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शुक्रवार, 20 अक्तूबर 2023

कांग्रेस ने कोतमा से सुनील पर फिर जताया भरोसा, जिले की तीनों विधानसभा में कांग्रेस भाजपा ने घोषित कियें उम्मीदवार

कांग्रेस के पूर्व विधायक सहित जी-25 कांग्रेस नेताओं ने विधायक सुनील सर्राफ का किया था विरोध,पार्टी ने किया दर किनार, भीतरघात की आशंका

अनूपपुर। जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर दोनो ही प्रमुख दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिससे यह तस्वीकर सामने आ गई हैं कि कौन कहां से होगा आमने-सामने जिसके बाद अब सभी कायसों पर विराम लग गया हैं। अनूपपुर जिले की कोतमा विधानसभा से कांग्रेस ने वर्तमान विधायक सुनील सर्राफ को एक बार फिर मैदान में उतारा है। कोतमा से कांग्रेस के पूर्व विधायक सहित जी-25 कांग्रेस नेता सुनील सर्राफ को उम्मीदवार बनाने को लेकर विरोध कर रहे थे। आपसी मतभेद की वजह से पार्टी ने इस सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया था। लेकिन विरोध के बाद भी पार्टी ने एक बार फिर सुनील सर्राफ पर भरोसा जताते हुए सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है।

कौन कहां से होगा आमने-सामने

जिले की तीन विधानसभा में भाजपा ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह के सामने कांग्रेस के रमेश सिंह होगे। पुष्पराजगढ़ विधानसभा से लगातार दो बार के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को कांग्रेस से वहीं भाजपासे हीरा सिंह श्याम पहली बार अपनी किस्मवत अजमायेंगे। कोतमा से 2018 के प्रतिद्वंदी कांग्रेस विधायक सुनील सर्राफ भाजपा से दिलीप जयसवाल आमने-सामने होगें।

अनूपपुर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार

अनूपपुर जिले से भाजपा ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। बिसाहू लाल सिंह दशकों से कांग्रेस की राजनीति कर रहे थे। 2020 में बिसाहू लाल सिंह ने कांग्रेस की राजनीति छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। जिसके बाद उपचुनाव में बिसाहू लाल ने लगभग 35 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। एक बार फिर भाजपा ने आयु सीमा को पार करते हुए सबसे उम्र दराज प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह टिकट दे कर मैदान में उतार दिया हैं। मंत्री बिसाहू लाल सिंह शुरुआत में कांग्रेस के लिए दीवार लेखन का कार्य करते थे। मंत्री बिसाहू सिंह एसईसीएल में कार्यरत थे। जहां से वे सेंट्रल गवर्नमेंट की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए। 1962 में युवा कांग्रेस के महामंत्री थे। कांग्रेस से 1980 में पहली बार विधायक बने । 10 मार्च 2020 को 4 दशक के बाद कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।

अनूपपुर जिले से कांग्रेस ने राज्य  प्रशासनिक सेवा से त्याग पत्र देकर आये रमेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया हैं। रमेश सिंह वर्तमान में अनूपपुर जिला कांग्रेस अध्यनक्ष हैं। 2020 में अपर कलेक्टर के पद से इस्तीफा देकर इन्होंने कांग्रेस जॉइन की थी। 2020 के उप चुनाव में अनूपपुर विधानसभा से इन्हें कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाना था, लेकिन इन्हें टिकट नहीं दिया गया। वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह के सामने कांग्रेस ने इन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। रमेश सिंह अपना पहला विधानसभा 'चुनाव लड़ेंगे। जहां एक ओर कई बार के विधायक और मंत्री बिसाहू लाल सिंह है, वहीं पहली बार मैदान में उतरे रमेश सिंह दोनों के बीच मुकाबला दिलचस्प होगा। रमेश सिंह 2006 में लोक सेवा की परीक्षा पास कर डिप्टी कलेक्टर बने। जहां उन्होंने विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं दी। 2020 में इन्होंने अपर कलेक्टर पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस की सदस्यता ली। वर्तमान में वे कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हैं और पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।

अनूपपुर विधानसभा के अबतक के विधायक

अनूपपुर जिले में 2008 में बिसाहू लाल सिंह (कांग्रेस), 2013 में रामलाल रौतेल (भारतीय जनता पार्टी), 2018 में एक बार फिर बिसाहू लाल सिंह (कांग्रेस) विधायक रहे। उसके बाद बिसाहू लाल सिंह ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली। इसके बाद 2020 में एक बार फिर बिसाहू लाल सिंह ने जीत हासिल की।

पुष्पराजगढ़ विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार

अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा से भाजपा ने हीरा सिंह शाम को अपना उम्मीदवार बनाया है। हीरा सिंह श्याम पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहें हैं। अनूपपुर जिले की यह दूसरी सीट है, जहां भाजपा ने नए चेहरे को उम्मीदवार बनाया है। पुष्पराजगढ़ से भाजपा को लगातार बार से निराशा ही हाथ लग रहीं है, इसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। हीरा सिंह श्याम ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। वहीं से छात्र राजनीति में रहें है। इनके पिता शिक्षक हैं और मां सरपंच, जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं। हीरा सिंह 2011 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य चुने गए। 2016 में पुष्पराजगढ़ जनपद अध्यक्ष रहें। वर्तमान में भाजपा में जिला महामंत्री हैं।

कांग्रेस उम्मीदवार

अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा से लगातार दो बार के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को कांग्रेस ने एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया है। फुंदेलाल सिंह मार्को लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं। आदिवासी विधायक के तौर पर इनकी छवि बनी हुई है। कई बार विधानसभा में भी आदिवासी पहनावे के साथ पहुंचे। कांग्रेस के फुंदेलाल लाल सिंह मार्को के सामने भाजपा ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हीरा सिंह श्याम को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। अब दोनों के बीच मुकाबला दिलचस्प होगा। फुन्देलाल सिंह मार्को शुरू में बसपा से चुनाव मैदान में रहें जहां निराशा हाथ लगी, इसके बाद कांग्रेस राजनीति में सक्रिय हुए अब लगातार दो बार पुष्पराजगढ़ विधानसभा से विधायक हैं। 2013 में उन्होंने पहली बार भाजपा के सुदामा सिंह को 35 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। वहीं दूसरी बार भाजपा के नरेंद्र मरावी को 22 हजार वोटो से हराया था। यह विधायक के साथ-साथ ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रह चुकें हैं।

पुष्पराजगढ़ विधानसभा में अब तक के विधायक 

पुष्पराजगढ़ विधानसभा में ललन सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस,1962 चिन्ता राम प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, 1972: दलबीर सिंह, निर्दलीय,1967: एल सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस,1977: हजारी सिंह, जनता पार्टी, 1980: अंबिका सिंह, इंडियन नेशनल कांग्रेस, 1985: दीलन सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस,1990: कुंदन सिंह, जनता दल, 1993: शिवप्रसाद सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस , 1998. शिवप्रसाद सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांगेस, 2003: सुदामा सिंह, भारतीय जनता पार्टी, 2008: सुदामा सिंह, भारतीय जनता पार्टी, 2013: फुंदेलाल सिंह मार्को, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, 2018: फुंदेलाल सिंह मार्को, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस रहें।

कोतमा विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार

अनूपपुर जिले और शहडोल संभाग में एकमात्र सामान्य सीट कोतमा कई मायनों में अहम मानी जाती है। इस सीट पर भाजपा ने अपने हारे हुए पूर्व विधायक को एक बार फिर उम्मीदवार बनाकर सभी को चौंका दिया। दिलीप जायसवाल यहां से 2018 में कांग्रेस के प्रत्याशी सुनील सर्राफ लगभग 12 हजार वोटों से हार चुके हैं। 2006 से 2010 तक भाजपा जिलाध्यक्ष रहे हैं। 2008 से 2013 तक कोतमा विधानसभा से विधायक भी रह चुके हैं। जिसके बाद उनका टिकट काट दिया गया था। 2018 एक बार फिर टिकट दिया गया, लेकिन इन्हें करारी हार मिली थी।

कांग्रेस से उम्मीदवार

जिले में कांग्रेस को उम्मीदवार चयन में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना कोतमा विधानसभा सीट से ही करना पड़ा। कोतमा विधानसभा में वर्तमान विधायक सुनील सर्राफ को उम्मीदवार ना बनाने के लिए जी-25 का गठन पूर्व विधायक मनोज अग्रवाल के नेतृत्व में किया गया था, जो बैठक कर सुनील सर्राफ को दुबारा उम्मीदवार न बनाने का पुरजोर विरोध किया गया था। लेकिन पार्टी ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कोतमा में सुनील सर्राफ पर विश्वा स जताते हुए 19 अक्टूबर को घोषित सूची में तय कर दिया गया। सुनील सराफ 2009 से 2013 तक ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रहे। 2013 से 2017 तक किसान कांग्रेस का जिला अध्यक्ष रहें। इनके पिता एसईसीएल में ड्यूटी करते थे। इनके परिवार में कोई भी राजनीति में सक्रिय नहीं था। 2018 में तत्त।कालीन विधायक मनोज अग्रवाल का टिकट काटकर इन्हें पहली बार कांग्रेस से टिकट दिया गया और पहली ही बार में सफलता हासिल की। वहीं जी-25 ने जिस तरह विरोध किया था इससे भितरघात की प्रबल संभावना हैं।

कोतमा विधानसभा से अबतक के विधायक

जिले के कोतमा विधानसभा में 10 वर्षों से कांग्रेस का दबदबा रहा है। 1957 से 2018 तक यहां 9 बार कांग्रेस के विधायक निर्वाचित हुए हैं। जबकि तीन बार भाजपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। आज तक इस सीट से कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी विजयी नहीं हो पाया। कोतमा विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1957 में कांग्रेस पार्टी के हरिराज कुंवर, वर्ष 1962 में कांग्रेस की गिरिजा कुमारी, वर्ष 1967 में कांग्रेस के केएम सिंह, वर्ष 1977 में जनता पार्टी के बाबूलाल सिंह, वर्ष 1980 में कांग्रेस के भगवानदीन, वर्ष 1985 में फिर से कांग्रेस के भगवानदीन, 1990 में जनता पार्टी के छोटेलाल भारतीय, 1993 में कांग्रेस की राजेश नंदिनी सिंह, 1998 में भाजपा के जय सिंह मरावी, 2003 में पुनः भाजपा के जय सिंह मरावी, 2008 में भाजपा के दिलीप कुमार जायसवाल, 2013 में कांग्रेस के मनोज कुमार अग्रवाल तथा 2018 में कांग्रेस में ही सुनील कुमार सराफ निर्वाचित हुए। बता दें कि शहडोल से सांसद रही राजेश नंदिनी भी यहां से विधायक रह चुकी हैं। 

शराब पीने से मना करने पर पति ने पत्नी पर किया प्राण घातक हमला,पति को आजीवन कारावास


अनूपपुर। द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश अनूपपुर आर.पी.सेवेतिया की न्यायालय ने थाना जैतहरी के अपराध की धारा 307, 325 भादवि के 50 वर्षीय आरोपी राम सिंह गोंड निवासी खोडरी, टिकराटोला को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास एवं पॉच हजार रू. अर्थदण्ड की सजा सुनाई। पैरवी लोक अभियोजक पुष्पेन्द्र कुमार मिश्रा ने की।  

लोक अभियोजक ने शुक्रवार को बताया कि घटना 24 जून 2022 को ग्राम टिकरी टोला खोडरी निवासी श्याम बाई पुत्री सुनीता बाई एवं पुत्र भवर सिंह रोज की तरह रात में सुनीता बाई एवं भवर सिह अपने कमरे में सोने चले गये और उसी समय उसका पति (आरोपित) मदिरा सेवन कर घर पर आया, जिस पर श्याम बाई ने पति को मदिरा पीकर न आने के संबंध में कहा, इसी बात को लेकर पति ने जान से मारने की नियत से टंगिया उठाकर उस पर प्रहार किया, जिससे सिर जबड़े और कान के पास चोट आने पर श्याम बाई ने आवाज लगाई और बेहोश हो गई,  आवाज सुनकर पुत्री सुनीता बाई एवं उसका पुत्र भवर सिंह मौके पर आये तो मां श्याम बाई चोट ग्रस्त देखते हुए चाचा को सूचना देते हुए मां को लेकर पुलिस चौकी वेंकटनगर पहुंचे, जहां पर पुत्री सुनीता बाई उसकी मां के साथ घटित घटना की शिकायत दर्ज करायी, जिसके आधार पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में में लेते हुए सबूत जप्त कर आहत एवं साक्षीयों के कथन लेकर आरोपित को अभिरक्षा में लेकर अनुसंधान पूर्ण होने के पश्चात अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय ने दोषी पाते हुए सजा सुनाई।

गुरुवार, 19 अक्तूबर 2023

कोतमा में जीएसटी छापा, राजानी एजेंसी टीम कार्यवाई जारी

कोतमा में जीएसटी छापा, राजानी एजेंसी टीम कार्यवाई जारी

अनूपपुर। कोतमा नगर में राजश्री पान मसाला, तेल तथा शक्कर के थोक व्यापारी राजानी एजेंसी में गुरुवार को जीएसटी टीम जबलपुर द्वारा छापा मार कार्यवाही करते हुए विभिन्न दस्तावेजों को खंगालने के साथ ही एजेंसी के खरीदी तथा बिक्री से संबंधित दस्तावेज की जांच की गई।



जीएसटी के जॉइंट कमिश्नर जीएस कंवर के निर्देशन में असिस्टेंट कमिश्नर रविन्द्र कुमार सनोडीया के नेतृत्व में स्टेट जीएसटी विभाग की 8 सदस्यी टीम कोतमा नगर के राजानी एजेंसीज में छापामारी की। राजानी एजेंसी पान मसाला राजश्री तथा तेल एवं शक्कर का थोक कारोबारी है। गुरुवार की दोपहर जबलपुर की 8 सदस्यीय जीएसटी टीम ने शाम तक जांच कार्यवाही जारी रही हैं। पूर्व में भी इस फार्म पर जीएसटी टीम के द्वारा कार्यवाही की जा चुकी है। जीएसटी टीम में सदस्य मनीष जैन असिस्टेण्ट कमिश्नर, विनोद सिंह, आदर्श पाठक, अनुराग शर्मा,  अंजना सिंह,ज्योति सिंह एवं अल्ताफ अंसारी शामिल हैं।



राजेन्द्रग्राम न्यायालय का फैसला: दुष्कर्म के आरोपी को 10 वर्ष का सश्रम कारावास, लगा 10 हजार का अर्थदण्ड


अनूपपुर। अपर सत्र न्यायाधीश राजेन्द्रग्राम की न्यायालय ने थाना अमरकंटक की धारा 376, 323, 506 भादवि के आरोपी 40 वर्षीय दिलेश पुत्र करिया महरा निवासी ग्राम बहपुर को दो धाराओं में 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 10 हजार 500 रूपये का अर्थदण्ड की सजा सुनाई हैं। जिसमें धारा 376(1) भादवि में 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 10 हजार रूपये अर्थदण्ड, धारा 323 भादवि में 3 माह का सश्रम कारावास एवं 500 रूपये अर्थदण्ड की सजा आदेश दिया हैं। है। पैरवी वरिष्ठ सहायक जिला अभियेाजन अधिकारी नारेन्द्रदास महरा ने की।

वरिष्ठ सहायक जिला अभियेाजन अधिकारी ने गुरूवार को बताया कि 12 दिसंबर 2017 को ग्राम बहपुर निवासी पीडिता थाना अमरकंटक में लिखित रिपोर्ट में बताया कि 10 दिसंबर 17 को ग्राम बहपुर कपड़े लेने जा रही थी, जहां बहुपुरी बांधा के पास आरोपित दिलेश महरा छिपा हुआ था, अकेला देखकर पकड़ लिया और जमीन में गिरा हुए जबरदस्ती करने लगा और कपडे खोलकर उसके साथ दुष्कर्म करने लगा, मना करने पर मारपीट किया और जान से मारने की धमकी देने लगा, जिससे (पीडिता) डर गयी। उसी समय पीडिता के पहचान की एक महिला रास्ते से गुजर रही थी, जो आवाज सुनकर आई तों दिलेश महरा वहां से भाग गया। इसके बाद पीडिता उस महिला के साथ अपने घर आ गई घटना की जानकारी आस-पड़ोस वालों को बताई और रात होने से थाना नहीं गई। दूसरे दिन थाना पहुंच कर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया, जिस पर पुलिस ने प्रथम सूचना पर आरोपित के विरूद् धारा 376, 323, 506 भादवि की मामला पंजीबद्व कर विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन द्वारा पैरवी के बाद न्यायालय में अपराध प्रमाणित पाये जाने पर सजा सुनाई गई।

 

इंगांराजवि के छात्रों और ग्रमीणों के बीच मारपीट में पांच छात्रों को गंभीर चोटें, 3 ग्रमीणों पर मामला दर्ज

  

रात में धरने में बैठे छात्र गार्ड पर कार्रवाई के आश्वासन पर माने

अनूपपुर। जिले में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के छात्रों की स्थानीय ग्रामीणों ने पिटाई कर दी है। मारपीट में पांच छात्रों को गंभीर चोटें आईं। वहीं 10 से 12 छात्रों को मामूली चोटें आई हैं। छात्रों को अमरकंटक थाने ले जाया गया है, जहां छात्रों के बयान के आधार पर आरोपित परमेश्‍वर, गजेन्‍द्र एवं राजू के विरूध प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। पुलिस जांच के बाद कार्यवाई की बात कहीं हैं।

जानकारी के अनुसार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक थाना अंतर्गत लालपुर ग्राम में बुधवार को बाजार लगता है। जिसके कारण बड़ी संख्या में छात्र बाजार आते हैं। बताया जा रहा है कि पीएचडी के छात्र विकास सिंह और साथी विश्वविद्यालय की तरफ आ रहे थे। तभी बाजार में ग्रामीणों के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ। जिसके बाद विश्वविद्यालय के कई छात्र घटनास्थल पर पहुंचे। छात्रों को ग्रामीणों को लगा की छात्र उन्हें मारने के लिए आ रहे हैं। इसी गलतफहमी में लगभग 40 से 50 ग्रामीण हाथ में रॉड, डंडे लेकर इकट्ठा होकर छात्रों पर हमला करते हुए छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा। जिसमें कौशल रजक, दिव्यांश और विनय के सिर और पैर में गंभीर चोट आई है। ग्रामीणों ने छात्रों के ऊपर पत्थर भी बरसाए। विवाद का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया हैं। सूचना पर अमरकंटक पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया। पुलिस के आने के 1 घंटे बाद विश्वविद्यालय प्रशासन घटना स्थल पर पहुंचा।


इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों का समझाते हुए छात्रों को अमरकंटक थाने में शिकायत दर्ज कराने की बात कही। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से कहा की विश्वविद्यालय इस पर कुछ भी नहीं कर सकता यह विश्वविद्यालय के बाहर की घटना है। जबकि छात्रों का कहना है कि ग्रामीणों ने विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर उनके साथ मारपीट की। जिस पर सैकड़ों की संख्या में छात्र विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए और घटनास्थल के समय मौजूद गार्ड पर कार्रवाई की मांग करने लगे। छात्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय के बाहर रह रहे छात्रों के साथ भी ग्रामीण मारपीट करने लगे। जिसके बाद बाहर रह रहें छात्रों को विश्वविद्यालय के अंदर बुला लिया गया और मांग हैं की अब विश्वविद्यालय प्रशासन बाहर रह रहे छात्रों को सुरक्षा दें।

कुलपति के विरोध में लगे नारे

मारपीट के बाद आक्रोशित छात्रों ने बुधवार-गुरूवार की रात 3 बजे तक छात्रों का प्रदर्शन करते हुए कुलपति के विरोध में नारे लगाए। जिसके बाद प्रॉक्टर बोर्ड और रजिस्ट्रार मौके पर पहुंच कर समझाई दी। शुक्रवार की दोपहर गार्ड पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद छात्र अपना विरोध प्रदर्शन खत्म किया। वहीं पांच छात्रों को लेकर पुलिस अमरकंटक थाने ले जाकर गई मारपीट करने वाले 3 ग्रमीमों परमेश्‍वर,गजेन्‍द्र एवं राजू के विरूध प्राथमिकी दर्ज कर जांच के बाद कार्यवाई की बात कहीं हैं।

बुधवार, 18 अक्तूबर 2023

संगम टोला के ग्रमीण और जानवर एक ही स्‍थान में पीते हैं पानी, मूलभूत सुविधाओं की बाटजोहता गांव

 
पगडण्डी व खाई पार कर खड़ी चढ़ाई चढ़ गांव पहंचते हैं लोग, रास्‍ता बना पढ़ाई में रोड़ा

अनूपपुर। नर्मदा नदी के किनारे बसा पुष्पराजगढ़ विकासखण्‍ड का ग्राम पंचायत बीजापुरी नंबर 1 की आबादी लगभग 300 और मतदाता लगभग 150 है। यहां के ग्रामीण आज भी आदिमानव काल में अपना जीवन यापन बसर कर रहें। मूलभूत सुविधाओं के लिए बाटजोहते ग्रमीणों के चलने के लायक सड़क तक नहीं है। आंगनवाड़ी दूर होने के चलते बच्चे आंगनवाड़ी नहीं जा पाते। जो विकास तस्वीरे सामने आ रही है वह वोट लेने वाले नेताओं के सारे दावो की पोल खोलती हैं।  

जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखण्‍ड का ग्राम पंचायत बीजापुरी नंबर 1 के संगम टोला का जहां की कुल अबादी 300 और मतदाता 150 के लगभग हैं। जहां गांव पहुंचे के लिए सड़क तक न‍हीं हैं, जाने के लिए पगडण्डी रास्तों से होकर खाई व नदी को पार करते हुए खड़ी चढ़ाई चढ़ कर गांव के लोग आवागमन करते हैं। आंगनवाड़ी दूर होने के चलते बच्चे आंगनवाड़ी नहीं जा पाते। यहां तक गांव में 8वीं के बाद की पढ़ाई के लिए रास्ता ही आड़े आ रहा हैं। ऐसे में बच्चों की आगे की पढ़ाई को विश्राम देना पड़ रहा हैं। गांव में नल तो लगा दिया गया, लेकिन वह भी दिखावा मात्र हैं। झिरिया का गंदा पानी या नर्मदा नदी का पानी ग्रामीण और जानवर एक ही स्‍थान पर अपनी प्यास बुझाने को विवस हैं। बारिश के दिनों में नदी-नाले और बाढ़ की चपेट में आने से पीने के पानी की समस्या विकराल रूप ले लेती हैं।

वहीं जल निगम के प्रभारी से जब पानी सप्लाई न मिल पाने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहां कुछ घर ऐसे है।  जहां पानी नही पहुँच रहा हैं। टीम भेज कर चेक करवा लेते हैं, आखिर क्यों पानी नही जा रहा हैं।

जनपद पुष्पराजगढ़ के सीईओ केके सोनी ने कहां कि गाँव का जल्द निरीक्षण कर प्लान बना कर सुविधा देने की बात जरूर कहीं किन्‍तु सब बेमानी हैं। यह रट रटाया जबाब अधिकारियों को होता हैं।



मंगलवार, 17 अक्तूबर 2023

अनूपपुर की उपेक्षा कांग्रेस बना सकती हैं मुद्दा, भाजपा उम्मीदवार मतदाताओं की नब्ज पकड़ने में माहिर

जिले की तीनों विधानसभा में 2018 का परिणाम कांग्रेस दोहरायेगी, क्‍या भाजपा होगी सफल   

अनूपपुर। जिले की तीन विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस व भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेसी सिर्फ दो विधानसभा सीटों में अपने उम्मीदवार की घोषणा की है। अनूपपुर में भाजपा से बिसाहूलाल सिंह तो कांग्रेस ने नये उम्मीदवार रमेश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा हैं। पुष्पराजगढ़ विधानसभा से कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायक फुन्देलाल लाल सिंह को एक बार फिर मौका दिया है तो वहीं भाजपा ने यहां भी नये चेहरे जनपद अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम को सामने खड़ा किया है। भाजपा ने कोतमा सामान्य से पिछड़ा वर्ग से दिलीप जायसवाल को एक बार फिर मैदान में उतार कर हारे हुए उम्मीदवार पर अपना विश्वास जताया है। ज्ञात होगी 2018 की विधानसभा चुनाव में दिलीप जायसवाल वर्तमान विधायक सुनील सराफ कांग्रेस से शिकस्त मिली थीं। कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की हैं।

वही एक दिलचस्प बात यह है कि भाजपा सिर्फ शहडोल की दो सीटों को साधने में लगी हुई है जबकि अनूपपुर की तीन सीटों पर उसका ध्यान नहीं है,लगातार मुख्यमंत्री शहडोल दौरा कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहें हैं। जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान शहडोल को कई सौगातों की घोषणा की थी किंतु अनूपपुर के लिए उन्होंने कोई घोषणा नहीं की। जिससे अनूपपुर जिले के लोगों में भाजपा को लेकर असंतोष भी देखा जा रहा है। चाहे वह नागपुर के लिए सीधी ट्रेन सेवा हो या फिर इंदिरा गांधी जनजाति विश्वविद्यालय के माध्यम से मेडिकल कॉलेज व इंजीनियरिंग कॉलेज के भूमि आवंटन का मामला हो, इन सभी प्रयास पर मुख्यमंत्री ने कोई नहीं लिया जाना चुनाव के मुद्दे हो सकते हैं। भाजपा की बेरूखी का नतीजा यह रहा कि पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र से लगातार दो पंचवर्षीय से कांग्रेस को भारी अंतर से विजय मिल रही है।

अनूपपुर विधानसभा

अनूपपुर विधानसभा में भाजपा को वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव करारी शिकस्त देते हुए कांग्रेस के बिसाहूलाल सिंह विजय हुयें थे। जिसका नतीजा कांग्रेस सत्‍ता में आई तो दिग्विजय सिंह ने किसी अनुभवी विधायको को मंत्री नहीं बनने दिया जिसका नतीजा यह रहा कि अल्‍प समय में कांग्रेस की सरकार गिर गई, जिसमें बिसाहूलाल सिंह ने कांग्रेस से नराज होकर नाता तोड़ भाजपा के हो गये। जहां उपचुनाव में बिसाहूलाल सिंह रिकॉर्ड मतों से विजय हुए। किंतु अब परिस्थितियों कुछ भिन्न है जहां उन दिनों कांग्रेस को बिसाहूलाल पर किये गयें अपमान का बदला लिया था जिसका नतीजा उपचुनाव में देखने को मिला। लगभग 3 वर्षों के कार्यकाल में उपलब्धि के नाम पर सत्ता पक्ष के पास कुछ खास बताने को नहीं है ऐसे में बदलाव की बयार का असर हो तो इस पर कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। वैसे कहा जाता है कि भाजपा उम्मीदवार मतदाताओं की नब्ज पकड़ने में माहिर है।

कांग्रेस उम्मीदवार रमेश सिंह पहली 5 वर्षो में लगतार जनता के बीच पहुंच कर उनके दुख:सुख में भागीदार बने जिसका नतीजा यह रहा कि जिला पंचायत चुनाव में पत्‍नी को सबसे अधिक मतों से विजयश्री दे अपना आशिर्वाद दिया। जिससे आज पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। ज्ञात हो कि रमेश सिंह संयुक्‍त कलेक्टर के पद से इस्तीफा देकर जनसेवा के लिए कांग्रेस में शामिल हुए। वर्ष 2020 के उपचुनाव में अनूपपुर विधानसभा से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाना था, लेकिन किन्‍हीं कारणों वस कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। अब 2023 के विधानसभा में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह के सामने कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है। रमेश सिंह अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। जहां एक ओर कई बार के विधायक एवं मंत्री बिसाहूलाल सिंह, वहीं पहली बार मैदान में उतरे रमेश सिंह दोनों के बीच मुकाबला दिलचस्प होगा। वहीं रमेश को अपनों के विरोध का समाना करना पड़ सकता हैं। जिसमें अनूपपुर आदिवासी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष एवं जैतहरी जनपद के अध्यक्ष राजीव सिंह ने अनूपपुर विधानसभा के लिए रमेश सिंह की उम्मीदवारी तय होने के बाद फेसबुक पोस्ट में रमेश सिंह पर जमकर निशाना साधते हुए लिखा कि त्याग, तपस्या, बलिदान का कोई मतलब नहीं निकला। संघर्ष की कीमत वहीं समझेगा जो संघर्ष किया हो। कल के आए को टिकट दे दिया। इसके कुछ घंटों बाद अपनी गलती को सुधारते हुए माफी मांग ली थी। इसी तरह पूर्व में रहें प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह ने रमेश सिंह की उम्मीदवार बनाये जाने से नराज पत्रकार वार्ता कर अपनी बात रखने वाले थे किन्‍तु पत्रकार वार्ता के एक घंटे पूर्व ही से स्‍थगित कर दिया था। माना जा रहा हैं कि दोनो को पार्टी हाईकमान ने तलब करते हुए समझाईस दी थी।

पुष्पराजगढ़ विधानसभा

अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ विधानसभा से लगातार दो बार के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को कांग्रेस ने एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया है। फुंदेलाल सिंह मार्को लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं। आदिवासी विधायक के तौर पर इनकी छवि बनी हुई है। कई बार विधानसभा में भी है आदिवासी पहनावे के साथ पहुंचते थे, जो काफी चर्चा का विषय बना था। कांग्रेस के इनके सामने भाजपा ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे जनपद अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम को अपना उम्मीदवार घोषित किया हैं। दोनों के बीच ही मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद हैं। फुंदेलाल सिंह मार्को कांग्रेस के पहले बसपा से भी अपनी किस्‍मत अजमा चुके हैं। फुंदेलाल सिंह छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहें हैं। लगातार पुष्पराजगढ़ विधानसभा से 2 बार के विधायक हैं। 2013 में उन्होंने पहली बार भाजपा के सुदामा सिंह को 35 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था। वहीं दूसरी बार भाजपा के नरेंद्र मरावी को 22 हजार वोटों से हराया था। यह विधायक के साथ-साथ ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रहें हैं।

कोतमा विधानसभा

लोकसभा की 8 विधानसभा में कोतमा एक मात्र सामान्य विधानसभा सीट हैं जहां कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार की घोषणा अभी तक नहीं की हैं। यहां से कांग्रेस के सुनील सराफ विधायक हैं। भाजपा ने यहा से पिछड़ा वर्ग के दिलीप जायसवाल को एक बार फिर मैदान में उतार कर हारे हुए उम्मीदवार पर अपना विश्वास जताया है। ज्ञात होगी 2013 की विधानसभा चुनाव में दिलीप जायसवाल वर्तमान विधायक सुनील सराफ कांग्रेस से शिकस्त मिली थीं। कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की हैं। यहां कांग्रेस के विधायक सुनील सराफ की दवेदारी मजबूत मानी जा रहीं हैं। जिससे कांग्रेस को सरकार बनाने में फयदा हो सकता हैं। 

सोमवार, 16 अक्तूबर 2023

कलेक्टर के वाहन का नहीं व्यावसायिक रजिस्ट्रेशन, डेढ़ वर्ष से नहीं बीमा


ठेकेदार के रिश्तेदार का वाहन कलेक्टर कर रहें थे उपयोग
, मोटर व्हीकल एक्ट का खुला उल्लंघन  

अनूपपुर। वाहन ठेकेदार अधिकारियों को किराये पर वाहन दिया जा रहा हैं उन वाहनों के व्यवसायिक उपयोग के रजिस्ट्रेशन व बीमा नहीं होना मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधान का खुला उल्लंघन हैं। अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ वाहन क्रमांक एमपी 18 सीए 9089 वार पहिया वाहन का उपयोग कर रहें है। जिसका रजिस्ट्रेशन विज्ञान सिंह परिहार के नाम दर्ज है। जो व्यवसायिक उपयोग के लिए नहीं है। साथ ही डेढ़ वर्ष से से बीमा की समय अवधि भी खत्म है। आचार संहिता प्रभारी होने के बावजूद भी मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधान का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। ज्ञात हो कि जिस वाहन का उपयोग कलेक्टर कर रहें हैं यह वाहन भी ठेकेदार के रिश्तेदार का वाहन बताया जा रहा हैं। जो जनचर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं मामला उजागर होने के बाद ठेकेदार ने कलेक्टर के वाहन को बदल दिया गया हैं।

जानकारी अनुसार कलेक्टर आशीष वशिष्ठ वाहन क्र. एमपी 18 सीए 9089 नंबर की चार पहिया वाहन का प्रयोग कर रहें है। जिसका रजिस्ट्रेशन विज्ञान सिंह परिहार के नाम दर्ज है। जो वाहन का रजिस्ट्रेशन हैं इसे व्यवसायिक उपयोग किया जा सकता। नियम अनुसार निजी वाहन का उपयोग व्यवसायिक उपयोग के लिए नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा वाहन का बीमा 27 अप्रैल 22 से समाप्‍त हैं जो डेढ़ वर्ष का समय बीत गया और अबतक बीमा नहीं कराया। दोनों मामलों में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई का प्रावधान है। वाहन का उपयोग कलेक्टर द्वारा किया जा रहा हैं, इसलिए संबंधित अधिकारी कार्रवाई से जोखिम नहीं उठा रहें।

इस संबंध में कलेक्टर तथा वर्तमान जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष वशिष्ठ का कहना है कि वाहन को किराए पर ठेके से लिया गया है। जिला कलेक्टर का व्यक्तिगत वाहन नहीं होता है। प्रक्रिया के तहत शासकीय उपयोग के लिए वाहन को ठेके पर किराएये से लिया जाता है। यह बात संज्ञान में आने के बात इस संबंध में जानकारी एकत्र कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।


मजदूरी के विवाद पर भाई ने की भाई की हत्या,आरोपी को भाई आजीवन कारावास


अनूपपुर। न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश राजेन्द्रग्राम की न्यायालय ने थाना करनपठार के अपराध की धारा 302, 201, 177, 193, 203 भादवि के आरोपी 50 वर्षीय गोविंद सिंह पुत्र स्व. भोग सिंह निवासी ग्राम कंचनपुर को पांचों  धाराओं में अलग-अलग सजा सुनाई हैं। धारा 302 भादवि में आजीवन कारावास एवं 200 रूपये अर्थदण्ड, धारा 201 भादवि में 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000 रूपये अर्थदण्ड, धारा 177 भादवि में 06 माह का साधारण कारावास एवं 500 रूपये अर्थदण्ड, धारा 193 भादवि में 01 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 500 रूपये अर्थदण्ड एवं धारा 203 भादवि में 06 माह का सश्रम कारावास एवं 500 रूपये अर्थदण्ड सभी को समायोजितकरते हुए आजीवन कारावास एवं 4500 रूपये के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है। पैरवी वरिष्ठ सहायक जिला अभियेाजन अधिकारी नारेन्द्रदास महरा ने की।

सहायक जिला अभियेाजन अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि घटना 31 जुलाई 2018 को दो भाईयों गोविंद सिंह एवं पति सिंह का पत्थर तोड़ने की मजदूरी के 400 रूपये को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि दोनों हाथापाई करते हुए पति सिंह ने पत्थर से गोविंद सिंह के सिर पर वार किया जिससे गोविदं सिंह को खून निकलने लगा, तब गोविंद सिंह ने डंडे से पति सिंह को मारा, जिससे पति सिंह वहीं पर गिर गया, जिसके बाद गोविंद मृतक ने पत्नी से बोला इसे ले जाओं, तब तक मृतक की पत्नी सुरतियाबाई एवं बहू बबली उर्फ सुषीला बाई पति सिंह को घर लेकर आई और सुला दिया, और रात में पति सिंह की मृत्यु हो गई। जांच के दौरान आरोपित द्वारा मृतक पति सिंह की हत्या करना एवं साक्ष्य छिपाने की दृष्टि से लडाई व मारपीट के संबंध में किसी को न बताना पाया गया, जिसके आधार पर आरोपित गोविंद सिंह के विरूद् अपराध दर्ज कर धारा 302, 201, 177, 193, 203 भादवि की प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीबद् करते आरोपित गोविंद सिंह को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करते हुए कथन लेखबद् किया गया। जिसमें आरोपित ने अपराध करना स्वीकार किया। विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां न्यायालय में अपराध प्रमाणित पाये जाने पर आरोपी सजा सुनाई गई।

जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए गए विद्युत करेंट की चपेट में आने से ग्रामीण की मौत

अनूपपुर/बिजुरी। मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ सीमा में छग के केल्हारी थाना अंतर्गत महाई के जंगल में जंगली जानवरों का शिकार हेतु बिछाए गए बिजली के तार की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गई, वही एक युवक घायल हो गया। दोनो निवासी मप्र अनूपपुर जिले के बिजुरी थाना निवासी हैं।

जानकारी अनुसार बताया गया कि 45 वर्षीय मृतक इंद्रपाल यादव एवं 55 वर्षीय राम प्रसाद यादव दोनों निवासी ग्राम अंतर्गत कनई टोला बिजुरी थाना अपनी गाय ढूंढने के लिए जंगल गयें थे जहां शिकारी द्वारा बिछाए गए जाल में दोनों फंस गए। जिससे करेंट की चपेट में आने से इंद्रपाल यादव की घटनास्थल पर ही मृत्‍यु हो गई। एवं रामप्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए। बिजुरी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल पर पुलिस और वन अमला मौजूद है। पीड़ित परिवार से मिलने कोतमा विधायक सुनील सराफ भी पहुचे उन्होंने घायल का हाल चाल जाना और मृतक के परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की।

रविवार, 15 अक्तूबर 2023

पुलिस से झगड़ा करने वाले आरोपी के घर पर चला बुलडोजर, लाखों की भूमि को कराया मुक्त

अनूपपुर। पुलिस से झगड़ा करने वाले आरोपी के अवैध कब्जे पर प्रशासन रविवार को बुलडोजर चला कर 23 लाख की संपत्ति को भूमाफिया से मुक्त कराया है।

अनूपपुर जिले के कोतमा थाना अंतर्गत श्रमिक नगर में दिनेश सिंह ने प्रशासन की भूमि पर अतिक्रमण कर मकान का निर्माण किया था। रविवार को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया, जिसकी अनुमानित कीमत 23 लाख रूपयें बताई गई हैं। संपत्ति को भू-माफिया से मुक्त कराने में जिला प्रशासन, कोतमा राजस्व विभाग और पुलिस विभाग ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। ज्ञात हो कि गत दिनों आरोपी दीपक पिता दिनेश सिंह ने भालूमाड़ा में पदस्थ कांस्टेबल से झड़प हुई थी। इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज आरोपी को गिरफ्तार किया था।

अनूपपुर में कांग्रेस ने मंत्री बिसाहूलाल को चुनौती देने रमेश सिंह को दिया मौका

 पुष्पराजगढ़ में पहली बार चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी हीरा सिंह, मार्को को देंगे टक्कर, कोतमा में अभी प्रतीक्षा, जनपद के अध्यक्ष व पूर्व प्रत्याशी ने जताया विरोध

अनूपपुर कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों को पहली सूची जारी कर दी है। सूची में 230 विधानसभा सीटो में से 144 के लिए उम्मीदवारों की घोषणा किया गया है। जारी सूची में अनूपपुर जिले की तीन विधानसभा सीटो में अनूपपुर विधानसभा से जिलाध्यक्ष रमेश सिंह को उम्मीदवार बनाया हैं। पुष्पराजगढ़ विधानसभा से एक बार फिर वर्तमान विधायक फुन्देलाल सिंह को मौका दिया हैं। वहीं कोतमा विधानसभा से अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है। इस विधानसभा से कांग्रेस के सुनील सराफ विधायक हैं। वहीं अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ से भाजपा ने नये उम्मीदवारों को मौका दिया हैं। इससे मुकाबला दिलचस्प होने की उम्‍मीद कहीं जा रहीं हैं।

प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे कांग्रेस में हुए थे शामिल

कांग्रेस ने अनूपपुर जिला मुख्यालय से प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देकर आए रमेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया हैं। रमेश सिंह वर्तमान में कांग्रेस जिला अध्यक्ष हैं। 2020 में संयुक्‍त कलेक्टर के पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2020 के उपचुनाव में अनूपपुर विधानसभा से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाना था, लेकिन इन्हें कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। वहीं 2023 के विधानसभा में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह के सामने कांग्रेस ने रमेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। रमेश सिंह अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। जहां एक ओर कई बार के विधायक एवं मंत्री बिसाहूलाल सिंह, वहीं पहली बार मैदान में उतरे रमेश सिंह दोनों के बीच मुकाबला दिलचस्प होगा। वर्तमान में उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।

पूर्ण बहुमत से बनेगी कांग्रेस की सरकार- रमेश सिंह

कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं अनूपपुर विधानसभा उम्मीदवार घोषित होने पर रमेश सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि पार्टी ने मुझ पर विश्वास जताया में खरा उतरने का प्रयास करूंगा। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस अपनी सरकार बना रही है और हम पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे। जनता भाजपा द्वारा किए जा रहे अनैतिक कार्यों शोषण से काफी परेशान है। बीते 18 वर्षो में जनता के साथ काफी छलावा किया गया है। मध्य प्रदेश में चल रही कांग्रेस की आंधी, पूर्ण बहुमत से बनेगी कांग्रेस की सरकार। सूची जारी होने के बाद भाजपा द्वारा लगाए गए परिवारवाद और विभिन्न आरोपों को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं अनूपपुर विधानसभा उम्मीदवार ने कहा कि भाजपा का कौन है जो दूध का धुला है। ऐसे में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार शिवराज सरकार द्वारा प्रदेश में फैलाया गया है,भाजपा पूरी तरह से डरी हुई है।

पुष्पराजगढ़ विधानसभा

अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा से लगातार दो बार के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को कांग्रेस ने एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया है। फुंदेलाल सिंह मार्को लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं। आदिवासी विधायक के तौर पर इनकी छवि बनी हुई है। कई बार विधानसभा में भी है आदिवासी पहनावे के साथ पहुंचते थे, जो काफी चर्चा का विषय बना था। कांग्रेस के फुंदेलाल लाल सिंह मार्को के सामने भाजपा ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हीरा सिंह श्याम को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। अब दोनों के बीच ही मुकाबला दिलचस्प होगा। फुंदेलाल सिंह मार्को कांग्रेस के पहले बसपा से भी अपनी किस्‍मत अजमा चुके हैं। फुंदेलाल सिंह छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहें हैं। लगातार पुष्पराजगढ़ विधानसभा से 2 बार के विधायक हैं। 2013 में उन्होंने पहली बार भाजपा के सुदामा सिंह को 35 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था। वहीं दूसरी बार भाजपा के नरेंद्र मरावी को 22 हजार वोटों से हराया था। यह विधायक के साथ-साथ ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रहें हैं।

जैतहरी जनपद के अध्यक्ष ने जताया विरोध

जिले में कांग्रेस ने अनूपपुर विधानसभा अनूपपुर जिले में कांग्रेस ने से रमेश सिंह को उम्मीदवार घोषित होने पर अनूपपुर आदिवासी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष एवं जैतहरी जनपद के अध्यक्ष राजीव सिंह ने फेसबुक पोस्ट में रमेश सिंह पर जमकर निशाना साधते हुए लिखा कि त्याग, तपस्या, बलिदान का कोई मतलब नहीं निकला। संघर्ष की कीमत वहीं समझेगा जो संघर्ष किया हो। कल के आए को टिकट दे दिया। वहीं पूर्व में रहें प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह ने कहां कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आज 144 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की गई है जिस क्रम में अनूपपुर विधानसभा सीट से भी पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया है उक्त निर्णय से क्षुब्ध होकर शाम को प्रेस वार्ता से अपनी बात रखनेकी बात कहीं हैं।

शनिवार, 14 अक्तूबर 2023

लोको पायलट की पत्नियों ने पति को ड्यूटी पर बाहर भेजे जाने से नाराज स्टेशन प्रबंधक को सुनाई व्यथा

कहां 7 से 10 दिन घर से बाहर ड्यूटी करते हैं पति, अकेले में होती है परेशानी

अनूपपुर। जिले के बिजुरी रेलवे में पदस्थ करीब दो सौ लोको पायलटों को सात से दस दिनों के लिए विभाग द्वारा पदस्थापना स्थल से लगभग 100 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ के पेंड्रा रेलवे स्टेशन में ड्यूटी पर भेजे जाने से नराज पत्नियों ने स्टेशन प्रबंधक के माध्यम बिलासपुर डीआरएम को अपनी व्यथा बताई। लोको पायलट की पत्नियों ने आज बच्‍चों सहित आज बिजुरी रेलवे में पदस्थ करीब दो सौ लोको पायलट की पत्नियों ने जमकर हंगामाकरतेहुए नारेबाजी की और बिजुरी स्टेशन प्रबंधक के माध्यम बिलासपुर डीआरएम को अपनी व्यथा बताई। 

लोको पायलट की पत्नियों ने बताया हमारे पतियों को दस दिनों के लिए विभाग द्वारा पदस्थापना स्थल से लगभग 100 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ के पेंड्रा रेलवे स्टेशन में ड्यूटी पर भेज दिया जाता हैंपतियों के आए दिन बाहर ड्यूटी लगायें जाने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। महीने में लगभग 10 दिन पेंड्रा में रहकर ड्यूटी करते हैं। जिससे घर परिवार में किसी भी प्रकार की कोई समस्या होने पर उनके पति घर पर उपलब्ध नहीं होने से घर की महिलाओ को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वही इस मामले पर विभागीय अधिकारी कुछ भी कहने से बचते रहे।

लिफ्ट देने के बहाने महिला के साथ किया सामूहिक दुष्कर्म, तीन गिरफ्तार पहुंचे जेल

अनूपपुर। बीमार पिता को देखने शहडोल से अनूपपुर आई महिला को लिफ्ट देने के बहाने ले जाकर तीन लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जिसकी शिकायत महिला ने कोतवाली थाना अनूपपुर में की, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितो को तलास कर गिरफ्तार किया। तीनो को न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से जेल भेज दिया गया।

थाना प्रभारी अनूपपुर अमर वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को शहडोल निवासी महिला अपने पिता को देखने के लिए शहडोल से जिला चिकित्सालय अनूपपुर आई थी। पिता को देखने के बाद रात 10 बजे अनूपपुर बस स्टैण्ड में आई बस रात 12 बजे की थी। वह बस का इंतजार करने लगी, पूछने पर पता चला कि शहडोल वाली बस कैंसिल हो गई है। तब महिला ने पति को फोन कर लेने बुलाया। तब पति ने कहा लेने आ रहा हूं। इसी बीच देरा रात्रि बस स्टैण्ड पर खड़े एक व्यक्ति ने पूछा कि कहा जाएंगे। तब महिला ने बताया कि में शहडोल जा रही हूं, पति मुझे लेने आ रहें है। तब उस व्यक्ति ने भी शहडोल जाने की बात कहीं और कहां कि मेरी बहन भी ट्रेन से आ रही है, आप मेरे साथ चलो। मैं आपको शहडोल तक छोड़ दूंगा। इसके बाद महिला ने अंजान व्यक्ति से पति अपने मोबाइल से बात कराई। तब वह व्यक्ति बोला कि आपका पति आधे रास्ते में मिल जाएगा, वहां तक आपको छोड़ दूंगा। तब मै उसके साथ बाइक पर बैठकर शहडोल के लिए निकल गई। साधा तिराहा के पास पहुंचने पर व्यक्ति ने गाड़ी किनारे रोक दी। उसने बताया कि मेरी बहन का फोन आ रहा है, बात कर कर के चलते है। तब वह व्यक्ति फोन पर किसी से बात करने लगा। कुछ देर बाद वह व्यक्ति महिला को बैठाकर वेयर हाउस तक ले गया और उसी के पास में रोड के किनारे गाड़ी रोक दी। जहां दो व्यक्ति बाइक से आए। महिला को गंभीर घटना घटित होने का शक होने पर पति को लगाने लगी तो फोन को छीन लिया।

पीड़िता ने शिकायत में बताया कि मदद के लिए चिल्लाने लगी। फिर तीनों व्यक्तियों ने मुझे घसीटकर रोड किनारे बने एक गड्ढे में गिरा दिया। और तीनों में से एक व्यक्ति ने मेरा गला और मुंह दबाया और तीनों ने मेरे साथ गलत काम किया। इस दौरान मेरे चिल्लाने पर तो एक ट्रक वाला रुक गया। तीनों व्यक्ति ट्रक वाले को जान से खत्म करने कि धमकी देने लगे। इसके बाइ तीनों वहां से भाग गए। कुछ देर बाद मेरे पति वहां आ गयें। पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत कोतवाली अनूपपुर में की।

थाना प्रभारी अनूपपुर अमर वर्मा ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपितों की तलास में जुटते हुए शनिवार को गिरफ्तार किया जिसमें 24 वर्षीय मो. आसिफ, 25 वर्षीय दीपक दुबे एवं 23 वर्षीय भजन पटेल को न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से जेल भेज दिया गया।

 

कौन धीरेंद्र शास्त्री मैं नहीं जानता,जनता समय - समय पर स्वत: स्फूर्त सांस्कृतिक आन्दोलन किया- प्रेमभूषण जी महाराज

योग्यता ईश्वर प्रदत्त आशीर्वाद है, थोपी नहीं जा सकतीं पत्रकारो के सवालो के जबाब में कहीं  अनूपपुर। कौन धीरेंद्र शास्त्री मैं नहीं जानता। भार...