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बुधवार, 23 सितंबर 2020

श्रमिकों,गरीबों एवं बेसहारों का सुरक्षा कवच है संबल योजना - खाद्य मंत्री सिंह


समग्र विकास के लिए प्रगति के बराबर अवसर दिलाने हेतु शासन निरंतर प्रयासरत

अनूपपुर। गरीब की आजीविका का मुख्य साधन श्रम होता है, समस्या से ग्रसित होने पर अगर श्रम की राह अवरुद्ध हो जाय तो आजीविका सुचारु रूप से चलाए रख पाना अत्यंत दुष्कर कार्य हो जाता है। ऐसे परिवारों को विपत्ति के समय सशक्त साथ देने हेतु संबल योजना प्रारम्भ की गयी थी। इस योजना के माध्यम से जन्म से लेकर मृत्यु तक श्रमिक/गरीब/ बेसहारा परिवार के उत्थान एवं सहयोग हेतु शासन सुरक्षात्मक कवच प्रदान करती है। बुधवार को गरीब कल्याण सप्ताह अंतर्गत जैतहरी में आयोजित मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल) योजनांतर्गत अनुग्रह सहायता राशि वितरण कार्यक्रम में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कही।

खाद्य मंत्री ने कहा प्रगति के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए शासन निरंतर प्रयास कर रही है। विभिन्न योजनाओ के माध्यम से विकास की राह में पीछे छूट गए वर्ग को आधारभूत सुविधाएँ-आवास,भोजन, शिक्षा एवं रोजगार/ स्वरोजगार के माध्यम से सशक्त किया जा रहा है। उन्होनें नागरिकों से अपील की है कि सकारात्मक सोच के साथ शासन पर पूर्ण भरोसा रख जनहितकारी योजनाओं का लाभ लेकर प्रगति पथ पर आगे बढ़े एवं सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आगे आकर हितग्राहियों को योजनाओ की जानकारी दें एवं पात्रतानुसार निर्धारित समयावधि में हितलाभ का अंतरण सुनिश्चित करें।

कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिंद नागदेवे ने जानकारी दी कि लिपिकीय त्रुटि से ग्राम पंचायत धनगवाँ के हितग्राहियों का नाम सूची से विलोपित हो गया था। इस सम्बंध में विभाग स्तर पर पत्राचार किया गया है। 1 सप्ताह के अंदर त्रुटि में सुधार किया कर समस्त पात्रों को प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत हितलाभ अंतरण सुनिश्चित किया जाएगा।

73 लाभार्थियों को सिंगल क्लिक से अंतरित हुई 1 करोड़ 64 लाख की राशि

खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने जैतहरी निवासी रामप्रसाद कोल एवं कमली सोनी, ग्राम पंचायत देवहरा के शेख सिकंदर खान, ग्राम जरियारी के सियालाल केवट, ग्राम बीड़ की राजकुमारी द्विवेदी, ग्राम सेंदुरी की चम्पा बाई कोल एवं ग्राम पथरौड़ी के प्रेम सिंह को संबल योजनांतर्गत प्रतीकात्मक रूप से परिजनों की सामान्य मृत्यु तथा ग्राम पंचायत छुल्हा की अनुसुइया बाई पनिका को परिजनों की दुर्घटना मृत्यु पर क्रमश: 2 लाख एवं 4 लाख रुपए की राशि के स्वीकृति पत्रक दिये गए। उल्लेखनीय है कि राज्यस्तरीय कार्यक्रम में सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के 3700 हितग्राहियों को 80 करोड़ रुपए की अनुग्रह सहायता राशि ऑनलाइन सीधे खातों में अंतरित की गई।

श्रम निरीक्षक स्नेहा जायसवाल ने बताया कि अनूपपुर जिले में बुधवार को 73 सम्बल लाभार्थियों को सिंगल क्लिक से मुख्यमंत्री द्वारा 1 करोड़ 64 लाख की अनुग्रह सहायता राशि अंतरित की गई है। जिले में अब तक 1093 हितग्राहियों को 55 लाख की अंत्येष्टि सहायता राशि, परिजनों की सामान्य मृत्यु पर 834 हितग्राहियों को 16 करोड़ 68 लाख की अनुग्रह सहायता राशि तथा परिजनों की दुर्घटना मृत्यु पर 87 हितग्राहियों को 3 करोड़ 48 लाख की राशि अंतरित की जा चुकी है। इस दौरान भोपाल से प्रसारित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के उदबोधन का श्रवण एवं दर्शन किया।

रेल बेचने से बचाने के लिए सभी आगे बढ़कर सरकार का विरोध करना होगा - डॉ. एम राघवैया


अनूपपुर
। केंद्र सरकार का एक ही एजेंडा है रेल सहित सभी सरकारी सेक्टरों को निजी हाथों में सौंपा जाए। भारतीय रेल भारत की जीवन रेखा है, यह आज भी आम जनता के लिए सबसे सस्ता सुलभ सुरक्षित सुविधाजनक आवागमन का साधन है, जिस दिन भारतीय रेल निजी हाथों में चली जाएगी उस दिन छात्र, ग्रामीण जनता, वरीष्ठ नागरिकों, समाजिक संगठन सहित सभी को महंगी दर पर यात्रा करनी पड़ेगी। रेल को बेचने से बचाने के लिए सभी आगे बढ़कर सरकार का विरोध करें, यह सिर्फ रेलवे कर्मचारी की लड़ाई नहीं है यह लड़ाई भारतीय जनता की है। यह बात नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवे मेन के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. एम राघवैया ने दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन 23 सितंबर को वर्चुअल बैठक में कहीं। उन्होनें कहा रेल को बचाने की लड़ाई है 13 लाख रेल कर्मचारी के आंदोलन से नहीं बचेगी इसमे सभी की भागीदारी जरुरी है।

नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवे मैन के अध्यक्ष गुमान सिंह ने केंद्र सरकार के द्वारा सरकारी सेक्टरों को खत्म करने की कोशिशों की निंदा करते हुए कहां की रेलवे रेल कर्मचारियों को बताना पड़ेगा रेल को बचाने के लिए हम सबको निर्णायक लड़ाई लडऩी पड़ेगी। साउथ सेंट्रल रेलवे मजदूर कांग्रेस के महामंत्री एवं एफ आई आर के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केएस मूर्ति ने वर्तमान स्थिति को बहुत ही खतरनाक बताते हुए रेल को बचाने की अपील की। रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के मंडल समन्वयक एवं एनएफआईआर के राष्ट्र्रय कार्यकारिणी सदस्य बी कृष्ण कुमार ने बिलासपुर में निजी करण के खिलाफ लगातार आंदोलन एवं बैठकों की विस्तृत जानकारी दी।

साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर,संयुक्त महामंत्री एवं नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवे मैन के राष्ट्रीय सदस्य लक्ष्मण राव (अनूपपुर) ने कहा भारतीय रेल में ट्रैक मैन की समस्याओं व मांग को दोहराया। उन्होनें भारतीय रेल के समूह डी की भर्ती सीधे ट्रैक मेंटेनर में किया जाना चाहिए और जो ट्रैक मेंटेनर 3 साल काम कर चुके हो उनको अन्य विभाग कमर्शियल ऑपरेटिंग टीआरडी एवं अन्य विभाग के समूह डी के खाली पदों में सीधे विभाग परिवर्तन किया जाना चाहिए। इस दौरान 20 लोगो वर्चुअल बैठक ने अपने विचार रखे।

लोकसभा में गूंजी संसदीय क्षेत्र की आवाज,सांसद ने नागपुर के लिए सीधी रेल सेवा की मांग


अनूपपुर
। वर्तमान समय क्षेत्र की प्रमुख मांगो में रेल सुविधा को बहाल कराने की है साथ ही नागपुर के लिए सीधी रेल सेवा की मांग मंगलवार को सांसद हिमाद्री सिंह ने लोकसभा में इस मांग को जोरदार तरीके से रखी।

सांसद हिमाद्री सिंह ने संसद में ट्रेन सेवा बहाली करने की मांग को रखते हुए कहा मेरा लोकसभा क्षेत्र जनजातीय बहुल है। जहां कई कोयले की खदानें हैं। जिसके कारण अलग -अलग प्रांत के लोग यहाँ कार्य करते हुए निवासरत हैं। इस क्षेत्र के लोगों के लिये नागपुर चिकित्सा का प्रमुख बड़ा केन्द्र है। जहां बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए नागपुर जाते हैं। आवागमन के लिये यहां से सीधी ट्रेन सुविधा ना होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने बताया कि सदन में सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से रेल मंत्री से मांग की है कि कटनी- बिलासपुर मार्ग से होकर नागपुर सीधी ट्रेन सुविधा प्रदान की जाए। संसदीय क्षेत्र से जुड़े मुख्य शहर अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी एवं जबलपुर को जोडऩे के लिये पूर्व मे संचालित किसी एक दैनिक ट्रेन को आरंभ किया जाए। क्षेत्र की सभी सवारी ट्रेनें कोरोना महामारी के कारण बन्द हैं। सांसद की इस पहल का लोंगो ने स्वागत् किया है।

अबतक 964 संक्रमित हुए, 609 ने दी मात वर्तमान में 348 सक्रिय, 16 नये में कोरोना संक्रमण


अनूपपुर
। जिले में कोरोना मरीजों के लिए प्रति स्वास्थ्य विभाग अमले की अनदेखी से जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है, साथ ही संक्रमण अब गांव की ओर पैर पसार रहा है लगातार आ रही जांच रिर्पोटो में अब हर दिन एक नये गांव में संक्रमितों की पुष्टि हो रही है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग से जानकारी अनुसार प्राप्त 195 रिपोर्ट में 16 व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमे 10 पुरूष, 6 महिलाएँ शामिल हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोतमा में 4, बिजुरी 10, ग्राम धनगवाँ एवं पनगा 1-1 संक्रमित पाए गए हैं। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर शिफ्ट करने एवं होम आइसोलेशन के लिए निर्देशित कर सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्को में आये लोंगो के नमूने लेने की कार्यवाही की जा रही है। जिले में अबतक 964 लोग संक्रमित हुए, इनमें 609 ने कोरोना को मात देकर घर वापसी की है। वर्तमान में 348 व्यक्ति कोरोना संक्रमित है। सात की मुत्यु को चुकी है।

मंगलवार, 22 सितंबर 2020

आधी रात 3 घंटे की बैठक में मंत्री और पूर्व विधायक के बीच की पिघली बर्फ, खोली विकास की राह


 विपक्ष और पार्टी के विघ्न संतोषी नेताओं के चेहरे की उड़ी हवाईयां

अनूपपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सीधे दखल के बाद अनूपपुर विधानसभा के एक गुप्त स्थान पर भाजपा के दो दिग्गज नेताओं की घंटों चली गुपचुप बैठक के बाद  नया मजबूत राजनैतिक समीकरण उभर कर सामने आया है। प्रदेश के कद्दावर नेता,मप्र सरकार के मंत्री बिसाहूलाल सिंह तथा अनूपपुर के पूर्व विधायक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल के बीच हुई गोपनीय बैठक हुई जिसकी भनक किसी को नहीं लगी। इस बैठक मे दोनों दिग्जों के साथ कौन -कौन शामिल था, यह ज्ञात नही हो सका। विश्वस्त सूत्र की माने तो दोनों नेताओं के साथ मंत्री पुत्र तेजभान सिंह के लगातार साथ रहने की पुष्टि कर रहे हैं।

गतदिनों बैठक अत्यंत सार्थक,सारगर्भित रही। बिसाहूलाल सिंह के भाजपा ज्वाईन करने से लेकर मंत्री बन कर आने तथा चुनाव आचार संहिता लगने के पूर्व सभी शासकीय - अशासकीय आयोजनों के परिणामों पर खुलकर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने यह माना कि प्रचण्ड विजय के लिये दोनों का साथ क्षेत्र भ्रमण आवश्यक है। वहीं बैठक में दोनो इस बात में सहमत दिखे कि विघ्न संतोषी कुछ नेताओं को चुनाव तक बर्दाश्त करना उचित होगा। यद्यपि किसी ने पुष्टि नहीं की है लेकिन जिले में कयास लगाए जा रहे हैं कि निज हितों के चलते पार्टी के कुछ बुर्जुग नेता दोनों नेताओं के बीच अफवाहों का आवरण तैयार कर चुनाव में परेशानी खड़ी कर रहे है, और नहीं चाहते कि चुनाव की कमान बिसाहूलाल - रामलाल के हाथों में रहे। जिसका परिणाम आपसी खींचतान से पार्टी की छवि पर नकारत्मक रुख तथा सेक्टर सम्मेलनों में कांग्रेस की सभाओं से कम भीड़ के रुप में देखा गया है। मंत्री तथा पुर्व विधायक के एक साथ ना निकलने से खराब छवि के भ्रष्ट ,चरित्रहीन तत्वों को मंच पर कब्जा करने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। जिससे मतदाताओं में प्रतिकूल संदेश जाता दिख रहा है।

जनचर्चा है कि अनूपपुर विधानसभा उप चुनाव से ठीक पूर्व कांग्रेस से भाजपा में आकर कैबिनेट मंत्री बने बिसाहूलाल सिंह तथा पूर्व विधायक रामलाल रौतेल के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एकजुटता का जो बीज भोपाल की नितांत आंतरिक बैठक में बोया था, उसे पार्टी के ही चंद कुटिल तत्व अपने हित लाभ के लिये पनपने नहीं दे रहे थे। उपचुनाव मे जीत की सबसे मजबूत एकमात्र कड़ी कार्यकर्ताओं की एकजुटता,उनकी मजबूती तथा बिसाहू - रामलाल का कुशल नेतृत्व हो सकता है। कुछ लोगों द्वारा मंत्री के इर्द गिर्द घेरा बनाने,पूर्व विधायक को उपेक्षित करने कर दूरी बनाए रखने का निरन्तर षडयंत्र करने के कारण भाजपा के मूल कार्यकर्ताओं में नाराजगी है।

सूत्र बतलाते हैं कि दोनों शीर्ष नेताओं की बैठक में इस पर भी बड़ी चर्चा हुई तथा यह तय किया गया कि दोनों को विधानसभा क्षेत्र में संयुक्त प्रवास करके कार्यकर्ताओं में उत्साह भरना होगा। बैठक की पुष्टि यद्यपि दोनों नेताओं ने नहीं की है लेकिन उनसे जुड़े नजदीकी सूत्रों ने इसका खंडन भी नहीं किया है।  कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री  के दखल के बाद दोनो नेताओं की आधी रात से थोड़ा पहले शुरु हुई यह बैठक लगभग तीन घंटे चली। उन्होंने विपक्ष तथा कुटिल स्वार्थी तत्वों को स्पष्ट संदेश दिया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा एवं किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जानकारों का मानना है कि यदि इस बैठक के बाद बिसाहूलाल सिंह तथा रामलाल रौतेल की संयुक्त जोड़ी विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण करके सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं का मन सही कर लेती है तो कांग्रेस की दिक्कतें और भी अधिक बढ़ जाएंगी ।

कांग्रेस ने विश्वनाथ सिंह को अपना चेहरा बनाया है। जबकि डिप्टी कलेक्टर पद से त्यागपत्र दे कर आए रमेश सिंह कांग्रेस समर्थकों में टिकट बदलने की बात कर उसे बैकफुट में डाल चुके हैं। दूसरी ओर भाजपा ने बिसाहूलाल सिंह को प्रत्याशी बनाने का मन बना लिया है। कद्दावर मंत्री के रुप में तथा 1980 से लगातार चुनाव लडऩे का व्यापक अनुभव समेटे बिसाहूलाल सिंह के सामने विश्वनाथ कोई चुनौती नहीं है। किन्तु रमेश से हो सकती है। वहीं बिसाहूलाल सिंह के लिये सबसे बड़ी चुनौती भाजपा के कुछ बदनाम ,खराब छवि के नेताओं का लगातार चलने वाला षडयंत्र है। जो पराजय का कारण बनती रही है। इन्हे रोकने का एकमात्र उपयुक्त तरीका बिसाहूलाल - रामलाल का साथ आकर कार्य करना ही है। बहरहाल दो दिग्गजों की संयुक्त बैठक तथा दोनों के हाथ मिला लेने की खबर से विपक्ष तथा विघ्न संतोषियों में हडकंप मचा हुआ है।


 

 

 

 

रविवार, 20 सितंबर 2020

बूथ पर मजबूती के साथ काम करेंगें तो कोई ताकत हमे चुनाव नही हरा सकती-पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला


भाजपा का महाजनसम्पर्क अभियान
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से,तैयारी बैठक सम्पन्न

अनूपपुर सभी को अपने बूथ की चिन्ता करनी होगी यदि हम बूथ पर मजबूती के साथ काम करेंगें तो कोई ताकत हमे चुनाव नही हरा सकती बिसाहूलाल सिंह ने मध्यप्रदेश को बचाने का काम किया है अब हमे भारी बहुमत से उन्हे विजयी दिलाने के लिये काम करना है सरकार की तमाम योजनाएं जनता के हित में चल रही है उसको लेकर लोगों के बीच जाना है और उपलब्धियों को बताना है। रविवार को भारतीय जनता पार्टी की महाजनसम्पर्क अभियान की तैयारी बैठक में अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव प्रभारी एवं पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने कहीं।

खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी और कार्यकर्ताओं की पार्टी होने के कारण आज देश व प्रदेश में भाजपा की सरकार है कुछ समय के लिये कांग्रेस ने झूठ और छल के कारण प्रदेश में सरकार बना ली थी, लेकिन जब हमें इस बात का एहसास हुआ तों हमने भाजपा का साथ देना उचित समझा और जनता हित में मौजूदा सरकार के साथ काम करने का निर्णय लिया प्रदेश के अन्दर से अब कांग्रेस मुक्त होने का समय आ गया है कार्यकर्ताओं के बदौलत हम चुनाव जीतेगें तथा सभी को मिलकर चुनाव जीतने के लिये काम करना होगा जो भी कार्यकर्ता पदाधिकारी कांगे्रस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुये है उन्हे धैर्य रखने की आवश्यकता है। भाजपा के पुराने कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के मार्ग दर्शन में सभी को मिलकर कार्य करना है।

प्रदेश कार्य समिति सदस्य अनुराग पयासी ने चुनाव संचालन समिति के जिम्मेदार पदाधिकारियों के कार्यो की समीक्षा करते कहा कि 23 सितम्बर तक प्रत्येक बूथ पर कार्यक्रमों को लेकर बैठके करना है और अभियान को लेकर पूरी रणनीति तैयार करनी है। भाजपा जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम ने कहा कि 25 से 27 सितम्बर तक घर-घर महा जनसम्पर्क अभियान पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर चलाया जायेगा। कार्यकर्ता और पदाधिकारी घर-घर पहुँच कर लोंगो से सम्पर्क करेंगें। बैठक में अनूपपुर विधान सभा उप चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की गई।

 बैठक उपरांत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विश्णुदत्त शर्मा के पिता के निधन पर 2 मिनट का मौन रहकर श्रद्घांजली अर्पित दी गई। बैठक में प्रदेश कार्य समिति सदस्य अनिल गुप्ता, आधाराम वैश्य, वरिष्ठ नेता सिद्घार्थ शिव सिंह, उमेश पटेल, अशोक लाल, राम अवध सिंह, मिडिया प्रभारी राजेश, उप चुनाव मीडिया प्रभारी मनोज द्विवेदी सिंह, जिला गौ संवर्धन बोर्ड रीवा के उपाध्यक्ष राजेश पांडेय के अलावा मंडल अध्यक्ष, सेक्टर प्रभारी, सहायक सेक्टर प्रभारी उपस्थिति रहे।

मरीज लेने जा रही एम्बुलेंस से आमने-सामने टकराई, तीन घायल


घटना भुंडकोना मोड़ की,
बाल-बाल बचे अन्य सवार

अनूपपुर अमरकंटक थाना क्षेत्र के भुंडाकोना मोड़ पर 20 सितम्बर की सुबह आमने सामने से आ रही दो जीपों की टक्कर हो गई। जिसमें सवार तीन लोग घायल हो गए, इनमें एक महिला भी शामिल हैं। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अमरकंटक में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से दर्ज शिकायत पर एक दूसरे चालक पर मामला दर्ज किया है।

विवेचक एएसआई विशाखा उर्वेती ने बताया कि घटना सुबह 11.30 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच घटी। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से किसी मरीज की कॉलिंग में एम्बुलेंस वाहन जीप एमपी 02 एवी 6309 करौंदी गांव की ओर जा रही थी। वहीं अनूपपुर से अमरकंटक दर्शन के लिए जीप क्रमांक एमपी 46 जी 2412 अमरकंटक की ओर आ रही थी। इसी दौरान भुंडाकोना मोड़ के पास दोनों वाहन टर्निंग पर साइड से एक दूसरे से जा टकराई। जिसमें अमरकंटक दर्शन करने वाली महिला सूरजबाई सहित गुलाब व एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। वाहन में चार लोग सवार थे। जबकि एम्बुलेंस वाहन में पायलट और एक चिकित्सक सवार था। पुलिस ने बताया कि एम्बुलेंस वाहन धीमी गति से थी, जबकि सामने वाली जीप तेज रफ्तार में मोड़ ली थी, जिसमें टक्कर के बाद एम्बुलेंस वाहन चालक ने किसी प्रकार वाहन पर नियंत्रण रखा, जबकि दूसरी वाहन टक्कर मारते पास के पेड़ टकराते किनारे उतर गई। फिलहाल घायलों का इलाज अमरकंटक में जारी है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जिले में 271 स्व-सहायता समूहों को 431 लाख रुपये का ऋण किया वितरण


पुष्पराजगढ़ 
विधायक ने 80 लाख रूपये का किया वितरण

अनूपपुर मध्यप्रदेश शासन द्वारा आयोजित गरीब कल्याण सप्ताह अंतर्गत रविवार को मुख्यमंत्री द्वारा मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत पूरे प्रदेश में स्व सहायता समूहों को 150 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया गया गया। इसमे इजिले में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से 271 स्व-सहायता समूहों को 431 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया । इसका सीधा प्रसारण समूह सदस्यों और आमजनों ने देखा और सहभागी बने।


जिला स्तर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रूपमती सिंह, स्व सहायता समूहों के सदस्यों तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मिलिंद नागदेवे के साथ सहभागी बनीं तथा स्व सहायता समूह के सदस्यों को एक साथ 431 लाख रुपये के ऋण वितरण की घोषणा की।

जिला परियोजना प्रबंधक शशांक प्रताप सिंह ने बताया कि उक्त क्रेडिट कैम्प का प्रतिमाह आयोजन किया जाएगा जिसमें स्व सहायता समूहों को ऋण वितरण किया जाएगा, ताकि समूह सदस्य अपनी आजीविका में उत्तरोत्तर सुधार कर विभिन्न आजीविका गतिविधियों के माध्यम से संवहनीय बना सकें।

इस दौरान आजीविका मिशन की जिला इकाई सदस्य अंजू द्विवेदी,अदिति राजपूत, राजकुमार जाटव, दीपक मोदनवाल ,जय प्रकाश,बबलू यादव के साथ साथ विकासखंड प्रबंधक सीमा पटेल कार्यक्रम में सहभागी बनीं।

पुष्पराजगढ़ विधायक ने 80 लाख रूपये का किया वितरण


सशक्त महिला सशक्त मध्य प्रदेश कार्यक्रम का आयोजन रविवार को पुष्पराजगढ़ किया गया। कार्यक्रम में महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने अपने-अपने कार्य की जानकारी साझा की। कार्यक्रम में पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह ने कहा कि सभी लोग ऐसा कार्य करे जिससे पुष्पराजगढ़ का नाम मध्य प्रदेश के पटल पर स्थापित हो सके कोरोना काल में सबसे ज्यादा मास्क हमारे यहां से बनाये गये जो हमारे लिए बहुत ही गौरवान्वित रहा। क्रेडिट कैंप योजना में पुष्पराजगढ़ विकाश खण्ड में स्व-सहायता समूहो को सयुक्त रूप से 80 लाख रूपये वितरण किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक सुदामा सिंह, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष संतोष कुमार पांडे, पुष्पराजगढ़ एसडीएम अभिषेक चौधरी, जनपद पंचायत सीईओ एसके बाजपेई सहित अन्य शामिल रहे।

डस्ट और खराब सीमेंट से ग्रापं में हो रहा था सीसी सड़क का निर्माण


जनपद सीईओ ने रुकवाया कार्य
,
कार्य निरस्त होगी वसूली

राजेन्द्रग्राम। पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत पोड़ी में सरपंच सचिव द्वारा निर्माण कार्यो में बरती जा रही अनियमितातओं के मामले हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। ग्राम पोंडी में ग्रामीण रामफल के घर से फूलचंद की घर की तरफ  सीसी सड़क निर्माण कार्य कराए बिना राशि आहरण किए जाने की शिकायत की जांच पूरी नहीं हुई और दूसरी सीसी सड़क ग्राम पोड़ी में श्यामलाल के घर से मुकुंद लाल के घर तरफ बनाई जाने वाली सड़क निर्माण की लापरवाही सामने आने पर जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसके बाजपेई ने उपयंत्री को भेजकर कार्य को रूकवा दिया गया है। पूरी सड़क के साथ समग्री को निरस्त करते हुए वसूली की कार्यवाई की बात कहीं है।

दिसंबर 2019 में 6 लाख 75 हजार की लागत से सीसी सड़क स्वीकृत की गई थी। जिसका निर्माण कार्य अभी तक अधूरा है तथा संपूर्ण राशि आहरित कर ली गई है। शिकायत के बाद इस सीसी सड़क का निर्माण कार्य 17 सितम्बर से सरपंच-सचिव द्वारा पुन: प्रारंभ किया गया है। लेकिन यहां निर्माण मानकों की अनदेखी करते हुए डस्ट और जमीं सीमेंट को ताड़ोकर ढलाई का काम करवाया जा रहा है। जहां सड़क ढलाई में डस्ट अलग, खराब सीमेंट का पानी अलग बह रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क कागजों में दर्शाने  के लिए बनाए जा रहे हैं।

बताया जाता है कि ग्राम पंचायत पोड़ी में सरपंच सचिव द्वारा सीसी सड़क का निर्माण कार्य कराए बिना राशि आहरित कर ली गई थी। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिपं सीईओ एवं जपं सीईओ से की थी। सीईओ द्वारा शिकायत के बाद 13 अगस्त को पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी। लेकिन 1 माह बीत जाने के बाद भी न तो जांच पूरी की गई है और ना ही किसी प्रकार की कार्रवाई की गई है। सरपंच सचिव द्वारा फरवरी माह में लगभग 4 लाख 50 हजार की राशि सीसी सड़क के नाम पर आहरित की गई थी और सड़क का निर्माण कार्य नहीं कराया गया था।

जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसके बाजपेई ने बताया कि उपयंत्री को भेजकर कार्य को रूकवा दिया गया है। पूरी सड़क और समग्री को निरस्त कर वसूली की कार्यवाई की जायेगी।

 

शनिवार, 19 सितंबर 2020

क्या अब चुनाव में फतवा जारी करेंगे जाति आधारित संगठन


ब्राम्हणों के ठेकेदार समाज के हितों पर बने भार

अनूपपुर। देश में जाति आधारित सामाजिक संगठनों की राजनीति नयी नहीं है। समाज के नाम पर कुछ लोग अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकते रहे हैं। इनके कहने पर वोट चाहे एक ना मिलता हो,लेकिन एकमुश्त वोटों का फरेब फैला कर उम्मीदवार से कुछ लोग अपना उल्लू जरुर सीधा करने में लगे रहते हैं। चुनाव में समाज के नाम पर भीड़ दिखा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने पालिका चुनाव की दावेदारी दिखाना भी है।


अनूपपुर में विधानसभा उपचुनाव होना है। इसके तुरन्त बाद नगरपालिका चुनाव की संभावना सूंघ कर जाति आधारित प्रोपेगंडा की शुरुआत हो गई है। शनिवार को कोरोना नियमों की घज्जियां उड़ाते जैतहरी रोड स्थित एक निजी भवन में ब्राह्मण समाज की बैठक के नाम पर लोगों को जोडऩे की कोशिश की गई। बैठक के समय तथा उद्देश्य को लेकर समाज के प्रबुद्ध तथा वरिष्ठ लोगों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए इससे दूरी बनाए रखी। विंध्य के एक पूर्व मंत्री के नाम पर ब्राम्हणों को एकत्रित करने का प्रयास विफल हो रहा। बमुश्किल पचास लोगों को देख पूर्व मंत्री नाराज दिखे। समाज का ठेकेदार बने लोगों का दंभ भी चूर-चूर हो गया। वरिष्ठ लोगों ने समाज के संगठन का राजनैतिक लाभ उठाने की कुचेष्ठा की निंदा की है।

जबकि विगत तीन साल से इसके अध्यक्ष ने एक बैठक तक नहीं बुलाई। 2016 लोकसभा उप चुनाव में ब्राम्हण समाज की ऐसी ही एक बैठक में तब दो हजार से अधिक लोग एकत्रित हुए थे। तब भी यही भाषणवीरों ने बड़ी-बड़ी डींगे हांकी थी। इन्ही बदनाम चेहरों से मोहभंग होने के कारण उस वक्त भी लोगों ने सख्त आपत्ति की थी। आज बमुश्किल आधा सैकड़ा लोगों की उपस्थिति से जमकर भद्द पिट रही है।

शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

कृषि को लाभ का धंधा बनाने हर स्तर पर सहयोग के लिए प्रतिबद्ध सरकार - खाद्य मंत्री सिंह


जिले के 288 कृषकों को 16 लाख रुपएं प्रधानमंत्री फसल बीमा क्षतिपूर्ती राशि ऑनलाइन अंतरित

अनूपपुर। कृषि को लाभ का धंधा बनाने हेतु शासन द्वारा किसान भाइयों को हर स्तर में सहयोग एवं विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाने हेतु संरक्षण प्रदान किया जा रहा है। समृद्ध एवं खुशहाल किसान, मध्यप्रदेश की पहचान बने इस हेतु कोई भी कसर बाकी नही रखी जा रही है। शुक्रवार को खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह फुनगा में गरीब कल्याण सप्ताह में आयोजित प्रधानमंत्री फसल बीमा क्षतिपूर्ति राशि वितरण कार्यक्रम में सम्बोधित कर रहे थे।

खाद्य मंत्री ने कहा कृषि आय को बढ़ाने हेतु कृषको को तकनीकि मार्गदर्शन, उन्नत कृषि तरीकों के प्रयोग हेतु करने के साथ-साथ आधुनिक उपकरणों,उत्पादकता बढ़ाने एवं लागत कम करने किसानो को विभागीय अधिकारी नियमित रूप से केंद्रीय एवं राज्य शासन की जनहितैषी योजनाओ के माध्यम से लाभान्वित कर रहे हैं। उन्नत बीज की उपलब्धता, उर्वरक खाद की उपलब्धता, सही मात्रा में खाद उर्वरक के प्रयोग हेतु मृदा परीक्षण, कीटनाशक का उचित प्रयोग, कृषि यंत्रो की खरीदी हेतु अनुदान, रियायती दरों में कृषि ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।


इसके साथ ही मौसम की मार, बाढ़, अल्पवर्षा, अतिवर्षा, कीट व्याधि एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं में भी शासन द्वारा किसानो को फसल बीमा, ऋण में रियायत, माफी आदि के माध्यम से उनकी आजीविका को संरक्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

इस दौरान खाद्य मंत्री एवं पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल द्वारा जिले के प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लाभार्थी कृषकों को सांकेतिक रूप से फसल बीमा क्षतिपूर्ती राशि का प्रमाण पत्र दिये। उल्लेखनीय है कि अनूपपुर जिले के 288 कृषकों को 16 लाख 43 हजार 205 रुपए की प्रधानमंत्री फसल बीमा क्षतिपूर्ती राशि सिंगल क्लिक से मुख्यमंत्री द्वारा ऑनलाइन अंतरित की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री के उदबोधन का श्रवण एवं दर्शन किया गया।

उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता ने बताया कि तहसील अनूपपुर अंतर्गत 112 कृषकों को 2 लाख 23 हजार 512 रुपए, कोतमा 79 कृषकों को 2 लाख 11 हजार 76 रुपए एवं तहसील पुष्पराजगढ़ 97 कृषकों को 12 लाख 8 हजार 617 रुपए की राशि मुख्यमंत्री द्वारा शुक्रवार को सिंगल क्लिक के माध्यम से ऑनलाइन अंतरित की गई है।

कार्यक्रम में तहसील पुष्पराजगढ़ के अजय सिंह को 90817 रुपए, भान सिंह को 83957 रुपए, कोमल सिंह मरावी को 82501 रुपए, अनूपपुर के जगत कुमार सिंह को 48475 रुपए, रामजीवन पटेल को 30912 रुपए, एवं तहसील कोतमा के मानसिंह को 33720 रुपए की राशि अंतरण के प्रमाण पत्र मुख्य अतिथियों द्वारा दिये गये।

शिकार के लिए खेत में बिछी बिजली की करंट में उलझी महिला, करंट से मौत


शौच के लिए जा रही थी जंगल
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एक दिन पूर्व शिकार के लिए लगे करंट से ग्रामीण की हुई थी मौत

अनूपपुर, 18 सितम्बर (हि.स.)। ग्राम पंचायत अवढ़ेरा के ग्राम बड़हर में 17 सितम्बर को शिकार के लिए बिछी बिजली करंट की चेपट में आए 40 वर्षीय ग्रामीण की मौत के एक दिन बाद 18 सितम्बर की सुबह ग्राम अवढ़ेरा में 21 वर्षीय नवविवाहिता प्रीति सिंह पति जय सिंह गोंड़ की मौत बिजली की बिछी करंट से हो गई। महिला अहले सुबह शौच के लिए अपनी बाड़ी के खेत से पगड़ंडी के रास्ते जंगल की ओर जा रही थी, जहां अरहर की खेत में शिकारियों द्वारा बिछाए गए 11 केवी क्षमता की बिछी बिजली की करंट में जा उलझी, दोनो पैर में करंट लगे रहने के कारण मौके पर मौत हो गई।

घटना की सूचना चंद दूर खेत में बने घर से गांव के घर सुबह लौट रही मृतिका की रिश्ते की सास ने उसे मृतावस्था में खेत में पड़े देखा। घर आकर पति और बेटे को जानकारी देते हुए कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।

बताया जाता है कि महिला की शादी दो वर्ष पूर्व हुई थी, वर्तमान में उसकी 11 मास की एक बच्ची है। घटना सुबह लगभग 5 बजे के आसपास की बताई जा रही है। सुबह हल्का अंधियारा होने तथा खूंटियों में बंधी नंगी जीआई तार के कारण महिला बिजली की करंट को भाप नहीं सकी। इससे पूर्व अवढ़ेरा ग्राम पंचायत के ग्राम बड़हर में 15 सितम्बर की रात शिकारियों द्वारा बिछाए गए उच्च क्षमता के बिजली की करंट की चपेट में आने से 40 वर्षीय ग्रामीण रघुनाथ सिंह की मौत हो गई थी। दोनों घटना स्थल के बीच लगभग 10 किलोमीटर की दूरी बताई जा रही है। शिकारियों द्वारा जंगल से गुजरी 11 केवी क्षमता की तार में कटिया फंसा कर बिजली करंट का उपयोग शिकार में किया जाता है। जिसे बांस की खूटियों के सहारे जीआई तार में लपेट बिछा दिया जाता है। इसमें जंगली जानवरों के साथ साथ ग्रामीण भी चपेट में आ जाते हैं।

युवा विद्युत कार्मिकों के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर पीईईए ने सौंपा ज्ञापन


अनूपपुर
। मप्रपाजकं लिमिटेड तथा मप्रपाट्रॉकं लिमिटेड द्वारा नियुक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की वर्षो से लम्बित समस्याओं को लेकर 18 सितम्ब को पावर इंजीनियर्स एवं इम्प्लाइज एसोशिएसन चचाई द्वारा प्रबंधक संचालक मप्रपॉजनकं लिमिटेड जबलपुर एवं प्रबंध संचालक मप्रपाट्रॉकं लिमिटेड जबलपुर के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

संगठन के अध्यक्ष कुलदीप सिंह गुर्जर एवं महासचिव अजय कुमार मिश्रा के द्वारा कंपनी कैडर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ लगातार हो रहे भेदभाव एवं अन्याय को लेकर ज्ञापन प्रेषित कर निराकरण की मांग की। कंपनी द्वारा नियुक्त सहायक अभियंताओं, कनिष्ठ अभियंता, संयंत्र सहायक को जबलपुर मुख्यालय से उच्च पद का चालू प्रभार दिए जाने, कर्मचारियों की वेतन विसंगति सातवें वेतनमान की मैट्रिक्स कॉलम 4 में मूल वेतन में संशोधित करने, उच्च शिक्षा प्राप्त कार्मिकों की उच्च पद पर नियुक्ति, प्रशिक्षण अवधि के वेतन वृद्धि को पुन: दिए जाने, उर्जा विभाग की 9 जून 2011 की कंडिका 02 को निरस्त करने,  फ्रिंज बेनोफिट्स पुनरीक्षित करने, विद्युत गृहों में कार्यरत कार्मिकों को सी ऑफ का भुगतान सातवे वेतनमान से किए जाने,  ओटी की सीमा 125 घंटे किए जाने, जीएसएलआईएस एक समान किए जाने, कंपनी द्वारा नियुक्त कार्मिकों को भी 50 फीसदी बिजली छूट दिए जाने मामलों का ज्ञापन प्रेषित किया गया। साथ ही यह भी उल्लेख किया गया कि निराकरण नहीं होने तक कंपनी द्वारा नियुक्त समस्त अधिकारी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। तथा निराकरण नहीं होने पर केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर आंदोलन का निर्णय लेंगे।

जनप्रतिनिधी व प्रशासनिक उदाशीनता से पिछड़ा कटनी बिलासपुर रेल मार्ग


सांसद व रेल प्रशासन के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटा
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तुरंत ट्रेन अन्यथा होगा आंदोलन                         

अनूपपुर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक उदाशीनता से कटनी बिलासपुर रेल मार्ग पूरी तरह पूरे देश से अलग-थलग पड़ गया है। करोना महामारी को लेकर मार्च से ट्रेनें पूरी तरह से बंद पड़ी है। आज तक इससे उभर नहीं पाया, इस रूट पर रेलवे ने स्पेशल के नाम से भी कोई ट्रेन नहीं दी। जबकि पूरे भारत में अधिकांश मार्गो पर ट्रेनों का आवागमन धीरे-धीरे प्रारंभ हो गया स्पेशल के नाम से ही सही लेकिन ट्रेनें चल पड़ी। आदिवासी गरीब पिछड़ा क्षेत्र पूरी तरह से ट्रेन के मामले में उपेक्षित है। किसी भी आम आदमी को ट्रेन पकडऩे के लिए बिलासपुर या कटनी सड़क मार्ग से जाना पड़ता है। हर आदमी इतना सक्षम नहीं है कि 5 से 10 हजार रुपए खर्च कर वह निजी वाहन से कटनी या बिलासपुर पहुंच सकें। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को इसकी कोई परवाह नहीं कि मध्यम वर्गीय एवं गरीब वर्ग परेशान हैं।

आज हालात यह है कि लोगो को इलाज के लिए भी बिलासपुर, नागपुर, जबलपुर निजी वाहनो का सहारा लेना पड़ता है, यह हर आदमी के बस की बात नहीं है। सांसद हिमाद्री सिंह केवल पत्र लिखकर अपनी इतीश्री कर ली है।

माना जा रहा है सांसद के पत्रों की सुनवाई रेल प्रशासन और न मंत्री अहमियत नही देते, जिसका परिणाम है कि बिलासपुर कटनी रेल सेक्शन पूरी तरह उपेक्षित है। जनता की समस्याओं को लेकर लोगों ने सांसद से आग्रह किया गया कि एक दिन हम आप सब मिलकर रेलवे की गुड्स ट्रेन को रोक कर दिल्ली में बैठी गूंगी बहरी सरकार को बताना जरुरी है कि जनआन्दोलन क्या होता है। जनता की सुविधा के लिए अपनी सरकार के खिलाफ उतरे ऐसा लगता नहीं।

आज हर मार्गो पर ट्रेनें चलने लगी किन्तु बिलासपुर कटनी मार्ग पर करोना यात्रियों को खा रहा है। लोगों का कहना है कि पूरा भारत कोरोना मुक्त हो चुका है सिर्फ बिलासपुर कटनी रेल सेक्शन में इसका प्रभाव है। यह रेल प्रशासन का यह दोहरापन कहीं सरकार के लिए भारी न पड़े। ६ माह से अधिक समय हो रहा है इसके लिए विपक्ष भी हाथ में हाथ रखे बैठा हैं इसपर को सोरसराबा नहीं।

सांसद को संसदीय क्षेत्र की जनता ने सर्वाधिक मतों से विजयश्री का खिताब दिलाया था वह इसलिए कि दिल्ली में जनता की समस्याओं को दिल्ली से निराकरण करा सकें।

करोना का इंतजार करना अब जरूरी नहीं है यह महामारी स्वयं के बचाव से ही दूर होगी। रेलवे को इसके लिए बनाए गए नियम कानून को किनारे कर पूर्व की तरह ट्रेन चला देनी चाहिए यात्री को स्वयं अपनी रक्षा करने के निर्देश दे देने चाहिए जिससे बेवजह परेशान हो रहे यात्री सुविधा का लाभ उठा सकें। जो यात्री गलती करेगा वह परिणाम भी खुद भुगत लेगा। सांसद जनता के हित के लिए कब रेल पटरी पर आती हैं या रेलवे को अल्टीमेटम देती है या फिर रेल प्रशासन आम जनता की परेशानी को देखते हुए सप्ताह भर के अंदर बिलासपुर कटनी रूट में ट्रेन प्रारंभ करता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला 

गुरुवार, 17 सितंबर 2020

जनसेवा के लिए राजनीति अब मेरा आधार-रमेश सिंह


समय से पूर्व सेवानिवृत्त का पत्र देकर राजनीति का दामन थामने पर पत्रकारो से हुए रुबरू

अनूपपुर। यह ऐतिहासिक अवसर अनूपपुर विधानसभा के उपचुनाव को लेकर आया है। यहां पर निर्वाचन कभी भी हो सकता है। तीन चार माह से प्रत्याशी चयन को लेकर कुछ कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें पर्यवेक्षक भी आए और एक प्रक्रिया के तहत कौन बेहतर होगा उसके लिए कार्य किए। लगातार कवायद चलती रही। कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी चयन को लेकर लगातार सर्वे कराया गया। यह प्रत्याशी चयन का आधार था प्रत्याशी चयन उसी परिप्रेक्ष्य में अधिकृत रूप से ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने विश्वनाथ का नाम घोषित किया। जो दावेदारी कर रहे थे उन्हें यह रास नहीं आया। जब कांग्रेस समर्थित सभी दावेदार सर्वे आधार में तय प्रत्याशी को सही नहीं माना और सभी ने विचार-विमर्श कर आपत्ति लगाने का निर्णय लिया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मिलकर सर्वे पर आपत्ति की। चार दावेदारो ने रमेश सिंह को टिकट दिये जाने की सहमति औरचुनाव जीतकर आएंगे इनमें से किसी और को भी टिकट दी जाती है तो हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इस पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आश्वासन दिया कि हम विचार करेंगे। प्रशासनिक सेवा से समय पूर्व त्यागपत्र देने के बाद कांगे्रस का समर्थन करते हुए बुधवार की रात पत्रकारो से कहीं।

प्रशासनिक सेवा में 14 वर्ष 4 माह का कार्यकाल पूरा करने के बाद रमेश कुमार सिंह ने समय से पूर्व सेवानिवृत्त का त्यागपत्र देकर राजनीति के माध्यम से जन सेवा करना अपना आधार बना लिया। इसके लिए कांग्रेस को चुना। त्यागपत्र देने के बाद भोपाल से अपने गृह ग्राम खाड़ा आगमन पर उनका लोंगो ने स्वागत जगह-जगह किया। इस दौरान कांग्रेस जनों ने नवोदित नेता के स्वागत में दो किमी लम्बा गाडिय़ो का काफिला चलता रह। अबतक की सबसे बड़ी वाहन रैली देखी गई। यह रैली शहडोल जिले से लगातार साथ रही।

 

उन्होंने कहा कि मुझे लगा की सेवा तो करना ही है अब समय आ गया  14 वर्ष 4 माह  कार्य प्रशासन का किया उसमें संपूर्ण विराम लगाने का निर्णय लिया यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय था दबाव प्रलोभन की कोई बात नहीं।  लोक सेवा भी जनसेवा है लेकिन इसका दायरा सीमित है लेकिन राजनीति के माध्यम से भी जनसेवा की जा सकती है इसका दायरा व्यापक है जिससे जनसेवा अच्छी तरह से की जा सकती है। त्यागपत्र देने के बाद अपेक्षा से ज्यादा प्यार जगह- जगह और विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर में आने के बाद लोगों का जज्बा काबिले तारीफ है। मेरी उम्मीद से काफी ज्यादा प्यार मुझे मेरे विधानसभा क्षेत्र के लोग कर रहे हैं मैं काफी भावुक हूं। यह कसक आज की नहीं बहुत साल पहले की है।करोना जब से शुरू हुआ मध्यप्रदेश की राजनीति में उठापटक हुई जिससे कांग्रेस पार्टी की सत्ता चली गई कारण सबको पता है। मित्रों ने सुझाव दिया कि आप प्रयास करें हम आपका साथ देंगे। बिसाहूलाल भाजपा का दामन थाम चुके हैं बहुत से साथी आए की अनूपपुर विधानसभा की राजनीति में आपको हम लोग लाना चाहते हैं विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ करना चाहते हैं। आदिवासी पिछड़ा है अनूपपुर जिला आज भी समाज की मुख्यधारा से काफी दूर हैं।

रमेश कुमार सिंह ने कहा कि चारों कांग्रेस समर्थित दावेदारों ने मिलकर तय किया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तक पहुंचे। जहां से हमें आश्वासन मिला आप जाइए कांग्रेस के लिए काम कीजिए आपके साथ न्याय होगा। अनूपपुर के लिए काम करने की उनकी टीस है वह यहां के पुश्तैनी निवासी है उनका परिवार खानदान सभी यही है। उन्होंने कहा कि  प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र देने के बाद अपने आप को अब हल्का महसूस कर रहा हूं। यहां की जमीन तक कर्ज चुकाने का अब वक्त आ गया है उनकी प्राथमिकता अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनका मुख्य मुद्दा रहेगा। कांग्रेस समर्थित सभी दावेदारों ने मिलकर कार्य करने का प्रण किया है। यहां के लोग अभी भी मुख्यधारा से काफी दूर हैं। साथ में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी रहे।

अंधी हत्या का खुलासा छोटा भाई नहीं मिला तो पत्नी की गला घोंटकर की हत्या


आरोपी छोटे भाई से रखता था रंजिश

अनूपपुर। राजेंद्रग्राम थाना के ग्राम सोनियामार में 19-20 अगस्त की रात हुई हत्या में पुलिस ने मृतिका के जेष्ठ 48 वर्षीय चैन सिंह उर्फ चैना पिता उजियार सिंह निवासी सोनियामार को 17 सितम्बर को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने महिला की अपनी गमछा से गला घोंटकर हत्या करने की बात स्वीकारी। आरोपी द्वारा पुलिस को दिए जानकारी के अनुसार आरोपी चैन सिंह अपने छोटे भाई कमल सिंह से रंजिश रखता था। घटना के दिन वह रात के समय अपने छोटे भाई की हत्या की नियत से घर में आया था, जहां छोटा भाई नहीं मिला तो गुस्से में उसकी पत्नी गुजरत बाई की ही गला घोंटकर हत्या कर दिया।

थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो ने बताया कि मृतिका का पुत्र राजेन्द्र सिंह ने घटना के सम्बंध में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें जांच विवेचना में महिला के सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में चोंट के निशान पर हत्या होना प्रतीत हुआ। जिसके बाद परिजनों से पूछताछ आरम्भ की गई। मृतिका का पुत्र राजेंद्र सिंह ने बताया कि उसकी मां गुजरत बाई घर में अकेली थी, 17 अगस्त को गांव के लोगों के साथ काम करने ग्राम दोनिया गया था। 2 दिन बाद 19 अगस्त को पिता कमल सिंह व गांव के कृष्ण कुमार दोनों काम करने दुनिया आ गए थे। लेकिन 20 अगस्त को रात 11 बजे मैं घर सोनियामार आया तो मां गुजरत बाई मृतावस्था में बिस्तर में पड़ी थी। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद आरोपी चैन सिंह अपना गमछा मौके स्थल पर छोड़ आया था, जहां डॉग स्क्वायड की टीम व ग्रामीणों से पूछताछ में आरोपी की पहचान हुई। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी खेम सिंह पेन्द्रो, एसआई मणिराज सिंह,प्रधान आरक्षक साहिबा सिंह, आरक्षक मोती सिंह, मनोज, धीरेंद्र, महिला आरक्षक सहित अन्य शामिल रहे।

बूचड़ खाने जा रहे ट्रक सहित 21 मवेशियों हुए बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार


मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सकरा के जंगल में की कार्रवाई

अनूपपुर। कोतमा के बोड्री गांव से 10 नग मवेशियों को पुलिस की कार्रवाई के दूसरे दिन कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सकरा के जंगल में 16-17 सितम्बर की रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 21 मवेशियों से लदे ट्रक को जब्त करने की कार्रवाई की। इस दौरान पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपियों में 27 वर्षीय अशोक पिता शेरा नायक, 26 वर्षीय संजय पिता मनीराम यादव एवं 27 वर्षीय रम्मू उर्फ राम प्रसाद पटेल पिता रामखेलावन पटेल तीनों निवासी सकरा हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर मवेशियों को कांजी हाउस भेजा है।


थाना प्रभारी नरेन्द्र पॉल ने बताया कि मवेशियों को ट्रक में भर कर बूचड़ खाने ले जाने की मुखबिर से सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सकरा के जंगल में खड़े ट्रक क्रमांक एमपी 20 एचबी 9755 को पकड़ा। वाहन की तलाशी करने पर अंदर 12 नग पड़वा तथा 9 नगर भैंस कुल 21 नग मवेशी ठूंस-ठूंस भरा होना पाया गया। इसी दौरान पुलिस ने मौके से तीन आरोपियो को भी गिरफ्तार करने में सफलता पाई। पुलिस ने ट्रक, एक बाइक तथा 21 नग मवेशियों को को जब्त किया है। कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी नरेन्द्र पाल, सहायक उपनिरीक्षक मंगला प्रसाद दुबे एवं आरक्षक रामधनी तिवारी शामिल रहे।

जंगली जानवरों के शिकार में बिछे तार में फंसा ग्रामीण, बिजली करंट से मौत


अनूपपुर
। जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम बड़हर के जंगल में 17 सितम्बर की सुबह जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गए उच्च क्षमता के बिजली की करंट में 40 वर्षीय ग्रामीण रघुनाथ सिंह पिता स्व. अर्जुन सिंह निवासी बड़हर(बड़वाटोला) का शव पाया गया। जिसकी सूचना वनविभाग सहित पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया।

बताया जाता है कि रघुनाथ सिंह 15 सितम्बर की रात से अपने घर से लापता था। लापता होने के अगले दिन से परिजन उसकी खोजबीन कर रहे थे, जहां गुरूवार की दोपहर रघुनाथ सिंह का शव शिकारियों द्वारा लगाए गए खूंटी के सहारे बंधी जीआई तार की चपेट में पाया गया। ग्राम पंचायत अढैरा सरपंच सूरज सिंह ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। विदित हो कि बड़हर वनीय क्षेत्र बाहुल्य जंगली जानवरों का निवास क्षेत्र है, जिसमें तेंदुआ सहित अन्य हिंसक जानवरों का वास है। यहां अक्सर शिकारियों द्वारा जंगली शुकर, हिरण सहित तेंदुआ के शिकार के लिए करंट बिछाया जाता रहा है।

महिलाओं की प्रगति देखकर कांग्रेस पचा नहीं पा रहीं हैं और नारी शक्ति का अपमान कर रहें हैं- सांसद हिमाद्री सिंह

नारी शक्ति का अपमान पर माफी मांगे कांग्रेस के अध्यक्ष  अनूपपुर। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि मध्य प्रदेश की महिल...