अनूपपुर। बिजुरी
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में गुरूवार की रात 8 बजे उपचार के दौरान 17 वर्षीय किशोर की मौत हो
गई। जिसके बाद परिजनों ने स्वास्थ्य केन्द्र में जमकर हंगाम मचाया। जहां घटना की सूचना
मिलते ही पुलिस बल स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात हो गए तथा परिजनों को समझाने का प्रयास
किया। लेकिन परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर हंगामा करते रहे,
जहंा पुन: पुलिस
द्वारा समझाने पर शांत हुए। रात की घटना पर गम्भीरता दिखाते हुए शुक्रवार की सुबह कोतमा
तहसीलदार टीआर नाग व नायब तहसीलदार मनीष शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे,
जहां परिजनों
ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए न्याय दिलाने ज्ञापन सौंपा। साथ किशोर
का पीएम डॉक्टरों की टीम गठित कर कराने की अपील की। बताया जाता है कि गुरूवार की रात
करीब 8 बजे 17 वर्षीय आकाश बंसल पिता जगदेव बंसल के पेट में अचानक दर्द होने पर परिजनों
ने बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया था। आपातकालीन सेवा में डॉ.
अनित त्रिपाठी थे। लेकिन भर्ती के दौरान मौके पर डॉक्टर मौजूद नहीं थे, जहां परिजनों ने फोन के माध्यम
से संर्पक कर जानकारी दी। जिसपर डॉ. अनित त्रिपाठी ने अपने निजी कर्मचारी रिंकु को
उस किशोर का ईलाज करने का आदेश दिया। रिंकू ने कुछ दवाईयां दी, लेकिन कुछ ही देर में आकाश
बंसल की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जब शासकीय स्तर पर डॉक्टर की तैनाती आपातकालीन
सेवा के दौरान थी तो डॉक्टर ने निजी कर्मचारी से ईलाज का आदेश कैसे दिया। परिजनों का
आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही में अप्रशिक्षित कर्मचारी के उपचार में उसके पुत्र की
मौत हो गई। सुबह मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश में डॉक्टरों की गठित
टीम ने पीएम किया। वहीं पुलिस मामले में परिजनों सहित अन्य के बयान दर्ज कर रही है।
इनका कहना है
किशोर को बेहोशी की हालत में लाया
गया था, जहां डॉक्टर ने उसकी जांच निरीक्षण कर उपचार आरम्भ किया। लेकिन किशोर को बचाया
नहीं जा सका। परिजनों की मांग पर टीम गठित कर पीएम कराया गया है।
डॉ.आरपी श्रीवास्तव, सीएमएचओ अनूपपुर।