छठवें दिन भी जारी अनशन को मिल
रहा व्यापक जनसर्मथन
अनूपपुर, पवित्र नगरी
अमरकंटक के च्यवन गुफा आश्रम का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। पैसे के
दम पर आश्रम में जबरन कब्जे करने की कलेक्टर से शिकायत के बाद न्याय न मिलने पर
इंसाफ के लिए अनशन पर बैठी साध्वी बुधराम दास बुधिया को छठवें दिन ३० नवम्बर को भी
व्यापक जनसमर्थन मिला।
महामण्डलेश्वर लक्ष्मणदास
बालयोगी ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि लगातार जगतगुरू राजेश्वराचार्य के
द्वारा महिला साध्वी के साथ अन्याय करते हुए मेरे लिए भी अफवाह फैलाया जा रहा है।
महामण्डलेश्वर लक्ष्मणदास ने बताया कि योगी तेरह भाई त्यागी परिवार से हूं जबकि
त्यागी रामलखन दास जी भी तेरह भाई त्यागी परिवार से है और च्यवन गुफा, काली
मंदिर आश्रम भी त्यागी परिवार का ही था। जबकि जगत गुरू माउली सरकार चौदह भाई
महात्यागी परिवार से हैं उनका तेरह भाई त्यागी परिवार से कोई पारिवारिक संबंध नहीं
है, तब
वो कैसे त्यागी परिवार के वारिशदास बनकर आश्रम में बैठे।
साध्वी बुधराम दास के अनुसार मॉ
काली मंदिर,च्यवन गुफा आश्रम कपिला संगम गुरू स्थान है। 40-50 वर्ष से
कपिला संगम आश्रम में अपने त्यागी गुरू रामलखन दास के साथ रहती रही, जिंदगी
भर मेहनत करके अपने गुरू के साथ मिलकर पत्थर तोड़ कर मॉ काली मंदिर का निर्माण
कराया, आश्रम का विकास किया। तकरीबन डेढ़ साल पहले गुरूजी के
स्वर्गवास होने के बाद मेरी अनुपस्थिति में महाराष्ट्र अमरावती से आकर
रामराजेश्वराचार्य ने मेरे गुरू स्थान पर कब्जा कर लिया है और मैं डेढ़ साल से
इधर-उधर भटक रही हूं, मुझे न्याय नहीं मिल
रहा। मेरे द्वारा 19 सितम्बर को एसडीएम पुष्पराजगढ़ और तहसीलदार से लिखित
शिकायत पत्र दिया था, वहीं 27 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को प्रार्थना पत्र
दिया। 24 अक्टूबर को कलेक्टर को प्रार्थना पत्र दिया किन्तु आज तक किसी भी प्रकार
की कोई कार्यवाही नहीं होने पर मजबूर होकर अनशन का रास्ता चुनना पड़ा।
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