मृतक का बनाया निजी डांक्टर का विडियो वायरल, हरकत में आया प्रशासन क्लीनिक हुआ सील
अनूपपुर। कोरोना पॉजीटिव युवक ने अपने अंतिम समय में वीडियों बनाकर सोशल मीडिया पोस्ट कर अपनी हालत का जिम्मेदार कोतमा में संचालित एक निजी अस्पताल के डॉक्टर पर लगाया। वहीं वीडियों बनाने के दूसरे दिन ही युवक की मौत हो गई। सोशल मीडिया में वॉयरल होने के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर डॉ. एससी राय के निर्देशन में खंड चिकित्सा अधिकारी कोतमा डॉ. केएल दीवान ने 19 जून की रात मनेन्द्रगढ़ रोड स्थित डॉ. अशोक राजपूत के निजी अस्पताल पहुंचकर संपर्क ने पर नोटिस चस्पा कर अस्पताल का सील कर दिया।
जानकारी के अनुसार कोतमा निवासी युवक लकी द्विवेदी की हालत बिगडऩे पर परिजनों द्वारा निजी अस्पताल ले गए। कोरोना संक्रमण के लक्षण होने के बावजूद डां ने टॉयफाइड होना बताकर इलाज किया। जिसके बाद युवक की हालत लगातार बिगडऩे पर परिजनों ने मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती कराया, जहां जांच रिर्पोट कोरोना संक्रमित की आई। जिसके बाद युवक ने अपने अंतिम समय में अपनी हालत का जिम्मेदार कोतमा के निजी चिक्त्सिक पर लगाते हुए वीडियों सोशल मीडिया में वॉयरल कर दिया। और उसके बाद युवक की मौत हो गई।
वॉयरल वीडियों के संदर्भ में संज्ञान लेते हुए सीएमचओं ने सील कर जांच के निर्देश पर खंड चिकित्सा अधिकारी तहसीलदार कोतमा मनीष कुमार शुक्ला सहित पुलिस बल के साथ डॉ. अशोक राजपूत का चिकित्सालय साल कर नोटिश चस्पा कर आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करनें की बात कहीं।
वीडियों में युवक ने लगाए आरोप
शहडोल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोराना संक्रमित युवक ने अपने अंतिम समय में वेंटिलेटर पर लेटे हुए मोबाइल से वीडियों बनाया। और कहा की उनकी हालत बहुत ही ज्यादा खराब है और पैरों में भी खड़े नही हो पा रहा है इस हालत का जिममेदार डॉ. अशोक राजपूत पर लगाया है। कोरोना जांच कराने किया मना, 10 दिनों तक किए टॉयफाइड का इलाज किया। युवक ने अपने अंतिम समय में बनाए गए वीडियों के माध्यम से डॉक्टरों पर कार्यवाही की मांग की।