अनूपपुर । कोतमा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों से रात के अंधेरे में नदियों का सीना छलनी कर रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन किया जा रहा है जबकि शासन ने रेत उत्खनन पर रोक लगा रखी है। केशवाही रोड स्थित जोगी नाला से रेत का उत्खनन करने की शिकायत पर मंगलवार को कोतमा थाना प्रभारी आरके बैस एवं उप निरीक्षक विवेक द्विवेदी ने निगवानीघाट एवं जोगी नाला से रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किये जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचकर ट्रैक्टर क्रमांक सीजी 16 बी 1553 चालक भीमसेन गोड़ निवासी चपानी मालिक सोनू तिवारी तथा ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 65 एए 3361 मालिक भोला के चालक विजय चौधरी निवासी बुरहानपुर को मौके से रेत का उत्खनन कर परिवहन करते पाए जाने पर मौके पर कोई भी वैध कागजात चालक द्वारा नहीं दिखाया गया जिस पर पुलिस ने ट्रैक्टर को जप्त कर थाने में खड़ा करवाते हुए खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई।
मंगलवार, 26 मई 2020
जब शराब की दुकानें खोली जा सकती हैं तो मंदिरों क्यों नही - विधायक
सोमवार, 25 मई 2020
बिसाहूलाल के बिकाऊ होने का आरोप जनजातीय समाज का अपमान
अनूपपुर। प्रदेश में आगामी दिनो में २४ विधानसभा में उप चुनाव होने है जिसमें अनूपपुर विधानसभा भी शमिल है। जहां भाजपा के कांग्रेस से आये बिसाहूलाल सिंह का मुकाबला कांग्रेस से है जिन्हे अभी अपना प्रत्यासी तय करना है। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को अपने ही दल के कद्दावर जनाधार वाले नेताओं की अपमानजनक उपेक्षा भारी पड़ गई। 2003 से 2018 तक भारतीय जनता पार्टी ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया जो जनता विरोधी हो। सुश्री उमा भारती, बाबूलाल गौर के बाद मुख्यमंत्री बनाए गये शिवराज सिंह चौहान की सरलता, विनम्रता, सुलभता पार्टी की बड़ी ताकत है। 2018 के पूर्व उनके विरुद्ध माई के लाल वाली साजिश की गई। जिसके बाद सपाक्स ने एक मोहरा पार्टी की तरह सामान्य वर्ग के कुछ मतों को भाजपा से तात्कालिक रुप से अलग किया। दूसरा,टिकट वितरण में कुछ विधानसभाओं में की गयी चूक से यदि चौहान बच जाते तो उन्हे पन्द्रह माह का वनवास ना भोगना पड़ता। विभिन्न एजेंसियों के सुझाव को नकार कर अपने मन की कर लेना जनता को रास नहीं आया।
भाजपा नेता मनोज द्विवेदी का कहना है कि पन्द्रह साल बाद सत्ता पर काबिज कांग्रेस ने अनूपपुर के कद्दावर विधायक, कई बार के कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह सहित ऐंदल सिंह कंसाना सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को सत्ता से दूर रखते हुए उन्हे लगातार उनके ही क्षेत्र में उपेक्षा का शिकार बनाया।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. दलवीर सिंह (जिन्होंने अजीत जोगी के पांव यहाँ जमने के पहले ही उखाड़ दिये थे) इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के समकालीन कद्दावर जनजातीय नेता रहे हैं। उनके बाद जनजातीय समाज में विंध्य तथा महाकौशल प्रांत में बिसाहूलाल सिंह के कद का एक भी नेता कांग्रेस में नहीं रहा।
2018 के चुनाव मे भाजपा प्रत्याशियों (ना कि भाजपा) से जनता तथा दल के ही लोगों की नाराजगी के चलते कांग्रेस कोतमा, पुष्पराजगढ,अनूपपुर में जीत सकी। यह कांग्रेस की जीत से अधिक भाजपा प्रत्याशियों की हार इसलिए मानी गई क्योंकि समूचे विंध्य क्षेत्र में अजय सिंह राहुल समेत एक भी प्रत्याशी कांग्रेस जिता नहीं पाई।
अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह को मंत्री बनने से रोकने के लिये अलग - अलग कारणों से पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह तथा कोतमा विधायक सुनील सराफ ने हाथ मिला लिया। दिग्विजय सिंह तथा कमलनाथ ने भी अपने - अपने अहं एवं स्वार्थ के लिये बिसाहूलाल सिंह को मंत्री नहीं बनाया। पन्द्रह साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस की यह बड़ी रणनीतिक चूक थी। रही सही कसर बिसाहूलाल के प्रति पुष्पराजगढ़ एवं कोतमा विधायकों के अपमानजनक व्यवहार ने पूरी कर दी।
अमरकंटक में मुख्यमंत्री कमलनाथ,दिग्विजय सिंह सहित तमाम मंत्रियों की उपस्थिति में आयोजित मंचीय कार्यक्रम में पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह की बिसाहूलाल पर अपमानजनक टोकाटाकी ने मानो ताबूत में अन्तिम कील ठोंकने का काम कर दिया। अमरकंटक नर्मदा महोत्सव 2020 के शुभारंभ अवसर पर मंच मे उपेक्षित किनारे बैठे बिसाहूलाल सिंह को स्वत: मुख्यमंत्री ने अपने पास बुलाकर बैठाया तथा उनसे वे स्वंय चर्चा कर रहे थे। माईक पर भाषण दे रहे फुन्देलाल को यह इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने मंच पर ही हजारों जनता के सामने बिसाहूलाल को लताड़ लगा दी। इस असंस्कारित आचरण से कमलनाथ, दिग्विजय सिंह,उपस्थित हजारों लोग तथा बाद में जिसने भी सुना वह सभी हतप्रभ रह गये। सत्तर साल के बिसाहूलाल सिंह का मंचीय अपमान कांग्रेस, भाजपा सहित अन्य राजनैतिक- गैर राजनैतिक लोगों को अच्छा नही लगा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा अनूपपुर मे बिसाहूलाल के चिर प्रतिद्वंद्वी रामलाल रौतेल ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी तथा कहा कि भले ही बिसाहूलाल कांग्रेस से मेरे प्रतिद्वंद्वी हैं. लेकिन फुन्देलाल का यह सार्वजनिक आचरण उचित नहीं है। यदि ऐसा भाजपा के मंच पर हमारा नेता कर जाता तो अब तक कार्यवाही हो गयी होती। आश्चर्यजनक तरीके से दिग्विजय सिंह, कमलनाथ या किसी अन्य शीर्ष नेता ने फुन्देलाल के आचरण की कोई सार्वजनिक निंदा नहीं की। लेकिन अखबारो में इसकी कड़ी प्रतिक्रिया हुई।
बिसाहूलाल सिंह 1980 से कांग्रेस के विधायक रहे हैं। दिग्विजय सिंह के साथ उनके दोनो कार्यकाल में लोकनिर्माण, खनिज, अनुसूचित जनजाति, ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे हैं। मप्र में कांग्रेस के कद्दावर जनजातीय नेताओं में उनकी गिनती होती रही है। अत्यंत सरल,सौम्य, विनम्र, हंसमुख होने के बावजूद प्रदेश के सामाजिक ताने बाने की उन्हे गहरी समझ रही है। पुष्पराजगढ़ में जनजातीय समाज के एक आयोजन में कुछ वर्ष पूर्व अलावा सहित गोंगपा, कांग्रेस, भाजपा, सपा, बसपा, वाम दलों से जुड़े समाज के नेताओं के जमावड़े के बीच कुछ लोगों ने सामान्य वर्ग के विरुद्ध जहर उगलना शुरु किया तो बिना बुलावे के ही बिसाहूलाल सिंह मंच पर जा चढ़े और उन्होंने सामाजिक विद्वेष फैलाने के लिये मंच से ही जमकर खिंचाई की तथा लानत मलानत कर दी थी।
बिसाहूलाल सिंह विंध्य तथा महाकौशल प्रांत में आदिवासी अस्मिता के बड़े प्रतीक रहे हैं।
अपने ही दल के नेताओं तथा बहुत कनिष्ठ विधायकों के हाथों पन्द्रह माह तक अपमान का कड़वा विष पीने के बाद टूटे हुए मन से कांग्रेस को तिलांजलि दे दी। बिसाहूलाल का कांग्रेस छोडऩा पार्टी के लिये गहरा झटका है। हताश परेशान कांग्रेस अब उन पर बिकाऊ होने का आरोप लगा रही है। जनजातीय समाज को जाने अनजाने अपमानित करने का यह कार्य भी कांग्रेस के विरुद्ध जाता दिख रहा है। बिसाहूलाल को बिकाऊ बतलाए जाने से जनजातीय समाज मे व्यापक आक्रोश है। हाल फिलहाल के वर्षों में इस नुकसान की भरपाई करता कोई नहीं दिखता। कांग्रेस उन्होंने तब छोड़ा जब उसकी सरकार थी। शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में डंके की चोट पर कांग्रेस छोड़कर उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है। यह आने वाले वर्षों मे भाजपा को बहुत ताकत देने वाली है। यद्यपि भारतीय जनता पार्टी में फग्गन सिंह कुलस्ते, ओमप्रकाश धुर्वे, रामलाल रौतेल, ज्ञानसिंह, जयसिंह मरावी, मीना सिंह तथा हिमाद्री सिंह जैसे जनजातीय नेता हैं। बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में आने से कांग्रेस 15 साल पीछे चली गयी है। जनजातीय अस्मिता को उपेक्षित- अपनानित करने का आरोप उस पर हमेशा लगता रहेगा। भाजपा ने बिसाहूलाल सिंह को हाथों हाथ लिया है। संभव है कि शीघ्र वे मंत्री बनाए जाएं। उप चुनाव में भी उनके मुकाबले का कोई नेता कांग्रेस के खेमे में अभी तो नहीं ही है। जिसके कारण चुनावी तस्वीर एकतरफा जाती दिख रही है।
रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करते खनिज विभाग ने जब्त किया ट्रैक्टर
अनूपपुर। क्षेत्र में लगातार रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन की शिकायतों के बाद खनिज विभाग ने 25 मई को ग्राम दैखल की सीमा में स्थित गोडारू नदी से रेत का अवैध उत्खनन करते ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 185 एए 9006 को मौके से पकड़ते हुए ट्रैक्टर चालक से वाहन में लोड किए जा रहे रेत से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई। चालक द्वारा मौके पर किसी भी तरह का दस्तावेज नही दिखाया गया, जिसके बाद खनिज विभाग द्वारा ट्रैक्टर को जबत करते हुए उसे थाना भालूमाड़ा में खड़ा कराते हुए खनिज अधिनिमय के तहत मामला पंजीबद्घ किया गया है। कार्यवाही में खनिज अधिकारी पीपी राय, खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य तथा खनिज सर्वेक्षक अमित कुमार वर्मा द्वारा की गई है।
कोरोना संक्रमण के बीच लोगो ने ईद की नमाज घरो में अदा की
अनूपपुर। एक माह से चला आ रहा पवित्र रमजान का पावन महीना सोमवार २५ मई को मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा घरों में नमाज अदा करने साथ समाप्त हो गया। कोरोना संकट के कारण इस वर्ष जिलेभर के विभिन्न मस्जिदों पर पांच-पांच सदस्यों ने सिर झुकाकर सजदा किया और विश्व कल्याण की मन्नत मांगी। अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष कोरोना संक्रमण और शासन के आदेश के पालनार्थ मुस्लिम समुदायों ने नवाज अदा करने ईदगाहों के ओर रूख नहीं किया, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी लोगों ने अपने अपने घरों में नमाज अदा की। इससे पूर्व २४ मई को रमजान की आखिरी नमाज अदा की गई। सोमवार २५ मई को जिला मुख्यालय के बड़ी मस्जिद में सुबह ९ बजे हाफिज सलमान रजा अनूपपुर जामा मस्जिद में ५ लोगो को ईद की नमाज अदा कराई गई, जहां मुस्लिम भाईयों ने ईद की नमाज अदाकर एक दूसरे को ईद की बधाई दी। पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने बताया कि जिलेभर में १४ मस्जिद और ७ ईदगाह जहां नमाज अदा की जाती रही है। लेकिन इस बार मस्जिदों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदाएगी की गई है। मस्जिदों की सुरक्षा और भीड़ एकत्रित न हो के एतिहातन तौर पर सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। सुरक्षा के लिए जिलेभर के ५०० पुलिस बल को तैनात किया गया था। सभी जगह शांतिपूर्वक नमाज अदाएगी के साथ पर्व मनाया गया है। राजेन्द्रग्राम में भी ईद के मौके पर स्थानीय मुस्लिम धर्मावलंबियों ने जुहिला नदी के किनारे बने मस्जिद में खुशियों के साथ नमाज अदा की तथा अल्लाह के सजदे में अपना सिर एक साथ झुकाया। वही पांच सदस्यों के अलावा अन्य लोगों ने घर पर ही नमाज अदा की। जबकि भालूमाड़ा में ईद उल फित्र का पर्व सदभावनापूर्ण व सौहार्द्र के साथ मनाया गया।
मां नर्मदा के प्रथम बांध में अमरकंटक के लोगो ने किया श्रमदान
अनूपपुर। पवित्र नगरी अमरकंटक में मां नर्मदा का प्रथम बांध पुष्कर अमरकंटक का ह्रदय है जहां लगातार पांचवे दिन सोमवार को श्रमदान में नगर के लोगों ने अपना सहयोग दिया। पुष्कर बांध के लिए श्रमदान पर्याप्त नहीं है बल्कि बांध में ट्रको प्लास्टिक मिट्टी का भरा पड़ा मलवा को निकालने के लिए आमजनो के सहयोग के साथ प्रशासन का साहयोग जरूरी है। इससे मां नर्मदा का उद्गम भी प्रभावित होता है। ज्ञात हो कि चौथे दिन के श्रमदान के दौरान पुष्कर बांध में 50 किलो का कछुआ मिला जिसे जिसे नीचे वाले बांध में छोंडा गया। इस कार्य मे प्रभा पनारीया,पं.कामता प्रसाद द्विवेदी, रामगोपाल द्विवेदी, रूपेश द्विवेदी, रोशन पनारीया, संजय श्रीवास, अमित राजपूत, नारायण राजपूत, रिंकू राजपूत, दिगम्बर बर्मन, राजू वर्मा, विशाल जैसवाल, दिव्यम द्विवेदी, योगेश सेन ने श्रमदान किया।
रविवार, 24 मई 2020
फेसबुक पर धर्म विरोधी टिप्पणी करने पर अनूपपुर और भालूमाड़ा थाने में शिकायत, कार्यवाही की मांग
अनूपपुर/भालूमाड़ा। ब्राम्हण समाज के लिए सोशल मीडिया में अभद्र टिप्पणी किए जाने पर आहत ब्राम्हण समाज के युवाओं द्वारा 24 मई को कोतवाली अनूपपुर एवं भालूमाड़ा थाने में गोविंद साहू के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
ज्ञात हो कि जिला चिकित्सालय अनूपपुर के सामने पैथालॉजी चलाने वाले गोविंद साहू ने फेसबुक में ब्राम्हण समाज के बारे में गलत मानसिकता रखते हुए समाज को आहत कर अपमानित किया है। उसने अपने पोस्ट में ब्राम्हण को भारत बरबाद करने वाले खतरनाक वायरस बताया है। इतना ही नही ब्राम्हणों एवं मंदिर के पुजारियों को शौचालय साफ करने की नसीहत देते हुए ब्राम्हण युवाओं को पोस्ट में किये गए कमेंट के माध्यम से धमकी दे रहा है। जिस पर अनूपपुर ब्राम्हण समाज के युवाओं ने सोशल मीडिया में की गई पोस्ट की निंदा करते हुए कोतवाली अनूपपुर एवं भलूमाड़ा थाने में गोविंद साहू के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है।
इस दौरान राष्ट्रीय ब्राम्हण युवजन सभा के प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रदीप मिश्रा,ब्लाक महासचिव राष्ट्रीय ब्राम्हण युवजन सभा विमल पाण्डेय, अक्षय पाण्डेय, अंकित मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, शुभम गौतम, पंकज कुमार पाठक, प्रखर पाण्डेय, अजय तिवारी, प्रदीप मिश्रा आदि उपस्थित रहें।
भालूमाड़ा थाने में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के युवा जिला अध्यक्ष मानवेंद्र मिश्रा, जिला संगठन महामंत्री किशन तिवारी, निलेश मिश्रा, आशीष मिश्रा,पंकज पांडे, बबलू त्रिपाठी, नीरज मिश्रा, अजीत सिंह, अमित सिंह, संजय त्रिपाठी,अभिजीत शाही, किशन तिवारी, बृजभान सिंह, रविकरण, नितेश गुप्ता, कमलेश तिवारी सहित अन्य समाज ने भी कार्यवाही की मांग की है।
उप संचालक चिकित्सा सेवा ने जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण
कोरोना सक्रमण से बचाव हेतु तैयारियों की सराहना
अनूपपुर। उप संचालक चिकित्सा सेवा रीवा संभाग डॉ संजीव शुक्ला ने जिला चिकित्सालय अनूपपुर में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु बनाई गयी व्यवस्थाओं का 24 मई को निरीक्षण किया। जिला चिकित्सालय मे पृथक से संचालित फ्लू ओपीडी, कोरोना मरीजों हेतु पृथक से संचालित आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सिविल सर्जन सह ज़िला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ एससी राय द्वारा कोरोना से बचाव हेतु अब तक की गयी कार्यवाहियों, वर्तमान व्यवस्थाओं एवं आगामी उन्नयन कार्यों के सम्बंध में विस्तार से जानकारी दी गयी।
डॉ संजीव शुक्ला ने जिला चिकित्सालय अनूपपुर की कोरोना संक्रमण से बचाव, संरक्षण एवं उपचार हेतु की गयी तैयारियों की सराहना की। इस दौरान आपके द्वारा कोरोना संक्रमित महिला के सुरक्षित प्रसव एवं नवजात की देखभाल हेतु पृथक कॉर्नर की व्यवस्थाओं का भी मुआयना किया गया। निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी कोरोना नियंत्रण डॉ आरपी श्रीवास्तव, डॉ एसआरपी द्विवेदी सहित जिला चिकित्सालय के अन्य अधिकारी एवं स्टाफ उपस्थित रहे।
हासे परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी परीक्षा केंद्र के जिला परिवर्तन के लिए ऑनलाइन आवेदन करें
25 मई से 28 मई तक केंद्र परिवर्तन आवेदन,जिले के भीतर केंद्र परिवर्तन नहीं
अनूपपुर। माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित हायर सेकण्डरी, हायर सेकण्डरी व्यावसायिक, हायर सेकण्डरी (दृष्टिहीन मूक बधिर) दिव्यांग की शेष परीक्षाएं 9 जून से आयोजित हैं। लॉकडाउन अथवा अन्य कारणों से कतिपय परीक्षार्थी अपने निवास के वर्तमान स्थान से अन्य स्थानों पर विस्थापित हुए हैं। ऐसे परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित न हों, इस उद्देश्य से माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा निर्णय लिया गया है कि विस्थापित परीक्षार्थी विशेष परिस्थितियों में वर्तमान में जिस भी जिले में निवासरत हैं वहीं से परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं।
ऐसे परीक्षार्थी जो शेष परीक्षाएं अन्य किसी जिले से देना चाहते हैं वह 25 मई शाम 4 बजे से 28 मई तक ऑनलाईन आवेदन एम.पी. ऑनलाईन कियोस्क / पोर्टल/मण्डल के मोबाइल ऐप के माध्यम से प्रस्तुत कर सकते हैं। ऑनलाईन आवेदन की सुविधा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिले की समन्वयक संस्था, मण्डल के संभागीय कार्यालयों के माध्यम से भी उपलब्ध रहेगी। परीक्षार्थियों को जिला परिवर्तन करने की स्थिति में नवीन चयनित जिले के जिला मुख्यालय पर परीक्षा केन्द्र आवंटित किया जायेगा। जिले के भीतर केन्द्र परिवर्तन मान्य नहीं होगा।
इंगांराजविवि को मिला 395 लाख रूपए का बजट एवं 31 पदों के साथ प्रोजेक्ट का अनुमोदन
किसानों को क्लाउड एप तथा मृदा परीक्षण उन्नत तकनीकि की जानकारी देने बनेगा किट
अनूपपुर। विश्वविद्यालय का दायित्व छात्रों के लिए बेहतर अध्ययन और अध्यापन, शैक्षणिक क्रियाकलापों के साथ-साथ समाज एवं देश के लिए आवश्यक अनुसंधान एवं महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को क्रियान्वित करना होता है जिसका परिणाम राष्ट्र निर्माण एवं राष्ट्र कल्याण से हो। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रोजेक्ट के लिए 395 लाख रूपए का बजट एवं 31 पदों के साथ अनुमोदित इस प्रोजेक्ट में उभरती प्रौद्योगिकी-आटफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ ङ्क्षथग्स और क्लाउड नेटिव कम्प्यूङ्क्षटग आधारित किसान-एप को भारत के कृषकों के लिए लॉच किया जाएगा। रविवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान कही।
उन्होने बताया किसान-एप कृषकों को गुणवत्ता वाले बीज की किस्मों का चयन, बीज प्रबंधन, उर्वरक प्रबंधन, खरपतवार प्रबंधन, कीटप्रबंधन, रोगप्रबंधन, ङ्क्षसचाई प्रबंधन और कितना कीटनाशक डालना है इसे तय करने में मदद करेगा। मौसम की जानकारी, कृषि आधारित तकनीक के विषय में जानकारी देकर किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने में सहायक होगा। इससे किसान किसी रिसर्च सेंटर जाने के बजाए अपने मोबाइल में देखकर समझ पाएगा कि कैसे किसी फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकती है। इसकी मदद से खेती का वैज्ञानिक मॉडल समझ पाएगा। परम्परागत फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकती है, कृषि आधारित तकनीकी उपकरणों के अभाव ने पंरापरागत फसल की खेती कम होने से औषधीय गुणों से भरपूरभारत की प्राचीन अनाज जैसे-जई (घोड़ जई), जौ (बारली), क्विनोआ, रागी (मरुआ), बाजरा, टेफ, इंकॉर्न, एम्मर, बकलादाल, सावा, टवनी, कोदो, अमरनाथ, अलसी अब लुप्त होने की कगार पर है इन पर शोध करके आवश्यक उपकरण के स्टार्टअप शुरू करने का प्रबंध किया जायेगा।
कुलपति ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में एसना मृदा परीक्षण किट का अनुसंधान एवं निर्माण किया जाएगा, प्रधानमंत्री मृदा परीक्षण योजना में मिट्टी के पोषक तत्वों नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैग्निशियम एवं सल्फर, पीएच, ओसी (कार्बन), बोरान, ङ्क्षजक, आयरन, मैग्नीज, कॉपर की जांच हेतु मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना भारत सरकार द्वारा लाई गई है।
प्रोजेक्ट का दूसरा भाग उद्यमिता निर्माण को लेकर है जिसमें मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार एवं छत्तीसगढ़ में आत्मनिर्भर-भारत केंद्र की स्थापना करके उद्यम शुरू करने का प्रशिक्षण की शुरूवात की जाएगी तथा इच्छुक युवाओं को उद्यमी/ उद्योगपति बनाया जाएगा। उद्यमिता निर्माण में मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक स्टार्ट अप, हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, एग्रोमशीन रीस्टार्टअप, हर्बलप्लांट एंड प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, ग्लास एंड ङ्क्षप्रङ्क्षटग मटेरियल स्टार्टअप, हस्तशिल्प एवं हथकरघा स्टार्टअप, हार्ड वेयर प्रोडक्ट् सस्टार्ट अप, बम्बू वर्क स्टार्टअप, प्लास्टिक एवं रबर प्रोडक्ट स्टार्टअप, एग्री कल्चर स्टार्टअप, हॉटकल्चर स्टार्टअप, मसाला (स्पाइसेस) उद्योग स्टार्टअप, आयल प्रोडक्शन स्टार्ट अप, आईटी प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, सोलर एनर्जी स्टार्टअप, स्टेशनरी प्रोडक्ट स्टार्टअप, एंड बेव रेज प्रोडक्ट स्टार्टअप सहित अलग-अलग २५०० स्टार्टअप के लिए मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यम इकाइयां और स्टार्ट अप श्रेणी के उद्यमों का डीपीआर तथा ईपीसी तैयार किया जाएगा। मुद्रा लोन योजना, एमएसएमई बिजनेस लोन और स्टैंड अप इंडिया लोन योजना प्रमुख सरकारी लोन योजना हैं, इसके अंतर्गत युवाओं को एक नया कारोबार शुरु करने के लिए अपने डीपीआर के अनुसार 10 लाख से लेकर 20 करोड़ तक का बिजनेस ऋण ले सकते है।
कुलपति ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से लोगों के जीवन को बचाने के लिए लगाए गये बेहद आवश्यक सम्पूर्ण लॉडाउन ने विश्व के अधिकांश देशों की वित्तीय स्थिति खराब कर दी है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था भी उसके प्रभाव से अछूती नहीं है। अर्थव्यवस्था को मुश्किल हालात के दौर से गुजरना पड़ रहा है, संकट के इस दौर मे लोकल अर्थात स्थानीय स्तर पर निमत उत्पादों ने ही हमें आगे बढऩे का रास्ता दिखाया है, आत्मनिर्भर बनने का मंत्र लोकल पर वोकल का मंत्र सभी वर्गों के लोगों के बहुत ज्यादा हित में है। स्वदेशी वस्तु अपनाने से भारत की अपनी कंपनियों को बहुत अधिक लाभ होगा। बैठक में प्रमुख रूप से प्रो.ए.के. शुक्ला, प्रो.हरीनारायण मूती, प्रो. संध्यागिहर, प्रो.बी.एन.त्रिपाठी, प्रो. खेम सिंह डहेरिया, प्रो. रविंद्र मनुकोंडा, डॉ. एस. डी. त्रिपाठी, डॉ. विकास सिंह, डॉ. राघवेंद्र मिश्रा, डॉ. संजीव ङ्क्षसह, तथा कुल सचिव उपस्थित रहे।
शनिवार, 23 मई 2020
कोतमा विधायक को होम क्वारंटीन का आदेश, प्रशासन पर भेदभाव का आरोप
विधायक का आरोप, भेदभाव कर रहा प्रशासन
विधायक ने प्रशासन पर कोरोना जांच में भेदभाव का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी 15 मई के आसपास भोपाल गए थे, वे लगभग पांच दिनों का समय व्यतीत कर वापसी अनूपपुर की है। लेकिन यहां ऐसे पदाधिकारियों को प्रशासन ने संस्थागत क्वारंटीन या फिर होम क्वारंटीन भी नहीं किया। इस प्रकार की लापरवाही से क्षेत्र में कभी भी असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो सकता है। जबकि प्रशासनिक अमले में भी कुछ पदाधिकारी भोपाल और जबलपुर जैसे रेड जॉन से वापसी किए हैं, लेकिन वे होम क्वारंटीन के श्रेणी में शामिल नहीं हुए।
कोरोना को खुला आमंत्रण
एक ओर जहां कोतमा विधायक भोपाल जैसे रेड जोन से वापसी कर रहे हैं, वहीं राजनीति से जुड़े अन्य पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी भी सुरक्षा मानकों व उपायों को दरकिनार कर जबलपुर और भोपाल की दौड़ लगा रहे हैं। कोरोना जैसे संकट में एक चूक कभी भी जिले के लिए भारी पड़ सकती है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला
जिले में 24 घंटे के लिए घोषित कफ्र्यू का दिखा असर
अनूपपुर। देश में लगातार बढ़ते नोवेला कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और सार्वजनिक स्थलों के सैनिटाईज करने के उद्देश्य से अनूपपुर जिला प्रशासन ने 23 मई को 24 घंटे के लिए घोषित कफ्र्यू का दिनभर व्यापक असर दिखा। हलांकि जिले में अभी तक इसका असर देखने को नही मिला है। पूर्व से जारी लॉकडाउन के दौरान घरों में कैद नागरिकों में कुछ के सड़क पर निकलने का सिलसिला शनिवार को पूर्णत: बंद रहा। जिसके कारण जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित जैतहरी, पसान, बदरा, कोतमा, बिजुरी, राजनगर, चचाई, अमरकंटक, रामनगर, राजेन्द्रग्राम की बाजारों में सुबह से वीरानी छाई रही। जबकि मुख्य सड़कों से लेकर नगर की गलियों व ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें भी सूनी पड़ी रही। नगर और ग्रामीण अचंलों की सड़को पर एक्का दुक्का जरूरतमंद लोगों की आवाजाही के अलावा कहीं कुछ नहीं दिखा। नगर से लेेकर गांव तक के घरों में आम नागरिक कैद रहे। सब्जी और राशन सहित सभी प्रकार की आमजन से सम्बंधित सेवाओं को बंद रखा गया। सिर्फ दूध विक्रेता ही सुबह 6 से 9 बजे के बीच घर-घर जाकर दूध विक्रय कर सके इसके अलावा जिले में संचालित मेडिकल स्टोर्स को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया था। इसके अलावा जिला प्रशासन ने बिजली उत्पादन में लगे संयत्र चचाई पावर प्लांट, एमबी पावर प्लांट तथा बिजली उत्पादन के लिए कोयला सप्लाई करने वाले एसईसीएल की खदानों तथा क्लोरीन उत्पादन करने वाले अमलाई कॉस्टिक सोडा फैक्ट्री को कफ्र्यू से राहत प्रदान की थी।
कालरी क्षेत्रो में जगह-जगह तैनात पुलिस के जवानों ने अपनी ड्यूटी निभाई। इस दौरान नगर के लोगों ने भी शासन के आदेश का पालन करते हुए अपना पूरा सहयोग दिया। पूरा दिन शांति रही। केवल एसईसीएल कर्मचारी ही सड़कों पर आते जाते नजर आएं। दुकानों मे मेडिकल की दुकानें खुली रहीं। एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र में खदानों, फिल्टर प्लांट, वर्कशॉप में काम जारी रहा। शनिवार के इस कफ्र्यू में जिस तरह का बंद देखा गया उससे यह बात स्पष्ट हो चली है कि लोगों इस वायरस के दुष्परिणामों का ज्ञान हो चुका है। लोगों का कहना है कि करोना की जंग जीतने के लिए जिला कलेक्टर ने जो कदम उठाया है वह सराहनीय है। वहीं कफ्र्यू के मद्देनजर बिजुरी पुलिस द्वारा व्यापक तैयारी भी की गई थी। पेट्रोलिंग वाहन लगातार भ्रमण कर कानूनन व्यवस्था पर नजर बनाए हुए थे। नगर मे चौतरफा पुलिस के हूटरो की आवाज सुनाई पड़ती रही। कफ्र्यू के दौरान बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बिजुरी माइनस कॉलोनी, कपिलधारा कॉलोनी मे भी सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद थे और लोग अपने -अपने घरो के अंदर थे।
सफलता पूर्वक सांसद ने पूरा किया एक वर्ष का कार्यकाल लोगों ने दी बधाई
अनूपपुर। सांसद हिमाद्री सिंह ने एक वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने शहडोल संसदीय क्षेत्र के लिए कई ऐसे जनहितैशी कार्य किया जिसका सीधा लाभ जनता को मिल रहा है। सांसद ने कई ग्राम पंचायतों में केंद्र सरकार की योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण जनता को लाभ पहुंचाने का काम किया तो वही कोरोना संकट आने के बाद उन्होंने अनूपपुर, उमरिया, शहडोल के चिकित्सालयों के लिए एसईसीएल के माध्यम से विशेष पैकेज दिलाकर व्यवस्थाओं को ठीक करने का प्रयास किया साथ ही मध्यप्रदेश के बाहर फंसे मजदूरों को लाने के लिए उन्होंने दिन-रात एक कर दिया। स्कूलों में फीस माफ करने की मांग को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा तथा समय-समय पर जनता के बीच पहुंचकर उनके दु:ख दर्द जानने का प्रयास किया।
सांसद के सराहनीय कार्यकाल को लेकर सभी ने उन्हें बधाई दी। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल ने कहा कि सांसद हिमाद्री सिंह लोकप्रिय सांसद हैं और उनकी कार्यप्रणाली सबसे हटकर है जिस कार्य को वह करने का संकल्प लेती हैं उसे पूरा करती हैं उनके कार्यकाल में संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत बड़े पैमाने पर कार्य हुए हैं जो काफी सराहनीय है। पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी उनसे इसी प्रकार कार्य की अपेक्षा करते हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम ने कहा कि हिमाद्री सिंह का कार्यकाल ऐतिहासिक रहा और उनके साहसिक फैसले से कई महत्वपूर्ण कार्य अनूपपुर जिले में हुए हैं जिसका हम सभी स्वागत करते हैं। सत्ता और संगठन के बीच सामंजस्य बनाकर बेहतर कार्य करने का प्रयास किया है।
खाँसी, सर्दी, बुखार एवं साँस में तकलीफ के मरीजों के लिए पृथक फीवर क्लीनिक का होगा संचालन
अनुविभागीय दंडाधिकारियों ने स्वास्थ्य अमले की लगायी ड़्यूटी
अनूपपुर। कोरोना संक्रमण से संरक्षण एवं बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार समस्त शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों/ संस्थानो के बाह्य रोगी विभाग में सर्दी, गले में दर्द, बुखार एवं सांस की तकलीफ के मरीजों के लिए पृथक रूप से फीवर क्लीनिक का संचालन किये जाने हेतु सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य अमले को प्रभार दिए गए हैं। इसके तहत शासकीय चिकित्सालयों (सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र) के बाह्य रोगी विभाग में पृथक फीवर क्लीनिक का संचालन किया जाएगा, जिसमें जिले के बाहर से आये व्यक्ति या कोविड-19 के पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आये, उन्हें बुखार के साथ-साथ सर्दी, खांसी गले में दर्द व सांस की तकलीफ है, वह फीवर क्लीनिक में जाँच करा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं क्वॉरंटीन व्यक्तियों के चिकित्सकीय परामर्श हेतु भी मूवमेंट को पूर्णतया समाप्त करने हेतु जिले में टेलीमेडिसिन सेंटर संचालित है। जिसमे लैंडलाइन, व्हाट्सप्प एवम स्काईप के माध्यम से क्वॉरंटीन किए हुए व्यक्ति चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर सकेंगे। शनिवार को सिविल सर्जन डॉ एस.सी.राय ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस बीमारी के संक्रमण के प्रसार की सम्भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए यह व्यवस्था की गयी है। संक्रमण को रोकने हेतु सरकार द्वारा प्रभावी स्तर पर व्यापक उपाय किये जा रहे हैं। कोरोना के संक्रमण से संभावित व्यक्तियों की सतत स्वास्थ्य निगरानी हेतु टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। टेली मेडिसिन यूनिट का लैंडलाइन सम्पर्क 07659292131 तथा व्हाट्सप्प सम्पर्क 9479517317, 9479623538, 9479623851 हैं। इसके साथ ही स्काईप आईडी एवं स्काइप ई-मेल के माध्यम से भी सम्पर्क किया जा सकता है। इनके माध्यम से क्वॉरंटीन व्यक्ति चिकित्सकीय सलाह प्राप्त कर सकेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीडी सोनवानी द्वारा टेलीमेडिसिन यूनिट के 24&7 संचालन हेतु दायित्व सौंपें गए हैं।
शुक्रवार, 22 मई 2020
कृषि अमले एवं राजस्व अधिकारियों को टिड्डी के से बचाव हेतु तैयारी रखने कलेक्टर ने दिए निर्देश
अनूपपुर। पश्चिमी-उत्तरी एवं पश्चिमी मध्यप्रदेश में टिड्डियों (डेजर्ट लोकस्ट) के प्रकोप की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए कृषि विभाग के मैदानी अमले एवं राजस्व अधिकारियों को जिले की सीमा में किसी भी प्रकार की प्रकोप की सम्भावनाओं हेतु तैयार रहने के निर्देश शनिवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने दिए है। उन्होने कहा टिड्डियों के खेतों पर आक्रमण की सूचना तत्काल सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व को कृषि विभाग के कर्मचारियों एवं पंचायतों के माध्यम से टिड्डियों के आक्रमण से लडऩे के उपाय की तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
टिड्डियों से बचाव हेतु उपाय
उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के कई भागों में टिड्डी दल के प्रकोप की खबरें प्राप्त हो रही हैं। टिड्डी दल हवा की गति अनुसार लगभग 100-150 कि.मी. प्रति घंटा की गति से उड़ सकती हैं, जो पश्चिम तथा पश्चिम-उत्तरी मध्यप्रदेश में पहुंच चुकी हैं। टिड्डा/टिड्डी दल फसलों को नुकसान पहुंचाने वाला कीट है जो कि समूह में एक साथ चलता है और बहुत लम्बी-2 दूरियों तक उड़ान भरता है। यह फसल को चबाकर, काटकर खाने से नुकसान पहुंचाता है। उद्यानिकी फसलों, वृक्षों एवं कृषि की फसलों को बहुत बड़े रूप में एक साथ हानि पहुँचा सकता है। उप संचालक ने सभी किसानो से अनुरोध किया है कि सतत निगरानी रखें और टिड्डी दल का प्रकोप होने पर बताई गई विधियों को अपनाकर फसलों का बचाव करें।
नियंत्रण के लिये उपायों को अपना सकते हैं
भौतिक साधन- किसान टोली बनाकर विभिन्न तरह के परम्परागत उपाय जैसे शोर मचाकर तथा ध्वनि वाले यंत्रो को बजाकर, टिड्डियों को डराकर भगा सकते हैं। इसके लिये मांदल, ढोलक, ट्रैक्टर/मोटर साइकिल का सायलेंसर, खाली टीन के डिब्बे, थाली इत्यादि से भी सामूहिक प्रयास से ध्वनि की जा सकती है। ऐसा करने से टिड्डी नीचे नहीं आकर फसलों पर न बैठकर आगे प्रस्थान कर जाते हैं। रासायनिक नियंत्रण में सुबह से कीटनाशी दवा ट्रेक्टर चलित स्प्रे पंप, पावर स्प्रेयर द्वारा जैसे क्लोरपॉयरीफॉस 20 ईसी 1200 मिली या डेल्टामेथरिन 2.8 ईसी 600 मिली अथवा लेम्डाईलोथिन 5 ईसी 400 मिली, डाईफ्लूबिनज्यूरॉन 25 डब्ल्यूटी 240 ग्राम प्रति हे. 600 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। किसान सतत निगरानी रखें और टिड्डी दल का प्रकोप होने पर बताई गई विधियों को अपनाकर फसलों का बचाव करें। अगर किसान भाइयों को टिड्डी दल दिखे या उनके बारे में कुछ खबर मिले तो तुरंत निकटतम राजस्व कार्यालय, ग्राम पंचायत में सूचित करें। सामान्यत: टिड्डी दल का आगमन शाम को लगभग 6.00 बजे से 8.00 बजे के मध्य होता है तथा सुबह 7.30 बजे तक दूसरे स्थान पर प्रस्थान करने लगता है। ऐसी स्थिति में टिड्डी का प्रकोप हाने पर तत्काल बचाव के लिये उसी रात्रि में सुबह 3.00 बजे से लेकर 7.30 बजे तक उक्त विधि से टिड्डी दल का नियंत्रण किया जा सकता है।
776 प्रवासी श्रमिकों आये,557 को भेजा गया उनके गृह जिले
मास्क और सैनिटाइजर बेचने के नाम पर ठगी से बचाव हेतु पुलिस अधीक्षक ने जारी की एडवाईजरी
पुलिस कंट्रोल रूम के नम्बर पर करें सूचित
अनूपपुर। लॉकडाउन के दौरान सायबर अपराधी ब्रांडेड मास्क एवं सैनिटाईजर कम कीमत में बेचने के नाम पर ठगी को अंजाम दे रहे है। ठगी की गतिविधियों से आमजनो को सावधान करने हेतु पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने शुक्रवार को एडवाईजरी जारी की है।
जारी एडवाईजरी में बताया कि ठग मास्क और सैनिटाइजर के आकर्षित फोटो भेज कर देते है ग्राहक को प्रलोभन अपराधी ग्राहक का विश्वास पाने हेतु फर्जी जीएसटी सर्टिफिकेट का उपयोग करते है। व्हाट्सएप के माध्यम से निर्माण कम्पनी की मान्यता हेतु फर्जी प्रमाण पत्र भेजे जाते है। ग्राहकों से फास्ट डिलीवरी प्राप्त करने के लिए खाते में अग्रिम जमा करने का दबाव बनाया जाता है। इस प्रकार की ठगी करने के लिए इन मोबाइल नंबरो का उपयोग किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई है, 8420165332, 7044164286, 8739958623 जिन पर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने आमजनो से अपील की है कि इस तरह के अपराध से बचने के लिये रहे सतर्क रहें एवं अज्ञात व्यक्ति से क्रय-विक्रय के दौरान सामान प्राप्त होने पर ही राशि दे (कैश ऑन डिलीवरी)। अज्ञात व्यक्तियो की बातो पर तत्काल विश्वास कर व्यापार ना करें एवं अज्ञात कंपनी के खातो मे बिना जांच पड़ताल के रूपये जमा ना करें। अगर किसी प्रकार ठगी की जानकारी प्राप्त होती है तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम अनूपपुर के नम्बर 07659-222534 एवं मोबाइल नंबर 7049101013 पर तुरंत सूचित करें।
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प्रत्यक्षदर्शी- रोकने के बाद भी तेज धार में ले गए कार, मंत्री ने 25 ,25 हजार रुपए देने की घोषणा अनूपपुर। रविवार की रात्रि अनूपपुर जिला मुख्य...