एक स्टेशन के चक्कर में हजारो यात्री हो रहे परेशान
अनूपपुर। एक स्टेशन के कार्य के चलते दर्जनों स्टेशन के यात्रियों को
सुविधा से वंचित करना यह कैसा न्याय हो सकता। और वह भी अंतिम स्टेशन में जब कार्य
चल रहा हो। अंबिकापुर से जबलपुर चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस को २८ अगस्त तक
इसलिए निरस्त कर दिया गया है कि पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर यार्ड का आधुनिकीकरण
का कार्य,नान इंटरलॉङ्क्षकग का
कार्य २९ जुलाई से २७ अगस्त तक किया गया है। जिससे इस मार्ग में चलने वाली गाडि़यों को प्रभावित है। जिसमें गाड़ी ११२६६
अंबिकापुर जबलपुर एक्सप्रेस एवं ११२६५ जबलपुर अंबिकापुर इंटरसिटी प्रमुख है। इसके
अलावा जबलपुर संतरागाछी एवं संतरागाछी जबलपुर ट्रेन भी निरस्त की गई है। जिससे
यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। एक स्टेशन के कार्य के चलते
दर्जनों स्टेशन के यात्रियों को सुविधा से वंचित करना उचित नहीं कहा जा सकता।
लेकिन रेलवे अपनी मनमानी ही चलाता है उसे यात्रियों से कोई लेना देना नहीं। जबकि
देखा जा रहा है कि माल गाडि़यां धड़ल्ले से चल रही हैं,इसके लिए रेलवे को कोई परेशानी नहीं है। जागरूक लोग एक
जनहित याचिका उच्च न्यायालय जबलपुर में दर्ज करा बिलासपुर जोन के साथ ही जबलपुर
जोन से जानकारी लें कि यात्रियों ट्रेनें आए दिन क्यों निरस्त की जाती है। जबकि
माल गाडि़यां यथावत चलती रहती हैं। कटनी मुड़वारा से चिरमिरी जाने वाली शटल ट्रेन
मंगलवार एवं शुक्रवार को चिरमिरी नहीं जाती वहीं बुधवार एवं शनिवार को चिरमिरी से
कटनी मुड़वारा नहीं जाती। वहीं बुधवार एवं शनिवार को बिलासपुर कटनी मेमू शहडोल में
निरस्त कर दी जाती है,चिरमिरी से
चंदिया जाने वाली ट्रेन को भी शहडोल में निरस्त कर दिया जाता है साथ ही अंबिकापुर
से शहडोल चलने वाली ट्रेन को अनूपपुर में निरस्त कर दिया जाता है। जबकि इस ट्रैक
पर कोई कार्य नहीं चल रहा होता और माल गाडि़यां धड़ल्ले से तेजी के साथ पटरियों पर
दौड़ लगाती हैं रेलवे इन्हें निरस्त नहीं करता। रेलवे की दोहरी मानसिकता के खिलाफ
आवश्यक है कि उच्च न्यायालय तक दरवाजा खटखटाया जाए तो निश्चित ही यात्री ट्रेनों
को आए दिन निरस्त करने का रेलवे का सिलसिला बंद हो जाएगा। एक बार यात्रियों को
अपनी सुविधा बहाल कराने के लिए मैदान में आना होगा।
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