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रविवार, 1 मार्च 2020

ग्रमीण पत्रकारिता के दम पर महानगर की पत्रकारिता करने वाले आयोजना में करते आत्मावलोकन की बात

पत्रकारों को मर्यादा की शिक्षा क्यों?                मनोज कुमार द्विवेदी                      अपने कमीज के अन्दर न देख पाने वाले लोग मौका मिलने पर नसीहत देने से नही चुकते देश में चार स्तंभ कहे जाने वाले दो स्तंभ समय-समय पर अपनी सुविधानुसार चौंथे स्तंभ का उपयोग करने से नही चूकते और आयोजनो पर मौका मिलते ही नसीहत की घुट्टी देने से भी नही चूकते ,किन्तु जब यह नसीहत कोई अपना भरी सभा में दे तो उसे भी सोचना होगा कि कहीं हम तो यही कर यह मुकाम हासिल किये। आम ग्रमीण पत्रकारिता के दम पर महानगर की पत्रकारिता करने वाले इसे भूल जाते है।
संभागीय मुख्यालय शहडोल में 28 फरवरी 2020 को पत्रकारो का संभागीय सम्मेलन एवं कार्यशाला में शामिल मप्र सरकार के द्वय मंत्री प्रदीप जायसवाल और ओमकार सिंह मरकाम के बेबाक उद्बोधन तथा राजसभा टीवी के पूर्व निदेशक,देश के वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल के कटाक्ष को याद किया जाएगा। ऐसा नहीं कि जो उन्होने कहा, वह लोगों को बहुत अच्छा लगा या पहली बार कहा गया। बल्कि इसलिए कि सुनामी की तरह बढ़ती पत्रकारों की संख्या, उसके पीछे की मंशा तथा इससे पत्रकारिता एवं समाज पर दिख रहे असर से अब सभी चिंतित हैं। वास्तविक पत्रकारों एवं छद्म पत्रकारों के बीच की रेखा अब इतनी धुंधली पड़ती जा रही है कि पत्रकारिता अब समाजसेवा का माध्यम नहीं अपितु पेशा माना जा रहा है।
मंत्रियों के साथ राजेश बादल जैसे नामचीन पत्रकार थे तो दो आईपी एसएडीजीपी जी जनार्दन और डीआईजी आर एस उईके,दो आईएएस कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर, सीईओ पार्थ जायसवाल सहित तमाम गणमान्य नागरिक, चार -पांच जिलो के पत्रकार उपस्थित थे। एक मंत्री ने जब यह कहा कि पत्रकारों को मर्यादित रह कर अपनी सीमा स्वयं तय करना चाहिए। तो यह सिर्फ उनकी चिंता नहीं है। जब दूसरे मंत्री ने बड़ी सरलता से यह कहा कि मजदूर, किसान की तरह पत्रकार भी श्रम से सीधा जुड़ा है तो पता नहीं कि उन्हे यह पता भी है या नहीं कि पत्रकारिता श्रमसाध्य तो है लेकिन कोई सरकार किसान, मजदूरों के उलट पत्रकारों के मेहनताने,वेतन,मजदूरी की चिंता नहीं करता। उल्टे इन्हे ही चिंता का कारण मान लेता है।
केन्द्र तथा राज्यों में सरकारें चाहे किसी भी दल , विचारधारा की हो,सबको प्रचार - प्रसार की जरुरत तो रही है, पत्रकारों की नहीं। मीडिया घराना, अखबार मालिकों को ही पत्रकारिता का पर्याय मान लिया गया। सत्ता बचाए रखने ,चोरी-निकम्मेपन- सत्ताजनित कमजोरियों को छुपाए रखने के लिये बड़े अखबार मालिकों, चैनलों को विज्ञापनों, अधिमान्यता के टुकड़े तो डाले जाते हैं लेकिन छोटे, मझोले समाचार पत्रों,वेब पोर्टल के संपादकों, जिला - तहसील में काम करने वाले पत्रकारों - प्रतिनिधियों के हिस्से कुछ भी नहीं आता। अपने जीवन में सम्मानजनक वेतन पाने वाले स्थानीय संपादकों, जिला -तहसील प्रतिनिधियों को नहीं देखा। कुछ नाम मात्र के वेतन पर,तो कुछ मानसेवी पद पर आज भी वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। जिला एवं तहसील स्तर के पत्रकारों से पैसे लेकर एजेंसी दी जाती है। अपने बूते या कमीशन पर वह समाचार ,विज्ञापन के लिये भाग दौड़ करता रहता है। जिसके लिये जो जितना कुशल, उतना मेहनताना मिलता है। इसके लिये नेताओं,अधिकारियों से संबध बनाए रखना उसकी मजबूरी बन जाती है। यह जनता की नजर में उसे बिकाऊ, भांड, चमचा, भक्त, ब्लैकमेलर ,धंधेबाज बनाता है तो कुछ वरिष्ठ पत्रकारों की नजर में पत्तलकार।
यहीं एक ऐसी बारीक रेखा है जो हमें मर्यादा में रहने, सीमा रेखा स्वयं तय करने की शिक्षा समय समय पर आवश्यकता / अनावश्यकतानुसार ग्रहण करने को बाध्य करती है। जब राजेश बादल जैसे वरिष्ठ पत्रकार यह कहते हैं कि पत्रकारिता कोई पेशा या रोजगार का माध्यम नहीं,अपितु समाजसेवा का माध्यम है तो वह थोड़ा अर्धसत्य सा लगता है। उनकी या मंत्रियों की बातों से असहमत हूं ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन बातों मे थोड़ा लेकिन,किन्तु,परन्तु की गुंजाइश है।

मानना है कि वकालत,राजनीति की तरह पत्रकारिता लोकतंत्र एवं समाज की बड़ी आवश्यकताओं में से तीन हैं?। लेकिन विचित्र यह है कि नितान्त जरुरी होने के बावजूद इसमे योग्यता अनिवार्य नहीं है। ना ही समानता जैसी कोई बात इसमें लागू है। समाजसेवा का भाव जरुरी होने के बावजूद कही दिखता नहीं है। जो इसके माध्यम से  वास्तविक समाजसेवा कर रहे हैं, उनकी कोई जगह है नहीं। पढ़े लिखों के साथ पढ़े लिखे अनपढ़ तथा नितांत अर्द्ध अनपढ़ तक इन तीनों  विधाओं मे बहुतायत से मिल जाएगें जो इन पवित्र संस्थानों से स्व जनित हताशा,उपहास, बदनामी का बड़ा कारण है। शक्ति का पर्याय होने के कारण सम्मान की जगह भय के कारण आम व्यक्ति इनसे दूरी बनाए रखकर अवसर मिलते ही शर्मनाक/अपमानजनक भाषाओं से नवाजता दिख जाता है। यह देश,समाज के साथ इन संस्थानों के लिये चिंता का विषय है। यह स्पष्ट है कि जब तक स्वतंत्र चारागाह समझ कर इस विधा का दुरुपयोग लोग करते रहेंगे...जब तक बिना वेतन/ बिना पर्याप्त मानदेय पत्रकारिता होगी तब तक विज्ञापनों की आड़ मे प्रत्यक्ष या ब्लेकमेलिंग के द्वारा धनार्जन का अघोषित आपराधिक प्रयास होता रहेगा। जब तक स्व नियंत्रित ठोस केन्द्रीय नीति नहीं होगी,लोग पेट भरने - परिवार पालने की मजबूरी की आड़ में भ्रष्टाचार रोकने के बहाने स्वयं कलम/ कैमरे दिखला कर डांका डालेगें। कहने को भले ही पत्रकारों के बहुत से संगठन हों,इनसे पत्रकारों का बहुत भला होता दिखता नहीं है। सदस्यता की मारा मारी में जब किसी भी ऐरे गैरे को सदस्य बनाया जाएगा तो उसके कुकर्मों को ढ़कनें की होड में शक्ति प्रदर्शन होगा ही। थोड़ा अशालीन भाषा की छूट लेते हुए कहें तो देश की जड़ों को मजबूत करने के लिये सभी चारों घुन लगे पायों को अपनी अपनी जड़ों से गन्दगी ,कीडों ,घुनों को हटाने की कड़ी और बड़ी कवायद करनी होगी। बहरहाल पत्रकारिता के एक और मंच पर आत्मावलोकन का प्रयास हुआ है। सभी पत्रकार संगठन पत्रकारों को कसने, गढऩे, मजबूत बनाने के लिये कार्य करें ना कि पत्तलकारिता के पत्तल समेटने में अपनी उर्जा नष्ट करें तो बेहतर होगा।

रेत का अवैध परिवहन करते ट्रैक्टर जब्त

अनूपपुर। रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन की लगातार शिकायत के बाद 1 मार्च को खनिज विभाग ने ग्राम कोड़ा में बिना नंबर के एक टैक्टर को जब्त रेत अवैध परिवहन करते ट्रैक्टर को जब्त कर खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की है। 

जानकारी के अनुसार सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त शिकायत के आधार पर खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य, खनिज सर्वेक्षण अमित कुमार द्वारा होमगार्ड के जवानो के साथ ग्राम कोड़ा पहुंचे, जहां बिना नंबर की एक ट्रैक्टर को रेत का अवैध परिवहन करने पर उसे रोककर वाहन चालक से ट्रैक्टर में लोड रेत से संबंधित दस्तावेज की मांग की गई, जहां चालक ने मौके पर किसी भी तरह का दस्तावेज नही दिखाया गया। ट्रैक्टर को मौके से ही जब्त करते हुए खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही कर ट्रैक्टर को कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ा कराया गया है। 

कोतमा विधायक ने विविध कार्यो का किए भूमिपूजन

कोतमा। कोतमा विधायक ने 1 मार्च को क्षेत्र में कई निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया गया। विधायक सुनील सराफ ने ग्राम गढ़ी में नलजल योजना लागत 82 लाख 73 हजार, ग्राम लोढ़ी में 83 लाख 74 हजार एवं ग्राम निगवानी में नाला पुल निर्माण लागत 227.93 लाख एवं लठ्बुड़ा कोठी मार्ग पर पुल निर्माण लागत 156.29 लाख तथा मैनटोला में माध्यमिक शाला भवन का 12.50 लाख की लागत से बनाए जाने पर विधायक ने भूमि पूजन किया।
महाविद्यालय राजनगर का किया निरीक्षण
विधायक ने शनिवार को शासकीय महाविद्यालय राजनगर का औचक निरीक्षण करने पहुंचे, महाविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं की कमी एवं छात्र-छात्राओं के अध्ययन के लिए मात्र 2 कमरों में संचालित महाविद्यालय की समस्याओं से अवगत हुए, जहां छात्र-छात्राओं के बैठने के पर्याप्त स्थान नही होने पर तत्काल एक अतिरिक्त कक्ष बनाने का आदेश दिए।


शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020

12 प्रमुख दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में यातायात संकेतक लगाने बैठक में लिया निर्णय

अनूपपुर। जिले में लगातार सड़क हादसों तथा हो रही मौत पर अब पुलिस प्रशासन ने गम्भीरता दिखाई है। जहां पुलिस अधीक्षक केरकेट्टा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन को समुचित कार्रवाई करने निर्देशित किया गया है। इसी परिपेक्ष्य में यातायात प्रभारी वृहस्पति साकेत द्वारा जिले के १२ प्रमुख दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों को चिह्नित किया गया। सड़क हादसों के बढ़ते आंकड़े और दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों पर हादसों को कम करने के उद्देश्य से २८ फरवरी को पुसि अधीक्षक कार्यालय में सड़क निर्माण एजेंसी अधिकारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, यातायात  प्रभारी वृहस्पति साकेत, एमपीआरडीसी के अधिकारी, पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री अनिल मिश्रा, एसडीओ तथा नेशनल हाइवे के अधिकारी शामिल रहे। बैठक में दुर्घटना रोकने के प्रभावी उपायों पर चर्चा की गई। दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में संाधा तिराहा, पसला गेट, बुढानपुर वन चौकी कोतमा, टोल प्लाजा बिजुरी, किररघाटी, जालेश्वर तिराहा सहित अन्य स्थल बताए गए। जिसपर अधिकारियों ने ऐसे दुर्घटना सम्भावित स्थलों पर यातायात संकेतक, प्रकाश की समुचित व्यवस्था और रम्बल स्ट्रीप लगाने पर आम सहमति दी। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं यातायात प्रभारी को सम्बंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई को पूर्ण कराने के निर्देश दिए। साथ ही सम्बंधित विभाग द्वारा यातायात संकेतक व अन्य कार्रवाई करने की बात कही। पुलिस अधीक्षक का कहना था कि जिस प्रकार से सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही है उनमें हादसों को रोकने में मददगार साबित हो सकती है। विदित हो कि इससे पूर्व जिले में ब्लैक स्पोर्ट स्थलों का चयन नहीं किया गया था। समीक्षा रिपोर्ट पर वरिष्ठ अधिकारी ऐसे स्थलों को ब्लैक स्पोर्ट की श्रेणी में उसे शामिल नहीं करते थे। लेकिन अब वाहन चालकों के लिए यहां सतर्कता बरतने जैसी पहल से हद तक सड़क दुर्घटनाओं को टाला जा सकेगा।

खेतो तक अभी नही पहुंच सके ओलावृष्टि की जानकारी लेने मैदानी अधिकारी

किसानों का आरोप अधिकारी चाय की दुकान, गांव के चौराहों पर पूंछकर खानापूर्ती
अनूपपुरजिले में तीन दिनों की बारिश और ओलावृष्टि से कई गांवो में फसलो को नुकसान पहुंचा है सबसे ज्यादा जैतहरी विकाशखंड के गांवो में किसानो को इसकी मार झेलनी पड़ी है। मौसम खुलने के बाद अधिकारी खेतो तक नही पहुंच सके जिससे किसानो का दर्द कम किया जा सके। भोपाल से लेकर जिले अधिकारियो ने मैदानी शासकीय सेवको को तीन दिनो में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिर्पोट देने के निर्देश दिए थे। ओलावृष्ट से नुकसान जंगली क्षेत्र में अधिक देखने को मिला है। वहीं 58 गांव को ज्यादा प्रभावित माना है।

जिला मुख्यालय से लगभग 20 किमी.दूर ग्राम अवढ़ेरा, अकुआ व पटपरहा के दर्जनों किसान है जिनकी खेत की फसल ओलावृष्टि की मार में तबाह हो गई है। किसान खेतों की दशा को देखकर हताश है। उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि वे बर्बाद फसल का क्या करें। किसानों को आशा है कि शासन-प्रशासन स्तर पर उनके बर्बाद हुए फसल का सर्वे कार्य कराकर कुछ राहत प्रदान की जाएगी। लेकिन दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारी इन वास्तविकताओं से दूर हैं। असमायिक बारिश और ओलावृष्टि की प्राथमिक रिपोर्ट में जिले के चार विकास खंड में कोतमा को छोड़कर अनूपपुर, जैतहरी, और पुष्पराजगढ़ के 58 गांव को प्रभावित माना है, जिसमें फसल नुकसान की प्राथमिक अनुमान 15-20 फीसदी है। बावजूद राजस्व विभाग ने क्षेत्र के आरआई और पटवारियों को फसल नुकसान की जानकारी देने के निर्देश देते हुए खुद किसानों की खेतों की मेढ़ से दूरी बना ली है।
अकुआ के किसान रामदयाल यादन ने बताया कि ओलावृष्टि के बीते 5 दिन से अधिक समय हो गए हैं। लेकिन अधिकारी आजतक ने वास्तविक नुकसान का आंकलन करने खेतों में नही पहुंच सके। यहीं कारण है कि पांच दिनों बाद भी किसानों की फसलों का वास्तविक नुकसान आंकलन जिला प्रशासन के पास नहीं पहुंच सका है। किसानों ने आरोप लगाया कि सभी जानते हैं कि प्रकृति की इस मार में हर बार पटवारी और आरआई चाय की दुकान, गांव के चौराहों पर ग्रामीणों से नाम पता की जानकारी लेकर उनके फसल के नुकसान की रिपोर्ट प्रशासन को भेज देते हैं। कभी खेत-खलिहानों पर कदम नहीं रखते। गलत रिपोर्टिंग के कारण हर बार प्रकृति की मार में किसानों के हाथ व्यय से कम राहत की राशि पहुंचती है।
उल्लेखनीय है कि प्राथमिक रिपोर्ट में जिले के अनूपपुर तहसील के 10 गांव जहां 10-15 फीसदीकोतमा में नुकसान की कोई जानकारी नहीं, जैतहरी में सर्वाधिक 45 गांव के प्रभावित होने तथा 15-20 फीसदी तक फसलों के नुकसान के अनुमान, तथा पुष्पराजगढ़ के 3 गांव प्रभावित माने गए, जहां नुकसान की जानकारी नहीं मिल सकी थी। इस प्रकार जिले के 58 गांवों की फसलें बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित होना माना गया था।  जिले में 22 और 23 फरवरी को हुई असमायिक बारिश और ओलावृष्टि में प्रशासन ने जिला प्रशासन ने जिले के चारों विकासखंड राजस्व अधिकारियों को अपने अमले के साथ सर्वेक्षण कराकर नुकसान की रिपोर्ट मांगी थी। जिसमें प्रभावित गांवों की संख्या, प्रभावित क्षेत्रफल, प्रभावित किसान, अनुमानित नुकसान सहित अन्य जानकारी शामिल थे। हालांकि बाद में सर्वेक्षण कार्य के लिए राजस्व और कृषि विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सर्वेक्षण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी और जानकारी मांगी थी। जांच रिपोर्ट को तीन दिनों में सौंपा जाना था। लेकिन अबतक पांच दिनों के गुजर जाने के बाद भी वास्तविक नुकसान की जानकारी अधूरी है। 
उपंसचालक कृषि एनडी गुप्ता के अनुसार इस वर्ष गेहूं की निर्धारित लक्ष्य से 10 हजार हेक्टेयर अधिक बुवाई हुआ है। लक्ष्य 22 हजार हेक्टेयर रकबा था। लेकिन खेतों में नमी के कारण 32 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की बुवाई हुई है। इसके अलावा चना 10 हजार हेक्टेयर, मटर 2 हजार हेक्टेयर, मसूर १५ हजार हेक्टेयर, अन्य दलहनी फसल 220 हेक्टेयर कुल दहलन 27.22 हजार हेक्टेयर, सरसों 8 हजार हेक्टेयर, अलसी 6 हजार हेक्टेयर कुल तिलहन 5.34 हजार हेक्टेयर, तथा गन्ना 10 हेक्टेयर पर फसल बुवाई की गई है। इनमें बारिश  और ओलावृष्टि से चना, मसूर, गेहूं, मुनगा, अरहर, मटर, टमाटर, अलसी, बटरी, गोभी, धनिया, बैगन, महुआ सहित अन्य फसलों को नुकसान के अनुमान हैं।
अधीक्षक भू-अभिलेख अधिकारी अनूपपुर एसएस मिश्रा ने बताया कि अभी तक वास्तविक नुकसान की रिपोर्ट नहीं आई है। तीन दिनों में जांच कर रिपोर्ट मांगी गई थी। अनूपपुर और जैतहरी विकासखंड ही प्रभावित क्षेत्र हैं।



कम्प्युटर आने से हर क्षेत्र में क्रांति आई-बिसाहूलाल

पीआरटी महाविद्यालय एवं विद्यालय में वार्षिकोत्सव सम्पन्न
अनूपपुरवर्तमान संचार क्रांति के पुरोधा स्व.राजीव गाँधी थे, आज कम्प्युटर आने से हर क्षेत्र में क्रांति आई है, काम आसानी से एवं प्रभावी ढंग से कर पा रहे हैं। पीआरटी महाविद्यालय ने अपना कार्य अनूपपुर में तब से शुरू किया जब यहाँ के लोग कम्प्यूटर के विषय में ज्यादा कुछ नहीं जानते थे। डॉ.देवेन्द्र कुमार तिवारी ने अनूपपुर में आकर न केवल कम्प्यूटर कालेज खोला बल्कि यहाँ के युवाओं के रोजगार के लिए नई राह खोली, महाविद्यालय के अथक प्रयास से कम्प्यूटर के अलावा अन्य विषयों की शिक्षा दी जाने लगी। उक्त आशय का विचार शुक्रवार को प. रामगोपाल तिवारी महाविद्यालय एवं प. रामगोपाल तिवारी फाउंडेशन पब्लिक स्कूल के संयुक्त वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह ने कही।

शा. तुलसी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.परमानन्द तिवारी नें कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के साथ विद्यार्थियों के लिए कई योजनायों का क्रियान्वयन करती है जिससे विद्यार्थियों की हर तरह से मदद हो सके। कार्यक्रम में कांग्रेस  जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल उपस्थित रहे। इसके पूर्व माँ सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभ्भारंभ किया गया।

वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुतियां दी गई। अतिथियों के द्वारा बच्चों को प्रशस्ति पत्र वितरित किये गये। संचालन वैद्यनाथ त्रिपाठी आभार प्राचार्य शिवेंद्र तिवारी ने किया। इस दौरान चेयरमेन उमेश कुमार तिवारी रवि धीमर, अदिति, विभा, सरिता, रजनी मिश्रा,प्रधानाचार्य सुधा विश्वकर्मा, प्रांजली, डोली, प्रिया, विजय तिवारी,अमन मलिक सहित अन्य उपस्थित रहे।

नाबालिग लड़की को भगाने और दुष्कर्म में साथ देने वाले आरोपी की जमानत याचिका खारिज

अनूपपुरनाबालिग लड़की को भगाने और दुष्कर्म में साथ देने वाले आरोपी की जमानत याचिका खारिज पर सुनवाई करते हुए प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश राजेश कुमार अग्रवाल अनूपपुर की न्यायालय ने थाना रामनगर के सहआरोपी मुन्नालाल नागर (नट) पिता परषोत्तम नागर निवासी कुंवरपुर थाना हनमतपुर जिला पन्ना द्वारा अपने रिहाई के लिए लगाये गये आवेदन को जिला अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि की दलील सुनने के बाद खारिज कर दिया। आरोपी को 31 दिसम्बर 19 को गिरफ्तार किया गया है।
जिला अभियोजन अधिकारी ने आरोपी द्वारा लगाये गये जमानत आवेदन पर विरोध करते हुए कहा कि आरोपी द्वारा किया गया अपराध गंभीर है, प्रकरण विचारण के अनुक्रम में अभी प्रारंभिक स्तर पर है, मुख्य आरोपी राकेश का पिता है,जो कि यह भलीभांति जानता था कि पीडि़त नाबालिग है, आरोपी को नाबालिग की रक्षा करनी थी परन्तु उसने भूपेन्द्र की मदद से पीडि़ता को उसके विधिपूर्ण संरक्षता से फुसलाकर अपने कब्जे मे लिया और उसे कुमारपुर गांव लेकर गया वहां ले जाकर उसने अपने लड़के से शादी का झांसा देकर पीडि़ता को वहां रोके रखा, विशेष लोक अभियोज के तर्क से सहमत होते हुए न्यायालय ने आरोपी का जमानत आवेदन खारिज कर दिया।  

शुक्रवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि पीडि़ता कक्षा 8वीं तक पढ़ी थी जून 2019 में भूपेन्द्र नट का भांजा राकेश नागर फुलवारी टोला आया था, 21 जून 2019 को पड़ोसी भूपेन्द्र नट ने पीडि़ता से बोला कि राकेश मेरा भांजा हैं तुम्हारी उससे शादी करा देगे फिर वह पीडि़ता को अपनी मोटरसाइकिल से शहडोल ले गया बस स्टेण्ड शहडोल में मुन्नालाल नट मिला मुन्नालाल नट पीडि़ता को बस से अपने गांव कुवंरपुर जिला पन्ना ले गया, जहां पर उसका लड़का राकेश नागर भी था, रात मे पीडि़ता के साथ दुष्कर्म किया गया फिर पीडि़ता को आरोपी राकेश नट ट्रेन से दिल्ली ले जाकर एक किराये के कमरे में रोका रखा, आरोपी द्वारा दिल्ली में भी पीडि़ता के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया 13 सितम्बर 2019 को आरोपी राकेश नट फिर वापिस कुवंरपुर ले आया इस दौरान कुछ समय पश्चात आरोपी फिर पीडि़ता को दिल्ली ले गया और दिल्ली से गांव ले आया 31 दिसम्बर 2019 को आरोपी राकेश नट पीडि़ता को फुलवारी टोला माता-पिता के पास लेकर आया, इसी दिन पुलिस ने पीडि़ता को छलकाटोला से बरामद किया।

बीएनजी ग्लोबल इंडिया के सेल्स एक्जूकेटिव और आर्गनाईजर की जमानत याचिका खारिज

अनूपपुरबीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड शाखा अनूपपुर के सेल्स एक्जूकेटिव और आर्गनाईजर की जमानत याचिका खारिज पर विशेष न्यायाधीश डॉ.सुभाष कुमार जैन की न्यायालय ने सुनवाई करते हुए कोतवाली अनूपपुर के आरोपी आदित्य तिवारी पिता महेश तिवारी एवं अरविंद साहू पिता गणेश प्रसाद साहू दोनो निवासी ग्राम छिल्पा थाना भालूमाड़ा द्वारा अपने जेल से रिहाई के लिए लगाये आवेदन पर राज्य की ओर से विशेष लोक अभियोजक एवं जिला लोक अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि द्वारा आरोपियो के आवेदन का लिखित विरोध करने पर खारिज कर दिया। आरोपियो 9 जनवरी को पुलिस द्वारा गिरफतार किया है।  
विशेष लोक अभियोजक ने न्यायालय को बताया कि आरोपी आदित्य तिवारी द्वारा 84 पॉलिसी की जानकारी दी कुल 61 पॉलिसी व पॉलिसी की कुल 285 रसीद की मूल प्रतिया कुल रूपये 3 लाख 23 हजार 460 और आरोपी अरविंद साहू के द्वारा कुल 101 पॉलसिया जिसमें कुल 64 पॉलसिया एवं पॉलिसी की 285 रसीद कुल रूपया 6 लाख 06 हजार 445 इस प्रकार कुल 9 लाख 29 हजार 905 रूपये की राशि इनके द्वारा उक्त कंपनी में पदस्थ रहने के दौरान हितग्राहियों से छल कर जमा कराये गये हैं,प्रकरण अभी भी विवेचना में है जिसमें कई साक्ष्य फरार आरोपियो के विरूद्घ भी संकलित करना है,आरोपियो द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले लोगो को अपनी कंपनी में दोगुने-तिगुने ब्याज का लालच देकर निवेश करवाकर बाद में कंपनी बंद कर दी गई है। विशेष लोक अभियोजक उक्त लिखित तर्क से सहमत होते हुए न्यायालय ने आरोपियो द्वारा प्रस्तुत जमानत आवेदन खारिज कर दिया।  
मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि आरोपी बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड कंपनी की शाखा अनूपपुर में सेल्स एक्जूकेटिव और आर्गनाइजर के पद पर कार्य करते थे कंपनी हितग्राहियों को दोगुना-तिगुना ब्याज की लालच देकर तथा यह बताते हुए कि यह सरकारी बैंक है। इसमें पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा,ग्रामीणो के साथ छल करते हुए कंपनी में पैसा जमा कराया बाद में कंपनी रूपये लेकर भाग गई। कंपनी कुल राशि 9 लाख 29 हजार 905 रूपये जमा कराकर भाग गई थी।



गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020

सरई उपतहसील के भूमिपूजन में आमंत्रित नहीं किए जाने से सांसद नाराज

प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर जिला प्रशासन खिलाफ कार्रवाई की मांग
अनूपपुर पुष्पराजगढ़ विकासखंड के सरई ग्राम में जिला प्रशासन द्वारा उपतहसील कार्यालय के भूमिपूजन सहित जिले में अन्य शासकीय कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किए जाने से नाराज शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह ने नाराजगी जताई है। जिसमें सांसद ने गुरूवार को प्रमुख सचिव मप्र. सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर जिला प्रशासन अनूपपुर के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

सांसद द्वारा लिए गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि जिला प्रशासन अनूपपुर द्वारा 25 फरवरी को ग्राम सरई पुष्पराजगढ़ में उपतहसील कार्यालय का भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित कराया गया, जिसमें जिला प्रशासन द्वारा मुझे आमंत्रित किया गया। जबकि इससे पूर्व भी अनूपपुर जिले में आयोजित हुए भूमि पूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रमों की सूचना मुझे नहीं दी गई। इस सम्बंध में मेरे द्वारा प्रेषित पत्रों का जवाब भी जिला प्रशसन द्वारा नहीं दिया जाता है। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग मप्र शासन द्वारा संदर्भित पत्र एवं अन्य पत्रों द्वारा अनेक बार इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं कि निर्देशों की अवहेलना करने पर सम्बंधित अधिकारियों का यह कार्य उसपर लागू आचरण या सेवा नियमों के अधीन अवचार समझा जाएगा और सम्बंधित को निलम्बित किया जाएगा। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। ये सभी प्रकरण भी अवचार की श्रेणी में आता है। इसलिए जिला प्रशासन अनूपपुर के जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई करें, ताकि इस प्रकार की पृनरावृत्ति न हो सके।  

सहायक आयुक्त ने अनुसूचित जाति बालक छात्रावास कोतमा का किया औचक निरीक्षक

छात्रावास में 12 में से 9 शौचालय मिले बंद, गदंगी देख अधीक्षक को दी चेतावनी
अनूपपुर विकासखंड कोतमा अंतर्गत संचालित अनुसूचित जाति बालक छात्रावास कोतमा, माध्यमिक एवं हाई स्कूल कोतमा तथा उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा का सहायक आयुक्त विवेक पांडेय ने 27 फरवरी को औचक निरीक्षण के दौरान अनुसूचित जाति बालक छात्रावास कोतमा में 12 शौचालय में 9 शौचालय बंद पड़े होने, छात्रावास में गदंगी पाए जाने पर छात्रावास अधीक्षिका मान ङ्क्षसह को चेतावनी देते हुए तत्काल ही छात्रावास में साफ-सफाई करने, बंद पड़े 9 शौचालय को तत्काल सुधारवाने एवं छात्रों को मीनू के अनुसार भोजन दिए जाने के निर्देश दिए गए।
सहायक आयुक्त ने शासकीय हाई स्कूल एवं माध्यमिक विद्यालय कोतमा का निरीक्षण किया गया,जहा बच्चो की प्रीबोर्ड परीक्षा संचालित रही,अवलोकन कर शिक्षा स्तर की जानकारी ली गई। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा में विकासखंड के समस्त छात्रावास अधीक्षको की बैठक ली गई। बैठक में छात्रावास से संबंधित समस्याओं को लेकर समीक्षा की गई। सहायक आयुक्त ने ई-लायब्रेरी एवं कम्प्यूटर कक्ष, प्रयोग शाला का निरीक्षण किया गया। जहां व्यवस्था बेहतर पाए जाने पर सराहना की गई। 

फांसी लगाकर युवक ने की आत्महत्या

अनूपपुरकोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कर्राटोला में निवास करने वाले २७ वर्षीय युवक ने 27 फरवरी को अज्ञात कारणो से आम के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामले की जानकारी देते हुए उपनिरीक्षक अजय यादव ने बताया की उत्तम सिंह गोड़ पिता फूल सिंह गोंड निवासी ध्रुरवासिन जो की अपने ससुराल ग्राम कर्राटोला में ही रहने लगा था, जो प्रतिदिन की तरह २७ फरवरी को भी घर अपने पालतू पशु (बैल) को लेकर अपने खेत के लिए निकला था और अपने खेत पहुंचकर आम के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया, जिसकी सूचना ग्रामीणो ने उसके परिजनो के साथ ही पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतार घटना स्थल व शव का निरीक्षण करते हुए पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्डम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया, जहां पोस्टमार्डम उपरांत शव परिजनो को सौंप दिया गया है। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी हुई है। 

परिजनों ने सूई का ओवरडोज लगाने का लगाया आरोप

शव लेकर रातभर स्वास्थ्य केन्द्र में रहे परिजन
आंगनबाड़ी में टीकाकरण, दूसरी शाम मासूम की हो गई मौत 
अनूपपुर भालूमाड़ा थाना क्षेत्र नगरपालिका पसान वार्ड क्रमांक 10 दफाई नम्बर 3 निवासी राजकुमार कुशवाहा की 7 माह की मासूम पुत्री तृष्णा की मौत २६ फरवरी की शाम 7 बजे हो गई। जहां परिजनों ने अपनी पुत्री का मौत 25 फरवरी को वार्ड क्रमांक 10 के ही आंगनबाड़ी केन्द्र पर दोपहर लगाए गए टीकाकरण के कारण माना है। साथ ही परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनकी पुत्री का मौत केन्द्र पर लगाए गए टीका के अधिक डोज के कारण हुआ है। जिसे लेकर राजकुमार कुशवाहा ने भालूमाड़ा थाना में शिकायत दर्ज कराई है कि उसके 7 माह की बच्ची की मौत टीका लगने से हुई है।
शिकायत पर भालूमाड़ा पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है। वहीं जिला चिकित्सलय अनूपपुर प्रबंधन ने मासूम की मौत पर तीन सदस्यी चिकित्सीय दल से पीएम कराने के निर्देश दिए, जहां पीएम रिपोर्ट के आधार पर मौत के कारणों की जानकारी मिलने की बात कही गई है। परिजनों द्वारा 27 फरवरी की दोपहर पीएम के लिए लाए गए शव को जिला चिकित्सलय के डॉक्टरों ने शाम को पीएम उपरांत परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।
राज कुमार कुशवाहा ने बताया कि उसकी पुत्री सामान्य थी, 25 फरवरी की दोपहर वार्ड के आंगनबाड़ी केन्द्र पर पत्नी सीमा कुशवाहा टीकाकरण के लिए ले गई थी,एएनएम द्वारा बच्ची को तीन टीके लगाए गए थे। टीकाकरण के बाद शाम को तृष्णा को बुखार आया। परिजनों ने बुखार आने पर कोई दवाई का उपयोग नहीं किया। उनका कहना था कि बुखार आने और उसके उपचार के लिए कोई दवा की जानकारी नहीं दी गई। हालांकि २६ फरवरी की सुबह तृष्णा के बुखार में सुधार आया और वह सामान्य दिनों की भांति दिखी। लेकिन अचानक शाम 6-7 बजे के बीच तृष्णा को हिचकियां आई और उसने आंखे बंद कर ली। पुत्री की तबियत खराब होने पर तत्काल ही उसे एसईसीएल के क्षेत्रीय चिकित्सालय कोतमा कॉलरी भालूमाड़ा में भर्ती कराया गया। तृष्णा की हालत नाजुक देखते हुए कॉलरी अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे तत्काल कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रेफर कर दिया, जहां प्राथमिक जांच में ही डॉक्टरों ने तृष्णा को मृत घोषित कर दिया। लेकिन रात होने के कारण तृष्णा के शव का पंचनामा और पोस्टमार्डम नहीं हो सका। बताया जाता है कि परिजनों की मुसीबत यहां कम नहीं हुई। रात के समय शव का पीएम की व्यवस्था नहीं होने के कारण परिजन पुत्री का शव लेकर रातभर कोतमा स्वास्थ्य केन्द्र में ही रहे। वहीं 27 फरवरी की सुबह कोतमा स्वास्थ्य केन्द्र ने शव को जिला चिकित्सालय अनूपपुर रेफर कर दिया। जहां दोपहर 1.30 बजे पहुंचने पर शव का डॉक्टरों की तीन सदस्यी टीम डॉ.एसआरपी द्विवेदी, डॉ. अलका तिवारी, डॉ. हेमेन्द्र चौहान ने पोस्टमार्डम किया।
रात के समय क्यों नहीं हुआ पोस्टमार्डम
गम्भीर मामलों को लेकर पूर्व में स्वास्थ्य संचालनालय ने आदेश जारी करते हुए गम्भीर मामलों में रात 8 बजे तक पीएम कराने के निर्देश दिए थे। जिसमें कलेक्टर की अनुमति उपरांत पोस्टमार्डम कराया जा सकता है। लेकिन कोतमा में नवजात की मौत के मामले में डॉक्टरों ने इसकी सूचना न तो कलेक्टर और ना ही सीएमएचओ को दी। जिसके कारण परिजनों को रातभर पुत्री का शव लेकर स्वास्थ्य केन्द्र कोतमा में रहना पड़ा, वहीं सुबह 11.30 बजे कोतमा स्वास्थ्य केन्द्र ने पूरी प्रक्रियाओं के उपरांत जिला अस्पताल के लिए रेफर किया। जहां 1 बजे के आसपास परिजन शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचे और शाम 4-5 बजे के बीच पोस्टमार्डम की प्रक्रिया पूरी हो सकी। सीएमएचओ ने बताया कि उन्हें इस सम्बंध में सुबह जानकारी मिली थी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी अनूपपुर बीडी सोनवानी ने बताया कि टीकाकरण से मौत नहीं हो सकती, अगर टीकाकरण से मौत होना होता तो कुछ देर बाद हो जाता। पोस्टमार्डम रिपोर्ट के आने के बाद सही जानकारी आ पाएगी।

27 जिलों के 3938 प्रतिभागी वायु सेना भर्ती रैली में हुए शामिल,जिले के 8 प्रतिभागी हुए सफल

262 युवा मेडिकल के लिए अनुशंसित
अनूपपुर जिले में आयोजित वायु सेना भर्ती रैली में 27 जिलों के 3938 युवा शामिल हुए। प्राप्त जानकारी के अनुसार 23 एवं 24 फरवरी को अशोकनगर, आगर मालवा, बड़वानी, भोपाल, धार, डिण्डौरी, गुना, झाबुआ, खण्डवा, मंदसौर, श्योपुर, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया जिले के 1458 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। जिनमे से 1074 अभ्यर्थी प्रथम शारीरिक दक्षता,1046 द्वितीय शारीरिक दक्षता, 220 लिखित परीक्षा में तथा अनुकूलता परीक्षण उपरांत 164 अभ्यर्थियों को मेडिकल जाँच हेतु अनुशंसित किया गया।
26 एवं 27 फरवरी को रैली में अनूपपुर सहित दमोह, अलीराजपुर, बुरहानपुर, दतिया, हरदा, खरगोन, मण्डला, रतलाम, शाजापुर, शिवपुरी, शहडोल, इन्दौर जिले के 2480 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। जिनमे से 1640 अभ्यर्थी प्रथम शारीरिक दक्षता,1444 द्वितीय शारीरिक दक्षता, 140 लिखित परीक्षा में तथा अनुकूलता परीक्षण उपरांत 98 अभ्यर्थियों को मेडिकल जाँच हेतु अनुशंसित किया गया।
उल्लेखनीय है कि अनूपपुर जिले के 278 प्रतिभागी वायु सेना भर्ती रैली में शामिल हुए। जिनमे से 8 अभ्यर्थी शारीरिक, लिखित एवं अनुकूलता परीक्षण उपरांत सफल होने पर मेडिकल हेतु अनुशंसित किए गए हैं। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएँ दी हैं एवं रैली के विधिवत संचालन में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग विवेक पांडेय, क्षेत्र संयोजक संतोष वाजपेयी, पुलिस प्रशासन, नगरपालिका, पीडबल्यूडी, तुलसी महाविद्यालय एवं अन्य सहयोगी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना की है। 

जब्त ट्रैक्टर लूटने वाले आरोपी को पांच वर्ष का सश्रम कारावास, 500 रूपये का जुर्माना

फाईल फोटो
वन विभाग ने अवैध रेत परिवहन करते हुए पकड़ा था
अनूपपुर कोतवाली थाना क्षेत्र के तिपान नदी से रेत के अवैध खनन को वनविभाग द्वारा की गई जब्ती के बाद वाहन को भगाने के मामले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. सुभाष कुमार जैन की न्यायालय ने आरोपी रजन कुमार राठौर 44 वर्ष पिता रामनिवास राठौर निवासी ग्राम बेला थाना कोतवाली को दोषी पाते हुए पांच वर्ष का सश्रम कारावास एवं 500 रूपए के अर्थदंड की सजा सुनाई है। राज्य की ओर से पैरवी लोक अभियोजक डीएस भदौरिया ने की।

गुरूवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पांडेय ने बताया कि 3 जनवरी 2017 को मुखबिर की सूचना पर  डिप्टी रेंजर अशोक निगम, वनरक्षक राजबली साकेत, अंकेश्वर लाल साहू, लक्ष्मण सिंह वाहन चालक रामबहोर साकेत सहित अन्य ने मौके पर पहुंचकर टै्रक्टर एमपी 18 एए 6219 की ट्राली में अवैध रूप से रेता भर पाया, जिसे ले जाने की तैयारी में थे, उन्हें देखकर मजदूर भाग गये। चालक हीरालाल को पकड़ टे्रक्टर ट्रॉली की जब्ती की गई। जैसे ही टै्रक्टर चालक को डिप्टी रेंजर वाहन में बैठाकर सीतापुर फारेस्ट कैंपस ले जाने लगे और पुलिया के पास पहुंचे, तभी सामने से बाइक एमपी 18 एमजी 5122 से रजन राठौर अपने साथी के साथ आया और गाली-गलौच करते कहा उसके टे्रक्टर को कौन कहां ले जा रहा है, उसे अवैध रेत उत्खनन की कार्यवाही के संबंध में जानकारी दी गई। आरोपी रजन राठौर साथी से मिलकर राजबली साकेत और लक्ष्मण सिंह को मारपीट करने लगे उसका साथी टे्रक्टर को जाने लगा। और रजन राठौर बाइक से पीछे जा रहा था, वन विभाग द्वारा काफी दूर तक पीछा किया गया, लेकिन आरोपी और उसका साथी टे्रक्टर लेकर भाग गए। वनविभाग कर्मचारी द्वारा घटना की रिपोर्ट कोतवाली अनूपपुर में की गई। पुलिस ने विवेचना बाद मामला न्यायालय में पेश किया, जहां आरोपी को दोषी पाते हुए सजा सुनाई गई।

छोटे की भाई हत्या के सहआरोपी की जमानत याचिका खारिज

फाईल फोटो
अनूपपुरअपर सत्र न्यायाधीश राजेन्द्रग्राम अविनााश शर्मा की न्यायालय ने थाना अमरकंटक में छोटे भाई की हत्या के आरोपी गनाराम बनावल पिता भारतलाल बनावल 45 वर्ष निवासी करौंदा टोला द्वारा अपने रिहाई के लिए लगाये गये जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए,सहायक जिला अभियोजन अधिकारी शशि धुर्वे ने आवेदन का विरोध करने  और दलील सुनने के बाद जमानत खारिज करते हुए यथावत जेल में रहने का आदेश दिया। आरोपी इस प्रकरण मे पहले से जेल में है।
गुरूवार को मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 11 नवम्बर 19 को मृतक मोहित बनावल जो पेशे से वकील था,भाई संतराम बनावल ने थाना अमरकंटक में मौखिक रिपोर्ट में बताया था कि मृतक मोहित बनावल 22 अक्टूबर 19 से घर में बिना बताये कहीं चला गया उक्त रिपोर्ट पर गुमशुदगी कायम कर पुलिस ने जॉंच में लिया, जॉच के दौरान 21 नवम्बर 19 को संतराम के द्वारा लिखित सूचना दी गई थी कि गांव के सयाने लोग मोहित के घर पर बैठक किये थे और मृतक मोहित के पत्नी प्रतिमा से पूछताछ किये तो वह इधर-उधर की बात करने लगी और घर के रसोई कमरे में किसी को घुसने नहीं दे रही थी तब सयाने लोगों को शंका होने लगी थी और घर के पास सटा हुआ नवनिर्माण देखकर और घर के एककिनारे से छपाई लिपाई किया हुआ था वहीं पास खाना बनाने की मिट्टी का चूल्हा बना हुआ था तब लोगों ने छपाई के स्थान पर लोहे की रॉड डालकर देखा तो गीली मिट्टी निकली और उससे तेज बदबू आने लगी और कुछ देर बात उस जगह पर मक्खियॉं भिन-भिनाने लगी इस सूचना पर पुलिस ने उस स्थान पर उत्खनन् कराने पर शव का हाथ-पैर और गला जीआई तार से बंधा पाया गया जिसे मृतक मोहित बनावल के रूप में पहचाना गया। मृतक की पत्नि प्रतिमा बनावल से पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने उसके जेठ गनाराम बनावल के साथ मिलकर पति मोहित बनावल की हत्या कर अपने परछी रसोईद्घ के अंदर जमीन पर गाड़ दिया था। मामले को गंभीर मानते हुए न्यायालय द्वारा आरोपी की जमानत याचिका खारिज की।   

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

बुधवार, 26 फ़रवरी 2020

सरई उपतहसील में 27 पटवारी हल्का आधा सैकड़ा से अधिक गांवों को मिली सौगात

विधायक ने भूमिपूजन कर भवन निर्माण की रखी आधारशिला
अनूपपुर क्षेत्रफल की दृष्टि से जिले की सबसे बड़ी जनपद पुष्पराजगढ़ के राजेन्द्रग्राम एकमात्र रही तहसील कार्यालय के बाद अब सरई उपतहसील के रूप में स्थापित दूसरी उपतहसील की सौगात पुष्पराजगढ़ वासियों को मिलेगी। उपतहसील सरई में राजस्व प्रकरणों व शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा। इसमें सरई गांव के साथ आसपास के लगभग 26 पटवारी हल्का के 50 गांवों के ग्रामीणों को इसका सीधा लाभ पहुंचेगा। ऐसे क्षेत्र के ग्रामीणों को राजेन्द्रग्राम मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अबतक राजेन्द्रग्राम मुख्यालय में एकमात्र तहसील कार्यालय होन के कारण दूर-दराज के ग्रामीणों को 80-100 किलोमीटर की दूरी तय कर राजेन्द्रग्राम आना पड़ता था। जिसमें गरीब आदिवासी परिवारों को समय की बर्बादी के साथ साथ आर्थिक नुकसान भी सहना पड़ता था। कभी कभी ग्रामीणों को समय पर राजस्व व न्यायिक मामलों में समय पर उपस्थिति नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता था। सरई उपतहसील से लगभग 80 किलोमीटर दूर ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा।
53 लाख की लागत से बनने वाली उपतहसील कार्यालय का पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने बुधवार को भूमिपूजन कर भवन निर्माण की आधारशिला रखी। यह भवन सालभर में तैयार हो जाएगा, जहां नायब तहसीलदार पदस्थ होंगे। बताया जाता है कि सरई उपतहसील कार्यालय के अंतर्गत सरई, खम्रौध, करपा, सुआडंड, बिल्हूपानी, कोडार, जरहा, सेमदुआरी, बघार, बड़ी तुम्मी, टिटही, जैतहरी, महुआमिट्ठू, पडमनिया, गिरारी, बेनीबारी, अतरिया, कातूरडोना, करणपठार, कोलमी, सहित अन्य गांव शामिल होंगे।

जीवित होने का प्रतीक है आपका विरोध - डा.तिवारी

पीआरटी महाविद्यालय में युवा संसद संपन्न
अनूपपुर समाज में जब कोई आपका विरोध करे तो उससे विचलित ना हों। विरोध आपके जिन्दा होने का प्रतीक है। जब आप कोई पहल करते हैं, कोई काम करते हैं तो उसका विरोध होता हैं। यही मानव का समाज में होने का आधार है। निजी महाविद्यालय पंडित रामगोपाल तिवारी तकनीकी एवं विज्ञान महाविद्यालय में बुधवार को पंडित कुंजी लाल दुबे संसदीय विद्यापीठ के तत्वाधान में संसदीय कार्यशाला एवं युवा संसद मंचन का आयोजन के दौरान शा. तुलसी महाविद्यालय के प्राचार्य डा.परमानन्द तिवारी ने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि युवा संसद की कार्यवाही प्रेरणादायक है,यह आपको संसदीय कार्य प्रणाली की जानकारी देता है।
नेहरु युवा केन्द्र के प्रमुख आर.आर.सिंह ने छात्र छात्राओं से मतदाता परिचय पत्र बनवाने तथा जागरुक रहने की अपील की। हिन्दुस्तान समाचार सेवा के जिला प्रमुख एवं वरिष्ठ पत्रकार राजेश शुक्ला ने सार गर्भित उद्बोधन में कहा कि युवा संसद एक सराहनीय पहल है जो युवाओं की झिझक खत्म करके उन्हे मजबूत बनाता है।
भारत विकास परिषद के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी ने संसदीय कार्यप्रणाली का विस्तार से जिक्र करते हुए कहा कि यह जीवन ही एक संसद है। जिसमे प्रत्येक व्यक्ति को सुनना, समझना, बोलना तथा सभी के विचारों को धैर्य के साथ सम्मान देना आना चाहिए। जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष मयंक त्रिपाठी ने कहा कि अभी तो हम युवा हैं -अभी तो हम जवान हैं। हमें समाज हित मे समर्पित भाव से कार्य करना होगा। ब्लाक अध्यक्ष कांग्रेस चन्द्रशेखर यादव ने भी अपने विचार रखे।


कार्यक्रम का संचालन संचालक पीआरटी कालेज अनूपपुर डॉ.देवेन्द्र कुमार तिवारी ने किया। कार्यक्रम दो सत्रों  में सम्पन्न हुआ। जिसमें विद्यार्थियों द्वारा विधिवत एवं पूर्ण अनुशासित संसदीय कार्यप्रणाली का मंचन किया गया।  दूसरा सत्र संसदीय कार्यशाला का रहा। कार्यक्रम समाप्ति उपरान्त अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को उनके कार्य की सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्र दिया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक उमेश कुमार तिवारी,शिवेंद्र कुमार तिवारी,रवि धीमर,अदिति मिश्रा,सविता यादव, कुमारी विभा,रजनी मिश्रा, विजय तिवारी सहित अन्य उपस्थित रहे।

एक साथ उठी तीनो युवको की अर्थी, मोहल्ले में पसरा मातम

रात में खड़े ट्रक में जा घुसे तीन बाइक सवार युवक, तीनों की मौत  अनूपपुर। जिला मुख्यावलय में बुधवार देर रात सड़क किनारे खड़े ट्रक एक बाईक पर ती...