धरना प्रदर्शन नहीं करने की चेतावनी
अनूपपुर। अनूपपुर
जनपद पंचायत के डोला ग्राम पंचायत में पानी की समस्या सहित अन्य मूलभूत समस्याओं को
लेकर पिछले तीन दिनों से चला आ रहा आमरण अनशन शनिवार को कलेक्टर के साथ हुई बैठक के
बाद समाप्त हो गया। बैठक में कलेक्टर सहित अनशनकारियों के प्रतिनिधि दल, कॉलरी प्रशासन तथा प्रशासनिक
विभागीय अधिकारी शामिल हुए। जिसमें अनशनकारियों के प्रतिनिधि की ओर से रखी गई समस्याओं
पर कलेक्टर ने बारी-बारी से समस्याओं को सुनते हुए कॉलरी प्रशासन से निराकरण की अपील
की। समस्याओं पर कॉलरी प्रबंधन की ओर से पहुंचे अधिकारियों ने पानी, सड़क, बिजली सहित अन्य मामलों पर
अपनी सुविधाओं के अनुसार व्यवस्था बनाए जाने का आश्वासन दिया। जबकि कलेक्टर ने एसईसीएल
द्वारा प्रतिमाह आयोजित की जाने वाली डीआरसीटी की बैठक में कॉलरी प्रभावित गांवों के
पंच, सरपंच के साथ समस्याओं को भी सुनने तथा निराकरण के निर्देश दिए है। बैठक में कलेक्टर
ने जनप्रतिनिधियों को भविष्य में कॉलरी क्षेत्र में किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन
नहीं करने की चेतावनी भी दी है। कलेक्टर अनुग्रह पी ने बताया कि शनिवार को बुलाई गई
बैठक में पानी अहम समस्या रही, जिसके लिए वर्ष 2014 में कॉलरी द्वारा आवंटित
कराई गई 40 लाख रूपए को पीएचई के माध्यम से टेंडर प्रक्रिया पूरी कराते हुए पानी टंकी और
पाईप लाईन बिछाने के लिए निर्देशित किया गया है। जबकि तत्काल पानी की सुविधा के लिए
कॉलरी द्वारा पानी की टैंकर से जलापूर्ति कराने की व्यवस्था को यथावत रखा है। इसके
लिए कॉलरी रोजाना कम से कम 10 पानी टैंकर की सुविधा मुहैया कराएगी। जरूरत पड़े तो अन्य टैंकर
की सुविधा भी उपलब्ध कराना होगा। कुछ लोगों ने मुआवजे की राशि नहीं मिलने की शिकायत
रखी, जिसमें आगामी बैठक में उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। डोला ग्रामीण क्षेत्र
में सड़क की मांग पर कॉलरी ने माईनिंग के विस्तारित क्षेत्र के साथ डिप्लेरिंग एरिया
के कारण सड़क निर्माण से मनाही कर दी है। कॉलरी
का कहना है कि खुली कोल परियोजना होने के कारण अधिकांश हिस्सा डिप्लेरिंग एरिया है।
हालांकि अन्य क्षेत्रों में सड़क बनाने पर अपनी सहमति प्रदान की है। बिजली आपूर्ति
के लिए फिलहाल कॉलरी पर जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्र
के लिए एमपीईबी से व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के साथ हुई बैठक के
बाद अनशनकारियों के प्रतिनिधि ने भी संतुष्टि जाहिर करते हुए सेवा शर्तो पर सहमति दी।
इसके साथ ही डोला में मूलभूत समस्याओं को लेकर आमरण अनशन तक छिड़ा विवाद शाम को नायब
तहसीलदार आरके सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक मिराज अहमद द्वारा अनशनकारियों को जूस पिलाकर
समाप्त कराया गया। विदित हो कि आमरण अनशन में पंडित उमा दत्त मिश्रा के नेतृत्व में
सरपंच शांति देवी, उपसरपंच विकास पांडे, जनपद सदस्य शारदा मरावी, रामबाई तथा दिनेश सिंह ने
बुधवार 26 सितम्बर से फिल्टर प्लांट रामनगर डोला तिराहा के पास धरना प्रदर्शन की शुरूआत
की थी। ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों का कहना था कि जबतक शासन प्रशासन डोला ग्राम पंचायत
की समस्याओं का निराकरण नहीं करती, तबतक यह आमरण अनशन जारी रखा जाएगा। ग्रामीणों व अनशनकारियों
के विरोध को देखते हुए कोतमा एसडीएम ने उन्हें मनाने का प्रयास भी किया था। लेकिन ग्रामीणों
का एक ही स्वर रहा इससे पूर्व भी ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन पर प्रशासन ने कॉलरी
के समक्ष समझौता कराते हुए पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के आश्वासन दिए थे। जबकि समस्याओं
को लेकर कमिश्नर शहडोल से भी बार-बार अनुरोध किया गया था बावजूद सबने अनदेखी कर दी।
इनका कहना है
पानी के लिए फिलहाल रोजाना 10 पानी टैंकर की व्यवस्था
रहेगी। पीएचई को पानी टंकी निर्माण और पाईपलाईन बिछाने के लिए टेंडर जारी करने के निर्देश
दिए हैं। मुआवजे के लिए आगामी बैठक में निराकरण का आश्वासन दिया गया है। डिप्लेरिंग
एरिया में सड़क नहीं बन पाएंगे, अन्य स्थानों पर निर्माण कराया जाएगा।
अनुग्रह पी, कलेक्टर अनूपपुर।