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बुधवार, 22 जनवरी 2020

राष्ट्रिय सेवा योजना के विशेष शिविर का शुभारम्भ

अनूपपुर शासकीय तुलसी महाविद्यालय की राष्ट्रिय सेवा  योजना का विशेष  शिविर का आयोजन 22 से 28 जनवरी तक ग्राम परसवार में आयोजित किया गया है। सात दिवसीय शिविर मे 50 छात्र हिस्सा ले रहे हैं जो 7 दिनो तक गाँव तथा आस पास के क्षेत्रों मे जन जागरुकता,स्वास्थ सम्बंधी कार्यक्रम सहित छात्रों द्वारा विशेष आयोजन किये जायेगे।

शिविर का शुभारम्भ बुधवार को अपर सत्र न्यायाधीश भू भास्कर यादव, जिला विधिक सहायक अधिकारी जितेंद्र मोहन धुर्वे ने किया। अपर सत्र न्यायाधीश ने शिविरार्थीयों और ग्रमीणो के विधि सम्बन्धी सामान्य जानकारियां दी। प्राचार्य डॉ.परमानंद तिवारी ने शिविर की दिनचर्या और शिविर के महत्वों के बारे में बताया। इस दौरान  ज्ञान प्रकाश पांडेय, महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे।

धान बेचने की आश में तिथि समाप्त होने के बाद भी सैकड़ो किसानों ने केंन्द्रो में जमाया ढेरा

अधिकारियो ने नही ली सुध

कोतमा। धान उपार्जन की अंतिम तिथि समाप्त होने के दूसरे दिन २२ जनवरी को भी देवगवां, छिलपा, जैतहरी, धनगवां, वेंकटनगर एवं सिंघौरा उपार्जन केन्द्र में किसान आज भी अपनी धान बेचने के इंतजार में उपार्जन केन्द्र में पड़े हुए है। जहां जिले के देवगवां उपार्जन केन्द्र की हालत सबसे गंभीर बनी हुई है,लगभग 100 से अधिक ट्रेक्टर वाहन धान लोड कर उपार्जन केन्द्र परिसर में बाहर खड़े है। तिथि समाप्त होने के दूसरे दिन भी सैकड़ो किसान परेशान है। जैतहरी उपार्जन केन्द्र में बारदाने नही होने के कारण किसान बारदाने के इंतजार में केन्द्र में अपनी धान लिए बैठे है। वेंकटनगर, सिंघैरा,धनगवां में आज भी किसानो की धान खरीदी अभी प्रारंभ है। देवगवां में किसानो की संख्या अधिक होने के बाद किसानो को धान बेचने में हो रही परेशानियों एवं जैतहरी उपार्जन केन्द्र में बरदाने के इंतजार में बैठे किसानो की सुध लेने अधिकारी उपार्जन केन्द्रो का निरीक्षण तक नही पहुंचे। विभाग ने २१ जनवरी को ९०६ किसान की १ लाख १५ हजार ४४९ किसानो को टोकन एवं १ हजार ३६२ बोरियो, किसानो की ५ हजार १ हजार ८५० क्विंटल धान की तौल होने के बाद पोर्टल में नही चढऩे के कारण प्रस्ताव २१ जनवरी को बनाकर भोपाल भेजा गया है, जानकारी के अनुसार जिले से किसानो की धान खरीदने के प्रस्ताव पर अब तक कोई जवाब नही आया है। जिस पर असमंजस्य की स्थिति भी बनी हुई है। वहीं तिथि समाप्त होने के दूसरे दिन भी खरीदी पूर्ण नही हो पाने पर जिला खाद्य आपूर्ति द्वारा उपार्जन केन्द्रो में व्यवस्था बनाए जाने की ओर किसी तरह का ध्यान ही दिया जा रहा है।

अनूपपुर स्टेशन में संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन संपन्न

अनूपपुर। मंडल संरक्षा विभाग द्वारा संरक्षा कोटि के कर्मचारियों में सजगता एवं संरक्षा के साथ कार्य करने के प्रति जागरूकता लाने 22 जनवरी को अनूपपुर स्टेशन में दुर्घनाओं के संभावित कारणों को पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रदर्शित किया गया तथा दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों एवं इस दौरान की जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारियां दी गई। साथ ही सिग्नल एवं पाइंट्स खराब होने पर स्टेशन मास्टर के कर्तव्य, शंटिंग के दौरान सावधानियां,सिग्नल का आदान प्रदान करना, इंटरलाक तथा नान इंटरलाक प्वाइंट पर शंटिंग के दौरान, हाट एक्सल, फ्लैट ओएचई ब्लाक के दौरान ली जाने वाली सावधानियां, रेल दुर्घनाओं की स्थिति में ट्रैक की सुरक्षाए सिग्नल की खराबी एवं रखरखाव के समय बरतने वाली सावधानियों, लोडिंग, अनलोडिंग पाइंट्स पर वैगन के दरवाजों का सही ढंग से बंद होना सुनिश्चित करनाए नान सिग्नलिंग में गाडी चलाने के दौरान चालक एवं सहायक चालकों का कत्र्तव्य, आपदा प्रबंधन एवं एसपीएडी से बचाव के तरीकों जैसे अनेक गहन मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इस दौरान मंडल संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर शहडोल डी.एस.डांगी, क्षेत्रीय रेल प्रबंधक शहडोल प्रभात कुमार, जोनल संयुक्त महामंत्री लक्ष्मण राव सहित संरक्षा सलाहकार,स्टेशन मास्टर, चालक,परिचालक, गार्ड, फिटर, एसएसई, जेईए डीटीआई, पाइंटमैन, गेटमैन सहित सभी विभागों के रेल कर्मचारी उपस्थित रहे। 

रेत का परिवहन करते ट्रैक्टर जब्त

अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत २१ जनवरी की रात गश्त के दौरान कोतवाली पुलिस ने ग्राम बर्री मार्ग पर रेत से लोड बिना नंबर की ट्रैक्टर को रोकते हुए वाहन में लोड रेत से संबंधित दस्तावेजो की मांग की गई। जहां वाहन चालक कमलेश प्रसाद पिता चैतू उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम बर्री ने मौके पर कोई दस्तावेज नही दिखाया, जिस पर पुलिस ने वाहन को जब्त करते हुए थाने में खड़ा कराते हुए खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई। 

जिला पंचायत एवं जनपदों के वार्डों व अध्यक्ष के आरक्षण की कार्यवाही 30 को कलेक्ट्रेट में

अनूपपुर। त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2020-21 के अंतर्गत जनपद पंचायत अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी, पुष्पराजगढ़ जनपद सदस्य के निर्वाचन क्षेत्रो (वार्ड) / जनपद अध्यक्ष पद के आरक्षण की कार्यवाही संपन्न करने म.प्र. पंचायत निर्वाचन नियम 1995 के नियम 8 के प्रावधानों के अनुसार आरक्षण की कार्यवाही के लिए पदाविहित अधिकारी कलेक्टर की सहायता के लिए अपर कलेक्टर बी.डी.सिंह को नियुक्त किया गया है। आरक्षण की कार्यवाही कलेक्ट्रेट सभागार में 30 जनवरी गुरूवार को समय 11 बजे दिन में की जाएगी। संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्धारित समय एवं स्थान में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह जिला पंचायतों के वार्डों के आरक्षण के लिए अपर कलेक्टर बी.डी.सिंह तथा परियोजना अधिकारी जिला पंचायत डॉ. उमेश द्विवेदी, जिला निर्वाचन पर्यवेक्षक बी.जी. सेंगर, राजस्व निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह परस्ते, जिला पंचायत के सहायक वर्ग 2 गणेश प्रसाद श्रीवास, सहायक वर्ग 3 सुप्रिया सिंह, डाटा इन्ट्री ऑपरेटर रागिनी मिश्रा की तैनाती की गई है। संबंधितों को आरक्षण की कार्यवाही संपन्न कराने हेतु नियत स्थान, तिथि एवं समय पर उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।

प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों के बच्चों की दक्षताओं में लाया जा रहा सुधार

अनूपपुर। जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र अनूपपुर हेमन्त खैरवाल ने बताया कि सत्र 2018-19 में राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के माध्यम से दक्षता उन्नयन कार्यक्रम का संचालन प्रदेश की समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में किया गया। कार्यक्रम संचालन की मॉनीटरिंग जिला शिक्षा केन्द्र के निर्देशन में समस्त अमले द्वारा किया गया। मूल्यांकन कार्य नियमित अंतराल में बेसलाईन, मिडलाईन व एण्डलाईन के रूप में किया गया। सत्र समापन उपरांत परिणाम की समीक्षा के उपरांत पाया गया कि जिले के केवल 13 प्रतिशत बच्चे ही कक्षा अनुरूप दक्षताएं रख रहे जिसके आधार पर अनूपपुर की केवल 15 शाला गोल्ड, 32 सिल्वर व 45 ब्रान्ज स्तर पर रही। परिणाम में सुधार कराने हेतु जिला स्तर पर जिला परियोजना समन्वयक, समस्त सहायक परियोजना समन्वयक व समन्वयक जनपद शिक्षा केन्द्र की समीक्षा बैठक कर गहन चिंतन कर उक्त परिणाम की वास्तविकता का अध्ययन किया गया, समस्त शालाओं में कार्यक्रम का बेहतर संचालन का न पहुंचना ही प्रमुखता से रेखांकित हुआ। शालेय संचालन व कक्षा व्यवस्था प्रबंधन, गृह कार्य की उत्तरपुस्तिका की जांच व शिक्षक मार्गदर्शिका के प्रयोग की स्थिति में सुधार को भी बेहतर बनाने के प्रयास हेतु योजना तैयार की गई। इस प्रकार सत्र 2019-20 में जिला स्तर से मॉनीटरिंग को मजबूती प्रदान कर शालाओं को अकादमिक सपोर्ट प्रदान कर शैक्षिक गतिविधियों में सुधार हेतु नवाचार कर एक दिन में एक जनशिक्षा केन्द्र भ्रमण कार्यक्रम तैयार किया गया। जिले की समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला तक पहुंचना, शालाओं की समस्त शैक्षिक एवं सह शैक्षिक समस्याओं का त्वरित निराकरण, शालाओं के स्वास्थ्य का लेखा-जोखा रख कर भविष्य की योजनाएं तय किया जाना, जिले के शैक्षिक व्यवस्था में व्यापक रूप से सुधार व उन्नयन, कक्षा प्रबंधन व रखरखाव का व्यवस्थित होना, गृह कार्य की उत्तर पुस्तिका का नियमित जांच, कक्षा संचालन में शिक्षक मार्गदर्शिका का नियमित प्रयोग कर प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों के बच्चों की दक्षताओं में सुधार लाया जा रहा है। सत्र 2019-20 में आयोजित बेसलाईन व मिडलाईन टेस्ट में बच्चों के दक्षता स्तर में आपेक्षित व सुखद सुधार हुए हैं, जो कि गत सत्र के 13 प्रतिशत की तुलना में 46 प्रतिशत दक्षता उन्नयन मिडलाईन टेस्ट तक प्राप्त हुई है। ज्यादातर शालाओं में शिक्षक हैण्ड बुक अनुसार गतिविधियों का संचालन, नियमित गृह कार्य जांच, कक्षा व्यवस्था व कक्षा प्रबंधन को राज्य के निर्देशानुसार सुनिश्चित किया जा रहा है। वर्तमान में एण्डलाईन टेस्ट सत्र 2019-20 आयोजित हो चुके हैं। परिणाम की डाटा एण्ट्री उपरांत समीक्षा की जाएगी।

मंगलवार, 21 जनवरी 2020

पोर्टल की गड़बड़ी में तिथि समाप्त होने के बाद 2300 किसान धान बेचने से रह गए वंचित

विभाग ने शासन को भेजा पत्र, शेष किसानों की धान खरीदी मांगी अनुमति
अनूपपुर विभागीय अधिकारियों की बेसुधगी में पिछले 15 दिनों से उपार्जन केन्द्र पर बारदाना की कमी और मजदूरो के अभाव में धान की तौलाई की समस्या से जूझ रहे किसानों में लगभग 2268 किसान धान उपार्जन के अंतिम दिन धान बेचने से वंचित रह गए। जिले में बनाए गए 22 उपार्जन केन्द्र में से 12 उपार्जन केन्द्रों पर लगभग 906 किसानों की धान की तौलाई नहीं हो सकी,जबकि भोपाल से धान खरीदी के लिए अपलोड पोर्टल की गड़बड़ी के कारण जिले के समस्त 22 उपार्जन केन्द्रों से 18 केन्द्र पर धान बेचने आए किसानों की धान तौलाई बाद उनके नाम टोकन जारी नहीं हो सका। इसके कारण लगभग 1362 किसानों की संख्या पोर्टल पर ऑनलाइन दर्र्ज नहीं की जा सकी। इस प्रकार धान उपार्जन केन्द्र के बाहर बेचने के इंतजार में बैठे 906 किसानों के साथ धान तौलाई किए जाने के बाद टोकन के अभाव में 1362 किसान सहित कुल 2368 किसान धान बेचने से वंचित रह गए हैं। विभाग के अनुमान में तौलाई से वंचित रहे 906 किसानों के पास 115449 बोरियां थी। वहीं धान बेचने आए किसानों की जानकारी जिनकी तौलाई पूर्ण होने के बाद भी तौल पर्ची नहीं जारी हो सकी उन 1362 किसानों से लगभग 51850 क्विंटल धान खरीदी होना बताया है। जबकि अंतिम तिथि 20 जनवरी को विभाग द्वारा की गई समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में लगभग 8972.40 क्विंटल धान खरीदी होना बताया गया है। विभाग का कहना है कि टोकन निकल आता तो एकाध दिनों तक खरीदी जारी रखते हुए सभी किसानों से धान खरीदी की जा सकती थी। लेकिन पोर्टल के बंद होने और टोकन के अभाव में अब 2268 किसानों से धान की खरीदी सम्भव नहीं हो सकी है। विभाग ने इन किसानों से धान वापस नहीं ले जाने के निर्देश देते हुए उनसे खरीदी का आश्वासन दिया है। साथ ही खरीदी सम्बंधित आंकड़ों की जानकारी भोपाल भेजते हुए शेष खरीदी से वंचित रहे किसानों से धान खरीदी किए जाने की अनुमति शासन से मांगी है। लेकिन शासन ने इसकी अनुमति अभी प्रदान नहीं की है, जिसके कारण अब भी दो हजार से अधिक किसान अपनी धान खरीदी के इंतजार में उपार्जन केन्द्र पर बैठे हैं।

उल्लेखनीय है कि जिले में 2 दिसम्बर से धान खरीदी आरम्भ की गई थी, जिसमें 10647 पंजीकृत किसानो से पिछले 50 दिनों में 20 जनवरी तक 22 उपार्जन केन्द्रों पर कुल 7582 किसानों से कुल 3 लाख 75 हजार 487.73 किलोग्राम धान की खरीदी की है। जिसमें 2 लाख 26 हजार 576.29 किलोग्राम धान का परिवहन किया जा सका है। शेष 1 लाख 48 हजार 911.45 किलो धान अब भी परिवहन के अभाव में सोसायटियों पर असुरक्षित भंडारित हैं।
केन्द्र लाने के बाद भी नही हो सकी खरीदी
जानकारी के अनुसार उपार्जन केन्द्र दुलहरा में 50 किसानो की 5375, फुनगा में 48 किसानो की 4915, जैतहरी में 199 किसानो की 30022, धनगवां में 79 किसानो की 10450, वेंकटनगर में 120 किसानो की 14712, सिंघौरा में 113 किसानो की 16029, देवगवां में 95 किसानो की 8 हजार, छिलपा में 135 किसानो की 20 हजार, खोडऱी नं.1 में 12 किसानो की 1210, भेजरी में 13 किसानो की 2111, राजेन्द्रग्राम 35 किसानो की 2300,बेनीबारी में 7 किसानो की 325 बोरियों में उपार्जन केन्द्र लाने के बाद भी धान खरीदी नही हो सकी है।
धान खरीदी पोर्टल में नही हुई दर्ज
धान खरीदी की अंतिम तिथि को जिले के 18 खरीदी केन्द्र में 1362 किसानो की 51 हजार 850 क्विंटल धान उपार्जन केन्द्र में कांटा होने के बाद पोर्टल में दर्ज नही हो सकी है। जिनमें पटनाकला में 67 किसानो की 2045.60 क्विंटल, अनूपपुर के 27 किसानो की 545.60, दुलहरा में 80 किसानो की 2980.80, फुनगा में 210 किसानो की 8215, जैतहरी के 8 किसानो की 96 क्विंटल, धनगवां में 82 किसानो की 2119.60, वेंकटनगर में 37 किसानो की 1312, देवगवां में 153 किसानो की 7500, छिल्पा में 190 किसानो की 9240, भलमुडी में 66 किसानो की 2078.40, खोडऱी नं. 1 में 45 किसानो की 1820, देवरी अमलाई में 41 किसानो की 2138.80, भेजरी में 57 किसानो की 1995.20, राजेन्द्रग्राम में 60 किसानो की 700, दमेहड़ी में 54 किसानो की 963.60, बेनीबारी में 43 किसानो की 1429.40, कोतमा में 17 किसानो की 470, निगवानी में 125 किसानो की 6200 क्विंटल धान उपार्जन केन्द्र में तौल होने के बाद पोर्टल बंद हो जाने के कारण दर्ज नही हो सकी है।
वंचित किसानों से धान खरीदी का भेजा प्रस्ताव 

प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति आरबी तिवारी ने बताया कि खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा शेष खरीदी से वंचित किसानों से धान खरीदी प्रस्ताव भेजा गया है। जिसमें अनुमति मिलने पर उनकी धान की खरीदी की जाएगी। 

करंट से भालू के शिकार में तीन आरोपी गिरफ्तार, मुख्य तीन अन्य आरोपी फरार

वनविभाग ने आरोपियों की न्यायालय पेशी कर लिया रिमांड, शिकार व शिकार सम्बंधित करेगी पूछताछ

अनूपपुर बिजुरी वनपरिक्षेत्र के बीट दुल्हीबांध एवं रेउसा के बीच कक्ष क्रमांक पी 551 में आधा दर्जन शिकारियों द्वारा बिजली की करंट बिछाकर 16 वर्षीय भालू की मौत के बाद उसके शरीर के अंग काटकर शव को अन्य बीट कक्ष में फेंक छिपाने के मामले में तीन शिकारियों को गिरफ्तार किया है। जिसे बुधवार को न्यायालय पेश कर रिमांड में लिया है। जिससे अब फरार अन्य आरोपियों की जानकारी के साथ उनके द्वारा पूर्व में किए गए शिकार के सम्बंध में पूछताछ करेंगे। वहीं मामले में मुख्य तीन अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। जिसकी तलाश में वनविभाग अमला जुटा है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों में 25 वर्षीय संतोष पिता देवशरण अगरिया, 19 वर्षीय रण सिंह पिता परमेश्वर सिंह तथा 46 वर्षीय रामपाल पिता मानधाता सिंह तीनों निवासी रेउसा है। वनमंडला अधिकरी एमएस भगदिया ने बताया कि 13-15 जनवरी के बीच कक्ष क्रमांक पी 551 में लगभग आधा दर्जन से अधिक शिकारियों ने जंगली जानवरों के शिकार में जीआई तार में बिजली लगाकर बिछा दिया था, जिसमें एक 16 वर्षीय नर भालू फंस गया और बिजली की करंट में उसकी मौत हो गई। 15 जनवरी को शिकारियो ने मृत भालू को देखकर उसे छिपाने के उद्देश्य से सभी ने मिलकर उसे चंद किलोमीटर दूर केशौरी बीट कक्ष क्रमांक आरएफ 558 में फेंक दिया। और मृत भालू के पंजों सहित उनके अन्य अंग काट लिए। बताया जाता है कि शव के सडऩे की दुर्गंध पर 17 जनवरी को वनपरिक्षेत्र अधिकारी बिजुरी रमेश सिंह पाटले ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों सीसीएफ एके जोशी, वनमंडलाधिकारी अनूपपुर एमएस भगदिया, एसडीओ वन ओजी गोस्वामी को दी, जहां अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण करते हुए शव का पंचनामा तैयार कर अंतिम संस्कार किया। सीसीएफ ने कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसपर मुखबिर की सूचना पर वनविभाग अमला ने संदेह के आधार पर तीन शिकारियों को पूछताछ के लिए लिया, जहां पूछताछ में तीनों ने शिकार करने के साथ अपने तीन मुख्य साथियों के नाम बताए। वहीं आरोपियों के निशानदेही पर शिकार में उपयोग किए गए सामग्रियों को जब्त किया। वनविभाग अमला तीनो फरार शिकारियों की तलाश में जुटी है। 

सालभर में पुलिस ने 144 गुमशुदगी प्रकरण में 124 बालक बालिकाओं को पहुंचाया घर

अनूपपुर जिले के विभिन्न थानों से लापता हुए नाबालिक बालक बालिकाओं की दस्तायी के लिए पुलिस मुख्यालय के निर्देश में पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के आदेश पर पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर सालभर में 124 बालक बालिकाओं को तलाश कर परिजनों को सुर्पुद करने में सफलता पाई है। वर्ष 2019 में कुल 124 अवयस्क बालक-बालिका दास्तायाब हुए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि 1 जनवरी 2019 से 31 दिसम्बर 2019 तक में अनूपपुर में अवयस्क बालक-बालिकाओं की गुम संबंधी कुल 144 प्रकरण दर्ज हुए थे। जिनमें 29 बालक एवं 115 बालिका गुम हुए थे। जिनकी पता तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा द्वारा गंभीरता से लेते हुए विशेष कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। जिसमें सायबर सेल एवं समस्त थाना प्रभारियों को आदेशित किया गया था। इसमें सायबर सेल के सहयोग से 27 बालक एवं 97 बालिका को मध्यप्रदेश के दूरस्थ जिलों एवं दीगर राज्यों जिसमें छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तरप्रदेश, राजस्थान एवं अन्य राज्यों से दस्तायब कर सुपुर्द किया गया है। इस गुम बालक बालिकाओं में कुछ ऐसे अवयस्क बालक-बालिका शामिल हैं जो पिछले कई वर्षो से गुम थे।

जिला चिकित्सालय में सर्व सुविधा व्यवस्थाओं हेतु आएमओ ने किया निरीक्षण, दिए निर्देश

जांच करने 23 जनवरी को भोपाल से आयेगी टीम
अनूपपुर कायाकल्प योजना के तहत बेहतर स्वास्थ्य मुहैया कराने जिला अस्पताल की बदली जा रही काया की प्राथमिक जांच में भोपाल टीम के जांच के एक दिन पहले शहडोल जिला चिकित्सालय के आरएमओ तथा राष्ट्रीय स्तर के असेसनर डॉ.जीएस परिहार की टीम ने चिकित्सालय का निरीक्षण किया। जहां पिछले ढाई माह से सुधारी गई व्यवस्थाओं व कायाकल्प के मानकों के अनुसार बनी सुविधा पर संतोष जाहिर किया। वहीं जांच अधिकारी ने पूरी चिकित्सालय के निरीक्षण के उपरांत खुशी जाहिर करते हुए 70 फीसदी अंक मिलने की सम्भावना जताई है। जांच अधिकारी ने  छोटी-मोटी कमियों को बताते हुए उसे तत्काल सुधार करवाने के निर्देश दिए।
अधिकारी ने राष्ट्रीय स्तर के मानको के अनुसार जांच के मापदंडों से भी अवगत कराते हुए वैसे ही प्रावधानों के अनुरूप सूचना पटल,दवाईयों की व्यवस्था, शौचालय, मरीजों के बिस्तर, लाइट सुविधा, पथ प्रदर्शक,फाइल मेंटनेंश, रिकार्ड संधारण सहित अन्य जरूरी जांचों के आधार पर अंक प्रदान की बात कही। जांच अधिकारी ने खुद ढाई माह में जिला अस्पताल के सौन्दर्यीकरण और बनाई गई सुविधाओं पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए नोडल अधिकारियों व जिला प्रबंधक की सराहना की। जांच अधिकारी ने शेष कार्यो के लिए अधिकारियों से एकाध दिन और कड़ी मेनहत करते हुए भोपाल जांच टीम की जांच के लिए तैयार करने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन डॉ. एससी राय ने बताया कि यह प्राथमिक स्तर पर शहडोल स्वास्थ्य टीम की जांच है, जिसमें जांच अधिकारी और क्या बेहतर व्यवस्थाएं बनाई जा सकती है इसका सलाह देंगे और जहां कुछ कमी है उसमें सुधार के निर्देश देंगे, ताकि फाइनल रूप में 23 जनवरी को भोपाल जांच टीम द्वारा होने वाले निरीक्षण में किसी प्रकार की कमी नहीं दिखे। उन्होंने बताया कि भोपाल की टीम द्वारा कायाकल्प योजना के प्रावधानों के अनुरूप 300 बिन्दूओं पर बारीकि से जांच की जाएगी। जिनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर कायाकल्प योजना के तहत अस्पताल के हिस्से अंक और अवार्ड आएगी। फिलहाल सीएस ने मंगलवार को असेसनर द्वारा किए गए जांच पर संतुष्टि जताने की बात कही है। साथ ही 8-10 कमियों पर सुधार के निर्देश दिए हैं। वहीं सीएस ने बताया कि कोई बड़ी सुधार के लिए असेसनर ने सलाह नहीं दी है।


स्काउटिंग भावना के साथ कार्य करें - जिला आयुक्त स्काउट

स्काउटर गाईडरों का जिला स्तरीय सम्मेलन संपन्न                अनूपपुर स्काउटर गाईडरों का जिला स्तरीय सम्मेलन शा. उत्कृष्ट उ.मा.वि.अनूपपुर के विवेकानंद हाल में स्काउट प्रार्थना के साथ मंगलवार को आयोजित हुआ। सम्मेलन में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एवं जिला आयुक्त स्काउट विवेक पाण्डेय, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी डी.एस.राव,जे.के.नामदेव, डीटीसी डॉ.एस.एन.पाण्डेय, डीओसी जिला सचिव नरेन्द्र पटेल, जिला स्काउटर डी.सी. मिश्रा, रामदरस पाण्डेय, संजय पाण्डेय, शंकर पटेल, धर्मेन्द्र शाक्यवार, उमेश नामदेव, माधुरी राठौर, अमिता मरकाम, सरोज सिंह, अंजली सिंह, ज्योति तिवारी सहित जिलेभर से लगभग 300 स्काउटर गाईडरों ने भाग लिया। 
इस अवसर पर सहायक आयुक्त एवं जिला शिक्षा अधिकारी का स्काउट स्कॉर्फ पहनाकर स्वागत किया गया। सम्मेलन में नर्मदा महोत्सव में स्काउटर एवं गाईडरों के सेवा कार्य (वालंटियर), विद्यालयों में दल संचालन एवं जिला संघ के निर्वाचन पर चर्चा हुई।
सहायक आयुक्त द्वारा दल संचालन एवं स्काउटिंग भावना के साथ कार्य करने सहित नर्मदा महोत्सव में सेवा कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया एवं जिला संघ के लंबित निर्वाचन को अविलंब पूर्ण कराने हेतु आश्वस्त किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी डी.एस.राव, डॉ.एस.एन.पाण्डेय, नरेन्द्र पटेल एवं डी.सी.मिश्रा द्वारा स्काउटिंग गाईडिंग सहित दल संचालन उनके प्रगतिशील प्रशिक्षण सहित विभिन्न जानकारियां दी गईं।


मुख्यमंत्री का जिले में प्रथम आगवन 31 जनवरी को अमरकंटक में

अनूपपुरमुख्यमंत्री कमलनाथ का जिले में प्रथम दौरा 31 जनवरी को अमरकंटक नर्मदा महोत्सव 2020 का उद्घाटन पर होगा। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के अनुसार 31 जनवरी पूर्वाह्न 11 बजे इंगाराजविवि हेलिपैड में आगमन होगा। जहां से कार द्वारा अमरकंटक के लिए रवाना होंगे। अपरान्ह 12.25 बजे अमरकंटक नर्मदा महोत्सव का उद्घाटन करेंगे एवं जनजातीय समूहों स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित कलाकृतियों एवं उत्पादों के स्टॉल का निरिक्षण करेंगे। दोपहर 1.30 बजे उमरिया के लिए प्रस्थान करेंगे।

बापू के जीवन पर केंद्रित प्रश्नमंच प्रतियोगिता का आयोजन

अनूपपुर गांधीजी की साद्र्धषती के अवसर पर जिला स्तरीय महाविद्यालीन प्रश्नमंच प्रतियोगिता 21 जनवरी को की गई। प्रतियोगिता गांधीजी के जीवन पर आधारित विविध प्रश्न विद्यार्थियों से पूछे गये और विद्यार्थियों ने उत्तर दिये जिसमें प्रथम शा.महावि.जैतहरी से शिवम अग्रवाल, ललिता राठौर, चाँदनी बानो,द्वितीय महावि.राजनगर की रवीना परवीन, मुष्कान मिश्रा,प्रियंका एवं तृतीय महावि. पुष्पराजगढ़ से प्रियंका सारिवान,मनीषा परस्ते,गीतांजली मसराम ने अर्जित किये। संचालक डॉ. आकांक्षा राठौर व विनोद कुमार कोल रहे। इसके पूर्व शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर के प्राचार्य डॉ.परमानंद तिवारी के ने गांधीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रश्नमंच प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।  इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक डॉ.के.जे.संत, तरन्नुम सरवत, शाहबाज खान,नितिका सिंह, प्रियंका अग्रवाल,डॉ. देवेन्द्र बागरी सहित समस्त स्टॉफ  उपस्थित रहे।


स्वस्थ जीवन शैली अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी - मंत्री मरकाम

अनूपपुर सबसे बड़ा सुख निरोगी काया होती है। अच्छी जीवन शैली अच्छे स्वास्थ्य के लिए अहम है। शासन द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सुधार करने के साथ स्वस्थ जीवन शैली के प्रति जागरूकता लाने एवं अच्छे पोषण पर सतत रूप से कार्य किया जा रहा है। उपचार सुविधाओं के साथ सुरक्षात्मक उपाय भी आवश्यक है। जनजातीय समुदाय की परम्परागत जीवन शैली, स्थानीय जड़ी बूटियों के चिकित्सकीय गुणो पर कार्य किया जा रहा है। उक्त विचार जनजातीय कार्य एवं विमुक्त घुमक्कड़ अर्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण मंत्री मध्य प्रदेश शासन ओमकार सिंह मरकाम मंगलवार को पुष्पराजगढ़ विकाशखड़ के ग्राम करपा में आयोजित स्वास्थ्य एवं पोषण सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।

नशा व्यक्ति के विकास में सबसे बड़ा बाधक है। नशे से दूर रहने की अपील करते की। इस दौरान उन्होने मदद योजना, आष्टान योजना, आहार अनुदान योजना एवं जनजातीय समुदाय के आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास हेतु संचालित योजना की जानकारी दी। विधायक पुष्पराजगढ़ की माँग पर करपा में उच्च्तर माध्यमिक भवन निर्माण हेतु स्वीकृति एवं बजट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। मंत्री ने जनस्वास्थ्य संगठन के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि परिणामों की वृहद समीक्षा की जाएगी सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने पर इस प्रयास को और वृहद रूप दिया जाएगा। बच्चों का कुपोषण न सिर्फ शारीरिक अक्षमता का कारण बनता है साथ ही यह मानसिक कमजोरी की भी अहम वजह है।
विधायक पुष्पराजगढ़ फुंदेलाल सिंह मार्को ने कहा कि राज्य शासन के साथ जन स्वास्थ्य सहयोग संस्थान ने आगे आकर सराहनीय किया है। संस्थान के प्रयास से अनूपपुर जिले के जनजातीय बहुल क्षेत्र पुष्पराजगढ़ के कठिन भौगोलिक अंचल में उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध हो रही हैं। शासन के साथ संस्थान कदम से कदम मिलाकर आमजनो के स्वास्थ्य संरक्षण एवं सुधार के लिए कार्य कर रही है। इस दौरान आपने शासन द्वारा जनजातीय वर्ग के हितों हेतु संचालित योजनाओं सहित आमजनो के कल्याण के लिए शासन द्वारा चलायी जा रही योजनाओं से अवगत कराया।
उन्होने कहा सिकल सेल ऐनीमिया बीमारी, कुपोषण एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने की दिशा में जन स्वास्थ्य सहयोग संस्था पिछले दो वर्षों से अनूपपुर जिले में लगातार कार्यरत है। इन्हीं मुद्दों पर जन जागरूकता को बढ़ाने और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं जन स्वास्थ्य सहयोग के संयुक्त तत्वावधान में स्वास्थ्य एवं पोषण सम्मेलन का आयोजन ग्रापं करपा में किया गया।
जन स्वास्थ्य सहयोग गनियारी के प्रशासनिक अधिकारी वी जी परमानंद ने बताया कि संस्था के द्वारा पुष्पराजगढ़ अंचल में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार हेतु राज्य शासन के सहयोग से स्वास्थ्य सुविधाएँ,बच्चों के पोषण हेतु फुलवारी का संचालन एवं सिकल सेल के उपचार हेतु कार्य किया जा रहा है।
जन स्वास्थ्य सहयोग के डॉ.राहुल सिंह ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया एक खून से संबंधित बीमारी है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी अनुवांशिक रूप से संचारित होती है। इसका स्थाई इलाज तो नहीं है पर इसको नियंत्रण करके रोगी को आराम दिलाया जा सकता है। यह बीमारी प्राय: मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़,गुजरात,महाराष्ट्र,झारखंड,तेलंगाना,केरल,कर्नाटक तथा इन राज्यों के पड़ोसी क्षेत्रो में पाई जाती है। इस दिशा में जन स्वास्थ्य सहयोग संस्था पूरे जिले के सभी ब्लाकों के गांव-गांव में जाकर सभी गर्भवती महिला, स्कूल के बच्चों की जांच करके रोगियों की पहचान एवं रोकथाम की दिशा में कार्य कर रही है। पिछले 16 माह में अनूपपुर जिले में कुल 750 सिकल रोगियों की पहचान हुई है जिनका इलाज भी शुरु करवा दिया गया है। हम करपा एवं टिटही-जैतहरी सेक्टर के सभी गावों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करने के लिए प्रशासकीय स्वास्थ्य तंत्र को टेऊनिंग और सहयोग प्रदान करते हैं।
इस दौरान मंत्री मरकाम ने प्राथमिक शाला भवन बरन टोला में बाउंड्रीवॉल निर्माण एवं आरसीसी पुलिया निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष रूपमती सिंह, जनपद उपाध्यक्ष पुष्पराजगढ़ संतोष पांडे समेत बड़ी संख्या स्थानीय जन प्रतिनिधि विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

                                            



सोमवार, 20 जनवरी 2020

कलेक्टर अनूपपुर-जैतहरी सड़क को 26 जनवरी तक जनता को नही दे सकेगे सौगात

कलेक्टर निर्देश के बाद भी ठेकेदार ने दिखया ठेगा, गड्ढा व पानी नगरवासियों की बनी मुसीबत
अतिक्रमण हटाने के माहभर बाद भी 200 मीटर सड़क का नहीं हो सका निर्माण
अनूपपुर बार-बार आश्वासन के बाद भी अनूपपुर-जैतहरी मार्ग ठेकेदार की मनमानी से कलेक्टर द्वारा दिए गए निर्देश को भी ठेगा दिखाने से बाज नही आ रहा है। अतिक्रमण हटने के बाद कलेक्टर ने ठेकेदार को सक्त निर्देश देते हुए २६ जनवरी तक पूरी सड़क निर्माण की बात कहीं थी किन्तु 68 करोड़ की लगात निर्माणाधीन सड़क निर्माण समय से पूरा होता दिखाई होता नही दिख रहा। ठेकेदार की मनमानी से चंद मीटर सड़क को निर्माण होते समय सीमा खत्म होने के 2 वर्ष बाद भी कार्य पूर्ण करने में नकाम रहा।

ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण के लिए जिला प्रशासन को दिए माहभर के आश्वासन के बाद भी २०० मीटर लम्बी सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका। हालात यह है कि निर्माण के लिए पुरानी सड़क की हुई खोदाई में दो फीट गहरा ३५ फीट चौड़ा गड्ढा नगरीय जनजीवन को व यातायात को माहभर से प्रभावित कर रखा है। दूसरी छोर पर चंद मीटर चौड़ी सड़क पर पैदल चल रहे नगरीय जीवन के बीच दौड़ लगा रही भारी वाहनों से अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है। बारिश के दौरान यह भी मार्ग चलने लायक नहीं बचता है। वहीं खोदे हुए गड्ढों में आसपास के घरों का दूषित पानी भरकर अब संक्रमण को न्यौता दे रहा है। माहभर से गड्ढे में दूषित पानी के भराव से दुर्गंध आने लगी है। जिसके कारण आसपास के व्यापारिक प्रतिष्ठानों सहित आवासीय परिसरों में निवास करने वाले रहवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगरवासियों का कहना है कि जब सड़क का निर्माण नहीं किया जाना था तो ठेकेदार ने सड़क की खुदाई क्यों करवा दी। और अगर खोदाई करवाई तो कलेक्टर को दिए आश्वासन में निर्माण कार्य पूर्ण क्यों नहीं कराया है। जबकि यह बात ठेकेदार और जिला प्रशासन सहित पीडब्ल्यूडी विभाग भी जानती है कि अनूपपुर-जैतहरी बिलासपुर शहडोल सहित अन्य प्रदेशों को जोडऩे वाली मुख्य मार्ग है, जिसपर रोजाना हजारों वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। वहीं शहर का मुख्य मार्ग होने के कारण सड़क के दोनों छोर सैकड़ो व्यापारिक प्रतिष्ठान और हजारों पैदल यात्रियों की आवाजाही बनी रहती है। बावजूद बावजूद सड़क निर्माण के प्रति न ठेकेदार गम्भीरता दिखा रहा और ना ही काम कराने के लिए जिला प्रशासन गम्भीर हो रही है। जिसके कारण अब जिला प्रशासन द्वारा 26 जनवरी से पूर्व नगरवासियों को अनूपपुर-जैतहरी सड़क को जनता के लिए समर्पित करने का आश्वासन धूमिल हो गया है। हालांकि सड़क निर्माण का कार्य आरम्भ नहीं होने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए जल्द कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन आश्चर्य माहभर के दिए समय बाद भी ठेकेदार 200 मीटर लम्बी सड़क में एक मीटर भी सड़क का निर्माण कार्य नहीं कराया है।
कलेक्टर ने 20 दिसम्बर को निर्माणाधीन अनूपपुर-जैतहरी सड़क का निरीक्षण कर अतिक्रमण वाले स्थलों का मुआयना करते हुए अतिक्रमण हटाने के निर्देश देते हुए ठेकेदार से कबतक सड़क निर्माण कार्य पूर्ण की बात कही थी,जिसपर ठेकेदार ने एक माह का समय मांगते हुए जनवरी माह में कार्य पूर्ण होने का आश्वासन दिया था। दरअसल २६ जनवरी को कलेक्टर इस मार्ग को आम जनता के लिए समर्पित करने के उद्देश्य से एसडीएम अनूपपुर व पीडब्ल्यूडी विभाग से समस्त अतिक्रमण हटाकर निर्माण कार्य जारी रखने के निर्देश दिए थे। अधिकारियों ने दूसरे दिन अतिक्रमण को भी हटा दिया था। बावजूद ठेकेदार ने सड़क निर्माण में माहभर का समय बीता दिया और एक मीटर सड़क की ढ़लाई भी आरम्भ नहीं कर सका। नगरीय क्षेत्र की दो किलोमीटर लम्बी अधूरी सड़क निर्माण में ठेकेदार को दो साल बीत गए,लेकिन सड़क आज भी अधूरा पड़ा है।
कार्य के लिये ठेकेदार को नोटिस दिया
लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री अनिल मिश्रा के अनुसार इसके लिये हम पूरा प्रयास कर रहे है 200 मीटर कार्य पूरा कराने के लिये ठेकेदार को नोटिस दिया गया है। गंदा पानी भरने से समस्या है।
26 जनवरी तक करना है पूर्ण

एसडीएम कमलेश पुरी ने बताया कि राजस्व विभाग ने अतिक्रमण हटाकर जगह उपल्बध करा दिया था और कलेक्टर ने 26 जनवरी तक पूर्ण करने के सक्त निर्देश दिये थे।

लंबित मांगो को लेकर आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर आजाद अध्यापक शिक्षक संघ अनूपपुर ने अध्यापक संवर्ग के लंबित मांगो एवं समस्याओं के निराकरण के लिए 7 सूत्री मांगा का ज्ञापन सोमवार को सहायक आयुक्त विवेक पांडेय को सौंपा। जिलाध्यक्ष विश्वासराज शुक्ला ने बताया की जिले के अंतर्गत अध्यापक संवर्ग में वर्ष 2006 एवं उसके बाद नियुक्त कर्मचारियों के 12 वर्ष पूर्व होने के पश्चात अध्यापको को क्रमोन्नत वेतनमान का निर्धारण शीघ्र किए जाने,वर्तमान में लागू अंशदाई पेंशन योजना के स्थान पर प्रदेश के अन्य शासकीय कर्मचारियों की भांति पुरानी पेंशन लागू किए जाने, आयुक्त जनजाति कार्य विभाग के पत्र २६ फरवरी २०१९ सातवें वेतनमान का भुगतान शीघ्र कराए जाने, छठवें वेतनमान के द्धितीय किश्त की ऐरियर राशि अप्रैल पेड मई माह में भुगतान होना था जो की आज तक नही किया गया है, जिसका शीघ्र भुगतान कराए जाए, अन्य राज्य के जाति प्रमाण-पत्र वाले अध्यापको का प्रोफाइल पंजीयन न होने के कारण शिक्षा विभाग में संविलियन नही हुआ है अत: उनका संविलियन शीघ्र कराए जाए, अन्य जिलो से स्थानांतरित होकर आए अध्यापको का वेतन विगत चार माह से नही हुआ उनके वेतन का भुगतान कराए जाने एवं अध्यापक शिक्षक संवर्ग के मृतक कर्मचारियों के आश्रितों के लंबित प्रकरणों का निराकरण कर आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान किए जाने की मांग की गई। ज्ञापन सौपने वालो में आजाद अध्यापक संघ के जिला मीडिया प्रभारी संजय शुक्ला, संयोजक राम विनोद पयासी, सचिव प्रकाश गौतम, जिला प्रवक्ता धीरेन्द्र चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष रावेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष अमिता रावल्कर, सह सचिव उमेश नामदेव, गोकुल यादव, दशरथ बुनकर, लोकदीन पटेल, महेन्द्र तिवारी, राजेश पटेल, जियालाल संत सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। 

भवन निर्माण के लिये प्रिज्म सीमेंट ने ग्राहकों के लिए मोबाइल एप की दी सुविधा

अनूपपुर प्रिज्म सीमेंट भारत की अग्रणी भवन निर्माण समग्री के लिए कंपनी ने अमिट छाप छोड़ी है। इसमें मध्य प्रदेश के साथ उत्तर प्रदेश,बिहार में सर्वोत्तम सीमेंट की श्रेणी में अपना मुकाम बना लिया है। आज के तकनिकी युग में प्रिज्म सीमेंट ने ग्राहकों के लिए मोबाइल एप की शुरुआत कर एक नया कदम बढ़ाया है। ग्राहक घर बैठे ही एप द्वारा निर्माण कार्य के लिए हुए सीमेंट की खरीदी व कंपनी के सिविल इंजीनियर से तकनिकी सहायता ले सकते हैं। सोमवार को कंपनी के अधिकारियों ने ग्राहक सम्मलेन का आयोजन कर एप का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर  कंपनी के ब्रांच मैनेजर चेतन मिश्र, क्षेत्रिय सेल्स अधिकारी अजितेश मिश्र,अर्पित अग्रवाल,क्षेत्रीय तकनीकी अधिकारी आकाश सिंह तिवारी,रोहन चौरसिया, सेल्स प्रमोटर प्रकाश रस्तोगी मौजूद रहे।

2019 में जिले के मजिस्ट्रेट न्यायालयों से 1382 मामलों में सजा

अभियोजन ने भारतीय दण्ड संहिता में 293 मामलों में कराई सजा
आबकारी में 862 मामलों में स्वीकारोक्ति के आधार पर सजा 
अनूपपुर जिले में न्यायिक मजिस्ट्रेटों के न्यायालयों तहसील कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम द्वारा वर्ष 2019 में निराकरण किए गए मामलों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि संचालक पुरूषोत्तम शर्मा के सफल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में मजिस्ट्रेट न्यायालयों से 1382 मामलों,भारतीय दण्ड संहिता में 293 एवं आबकारी में 862 मामलों में स्वीकारोक्ति के आधार पर सजा दिलाई गई है।
विधान  लं.प्रक    न.प्रक     निरा.प्रक     कुल प्रकरण
भादवि  5182       1716        1547                293 
आम्र्स    15     236          27                01 
एनडीपीएस 10     01          02              01 
आबकारी  286      668           868             862 
व.प्रा.स.  1972     27          02                 01
अन्य अ. 269    144           225                224 
जिला अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि ने बताया कि जिले में न्यायिक मजिस्ट्रटों के न्यायालय की तुलना में अभियोजन अधिकारियों की कमी है फिर भी जिले में उपलब्ध अभियोजन अधिकारियों के द्वारा अपने कत्र्तव्य का सम्यक रूप से पालन करते हुए विभिन्न मामलों में सजा कराई गई है। जिन मामलों में अभियोजन ने सफलता प्राप्त नहीं की है उनका अभियोजन कार्यालय द्वारा समीक्षा किया जा रहा है, समीक्षा उपरान्त उन कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा ताकि जिले में अपराधियों को अधिकतम मामलों में सजा कराई जा सके।


सीएम हेल्पलाईन,जन अधिकार प्रकरणों विभागीय अधिकारी प्राथमिकता के साथ पूरा करें

अनूपपुर जन अधिकार में चिन्हित विषयों, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम अंतर्गत प्राप्त आवेदनों, सीएम हेल्पलाइन प्रकरणो की विभागवार समीक्षा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सरोधन सिंह ने सोमवार को समय सीमा बैठक में की। उन्होने निर्देशित किय कि सम्बंधित विभागीय अधिकारी प्राथमिकता के साथ निर्धारित समय में समाधानकारक एवं उच्च गुणवत्तापूर्ण निराकरण करें। आवेदक के अपात्र होने एवं माँगो का विभागीय निर्देशानुसार पूर्ति न होने के कारण से आवेदक को अवगत कराएँ। किसी भी प्रकार की विसंगति पाए जाने पर संबंधित विभाग प्रमुख उत्तरदायी होंगे। 
सीईओ जिला पंचायत ने पात्रता पर्ची के सत्यापन कार्य में लापरवाही पर जिले के समस्त जनपदों में पात्रता पर्ची के सत्यापन हेतु बनाए गए ८४ शासकीय सेवकों को निर्देश दिए हैं कि सत्यापन कार्य नियत तिथि में करना सुनिश्चित करें, अन्यथा शासकीय दायित्वों में लापरवाही मानते हुए कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। बैठक में अपर कलेक्टर बी.डी. सिंह समेत विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।

                                            


बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड खोंगसरा एवं भनवारटंक के बीच मालगाड़ी के 23 डिब्बे उतरे पटरी से, यातायात प्रभावित

6 यात्री गाड़ियों को किया रद्द, 9 गाड़ियों का मार्ग किया परिवर्तित एवं 4 बीच रास्ते में रद्द अनूपपुर। बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड के छत्तीसगढ़ के ...