चार घंटे मैराथन में उत्कृष्ट
शैक्षणिक परिणामों प्राचार्य निभाएँ सक्रिय भूमिका पर जोर
आगामी 3 माह तक बिना कलेक्टर की
अनुमति के नही हो सकेगी शिक्षकों की बैठक
अनूपपुर। समय आ गया है कि
विद्यार्थियों के साथ पूरा शैक्षणिक अमला बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम
हेतु युद्धस्तर पर प्रयास करे। अच्छे परिणामों की प्राप्ति हेतु संस्था प्रमुखों
की भूमिका अहम है। २७ नवम्बर को शासकीय कन्या विद्यालय अनूपपुर में स्मार्ट क्लास
सुविधा युक्त शासकीय विद्यालयों के प्राचार्यों की चार घंटे मैराथन समीक्षा बैठक
में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कहीं। कलेक्टर ने कहा प्राचार्यों से अपेक्षित है
कि हर एक बच्चे की वर्तमान स्थिति का आंकलन कर उनमें सुधार हेतु कार्ययोजना बनाएँ,
इस
हेतु किसी विशेष सहयोग की आवश्यकता है तो तुरंत अवगत कराए जिला प्रशासन द्वारा
त्वरित सहयोग किया जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए नियमित अध्यापन के साथ
प्रश्नपत्रों का भी अभ्यास कराएँ।
कलेक्टर कहा जिला प्रशासन शिक्षा
क्षेत्र में किए गए नवाचार शैक्षणिक परिणामों में सुधार में सहायक होगे। जिले में 50
शासकीय स्कूल में संचालित स्मार्ट क्लास की अब तक की गतिविधि की समीक्षा की।
उन्होने कहा स्मार्ट क्लास में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है ताकि बच्चों के
मन में आयी किसी भी प्रकार की जिज्ञासा का समाधान कर सकें। इस दौरान प्राचार्यों
ने बताया स्मार्ट क्लास के कारण बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ी है।
कलेक्टर ने बच्चों के अभिभावको
से अपील की है कि आगामी तीन महीनो में शैक्षणिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी इस हेतु बच्चों
हेतु अनिवार्य रूप से खाने का डिब्बा भेजें बच्चों से नियमित रूप से संवाद करें
एवं बच्चों को पढ़ाई हेतु प्रोत्साहित करें, नियमित रूप
से बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करें किसी विषय विशेष में बच्चे को समस्या है तो
संस्था प्रमुख को अवगत कराएँ, संस्था प्रमुख की यह जिम्मेदारी होगी कि
वह आवश्यक शैक्षणिक व्यवस्था करें। शिक्षक पूर्ण रूप से शैक्षणिक
गतिविधियों में ध्यान दें।
बिना पूर्व अनुमति के की बैठकें
आयोजित न करें
कलेक्टर ने सहायक आयुक्त जनजातीय
विकास को निर्देश दिए हैं कि बिना पूर्व अनुमति के शिक्षा विभाग की बैठके आयोजित न
करें। स्मार्ट क्लास संचालन की दैनिक रिपोर्ट की निगरानी एवं मासिक अवधि में
समीक्षा की बात कही। इस दौरान स्मार्ट क्लास में बच्चों एवं शिक्षकों की उपस्थिति
एवं पढ़ाई पर निगरानी रखी जाएगी। आशानुरुप परिणाम प्राप्त होने पर जिले के समस्त
शासकीय 132 उच्च एवं उच्च्तर माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा
प्रदान की जाएगी आवश्यकता होने पर एक विद्यालय में एक से अधिक स्मार्ट क्लास की भी
व्यवस्था की जा सकती है। बैठक में सभी शासकीय विद्यालयों के प्राचार्य एवं सकुल
लिंक संस्थान के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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