एक बार फिर उसी घर को निशाना बनाते कई घंटें रहें, सांसद पहुंची हाथी पीडितों के घर, बंधाया
ढ़ाढ़स
अनूपपुर। पांच हाथियों के समूह ने बांका के जंगल
से देर रात निकल कर केकरपानी गांव के तीन ग्रामीणों के घरों की तोड़फोड़ कर घर के
अंदर रखे अनाज एवं बाड़ी में लगे फलों को अपना आहार बनाते हुए शुक्रवार की सुबह
ग्रामीणों के लाख प्रयास के बाद भी दबे पांव वापस बांका के जंगल में आकर विश्राम
कर रहें हैं। ग्रामीणों द्वारा हाथियों के समूह से उत्पन्न समस्या के स्वयं निदान
करने के उद्देश्य से हाथियों को घेरकर असापसा के जंगल व गांव से अन्य स्थान पर
भगाने का भरसक प्रयास कर रहें हैं। वहीं 15 जुलाई को हाथियों द्वारा प्रभावित
ग्राम गोबरी के पीड़ितों सांसद हिमान्द्री सिंह ने मिलकर हर संभव मदद दिलाने की
बात कहीं।
ज्ञात हो कि पांच हाथियों का समूह विगत 14 दिनों
से अनूपपुर जिले में निरंतर विचरण करते हुए 3 दिनों से वन परिक्षेत्र अनूपपुर के
दुधमनिया बीट अंतर्गत बांका गांव के वन क्षेत्र में दिनभर विश्राम के बाद शाम होते
ही जंगल के समीप स्थित केकरपानी गांव के ग्रामीणों जो गांव के बाहर खेतों में
कच्चे एवं पक्के घर बनाकर रह रहे हैं वहां खाने की तलाश में ग्रमीणों पर हमला कर
रहें हैं। गुरुवार की रात चतुर सिंह के कच्चे मकान जिसमें एक दिन पूर्व भी हाथियों
ने हमला किया था वहां यहां पुनः घुसकर घर के आगे एवं पीछे की दीवार तोड़ कर घर में
रखें अनाज को बाहर निकालकर एवं बाड़ी में लगे केला एवं कटहल के फलों को निरंतर 4
घंटे तक खाते रहें। इस बीच ग्रामीणों के हो-हल्ला करने पर रास्ते में खेतों में लगे
धान के थरहा को खाते हुए वेवा महिला सुरजिया बाई पति स्व. मानसिंह के मकान का
दरवाजा तोड़ा व बाड़ी में लगा केला खाने बाद कोमल सिंह के मकान में तोड़फोड़ कर अंदर
रखें आवाज को खाया,बाड़ी में लगे केला एवं कटहल के
फलों को अपना आहार बनाया बनाते हुए निरंतर चार घंटों तक घर को घेरा रखा, इस बीच हाथियों का दल बीच-बीच में दो-तीन भागों में बटता रहा है जो
ग्रामीणों की गांव से बाहर निकालने के निरंतर प्रयास के बाद भी दबे पांव सुबह होते
ही वापस बांका गांव के जंगल में जाकर विश्राम कर रहें हैं। इस बीच हाथियों के समूह
ने कई बार ग्रामीणों को दौड़ाने का प्रयास भी किया।
ग्राम पंचायत दुधमनिया के सरपंच भवन सिंह एवं
ग्राम पंचायत पगना के पूर्व सरपंच सुधार सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने जिला
प्रशासन से हाथियों के समूह को आबादी क्षेत्र से बाहर भेजे जाने की मांग किए जाने
के बाद भी वन विभाग एवं अन्य प्रशासन द्वारा किसी भी तरह का उपाय न कर पाने के
कारण ग्रामीण स्वयं खतरा मोल देकर हाथियों को गांव से बाहर खदेड़ने का प्रयास किया
जिसने अबतक सफल नहीं हो सकें। इस बीच दुधमनिया, केकरपानी,बांका खोलईया आदि गांव के
ग्रामीण भयभीत स्थिति में पूरी रात अड़ोस-पड़ोस के पक्के मकानों की छतों में चढ़कर
अपनी जान की सुरक्षा करने में लगे हुए हैं। शुक्रवार की शाम हाथियों का रुख किस और
होगा पर ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि वन विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारी हाथियों
के समूह पर नजर बनाए रखते हुए हैं। ग्रामीणों को सुरक्षित पक्के मकानों की छतों
में रहने की सलाह मुनादी कर दी गई। हाथियों द्वारा किये जा रहे नुकसान मकान,फसल का निरंतर ग्राम पटवारी द्वारा कर सर्वेक्षण कर क्षतिपूर्ति प्रकरण
बनाने की कार्यवाही की जा रहीं हैं।
दल का सबसे छोटा सदस्य करता है कमाल
पांच हाथियों के समूह में दूसरे नंबर का कबरा कान
वाला हाथी अक्सर आक्रमण करने की स्थिति में रहता है जो ग्रामीणों की भीड़ को नजदीक
आते देख कर डराने के लिए दौड़ का हमला करने का प्रयास करता है। वहीं दल का सबसे
छोटा आठ फीट के लगभग ऊंचाई का हाथी विगत 14 दिनों से निरंतर अलग-अलग तरह की का
कमाल करता दिखाएं देता है जो अक्सर बड़े हाथियों द्वारा ग्रामीणों के कच्चे मकानों
एवं पक्के मकानों के दरवाजे तोड़ने पर घरों के अंदर घुस कर घर के अंदर रखें अनाजों
की बोरियों को सूढ से बाहर फेंक कर अपने अन्य साथियों को खाने के लिए देता है तथा
शेष बचे अनाज की बोरियां फाड़कर स्वयं देर तक अकेले खाता रहता है जिससे वह अन्य
चार हाथियों की आगे निकल जाने के आधे घंटे बाद बाहर निकल कर चुपके से चला जाता हैं।
वन विभाग व ग्रामीण जन इन दोनों हाथियों पर अक्सर नजर बनाए रखते हैं जिससे कि किसी
भी तरह की घटना ना हो सके।
हाथियों द्वारा प्रभावित ग्राम गोबरी के पीड़ितों
से मिली सांसद, बंधाया ढाढास
अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी के जंगल
में 5 हाथियों के विचरण से ग्राम गोबरी मे किए गए नुकसान से प्रभावित परिवारों से आज
सांसद हिमाद्री सिंह मिली तथा हर संभव मदद दिलाने की बात कहीं। उन्होंने ग्राम
गोबरी के प्रभावित परिवार कामता प्रसाद राठौर,धनीराम सिंह गोड़, कलावती गोड,
नान बाबू सिंह, फूलमती, दिलीप
कोल,महेश राठौर,कुसुम राठौर, मुन्नालाल कोल एवं राम चरण राठौर घर पहुंचकर जंगली हाथियों द्वारा किए गए
नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष पार्वती राठौर, अनुविभागीय दंडाधिकारी जैतहरी अंजलि द्विवेदी, जनपद
पंचायत जैतहरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बीएम मिश्रा, विजय
सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि व संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें। एसडीएम जैतहरी अंजलि
द्विवेदी ने सांसद को अवगत कि जंगली हाथियों के विचरण की जानकारी प्राप्त होने पर
तत्काल ही मौके पर राजस्व, वन, पुलिस
तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले द्वारा जायजा लिया जा रहा हैं तथा
प्रभावितों को राहत राशि प्रदान करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की गई हैं। प्रशासन
द्वारा आसपास के ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है जंगल में हाथियों के विचरण पर
वन विभाग द्वारा मुनादी कराने के साथ ही जंगली हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा
रही है। प्रभावित क्षेत्र के आसपास के ग्रामों के ग्रामीणों को जंगल की तरफ नहीं
जाने तथा अलर्ट रहकर चौकसी बरतने की समझाइश दी गई हैं। सांसद हिमाद्री सिंह ने
जंगली हाथियों के मूवमेंट को देखते हुए ग्रामीणों से विशेष सतर्कता रखने की अपील
की।