सर्व सेवा संघ का 91वां राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन
अनूपपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला करते हुए प्रसिद्ध लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने कहा कि गांधीवादी संस्थाओं सुनियोजित आक्रमण हो रहा है। गांधीवादी संस्था को एक के बाद एक ध्वस्त किया जा रहा हैं या अपने कब्जे में लिया जा रहा है। बापू की बनाई व स्थापित गुजरात विद्यापीठ में बापू के हत्या करवाने में जिस पक्ष का सहभाग था जिसकी प्रेरणा से बापू की हत्या की गई उस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बापू की संस्थानों की हत्या करने में लगी है। गांधी, विनोबा, अंबेडकर, जय प्रकाश व कई लोगों में उस समय आज़ादी की लड़ाई में अपने को लगाया, इन्हें भूल जाए तो हर्ज़ नहीं पर अपने अधिकार और देश दुनिया को हमे आगे आना होगा। रविवार को अनूपपुर में सर्व सेवा संघ का 91वां राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन अवसर पर कहीं।
उन्होंने कहाँ कि सरकार द्वारा धीरे - धीरे अधिकारों को ख़त्म करने की रणनीति चलाई जा रही है और एक तरफ़ संविधान को बचाने की बात हो रही है अगर अधिकार ही न रह जाएगा तो संविधान के कवर रहेंगे और अंदर सब कोरा बचेगा। जैसे वर्तमान में भी संविधान संविधान चिल्ला रहे है पर उसके मूल्यों पर चर्चा ही नहीं हो रही है। सर्व सेवा संघ को बहुत ही निष्ठावान लोगों ने बनाया है और हम इसे आगे बढ़ा रहे है। सफलता की मैं बहुत उत्सुक था कि यहां आऊ और इस सम्मेलन में शामिल हो। आजादी की लड़ाई सफलता से लड़ने वाले लोगों ने बापू की हत्या के बाद बापू की स्मृति और बापू के संदेश को जीवंत रखने के लिए यह संस्था का निर्माण किया था और आज के वक्त जब बापू और उनकी नीति पर लगातार हमले किए जाते हैं लगातार उनके बारे में दुष्प्रचार किया जाता तो हमारी जिम्मेदारी ज़्यादा हो जाती है। भारत में जहाँ विषमता व वैमनस्य है वहाँ काम करना विवशता है। कहीं हमला हो रहा होता है कहीं बलात्कार हो रहा होता है लेकिन हम वीडियो बनाते है और देखते है ग़लत के ख़िलाफ़ बोलने वालों की संख्या कम हो रही है हम कैसा समाज बना रहे है।
भास्कर राव रोकडे ने कहा कि हमारी जंगल ज़मीन और जल पर लगातार निजी कंपनियाँ क़ब्ज़ा कर रही है और सरकारें उनका सपोर्ट कर रही है। हमे सामूहिकता में आ कर समाज को महात्मा गांधी के रास्ते बनाने में लगना होगा। सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन पाल ने कहा कि अहिंसक समाज के निर्माण व विकास की दिशा आचार्य विनोबा भावे के प्रेरक नेतृत्व में भूदान, ग्रामदान और ग्रामस्वराज्य का अभूतपूर्व ऐतिहासिक किया गया और हम लगातार समाज निर्माण में लगे हुए है, देश और दुनिया में शांति हो और शांति के लिए हम लगे रहेंगे।
कार्यक्रम के पूर्व तुषार गांधी के नेतृत्व में शांति रैली निकाली गई जिसमे शांति और अहिंसा के नारे लगाये गये। इस दौरान स्टेशन चौराहे में तुषार गांधी ने संबोधित करते हुए सभी का प्यार और सम्मान देने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि अनूपपुर की जानता जाति, धर्म, नस्ल के नाम से नहीं बटेगी और न हिंसा करने वालों के साथ रहेगी ऐसे उम्मीद करता हूँ।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से शेख़ हुसैन मुंबई, गौरांग महापत्रा उड़ीसा, अरविंद अंजुम, अरविंद कुसवाहा, अभिनाश काकडे, पूर्व अध्यक्ष सुगन बारठ, सोमनाथ रोड, उड़ीसा अध्यक्ष मिहिर प्रताप, अशोक भारत, डॉ विश्वजीत, प्रशांत, जाग्रति राही, दयाराम नामदेव, संतोष कुमार द्विबेदी, भूपेन्द्र त्रिपाठी, शिवकान्त, संपत, विनय, झारझण्ड संयोजक शंकर रणाजी, महाराष्ट्र संयोजक रमेश दाणे, उत्तर प्रदेश संयोजक रामधिराज, आंध्रप्रदेश राम बाबू, बिहार संयोजक सत्यनारायण, तेलंगाना गिरीप्रसाद, गुजरात संयोजक, हरियाणा संयोजक व सर्वोदय कार्यकर्ता, लोक सेवक एवं पदाधिकारी 22 राज्यों से शामिल हुए है। संचालन संयोजक भूपेश भूषण द्वारा किया गया।
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