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शुक्रवार, 11 सितंबर 2020

मजदूर संघठनों ने आजीविका बचाओ दिवस के तहत मांगो को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा



अनूपपुर। म.प्र.बिजली कर्मचारी महासंघ,भारतीय ठेका मजदूर संघ, भारतीय सफाई मजदूर संघ अनूपपुर ने शुक्रवार को आजीविका बचाओ दिवस मनाते हुए मजदूरो और अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की दस सूत्रिय मांगो के लेकर कलेक्टर के नाम डिप्टी कलेक्टर अमन मिश्रा को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में मजदूरों को आजीविका चलाने के लिये पूर्ण रोजगार, समस्त उधोगो में श्रमिकों को पूर्ण रूप से रखने, लॉकडाउन के दौरान जिन श्रमिकों का वेतन भुगतान नही किया गया उनके वेतन का भुगतान करने, समस्त ग्रामीणों व श्रमिकों को मनरेगा व संबल योजनाओं का लाभ देने, प्रवासी मजदूर उन्हें काम नही मिल रहा उनकी योग्यता अनुसार मजदूरी का भुगतान कराने की मांग रखी।
इसके साथ ही अमरकंटक ताप विद्युत गृह आवासीय परिसर चचाई में स्थित कर्मचारियों / श्रमिकों के मनोरंजन, सामाजिक, सांस्कृतिक, गतिविधियों संचालित करने का एकमात्र स्थान श्रम कल्याण केन्द्र जिसमें अनाधिकृत रूप से रह रहे बाहरी व्यक्तियों से रिक्त कराने, भारतीय ठेका मजदूर संघ चचाई की माँगो में श्रमायुक्त इंदौर के निर्देशानुसार चचाई ताप विद्युत गृह में कार्यरत सभी ठेका श्रमिकों को माह को 7 तारीख तक वेतन का भुगतान, वेतन पर्ची दिलाने, ठेकेदार के प्रतिनिधि द्वारा प्रतिदिन हस्ताक्षरित उपस्थिती पत्रक दिलाने, प्रतिमाह बोनस राशी का अंशलाभ दिलाने, ईएलराशी का नगदीकरण प्रतिमाह दिलाने, चचाई पावर हाउस में कतिपय ठेकेदारों द्वारा शासन के स्पष्ठ निर्देश होने के बावजूद कोरोना काल मे श्रमिकों को कार्य से निकाल दिया गया हैं उन्हें तत्काल कार्य पर रखवाने संबन्धी सहित अन्य मांगे की रही। इस दौरान ताराचंद यादव, रामभद्र त्रिपाठी, सतेन्द्र पाटकर,वीरेन्द्र हुमनेकर,राजकुमार वर्मन, लक्ष्मीचंद माहुले, मनीष शुक्ला, पुष्पेन्द्र पाल, मेक्चन्द पारधी, ओम प्रकाश मेहरा, देवेन्द्र पांडेय, राघवेन्द्र शुक्ला, भारतीय ठेका संजय शर्मा, रामजी चौरसिया,संदीप जलतारे, रामनरेश पटैल,विनोद शुक्ला, सरमन ताम्रकार, रामनाथ मेहरा, भैयालाल पटेल, बालेन्द्र मिश्रा, प्रवीण गुप्ता, सुमित बाक्सरिया सहित अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।

3 क्विंटल गांजा के साथ चार आरोपी गिरफ्तार, दो फरार



जीजा - साला मिलकर करते थे तस्कारी, दो वाहन जप्त
अनूपपुर थाना जैतहरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कल्याणपुर में एक घर में उड़ीसा से लाकर रखे गांजे की एक बड़ी खेप को अन्यंत्र जगह ले जाने के लिए पिकअप वाहन में लोड़ करने की सूचना मुखबिर द्वारा पुलिस को दी गई, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के दौरान घर के अंदर से 2 क्विंटल 80 किलो तथा पिकअप  में लोड 20 किलो गांजा को जब्त करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, मामले में दो आरोपी मौके से फरार हो गए। जिसके बाद पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ धारा 8/20 (बी) एनडीपीएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया, जिसका खुलासा 11 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक ने पत्रकार वर्ता के दौरान किया।

जानकारी के अनुसार उड़ीसा से गांजे की बड़ी खेप लाकर जैतहरी थाना अंतर्गत ग्राम कल्याणपुर के जंगल में बने रामाधार राठौर के घर में गांजा तस्करो द्वारा 10 सितम्बर की रात को 3 क्विंटल डेढ़ किलो रखा गया और कुछ समय बाद तस्करो द्वारा गांजे की छोटी खेप को अन्य जगह पहुंचाने के लिए पिकअप क्रमांक एमपी 65 जीए 1107 में  लोड किया जा रहा था, जिसकी सूचना मिलते ही जैतहरी पुलिस ने पहुंचकर कार्यवाही की गई, जहां भगवानदास राठौर के घर के अंदर से 2 क्विंटल 80 किलो तथा पिकअप में लोड 20 किलो गांजा जब्त करते हुए चार आरोपियों जिनमें भगवानदास राठौर पिता राममिलन राठौर उम्र 50 वर्ष निवासी कल्याणपुर, रामाधार राठौर पिता रमेश राठौर उम्र 28 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 14 जैतहरी, विनोद राठौर  पिता शिव प्रसाद राठौर उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम हर्री एवं चेतन सिंह गोड़ पिता प्यारे लाल सिंह गोड़ उम्र 23 निवासी ग्राम लोढ़ी थाना कोतमा को गिरफ्तार किया गया। वहीं दो आरोपी पप्पू नापित निवासी रामपुर खांडा एवं राजेश राठौर निवासी महुदा फरार हो गए।
भगवानदास को लालच देकर रखवाया घर में
गांजा तस्करो से पूछताछ के दौरान उन्होने बताया कि वह गांजे की बड़ी खेप लगभग 3 क्विंटल गांजे को लाकर उसे छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे ग्राम कल्याणपुर में बने भगवानदास राठौर के मकान के पास पहुंचे,जहां भगवानदास मकान गांव के एकांत में होने के साथ ही जंगल से लगे होने पर उन्होने भगवान दास को रूपए का लालच दिया गया, जहां लालच में आकर भगवानदास ने अपने घर में गांजा रख लिया था।
पूर्व में भी दो आरोपियों के खिलाफ दर्ज है मामले
गांजा तस्करी में गिरफ्तार हुए चार आरोपियों में दो आरोपी  जीजा रामाधार राठौर एवं साला विनोद राठौर के विरूद्ध छत्तीसगढ़ में भी मामले दर्ज है, जिस पर दोनो आरोपी जेल भी जा चुके है। पुलिस ने बताया कि जब्त पिकअप वाहन गांजा के परिवहन में तथा एक अन्य वाहन क्रमांक एमपी 65 टी 1032 से रैकी करते थे। इस कार्यवाही थाना प्रभारी जैतहरी के.के. त्रिपाठी, कोतवाली निरीक्षक नरेन्द्र पाल, उपनिरीक्षक हरिशंकर शुक्ला, एस.के. तिवारी, सुमित कौशिक, सहायक उपनिरीक्षक बीरेन्द्र तिवारी, आर.एन. चौबे, पवन प्रजापति, पी.एस. बघेल, प्रधान आरक्षक अरविंद राय,राजेश जाटव, आरक्षक शैलेन्द्र भट्ट, विजयानंद पांडेय, लाल बहादुर सिंह, मोहित राणा, राजेश कंवर, जितेन्द्र खल्को, पियूष नापित शामिल रहे।

नीट परीक्षा के छात्रों के लिए विशेष रेल सुविधा अनूपपुर-भोपाल-अनूपपुर के मध्य स्पेशल गाड़ी



अनूपपुर। नीट (मेडिकल) परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन द्वारा अनूपपुर-भोपाल-अनूपपुर के मध्य स्पेशल गाड़ी का परिचालन एक फेरे के लिए किया जा रहा है। यह गाड़ी 08293/08294 नंबर के साथ अनूपपुर-भोपाल-अनूपपुर के मध्य चलेगी। गाड़ी संख्या 08293 अनूपपुर-भोपाल स्पेशल गाड़ी, अनूपपुर से 12 सितंबर को शाम 7. 30 बजे छूट कर शहडोल 8.10 में, उमरिया 9.15, कटनी साऊथ 10.25, जबलपुर 12.5, नरसिंगपुर 1.10, पिपरिया 2.15 बजे, इटारसी 3.45, होशंगाबाद 4.25, हबीबगंज 5.30 बजे तथा 13 सितंबर को 5.50 बजे भोपाल पहुंचेगी।
इसीप्रकार वापसी में यह गाड़ी संख्या 08294 भोपाल-अनूपपुर स्पेशल ट्रेन भोपाल से 13 सितंबर की रात 9 बजे छूट कर उमरिया 6.45, शहडोल 7.50 तथा 14 सितंबर को 9 बजे अनूपपुर पहुंचेगी।
निर्देशों का पालन होगा अनिवार्य  
यात्रा करने को आरोग्य सेतु एप्लीकेशन को डाउनलोड और इस्तेमाल करना होगा,निर्धारित समय से डेढ घण्टे पहले स्टेशन आना,कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश की अनुमति होगी। यात्रा के दौरान फेस कवर/मास्क पहनने होंगे। सामाजिक दूरी के नियमों का पालन और थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से कराना होगा। ट्रेन में चादर, कंबल नहीं मिलेंगे।

मोबाइल दुकान में चोरी के आरोपी गिरफ्तार,तीन नाबालिक शामिल



17 नग मोबाइल सहित अन्य सामग्रियां जब्त
अनूपपुर राजेंद्रग्राम थाना से चंद मीटर की दूरी पर  राजेन्द्रग्राम बस स्टैंड परिसर में मोबाइल दुकान में 8-9 सितम्बर की रात हुई चोरी के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें तीन नाबालिक शामिल हैं। आरोपियों से 17 नग मोबाइल, चार्जर सहित अन्य सामग्रियां जब्त की है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों में 21 वर्षीय गौतम उर्फ दीनबंधु पिता रामचरण सिंह सहित तीन नाबालिक हैं।
थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो ने बताया कि रात में अज्ञात चोरों ने दुकान का शटर का ताला तोड़कर मोबाइल, चार्जर, ब्लूटूथ, हेडफोन, मेमोरी कार्ड की चोरी की थी। इस दौरान दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरो के चेहरे कैद हो गए थे। फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश आरम्भ हुई, जिसमें दो दिनों के भीतर मुखबिर की सूचना तथा मोबाइल लोकेशन के आधार पर चोरो को ट्रेस करते हुए उनको उनके गांव से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से 17 नग मोबाइल, 8 नग चार्जर, सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो, एसआई दयावती मरावी, आरक्षक पूरन सिंह, मोती सिंह, राजेंद्र यादव, तिलक सिंह, मनोज सिंह, प्रधान आरक्षक कार्तिक सिंह, महिला आरक्षक शिवकुमारी एवं साईबर सेल शामिल रहे।

गुरुवार, 10 सितंबर 2020

अतिथि शिक्षकों के न्याय सहित खाद्यान्न घोटाला की मांगों को लेकर कांग्रेस का धरना प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन



मंत्री बिसाहूलाल पर साधा निशाना, कोरोना में बरती लापरवाही 
अनूपपुर। प्रदेश मुख्यमंत्री के अनूपपुर आगमन के दो दिनों बाद जिला मुख्यालय के इंदिरा तिराहा पर 10 सितम्बर को कांग्रेस ने बेरोजगारी, प्रशासन की मनमानी, रोजगार, रेत के दाम करने, खाद्यान्न घोटाला और अतिथि शिक्षकों के साथ न्याय की मांगों को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह, कोतमा विधायक सुनील सराफ सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी व बाहर से आए विधायक शामिल हुए। वहीं विधायकों व पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ता व ग्रामीण पहुंचे थे।

दोपहर 1 बजे से आयोजित कार्यक्रम शाम 4 बजे चला, जिसमें कांग्रेस के वक्ताओं ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अनूपपुर के पूर्व विधायक व वर्तमान प्रदेश खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह पर जमकर निशाना साधा और मंच से बिकाउ नेता नहीं टिकाउ नेता जैसे शब्दों का कटाक्ष किया। फुंदेलाल सिंह ने जिले की जनता व कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता जनता से मिलकर लोकतंत्र की हत्या करने वाले नेता को आगामी चुनाव में सबक सिखाएगी, ताकि फिर से जनता ठगी न जा सके। विधायक सुनील सराफ ने मंत्री द्वारा 35 करोड़  रूपए लेने का भी आरोप लगाया। इस दौरान वक्ताओं ने प्रदेश सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए प्रदेश के युवाओं की बेरोजगारी, प्रदेश में हुए खाद्यान्न घोटालों पर तंज कसा। यहीं नहीं हाल के दिनों में सीएम के अनूपपुर आगमन पर अतिथि शिक्षकों के साथ पुलिस द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार पर भी नाराजगी जताई और विरोध किया। इसके बाद सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह से इस्तीफा देने व मुर्दाबाद के भी नारे लगाए।
कांग्रेस के कार्यक्रम के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव में पूरी लापरवाही बरती गई। सैकड़ों की तादाद में पहुंचे कार्यकर्ताओं के साथ मंच पर विराजमान पदाधिकारियों व विधायकों ने सुरक्षा कवच को दरकिनार कर दिया था। बिना मास्क उपस्थित रहे। यहां तक मंच सहित दर्शक दीर्घा में उपस्थित लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी।

ग्रापं ने नहीं बनाई सड़क तो ग्रमीणो ने आपसी सहयोग से बना डाली 200 मीटर की सड़क



तीन दिनों में 4 हजार किया खर्चे,पीसीसी सड़क रही होती रही मांग
अनूपपुर जब आम जनों की समस्याओं के प्रति जनप्रतिनिधि और प्रशासन आंखें मूंद ले तो परेशानियों से जूझने वाला बेवश हर ग्रामीण दशरथ मांझी बन जाता है। दशरथ मांझी ने अकेले पहाड़ का सीना छलनी कर हजारो लोगों के लिए राह आसान किए थे। वहीं अनूपपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत दैखल के सैकड़ो ग्रामीणों ने बदहाल सड़क से उबडऩे खुद ही अपने खर्चो पर मिट्टी डालकर सड़क बनाकर दो गांवों के बीच रास्ता जोड़ दिया। अब इस मार्ग से दो गांवों के बीच सम्पर्क बढऩे के साथ दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को आवाजाही सुविधाजनक होगी, गांव में एम्बुलेंस वाहन सहित अन्य वाहनों की पहुंच हो सकेगी।
बताया जाता है कि ग्राम पंचायत दैखल के वार्ड क्रमांक 11 छिनमना टोला में आवागमन योग्य सड़क नहीं थी। सर्दी गर्मी में किसी तरह ग्रामीण गुजर जाते थे, लेकिन बारिश के सीजन में लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता था। यहां तक कि आपातकालीन वाहनें गांव तक नहीं पहुंच पाती थी। इस समस्या को देखते हुए वार्ड क्रमांक ११ वासी सहित अन्य ग्रामीणों द्वारा कई बार ग्राम सभा एवं सरपंच सचिव को अपनी इस समस्या से अवगत कराते हुए सड़क निर्माण कराने की मांग रखी। लेकिन समस्या को ग्राम पंचायत द्वारा नजर अंदाज कर दिया जाता रहा। इससे क्षुब्ध और हताश ग्रामीणों ने स्वयं ही सड़क बनाने का निर्णय लिया। ग्रामीणों ने बैठक आयोजित की और चंदा स्वरूप राशि एकत्रित किया। 4 हजार राशि जमा होने के बाद कुछ ग्रामीणों ने मिट्टी कटाव के लिए अपने खेत चिह्नित किए। जिसके बाद ग्रामीणों ने गांव से ट्रैक्टर किराया पर लेकर मिट्टी गिरवाना आरम्भ कर दिया। बताया जाता है कि 200 मीटर लम्बी सड़क के मरम्मत कार्य में 12 ट्रेलर मिट्टी का उपयोग किया गया।
ग्रामीण नर्वद सिंह बताते है कि कुछ दिनों से बारिश थमी होने पर मिट्टी गिराया गया। इसकें अगली सुबह हरेक घर से आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीण युवा-अधेड़ फावड़ा और टोकरी लेकर सड़क पर उतरे। तेज धूप से बचने पिछले तीन दिनों से प्रत्येक सुबह 5 बजे से 9 बजे सड़क मरम्मत का कार्य किया गया है। अब यह 200 मीटर लम्बी सड़क पर मिट्टी भराव के साथ समतलीकृत होकर आम लोगों की आवाजाही का मार्ग बन गया है।
नर्वद सिंह ने बताया कि हमारे वार्ड में सड़क नहीं होने की वजह से वाहनों का निकलना क्या पैदल चलना मुश्किल हो गया था। यहां तक की आपातकालीन वाहन भी नहीं आ पा रहे थे। हमारे द्वारा कई बार ग्राम पंचायत को इस संबंध में अवगत कराया गया। लेकिन ग्राम पंचायत ने ध्यान नहीं दिया। इसलिए स्वयं वार्ड वासियों के साथ अपने खर्चे से मिट्टी डालकर सड़क बनवाने पहुंच गए। कार्य के दौरान पटेल सिंह पंच, राम प्रताप सिंह, ईश्वर सिंह, भारत सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, ईश्वरदीन, शोभनाथ सिंह, धनीराम सिंह सहित अन्य ग्रामीणों का विशेष योगदान रहा।

नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवे मेन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को रेलवे मजदूर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि



अनूपपुर। नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवे मेन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ (इंटक) के महामंत्री जेजी माहुरकर के निधन पर रेलवे मजदूर कांग्रेस शाखा कार्यायल अनूपपुर में गुरुवार को शोकसभा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर व कोयलांचल प्रभारी लक्ष्मण राव ने कहा कि हमने मजदूरों के मसीहा को खो दिया। स्व. माहुरकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इनका जन्म 16 मार्च 1935 में महाकाल की नगरी उज्जैन में हुआ,रेल मजदूर के हित में संघर्ष करते हुए वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ इंटक के महामंत्री एवं एन एफआईआर के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रुप में निरंतर जीवन काल के अंतिम दिनों तक रेलवे कर्मचारियों हित में संघर्ष किया, वर्ष 2009 को अहमदाबाद के पालड़ी में ट्रैकमैन के राष्ट्रीय अधिवेशन कर एन एफआईआर के राष्ट्रीय महामंत्री एम राघवैया के सहयोग से भारतीय रेल में ट्रैकमैन के पिता के बदले पुत्र को नौकरी का नियम में संशोधन कर लाखों रेल कर्मचारियों के बच्चों को रेल में लारजेंस स्किम के तहत नौकरी दिलाई।
रेलवे मजदूर कांग्रेस सचिव रामदास राठौर ने कहा मजदूर मसीहा माहुरकर का निधन बड़ोदरा में हो गया। स्व. जेजी महुरकर को पुष्पांजली अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान सत्येन्द्र स्वरुप दुबे,चीफ चैतन्य मिश्रा, दिलखुश मीणा,मनमोहन साहू, व्हिके जोशी,विवेक कुमार राय,  संतोष पनगरे, सदाशिव पांडे, संजीव राव, व्यंकट राव, सुमित कुमार,लोमन प्रसाद राठौर, अमित कुमार, मनीष कुमार, गौतम कर्माकर,थानू सिंह आदि जनो ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

बिजली का तार काटकर बेचने वाले आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त


अनूपपुर। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश अनूपपुर की न्यायालय ने बिजली का तार काटकर बेचने वाले आरोनी नरेंद्र बसोर (21) वर्ष पिता रंजीत बसोर,अजीत बसोर उम्र (20)पिता बबनू बसोर एवं प्रेमलाल पिता माले बसोर (22) सभी निवासी ग्राम लाल मनेंद्रगढ़ जिला कोरिया की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए अतिरिक्त लोक अभियोजक सुधा शर्मा के विरोध पर जमानत आवेदन निरस्त कर दिया।
मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पांडेय ने गुरूवार को बताया की थाना कोतवाली अनूपपुर के आरोपी बिजली विभाग के तार को नुकसान पहुचाते हुए लगभग 7 क्विंटल सिल्वर अल्युमिनियम तार चोरी कर उसमे 2 क्विंटल तार बेच दिया। न्यायालय में आरोपियो ने कहा हमें झूठा फसाया गया है। जिसपर अभियोजन ने विरोध करते हुए कहा आरोपी आदतन अपराधी है इनके विरुद्ध जिले के अन्य थानो में कई प्रकरण दर्ज है,जमानत दिए जाने पर समाज में गलत संदेश जाएगा, साथ ही साक्ष्य प्रभावित कर सकता है व फरार हो सकता है। अभियोजन के तर्को से न्यायालय सहमत होते हुए आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त कर दी।

वन्य प्राणी का शिकार करने वाले आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त,भेजा जेल



अनूपपुर वन्य प्राणी का शिकार करने वाले आरोपियों की सुनवाई करते हुए न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी केपी सिंह की न्यायालय ने आरोपी अमर सिंह पिता हीरा सिंह (39) निवासी धुम्मा, प्रकाश सिंह पिता सुखलाल (20) निवासी धुम्मा, शिवरतन सिंह पिता गेंदलाल (19) निवासी धुम्मा भाना भालूमाड़ा की जमानत याचिका पर अभियोजन अधिकारी राजगौरव तिवारी की दलील सुनने के बाद निरस्त की।
मीडिया प्रभारी राकेश पाण्डेय ने गुरुवार को बताया की मामला वनपरिक्षेत्र कोतमा के पीओआर का जिसमें आरोपियों ने अनुसूची 03 का प्राणी वन्य जंगली सुअर को पीट-पीट कर मार डाला था और उसके मांस को आपस में बांट लिया था वन्य विभाग को सूचना मिलने पर विभाग ने आरोपियों के कब्जें से जंगली सुअर का कच्चा मांस, बाल, जबड़ा तथा चार पैर तथा मारने में प्रयुक्त फर्शा, टागी, लकड़ी का बेत और गडासा आदि की जब्ती कर गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया था।
आरोपियों ने जमानत आवेदन में कहां कि हमे झूठा फंसाया गया है। दूसरे आरोपी ने जेल जाने पर उनका भविष्य प्रभावित होने की दलील दी। जिसपर अभियोजन अधिकारी ने विरोध करते हुए कहां कि आरोपियों ने प्रकृति के पारिस्थितिकी तंत्र (इको सिस्टम) को बनाये रखने वाले वन्य प्राणियों को मारकर गंभीर अपराध किया है वर्तमान में वन्य प्राणियों पर अपराध बहुत अधिक बढ़ा है जमानत दिए जाने पर समाज में गलत संदेश जाएगा साथ ही साक्ष्य प्रभावित कर सकता है व फरार हो सकता है। न्यायालय ने अभियोजन के तर्को से सहमत होते हुए आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त दी।

तिपान नदी क्षतिग्रस्त पुल पर नए निर्माण की आस, खाद्य मंत्री ने 6.80 करोड़ राशि की रखी मांग



दर्जनों गांव का जिला मुख्यालय से जुड़ेगा सम्पर्क 
अनूपपुर जिला मुख्यालय अनूपपुर के सामतपुर से हर्री-बर्री गांव सहित फुनगा तक के दर्जनों गांव को जोडऩे वाली तिपान नदी पर क्षतिग्रस्त हुई 60 मीटर लम्बी पुल पर फिर से निर्माण की आस जगी है। ग्रामीणों की मांग पर प्रदेश खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री और पूर्व अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह ने मुख्यमंत्री से 6.80 करोड़ रूपए की मांग रखी है। जिसपर मुख्यमंत्री ने पुल की जरूरतों को देखते हुए जल्द राशि आवंटन के आश्वासन दिए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही प्रस्ताव की स्वीकृति और राशि आवंटन पर पुल का निर्माण कराया जाएगा। जिसके बाद फिर से दर्जनों गांव से जिला मुख्यालय की ओर आवागमन करने वाले ग्रामीणों को राहत मिल सकेगी। साथ ही ग्रामीणों को अनूपपुर जिला मुख्यालय आने के लिए 5 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी होगी।
वर्तमान में यह पुल दो स्थानों से पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर वी सेप में 5-6 फीट नीचे नदी की तल में बैठ गया है। दोनों स्थानों पर 8-10 खम्भों के साथ 40-45 फीट के स्लैप टूटकर खम्भो के साथ क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पुल क्षतिग्रस्त हुए लगभग एक साल बीत गए हैं, जहां ग्रामीणों की सुविधा के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग तैयार नहीं कराया गया। यह पुल वर्ष 2009 में 1 करोड़ 27 लाख की लागत से निर्माण कराया गया था। जिसकी लम्बाई लगभग 60 मीटर है, पुल आम व्यक्तियों के लिए वर्ष 2010 में खोला गया था। लेकिन अक्टूबर 2019 में यह क्षतिग्रस्त होकर बैठ गया।
जलसंसाधन विभाग का कहना था कि वर्ष 2009-10 के दौरान निर्माण से पूर्व विभाग द्वारा तकनीकि रूप में किए गए सर्वेक्षण में नदी के नीचे लगभग 35 फीट गहराई में हार्ड रॉक होने की जानकारी दी गई थी। साथ ही निर्माण पर अधिक लागत आने की बात कहते हुए निर्माण से मनाही कर दी थी। लेकिन बाद में ग्रामीणों की मांग पर शासन के निर्देश में नदी के रेत पर मात्र सात फीट गहराई पर ही टाईबीम के रूप में बेस तैयार कराया गया था। निर्माण के दौरान ही इंजीनियरों ने स्पष्ट कह दिया था कि नदी की रेत पर बने इस पुल के नीचे से बहने वाली नदी की धार में पुल लम्बे समय टिक नहीं पाएगा और जल्द क्षतिग्रस्त हो जाएगा। वर्तमान में पुल जहां निर्मित है वहां से एक किलोमीटर की परिधि में रेत की ही सिर्फ चादर बिछी है और हार्ड रॉक 35 फीट नीचे हैं। यहां पुल निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग ने लगभग 10 करोड़ बजट की मांग रखी थी। 
दर्जनों गांव का सहारा
यह पुल सामतपुर जिला मुख्यालय से फुनगा तक शॉटकट होने के कारण हर्री, बर्री, भगताबांध, पसला, बिजौड़ी, चातरहिया, रक्शा, कोलमी, अमगंवा, छुलकारी, फुनगा के ग्रामीणों का सहारा है। ग्रामीणों का कहना है कि शॉटकट रास्ते में यह मार्ग बहुपयोगी है। लेकिन अब इस पुल के क्षतिग्रस्त से हजारों ग्रामीणों की यातायात प्रभावित है। गांवों तक चार पहिया वाहन अन्य धुमावदार रास्ते से गांव में पहुंच रहे हैं। इसमें समय व धन भी अधिक खर्च होता है।

छह करोड़ के चावल हेरफेर के मामले में कार्रवाई अटकी, अब ईओडब्लू के पास जा सकता है मामला



एफआइआर के लिए लिखा पत्र, एक दूसरे के पाले में डाल रहे गेंद  
अनूपपुर सजहा वेयरहाउस से 23 हजार क्विंटल चावल लगभग 6.4 करोड़ की चोरी के मामले में एमडी भोपाल के दिए निर्देश के चार माह बाद भी दोषियों के खिलाफ एफआईआर का मामला अटका पड़ा है। एमडी के लिख पत्र के बाद कार्रवाई को लेकर विभागीय अधिकारी व पुलिस एक दूसरे के पाले में गेंद डाल रहें हैं। जिसके कारण छह करोड़ के चावल के हेरफेर के मामले में दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। वहीं हाल के दिनों में प्रदेशभर में खाद्यान्नों को लेकर आई गड़बडिय़ों में मामला ईओडब्ल्यू जाने के बाद अब अनूपपुर के इस प्रकरण के भी ईओडब्ल्यू के पास जाने की आशंका जताई जा रही है।  
मामले को लेकर अनूपपुर कोतवाली में दिए गए एफआईआर के आवेदन में पुलिस ने मूल दस्तावेजों की कमी बताई है। पुलिस ने अन्य मूल दस्तावेजों के साथ आरएम सतना को उपस्थित होने को कहा है। हालांकि 20 दिन पूर्व आरएम सतना ने पुलिस अधीक्षक को कुछ दस्तावेज सौंपे थे। लेकिन कार्रवाई को उलझाने और दस्तावेज की मांग की जा रही है। आरएम सतना का कहना है कि 15 दिनों में मूल दस्तावेज पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को सौंप दिया जाएगा, और एफआईआर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। क्षेत्रीय प्रबंधक सतना रवि सिंह ने बताया कि वेयरहाउस अनूपपुर, सतना सहित अन्य स्थानों से दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं। इस कार्य मे 15 दिन का समय लगेगा। दरअसल 26 मई को प्रबंध संचालक भोपाल अभिजीत अग्रवाल ने वसूली और कार्रवाई को लेकर जारी निर्देश के साथ राज्य शासन की ओर से जारी पांच अन्य पत्रों दिनांक 26 सितम्बर 2019, प्रबंधक संचालक भोपाल से 6 दिसम्बर 2019, 27 जनवरी 2020, 7 फरवरी 2020 तथा 12 मार्च 2020 का हवाला देते हुए आजतक सम्बंधित दोषियों के विरूद्ध कोई भी कार्रवाई नहीं किए जाने की बात और ना ही इस सम्बंध में कॉर्पोरेशन मुख्यालय को अवगत कराने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016-17 के दौरान सजहा वेयरहाउस से लगभग 23 हजार क्विंटल चावल चोरी हो गई थी। जिसकी भोपाल टीम द्वारा की गई जांच पड़ताल में यह बात सामने आई कि अनूपपुर में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर 22573.12 क्विंटल चावल खुर्दबुर्द किया गया है। इसमें शासन को 6 करोड़ 4 लाख 8 हजार 826 रूपए की आर्थिक क्षति हुई है। जिसे लेकर एससीएससी (मप्र स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भोपाल) प्रबंध संचालक अभिजीत अग्रवाल ने सतना आरएम रवि सिंह को पत्र लिखते हुए आर्थिक क्षति की राशि 6 करोड़ 4 लाख 8 हजार 826 रूपए वसूली केन्द्र प्रभारी रज्जू कोल, तथा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन शाखा प्रबंधक वायपी त्रिपाठी तथा सम्बंधित मिलर्स से करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रबंध संचालक ने केन्द्र प्रभारी रज्जू कोल तथा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के शाखा प्रबंधक वायपी त्रिपाठी और सम्बंधित मिलर्स के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने तथा उन्हें सेवा से पृथक किए जाने के लिए नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई करने निर्देशित किया था।
मिलिंग की कभी नहीं हुई मॉनीटरिंग
बताया जाता है कि वर्ष 2016-17 के दौरान धान की हुई उपज के उपरांत चावल के लिए मिलर्स को आवंटन दिए गए। जिसमें मिलर्र्स ने विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत में औने पौने कागजों पर धान का उठाव किया। लेकिन उठाए गए धान के बदले चावल की खेप को गोदामों तक नहीं पहुंचाया। इसे लेकर कभी विभागीय अधिकारी भी मॉनीटरिंग नहीं की। जबकि प्रावधानों के अनुसार जिला कलेक्टर सहित जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी(जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक) ने कभी मिलों का निरीक्षण नहीं किया और ना ही गोदामों तक पहुंचने वाले चावल की खेपों का मिलान किया। यहीं नहीं विभाग ने मिलिंग और ट्रांसपोटिंग का भी पूरा भुगतान कर दिया था।
क्षेत्रीय प्रबंधक एससीएससी सतना रवि सिंह ने बताया कि 20 दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक को कुछ मूल दस्तावेज सौंपे हैं। औ मूलदस्तावेजों की मांग की गई है। सम्बंधित स्थानों से दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं। 15 दिनों में पुलिस को सौंप दिए जाएंगे।

बुधवार, 9 सितंबर 2020

अमरकंटक में नर्मदा नदी का अस्तित्व खतरे में



अनूपपुर। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा मानी जाने वाली मां नर्मदा जहां तीन राज्यों मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात को अपनी में ममता से निरंतर सीचती रहतीं हैं वहीं दूसरी ओर मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक में मां नर्मदा की स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है,
अमरकंटक में मां नर्मदा के तट पर एवं उनकी सहायक नदियों के तट पर अतिक्रमण किया जा रहा है जिससे अमरकंटक में नर्मदा नदी के स्रोत पर खतरा मंडराने लगा है इन दिनों मां नर्मदा की प्रथम सहायक नदी गायत्री के उद्गम वाले पहाड़ पर नगरपरिषद अमरकंटक द्वारा मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग को रेस्ट हाऊस निर्माण के लिए भूमि आवंटित की गई। पर्यटन विभाग द्वारा निर्माण कार्य आरंभ हो गया है जिससे मां नर्मदा की सहायक नदी के स्रोत के साथ साथ मां नर्मदा के स्रोत को भी क्षति पहुंचेगी साथ ही पुराने शाल के पेड़ भी कटेंगे जो कि प्रति वर्ष ग्रीष्म काल में लगने वाली आग के कारण वर्तमान में शाल के एक भी नए पौधे पैदा हो ही नही पाते इसके अलावा जिस जगह पर मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा रेस्टहाउस का निर्माण कार्य चल रहा है वहां तक पहुंचे के लिए सीसी सड़क का निर्माण भी किया जाएगा, जल की आपूर्ति के लिए बोरिंग होगा इस तरह अमरकंटक के ग्राउंड वाटर को भी प्रभावित किया जाएग।

कृषि विज्ञान केंद्र तथा कृषि विभाग की टीम ने धान तथा सोयाबीन के खेतों का किया निरिक्षण



अनूपपुर। इंदिरा गॉधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. एसके पाण्डेय के निर्देशन में कृषि विज्ञान केंद्र तथा कृषि विभाग के विषय विशेषज्ञो ने बुधवार को संयुक्त रूप से खेतो में लगी सोयाबीन तथा धान की फसलों को नुकसान पहुचने वाले कीट-व्याधि के निरीक्षण किया। निरीक्षण में अनिल कुर्मी विषय वस्तु विशेषज्ञ (पौध सुरक्षा),कृषि विभाग से  प्रभात सिंह टेकाम, अमर सिंह टेकाम एवं कुवर सिंह उइके शामिल रहे।
निरीक्षण में सोयाबीन की फसल तंबाकू की इल्ली तथा बिहार के कम्बल कीट से प्रभावित है। यह कीट फसल को 5-20 प्रतिशत तक नुकसान पहुचा रहे है। इन कीटो के नियंत्रण के लिए अनिल कुर्मी ने बताया की स्पाइनेटोरम 11.7 प्रतिशत कीटनाशक की 180 मिली मात्रा या लेंबडासाइलोथ्रिन 5 प्रतिशत कीटनाशक की 150 मिली मात्रा का प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए तथा धान की फसल झुलसा रोग से प्रभावित पाई है जो यह गम्भीर समस्या के रूप मे उभर सकता है। झुलसा रोग के नियंत्रण के लिए ट्राइसाइक्लोजोल 75 प्रतिशत फफूंदनाशक की 120-140 ग्राम मात्रा या एजोक्सोस्ट्रोविन 11 प्रतिषत टेबुकैनाजोल 18.3 प्रतिशत फफूंदनाशक दवा की 300 मिली मात्रा को 150-200 ली. पानी में घोलबनाकर प्रति एकड में छिड़काव की बात कहीं।

अतिक्रमणकारियों की दादागिरि, बालक हाईस्कूल का रोक निर्माण

अनूपपुर। शासकीय बालक हाईस्कूल के लिए शासन द्वारा स्वीकृत नवीन भवन निर्माण के लिए स्कूल प्रबंधक को शासकीय जमीन नहीं मिल रहा है। बार बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों और राजस्व विभाग को दी गई जानकारी के बाद न तो आजतक जिला प्रशासन और ना ही विभाग ने अतिक्रमणों को हटाने रूचि दिखाई। आलम यह है कि जरूरतों की अनदेखी कर स्कूल प्रबंधक द्वारा कम कक्षाओं  मिडिल सहित हाई और हायर सेकेंड्री की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए कम्प्यूटर लैब के कमरे को आलमारी से घेर कर आधे कमरे में कक्षा तो दूसरी ओर लैब का संचालन कराया जा रहा है। यहां तक कि परीक्षा संचालन की प्रक्रिया भी इसी कमरे में कराई जाती है।
प्राचार्य बीके यादव ने बताया कि यहां न्यूनतम 9 कमरों की आवश्यकता है। लेकिन वर्तमान में 7 कमरों में लगभग 300 छात्रों से अधिक को बैठाना पड़ता है। हालांकि अभी कोरोना के कारण कक्षाएं बंद है। लेकिन कक्षाओं के संचालन के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विभागीय जानकारी के अनुसार चंदास नदी तट स्थित शासकीय भूमि खसरा नम्बर 161/1 क/1 लगभग 1.009 हेक्टेयर भूमि पर लगभग .202 हेक्टेयर रकबे पर नवीन हायर सेकेंड्री भवन का निर्माण कराते हुए वर्ष 2013-14 में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर से मिडिल स्कूल और हाईस्कूल को नवीन भवन में स्थानांतरित किया गया था। वर्ष 2018-19 में उन्नयन करते हुए हायरसेकेंड्री की मान्यता मिली। वहीं जिला प्रशासन ने बच्चों के खेल मैदान सहित अन्य जरूरतों को देखते हुए अपर्याप्त साबित हो रही स्कूल के लिए नवीन भवन निर्माण के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए थे। जिला प्रशासन की अनुमति उपरांत विभाग ने नए भवन का प्रस्ताव शासन को भेजा।
इस दौरान वर्ष 2018 दिसम्बर ने शासन ने नवीन भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए .322 हेक्टेयर पर लगभग 1 करोड़ 73 लाख 35 हजार की राशि आवंटित कर दी। 14 कमरों वाली नवीन भवन के निर्माण की जिम्मेदारी शासन ने पीआईयू को सौंपी। लेकिन आश्चर्य जब नवीन भवन निर्माण की प्रक्रिया आरम्भ की गई तो अतिक्रमणकारियों ने शासकीय भूमि पर अपना स्वामित्व जताते हुए जमीन देने से इंकार कर दिया। वहीं मामले में राजस्व विभाग ने भी शासकीय भूमि पर सीमांकन करने से मनाही कर दी। हालात यह रहे कि दो साल से नवीन भवन के लिए राजस्व विभाग द्वारा जमीन आवंटन नहीं कराया जा सका और ना ही नवीन भवन के निर्माण हो सके। शासन ने विभाग से यह भी निदेर्शित किया था कि अगर सम्बंधित जमीन भवन निर्माण के लिए कम पड़े तो जी वन डिजाइन के भवन का निर्माण कराना सुनिश्चित करें।
बताया जाता है कि शासन ने दिसम्बर 2018 में राशि आवंटन के जारी आदेश के बाद पुन जनवरी 2019 में रिमाईड पत्र जारी कर भवन के निर्माण कराने आदेशित किया था। लेकिन इसके बाद भी विभागीय अधिकारियों की नींद नहीं खुली। बताया जाता है कि शासन के राजस्व रिकार्ड में अनूपपुर-अमरकंटक मुख्य मार्ग से लेकर बालक छात्रावास तक लगभग 1.009 हेक्टेयर भूमि अंकित है। इसमें शासकीय हाईस्कूल बालक .202 हेक्टेयर रकबे पर परिसर की बाउंड्रीबॉल बनकर जमीन पर काबिज है। इसके अलावा स्कूल के दोनों छोर पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा रखा है।
एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी ने बताया कि हमने अतिक्रमणकारियों ो भूमि खाली करा कर निर्माण के लिए विभाग को सौंप दिया था। कोई परेशानी हो तो थाने में रिर्पोट दर्ज करायें।
कार्यपालन यंत्री पीआईयू शारदा सिंह ने बताया कि जब हम कार्य के लिए गये तो लोगो ने काम नही होने दिया जिसकी जानकारी कलेक्टर को देदी गई है। हम पुलिस में  शिकायत दर्ज करा रहे है।


पान खाने को लेकर विवाद पर हुई मारपीट,घायल युवक की इलाज के दौरान मौत,भड़के लोगो ने लगाया जाम

1 लाख की सहायता एवं जांच के बाद पुलिसकर्मियों के निलंबन का मिला आश्वासन   अनूपपुर। जिले के कोतमा थाना में पान मांगने को लेकर हुए विवाद में ए...