अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्री य जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में आदिवासी छात्रों के शिक्षा, नौकरी व उनके हितों सहित 11 सुत्रीय मांगों को लेकर आदिवासी छात्र संगठन, जयस संगठन, सर्वआदिवासी समाज का संयुक्त् रूप से जन आन्दोलन 04 दिसंबर विश्वविद्यालय के मुख्ये द्वार पर शांति पूर्ण धरना प्रर्दशन करते हुए घेराव करते हुए मांगों को पूर्ण करने तक बैठे रहने की चेतवनी दी हैं। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन समझौते के प्रयास में जुटा हैं। इस दौरान पुलिस चौकस हैं। शाम 6 बजे तक धराना जारी हैं। विश्वविद्यालय प्रशान नही दे रहा जबाब।
संगठनों ने अपने मांग पत्र में कहा हैं कि वर्तमान में चल रही शैक्षणिक और गैरशैक्षणिक भर्ती प्रक्रिया पर रोंक लगाते हुये उच्चस्तरीय जाँच कर अतिशीघ्र दोषियों पर कार्यवाही की जाय और जिन लोगों का नाम सोसल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से प्रचारित है ऐसे अभ्यर्थियों की भर्ती प्रकिया पर विशेष जांच की जाय। विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु जिन कृषकों की भूमियां अधिगृहीत की गई थी, उन्हें मुआवजा व उनके परिवार के सदस्यों को नौकरी का लाभ दिया जाय। विशेष पिछड़ी जनजातियों बैगा, भरिया, सहरिया के लिये विशेष कोटे का प्रावधान किया जाय ताकि इनको उच्च शिक्षा व रोजगार के अवसर मिल सकें। आदिवासी छात्र/छात्राओं को शिक्षा एवं नौकरी में 50: आरक्षण का प्रावधान किया जाय। कार्य परिषद की बैठकों की कार्यवृत्ति (मिनट्स) एवं रोस्टर रजिस्टर को विश्वविद्यालय की बेवसाईट पर अपलोड किया जाय। प्रवेश परीक्षा को सीयूईटी से बाहर रख अपने स्तर पर परीक्षा का आयोजन हो ताकि क्षेत्रीय विद्यार्थियों को प्रवेश का अधिक अवसर मिल सके। पीएडी प्रवेश परीक्षा (आरईटी) अतिशीघ्र सम्पन्न कराई जाय। सुरक्षा और मेनपावर सर्विसेस में काम कर रहे लोगों का प्रतिदिन की उपस्थिति और कंपनी व्दारा भुगतान हेतु विश्वविद्यालय में जमा की गई उपस्थिति पंजी का सत्यापित प्रतिलिपि प्रदान की जाय, तथा किसे पहली बार कब कान्ट्रैक्ट दिया गया और कब-कब किस आधार पर कान्ट्रैक्ट को नवीनीकरण किया गया, उसकी सत्यापित प्रतिलिपि प्रदान किया जाय। पिछले पांच साल में एलबीआई का मेस किस आधार पर चलाया जा रहा है तथा एलबाईआई भारत सरकार किस प्रोजेक्ट व्दारा संचालित है और किस काम के लिये दिया गया था, एवं फूड (है।) लायसेंस की कॉपी दी जाय एवं किस खाते में पैसा जमा किया जा रहा है आय-व्यय का विवरण दें। पहले से निर्मित नालियों को तोड़कर फिर से निर्माण किये जाने में कितनी राशि व्यय की गई तथा उन्हें बनाने की क्या आवश्यकता थी, इन पर खर्च के विवरण की जानकारी उपलब्ध कराने,विश्वविद्यालय द्वारा रूपये 2 करोड़ से अधिक की राशि व्यय करके 200 से अधिक कम्प्यूटर खरीदे गये इसके बावजूद भी सीयूईटी परीक्षा एवं गैर शैक्षणिक भर्ती प्रक्रिया परिसर में क्यों नहीं कराई गई, कारण बतायें।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन देते हुए कहा है कि मांगों पर विचार कर पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
जनसंपर्क अधिकारी रजनीश त्रिपाठी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक
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