वहीं जल
स्तर में गिरावट होने के कारण हैण्ड पंप भी पूरी तरह से सूखे पड़े है।
भीषण गर्मी में संयुक्त कलेक्ट्रेट सहित सार्वजनिक स्थलो पर नही है पेयजल की व्यवस्था
अनूपपुर। जिले में पड़ रही भीषण गर्मी में जहां लोग परेशान देखे जा रहे है, वहीं दोपहर में सडके पूरी तरह से सूनी हो जाती है। जिला मुख्यालय में संचालित
संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर, तहसील कार्यालय, बस स्टैण्ड, कोतवाली अनूपपुर, परिवहन विभाग, खनिज विभाग, नापतौल विभाग, विद्युत विभाग सहित
रेलवे स्टेशन में अब तक पेयजल की व्यवस्था नही हो पाई है, जिसके कारण यहां आने वाले लोगो को पेयजल के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है।
वहीं जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन सहित
नगर पालिका तथा रेलवे प्रबंधन द्वारा अब तक राहगीरो सहित आमजन को पेयजल की सुविधा
प्रदान किए जाने के लिए कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।
प्यासे भटकते
है आमजन
जिला मुख्यालय
में संचालित शासकीय कार्यालयो सहित रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड पहुंच रहे आमजन के लिए पेयजल की कोई व्यवस्था न होने के कारण वे
प्यासे भटकते रहते है तथा अपनी प्यास बुझाने के लिए ठंडे पेयजल की जगह जूस, लस्सी तथा कोल्ड ड्रिंक्स से अपनी प्यास बुझा रहे है। आमजन को गर्मी से राहत
दिलाने के साथ ही पेयजल की व्यवस्था के लिए कोतवाली अनूपपुर सहित तहसील कार्यालय
तथा जिला परिवहन कार्यालय से जुडे कार्यो के लिए पहुंचने वाले लोगो के लिए यहां
पेयजल की कोई व्यवस्था नही है, वहीं तहसील कार्यालय
की स्थिति तो सबसे ज्यादा बदतर है इसके साथ ही कोतवाली अनूपपुर में लगा वॉटर कूलर
बीते २ वर्षो से स्वयं ही प्यास है।
देशी फ्रिजो की
बढ़ी मांग
जिले में ४० डिग्री से अधिक गर्मी होने पर जहां लोगो
की हालत बेहाल हो चुकी है, वहीं अब नगर सहित ग्रामीण
क्षेत्रो के लोगो द्वारा ठंडे पेयजल के लिए सबसे ज्यादा देश फ्रिज का उपयोग किया
जा रहा है। वहीं देश फ्रिज मटका व सुराही की मांग को देखते हुए नगर में चंदिया से लाकर
मटका व सुराही की बिक्री जोरो पर की जा रही है। वहीं महंगाई को देखते हुए इनके दाम
भी बढे हुए है। केवई नदी के घाटो पर धधक रहे सैकडो अवैध ईट भट्टे
चोरी के कोयला, पानी एवं मिट्टी का किया जा रहा उपयोग
अनूपपुर। जल संकट को ध्यान में रखते हुए जहां जिला प्रशासन द्वारा नदी-तालाबों के पानी
के दुरूपयोग पर प्रतिबंध लगा गाया है। बावजूद इसके कोतमा नगर सहित आसपास के
क्षेत्र से निकलने वाली जीवन दायिनी केवई
नदी के पानी का दुरूपयोग खुलेआम अवैध ईट भट्टा संचालक द्वारा किया जा रहा है। जिस
कारण पूरे नगर पालिका क्षेत्र वासियो को पेयजल के लिए लगातार परेशान होना पड़ रहा
है। ईट भट्टो के लिए चोरी की जा रहे पानी के कारण जहां नदी की धार सूखती जा रही है, वहीं इस भीषण गर्मी मे लोग पेयजल के लिए लगातार परेशान हो रहे है।
पंप लगाकर चोरी
किया जा रहा पानी
भीषण गर्मी में
नगरवासियो को जल संकट का सामना करना पड रहा है, वही दूसरी ओर पानी की चोरी रोकने को लेकर प्रशासन द्वारा किसी तरह की
कार्यवाही नही की जा रही है, जिसके कारण अवैध ईट भट्टो के संचालक अपनी मनमानी पर उतारू है
और केवई नदी में बडे-बडे पंप लगाकर पानी की चोरी कर उसका उपयोग ईट बनाने में की जा
रही है। स्थानीय नागकरिको एवं जल बचाओ समिति ने आरोपित किया कि केवई नदी किनारे
सैकडो की तादाद में धधक रहे ईट भट्टो के संचालको पर कार्यवाही ना होने से नदी के पानी का लगातार दुरूपयोग किया जा
रहा है।
नदी के ऊपर धधक
रहे सैकडो ईट भट्टे
क्षेत्र की
जीवनदायनी कही जाने वाली केवई नदी के ऊपर सैकडो की तदाद में ईट भट्टो का संचालन हो रहा है, वहीं इन ईट भट्टो के संचालको द्वारा लगातार पंप के माध्यम से पानी चोरी कर ईट बनाई जा रही है, जगह-जगह पंप लगे होने के कारण जहां केवई नदी की धार टूट चुकी है। बावजूद इसके
इन अब तक किसी तरह की कार्यवाही नही की जा सकी है।
बिना अनुमति
सुलग रहे ईट भट्टे
कोतमा नगर सहित
आसपास के क्षेत्र में केवई नदी के किनारे व आसपास सैकडो अवैध ईट भठ्ठो का संचालन
हो रहा है, जिसकी अनुमति प्रशासन से नही ली गई है।
वहीं नगर सहित आसपास के क्षेत्रो में पेयजल के साधनो का तो दुरूपयोग हो रहा है साथ
ही चोरी के कोयले एवं मिट्टी का भी अवैध उत्खन्न प्रारंभ है। जिले मे इस भीषण
गर्मी व जल संकट की स्थिति व लगातार जल स्तर में गिरावट आने के बावजूद पानी के
दुरूपयोग पर रोक नही लगाया जा सका है।
कागजी खाना
पूर्ति बनी कार्यवाही
जानकारी के
अनुसार अवैध ईट भट्टो में प्रयोग किए जा रहे चोरी के कोयले, पानी व मिट्टी के उपयोग की लगातार शिकायत होती रही है, जिस पर प्रशासन द्वारा सिर्फ दिखावे के लिए छोटे मोटे ईट भट्टो पर कार्यवाही
कर अपना कागजी कोरम पूरा कर लेते है। नदी तालाबो के आसपास इन भट्टो का संचालन
खुलेआम होने पर नाममात्र की कार्यवाही की जाती है। जिससे आमजन में असंतोष व्याप्त
है।
जन-सुनवाई लोगों की समस्या निवारण का महत्वपूर्ण माध्यम-कलेक्टर
आवेदकों की समस्याओं
का किया निदान
अनूपपुर।
जन-सुनवाई लोगों की समस्याओं के निराकरण का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इसके माध्यम
से अधिकारियों द्वारा नागरिकों की समस्याओं को सुनकर तत्काल उनका निराकरण किया
जाता है। प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाली जन-सुनवाई में कई फरियादियों की
समस्यायें सुनी गईं। इस माध्यम से आवेदकों की समस्याओं का त्वरित निराकरण कर
सुशासन की अवधारणा पर अनूपपुर में अमल किया जा रहा है। कलेक्टर अजय शर्मा ने
जनसुनवाई के माध्यम से जिलेभर से आए आवेदकों की समस्याएं सुनीं। इस अवसर पर जिले
के विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
जनसुनवाई में
ग्राम रेउला के देवरीटोला, तह० कोतमा के निवासी
विष्णु सिंह पिता रामलाल उईके ने पुस्तैनी काबिज वनभूमि का पट््टा अधिकार प्रदान
किये जाने के संबंध मे आवेदन दिया, ग्राम पंचायत कोठी के ग्राम पकरिहा निवासी भामा साहू ने ऑगनबाडी सहायिका
नियुक्त कर कार्य प्रदान करने के संबंध में आवेदन, अनूपपुर वार्ड नं. १० निवासी बेसाहू साठौर एवं लल्लू पिता बद्री राठौर ने भूमि
विवाद संबंधी आवेदन दिये। कलेक्टर के द्वारा जनसुनवाई में कहा उपस्थित संबधित
अधिकारियों के माध्यम से, मैदानी अमलों से
संबधित मामलों में दूरभाष एवं डिजिटल तकनीकी का उपयोग कर समस्याओं का त्वरित निदान
कराया गया।
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