वन अधिकार यात्रा बुधवार को अनूपपुर पहुंची
जहां वन एवं पर्यावरण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष एसपीएस तिवारी का स्वागत अनूपपुर
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सहित कांग्रेस के लोगो ने किया।
वन एवं पर्यावरण प्रकोष्ठ के प्रदेश
अध्यक्ष एसपीएस तिवारी ने कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि वन
अधिकार यात्रा छिंदवाड़ा से शुरू हुई यात्रा प्रदेश के 15 जिलों के 36 विधानसभा
क्षेत्र से होकर गुजरेगी। जिसमे सिवनी बालाघाट, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सीधी, सिंगरौली, रीवा, सतना सहित 15 जिलों की 36 विधानसभा क्षेत्र यात्रा का समापन
चित्रकूट में 19 सितंबर को होगा। इस यात्रा के माध्यम से कांग्रेस विभिन्न जिलों
में ग्राम वन समिति के सदस्यों जैव विविधता प्रबंधन समितियां पंचायत के सदस्यों, किसानों, लघु वनोपज संग्राहकों के बीच जाकर
उन्हें भाजपा सरकार द्वारा कांग्रेस की सरकारों में दिए गए अधिकारों को छीनने व
योजनाओं को बंद करने के संबंध में जागरूक करने का काम करेगी। उन्होंने यह भी आरोप
लगाया कि वर्ष 2006 में कांग्रेस पार्टी की केंद्र सरकार ने वन अधिकार कानून के
अंतर्गत पट्टे देने का जो अधिकार दिया था जिसमें आज तक सभी पात्रों को अधिकार पत्र
नहीं मिले हैं एवं प्रदेश की भाजपा सरकार इसमें रोड़े अटकाने का काम कर रही है।
वन और पर्यावरण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष
डॉक्टर एस.पी.एस. तिवारी ने बताया कि भाजपा आदिवासी और अन्य वनवासी वर्ग के अधिकारों
का हनन कर रही हैं। तेंदूपत्ता संग्राहक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं,और कूनो उद्यान में नौ चीतों की मौत से राष्ट्र की छवि धूमिल हो
रही हैं। प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 30% वन क्षेत्र है।
प्रदेश में 21% जनसंख्या आदिवासी समुदाय की एवं 09 % जनसंख्या अन्य वनवासी की है। इस तरह 30% जनसंख्या आदिवासी एवं अन्य वनवासी की है, जिनकी आजीविका कहीं न कही वन एवं वनोपज पर निर्भर है। वर्तमान
भा.ज.पा. सरकार आदिवासी/ वनवासी भाई बहनों के हित में कोई काम न करते हुए इनके
अधिकारों का हनन कर रही है। इस मौके पर यात्रा संयोजक आशिफ इकबाल खान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रमेश सिंह, उपाध्यक्ष वासुदेव चटर्जी सहित स्थानीय नेता उपस्थित रहें।