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शनिवार, 24 जुलाई 2021

दो दिनों से लगतार हो रहीं बारिश से शहर हुआ पानी-पानी, कई मोहल्ले बने तलाब चली नाव


अनूपपुर। जिले में दो दिनों से लगातार हो रही दिन-रात की बारिश में जिला मुख्यालय अनूपपुर पानी पानी हो गया। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। जिसमें पानी घरों में घुस गया। वहीं मार्ग नहीं मिलने पर बारिश के पानी ने सडक़ों को लांघकर अपना आगे का रास्ता बनाया। कुछ क्षेत्रों में पानी के जमाव के कारण यातायात बाधित हो गया है। लेकिन इस दौरान जलभराव की स्थिति से निपटने नगर पालिका अमला जेेसेबी मशीन सहित पहुंच कर तलाब बने मोहल्लों से पानी निकासी का प्रयास करते नजर आया। बारिश शनिवार को भी अनवरत जारी हैं।

बताया जाता है कि अनूपपुर-चचाई मुख्य मार्ग के चंदासटोला बीएसएनएल कार्यालय के समीप भू-अभिलेख कॉलोनी में तीन वर्षो से बारिश के सीजन में पानी का जमाव हो रहा है, जहां शनिवार को भी लगभग 5 फीट मोटा पानी भर गया। जिसके कारण राजस्व विभाग कर्मचारियों के लिए बनाए गए शासकीय क्वार्टर में एक से दो फीट पानी अंदर भर आया है। पानी के कारण घरों में हजारों का सामान बर्बाद हो गया है। इससे लगे वार्ड क्रमांक 2 में चंदास नदी किनारे बने गरीबों के झुग्गी झोपड़ी एवं सफाई कर्मचारियों का मोहल्ला भी पानी से प्रभावित हुआ है। वार्ड क्रमांक 9, 2, 13 सहित अन्य वार्ड जल जमाव से पूरी तरह प्रभावित हुए हैं। वार्ड क्रमांक 9 में पानी निकासी नहीं होने के कारण वार्ड का हिस्सा तालाब सा नजर आ रहा है।


जिले में 45.5 मिमी औसत वर्षा

अधीक्षक- भूअभिलेख शाखा अधिकारी एसएस मिश्रा ने बताया कि शनिवार को हुई बारिश में अनूपपुर में 9.5 मिमी, कोतमा 28.0 मिमी, जैतहरी 59.2 मिमी, पुष्पराजगढ़ 48.0 मिमी, अमरकंटक 91.8 मिमी, बिजुरी 29.0 मिमी, वेंकटनगर 33.0 मिमी, बेनीबारी 65.0 मिमी सहित कुल वर्षा 363.5 मिमी दर्ज की गई है। जिले में पिछले 24 घंटे में लगभग 45.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। वहीं 1 जून से अबतक कुल 430.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जबकि वर्ष 2020 में यह आंकड़ा 432.1 मिमी दर्ज की गई थी।


ग्रमीणों की शिकायत पर ग्रापं पड़रिया जांच में पहुंची टीम, एसडीएम ने किया मौका निरिक्षण


विकास कार्यो में अनिमित्ताओं पर कलेक्टर ने बनाई जांच समिति

अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत पड़रिया में विकास कार्यो के दौरान पंचायत द्वारा की गई अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर से की गई शिकायत में शनिवार को चार सदस्यी टीम ने पंचायत का मौका निरीक्षण किया। जिसमें एसडीएम पुष्पराजगढ़ अभिषेक चौधरी, सीईओ देवेन्द्र सोनी, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जिला परियोजना अधिकारी नरेगा शामिल रहे। एसडीएम पुष्पराजगढ़ ने मौके पर ही निर्माण कार्यो स बंधित जानकारी ली, वहीं अन्य विभागीय अधिकारियों से अन्य कार्यो की जांच कर रिपोर्ट मांगी।

एसडीएम पुष्पराजगढ़ ने बताया कि अधिकारियों से मिले जांच रिपोर्ट के बाद जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा। एसडीएम ने बताया पंचायत में हुए निर्माण कार्यो व उनमें बरती गई गड़बड़ी को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत की थी। जिसमें कलेक्टर ने समिति गठित करते हुए जांच के निर्देश दिए थे। इसी कार्रवाई में यह जांच की जा रही है। बताया जाता है कि ग्राम पंचायत सचिव पर ग्रामीणों ने भ्रस्टाचार के आरोप लगाते हुए सचिव द्वारा करवाए गए 16 कार्यो में अनियमितता की शिकायत कलेक्टर से की थी। और मांग की गई है कि सभी मामलों की निष्पक्ष जांच कराई जाए। वहीं 7 दिनों में कार्रवाई नहीं होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत की पंचायत भवन की दशा दयनीय बनी हुई है। जर्जर हालत में खड़ी पंचायत भवन कब धराशायी हो जाए। लगभग 20 वर्षों से ना तो पोताई हुई ना ही इसकी रखरखाव में कोई पैसा लगाया गया। जब से आनंद महोबे सचिव बन कर आए हैं तक से पंचायत का दरवाजा ही नहीं खुलता आज तक ना तो सरपंच और ना ही सचिव पंचायत में नहीं आते हैं। ग्रामीण जनों का कहना है कि जांच कराई जाए तो लाखों रुपए का भ्रस्टाचार उजागर होगा। पंचायत में जितने भी काम ग्राम पंचायत सेे हुए है उनकी राशि तो पूरी निकाली जा चुकी है लेकिन मजदूरों का भुगतान अभी तक नही हो पाया है, चाहे वह सीसी रोड हो या पशु शेड निर्माण का भुगतान शेष है।

अनूपपुर: गुरू पूजन कर शिष्यों ने मनाया गुरु पूर्णिमा पर्व, गुरू अश्रामों में लगा भक्तों का तांता


अनूपपुर/अमरकंटक। पवित्र नगरी अमरकंटक सहित पूरे जिले में गुरु पूर्णिमा पर्व शनिवार को हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। अमरकंटक व आसपास क्षेत्रों मेें सुबह से ही शिष्य गुरू पूजन के लिए गुरूओं के आश्रमों में तांता लगा रहा। अमरकंटक में श्री कल्याण सेवा आश्रम
, श्री मृत्युंजय आश्रम, श्री शांति कुटी,श्री मार्कंडेय आश्रम, श्री फलाहारी बाबा आश्रम, श्री धारकुंडी आश्रम सहित अन्य छोटे-बड़े आश्रमों में शिष्यों ने गुरु पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। बाबा कल्याण दास जी महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर राम कृष्ण आनंद महाराज, महामंडलेश्वर शारदा नंद महाराज,श्री महंत राम भूषण दास महाराज का आर्शीवचन लिया।

आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जाता है। इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन से ऋतु परिवर्तन भी माना जाता है अत: इस दिन वायु की परीक्षा करके आने वाली फसलों का अनुमान भी किया जाता है।

इस दिन शिष्य अपने गुरु की विशेष पूजा करता है और उसे यथाशक्ति दक्षिणा,पुष्प,वस्त्र आदि भेंट करता है। शिष्य इस दिन अपनी सारे अवगुणों को गुरु को अर्पित कर देता है, तथा अपना सारा भार गुरु को दे देता है। सामान्यत:  लोग शिक्षा प्रदान करने वाले को ही गुरु समझते हैं परन्तु वास्तव में ज्ञान देने वाला शिक्षक बहुत आंशिक अर्थों में गुरु होता है। जो जन्म जन्मान्तर के संस्कारों से मुक्त करा व्यक्ति या सत्ता ईश्वर तक पहुंचा सकती हैं,ऐसी सत्ता ही गुरु हो सकती है। हिंदू धर्म में गुरु होने की 13 शर्तें बताई गई हैं।

शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

संयुक्त मोर्चा की कलम बंद हड़ताल के दूसरे दिन भी कार्यलय रहें सूने,सरकार के खिलाफ की नारेबाजी


हितग्राही बिना समस्याओं के निराकरण वापस लौटने को विवश

अनूपपुर। मप्र पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा के बैनर तले 17 संगठनों के कर्मचारी-अधिकारी द्वारा अपनी-अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे। इंदिरा तिराहा पर अधिकारियों व कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को पूरा करने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं संगठनों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से विभागीय कार्यालयों के लम्बित कार्य प्रभावित हो रहें हैं। सभी 17 संगठनों से स बंधित कार्यालयों में कुछ अधिकारियों को छोडक़र कार्यालय में वीरानी पसरी है। कर्मचारियों के नहीं होने से विभागीय स्तर के सभी कार्य ठप्प है, वहीं अपनी समस्याओं से जुड़े हितग्राही भी बिना समस्याओं के निराकरण वापस लौटने को विवश है।

धरना दे सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

दो दिनों के सामूहिक अवकाश के बाद 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल के दूसरे दिन 23 जुलाई को संयुक्त मोर्चा की हड़ताल में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, सर्व शिक्षा के उपयंत्री, संविदा कर्मी तथा राज्य अजीविका मिशन के जिला से लेकर ग्राम पंचायत स्तर के सभी अधिकारी कर्मचारी ने पूरी तरह काम बंद कर हड़ताल पर इंदिरा तिराहे पर अधिकारियों व कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को पूरा करने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे कार्यलयों में काम पूरी तरह से ठप्प रहा। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले हितग्राही अपने कामो के लिए इधर-उधर भटकते रहे। यह स्थिति जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों में रहीं। इससे ग्रमीण विकाश विभाग की विभिन्न महात्वाकांक्षी योजनाएं पूरी तरह से प्रभावित रहीं।  

17 संगठनों का संयुक्त मोर्चा

संयुक्त मोर्चा के बैनर तले ग्राम रोजगार सहायक संघ, पंचायत सचिव संगठन, मनरेगा कर्मचारी संगठन, मप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कर्मचारी अधिकारी संघ, मुख्य कार्यापालन अधिकारी संगठन, अभियंता संघ, जिला/ जनपद पंचायत कर्मचारी संघ, मप्र पंचायत समन्वयक अधिकारी संघ, पीएम आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत डाटा इंट्री ऑपरेटर संघ, सोशल ऑडिट स्टाफ वेलफेयर एसोसिएसन, सहायक विस्तार अधिकारी संघ, स्वछ भारत मिशन ग्रामीण संघ, पीएम आवास ग्रामीण संघ, मप्र कम्प्यूटर ऑपरेटर महासंघ, मध्याह्न भोजन ग्रामीण संघ, डीआरडी संघ, वॉटरशेड संविदा अधिकारी/ कर्मचारी संघ शामिल हैं। इस प्रकार शहरी और ग्रामीण अंचलों से स बंधित सभी कार्य के कार्यालय कर्मचारी और अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हैं।


पहले दिन 48 गर्भवती महिलाओं ने लगवाया कोरोना टीका

पहले दिन 48 गर्भवती महिलाओं ने लगवाया कोरोना टीका

अनूपपुर। कोरोना से बचाव के लिए अब गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण लगायें जा रहें हैं। जिसकी शुरूआत शुक्रवार 23 जुलाई को 48 महिलाओं को को-वैक्सीन के टीके लगा कर की गई।

जिला टीकाकरण अधिकारी डां. एसबी चौधरी ने बताया कि 48 गर्भवती महिलाओं को लगा को-वैक्सीन का टीका लगाया गया हैं। टीकाकरण जिले के चारो विकाशखड़ में एक साथ की गई। जहां अनूपपुर जिला चिकित्सालय में 7 महिलाओं ने टीका लगवाया, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परासी में 11,जैतहरी में 20, कोतमा में 10 महिलाओं ने टीका लगवाया। डां.चौधरी ने बताया गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण से पहले पूरी जांच की गई इसके बाद उनसे सहमति लेकर कोरोना टीका लगाया गया। यह टीकाकरण सप्ताह के दो दिन मंगलवार एवं शुक्रवार को लगाया जायेंगा।

मंगलवार, 20 जुलाई 2021

शाअसं ने 10 सूत्रीय मांगो के निराकरण के लिए सौंपा ज्ञापन,आन्दोलन की दी चेतावनी


अनूपपुर। शिक्षकों/अध्यापकों की मांगों को लेकर मप्र शासकीय अध्यापक संगठन के आवाहन पर अनूपपुर में मंगलवार को 10 सूत्रीय मांगो के निराकरण को लेकर मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को सौंपा।

संघ के जिला प्रमुख ने बताया कि ज्ञापन में विगत 2 वर्षों से बंद वेतन वृद्धि को शीघ्र जारी करने, केंद्र के समान राज्य के कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देने, अध्यापक संवर्ग को मूल शिक्षा विभाग जस का तस किये जाने, क्रमोन्नति एवं वरिष्ठता का सही निर्धारण, छठवें वेतनमान की विसंगतियों को दूर करने, स्थानांतरण के लिए रिक्त पदों की सूची वर्ग बार जारी कर एवं नई पेंशन योजना को बंद कर उसके स्थान पर पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग की है। साथ ही अन्य समस्याओं को समय सीमा निराकरण करने की मांग प्रमुख हैं। मांग पूरी न होने पर संगठन ने आंदोलन की चेतावनी दी हैं। ज्ञापन सौंपने में जिलाध्यक्ष सीपी तिवारी,संतोष कुमार मिश्रा,महिला मोर्चा अध्यक्ष शेफाली सरकार, लक्ष्मी कांत चतुर्वेदी, विनोद गुप्ता दीपक पांडेय,राजेन्द्र यादव, संजय शुक्ल, राजेश जैन,हीरा लाल बैगा, सविता प्रजापति, सुनीता,अनिता यादव,  हेतराम साहू, रमाकांत द्विवेदी, मनोज पटेल,मोहन टांडिया,पीएन त्यागी कमलेश कोल,लल्लू लाल मिश्र, दिनेश तिवारी, बिक्रम सिंह, श्रीकांत, शाकिर हफ्फिजुद्दीन सिद्दिक्वि,नरेंद्र देवांगन उपस्थित रहें।

अनूपपुर-अमरकंटक मार्ग बंद, कैसे पहुंचेंगे श्रद्धालु नर्मदा स्नान और जलाभिषेक के लिए कावडि़ए अमरकंटक


तीर्थकोटि कुंड के दरवाजे पर लगा ताला,रामघाट पर नहीं पानी का भराव,तैयारियां शून्य

अनूपपुर। प्रथम सावन सोमवार से लेकर अंतिम तिथि तक लाखों की संख्या में कावडिय़ों सहित श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी। 25 जुलाई से सावन माह का आरम्भ हो जाएगा। जिसमें शिवभक्तों का जत्था स्नान और जलाभिषेक के लिए जिले की पवित्र नगरी अमरकंटक पहुंचेंगे। इस दौरान शिवभक्त नर्मदा में स्नान कर नर्मदा उद्गम कुंड से जल भरकर जलाभिषेक के लिए जालेश्वर धाम के लिए प्रस्थान करेंगें। वहीं जालेश्वर जलाभिषेक के उपरांत दूर-दाराज खासकर कर्वधा छत्तीसगढ़ के कावडिय़ों द्वारा पुन: नर्मदा जल भरकर बूढ़ा महादेव (कर्वधा धाम) में जलाभिषेक करने की यात्रा करेंगे। इस दौरान मां नर्मदा के दर्शन और पवित्र सावन मास में नर्मदा स्नान के लिए अन्य प्रदेशों के सैलानियों के साथ स्थानीय लोगों की भी भीड़ नर्मदा मंदिर परिसर, माई की बगिया, सोनमूडा, श्रीयंत्र मंदिर सहित तीर्थकोटि व रामघाट पर मौजूद होगी। लेकिन वर्तमान कोरोना संक्रमण काल के दौरान अमरकंटक में जुटने वाले श्रद्धालुओं व सैलानियों की भीड़ से निपटने और कोरोना नियमों का पालन कराने नर्मदा मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन स्तर पर कोई रणनीति तैयार नहीं की गई है।

श्रद्धालुओं की भीड़ और गाइडलाइन के पालन नहीं होने से दूसरी लहर की भांति का खतरा फिर से उत्पन्न हो सकता है। वैज्ञानिक चिकित्सको के मतों के अनुसार अगस्त माह में कोरोना की तीसरी लहर आने के संकेत को भांपते हुए उत्तराखंड सरकार ने कावंड यात्रा रोक लगा दी। वहीं उत्तरप्रदेश की कांवड यात्रा में लाखों श्रद्धालुओं के दिल्ली में प्रवेश पर दिल्ली सरकार द्वारा भी एतिहातन प्रवेश पर रोक लगा दिया है। जबकि उत्तरप्रदेश में कावंड यात्रा पर कोर्ट में मामला विचाराधीन है। जानकारों का मानना है कि अगर अमरकंटक जैसे छोटे से धार्मिक स्थल पर कोरोना नियमों के अनुसार रणनीति नहीं बनाई गई तो अप्रैल-माह के दौरान कोरोना से बनी स्थिति की भांति पुन: जिले में खतरा बना रहेगा। इसके लिए पूर्व से ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंदिर ट्रस्ट, मंदिर पुजारियों, आश्रम के संतों व गणमान्य नागरिकों के बीच आपसी सहमति पर रणनीति तैयार किया जाना चाहिए, ताकि माहभर लगने वाले सावन उत्सव के दौरान सुरक्षा के साथ धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा किया जा सके। फिलहाल सावन माह के आरम्भ होने में पांच दिन का समय शेष है।

गत वर्ष लॉकडाउन के बाद भी 10 हजार से अधिक पहुंचे थे श्रद्धालु

वर्ष 2020 के दौरान देश व्यापी लॉकडाउन और परिवहनों पर पूर्णत: प्रतिबंध के बावजूद अमरकंटक स्थानीय स्तर पर लगभग 10 हजार श्रद्धालु सावन मास के दौरान अमरकंटक पहुंचे थे। लेकिन इस वर्ष देश के कुछ हिस्सों को छोडक़र ऑनलॉक की स्थिति और परिवहन सुविधाएं भी उपलब्ध है। जिसके कारण अमरकंटक में इस वर्ष लाखों की भीड़ जुटने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता हैं। अमरकंटक जानकारों का कहना है कोरोना काल को छोडक़र देखा जाए तो पूर्व के वर्षो में सावन माह के दौरान डेढ़ लाख से दो लाख के बीच श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती थी।


रामघाट का निर्माण अधूरा, तीर्थकोटि पर ताला

सावन माह की भीड़ और नर्मदा की सकरी होती जलधारा को विस्तारित करने के उद्देश्य शासन द्वारा रामघाट सौन्दर्यीकरण, गाद निकालने और पुष्कर डैम सहित अन्य डैमों की मरम्मती कार्य कराया जा रहा था। जिसे बारिश से पूर्व पूरा करने के अल्टीमेटम भी सीएम शिवराज सिंह ने दिए गए थे। लेकिन मई माह के दौरान लगातार बारिश के कारण कार्य प्रभावित हुआ और परिणाम जुलाई माह के बाद भी रामघाट का निर्माण कार्य अधूरा रहा गया। इसके कारण इस वर्ष श्रद्धालुओं को रामघाट पर स्नान के लिए साफ नर्मदा जल नहीं उपलब्ध हो पाएंगे। लेकिन दूसरी ओर कोरोना के कारण तीर्थकोटि घाट के दरवाजे पर भी ताला लगा हुआ है।

अनूपपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग बंद

अनूपपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग के किररघाट घाट में 8 जुलाई को तेज बारिश से कुछ दूरी बने डैम के टूटने के कारण पहाड़ से चट्टानों धंसकने से मार्ग में आवाजाही पर पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया गया हैं। लेकिन विभागीय अनदेखी से सावन के महीने में आम नागरिकों को अमरकंटक पहुंचने में परेशानियों का समाना करना पड़ेगा।

ग्राविवि का संयुक्त मोर्चा दूसरे दिन भी रहा अवकाश में


विभाग की विभिन्न महात्वाकांक्षी योजनाएं रहीं प्रभावित

अनूपपुर। राज्य शासन के नियमित एवं अन्य अस्थाई तथा संविदा कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ अब आर पार की लड़ाई के लिए मोर्चा खोल दिया हैं। दूसरे दिन मंगलवार को सामूहिक अवकाश पर रहें। वहीं कार्यलयों में अधिकारी कर्मचारियों की कुर्सी खाली होने से आमजन जन परेशान रहें।

ज्ञात हो कि इसके पूर्व मप्र राज्य कर्मचारी संघ अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा एवं संविदा अधिकारी कर्मचारी महासंघ ने प्रदेशव्यापी आह्नवान पर जिला एवं ब्लाक इकाइयों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों को लेकर मांग पत्र सौपे गए थे। दो दिवसीय अवकाश होने से कार्यलयों में काम पूरी तरह से ठप्प रहा। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले हितग्राही अपने कामो के लिए इधर-उधर भटकते रहें। यह स्थिति जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों में रहीं। इससे ग्रमीण विकाश विभाग की विभिन्न महात्वाकांक्षी योजनाएं पूरी तरह से प्रभावित रहीं।

अमरकंटक वनपरिक्षेत्र में मृत मिला चीतल, जांच में जुटा वन विभाग


अनूपपुर। अमरकंटक वनपरिक्षेत्र के काली मंदिर स्थित कपिला नाला के किनारे 20 जुलाई की दोपहर एक तीन वर्षीय चीतल का शव पाया गया। जिसकी सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने वनविभाग अमले को दी। मौके पर पहुंचे वनपरिक्षेत्र अधिकारी मिथुन सिसोदिया सहित अन्य कर्मचारियों ने शव की जांच पड़ताल की। जिसमें चीतल के गले में जीआई तार का फंदा कसा हुआ पाया गया। इस घटना में वनविभाग ने चीतल के शिकार किए जाने की आशंका व्यक्त करते हुए जांच पड़ताल आरम्भ की है।

बताया जाता है कि दोपहर कुछ ग्रामीण कपिला नाला के पास से गुजरे, जहां चीतल को मृतावस्था में पाया। इसकी सूचना 100 डायल वाहन पुलिस को देते हुए वनविभाग को दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने चीतल को मृत पाया।

वनपरिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि इस संम्बध ग्रमीणों से पूछतांछ की जा रहीं हैं। जांच के बाद ही जानकारी मिलेगीं।

रोजगार दिलाए जाने प्रभावित किसानों ने कलेक्टर से की शिकायत,सौंपा ज्ञापन


प्रशासन एवं प्रबंधन की अनदेखी से अनावश्यक रोजगार प्रदाय में हो रहा विलंब

अनूपपुर। एसईसीएल हसदेव क्षेत्र अंतर्गत कुरजा उपक्षेत्र द्वारा कालरी विस्तार हेतु किसानों की भूमि का अधिग्रहण किए जाने के कई वर्ष बीत जाने के बाद रोजगार नहीं दिए जाने की शिकायत मंगलवार को किसान संघर्ष समिति के ने कलेक्टर से करते हुए ज्ञापन सौंप जल्द रोजगार उपलब्ध कराए जाने की मांग की।

सौपे गए ज्ञापन में बताया गया कि वर्ष 2014 में किसानों की 314 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण एसईसीएल प्रबंधन द्वारा किया जा चुका है। जिसके 5 वर्ष बीतने के पश्चात वर्ष 2019 में किसानों को मुआवजा का भुगतान किया गया । इसके साथ ही कोल इंडिया पुनर्वास एवं विस्थापन नीति के अंतर्गत प्रभावित किसानों को रोजगार प्रदाय किए जाने में जिला प्रशासन तथा प्रबंधन दोनों के द्वारा लेटलतीफी किए जाने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोजगार के लिए अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला पुनर्वास समिति की उपस्थिति में ग्राम सभा का आयोजन भी किया जा चुका है। किन्तु रोजगार प्रदान किए जाने की कार्यवाही प्रारंभ नहीं हो पाई हैं और ना ही प्रभावित किसानों को जीवन निर्वाह भत्ता ही प्रबंधन द्वारा दिया जा रहा है। रोजगार देने में हो रही लेटलतीफी के कारण किसानों को आर्थिक एवं मानसिक परेशानी से जूझना पड़ रहा है। किसानों ने रोजगार दिए जाने की मांग की गई।

जिले में अब तक 2 लाख 24 हजार से अधिक व्यक्तियों को लगा कोरोना टीका


गर्भवती महिलाओं को 23 जुलाई से लगेंगी को-वैक्सीन

अनूपपुर। जिले में 18 से 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाया जा रहा है। जहां अब तक 2 लाख 24 हजार 417 व्यक्तियों टीके की प्रथम और द्वितीय डोज लगवाई जा चुकी है। इसमें 1 लाख 94 हजार 453 व्यक्तियों ने प्रथम व 29 हजार 964 व्यक्तियों ने द्वितीय डोज लगवाई है।         

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसबी चौधरी ने मंगलवार को बताया कि जिले में अब तक 4 हजार 222 हेल्थ केयर वर्करों को प्रथम व 3 हजार 336 को द्वितीय, 2 हजार 469 फ्रंट लाईन वर्करों को प्रथम व 1 हजार 761 को द्वितीय तथा 18 से 44 वर्ष के 14 लाख 6 हजार 596 व्यक्तियों को प्रथम तथा 3 हजार 143 व्यक्तियों को द्वितीय एवं 45 से 59 वर्ष के 55 हजार 147 व्यक्तियों को प्रथम व 15 हजार 263 व्यक्तियों को द्वितीय और 60 वर्ष से अधिक आयु के 26 हजार 18 व्यक्तियों को प्रथम और 6 हजार 461 व्यक्तियों को कोविड-19 का द्वितीय डोज लगाया जा चुका है। 

कोविशील्ड 22 को एवं गर्भवती महिलाओं को 23 जुलाई से को-वैक्सीन

कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु 22 जुलाई को विकासखण्ड अनूपपुर एवं जैतहरी में 10-10 सत्र, कोतमा में 7 तथा पुष्पराजगढ़ में 14 सत्र के माध्यम से कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जाएगी। जिनमें से 6 सत्र शहरी स्थल पर आयोजित किए जाएंगे एवं शेष 35 सत्र ग्रामीण स्तर पर आयोजित किए जाएंगे।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसबी चौधरी ने बताया कि अनूपपुर ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जमुनिहा (उत्कृष्ट विद्यालय अनूपपुर), जैतहरी ब्लॉक में उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी विद्यालय जैतहरी, कोतमा ब्लाक में उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी विद्यालय कोतमा, सामुदायिक भवन बिजुरी एवं शासकीय कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल राजनगर एवं पुष्पराजग$ढ ब्लाक में माध्यमिक पाठशाला, पुष्पराजगढ़ को टीकाकरण केन्द्र बनाया गया है।

गर्भवती महिलाओं को लगेगी को-वैक्सीन

शुक्रवार 23 जुलाई को जिला चिकित्सालय अनूपपुर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोतमा, जैतहरी, पुष्पराजगढ, करपा, फुनगा एवं परासी में गर्भवती महिलाओं को को-वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा।

सोमवार, 19 जुलाई 2021

राजपत्रित अधिकारी संघ ने डीए की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन


अनूपपुर। मप्र राजपत्रित अधिकारी संघ अनूपपुर द्वारा प्रदेश के समस्त अधिकारियों /कर्मचारियों को वैधानिक वेतन वृद्धि का वास्तविक वित्तीय लाभ जुलाई 2020 से एवं कोरोना महामारी के कारण रोके गए सभी प्रकार के डीए पूर्व की भांति प्रदाय किए जाने की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

जिलाध्यक्ष डॉ.व्ही.पी. चौहान ने बताया कि मप्र वित्त विभाग ने 20 जुलाई 2020 के आदेश के माध्यम से काल्पनिक वेतन वृद्धि दी गई है, जो कि प्रदेश के समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ किया गया धोखा एवं घोर अन्याय है। नियमित वार्षिक वेतन वृद्धि लोक सेवकों को मूलभूत नियम 24 के अनुसार वैधानिक अन्याय है। प्रदेश के समस्त अधिकारी/कर्मचारी कोरोना काल में सदैव सरकार के पास खड़े रहे है। इस विपत्ति में समस्त कर्मचारी योद्धाओं ने ही कई अभावों में संघर्ष किया हैं। कई साथी शहीद हो गए है।

कोविड-19 महामारी में सभी साथियों के द्वारा आर्थिक सहयोग स्वेच्छा से किया गया है। लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा जुलाई 2019 से दिसम्बर 2019 का आदेशित 5 प्रतिशत डीए रोका गया है। मुख्यमंत्री के आश्वासन के पश्चात आपतकाल में सभी ने धैर्य का परिचय दिया है। 1 वर्ष में पुरूस्कार स्वरूप मात्र एक वेतन वृद्धि के रूप में मिलती है, वो भी काल्पनिक / वास्तविक वेतनवृद्धि में वित्त विभाग द्वारा उलझा दी गई है। जिससे कर्मचारी जगह में काफी आक्रोश है। जिस पर संघ के समस्त शासकीय सेवकों को वैधानिक वास्तविक वेतनवृद्धि का लाभ जुलाई 2020 से तथा कोरोना महामारी के कारण रोके गए समस्त प्रकार के डीए यथावत रखे जाने की मांग की है।

नवगठित संयुक्त मोर्चा ने अपनी मांगो को लेकर 21 से समुहिक अवकाश पर


मांग पूरी नही होने पर 22 से अनिश्चितकॉलीन कलम बंद हड़ताल पर

अनूपपुर। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के नवगठित संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में समस्त संगठनों द्वारा अपनी मांगो को लेकर 19 से 21 जुलाई तक सामुहिक अवकाश एवं 22 जुलाई से अनिश्चित कॉलीन कलम बंद हड़ताल पर चले जाने की सूचना सोमवार को अनूपपुर एवं पुष्पराजगढ़ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को दी गई।

ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि पंचायत एवं ग्रामीण विभाग अधिकारी/कर्मचारी संयुक्त मोर्चा राज्य इकाई के निर्देश पर 12 जुलाई को समस्त संगठनों द्वारा 7 दिवस में कर्मचारियों की मांगो का निराकरण करने ज्ञापन सौंपा गया था। लेकिन राज्य शासन के मुख्य सचिव, पंचायत मंत्री, प्रमुख सचिव, कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओं को संगठन की समस्त इकाईयों द्वारा ज्ञापन प्रेषित किए गए लेकिन आज दिनांक तक शासन द्वारा कोई पहल भी नही की गई न ही कोई मांगो का निराकरण किया ऐसी दशा में राज्य इकाई के आह्वान पर 19 जुलाई से 21 जुलाई तक सामूहिक अवकाश आंदोलन के प्रथम चरण में एवं 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल पर चले जाने का निर्णय लिया गया है।

मप्र राज्य कर्मचारी संघ 23 सूत्री मांगो मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन


अनूपपुर। म.प्र. राज्य संघ कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगो को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।

जिलाध्यक्ष बी पी तिवारी ने बताया कि मप्र में कार्यरत कर्मचारी संघ ने बताया कि प्रदेश कार्यरत कर्मचारियों ने वैश्विक महामारी कोरोना से सरकार के साथ पूर्ण सहयोग देते हुए अपने आर्थिक मामलों में पूर्ण धैर्य रखा साथ ही इस लड़ाई में प्रत्येक कर्मचारी सरकार के साथ हैं। संघ द्वारा तहसील स्तर पर 25 मार्च को, जिला स्तर पर 8 अप्रैल को एवं प्रदेश स्तर पर 21 अप्रैल को सौपा था। किन्तु आज तक कर्मचारियों की मांगो का निराकरण न होने पर पुन: आंदोलन हेतु बाध्य होना पड़ा है। शासकीय कर्मचारियों की रोकी गई वार्षिक वेतनवृद्धि प्रारंभ कर एरियर सहित भुगतान करनें, केन्द्र समान डीए (महंगाई भत्ता), गृह भाड़ा सातवें वेतनमान अनुसार केन्द्रीय कर्मचार अनुसार प्रदान किया जावे, शिक्षा विभाग, आबकारी विभाग सहित सभी विभागों में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी को पदोन्नति की प्रत्याशा में पुलिस विभाग के समान वरिष्ठ पदनाम को सभी विभागों में भी लागू करने,आदिम जाति एवं स्कूल शिक्षा विभाग में अन्य की तरह 300 दिन का अर्जित अवकाश देने, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को सर्वेयर के समान वेतनमान, पंचायत सचिवों का पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में संविलियन, विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को 90 प्रतिशत वेतनमान देकर लाभान्वित किया जाए, स्कूल शिक्षा विभाग एवं आदिम जाति विभाग में अध्यापक संवर्ग के क्रमोन्निति आदेश जारी किया जाये, विभिन्न विभागों में कार्यरत स्थाई कर्मियों को विभाग के रिक्त तृतीय/चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियमित किए जाने, निर्माण विभागों में निचले पदों पर कार्यरत डिग्री/ डिप्लोमाधारी नियमित एवं कार्यभारित कर्मचारियों को स्थाई कर्मी में विनियमतीकरण किया, 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों को जुलाई की एक वेतन वृद्धि प्रदान कर सेवानिवृत्त किया जावे, नेत्र चिकित्सा सहायक का पद नाम परिवर्तन कर ऑप्थोल्मिक ऑफिसर किया जावे, ग्राम रोजगार सहायक/ सचिवों को नियमितिकरण किया जावे सहित अन्य मांगो को लेकर ज्ञापन सौपा।

इस दौरान सविता जायसवाल,चंद्र प्रकाश तिवारी,रविकांत तिवारी उपाध्यक्ष,दिनेश प्रजापति,हेमन्त कुमार मयंक, राजेश गुप्ता,अभिलाष शुक्ला,अभिषेक टंकभावरे,सतीश मिश्रा,पूनम तिवारी,उदित पांडेय,संतोष मिश्रा, एपी शुक्ला, गरुण सिंह,भाष्कर मौर्य, चंद्रभान यादव,आलेख तिवारी, शैलेन्द्र पांडेय,दिलीप मिश्रा,संजय सिंह परिहार सहित अन्य उपस्थित रहें।

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