https://halchalanuppur.blogspot.com

रविवार, 24 मई 2020

इंगांराजविवि को मिला 395 लाख रूपए का बजट एवं 31 पदों के साथ प्रोजेक्ट का अनुमोदन

किसानों को क्लाउड एप तथा मृदा परीक्षण उन्नत तकनीकि की जानकारी देने बनेगा किट

अनूपपुर विश्वविद्यालय का दायित्व छात्रों के लिए बेहतर अध्ययन और अध्यापन, शैक्षणिक क्रियाकलापों के साथ-साथ समाज एवं देश के लिए आवश्यक अनुसंधान एवं महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को क्रियान्वित करना होता है जिसका परिणाम राष्ट्र निर्माण एवं राष्ट्र कल्याण से हो। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रोजेक्ट के लिए 395 लाख रूपए का बजट एवं 31 पदों के साथ अनुमोदित इस प्रोजेक्ट में उभरती प्रौद्योगिकी-आटफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ ङ्क्षथग्स और क्लाउड नेटिव कम्प्यूङ्क्षटग आधारित किसान-एप को भारत के कृषकों के लिए लॉच किया जाएगा। रविवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान कही।

उन्होने बताया किसान-एप कृषकों को गुणवत्ता वाले बीज की किस्मों का चयन, बीज प्रबंधन, उर्वरक प्रबंधन, खरपतवार प्रबंधन, कीटप्रबंधन, रोगप्रबंधन, ङ्क्षसचाई प्रबंधन और कितना कीटनाशक डालना है इसे तय करने में मदद करेगा। मौसम की जानकारी, कृषि आधारित तकनीक के विषय में जानकारी देकर किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने में सहायक होगा। इससे किसान किसी रिसर्च सेंटर जाने के बजाए अपने मोबाइल में देखकर समझ पाएगा कि कैसे किसी फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकती है। इसकी मदद से खेती का वैज्ञानिक मॉडल समझ पाएगा। परम्परागत फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकती है, कृषि आधारित तकनीकी उपकरणों के अभाव ने पंरापरागत फसल की खेती कम होने से औषधीय गुणों से भरपूरभारत की प्राचीन अनाज जैसे-जई (घोड़ जई), जौ (बारली), क्विनोआ, रागी (मरुआ), बाजरा, टेफ, इंकॉर्न, एम्मर, बकलादाल, सावा, टवनी, कोदो, अमरनाथ, अलसी अब लुप्त होने की कगार पर है इन पर शोध करके आवश्यक उपकरण के स्टार्टअप शुरू करने का प्रबंध किया जायेगा।

कुलपति ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में एसना मृदा परीक्षण किट का अनुसंधान एवं निर्माण किया जाएगा,  प्रधानमंत्री मृदा परीक्षण योजना में मिट्टी के पोषक तत्वों नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैग्निशियम एवं सल्फर, पीएच, ओसी (कार्बन), बोरान, ङ्क्षजक, आयरन, मैग्नीज, कॉपर की जांच हेतु मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना भारत सरकार द्वारा लाई गई है। 

प्रोजेक्ट का दूसरा भाग उद्यमिता निर्माण को लेकर है जिसमें मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार एवं छत्तीसगढ़ में आत्मनिर्भर-भारत केंद्र की स्थापना करके उद्यम शुरू करने का प्रशिक्षण की शुरूवात की जाएगी तथा इच्छुक युवाओं को उद्यमी/ उद्योगपति बनाया जाएगा। उद्यमिता निर्माण में मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक स्टार्ट अप, हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, एग्रोमशीन रीस्टार्टअप, हर्बलप्लांट एंड प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, ग्लास एंड ङ्क्षप्रङ्क्षटग मटेरियल स्टार्टअप, हस्तशिल्प एवं हथकरघा स्टार्टअप, हार्ड वेयर प्रोडक्ट् सस्टार्ट अप, बम्बू वर्क स्टार्टअप, प्लास्टिक एवं रबर प्रोडक्ट स्टार्टअप, एग्री कल्चर स्टार्टअप, हॉटकल्चर स्टार्टअप, मसाला (स्पाइसेस) उद्योग स्टार्टअप, आयल प्रोडक्शन स्टार्ट अप, आईटी प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, सोलर एनर्जी स्टार्टअप, स्टेशनरी प्रोडक्ट स्टार्टअप, एंड बेव रेज प्रोडक्ट स्टार्टअप सहित अलग-अलग २५०० स्टार्टअप के लिए मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यम इकाइयां और स्टार्ट अप श्रेणी के उद्यमों का डीपीआर तथा ईपीसी तैयार किया जाएगा। मुद्रा लोन योजना, एमएसएमई बिजनेस लोन और स्टैंड अप इंडिया लोन योजना प्रमुख सरकारी लोन योजना हैं, इसके अंतर्गत युवाओं को एक नया कारोबार शुरु करने के लिए अपने डीपीआर के अनुसार 10 लाख से लेकर 20 करोड़ तक का बिजनेस ऋण ले सकते है।

कुलपति ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से लोगों के जीवन को बचाने के लिए लगाए गये बेहद आवश्यक सम्पूर्ण लॉडाउन ने विश्व के अधिकांश देशों की वित्तीय स्थिति खराब कर दी है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था भी उसके प्रभाव से अछूती नहीं है। अर्थव्यवस्था को मुश्किल हालात के दौर से गुजरना पड़ रहा है, संकट के इस दौर मे लोकल अर्थात स्थानीय स्तर पर निमत उत्पादों ने ही हमें आगे बढऩे का रास्ता दिखाया है, आत्मनिर्भर बनने का मंत्र लोकल पर वोकल का मंत्र सभी वर्गों के लोगों के बहुत ज्यादा हित में है। स्वदेशी वस्तु अपनाने से भारत की अपनी कंपनियों को बहुत अधिक लाभ होगा। बैठक में प्रमुख रूप से प्रो.ए.के. शुक्ला, प्रो.हरीनारायण मूती, प्रो. संध्यागिहर, प्रो.बी.एन.त्रिपाठी, प्रो. खेम सिंह डहेरिया, प्रो. रविंद्र मनुकोंडा, डॉ. एस. डी. त्रिपाठी, डॉ. विकास सिंह, डॉ. राघवेंद्र मिश्रा, डॉ. संजीव ङ्क्षसह, तथा कुल सचिव उपस्थित रहे।

शनिवार, 23 मई 2020

कोतमा विधायक को होम क्वारंटीन का आदेश, प्रशासन पर भेदभाव का आरोप

अनूपपुर
अनूपपुर के कोतमा से रेड जोन भोपाल और 22 मई की सुबह हुई वापसी के बाद स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर विधायक सुनील सराफ को कोतमा एसडीएम के निर्देशन में स्वास्थ्य अमला ने होम क्वारंटीन कर दिया है। जहां कोतमा विधायक आगामी 14 दिनों तक अपने घर के एक कमरे में क्वारंटीन रहेंगे। इसके साथ ही होम क्वारंटीन के दिशा निर्देशन में खुद को परिजनों से अलग कमरे और कई उपायों को अपनाने की सलाह दी गई है। एसडीएम कोतमा ने होम क्वारंटीन का आदेश दिया है। विधायक के अनुसार, कोतमा पहुंचने से पूर्व आगमन की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी थी, जिसके बाद उनके पहुंचने पर स्वास्थ्य अमला ने उन्हें प्राथमिक जांच के बाद होम क्वारंटीन कर दिया। एक रात भोपाल में समय व्यतीत करने के बाद कोतमा वापसी की है।

विधायक का आरोप, भेदभाव कर रहा प्रशासन

विधायक ने प्रशासन पर कोरोना जांच में भेदभाव का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी 15 मई के आसपास भोपाल गए थे, वे लगभग पांच दिनों का समय व्यतीत कर वापसी अनूपपुर की है। लेकिन यहां ऐसे पदाधिकारियों को प्रशासन ने संस्थागत क्वारंटीन या फिर होम क्वारंटीन भी नहीं किया। इस प्रकार की लापरवाही से क्षेत्र में कभी भी असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो सकता है। जबकि प्रशासनिक अमले में भी कुछ पदाधिकारी भोपाल और जबलपुर जैसे रेड जॉन से वापसी किए हैं, लेकिन वे होम क्वारंटीन के श्रेणी में शामिल नहीं हुए।

कोरोना को खुला आमंत्रण

एक ओर जहां कोतमा विधायक भोपाल जैसे रेड जोन से वापसी कर रहे हैं, वहीं राजनीति से जुड़े अन्य पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी भी सुरक्षा मानकों व उपायों को दरकिनार कर जबलपुर और भोपाल की दौड़ लगा रहे हैं। कोरोना जैसे संकट में एक चूक कभी भी जिले के लिए भारी पड़ सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला  

जिले में 24 घंटे के लिए घोषित कफ्र्यू का दिखा असर

अनूपपुर देश में लगातार बढ़ते नोवेला कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और सार्वजनिक स्थलों के सैनिटाईज करने के उद्देश्य से अनूपपुर जिला प्रशासन ने 23 मई को 24 घंटे के लिए घोषित कफ्र्यू का दिनभर व्यापक असर दिखा। हलांकि जिले में अभी तक इसका असर देखने को नही मिला है। पूर्व से जारी लॉकडाउन के दौरान घरों में कैद नागरिकों में कुछ के सड़क पर निकलने का सिलसिला शनिवार को पूर्णत: बंद रहा। जिसके कारण जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित जैतहरी, पसान, बदरा, कोतमा, बिजुरी, राजनगर, चचाई, अमरकंटक, रामनगर, राजेन्द्रग्राम की बाजारों में सुबह से वीरानी छाई रही। जबकि मुख्य सड़कों से लेकर नगर की गलियों व ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें भी सूनी पड़ी रही। नगर और ग्रामीण अचंलों की सड़को पर एक्का दुक्का जरूरतमंद लोगों की आवाजाही के अलावा कहीं कुछ नहीं दिखा। नगर से लेेकर गांव तक के घरों में आम नागरिक कैद रहे। सब्जी और राशन सहित सभी प्रकार की आमजन से सम्बंधित सेवाओं को बंद रखा गया। सिर्फ दूध विक्रेता ही सुबह 6 से 9 बजे के बीच घर-घर जाकर दूध विक्रय कर सके इसके अलावा जिले में संचालित मेडिकल स्टोर्स को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया था। इसके अलावा जिला प्रशासन ने बिजली उत्पादन में लगे संयत्र चचाई पावर प्लांट, एमबी पावर प्लांट तथा बिजली उत्पादन के लिए कोयला सप्लाई करने वाले एसईसीएल की खदानों तथा क्लोरीन उत्पादन करने वाले अमलाई कॉस्टिक सोडा फैक्ट्री को कफ्र्यू से राहत प्रदान की थी।

कालरी क्षेत्रो में जगह-जगह तैनात पुलिस के जवानों ने अपनी ड्यूटी निभाई। इस दौरान नगर के लोगों ने भी शासन के आदेश का पालन करते हुए अपना पूरा सहयोग दिया। पूरा दिन शांति रही। केवल एसईसीएल कर्मचारी ही सड़कों पर आते जाते नजर आएं। दुकानों मे मेडिकल की दुकानें खुली रहीं। एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र में खदानों, फिल्टर प्लांट, वर्कशॉप में काम जारी रहा। शनिवार के इस कफ्र्यू में जिस तरह का बंद देखा गया उससे यह बात स्पष्ट हो चली है कि लोगों इस वायरस के दुष्परिणामों का ज्ञान हो चुका है। लोगों का कहना है कि करोना की जंग जीतने के लिए जिला कलेक्टर ने जो कदम उठाया है वह सराहनीय है। वहीं कफ्र्यू के मद्देनजर बिजुरी पुलिस द्वारा व्यापक तैयारी भी की गई थी। पेट्रोलिंग वाहन लगातार भ्रमण कर कानूनन व्यवस्था पर नजर बनाए हुए थे। नगर मे चौतरफा पुलिस के हूटरो की आवाज सुनाई पड़ती रही। कफ्र्यू के दौरान बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बिजुरी माइनस कॉलोनी, कपिलधारा कॉलोनी मे भी सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद थे और लोग अपने -अपने घरो के अंदर थे।

सफलता पूर्वक सांसद ने पूरा किया एक वर्ष का कार्यकाल लोगों ने दी बधाई

अनूपपुर सांसद हिमाद्री सिंह ने एक वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने शहडोल संसदीय क्षेत्र के लिए कई ऐसे जनहितैशी कार्य किया जिसका सीधा लाभ जनता को मिल रहा है। सांसद ने कई ग्राम पंचायतों में केंद्र सरकार की योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण जनता को लाभ पहुंचाने का काम किया तो वही कोरोना संकट आने के बाद उन्होंने अनूपपुर, उमरिया, शहडोल के चिकित्सालयों के लिए एसईसीएल के माध्यम से विशेष पैकेज दिलाकर व्यवस्थाओं को ठीक करने का प्रयास किया साथ ही मध्यप्रदेश के बाहर फंसे मजदूरों को लाने के लिए उन्होंने दिन-रात एक कर दिया। स्कूलों में फीस माफ करने की मांग को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा तथा समय-समय पर जनता के बीच पहुंचकर उनके दु:ख दर्द जानने का प्रयास किया।

सांसद के सराहनीय कार्यकाल को लेकर सभी ने उन्हें बधाई दी। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल ने कहा कि सांसद हिमाद्री सिंह लोकप्रिय सांसद हैं और उनकी कार्यप्रणाली सबसे हटकर है जिस कार्य को वह करने का संकल्प लेती हैं उसे पूरा करती हैं उनके कार्यकाल में संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत बड़े पैमाने पर कार्य हुए हैं जो काफी सराहनीय है। पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी उनसे इसी प्रकार कार्य की अपेक्षा करते हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम ने कहा कि हिमाद्री सिंह का कार्यकाल ऐतिहासिक रहा और उनके साहसिक फैसले से कई महत्वपूर्ण कार्य अनूपपुर जिले में हुए हैं जिसका हम सभी स्वागत करते हैं। सत्ता और संगठन के बीच सामंजस्य बनाकर बेहतर कार्य करने का प्रयास किया है।

 

खाँसी, सर्दी, बुखार एवं साँस में तकलीफ के मरीजों के लिए पृथक फीवर क्लीनिक का होगा संचालन

अनुविभागीय दंडाधिकारियों ने स्वास्थ्य अमले की लगायी ड़्यूटी

अनूपपुर कोरोना संक्रमण से संरक्षण एवं बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार समस्त शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों/ संस्थानो के बाह्य रोगी विभाग में सर्दी, गले में दर्द, बुखार एवं सांस की तकलीफ के मरीजों के लिए पृथक रूप से फीवर क्लीनिक का संचालन किये जाने हेतु सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य अमले को प्रभार दिए गए हैं। इसके तहत शासकीय चिकित्सालयों (सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र) के बाह्य रोगी विभाग में पृथक फीवर क्लीनिक का संचालन किया जाएगा, जिसमें जिले के बाहर से आये व्यक्ति या कोविड-19 के पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आये, उन्हें बुखार के साथ-साथ सर्दी, खांसी गले में दर्द व सांस की तकलीफ है, वह फीवर क्लीनिक में जाँच करा सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं क्वॉरंटीन व्यक्तियों के चिकित्सकीय परामर्श हेतु भी मूवमेंट को पूर्णतया समाप्त करने हेतु जिले में टेलीमेडिसिन सेंटर संचालित है। जिसमे लैंडलाइन, व्हाट्सप्प एवम स्काईप के माध्यम से क्वॉरंटीन किए हुए व्यक्ति चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर सकेंगे। शनिवार को सिविल सर्जन डॉ एस.सी.राय ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस बीमारी के संक्रमण के प्रसार की सम्भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए यह व्यवस्था की गयी है। संक्रमण को रोकने हेतु सरकार द्वारा प्रभावी स्तर पर व्यापक उपाय किये जा रहे हैं। कोरोना के संक्रमण से संभावित व्यक्तियों की सतत स्वास्थ्य निगरानी हेतु टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। टेली मेडिसिन यूनिट का लैंडलाइन सम्पर्क 07659292131 तथा व्हाट्सप्प सम्पर्क 9479517317, 9479623538, 9479623851 हैं। इसके साथ ही स्काईप आईडी एवं स्काइप ई-मेल के माध्यम से भी सम्पर्क किया जा सकता है। इनके माध्यम से क्वॉरंटीन व्यक्ति चिकित्सकीय सलाह प्राप्त कर सकेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीडी सोनवानी द्वारा टेलीमेडिसिन यूनिट के 24&7 संचालन हेतु दायित्व सौंपें गए हैं।

शुक्रवार, 22 मई 2020

कृषि अमले एवं राजस्व अधिकारियों को टिड्डी के से बचाव हेतु तैयारी रखने कलेक्टर ने दिए निर्देश

अनूपपुर पश्चिमी-उत्तरी एवं पश्चिमी मध्यप्रदेश में टिड्डियों (डेजर्ट लोकस्ट) के प्रकोप की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए कृषि विभाग के मैदानी अमले एवं राजस्व अधिकारियों को जिले की सीमा में किसी भी प्रकार की प्रकोप की सम्भावनाओं हेतु तैयार रहने के निर्देश शनिवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने दिए है। उन्होने कहा टिड्डियों के खेतों पर आक्रमण की सूचना तत्काल सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व को कृषि विभाग के कर्मचारियों एवं पंचायतों के माध्यम से टिड्डियों के आक्रमण से लडऩे के उपाय की तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

टिड्डियों से बचाव हेतु उपाय

उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के कई भागों में टिड्डी दल के प्रकोप की खबरें प्राप्त हो रही हैं। टिड्डी दल हवा की गति अनुसार लगभग 100-150 कि.मी. प्रति घंटा की गति से उड़ सकती हैं, जो पश्चिम तथा पश्चिम-उत्तरी मध्यप्रदेश में पहुंच चुकी हैं। टिड्डा/टिड्डी दल फसलों को नुकसान पहुंचाने वाला कीट है जो कि समूह में एक साथ चलता है और बहुत लम्बी-2 दूरियों तक उड़ान भरता है। यह फसल को चबाकर, काटकर खाने से नुकसान पहुंचाता है। उद्यानिकी फसलों, वृक्षों एवं कृषि की फसलों को बहुत बड़े रूप में एक साथ हानि पहुँचा सकता है। उप संचालक ने सभी किसानो से अनुरोध किया है कि सतत निगरानी रखें और टिड्डी दल का प्रकोप होने पर बताई गई विधियों को अपनाकर फसलों का बचाव करें।

नियंत्रण के लिये उपायों को अपना सकते हैं

भौतिक साधन- किसान टोली बनाकर विभिन्न तरह के परम्परागत उपाय जैसे शोर मचाकर तथा ध्वनि वाले यंत्रो को बजाकर, टिड्डियों को डराकर भगा सकते हैं। इसके लिये मांदल, ढोलक, ट्रैक्टर/मोटर साइकिल का सायलेंसर, खाली टीन के डिब्बे, थाली इत्यादि से भी सामूहिक प्रयास से ध्वनि की जा सकती है। ऐसा करने से टिड्डी नीचे नहीं आकर फसलों पर न बैठकर आगे प्रस्थान कर जाते हैं। रासायनिक नियंत्रण में सुबह से कीटनाशी दवा ट्रेक्टर चलित स्प्रे पंप, पावर स्प्रेयर द्वारा जैसे क्लोरपॉयरीफॉस 20 ईसी 1200 मिली या डेल्टामेथरिन 2.8 ईसी 600 मिली अथवा लेम्डाईलोथिन 5 ईसी 400 मिली, डाईफ्लूबिनज्यूरॉन 25 डब्ल्यूटी 240 ग्राम प्रति हे. 600 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। किसान सतत निगरानी रखें और टिड्डी दल का प्रकोप होने पर बताई गई विधियों को अपनाकर फसलों का बचाव करें। अगर किसान भाइयों को टिड्डी दल दिखे या उनके बारे में कुछ खबर मिले तो तुरंत निकटतम राजस्व कार्यालय, ग्राम पंचायत में सूचित करें। सामान्यत: टिड्डी दल का आगमन शाम को लगभग 6.00 बजे से 8.00 बजे के मध्य होता है तथा सुबह 7.30 बजे तक दूसरे स्थान पर प्रस्थान करने लगता है। ऐसी स्थिति में टिड्डी का प्रकोप हाने पर तत्काल बचाव के लिये उसी रात्रि में सुबह 3.00 बजे से लेकर 7.30 बजे तक उक्त विधि से टिड्डी दल का नियंत्रण किया जा सकता है।

776 प्रवासी श्रमिकों आये,557 को भेजा गया उनके गृह जिले


अनूपपुरछत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, तेलंगाना, जम्मू, काश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, गुजरात एवं महाराष्ट्र तथा मध्यप्रदेश के अन्य जिलो से शुक्रवार को 776 प्रवासी श्रमिकों आये जिनका नॉन कॉंटैक्ट थर्मामीटर से स्क्रीनिंग कर भोजन के उपरांत,अन्य जिलों राज्यों के 557 श्रमिकों को उनके गृह जिले व राज्य भेजे गये जिनमें 2 डिंडोरी, 10 सीधी, 8 शहडोल, 95 रीवा, 4 कटनी,1 सागर, 1 उमरिया, 40 सतना,  2 पन्ना, 41 भोपाल, एवं मंडला के 4 श्रमिकों को उनके गृह क्षेत्र के लिए विधिवत रूप से भेजा गया। इसके साथ ही अन्य राज्यों के 304 श्रमिक छत्तीसगढ़, 12 श्रमिक उड़ीसा, 3 श्रमिक पश्चिम बंगाल एवं 30 श्रमिकों को उत्तरप्रदेश रवाना किया गया। अनूपपुर जिले के 187 श्रमिकों को विभिन्न संस्थागत क्वॉरंटीन में भेजा गया जहाँ स्वास्थ्य जाँच उपरांत आवश्यक अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। अन्य जिलों राज्यों के आगंतुक शेष 32 श्रमिकों को शीघ्र ही उनके गृह जिले भेजे जाने का बंदोबस्त किया जाएगा।

 



मास्क और सैनिटाइजर बेचने के नाम पर ठगी से बचाव हेतु पुलिस अधीक्षक ने जारी की एडवाईजरी

पुलिस कंट्रोल रूम के नम्बर पर करें सूचित

अनूपपुर लॉकडाउन के दौरान सायबर अपराधी ब्रांडेड मास्क एवं सैनिटाईजर कम कीमत में बेचने के नाम पर ठगी को अंजाम दे रहे है। ठगी की गतिविधियों से आमजनो को सावधान करने हेतु पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने शुक्रवार को एडवाईजरी जारी की है।

जारी एडवाईजरी में बताया कि ठग मास्क और सैनिटाइजर के आकर्षित फोटो भेज कर देते है ग्राहक को प्रलोभन अपराधी ग्राहक का विश्वास पाने हेतु फर्जी जीएसटी सर्टिफिकेट का उपयोग करते है। व्हाट्सएप के माध्यम से निर्माण कम्पनी की मान्यता हेतु फर्जी प्रमाण पत्र भेजे जाते है। ग्राहकों से फास्ट डिलीवरी प्राप्त करने के लिए खाते में अग्रिम जमा करने का दबाव बनाया जाता है। इस प्रकार की ठगी करने के लिए इन मोबाइल नंबरो का उपयोग किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई है, 8420165332, 7044164286, 8739958623 जिन पर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक ने आमजनो से अपील की है कि इस तरह के अपराध से बचने के लिये रहे सतर्क रहें एवं अज्ञात व्यक्ति से क्रय-विक्रय के दौरान सामान प्राप्त होने पर ही राशि दे (कैश ऑन डिलीवरी)। अज्ञात व्यक्तियो की बातो पर तत्काल विश्वास कर व्यापार ना करें एवं अज्ञात कंपनी के खातो मे बिना जांच पड़ताल के रूपये जमा ना करें। अगर किसी प्रकार ठगी की जानकारी प्राप्त होती है तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम अनूपपुर के नम्बर 07659-222534 एवं मोबाइल नंबर 7049101013 पर तुरंत सूचित करें।

मूल्यांकन कार्य में संलग्न शिक्षक,मनरेगा कार्य एवं उपार्जन गतिविधियाँकर्फ़्यू से रहेंगे मुक्त

अनूपपुर कोरोना संक्रमण से संरक्षण एवं बचाव सुनिश्चित करने हेतु कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियों के तहत शनिवार 23 मई की (अध्र्दरात्रि) प्रात:1 से रात्रि 12 बजे तक के लिए सम्पूर्ण अनूपपुर जिले में कर्फ़्यू दिवस घोषित किया गया है। जारी आदेश में शा.उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनूपपुर में संचालित केन्द्रीय मूल्यांकन कार्य में संलग्न समस्त मूल्यांकनकर्ता कर्फ़्यू से मुक्त रहेंगे। मूल्यांकनकर्ताओं को मूल्यांकन कार्य हेतु प्रदत्त पास के आधार पर मूल्यांकन केन्द्र पर आने-जाने की पूर्णत: छूट रहेगी।

मनरेगा कार्य एवं उपार्जन गतिविधियाँ प्रतिबंध से मुक्त

इसी तरह से दूध विक्रेता घर-घर होम डिलीवरी प्रात: 6 से प्रात: 9 बजे तक, मेडिकल दुकाने एवं उल्लेखित औद्योगिक संस्थान प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। साथ ही मनरेगा अंतर्गत संचालित कार्य एवं रबी उपार्जन गतिविधियाँ इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगी। हालाँकि अनुमत गतिविधियों के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु दिए गए निर्देशों चेहरे (नाक एवं मुँह) को ढँकना, 2 व्यक्तियों के बीच न्यूनतम 2 गज की दूरी सुनिश्चित होना, औद्योगिक संस्थानो में एसओपी का पालन आदि अनिवार्य होगा। उपार्जन हेतु सिर्फ उन्ही कृषकों को अनुमति होगी, जिनके पास 23 मई को विक्रय हेतु एसएमएस आया हो। निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए सम्बंधित कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं।

कोतमा में प्रतिबंधात्मक शर्तों के उल्लंघन पर 3500 रुपए का वसूला गया जुर्माना

अनूपपुर कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु उल्लेखित प्रतिबंधात्मक शर्तों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जा रहा है। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर के निर्देशानुसार कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं पुलिस प्रशासन द्वारा इसके पालन के लिए सतत रूप से प्रतिदिन शाम 7 से प्रात: 7 के कर्फ़्यू, चेहरे को ढँककर न रखने एवं सार्वजनिक स्थलों में 2 गज की सामाजिक दूरी का पालन न करने सहित अन्य प्रतिबंधात्मक शर्तों के उल्लंघन, कालाबाजारी आदि पर कार्यवाई की जा रही हैं।

शुक्रवार 22 मई को कोतमा में प्रशासन एवं पुलिस की संयुक्त कार्यवाही के दौरान मास्क, फेस कवर अथवा चेहरे को ढँककर न रखने, दोपहिया वाहन में 3- 4 सवार पाए जाने पर कार्यवाई की गई। इस दौरान 3500 रुपये जुर्माना भी वसूला गया। एसडीएम अमन मिश्रा के नेतृत्व में नायब तहसीलदार पंकज नयन तिवारी सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी शामिल रहे।

उल्लेखनीय है कि जारी प्रतिबंधात्मक आदेश के अनुसार सभी सार्वजनिक स्थानों, कार्य स्थानों पर मास्क, गमछा, दुपट्टा, साड़ी अथवा रूमाल से चेहरे (नाक तथा मुँह) को ढकना अनिवार्य है। चेहरा ( नाक, मुँह) न ढंकने पर 100 रूपये के जुर्माने से दण्डित किये जाने के आदेश हैं। सार्वजनिक स्थानों पर थूकना दंडनीय है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकते पाये जाने पर 200 रूपये के जुर्माने से दण्डित किया जावेगा। सार्वजनिक स्थानों पर शराब, गुटखा, तम्बाकू आदि के सेवन करने की अनुमति नहीं है। समस्त स्थायी दुकानों जैसे-राशन, फल, शराब, गुटखा, तम्बाकू आदि से सामग्रियों के विक्रय के समय दुकानदार, ग्राहकों के बीच 6 फीट (2 गज) की दूरी सुनिश्चित करने हेतु विक्रेता/दुकानदार गोल निशान लगायेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि दुकान पर एक समय में 5 से अधिक व्यक्ति मौजूद न हों यदि किसी दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जाता है, तो उपखण्ड मजिस्ट्रेट, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट या पुलिस अधिकारी 3 दिवस के लिए संबंधित दुकान सील कर सकेंगे। उक्त शर्तों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए हैं, जिसके तारतम्य में नियमित रूप से कार्यवाई की जा रही हैं।

सरकारी सम्पत्ति के निजीकरण के विरोध में रेल श्रम संगठनों काला फीता बांधकर किया कार्य

अनूपपुर पूरे भारत में 22 मई को अखिल भारतीय विरोध दिवस मनाया गया जिसमे सभी श्रम संगठनों के कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर कार्य किया। एनएफआईआर नई दिल्ली के राष्ट्रीय महामंत्री डां. एम राघवैया एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के महामंत्री के.एस.मूर्ति के नेतृत्व सभी रेलवे जोन के कर्मचारियों शुक्रवार को अपने कार्य के दौरान काला फीता बांधकर श्रम कानून में बदलाव, सरकारी सम्पत्ति के निजीकरण का विरोध किया, इसके साथ-साथ देशभर के विभिन्न क्षेत्रों के कामगार कोयला, विद्युत, संचार व संगठित असंगठित क्षेत्र के कामगारों ने भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के संयुक्त महामंत्री व कोयलांचल प्रभारी लक्ष्मण राव ने बताया बिलासपुर रेलवे जोन के तीनों मंडल में समन्यवक नियुक्त किया गया जिसमे नागपुर पीतांबर लक्ष्मीनारायण, बिलासपुर बीकृष्ण कुमार एवं रायपुर डी विजय कुमार के नेतृत्व में रेलवे कर्मचारी ने काला फीता बांधकर श्रम कानून संशोधन व केन्द्र सरकार के मजदूर विरोधी फैसले का विरोध किया। अनूपपुर रेल्वे स्टेशन में राव के नेतृत्व में रेलकर्मीयो ने अपना विरोध दर्ज कराया।

इस दौरान उन्होने वर्तमान केन्द्र सरकार पूंजीपतियों की हितैषी सरकार बताते हुए कहा मेहनतकश मजदूरो के प्रति संवेदनशील व सही नीति ना होने से शोषण का शिकार होकर लोग रेल व सड़क मार्ग से हजारों किलोमीटर पैदल चलने पर मजबूर है। सरकार के इशारे पर श्रम कानून में व्यापक परिवर्तन कर मजदूर का कानूनी अधिकार छिन रही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सरकारों ने केन्द्र सरकार श्रम कानून को बदलने का काम किया है।

इसके साथ ही नौकरी की सुरक्षा खत्म करना, काम के घंटे ज्यादा करना, मजदूरी कम करना, समाजिक सुरक्षा में कटौती, कर्मचारी संगठनों के अधिकारों का खात्मा, बोनस एक्ट खत्म करना, बंधुवा मजदूर नीति लागू करना, पूंजीवादी नीति से मजदूर के हक छीनना जैसे मजदूर विरोधी फैसले का संकेतिक विरोध किया गया।

विधिक साक्षरता शिविर में प्रवासी मजदूरों नाश्ता एवं बच्चों को दूध का किया गया वितरण

अनूपपुर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर के अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश डॉ सुभाष कुमार जैन के मार्गदर्शन में प्रवासी मजदूरों के लिए विधिक साक्षरता शिविर एवं सहायता केंद्र स्थापित किया गया है। शुक्रवार को न्यायाधीशो के सहयोग से सामाजिक दूरी का पालन करते हुए प्रवासी मजदूरों को नाश्ता एवं बच्चों को दूध का वितरण किया गया।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से अब तक लगभग 4000 प्रवासी मजदूरों को सहायता पहुंचाई गई। एवं राज्य प्राधिकरण के टोल-फ्री नंबर 15100 की जानकारी दी गई। शिविर में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भू-भास्कर यादव, जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे, पैरालीगल वालेंटियर्स एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से ऋषि पाण्डे, दीपक डेहरिया, राजेश कोल उपस्थित रहे है।


 

गुरुवार, 21 मई 2020

आवेदन जमा करने आवेदको ने सोशल डिस्टेसिंग की उड़ाई धज्जियां

अस्थायी सहायक कर्मचारियों सपोर्ट स्टाफ पद के लिए आये लोगो ने फैलाई अव्यवस्था

अनूपपुर अस्थायी सहायक कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में २१ मई को जिला अस्पताल परिसर में जमकर शासकीय आदेशों की धज्जियां उड़ाई गई। आवेदन जमा करने और आवेदन लेने सैकड़ो की तादाद में महिला और पुरूष आवेदक एक दूसरे से सोशल डिस्टेसिंग का पालन किए बिना लम्बी कतार में नजर आए। यहीं नहीं आवेदन जमा करने के लिए भी सिविल सर्जन कार्यालय भवन में सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ी रही। लगभग दो सैकड़ा से अधिक आवेदकों ने न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए २ गज की दूरी बनाई और ना ही सुरक्षा उपायों के रूप में मास्क का इस्तेमाल किया। इस दौरान सीएमएचओ सहित अन्य विभागीय वरिष्ठ पदाधिकारी सिविल सर्जन कार्यालय भवन में उपस्थित रहे। यहां तक आवेदकों को आवेदन लेने स्वसहायता भवन से मिलने की बात कह और अधिक अव्यवस्था को जन्म दे दिया। हालात यह रहे कि यहां आवेदन जल्दी पाने लोगों की लम्बी कतार बन गई। यह हालात सुबह १० बजे से शाम तक बनी रही। बताया जाता है कि आवेदन भरने की अंतिम तिथि २२ मई है। और आवेदन पत्र जमा करने का प्रारूप राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय अनूपपुर में कार्यालयीन समय सुबह ११ बजे से शाम ५.३० बजे तक २१ मई तक प्राप्त करने की जानकारी दी गई थी। जिसे लेकर सैकड़ो आवेदकों की भीड़ अचानक २१ मई की सुबह जिला अस्पताल परिसर में उमड़ पड़ी। विभागीय जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी की रोकथाम और बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग अनूपपुर जिले के द्वारा अस्थायी आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। अस्थायी आइसोलेशन वार्ड संचालन के लिए ३ माह के लिए कुछ अस्थायी सहायक कर्मचारियों सपोर्ट स्टाफ पद के लिए विज्ञापन १६ मई को जारी किए गए थे। लेकिन इन आवेदनों की पूर्ति प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर दी। आवेदकों से पत्र लेने चूना का गोला घेरा तक नहीं बनाया गया था और यहां तक कार्यालय में आवेदन जमा करने के दौरान किसी प्रकार की सुरक्षा उपायों सोशल डिस्टेंसिंग अनुपालन आवेदकों को हिदायत नहीं दी गई थी। सुरक्षा के लिए ना ही सुरक्षा गार्ड तैनात कराए गए थे। विभागीय कर्मचारियों का कहना था कि इस प्रकार की लापरवाही में कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों में भी कोरोना संक्रमण का भय का माहौल बना रहा।  

पंकज पूनिया पर समाज में विद्वेष फैलाने के विरुद्ध युवको ने कोतमा थाने में की शिकायत

अनूपपुरराजनैतिक विद्वेष तथा व्यक्तिगत कुंठा से कुछ तत्वों द्वारा हिन्दुओं के आराध्य भगवान श्रीराम एवं प्रधानमंत्री,गृहमंत्री,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और ख्यातिनाम व्यक्तियों, संस्थान के विरुद्ध अपमानजनक शब्दों का प्रयोग सोशल मीडिया में किया जा रहा है। इससे देश के बड़े वर्ग में, समाज के अन्य हिस्सों में आक्रोश है तथा सामाजिक विद्वेष फैलने की आशंका है। सरकार तथा प्रशासन को ऐसे मामलों को स्वत: संज्ञान में लेकर कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग की गई है। एैसे लोग सोशल मीडिया के माध्यम से गन्दगी फैलाकर माहौल बिगाडऩे का कार्य कर रहे हैं। हरियाणा कांग्रेस के नेता पंकज पूनिया ने अपने ट्विटर अकाऊंट में भगवान श्रीराम के लिये अत्यंत अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हिन्दू मान्यताओं एवं आस्था पर गहरी चोट पहुंचाई है। संघ के विरुद्ध भी निकृष्ट शब्दों से आपत्तिजनक टिप्पणी पर गुरूवार को कोतमा के युवकों ने कड़ी आपत्ति दर्ज करवाते हुए कोतमा पुलिस को शिकायत दे कर मामला दर्ज करने एवं कार्यवाही करने की मांग की है। शिकायत दर्ज कराने में प्रदीप उपाध्याय, राजकमल तिवारी, पुनीत सेन,रामभुवन गौतम, सुदर्शन रैकवार,पंकज मिश्रा, अंकुर जैन,अतुल व्यवहार एवं अन्य लोगों ने शमिल रहे।

जय भारत मंच के जिलाध्यक्ष मनोज द्विवेदी ने एडीजीपी एवं पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि उक्त व्यक्ति के विरुद्ध मामला पंजीकृत कर कड़ी कार्यवाही करें। पूनिया के विरुद्ध कार्यवाही ना होने पर लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।


आदिवासी बच्चों को प्रवेश नहीं देने पर प्राचार्य को आयुक्त ने थमाया कारण बताओ नोटिस

सीएससी की आयोजित परीक्षा में मेरिट सूची के बच्चे रहे गए प्रवेश से वंचित

अनूपपुर सीएससी परीक्षा के मेरिट सूची के आधार पर बच्चों के नामांकन नहीं करने तथा संस्था के सीट रिक्त रह जाने पर आयुक्त आदिवासी विकास मप्र ने प्राचार्य कन्या शिक्षा परिसर जैतहरी तथा प्रभारी जिला शिक्षा कार्यालय अधिकारी डीएस राव को कारण बताओं नोटिस जारी किया है। आयुक्त ने सम्बंधित अधिकारी से अपना स्पष्टीकरण 15 दिनों में भेजने के निर्देश देते हुए जवाब नहीं भेजने पर एक वेतनवृद्धि रोके जाने की चेतावनी दी है। आयुक्त द्वारा भेजे गए नोटिस में बताया गया है कि वर्ष 2019-20 में विभागीय विशिष्ट संस्था कक्षा 6वीं एवं 9वीं में प्रवेश के सम्बंध में सीएससी के माध्यम से परीक्षा आयोजित कराई गई। जिसमें मेरिट सूची के आधार पर प्रवेश की कार्रवाई करने के लिए लिखा गया था। तथा विद्यार्थियों की मेरिट सूची भी भेजी गई थी। जिसके अनुसार अपनी संस्था की समस्त सीटों को भरना था। इसके अतिरिक्त यदि संस्था में सीट रिक्त रहने की स्थिति में स्थानीय स्तर पर परीक्षा आयोजित कर आफ लाइन आवेदन प्राप्त कर मेरिट के आधार पर सीटों को भरे जाने की कार्रवाई के निर्देश भी कार्यालय को विभिन्न पत्रों के माध्यम से जारी किए गए थे। लेकिन मुख्यालय से जारी सूची के अनुसार ना तो विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया और ना ही इसे कार्यालय को अवगत कराया गया। आपके द्वारा मुख्यालय के किसी भी आदेश/ निर्देश का पालन नहीं किया गया। आपकी इस लापरवाही से आदिवासी विद्यार्थी आवासीय विद्यालयों में प्रवेश लेने से वंचित रहे तथा संस्था की सीट भी रिक्त रही। इस प्रकार की उदासीनता शासकीय कार्यो में लापरवाही का घोतक है। मप्र. सिविल सेवा आचरण नियम के तहत इस सम्बंध में क्यों न आपकी एक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोका जाए। इस सम्बंध में अपना स्पष्टीकरण 15 दिनों में भिजवाए, अन्यथा आपके विरूद्ध प्रस्तावित कार्रवाई की जाएगी।


 

23 मई को रहेगा पूर्णत:कफ्र्यू,नागरिक से संबंधित अति आवश्यक सेवाएं रहेगी बन्द


आमजनो द्वारा दिए गए सुझावों पर संज्ञान लेते हुए जिलादंडाधिकारी ने लिया निर्णय

अनूपपुर जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर ने आमजनो द्वारा नियमित रूप से दिए जा रहे सुझाव एवं कोरोना संक्रमण से सुरक्षा एवं बचाव को दृष्टिगत रखते हुए दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 में प्रदत्त शक्तियों को उपयोग में लाते हुए शनिवार 23 मई को (अध्र्दरात्रि) प्रात:1 बजे से रात्रि 12 बजे तक के लिए सम्पूर्ण जिले अनूपपुर में कफ्र्यू दिवस घोषित किया है।

इस दौरान दो/चार पहिया वाहन, राशन, सब्जी एवं आम नागरिक से संबंधित सभी प्रकार की अति आवश्यक सेवाएं बन्द रहेगी। किसी भी व्यक्ति के घर से निकलने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। घर-घर जाकर दूध बांटने वाले दूध विक्रेता सुबह 6 से 9 बजे तक एवं जिले में संचालित समस्त मेडिकल स्टोर्स भी उक्त प्रतिबंध से मुक्त रहेगें।

जिले में स्थापित मोजर वेयर पावर प्लांट जैतहरी, अमरकंटक ताप विद्युत केन्द्र चचाई, सोडा फैक्ट्री बरगवां (अमलाई) तथा जिले के समस्त एसईसीएल प्रबन्धन कार्य करने हेतु कफ्र्यू प्रतिबंध से मुक्त रहेगें, किन्तु वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टगत रखते हुए स्वच्छता एवं सोशल डिस्टेंशिंग से सम्बन्धित समस्त नियमों एवं मानक प्रचालन प्रक्रियाओं का पालन करना सुनिश्चित करेगें।

सुरक्षात्मक उपायों का पालन संचालित कर सकते हैं हेयर कटिंग सैलून एवं पार्लर - कलेक्टर

हेयर कटिंग सैलून एवं पार्लर के लिये गृह मंत्रालय ने जारी की एसओपी

अनूपपुर कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग ने हेयर कटिंग सैलून एवं पार्लर के संचालन के लिये मानक प्रचालन प्रक्रिया जारी की है। मानक प्रचालन प्रक्रिया के पालन पर निर्धारित समय सीमा में हेयर कटिंग सैलून एवं पार्लर का संचालन किया जा सकेगा। जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर ने शासन द्वारा जारी निर्देश के बारे में बताया कि बुखार, जुकाम, खांसी एवं गले में खराश वाले व्यक्तियों का प्रवेश सैलून एवं पार्लर में निषेध होगा। सैनिटाईजर की प्रवेश द्वार पर उपलब्धता एवं उसका उपयोग किया जाना होगा। सभी केश शिल्पियों एवं सहयोगियो के लिए फेस मास्क कवर एवं एप्रॉन का उपयोग हर समय अनिवार्य होगा। प्रत्येक ग्राहक के लिए पृथक से डिस्पोजल तौलिया/पेपर उपयोग में लाया जायेगा। सभी औजारों एवं उपकरणों को एक बार उपयोग करने के उपरान्त सैनिटाईज करना अनिवार्य होगा। प्रत्येक हेयर कट के उपरान्त स्टॉफ को अपने हाथों को सेनेटाईज करना होगा। सभी कॉमन एरिया, फर्श, लिफ्ट, लाउंज, सीढिय़ों एवं हैंडरेल्स का डिस्डन्फेक्शन किया जाना अनिवार्य होगा। उक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन करने हेतु कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं।

कोरोना संक्रमण से सुरक्षा हेतु सुदृढ़ हुई स्वास्थ्य सेवाएँ

गर्भवती कोरोना संक्रमित महिलाओं हेतु स्थापित किया गया विशेषीकृत कॉर्नर

जिला चिकि. में 36 बेड पर केंद्रीकृत ऑक्सिजन  सुविधा,शीघ्र होंगे अतिरिक्त 10 आईसीयू बेड

अनूपपुरकोरोना संक्रमण से बचाव एवं सुरक्षा हेतु जिला प्रशासन के लगातार प्रयास से विषम परिस्थितियों से निपटने हेतु स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी सशक्त किया जा रहा है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर और स्वास्थ्य टीम के सामंजस्य से विभिन्न सुविधाओं में सुधार एवं विकास हेतु सतत प्रक्रिया के फलस्वरूप जिला चिकित्सालय अनूपपुर ने कायाकल्प में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया एवं राष्ट्रीय एनक्यूएएस परीक्षण हेतु चयनित किया गया है।

गुरूवार को सिविल सर्जन डॉ एससी राय ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के सतत प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु निरंतर हमारी क्षमता में वृद्धि हो रही है। डॉ राय ने बताया कि जिला चिकित्सालय में कोरोना हेतु स्थापित आइसोलेशन वार्ड में 28 बेड में ऑक्सिजन सुविधा है। कोरोना मरीजों हेतु 3 वेंटीलेटर आरक्षित हैं साथ ही क्रिटिकल मरीज हेतु 1 डिफिब्रिलेटर भी स्थापित किया जा चुका है। इसके साथ ही पृथक वार्ड में 36 बेड  पर केंद्रीकृत ऑक्सिजन सप्लाई की व्यवस्था का कार्य पूर्ण हो चुका है।

डॉक्टर ने बताया कि अगर कोई गर्भवती महिला कोरोना संक्रमित हो जाती है तो सुरक्षित डिलीवरी एवं अन्य उपचार हेतु विशेषीकृत एवं पृथक कॉर्नर स्थापित किया जा चुका है। कोरोना मरीजों हेतु पृथक से 2 ऐम्ब्युलन्स (शव वाहन) की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही कलेक्टर  द्वारा 10 आईसीयू बेड की क्षमता विस्तार, नियमित रूप से आगंतुक मरीजों एवं उनके परिजनों को जागरूक करते रहने हेतु ऑडीओ ब्रॉडकास्ट सिस्टम एवं इंटरकॉम की सुविधा हेतु शासन स्तर पर पत्राचार किया गया है, जिस पर शीघ्र कार्य किया जाएगा।

नोडल अधिकारी कोरोना नियंत्रण एवं बचाव डॉ आरपी श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्य सेवाओं को नियमित रूप से सक्षम बनाया जा रहा है। वर्तमान में जिले में जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सिजन सुविधा युक्त 56 बेड कोरोना मरीजों हेतु आइसोलेशन बेड के रूप में चिह्नांकित हैं। कोरोना मरीजों हेतु समस्त शासकीय सुविधाओं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित कुल 211 आइसोलेशन बेड हैं। इसके साथ ही 7 निजी स्वास्थ्य सेवा संस्थानो का चिन्हांकन किया गया है जिनमे 89 आइसोलेशन बेड हैं। इस प्रकार जिले में कोरोना मरीजों हेतु 300 आइसोलेशन बेड की वर्तमान में व्यवस्था है।

एक साथ उठी तीनो युवको की अर्थी, मोहल्ले में पसरा मातम

रात में खड़े ट्रक में जा घुसे तीन बाइक सवार युवक, तीनों की मौत  अनूपपुर। जिला मुख्यावलय में बुधवार देर रात सड़क किनारे खड़े ट्रक एक बाईक पर ती...