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गुरुवार, 28 सितंबर 2023

कैदी के परिजनों ने 34 घंटे बाद उठाया शव, मृत्‍यु के कारणों की निष्पक्ष न्‍यायिक जांच की मांग पर माने

एसडीओपी और कांग्रेस जिलाध्याक्ष की समझाई आई काम, जिला प्रशासन मौके से रहा नदारत

अनूपपुर। जिला जेल अनूपपुर में विचाराधीन कैदी की मौत के मामले में 34 घंटे से बाद परिजन शव ले जाने को तैयार हुए। इसके पूर्व परिजनों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जिला जेल के अधिकारी एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांगों को लेकर परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही जिला जेल प्रशासन पर कार्रवाई व बेटे को नौकरी एवं 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की। इस दौरान एसडीओपी अनूपपुर सुमित सुमित केरकट्टा, नगर निरिक्षक अमर वर्मा के साथ कांग्रेस जिलाध्याक्ष रमेश सिंह ने परिजनों से लगतार चर्चा कर निष्पक्ष जांच करायें जाने करा कार्यवाई की बात मानते हुए शव को उठाया। वहीं इस घटना में जिला प्रशासन के प्रतिनिधी नदारत रहें। पूरे मामले में पुलिस ने मोर्चे को सम्‍हल कर परिजनों को समझता रहा।

ज्ञात हो कि मूलचंद विश्वकर्मा जो धारा 307 के तहत जेल में बंद था। 2 माह से वह जेल में बंद था। जिसकी 27 सितंबर को अज्ञात कारणों से मौत हो गई। वहीं मूलचंद की बेटी ने जहर देने का आरोप लगाया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने हृदय गति रुकने से मौत का मामला बताया था।

इसके पूर्व विचाराधीन कैदी मूलचंद की पत्नि ने जिला जेल की अधीक्षक पर आरोप लगाए और उन्हें हटाने की मांग की। इस पर एसडीओपी सुमित केरकट्टा ने कहा कि सक्षम अधिकारी के समक्ष इस मांग को रखा जाएगा, उनकी सहमति के बाद कार्रवाई की जाएगी। परिजनों का कहना हैं कि जिला जेल में किसी भी प्रकार के साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ हो सकती हैं, इसलिए प्रभारी जेल अधीक्षक को हटाया जाए। वहीं उनकी दूसरी मांग 50 लाख रुपए और एक नौकरी है। इसको लेकर अभी भी सहमति नहीं बनी है। ऐसा कोई प्रावधान भी नहीं है। इसके तहत परिजनों को 50 लाख एवं एक नौकरी दी जाए, लेकिन लगातार परिजन इसी के मांग कर रहे हैं और शव नहीं ले जाने की बात कह रहें थें।

कांग्रेस जिला अध्यक्ष भी पहुंचे

मूलचंद के परिजन लगातार 24 घंटे से शव रख कर विरोध प्रदर्शन कर रहें थें, परिजनों के विरोध को देखते हुए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रमेश सिंह भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश के बाद परिजन निष्पक्ष जांच करा कार्यवाई की बात पर मानें।

सुमित केरकट्टा ने बताया कि मृतक के परिजनों ने ज्ञापन सौपकर मूलचंद के मृत्‍यु के कारणों की निष्पक्ष न्‍यायिक जांच मांग की हैं। जिस पर जांच करा कार्यवाई की जायेंगी।

बुधवार, 27 सितंबर 2023

जनजातीय उत्सव: अमरकंटक में 5 राज्यों के 82 जनजातीय कलाकारों का तीन दिवसीय प्रस्तुतियां 29 सितंबर से


अमरकंटक। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज एवं जिला प्रशासन अनूपपुर के सहयोग से मां नर्मदा उद्गम स्थली/ पवित्र नगरी अमरकंटक में तीन दिवसीय 29 सितंबर से 01 अक्तूबर तक विभिन्न राज्यों की जनजातीय लोक कलाओं की मनमोहक प्रस्तुतियां अमरकंटक के रामघाट में प्रतिदिन सायं 6 बजे होगा। आयोजन में जनजातीय कलाकारों का जमघट होगा। तीन दिवसीय इस महोत्सव में लोक कलाकार अपनी लोक संस्कृति, लोक गायन एवं कला से लोगो को रूबरू कराएंगे।

केंद्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने बताया की जनजातीय समुदाय की संस्कृति, कला, परंपरा का भारतीय समाज में बहुत बड़ा योगदान है। महोत्सव में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों के 82 जनजातीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। जिसमे झीझी, जौनसारी, भगोरिया, गरासिया, गोडी कर्मा एवं ढढार लोकनृत्य की शैली में रंगारंग प्रस्तुतियां होंगी। उत्सव का उद्देश्य जनजातीय परंपरा, कला और संस्कृति, संगीत और लोकनृत्य का प्रदर्शन करना है।

"मालवी गायन व पंडवानी गायन होंगे आकर्षण का केंद्र"

विभिन्न राज्यों के जनजातीय लोक कलाओं में मध्य प्रदेश का मालवी गायन व छत्तीसगढ़ का पंडवानी गायन आकर्षण के केंद्र होंगेप्रस्तुति मे 29 सितंबर को मलावी एवं 30 सितंबर को पंडवानी गायन जो एक छत्तीसगढ़ी लोकगायन शैली है इसमें महाकाब्य महाभारत के पांडवो की कथा सुनाई जाती है।

श्रवण उपाध्याय 

विचाराधीन कैदी की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा, जेल प्रशासन पर जहर देकर मारने का लगाया आरोप

पुलिस ने कहा: हृदयगति रुकने से जिला चिकित्सलय में इलाज के दौरान हुई मौत, हंगामा जारी

अनूपपुर। जिला जेल अनूपपुर में विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। जहां परिजनों ने जिला चिकित्सलय के बाहर जमकर हंगामा करते हुए जेल प्रशासन पर जहर देकर जान से मारने का आरोप लगाया है। परिवार वालों ने कहा कि मृतक को जबरदस्ती फर्जी मामले में फंसाकर उसे जेल भेज दिया गया था। वहीं दूसरे पक्ष पर मामला दर्ज करने की मांग कर रहें थें। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हृदय गति रुकने से जिला चिकित्सलय में इलाज के दौरान कैदी की मौत हुई है। कैदी की मौत किन परिस्थितियों में हुई यह तो जांच का विषय है। उसकी मौत के बाद शव के पोस्टमार्डम के लिए टीम भी गठित कर दी गई। जिसमें मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कैदी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। वहीं परिजन जिला चिकित्सलय में शव लेकर मुआवजा की मांग को लेकर धरने में बैठे गये शाम 7 बजे समाचार लिखे जाने तक परिजनों ने शव उठाने को तैयार नहीं हुए।

जानकारी के अनुसार कैदी मूलचंद विश्वकर्मा मारपीट के मामले में धारा 307 के तहत आरोपी लगभग 2 माह से जेल में था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कैदी की रात में अचानक तबीयत खराब होने के बाद उसे आनन फानन में जिला अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसकी सूचना परिजनों को दी गई, लेकिन मौके पर पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। मूलचंद की बेटी काजल विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि जिला जेल में साजिश के तहत उसके पिता को जहर दी गई थी। बेटी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आशीष राठौर, मायाराम राठौर के कहने पर जेल के अधिकारियों ने जहर दिया हैं। उन्होंने मांग की है कि जब तक पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं करती, तब तक वह शव को लेकर नहीं जाएंगे। घटना से कहीं ना कहीं जेल प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं। वहीं परिजन जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज की भी मांग की हैं,पुलिस मामले की मजिस्ट्रेट जांच करने की बात कहीं हैं।

यह है पूरा मामला

मूलचंद विश्वकर्मा की खेत में ट्रैक्टर ले जाने को लेकर अनसूईया गोंड व उसके परिवार के साथ विवाद चल रहा था। अनसूईया के पति सुरेश गोंड पहले उस जमीन पर खेती का काम करता था। इसके बाद सीमांकन कराने के बाद मूलचंद विश्वकर्मा उस जमीन पर खेती करने लगा। इसी को लेकर सुरेश व मूलचंद में विवाद होने लगा। 25 जुलाई की रात मूलचंद व सुरेश की पत्नी अनसूईया के बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के बीच लड़ाई झगड़ा होने लगा। बांका निकालकर दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला किया था। घटना के बाद पूरे मामले पर मूलचंद के परिजनों ने कार्रवाई की मांग की हैं। पुलिस सुबह से परिजनों द्वारा की गई मांगो को पूरा करने का प्रयास किया किन्‍तु शाम 7 बजे तक परिजन शव ले जाने को राजी नहीं हुए।

वहीं मृतक की पत्‍नी ने बताया कि कल मै अपने पति से जेल में मुलाकात की थी उस दौरान वह स्वस्थ थे, अचानक रात भर में क्‍या हो गया कि उनकी मृत्‍यु हो गई।      

जिला जेल पर पहले भी उठे हैं सवाल

जिला जेल में हृदय गति रुकने से कैदी के मौत का यह पांचवा मामला सामने आया हैं। इससे पहले भी जिला जेल पर कैदी की मौत का मामला सामने आया था। जहां परिजनों ने जिला जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिला जेल प्रबंधक की ओर से स्पष्ट जवाब नहीं देने पर हर बार परिजन जेल प्रबंधन पर आरोप लगाते हैं।

ऑटो व दो पहिया वाहन में जोरदार भिड़ंत, दोपहिया वाहन में सवार छात्रा की इलाज के दौरान मौत


अनूपपुर। मुख्यालय से सटे ग्राम छुलहा के पास बुधवार की शाम बजे ऑटो एवं दो पहिया वाहन में जोरदार भिड़ंत से दोपहिया वाहन में सवार युवक एवं युवती गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें उपचार हेतु जिला चिकित्सालय लाया गया जहां पर युवती की मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर से सेकंड ईयर का पेपर देकर एक ही बाइक से 19 वर्षीय साक्षी राठौर निवासी जैतहरी व जितेंद्र केवट निवासी चोलना लौट रहें थें, इसी दौरान या घटना घटित हुई है। बताया गया कि युवती को अधिक चोट आ जाने के कारण युवती कि इलाज के दौरान जिला चिकित्सालय में मौत हो गई।

चरित्र पर शंका पर पत्नी की गला दबाकर की हत्या, मिली आजीवन कारावास की सजा


अनूपपुर। न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश राजेन्द्रग्राम की न्यायालय ने थाना राजेन्द्रग्राम के अपराध की धारा 302  भादवि के आरोपी 48 वर्षीय बिसहुआ सिंह मरावी पुत्र सुखलाल सिंह निवासी ग्राम गिरारी को पत्नी की हत्या करने का आरोप साबित होने पर आजीवन कारावास एवं 2000 रूपये अर्थदण्ड की सजा सुनाई गई है। पैरवी वरिष्ठ सहायक जिला अभियेाजन अधिकारी नारेन्द्रदास महरा द्वारा की गई। 

सहायक जिला अभियेाजन अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 09 जून 2019 को कुन्दन सिंह ने थाना राजेन्द्रग्राम में इस आशय की सूचना दी कि वह 08 जून 2019 को अपनी छोटी बहन मीराबाई की शादी का न्योता देने ग्राम हरई, डोकराटोला होते हुए लाला सिंह के साथ बडी बहन मुन्नीबाई निवासी गिरारी के घर गया, वहां भांजा राधे सिंह से पूछा कि मम्मी-पापा कहा गए हैं, तब भांजा ने बताया कि बाहर गए हैं, अंदर जाकर देखा तो बहन सोई थी, उपर से साल ढका हुआ था। आवाज लगाने पर कुछ नही बोली तो साल हटाकर देखा तो मुन्नीबाई मृत अवस्था में पड़ी थी, मुंह से खून निकलकर दाहिने गाल में जम गया था। इसके बाद वह अपने घर धरमदास गया और माता-पिता को बता रिपोर्ट करने आया हैं। सूचना पर मर्ग कायम कर धारा 174 द.प्र.स. दर्ज किया गया। विवेचना के दौरान संदेही बिसहुआ से साक्षीयों के समक्ष अभिरक्षा में लेकर पूछताछ कर कथन लेखबद्व किया गया। कथन में आरोपित ने पत्नी के चरित्र पर शंका कर घर की परछी में गला दबाकर हत्या करना व घटना स्थल चलकर बताया। मामले की विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां न्यायालय में अपराध प्रमाणित पाये जाने पर आरोपी को सजा सुनाई गई।

सोमवार, 25 सितंबर 2023

कोतमा भाजपा को भाजपा से कांग्रेस को कांग्रेस के भितरघातियों से करना होगा मुकाबला

भाजपा ने जारी की दूसरी सूची, कोतमा से दिलीप जायसवाल होगें उम्मीदवार

अनूपपुर। मध्य प्रदेश में विधानसभा का कार्यकाल 2018 से 2023 के साढ़े चार साल से अधिक का समय बीत चुका है। वर्ष खत्म होते-होते जनता फिर अपनी सरकार चुनेगी। यानी एक बार फिर जनप्रतिनिधियों की आवाम की उम्मीदों पर खरा उतरने की बारी है। वहीं आज भाजपा ने दूसरी सूची जारी की हैं जिसमें अनूपपुर जिले कोतमा की समान्‍य विधानसभा सीट के लिए एक बार फिर दिलीप जायसवाल पर भरोसा जताते हुए उम्मीदवार बनाया हैं।

शहडोल संभाग की एक मात्र आनारक्षित कोतमा विधानसभा सीट में वर्तमान समय यहां कांग्रेस के सुनील सराफ विधायक हैं, जिन्होंने भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल को 11319 वोटो से हराया था। 2018 चुनाव में भाजपा के दिलीप को 36820 जबकि सुनील सराफ को 48249 वोट मिले थे। वहीं 2013 के चुनाव में कांग्रेस के मनोज कुमार अग्रवाल ने 38,319 वोट यानी 36.87 प्रतिशत मतों के साथ जीत दर्ज़ की थी, जबकि भाजपा के राजेश सोनी 36,773 वोट हासिल किए थे। पिछले दो बार से कोतमा में कांग्रेस के ही विधायक जीतते आ रहीं हैं।

कोतमा कांग्रेस की पारंपरिक सीट

कोतमा पारंपरिक तौर पर कांग्रेस की सीट रही है, 1957 से अब तक ज्यादातर यहां कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। 1957 से अब तक हुए कुल 14 विधानसभा चुनावों में 9 बार कांग्रेस ने ही जीत दर्ज की है। वहीं दबी जुबान में लोग लगातार दो बार भाजपा की हार के पीछे की वजह आपसी गुटबाजी बताते हैं। कहीं इस बार भी पिछला परिणाम दोहराया गया तो यह बड़ी मुश्किल होगी। यह किसी सें छिपा नहीं की कांग्रेस को जिताने में भाजापा के असंतुष्टों का पूरा सहयोग होगा।

कोलांचल के नाम से कोतमा की पहचान

क्षेत्र में कोयले की खदान होने से कोतमा को कोयलांचल के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन कोयले से कमाकर देना कोतमा में विकास के नाम कुछ नहीं है। शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी कोई खास इंतजाम ना होने से भी लोगों में भारी नाराजगी है।

आसान नहीं होगी कांग्रेस के लिए जीत

पिछले दो बार से कोतमा विधानसभा चुनाव जीतते आ रही कांग्रेस के लिए इस बार जीत इतनी आसान नहीं होने वाली है, भाजपा ने एक बार फिर से पुराने चेहरे पर विश्‍वास जताते हुए उम्मीदवार बनाया हैं। वहीं पूर्व जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम को जिला संयोजक बनाया है। जिससे कुछ हद तक भाजपा को आसान होने की उम्‍मीद की जा सकती हैं। कांग्रेस में सुनील सराफ की उम्मीदवारी लगभग तय मानी जा रहीं हैं। इनके अलावा दूसरे लोग भी दावेदारी दिखा रहे हैं। ऐसे में यदि सराफ को अगर फिर टिकट मिलती है तो कांग्रेस के दूसरे दावेदारों से भीतरघात का खतरा मंडरा रहा हैं।

छत्तीसगढ से सटी है कोतमा विधानसभा

मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे अनूपपुर में आदिवासी वोट के साथ ही पड़ोसी राज्य की राजनीति का असर भी यहां रहता है। लिहाजा इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने का कुछ फायदा भी कांग्रेस को मिल सकता है। अब देखना होगा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां कौन अपना परचम लहराता है।

विधायक ने सरकार पर लगाए उपेक्षा के आरोप

विधायक सुनील सराफ प्रदेश सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ना होने से कोतमा के विकास कार्यों को मंजूरी नहीं मिली है। 15 महीने की कमलनाथ सरकार में जो भी काम हुए उसके बाद भाजपा की सरकार आने के चलते अब लगभग बंद पड़ गए हैं।

अबतक के विधायक

1957 से लेकर अब तक की विधानसभा की स्थिति

1957: हरि राज कुंवर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1962: गिरजा कुमारी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1967: के. एम. सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1972: मृगेंद्र सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1977: बाबूलाल सिंह, जनता पार्टी

1980: भगवानदीन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई)

1985: भगवानंदीन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1990: छोटे लाल भारतीय, जनता पार्टी

1993: राजेश नंदनी सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1998: जय सिंह मरावी, भारतीय जनता पार्टी

2003: जय सिंह मरावी, भारतीय जनता पार्टी

2008: दिलीप जायसवाल, भारतीय जनता पार्टी

2013: मनोज कुमार अग्रवाल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

2018: सुनील सराफ, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

सड़क दुर्घटना में बाइक सवार की मौत

अनूपपुर। बिजुरी थाना अंतर्गत ग्राम बहेराबांध में सोमवार को तेज रफ्तार बाइक सवार मोड में बिजली के खभ्‍भे से टकरा कर घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डायल-112/100 सेवा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी पहुँचाया, जहां उपचार के दौरान युवक की मृत्‍यु हो गई।

जानकारी अनुसार के 20 वर्षीय दिनेश कुमार पाव पुत्र कन्हाई निवासी बेनीबहरा जो बहेराबांध जा रहा था। बहेराबांध मोड के पास तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर बिजली के खभ्‍भे से टकरा कर गई। सूचना पर डायल-112/100 सेवा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी पहुँचाया, जहां उपचार के दौरान युवक की मृत्‍यु हो गई।

 

कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा अपनो ने ही दिखाया आक्रोश

जुल्मी बड़ा दुखदायक हूं, विधायक नहीं नालायक हूं मैं..,इंटक प्रदेश अध्यक्ष ने अपने ही विधायक को बताया नालायक,बढ़ा विवाद
अनूपपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां काफी तेज होती जा रही हैं। कांग्रेस हो या भारतीय जनता पार्टी सभी अपने-अपने तरीके से जनता को लुभाने में लगे हुए हैं। कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा रविवार की शाम जिले अनूपपुर जिले के कोतमा विधानसभा में पहुंचने पर अपने ही लोगो के आक्रोस का समाना करना पड़ा। 

कोतमा में दो अलग-अलग स्‍थान अटल चौपाटी और ठाकुर बाबा प्रांगण में आमसभा का आयोजन किया गया। इस यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस के पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल और पूर्व मंत्री ओमकार सिंह कर रहे हैं। कांग्रेस के इस जन आक्रोश यात्रा में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मण दास बालयोगी ने बेहुदा गाना गाकर शब्दों ही शब्दों में कोतमा कांग्रेस विधायक को  नालायक बता दिया, जिसको लेकर कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा विवादों में घिर गई है।

कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा अनूपपुर जिले की कोतमा विधानसभा से प्रवेश की। जहां ठाकुर बाबा धाम के पास लगाए गए मंच से जनता को संबोधित करने के दौरान इंटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मण दास बाल योगी ने विधायक कोतमा को बेहुदा गाना गाते हुए शब्दों ही शब्दों में नालायक कह दिया। उन्होंने फिल्मी गाने की तर्ज में यहां उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जुल्मी बड़ा दुखदायक हूं विधायक नही नालयक हूं मैं।


इंटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के कोतमा विधायक पर किए बेहूदा गाने से कटाक्ष कों लेकर जिले में एक फिर राजनीति गरमा गई है। आपको बता की कोतमा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक सुनील सराफ का लगातार विरोध हों रहा है। अभी हाल में ही कुछ कांग्रेसियों ने खुद सड़क पर उतर कर विधायक का विरोध किया था।



कमलेश्वर पटेल ने महामंडलेश्वर को बताया भाजपा का एजेंट

इंटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मण दास बाल योगी कोतमा विधायक को उन्होंने फिल्मी गाने की तर्ज पर जुल्मी बड़ा दुखदायक हूं, विधायक नहीं नालायक हूं मैं कर जब जन आक्रोश यात्रा का नेतृत्‍व कर रहें पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल से पूछा गया तो उन्‍होंने कहा कि हमारी पार्टी में कोई महामंडलेश्वर नहीं हैं,,किसने क्‍या बोला मेरी जानकारी नहीं हैं। कोतमा का विधायक कांग्रेस का जुझारू नेता हैं कांग्रेस व जनता के विकास के लिए संर्घषरत हैं किसी के कुछ कहने से नहीं होता यह भाजपा से मिले लोग हैं जो इस तरह की खबरे प्रचारित कर रहें हैं।


कांग्रेस ने अनूपपुर से रमेश,कोतमा सुनील, पुष्पराजगढ़ से फुन्देलाल तय ? ,असंतुष्ट घोषित उम्मीदवारों की बढ़ायेंगे धड़कन

अनूपपुर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही हैं वैसे-वैसे पार्टी से उम्मीदे लेकर चुनाव लड़ने वाले संभावित उम्मीदवारों की धड़कनें भी तेज धड़क रही हैं। एक ओर जहां भाजपा ने चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण कुछ सीटो पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर अपनी चुनावी बिसात बिछा दी हैं वहीं कांग्रेस ने भी पूरे प्रदेश में अपने-अपने ढंग से अभी से ही मतदाताओं को लुभाने के प्रयास में जुट गई हैं। इसके लिए दोनो ही दल भाजपा और कांग्रेस चुनाव आदर्श आचरण संहिता लागू होने से पहले मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए नित नये हथकंडे अपना रहें हैं। भाजपा ने जन आशीर्वाद यात्रा निकालकर लोगों के बीच पहुंचकर 18 वर्ष की उपलब्धि के साथ मोदी सरकार की योजनाओं के माध्यम से जनता को बताने का प्रयास कर रही है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा के 18 वर्षों की विफलताओं और क्रियाकलापों को लोगो के बीच जन आक्रोश यात्रा निकालकर प्रत्येक विधानसभा के मतदाताओं तक पहुंच कर अपने 15 महिने की सरकार में किये गयें कार्यो को बता रहीं हैं। इसमे मतदाता अभी दोनों ही दलों की बातों समझ और परख रहें है।

अनूपपुर जिले की तीन विधानसभा सीटों में अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ सुरक्षित सीट हैं। जबकि कोतमा सामान्य सीट हैं। इस सीट को लेकर तीन जिलों अनूपपुर, उमरिया एवं शहडोल के दोनो ही राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी उम्मीदवारी के लिए ताल ठोक रहे हैं। जिले की सबसे बड़ी विधानसभा पुष्पराजगढ़ में दोनों ही दलों के उम्मीदवार तय हैं, यहा कांग्रेस से लगातार दो बार के विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को की उम्मीदवारी तय हैं वहीं भाजपा ने नए चेहरो को मौका देते हुए हीरा सिंह श्‍याम को उतार कर चुनाव को रोचक बना दिया है। पुष्पराजगढ़ में कांग्रेस से जिला पंचायत सदस्‍य नर्मदा सिंह भी अपनी दावेदारी के लिए पार्टी को जता दिया हैं।

अनूपपुर विधानसभा वैसे तो कांग्रेस भाजपा दोनो को ही मौके दिये हैं वर्तमान में यहा से भाजपा के बिसाहूलाल सिंह विधायक हैं जो प्रदेश के खाद्य मंत्री हैं। 2018 के पूर्व बिसाहूलाल सिंह कांग्रेस में रहें तब तक कोई सशक्त दावेदार नहीं रहा, अचानक भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने नये उम्मीदवार जनपद पंचायत नेता विश्वनाथ सिंह को विधानसभा के उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया, यहां कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी। यही हालात आज भी कांग्रेस के लिए बने हुए हैं। हालांकि प्रशासनिक सेवा छोड़ कर राजनीति में हाथ आजमाने वर्ष 2018 में कांग्रेस में शामिल हुए रमेश सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद अनूपपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष की बागडोर बखूबी संभाल रहें हैं। वहीं दूसरी ओर जिला पंचायत चुनाव में पत्नि प्रीति सिंह को उतार कर विजयी दिलाया। आज वह जिला पंचायत अध्यक्ष पर अपनी सेवायें दे रहीं हैं। कांग्रेस को एक अच्छे निर्विवाद उम्मीदवार रमेश सिंह पर टिक रही है जो भाजपा उम्मीदवार को कड़ी टक्कर देने में सक्षम दिखाई दे रहे हैं। वहीं कंग्रेस की गुटबाजी भी कियी से छिपी नहीं हैं। जिले में तीन विधानसभा वैसे कांग्रेस भी तीन गुटो में विभक्‍त हैं।

कांग्रेस कोतमा समान्‍य सीट के लिए एक अनार सौ बिमार वाली स्थिति हैं जहां तीन जिलों अनूपपुर, उमरिया एवं शहडोल के दोनो ही राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी उम्मीदवारी के लिए ताल ठोक रहे हैं। इसके साथ शहडोल सर्व शिक्षा अभियान के प्रमुख ने भी अपनी दावेदारी ठोक रहें हैं। अधिकारी से नेता बनने की चाह इन्‍होंने शहडोल सर्व शिक्षा अभियान में रहते गले तक भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारी और नेताओं को अपनी जेब में रखने वाले अधिकारी कोतमा सीट के लिए भाजपा नेताओं को अपनी भ्रष्टाचार की कमाई से खुश करने का सिलसिला चला रखा हैं। इसके साथ ही कांग्रेस से पशु विभाग से सेवानिर्वत अधिकारी भी मैदान में अपनी ताल दे रहें हैं। यहां कांग्रेस की कांग्रेस से लड़ाई चल रहीं हैं। पूर्व विधायक के नेतृत्‍व में जी 20 के असंतुष्ट नेताओं ने अपने ही विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल रखा हैं। इस समूह में सभी ने कांग्रेस आलाकमान से अपने लिए टिकट की दावेदारी की हैं। कांग्रेस आलाकमान ने वर्तमान विधायक सुनील सराफ को अपनी तैयारी के लिए क्षेत्र में रहने के निर्देश दे चुके हैं। ऐसे में जी 20 के नेताओं की आशाओं में पानी फेर दिया हैं।

रविवार, 24 सितंबर 2023

वन विभाग ने बाइक सहित जंगली सूअर का मांस किया जब्त

 वन कर्मचारियों की लापवाहीं या मिली भगत से फरार पकड़े दोनों आरोपित फरार

अनूपपुर। कोतमा वन विभाग ने शनिवार की शाम ग्राम चपानी के बड़काटोला से दो पहिया वाहन में 2 व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। जिनमें से एक व्यक्ति ने विभाग की लापरवाही का फायदा उठा कर भाग निकला। वहीं दूसरा जो वाहन चला रहा था उसे पकड़ते हुए पूछताछ करने पर नाम पुरुषोत्तम गोंड निवासी देवरी बताया। गाड़ी के निरिक्षण करने पर डिक्की से झोले में कच्चा मांस मिला जो प्रथम दृष्ट्या जंगली सुअर का मांस प्रतीत हो रहा था। इसी बीच कोतमा वन विभाग के कर्मचारियो ने फिर लापरवाही कहें या मिली भगत से दूसरा आरोपित भाग निकला। कोतमा वन विभाग की टीम हाथ मलती रही या लक्ष्‍मी की खनक की खुशी मनाती रहीं।

कोतमा वन विभाग के अनुसार घटना के बाद मौके पर फोटोग्राफ, विडियो लिए जा रहे थे। इसी दौरान दूसरा आरोपी बीट गार्ड से झूमा-झपटी कर भाग गया। मौके पर बाइक में चाबी लगी हुई मिली। डिक्की में झोले में रखा मांस और मोबाइल जब्त किया गया।

जिस घर मे मरा गया था जंगली सूअर,वहां पहुंची वन विभाग की टीम

वन विभाग के अनुसार शनिवार को ग्राम चपानी मौहारटोला में ईश्वर सिंह के घर में जंगली सुअर को शिकार कर मारने और काटने की सूचना प्राप्त होने पर दबिश दी गई। मौके पर घर में दरवाजा लगा था। घर पर कोई नहीं था। ग्राम पंचायत चपानी के सरपंच प्रतिनिधि को मौके से बुला घर में खोज बीन करने पर एक बोरी में खून और मांस अवशिष्ट लगा पाया गया। परछी में खून के निशान पाए गये और घर की बाड़ी में प्लास्टिक चटाई खून से सनी हुई पाई गई। बाड़ी में बने कुंए में मांस के टुकडे,आंत अतड़या भी मिली। कुंए से निकलवाकर उपरोक्त समस्त सामग्री की नियमानुसार जब्ती की गई।

घर के अन्दर के कमरे में ताले लटका होने के कारण ईश्वर सिंह की मां खेलन बाई पति टिब्बुल सिंह की उपस्थिति में कमरों के ताले खुलवाकर देखने पर कमरों के अन्दर से 2 लोहे की हसियां खून और मांस से सनी हुई,1 लकड़ी का ठीहा ,मांस पकाने की एल्यूमीनियम की कड़ाई और स्टील के कटोरे में पका हुआ मांस जब्त किया गया।

मामले में वन विभाग के रेंजर विकास सेठ ने बताया कि आरोपियों पर वन अपराध प्रकरण पंजी बद्ध किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित की गई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा


लखनऊ से कवर्धा जा रही बस तुलरा घाट पर अनियंत्रित होकर पलटी 20 घायल



अनूपपुर। लखनऊ से कवर्धा जा रही बस रविवार की सुबह तुलरा घाट पर अनियंत्रित होकर पलट गई सिमें बैठे 20-22 यात्रियों को हल्‍की चोटे आई जिन्‍हे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र बेनीबारी में इलाज के लिए भेजा गया जहां इलाज के बाद सभी यात्री दूसरी बस से अपने गंतव्य रवाना हो गया। 
वहीं पुलिस ने बस चालक के खिलाफ लापरवाही का अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।


थाना करनपठार प्रभारी अजय सिंह टेकाम ने बताया कि लखनऊ से चल कर छग के कवर्धा जा रही बस क्रमांक सीजी 09 जेएल 7181 शहडोल रोड तुलरा घाट के मोड़ पर पहुंचने पर अनियंत्रित होकर पलट गई जिसके बाद चीख पुकार मच गई स्‍थानिय लोगो ने इसकी सूचना 100 डायल और 108 एम्बुलेंस को दी, मौंके पर पहुंचे 108 के इएमटी हेमंत मरावी और पायलट रामसेवक ने यात्रियों को बस से निकाल कर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र बेनीबारी में भर्ती कराया। जिसमें 20 यात्रियों को हल्‍की चोटें आई जिसमें से 4 गंभीर चोटे बताई गई जिन्‍हें रेफर कर दिया गया। जानकारी अनुसार अधिकतर यात्री छत्तीसगढ़ के बतायें गयें हैं।

 

 

 


शनिवार, 23 सितंबर 2023

जमीनी विवाद पर हुई युवक की हत्या: रात में राष्ट्रीय राजमार्ग पर शव रख लगाया जाम

जनप्रतिनिधियों व पुलिस की समझाइश के बाद माने परिजन

अनूपपुर। कोतमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गढ़ी में जमीनी विवाद को लेकर हुए मारपीट में उपचार के दौरान घायल की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने कोतमा-अनूपपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शव रख कर धरना प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम करने का प्रयास किया। मौके पर विधायक सुनील सराफ, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं पुलिस की समझाइस के बाद परिजनों ने आवागमन बहाल करा।

गढ़ी गांव निवासी रामकुमार पिता परसू साहू निवासी गढ़ी 21 सितंबर को साइकिल से गांव से खेत लामाटोला गांव जा रहा था। तभी पुराने जमीन विवाद को लेकर कमलेश साहू,त्रिवेणी साहू ने रास्ते में रोक कर रामकुमार के साथ धारदार हथियार से मारपीट की। रामकुमार की उपचार के दौरान शहडोल मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई।

पुलिस ने शनिवार को कमलेश और त्रिवेणी को गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया है। रामकुमार के परिजनों सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने इस मामले में आरोपी के मां-पिता, भाई और जीजा के शामिल होने के आरोप लगाते हुए सभी के विरुद्ध अपराध दर्ज करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग 43 विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण लगभग 3 घंटे तक शव रखकर विरोध प्रदर्शन करते रहे और पुलिस से अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने की मांग की।

इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों की जानकारी मिलने पर विधायक सुनील सराफ मौके पर पहुंचे। जहां वह काफी समय तक उपस्थित रहे। इसके बाद जब विधायक मौके से रवाना होने लगे, तो किसी बात को लेकर विधायक से नाराज हो जाने पर ग्रामीणों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद विधायक ने ग्रामीणों से मुर्दाबाद के नारे लगाए जाने का कारण पूछा। लगभग आधे घंटे तक मौके पर हंगामा की स्थिति बनी रही।

कोतमा थाना प्रभारी सुंद्रेश सिंह मरावी ने बताया कि मृतक के परिजन हत्या के मामले में परिवार के अन्य लोगों के शामिल होने की बात को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। जिनके कथन दर्ज करते हुए संबंधित साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। यदि उनके भी संलिप्त होने के प्रमाण मिलते हैं, तो उन पर भी अपराध दर्ज किया जाएगा।

अतरिक्‍त पुलिस अधिक्षक शिवकुमार सिंह ने बताया कि हत्‍या का मामला दर्ज किया गया हैं, दो को गिरफ्तार किया गया हैं। जांच कर कार्यवाई की जायेंगी।

 

ग्रामीणों की चुनाव का बहिष्कार की चेतवनी: बुनियादी सुविधाओं से वंचित ग्रामीणों ने अनदेखी का लगाया आरोप

विकास नहीं तो वोट नहीं का लगाया नारा, स्थानीय नेताओं को जम कर कोसा,राजनेताओं के प्रवेश पर लगाई रोक

अनूपपुर। जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव का समय करीब आ रहें हैं वैसे-वैसे मतदाता अपनी समस्‍याओं को लेकर मुखर हो रहा हैं। जहां आजादी के 7 दशक के बाद भी गांव में बुनियादी सुविधाओं से दूर हैं। जिसे अपनी मांगो के लिए चुनाव बहिष्कार का सहारा लेना पड़ रहा है। वहा ऐसे जनप्रतिनिधी हैं जिन्‍हों ने वोट लेने के बाद ग्रमीणों की समस्‍याओं को अनदेख किया हैं। जिसे लेकर अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर तख्ती बैनर में चेतावनी लिख कर गांव में प्रवेश होने वाले मुख्य मार्ग  पर बैनर लगा दिया कि नेताओं का गांव में प्रवेश पूर्णतः वर्जित है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में विकास कार्य नहीं होते है ,तो वह अपने मताधिकार का उपयोग क्यों करें। जबकि यह कांग्रेस विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को का विधानसभा क्षेत्र व शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह का गृहग्राम पुष्पराजगढ़ का क्षेत्र हैं।

जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत दोनिया की जनसंख्या 1978 है। जहां स्कूल और पहुंच मार्ग तक जाने वाली सड़के अब तक नहीं बनी है। ना ही ग्राम के टोलो में पीने के पानी की व्यवस्था है। पीएम आवास गिने चुने और अपात्र लोगों को ही नसीब हो सका है। पात्र लोग दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है और तो और शौचालय सिर्फ ढूंढने पर ही दिखाई दे सकता है। ग्रमीणों ने बताया कि विधायक, सांसद सहित कई जनप्रतिनिधियों को मूलभूत सुविधाओं और योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कई बार गुहार लगाई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं की मांग करते-करते इतने थक चुके है अब सभी एक मत होकर आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं देने की बात कही है। ग्रमीणों ने राजनेताओं से लेकर प्रशासनिक अफसरों पर अनदेखी का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक मतदान के बहिष्कार पर अडिग रहेंगे।

जबकि आश्चर्य यह हैं कि यह दो बार से कांग्रेस के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को है। वहीं शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह का गृहग्राम पुष्पराजगढ़ है। इन दोनों जनप्रतिनिधियों के पुष्पराजगढ़ में रहने के बावजूद 30 किमी के क्षेत्र में ग्रामीणों मूलभूत सुविधाओं नहीं मिल पा रही है।

शराब ठेकेदार के गुर्गों की गुंडागर्दी: युवक को वाहन से कुचल कर मारने की कोशिश, 3 संदेही अभिरक्षा में

पूरी घटना सीसीटीव्ही  में कैद, वाहन जप्त  अनूपपुर। कोतमा थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 43 स्थित एक ढाबे शनिवार - रविवार की रात से निकल...