
शनिवार, 14 जुलाई 2018
बिजुरी पुलिस ने १३ वाहनो से वसूले २०७५० रूपए, ओव्हर लोड वाहन किए जब्त

पीकअप व मोटर साईकिल में भिड़त, उपचार के दौरान महिला की मौत, एक गंभीर
शुक्रवार, 13 जुलाई 2018
नगर युवाओ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक केन्द्र के उन्नयन की मांग पर अडे

सब्जी विक्रताओं से स्वेछानुसार लेते सब्जी दान, गरीब,
अनूपपुर। जनपद पंचायत
पुष्पराजगढ़ में बीएसडब्ल्यू के छात्रो एवं समाजेसेवियों द्वारा गरीब बच्चो एवं
बैगा जनजातियों के लिए नि:शुल्क सब्जी वितरित किए जाने के लिए सब्जी बैंक का
प्रारंभ किया गया। जिसके माध्यम से प्रत्येक रविवार को राजेन्द्रग्राम में लगने वाले
साप्ताहिक बाजार में लगने वाले प्रत्येक दुकानों में जा कर उनसे स्वेच्छानुसार
सब्जी दान करने का निवेदन करते हुए प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक बाजार में 50 से
70 सब्जी व्यापारियों से सब्जी एकत्रित कर आसपास के गरीब बैगा जनजाति के बच्चों, आश्रम, छात्रावास, स्कूल एवं उनके
घरो में पहुंचा देते है। जिससे उन परिवारो व बच्चो को सप्ताह भर सब्जियों के सेवन
का लाभ मिलता है। उक्त सब्जी बैंक द्वारा अब तक 8 से 10 क्विंटल सब्जी एकत्रित की
जा चुकी है। वहीं सब्जी बैंक को चलाने में समाजसेवी बाल्मिक जायसवाल और अंशु
केशरवानी का विशेष योगदान रहा इसके साथ सब्जी बैंक को सफल बनाने में बीएसडब्ल्यू
के छात्र जितेंद्र जायसवाल, अजय कुशवाहा, निर्मल गौतम, हिमांशु सोनी, अभिषेक पांडेय, शिवानंद गौतम, मयंक ठाकुर, उदयभान, अनिंद्रा एवं
राजेंद्रग्राम के ग्रामीण राजू सेन, रमेश जयसवाल, मोनू सिंह, सागर सेन, राजा, जागेश्वर आदि
का विशेष सहयोग रहा है।
अनिमितता मामले में उपयंत्री अंशुल एवं सचिव कुंजी लाल को कारण बताओं नोटिस जारी

४० वर्षीय महिला की उसके ही घर में मिला शव
अनूपपुर। कोतवाली थाना अंतर्गत
ग्राम पंचायत परसवार के ग्राम खोलीटोला में गुरूवार १२ जुलाई की दोपहर ४० वर्षीय
महिला बंतीबाई कोल पति राजू कोल की संदिग्ध अवस्था में शव घर में मिला। जहां
परिजनों ने सूचना कोतवाली पुलिस को दी। शाम को मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का
पंचनामा तैयार कर शव को पीएम के लिए जिला जिला चिकित्सालय भेजा गया। जहां १३ जुलाई
की सुबह पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं पुलिस ने मामले की जांच में
दो संदेहियों जिनमें मृतिका की बहन व उसके पति को हिरासत में लेते हुए पूछताछ कर
रही है। वहीं मृतिका का पति राजू कोल मौके से ही फरार बताया जा रहा है। मामले की
जानकारी देते हुए कोतवाली प्रभारी कोतवाली प्रफ्फूल राय ने बताया कि संदेहियों से
पूछताछ की जा रही है वहीं प्रथम दृष्टितया पति द्वारा शराब पीने के लिए पत्नी से
पैसे की मांग करना सामने आया है, जहां पत्नी की मनाही के बाद पति ने पास रखे लकडी के पीढा से
उसके सर पर वार किया जिससे संभवत: उसकी मौत हो गई। फिलहाल पीएम रिपोर्ट के बाद ही
सही जानकारी सामने आ सकेगी। फिलहाल पुलिस पकडे गए संदेहियों से पूछताछ करने के साथ
ही फरार पति की पतासाजी में जुटी हुई है।
नपा कार्यालय के गेट में ताला लगा नपा कर्मचारी अनिश्चिकालीन हड़ताल में
पूरा शहर में कचरे के ढ़ेर में सफाई, पानी, बिजली की सुविधाएंं बंद


को वर्तमान तक नियमित नहीं किया गया है, जबकि निकायों के सेवाभर्ती नियमों में उनके पदों का समावेश वर्ष 15 में किया जा चुका है तथा निकायों के स्थापना व्यय की सीमा 65 प्रतिशत के स्थान पर 70 प्रतिशत किया जाना शामिल हैं।
वार्डो में पानी के लिए तरसे
वार्डवासी
निकाय अधिकारियों व कर्मचारियों
की हड़ताल में अनूपपुर नगरपालिका में हड़ताल का व्यापक असर दिखा। गुरूवार को पानी
के लिए नगरवासी त्रस्त नजर आए। हड़ताल में नगरपालिका के सप्लाय पानी टैंकर के
भरोसे जीवन निर्वहन करने वाले लोगों के घर पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। पानी के
लिए लोग एक वार्ड से दूसरे वार्ड तक दिनभर दौड़ लगाते नजर आए। यहीं हाल बिजुरी
नगरपालिका में भी नजर आया, कोल खदानों के कारण पानी की समस्या से जूझ रहे वार्डवासियों
को आज बिना पानी ही दिन गुजारना पड़ा।
ईवीएम एवं वीवीपीएटी के जनजागरूकता हेतु तीनों विधानसभा में रथ के माध्यम से होगा प्रचार प्रसार
तीन बेटियां जन्मी तो पति ने पत्नी को घर से निकाला, जांच में पुलिस

इनका का कहना है
यह मामला थाना अमरकंटक में आया
है। धारा 323,294,506,498 के तहत दर्ज कर घरेलू झगडे की
तरह देख जांच की जा रही थी। अब अगर तीन बच्चियों की वजह से घर से निकालने की बात
सामने आ रही है तो इसकी जांच कराकर सच्चाई तक पहुंची जाएगी।
भानू प्रताप सिंह, थाना प्रभारी अमरकंटकवाहन की ठोकर में बाइक सवार घायल
अनूपपुर। राष्ट्रीय
राजमार्ग 43 पर
बसखल गांव तिराहा के पास वाहन ने बाइक सवार वृद्ध को ठोकर मारकर घायल कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार 13 जुलाई को थान गांव निवासी नानबाई पति गोपाल केवट पिता
शिवकरण केवट दोनों कोतमा से थानगांव की ओर अपनी बाइक सीजी 16 डी 2473 से जा रहे थे, तभी कोतमा की
तरफ से मनेन्द्रगढ की ओर जा रही वाहन एमपी
20 जीए 6708 का चालक
लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए तेज रफ्तार में बाइक को पीछे से ठोकर मार दी।
जिससे दोनों बाइक सवार गिरकर घायल हो गए। तत्काल ही ग्रामीणों ने घायलों को उपचार
के लिए कोतमा अस्पताल भेजवाया। जबकि गंभीर हालत को देखते हुए दोनों वृद्धों को
जिला अस्पताल अनूपपुर के लिए रेफर कर दिया गया। लोगो ने बताया वाहन चालक शराब के
नशे की हालत में था। पुलिस ने वाहन चालक प्रीतम बैरागी निवासी जबलपुर को पकड थाना
में बैठाया है।
इंगांराजवि में 14 जिलों के 185 छात्रों पांच दिवसीय इंस्पायर लिया हिस्सा
अनूपपुर। विज्ञान के
गूढ़ तथ्यों को आसान तरीके से समझाने के उद्देश्य से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय
जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकटंक के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय इंस्पायर
इंटरनशिप साइंस कैंप विगत दिवस संपन्न हुआ। कार्यक्रम में देशभर से आए 11
वैज्ञानिकों ने मध्यप्रदेश के 14 जिलों के 185
छात्र-छात्राओं को तथ्यात्मक जानकारी के साथ प्रयोग करवाए जिससे उनकी विज्ञान के
विभिन्न विषयों में रूचि और अधिक बढ़ी। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय
के सहयोग से देश के सभी राज्यों में इननोवेशन इन साइंस परस्युट फॉर इंस्पायर्ड
रिसर्च (इंस्पायर) कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस बार प्रदेश के लिए
इंगांराजवि को चुना गया था। विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभाग के तत्वावधान में
आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को
चुना गया जिनकी विज्ञान में रूचि है और जिनका शैक्षणिक रिकार्ड उत्कृष्ठ रहा है।
इंस्पायर के संयोजक डॉ. संदीप
कौशिक ने बताया कि पांच दिवसीय कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय, पं.रविशंकर
शुक्ला रायपुर,
रानी दुर्गावती जबलपुर और गुरु घासीदास
बिलासपुर विश्वविद्यालय के प्रमुख शिक्षाविदों ने विज्ञान से जुड़े विभिन्न
विषयों के बारे में रोचक तरीके से छात्रों को जानकारी प्रदान की। इसमें पानी को
लेकर पैदा हो रही चुनौतियां, ग्रीन एनर्जी और मनुष्य द्वारा वर्षा जैसे विषय शामिल रहे।
अतिथि व्याख्यान के साथ रसायन, भौतिकी, पर्यावरण, फार्मेसी, गणित, जीव विज्ञान आदि की लैब में छात्रों को विभिन्न प्रकार के
प्रयोग करवाकर उनकी वैज्ञानिक क्षमता को और अधिक विस्तार दिया। उत्साहित
छात्र-छात्राएं अधिकांश वैज्ञानिक बनकर देश के विकास में योगदान देने के लिए
प्रोत्साहित हुए। इस अवसर पर कुलपति प्रो.टी.वी.कटटीमनी ने सभी प्रतिभागी
छात्र-छात्राओं को विज्ञान में नित नए अवसरों की जानकारी प्रदान करते हुए उन्हें
विज्ञान के क्षेत्र में स्वयं का करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में
अनूपपुर, जबलपुर, शहडोल, ङ्क्षभड, उमरिया सहित १४
जिलों के छात्रों ने भाग लिया।
गुरुवार, 12 जुलाई 2018
घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूं मैं...
मनोज द्विवेदी
अनूपपुर / भारतीय लोकतंत्र १९४७ के बाद निरंतर उठाए गये मजबूती के तमाम कदमों के बावजूद सिस्टम , नेता, मतदाता की जटिल केमिस्ट्री मे उलझ कर रह गया है। यह जटिलता आपसी अविश्वास की हद तक जा पहुंचने के कारण देश को भीडतंत्र का गुलाम बना रहा है। कहने को विधायिका,न्यायपालिका, कार्यपालिका जैसे मजबूत तंत्र के साथ मीडिया जैसे चॊथे तंत्र की उपस्थिति जनता मे विश्वास बनाए रखता है। लेकिन स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था मे जब तक सभी तबके की जवाबदेही तय नही होती, जब तक अधिकार - कर्तव्य का समन्वय स्थापित नही होता तब तक समानता की कल्पना करना बेमानी है।
* वर्तमान परिवेश मे राजनेता समाज मे मजाक या गाली का पर्याय बन कर रह गया है। राजनेता या जनप्रतिनिधि महत्वपूर्ण कार्य करते हुए भी हेय हो गये। पढा लिखा वर्ग हो या अनपढ तबका ,हर वर्ग के लिये अपरिहार्य होने के बावजूद नेता स्वीकार्य इसलिये नही है कि सार्वजनिक रुप से इनका आचरण अनुकरणीय नही रहा। नेता ,नेतृत्व का पर्याय कभी नही बन सका। जनता के कन्धो पर सवार यह वर्ग अपनी सम्पन्नता बढाता रहा।कुछ लोगों के निम्नतर आचरण ने राजनीति को अपरिहार्य बीमारी सा बना दिया।
* सरकार बनाने के लिये चुनाव जीतने की अनिवार्यता ने लोकतंत्र मे मतदाता को अन्तिम महत्वपूर्ण शक्ति बना दिया । वोट के लिये जो जनकल्याणकारी कार्य एवं सतत समाजसेवा किये जाने चाहिये उसकी जगह राजनैतिक दलों ,नेताओं को कर्मठ न बनाकर मौकापरस्त बना दिया। येन केन प्रकारेण चुनाव जीतने की बहुत सी कलाएं विकसित हुईं। जाति,भाषा ,धर्म,प्रान्त को मुद्दा बनाया गया। योग्यता की जगह बाहुबल,धनबल ने लिया तो लोकतंत्र कब भीडतंत्र मे बदल गया पता ही नहीं चला।
* चुनाव लडने मे धनबल - जनबल की स्वीकार्यता निर्वाचन आयोग भी देता है। वायदों को पूरा करने अनिवार्यता न होने से राजनीतिक दलों की जनता के प्रति जवाबदेही तय नही होती ।जिसके कारण पांच साल वे पलट कर जनता के पास नही जाते। मतदाता भी चुनाव को उत्सव की तरह लेता है,जिसमें भरपूर मनोरंजन, पैसा, शक्तिप्रदर्शन होता है। निर्वाचन पैसा, बाहुबल , साधन संपन्नता का गेम होने के कारण कबड्डी जैसा हो गया है। जिसमे टांग खिंचाई मे कुशलता ही सफलता का पैमाना है।
* ऐसी दशा मे भीड को पालना, उनकी मनमानी सहना अराजकता की खुली छूट देता है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ भीड पर किसी का नियंत्रण नहीं । अफवाह पर भीड हिंसक हो जाती है। लूट,आगजनी,तोडफोड,बलात्कार तक होता है। भीड का कोई चेहरा नही होता कहकर कोई कडी कार्यवाही नही होती।
बलात्कार, आगजनी,लूट,हत्या,तोडफोड के सिद्ध मामलों मे आरोपियों को मताधिकार से वंचित करना होगा। जब यह होगा तो कोई दल,कोई नेता इन्हे प्रश्रय नही देगा। तब नियम कायदों के साथ लोग समाज के प्रति जिम्मेदारी समझेगें।
* पूरे समय हो मतदान-- वर्तमान मे पांच साल मे एकबार मतदान की व्यवस्था है। क्या ऐसा हो सकता है कि नगरपालिका, विधानसभा, लोकसभा के लिये पांच साल के लिये इच्छुक प्रत्याशियों के नामांकन उपरान्त जनता पूरे चार साल छ: माह तक एसडीएम / कलेक्ट्रेट कार्यालय मे कभी भी एकबार मतदान करे। प्रत्याशी को किसी प्रकार के प्रचार - प्रसार ,जनसभा,पोस्टर- पंपलेट की अनुमति न हो। ऐसा करना अयोग्यता की श्रेणी मे माना जाए। तब प्रत्याशी का कार्य व्यवहार,उसका आचरण ही उसकी पहचान होगा। मतगणना उपरांत सर्वाधिक मत पाने वाला विजयी घोषित हो। तब लोग कार्य करेगें,बकवास नहीं ।
* विचार करें कि जब पांच साल मतदान की व्यवस्था होगी तो निर्वाचन एक आम प्रक्रिया होगी। तब निर्वाचन के नाम पर न आचार संहिता के नाम पर विकास कार्य बन्द होंगे, न ही प्रशासन- शासन ठप्प होगा। चुनाव के नाम पर न समय बर्बाद होगा , न ही धन। तब जनप्रतिनिधि- मतदाता सभी की जवाबदेही तय होगी। नेता - जनता चुनाव के समय एक दूसरे को झेलने के बाध्य नही होगे। तब पूरे पांच साल नेता समाजसेवी की तरह जनता के बीच होगा ।
** किसी लोकप्रिय हिन्दी फिल्म का यह गाना " घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूं मैं " न जनता पर लागू होगा , न ही विधायिका- कार्यपालिका- न्यायपालिका पर। जब सबकी बराबर जवाबदेही तय होगी तब स्वस्थ लोकतंत्र उक्त तीन पायों के साथ मीडिया व आमजनता रुपी पांच मजबूत पायों के साथ अपेक्षाकृत अधिक मजबूत होगा।
( वन्देमातरम्)
अनूपपुर / भारतीय लोकतंत्र १९४७ के बाद निरंतर उठाए गये मजबूती के तमाम कदमों के बावजूद सिस्टम , नेता, मतदाता की जटिल केमिस्ट्री मे उलझ कर रह गया है। यह जटिलता आपसी अविश्वास की हद तक जा पहुंचने के कारण देश को भीडतंत्र का गुलाम बना रहा है। कहने को विधायिका,न्यायपालिका, कार्यपालिका जैसे मजबूत तंत्र के साथ मीडिया जैसे चॊथे तंत्र की उपस्थिति जनता मे विश्वास बनाए रखता है। लेकिन स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था मे जब तक सभी तबके की जवाबदेही तय नही होती, जब तक अधिकार - कर्तव्य का समन्वय स्थापित नही होता तब तक समानता की कल्पना करना बेमानी है।
* वर्तमान परिवेश मे राजनेता समाज मे मजाक या गाली का पर्याय बन कर रह गया है। राजनेता या जनप्रतिनिधि महत्वपूर्ण कार्य करते हुए भी हेय हो गये। पढा लिखा वर्ग हो या अनपढ तबका ,हर वर्ग के लिये अपरिहार्य होने के बावजूद नेता स्वीकार्य इसलिये नही है कि सार्वजनिक रुप से इनका आचरण अनुकरणीय नही रहा। नेता ,नेतृत्व का पर्याय कभी नही बन सका। जनता के कन्धो पर सवार यह वर्ग अपनी सम्पन्नता बढाता रहा।कुछ लोगों के निम्नतर आचरण ने राजनीति को अपरिहार्य बीमारी सा बना दिया।
* सरकार बनाने के लिये चुनाव जीतने की अनिवार्यता ने लोकतंत्र मे मतदाता को अन्तिम महत्वपूर्ण शक्ति बना दिया । वोट के लिये जो जनकल्याणकारी कार्य एवं सतत समाजसेवा किये जाने चाहिये उसकी जगह राजनैतिक दलों ,नेताओं को कर्मठ न बनाकर मौकापरस्त बना दिया। येन केन प्रकारेण चुनाव जीतने की बहुत सी कलाएं विकसित हुईं। जाति,भाषा ,धर्म,प्रान्त को मुद्दा बनाया गया। योग्यता की जगह बाहुबल,धनबल ने लिया तो लोकतंत्र कब भीडतंत्र मे बदल गया पता ही नहीं चला।
* चुनाव लडने मे धनबल - जनबल की स्वीकार्यता निर्वाचन आयोग भी देता है। वायदों को पूरा करने अनिवार्यता न होने से राजनीतिक दलों की जनता के प्रति जवाबदेही तय नही होती ।जिसके कारण पांच साल वे पलट कर जनता के पास नही जाते। मतदाता भी चुनाव को उत्सव की तरह लेता है,जिसमें भरपूर मनोरंजन, पैसा, शक्तिप्रदर्शन होता है। निर्वाचन पैसा, बाहुबल , साधन संपन्नता का गेम होने के कारण कबड्डी जैसा हो गया है। जिसमे टांग खिंचाई मे कुशलता ही सफलता का पैमाना है।
* ऐसी दशा मे भीड को पालना, उनकी मनमानी सहना अराजकता की खुली छूट देता है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ भीड पर किसी का नियंत्रण नहीं । अफवाह पर भीड हिंसक हो जाती है। लूट,आगजनी,तोडफोड,बलात्कार तक होता है। भीड का कोई चेहरा नही होता कहकर कोई कडी कार्यवाही नही होती।
बलात्कार, आगजनी,लूट,हत्या,तोडफोड के सिद्ध मामलों मे आरोपियों को मताधिकार से वंचित करना होगा। जब यह होगा तो कोई दल,कोई नेता इन्हे प्रश्रय नही देगा। तब नियम कायदों के साथ लोग समाज के प्रति जिम्मेदारी समझेगें।
* पूरे समय हो मतदान-- वर्तमान मे पांच साल मे एकबार मतदान की व्यवस्था है। क्या ऐसा हो सकता है कि नगरपालिका, विधानसभा, लोकसभा के लिये पांच साल के लिये इच्छुक प्रत्याशियों के नामांकन उपरान्त जनता पूरे चार साल छ: माह तक एसडीएम / कलेक्ट्रेट कार्यालय मे कभी भी एकबार मतदान करे। प्रत्याशी को किसी प्रकार के प्रचार - प्रसार ,जनसभा,पोस्टर- पंपलेट की अनुमति न हो। ऐसा करना अयोग्यता की श्रेणी मे माना जाए। तब प्रत्याशी का कार्य व्यवहार,उसका आचरण ही उसकी पहचान होगा। मतगणना उपरांत सर्वाधिक मत पाने वाला विजयी घोषित हो। तब लोग कार्य करेगें,बकवास नहीं ।
* विचार करें कि जब पांच साल मतदान की व्यवस्था होगी तो निर्वाचन एक आम प्रक्रिया होगी। तब निर्वाचन के नाम पर न आचार संहिता के नाम पर विकास कार्य बन्द होंगे, न ही प्रशासन- शासन ठप्प होगा। चुनाव के नाम पर न समय बर्बाद होगा , न ही धन। तब जनप्रतिनिधि- मतदाता सभी की जवाबदेही तय होगी। नेता - जनता चुनाव के समय एक दूसरे को झेलने के बाध्य नही होगे। तब पूरे पांच साल नेता समाजसेवी की तरह जनता के बीच होगा ।
** किसी लोकप्रिय हिन्दी फिल्म का यह गाना " घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूं मैं " न जनता पर लागू होगा , न ही विधायिका- कार्यपालिका- न्यायपालिका पर। जब सबकी बराबर जवाबदेही तय होगी तब स्वस्थ लोकतंत्र उक्त तीन पायों के साथ मीडिया व आमजनता रुपी पांच मजबूत पायों के साथ अपेक्षाकृत अधिक मजबूत होगा।
( वन्देमातरम्)
बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किये जाने को लेकर आमसभा सांकेतिक धरना दिया

बिजुरी। जिले अंतिम छोर बिजुरी में नगर के युवायो द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नय्यन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किये जाने को लेकर आज हनुमान मंदिर चौक में आम सभा एवम सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया जंहा राजनीति से परे वक्तायो ने अपनी बात वक्तायो ने एक स्वर में सिर्फ बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हो।वक्तायो ने नगर के ब्यापरियो का आभार ब्यक्त किया 17 तारिख को नगर युवा एकता मंच के आह्वान पर नगर बन्द रहेगा यदि साशन प्रशाशन जो दो बार नगर में स्वतः मुख्यमंत्री घोषणा के बाद आज भी सामुदायिक असपताल नही मिल पाया।युवा तरूणाई द्वारा बाजार बंद के बाद क्रमिक अनशन के बाद भी यदि करीबन दो लाख की आबादी जंहा आदिवासी परिवार है का स्वास्थ्य ब्यवस्था इसी अस्पताल पर निर्भर है ।यदि मांग पूरी नही हुई तो आमरण अनशन शांति पूर्वक प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
प्राचार्य लारिया का अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निरस्त
डिंडौरी छोड शहडोल से बनवाया प्रमाण-पत्र
अनूपपुर। इंदिरा गांधी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनूपपुर में पदस्थ प्राचार्य पी.के. लारिया की जाति प्रमाण पत्र संदेहास्पद पाए जाने पर आयुक्त दीपाली रस्तोगी जनजाति कार्य विभाग सचिव, उच्च स्तरीय छानबीन समिति द्वारा १९ जनवरी २०१८ को निरस्त कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार प्रहलाद कुमार पिता बुकसेलरदास लारिया द्वारा पिछडा वर्ग में होने के बाद अनुसूचित जनजाति का लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से शहडोल जिले से जाति प्रमाण पत्र प्राप्त कर अनुसूचित जनजाति का अनुचित लाभ प्राप्त किया लेकिन इस संबंध में अब तक किसी तरह की कार्यवाही नही की गई।
यह है मामला
१७ फरवरी २०१० द्वारा विधानसभा आतरांकित प्रश्र क्रमांक ५६३४ पर निमिति आश्वासन क्रमांक ७८४ में शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जैतहरी के संदेहास्पद जाति प्रमाण पत्र की जांच के संबंध में प्रकरण जांच हेतु उच्च स्तरीय छानबीन समिति को मिली, जहां प्रहलाद कुमार पिता बुकसेलरदास निवासी रूंगटाकॉलरी तहसील सोहागपुर जिला शहडोल म.प्र. द्वारा जिला संयोजक आदिम जाति एवं हरिजन कल्याण शहडोल का प्रमाण पत्र क्रमांक आजाक/१०/ पंजीयन क्रं. / छात्रवृत्ति / ८० / ५१२ दिनांक २१ अगस्त १९८० से जारी पनिका अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया था।
शहडोल से बना जाति प्रामण पत्र
पी.के. लारिया पिता बुकसेलरदास लारिया ग्राम बच्छरगांव जिला डिंडौरी के मूल निवासी है, जहां पनिका जाति पिछड़ा वर्ग में होने के कारण अनुसूचित जनजाति का लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से शहडोल जिले से जाति प्रमाण पत्र प्राप्त कर अनुसूचित जनजाति का अनुचित लाभ प्राप्त किया गया। जिसके बाद उच्च स्तरीय छानबीन समिति की बैठक १९ जनवरी २०१८ में विचारोपरांत सर्व सम्मति से प्रहलाद पिता बुकसेलरदास निवासी रूंगटाकॉलरी तहसील सोहागपुर म.प्र. द्वारा जिला संयोजक आदिम जाति एवं हरिजन कल्याण शहडोल का प्रमाण पत्र क्रमांक आजाक/१०/पंजीयन क्रं./ छात्रवृत्ति /८०/५१२ जारी दिनांक २१ अगस्त १९८० से जारी पनिका अनुसूचित जनजाति के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया है।
संदेहास्पद जाति प्रमाण पत्र की समिति ने की जांच
संभागीय उपायुक्त, आदिवासी तथा अनुसूचित जाति विकास शहडोल संभाग के पत्र क्रमांक/ संभा.उपा./स्था./२०१०-११/४७ दिनांक १३ अप्रैल २०११ में प्राचार्य पी.के. लारिया की सेवा पुस्तिका के प्रथम पृष्ठ में जाति के कॉलम में पनिका अनुसूचित जनजाति ब्लेड से कांट-छांट कर दर्ज किया जाना, प्रस्तुत जाति प्रमाण पत्र दिनंाक २१ अगस्त १९८० को जिला संयोजक आजाक शहडोल द्वारा जारी किया गया जो कि सामान्यत: छात्रवृत्ति स्वीकृति जारी किया जाता है। इतना ही नही समिति ने श्री लारिया द्वारा वर्ष १९८३ में अवधेश प्रताप ङ्क्षसह रीवा विश्वविद्यालय से नियमित छात्र के रूप में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण किया है जिसमें महाविद्यालय की मोहर स्पष्ट नही है।
कारण बताओं सूचना पर लगातार अनपुस्थित रहे प्राचार्य
जांच समिति द्वारा कार्यालयीन पत्र क्रमांक / २७२१५ दिनांक ३ नवम्बर २०१७ के माध्यम से पी.के. लारिया पिता बुकसेलरदास लारिया को १५ नवम्बर २०१७ की बैठक में उपस्थित हेतु सूचिना पत्र जारी किया गया, जहां वे अनपुस्थित रहे। वहीं कार्यालयीन पत्र क्रमांक जा.प्र. समिति/५०६/२०१०/१३२८ दिनांक १५ जनवरी २०१८ में के माध्यम से बैठक १९ जनवरी २०१८ में उपस्थिति हेतु सूचना दी गई। जहां वे समिति के समक्ष अनुपस्थित रहे।
इनका कहना है
मुझे नोटिस मिली थी, मामला हाईकोर्ट में जबलपुर में विचाराधीन है।
पी.के. लारिया, प्राचार्य कन्या हायर सेकेण्ड्री अनूपपुर
अनूपपुर। इंदिरा गांधी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनूपपुर में पदस्थ प्राचार्य पी.के. लारिया की जाति प्रमाण पत्र संदेहास्पद पाए जाने पर आयुक्त दीपाली रस्तोगी जनजाति कार्य विभाग सचिव, उच्च स्तरीय छानबीन समिति द्वारा १९ जनवरी २०१८ को निरस्त कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार प्रहलाद कुमार पिता बुकसेलरदास लारिया द्वारा पिछडा वर्ग में होने के बाद अनुसूचित जनजाति का लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से शहडोल जिले से जाति प्रमाण पत्र प्राप्त कर अनुसूचित जनजाति का अनुचित लाभ प्राप्त किया लेकिन इस संबंध में अब तक किसी तरह की कार्यवाही नही की गई।
यह है मामला
१७ फरवरी २०१० द्वारा विधानसभा आतरांकित प्रश्र क्रमांक ५६३४ पर निमिति आश्वासन क्रमांक ७८४ में शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जैतहरी के संदेहास्पद जाति प्रमाण पत्र की जांच के संबंध में प्रकरण जांच हेतु उच्च स्तरीय छानबीन समिति को मिली, जहां प्रहलाद कुमार पिता बुकसेलरदास निवासी रूंगटाकॉलरी तहसील सोहागपुर जिला शहडोल म.प्र. द्वारा जिला संयोजक आदिम जाति एवं हरिजन कल्याण शहडोल का प्रमाण पत्र क्रमांक आजाक/१०/ पंजीयन क्रं. / छात्रवृत्ति / ८० / ५१२ दिनांक २१ अगस्त १९८० से जारी पनिका अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया था।
शहडोल से बना जाति प्रामण पत्र
पी.के. लारिया पिता बुकसेलरदास लारिया ग्राम बच्छरगांव जिला डिंडौरी के मूल निवासी है, जहां पनिका जाति पिछड़ा वर्ग में होने के कारण अनुसूचित जनजाति का लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से शहडोल जिले से जाति प्रमाण पत्र प्राप्त कर अनुसूचित जनजाति का अनुचित लाभ प्राप्त किया गया। जिसके बाद उच्च स्तरीय छानबीन समिति की बैठक १९ जनवरी २०१८ में विचारोपरांत सर्व सम्मति से प्रहलाद पिता बुकसेलरदास निवासी रूंगटाकॉलरी तहसील सोहागपुर म.प्र. द्वारा जिला संयोजक आदिम जाति एवं हरिजन कल्याण शहडोल का प्रमाण पत्र क्रमांक आजाक/१०/पंजीयन क्रं./ छात्रवृत्ति /८०/५१२ जारी दिनांक २१ अगस्त १९८० से जारी पनिका अनुसूचित जनजाति के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया है।
संदेहास्पद जाति प्रमाण पत्र की समिति ने की जांच
संभागीय उपायुक्त, आदिवासी तथा अनुसूचित जाति विकास शहडोल संभाग के पत्र क्रमांक/ संभा.उपा./स्था./२०१०-११/४७ दिनांक १३ अप्रैल २०११ में प्राचार्य पी.के. लारिया की सेवा पुस्तिका के प्रथम पृष्ठ में जाति के कॉलम में पनिका अनुसूचित जनजाति ब्लेड से कांट-छांट कर दर्ज किया जाना, प्रस्तुत जाति प्रमाण पत्र दिनंाक २१ अगस्त १९८० को जिला संयोजक आजाक शहडोल द्वारा जारी किया गया जो कि सामान्यत: छात्रवृत्ति स्वीकृति जारी किया जाता है। इतना ही नही समिति ने श्री लारिया द्वारा वर्ष १९८३ में अवधेश प्रताप ङ्क्षसह रीवा विश्वविद्यालय से नियमित छात्र के रूप में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण किया है जिसमें महाविद्यालय की मोहर स्पष्ट नही है।
कारण बताओं सूचना पर लगातार अनपुस्थित रहे प्राचार्य
जांच समिति द्वारा कार्यालयीन पत्र क्रमांक / २७२१५ दिनांक ३ नवम्बर २०१७ के माध्यम से पी.के. लारिया पिता बुकसेलरदास लारिया को १५ नवम्बर २०१७ की बैठक में उपस्थित हेतु सूचिना पत्र जारी किया गया, जहां वे अनपुस्थित रहे। वहीं कार्यालयीन पत्र क्रमांक जा.प्र. समिति/५०६/२०१०/१३२८ दिनांक १५ जनवरी २०१८ में के माध्यम से बैठक १९ जनवरी २०१८ में उपस्थिति हेतु सूचना दी गई। जहां वे समिति के समक्ष अनुपस्थित रहे।
इनका कहना है
मुझे नोटिस मिली थी, मामला हाईकोर्ट में जबलपुर में विचाराधीन है।
पी.के. लारिया, प्राचार्य कन्या हायर सेकेण्ड्री अनूपपुर
विश्व जनसंख्या दिवस पर हुई जिला स्तरीय कार्यशाला एवं निकाली गई रैली

क ग्राउण्ड में विद्युत विभाग के कार्यक्रम के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जनसंख्या स्थरीकरण कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में अनूपपुर विधान सभा के विधायक श्री रामलाल रौतेल जी ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए जनजागरूकता फैलाना आवश्यक है, हमें रूढ़ीवादी परम्पराओं का परित्याग करना होगा तथा शासन द्वारा चलाए गए कार्यक्रम को अपनाकर जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए सम्मिलित प्रयास करने होंगे। देश में संसाधन सीमित है, उन्ही संसाधनों में से देश की जनता को सुख-सुविधायें पहुंचाना है। उन्होने उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि परिवार नियोजन के कार्यक्रमों में हमें प्रदेश में प्रथम स्थान हेतु अभी से प्रयास करने होंगे। हम सभी को जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए आगे आना होगा एवं बेटे और बेटी का फर्क मिटाते हुये हमें दोनो को समान अधिकार देना चाहिये। जनसंख्या रोकने के लिये शिक्षित होना, बाल विवाह को रोकना तथा एक ही संतान का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि समाज में लड़के की धारणा ही बढ़ती आबादी का कारण है। आज के समय में बालक-बालिका को हमें एक नजर से देखना होंगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.पी. श्रीवास्तव ने जनसंख्या स्थिरीकरण विषय पर बोलते हुये कहा कि यदि हम बढ़ती आबादी पर रोक न लगा पाये तो नागरिकों को सारी सुविधायें देना मुश्किल हो जाएगा। उन्होने कहा की अब हमे हम दो हमरा एक का नारा बुदंल करना होगा और इसी पर समाज में जनजागरूकता लाना होगा। जनसंख्या के इस बढ़ते स्वरूप को हम सब के प्रयास से ही कम किया जा सकता है। कार्यशाला मे ए.एन.एम. ट्रेनिंग सेन्टर के छात्राओं ने स्वागत गीत के माध्यम से आगतुंक अतिथिगणों का विभाग की ओर हार्दिक अभिनंदन किया। जनसंख्या स्थिरीकरण कार्यशाला में महिला प्रसूति सहायता के हितग्राहियों को प्रमाणपत्र एवं चेक भी प्रदान किये गये। कार्यक्रम के पूर्व में जनसंख्यास्थिरीकरण रैली को मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर0पी0 श्रीवास्तव डाॅ. एस.बी. चैधरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली के साथ स्वास्थ्यकर्ता, ए.एन.एम.टी.सी. की छात्राओं ने फ्लेक्षी, बैनर के साथ नगर भ्रमण कर , रैली के रूप में नागरिकों को जनसंख्या वृद्धि रोकने के उपायों के बारे में नारे एवं पम्पलेटों के माध्यम से संदेश दिये गये। इस रैली में ‘‘छोटा परिवार सुखी परिवार‘‘षिषु एक सुख अनेक‘‘ आदि नारों के साथ जनजागरण किया गया। एंव रैली का समापन पाॅलीटेक्नीक ग्राउण्ड अनूपपुर में हुआ।
नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष बिसाहूलाल सिंह का नगर आगमन पर हुआ भव्य स्वागत

अनूपपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशानुसार प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा म.प्र. शासन के पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक बिसाहूलाल ङ्क्षसह को कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद 12 जुलाई की दोपहर 1 बजे प्रथम नगर आगमन पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा रेलवे स्टेशन पहुंचकर गाजे-बाजे व अतिशबाजी के साथ भव्य स्वागत किया गया। जिसके बाद नपाध्यक्ष रामखेलावन राठौर ने प्रदेश उपाध्यक्ष बिसाहूलाल सिंह को फलो सेे तौला गया जिसमें ९१ किलो ५०० ग्राम वजन के बराबर फलो को आमसभा में बंटवाया गया।

प्रदेश उपाध्यक्ष बिसाहूलाल सिंह के इंदौर- बिलासपुर ट्रेन से नगर आगमन पर नपाध्यक्ष अनूपपुर रामखेलावन राठौर की अगुवाई में सैकडों कार्यकर्ताओं द्वारा रेलवे स्टेशन पहुंचकर स्वागत किए। जिसके बाद स्टेशन तिराहा में आमसभा का आयोजन किया गया, जिसमें जिले भर से आए कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया गया। आमसभा को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में भाजपा शासन में महिलाएं, बहन, बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। वहीं प्रशासनिक व्यवस्था भी नाकाम साबित रही है, जिसके चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और म.प्र. में प्रतिदिन गैंगरेप, दुष्कर्म, एवं एसिड अटैक जैसे घटनाएं हो रही है बावजूद इसके भाजपा सरकार तमाशबीन बनी है।
मंडलम् अध्यक्षो एवं सेक्टर प्रभारियों का हुआ स्वागत
पूर्व मंत्री एवं प्रदेश उपाध्यक्ष बिसाहूलाल सिंह द्वारा अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के समस्त नवनियुक्त मंडलम् अध्यक्ष एवं सेक्टर प्रभारियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया और उन्हें २०१८ में विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सोंपी गई। स्वागत भाषण में नपा अध्यक्ष रामखेलावन, पुष्पराजगढ विधायक फुंदेलाल सिंह, रेलवे मजदूर के जोनल महामंत्री लक्ष्मण राव, यशोदा सिंह, गीता सिंह ने अपने-अपने विचार रखे। मंच का संचालन भगवती प्रसाद शुक्ला एवं आभार जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने व्यक्त किया।
निकाली विशाल रैली, जगह-जगह हुआ स्वागत
आसमभा के बाद रेलवे स्टेशन में गाजे बाजे के साथ निकाली गई रैली में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने स्टेशन तिराहा, मुख्य बाजार, आदर्श मार्ग पहुंची जहां पूर्व नपाध्यक्ष प्रेम कुमार त्रिपाठी व आशीष त्रिपाठी के निज निवासी पहुंची, जहां त्रिपाठी परिवार सहित कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका माल्यार्पण कर स्वागत करते हुए बधाई दी। जिसके बाद रैली बस स्टैण्ड होते हुए जिला कांग्रेस कार्यालय पहुंची, रैली में नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष बिसाहूलाल ङ्क्षसह का जगह-जगह कांग्रेसजनो ने स्वागत किया।
आमसभा व रैली कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
नव निर्वाचित प्रदेश उपाध्यक्ष के प्रथम नगर आगमन पर स्वागत कार्यक्रम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, पुष्पराजगढ विधायक फुंदेलाल ङ्क्षसह मार्को, जिला उपाध्यक्ष प्रेम कुमार त्रिपाठी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामनरेश गर्ग, एसडवोकेट संतोष अग्रवाल, किसान कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष सुनील सराफ, आशीष त्रिपाठी, पूर्व नपाध्यक्ष कोतमा मनोज सराफ अंगा, नपाध्यक्ष अनूपपुर रामखेलावन राठौर, पूर्व नपाध्यक्ष जैतहरी अवधेश राम अग्रवाल, सिद्धार्थ शिव सिंह, नगर अध्यक्ष राकेश गुप्ता, जयंत राव, चंद्रकांत पटेल, उमेश राय, निरंजन यादव, उदय प्रकाश सिंह, भगवती प्रसाद शुक्ला, लक्ष्मण राव, पंकज अग्रवाल, योगेंद्र राय, पुरूषोत्तम चौधरी, पूर्व नपा उपाध्यक्ष शिव कुमार गुप्ता, रियाज अहमद, जे.पी. श्रीवास्तव, लोकसभा युवक कांग्रेस महासचिव ऋषि तिवारी, बृजेश सिंह जैतहरी, मनोज बिलैया, मोहित पटेल, सिद्धार्थ सिंह राजा, रोहिणी प्रसाद दुबे, हरीश गर्ग, दीपक शुक्ला, संतोष पांडेय, पिक्कू गुप्ता, बृजेश शिवहरे, नवसाद खान, मानसिंह, मुन्नू नामदेव, शिशिर अग्रवाल, राघवेंद्र पटेल, धर्मेन्द्र सोनी, प्रकाश राठौर के साथ अमरकंटक, राजनगर, राजेंद्रग्राम, जैतहरी, वेंकटनगर, फुनगा, भालूमाडा, जमुना, कोतमा, चचाई, अनूपपुर, संजयनगर सहित अन्य सैकडो कांग्रेसी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक ने कोतमा थाने का किया औचक निरीक्षक, दिए आवश्यक निर्देश

कोतमा। पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह ने 11 जुलाई को कोतमा थाने का औचक निरीक्षण में पहुंचे जहां उन्होने कोतमा थाने मे पदस्थ कर्मचारियो का परिचय प्राप्त कर थाने के रिकार्डो का निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र के निगरानीशुदा बदमाश, हिस्ट्रीशीटर बदमाशो की सूची तैयार कर कार्यवाही के निर्देश दिए साथ ही उन्होने एसडीओपी एवं थाना प्रभारी को थाना क्षेत्रो मे प्रतिदिन गस्त करने के साथ ही असमाजिक तत्वो पर कडी निगरानी रखने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने निर्देश देते हुए कहाकि प्रतिदिन शाम 7 से रात्रि 10 बजे तक दो पहिया एवं बडे वाहनो की सघन चेकिंग की जाए। 3 सवारी व बिना हेलमेट लगाए वाहन चलाने वालो एवं नाबालिग बच्चो के वाहन चलाने पर कडी कार्यवाही करने के निर्देश दिए एवं नगर सुरक्षा समिति को सक्रिय करने के साथ ही नगर सुरक्षा समिति के सदस्यो से गस्त करवाने की बात करते हुए जुलाई माह के अंत मे नगर सुरक्षा समिति का सम्मेलन किए जाने की बात कही।
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