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रविवार, 15 जुलाई 2018

जुआं खेलते 4 जुआरी एवं एक सटोरिया गिरफ्तार

अनूपपुर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लगातार जुआं खेलने की शिकायत के बाद 14 जुलाई को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दबिश देते हुए 4 जुआरी को 1040 रूपए नगद जब्त करते हुए गिरफ्तार कर जुआं एक्ट के तहत कार्यवाही की, कोतवाली निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि गोविंदम् होटल के पीछे तालाब के मेढ में जुआ खेले जाने की सूचना मिली थी, जहां मौके पर पुलिस टीम गठित कर भेजा गया, जहां जुआ खेलते चार आरोपी रमेश चौधरी, मिन्टू गुप्ता, कौशल राठौर, धन्नू कोल को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 1040 रूपए जब्त कर जुआं एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। वहीं 13 जुलाई को सहायक उप निरीक्षक मंगला दुबे द्वारा सट्टा पट्टी काटे जाने की सूचना पर सोनू उर्फ सुनील पिता विष्णु शर्मा निवासी चेतना नगर को रंगे हाथो सट्टा पट्टी काटते 1350 रूपए नगद के साथ गिरफ्तार किया जाकर सट्टा एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। 
फल दुकान में सट्टा पट्टी काटते २ पर मामला दर्ज

कोतमा। कोतमा थाना अंतर्गत नगर के हनुमान मंदिर तिराहे के पास संचालित फल दुकान की आड मे सट्टा खिलाए जाने की सूचना पर पुलिस ने १४ जुलाई को संतोष यादव निवासी लहसुई गांव वार्ड क्रमांक १५ को सट्टा पट्टी काटते ११०० रूपए नगद के साथ गिरफ्तार किया गया। जहां पूछताछ पर उसने रमेशन चौधरी के लिए सट्टा पट्टी काटना बताया, जिस पर पुलिस ने दोनो आरोपियो के खिलाफ ४ क जुआ एक्ट एवं १०९ के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 

बेचने के लिए रखे ५४ लीटर अवैध शराब जब्त, आबकारी विभाग ने की कार्यवाही

अनूपपुर। जिला मुख्यालय में लगातार अवैध शराब की बिक्री की लगातार शिकायत के बाद मुखबिर की सूचना पर आबकारी विभाग ने १४ जुलाई को पटौरा टोला से अवैध रूप से बचने के लिए रखे ५३.९२५ लीटर अंग्रेजी शराब को जब्त करते हुए आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की है। जानकारी को अनुसार आबकारी अधिकारी ताराचंद्र धुर्वे के निर्देशन पर सहायक जिला आबकारी अधिकारी ए.एच.कुरैशी ने पटौरा टोला निवासी गुड्डू श्रीवास्तव के घर में रखे ५३.९२५ लीटर अंग्रेजी शराब जब्त करते हुए आबकारी अधिनियम १९१५ की धारा ३४ (१) क, (२) का के तहत मामला पंजीबद्घ किया है। वहीं इस कार्यवाही में उप निरीक्षक के.के.उइके एवं आरक्षक शिव प्रकाश पांडेय, अरविंद द्विवेदी का सहयोग सराहनीय रहा।

प्रसाद का निरादर सिंधिया की अशोभनीय हरकत -- मनोज द्विवेदी

कांग्रेस का असली चेहरा हुआ उजागर
चुभती बात-- मनोज द्विवेदी
अनूपपुर।
एक समर्थक भक्त द्वारा प्रसाद स्वरुप दिये गये नारियल को कार्यकर्ताओं की निगाह के सामने ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गाडी से बाहर फेंक कर कांग्रेस का असली चरित्र उजागर कर दिया है। यह महज संयोग नही कि इस घटना से कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का यह बयान सार्वजनिक हुआ था कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। तो क्या यह राहुल ऒर ज्योतिरादित्य मे आपसी जोर आजमाईश का दॊर चल रहा है या सिंधिया की अपने आलाकमान को खुश करने की चाटुकार कोशिश या मन मे छिपे अंधविश्वास का भय।कारण जो हो टायलेट काण्ड के बाद ठीक चुनाव के पहले सिंधिया डिफ्यूज नारियल बम के शिकार हो गये हैं। यह उन्हे व कांग्रेस को बहुत भारी पडने वाला है। अब कांग्रेस इस पर लाख सफाई दे, विंध्य -- महाकॊशल की धर्म परायण जनता इसे हिन्दू धर्म का ,अपने देवी देवताओं का अपमान मान रही है।
* दो दिन पहले सिंधिया कार्यकर्ताओं से मिलने ,जिलेवार बैठक लेने शहडोल आए थे। यहाँ उन्होंने लोगों कॊ संबोधित किया,कुछ पत्रकारों से मुखातिब हुए।लेकिन तय योजना से परे , जिलेवार बिना कार्यकर्ताओं-- पदाधिकारियो की बैठक लिये रीवा चले गये। इससे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं मे ही अन्दरखाने काफी नाराजगी देखी गयी। सिंधिया में आज भी लोगों को राजाशाही हनक देखने को मिलती है। न वे पदाधिकारियो - कार्यकर्ताओं से मिलते जुलते सहज रहते हैं न आम आदमी की रुचि,उनकी समस्याओं से कोई लेना देना है।
* रीवा से पन्ना जाते हुए मार्ग मे किसी उत्साही कार्यकर्ता ने सिंधिया को प्रसाद स्वरूप किसी मन्दिर मे चढा सिंदूर लगा नारियल दिया। अनमने सिंधिया न तो गाडी से उतरे , न ही उन्होने मन्दिर के प्रसाद का सम्मान किया। वायरल हो रहे विडियो मे स्पष्ट देखा जा सकता है कि जैसे ही उनका वाहन आगे रेंगा ,सिंधिया ने स्थानीय कार्यकर्ताओं के मुंह पर ही प्रसाद गाडी से बाहर फेंक दिया। एक सुरक्षा कर्मी ने अपने दोनों पैरों के बीच नारियल छुपाने की कोशिश की। पार्टी कार्यकर्ता व स्थानीय लोग सिंधिया का यह आचरण देख कर हतप्रभ रह गये। मन्दिर के प्रसाद के खुले अपमान से विंध्य -- महाकॊशल प्रान्त के लोगों मे व्यापक नाराजगी देखी जा रही है।
* टायलेट काण्ड से चर्चा मे आये थे सिंधिया । शहडोल उपचुनाव के दॊरान सिंधिया जी उमरिया प्रवास के दॊरान तब सुर्खियों मे आए थे जब रात्रि विश्राम उन्होने एक जनजातीय समाज के ग्रामीण के घर किया था। तब सिंधिया की सुविधा के लिये गरीब के घर आनन फानन बने शौचालय की सीट ,उनके जाते ही कांग्रेस कार्यकर्ता उखाड ले गये थे। इस घटना से सिंधिया की बडी किरकिरी हुई थी।वह चुनाव कांग्रेस हार गयी थी।
* अब नारियल काण्ड से कांग्रेस की जो भद्द पिट रही है,इससे उबरना आसान नही होगा। लोग इसे पार्टी की आपसी खींचतान, सामंतवादी सोच व अन्धविश्वासी आचरण से जोडकर देख रहे हैं। दर असल अब माना यह जा रहा है कि गुजरात चुनाव मे जनेऊ, मन्दिर,तिलक का आडंबर कर राहुल ने स्वयं को हिन्दू वादी चेहरे के रुप मे स्थापित करने की जो कोशिश की,कर्नाटक पहुंचते पहुंचते उसका मुलम्मा उतरने लगा था। उसे मुस्लिम वोट बैंक की चिंता सताने लगी । अब कभी कांग्रेस के नेता हिन्दू पाकिस्तान का भय दिखलाते हैं , तो कभी राहुल स्वत: मुसलिम नेताओं से गोपनीय बैठक कर कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी बतलाकर उनकी दशा पर चिंता जाहिर करते हैं। अब सिंधिया द्वारा मन्दिर के प्रसाद का खुला अपमान हिन्दू भावनाओं को चोट पहुंचाने से अधिक कुछ नहीं । या तो आप प्रसाद स्वीकार करते नहीं, यदि ले ही लिया -- आपको तंत्र मंत्र की आशंका थी या सुरक्षा से जुडा कोई मामला था तो उसे कार्यकर्ताओं मे ही बांट देते। यूं ऐसे प्रसाद का निरादर नही करना चाहिये।इससे यह जाहिर होता है कि कांग्रेस के नेताओं को जन भावनाओं की कोई कद्र है ही नहीं । आज भी वह राजा - महाराजा, श्रीमंत,कुंवर साहब के राजशाही युग मे जी रहे हैं।

शनिवार, 14 जुलाई 2018

लोक अदालत की 10 खंडपीठों में 43 लाख 56 हजार की राशि का हुआ अवार्ड



अनूपपुर 'मानव-मानव के बीच बढ़ती दूरी ही विवाद का कारण बनती है। जिसके कारण न्यायालयों में प्रकरणों की संख्या बढ़ती है तथा पक्षकारों को न्याय मिलने में देरी होती है। पूरे देश में लोक अदालतों की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। लोक अदालतें जन आंदोलन का स्वरूप ले रही है। जिसके कारण न्यायालयों में प्रकरणों की संख्या बढ़ती है तथा पक्षकारों को न्याय मिलने में देरी होती है। न्यायालयों में लंबित प्रकरणों के कारण पक्षकारों का मानव श्रम बेकार होता है। जिसका दुष्प्रभाव परिवार, समाज एवं देश के विकास पर परिलक्षित होता है। रिश्तों की मधुरता को संरक्षित कर न्याय दिलाने का कार्य कर रही है लोक अदालत। यह बात जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि कुमार नायक ने शनिवार 14 जुलाई को जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर अनूपपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत के शुभारंभ के दौरान कही। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि कुमार नायक, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जीएस नेताम, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश महेश कुमार सैनी, वारीन्द्र कुमार तिवारी, मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट राजेश सिंह, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 ज्योति राजपूत, जिला विधिक सहायक अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे, न्यायालय अधीक्षक काम सिंह राणा, उपाधीक्षक जीतेन्द्र कुमार मिश्रा, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, अधिवक्तागण, पक्षकार मौजूद रहे। बताया जाता है कि जिला न्यायालय अनूपपुर एवं तहसील न्यायालय कोतमा व राजेन्द्रग्राम में कुल 10 खंडपीठों का गठन किया गया था। जिसमें शमनीय प्रकरण, चेक अनादरण प्रकरण, बैंक वसूली प्रकरण, मोटर दुर्घटना प्रकरण, वैवाहिक प्रकरण, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, सिविल प्रकरण एवं बिजली व पानी के बिल से संबंधित प्रकरणों का निराकरण किया गया। अनूपपुर, तहसील कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम में लंबित प्रकरणों मे से 912 प्रकरणों को लोक अदालत मे रेफर किए गए। जिनमें से कुल 125 प्रकरणों का निराकरण हुआ। इनमें 331 व्यक्तियों को लाभांवित किया गया। इसमें कुल 4797828 रूपए अवार्ड प्राप्त हुए। जबकि प्रीलिटिगेशन के 1289 प्रकरण लोक अदालत में प्रस्तुत हुए जिनमें से 27 प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से हुआ। आयोजित लोक अदालत में कुल अवार्ड राशि 43566654 हुई।

शराब दुकान के विरोध में महिलाओं ने दुकान में घुस फेंकी शराब की पेटियां



दुकान संचालन के लिए ठेकेदार को भाजपा नेता ने अपना मकान दिया किराए से
राजेन्द्रग्राम राजेन्द्रग्राम मुख्यालय में संचालित अंग्रेजी शराब को टैक्सी स्टैण्ड के लिए आवंटित भूमि से हटाने के लिए एसडीएम ने शराब ठेकेदार को दिया था। जहां 13 जुलाई को ठेकेदार द्वारा टैक्सी स्टैण्ड से दुकान को हटाते हुए वार्ड क्रमांक 15 में संचालित किया गया, जहां वार्ड की महिलाओं ने 14 जुलाई को वार्ड से शराब दुकान हटाए जाने की मांग को लेकर दुकान में रखे शराब की पेटियों को फेंकते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
यह है मामला
जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत किरगी में संचालित अंगेजी व देशी शराब की दुकान का संचालन बस स्टैण्ड राजेन्द्रग्राम के पीछे व कन्या छत्रवास के बगल में किया गया था, जहां कन्या छात्रावास के बगल में संचालित शराब दुकान को हटाए जाने की ग्रामीणो ने लगातार मांग की गई। जिसके बाद पुष्पराजगढ़ एसडीएम बाला गुरू के द्वारा शराब ठेकेदार को नोटिस देते हुए दुकान हटाए जाने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेंटम दिया था। जहां 13 जुलाई को ठेकेदार द्वारा बस स्टैण्ड से दुकान हटा वार्ड क्रमांक 15 में स्थानांतरित किया गया, जहां वार्ड की महिलाओं ने अपने वार्ड से दुकान हटाए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन की।
भाजपा नेता ने अपना मकान दिया किराए से
एक तरफ प्रदेश शासन द्वारा नशा मुक्ति का पाठ पढ़ा लोगो को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर राजेन्द्रग्राम मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 15 लोक सेवा केन्द्र के पीछे भाजपा अनुसूजित जनजाति मोर्चा राजेन्द्रग्राम के मंडल अध्यक्ष प्रमोद सिंह मरावी ने अपने ही मकान को शराब दुकान के संचालन के लिए ठेकेदार को किराए से दे दी। वहीं वार्ड में दुकान खुलने से नाराज महिलाओं ने दुकान का विरोध किया।
महिलाओ ने शराब दुकान का किया विरोध
पुष्पराजगढ़ एसडीएम के नोटिस का बाद शराब ठेकेदार ने बस स्टैण्ड के पीछे कन्या छात्रावास से दुकान हटा वार्ड क्रमांक 15 में ले जाया गया, जहां महिलाओ ने अपने घरों के आसपास शराब की दुकान खोले जाने की विरोध किया गया तथा भाजपा नेता व शराब ठेकेदार द्वारा नही मानने पर महिलाओं ने शराब की पेटियों को दुकान से बाहर फेंक दिया। वहीं महिलाओं के विरोध की सूचना राजेन्द्रग्राम पुलिस को दी गई, जहां मौके

पर पहुंची पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया।
शराब ठेकेदार असमंजस्य में
वर्ष 2017-18 में तत्कालीक एसडीएम मिलिन्द्र नागदेवे ने शराब ठेकेदार को बस स्टैण्ड के पीछे टैक्सी स्टैण्ड के लिए आवंटित खाली पड़ी भूमि पर दुकान संचालन किए जाने की बात कही जिस पर ग्राम पंचायत किरगी के सरपंच एवं सचिव सहित सभी सदस्यो ने अपनी सहमति जताते हुए प्रस्ताव पारित कर शराब दुकान संचालन कराने की अनुमति दी, जहां शराब ठेकेदार ने खाली पडी भूमि पर अपनी लागत से दुकान निर्माण कर दुकान का संचालन किया तथा प्रत्येक माह ग्राम पंचायत को किराए की राशि भी अदा की, जिसके बाद वर्ष 2018-19 में पुन: इसी ठेकेदार को दुकान आवंटित हुई जिस पर ग्राम पंचायत से दुकान संचालन कर पुन: ठेकेदार ने अनुमति ली। जिसके बाद पुष्पराजगढ़ एसडीएम ने ठेकेदार को दुकान हटाने का नोटिस दे 7 दिवस का अल्टीमेंटम दिया। जिसके बाद ठेकेदार ने अन्यंत्र दुकान का स्थानांतरण वार्ड क्रमांक 15 में किया जहां महिलाओं ने जमकर विरोध किया, जिस पर अब ठेकेदार दुकान संचालन के लिए असमंजस्य में है।

अपहरण कर ज्यादती के मामले में आरोपियों को प्राकृतिक जीवन एवं आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा



अनूपपुर स्वास्थ्य उपचार के लिए स्वास्थ्य केन्द्र जा रही दो सगी बहनों को एक महिला और एक पुरूष द्वारा बहला फुसला कर अपहरण करने तथा बाद में अन्य के पास बेच देने व अन्य के द्वारा लगातार ज्यादती करने के मामले में विशेष न्यायाधीश अनूपपुर वारीन्द्र तिवारी ने 13 जुलाई को विशेष प्रकरण में आरोपीगणों मोहन उर्फ  मनोज सेन, ललिता बाई, नेत्रपाल सिंह, मुकेश चंद्र, पोपेन्द्र कश्यप सभी पांचों को धारा 363, 366 (क)370,376 2 (एन),120 उप 3(2)(वी) एससएसटी एक्ट के तहत मुख्य आरोपी पोपेन्द्र कश्यप को शेष प्राकृतिक  जीवन कारावास एवं 20 हजार अर्थदंड की सजा एवं शेष सभी आरोपीगणों को आजीवन कारावास व 10-10 हजार रूपए की अर्थदंड की सजा सुनाई है। विशेष लोक अभियोजक दुर्गेन्द्र सिंह भदौरिया के अनुसार दोनों नाबालिक सगी बहने इलाज कराने भेजरी अस्पताल जा रही थी। जहां आरोपी मोहन उर्फ मनोज सेन एवं ललिता बाई ने बहला फुसला कर अलीगढ़ में बड़ी बहन को बेच दिया। जबकि छोटी को अपने पास रखा। इस दौरान बड़ी के साथ लगातार ज्यादती हुई। पीडि़ता के मोबाईल लोकेशन पर पुलिस ने मनोज सेन तथा उसकी पत्नी ललिता को दस्तयाब किया था, जिसके बाद दोनों बहनों को खोज निकाला गया था। किशोरी को 48 हजार रूपए में बेचा गया था।

प्राइवेट स्कूलो में किताबे खरीदने के नाम पर मची लूट



मामला कोयलांचल नगरी बिजुरी में संचालित विद्यालयो का
बिजुरी। नए शिक्षा सत्र के प्रारंभ होते ही अधिकतर विद्यालयो में जहां छात्रो का प्रवेश हो रहा है, वहीं विद्यालय प्रबंधन द्वारा अभिभावकों को किताब कॉपियो की लिस्ट थमा बकायदे दुकान का नाम देते हुए वहीं से किताबे एवं अन्य स्कूली सामग्रियां खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है। जहां अभिभावक अपने बच्चो को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की लालच में स्कूल प्रबंधन का बिना विरोध किए दुकानो से किताबे खरीदने को मजबूर है। जहां दुकानदार द्वारा भी किताब-कॉपियों के नाम पर अभिभावको को लुट रहे है। एक तरफ प्रदेश शासन द्वारा आदेश जारी कर सभी विद्यालयो में एनसीईआरटी की किताबें पढाए जाने की बात कही जिस पर अधिकतर विद्यालयो द्वारा निजी पब्लिकेशन की किताबें पढाए जाने की बात कह 200 से लेकर 500 रूपए तक की प्रति संकाय की किताब एवं कॉपियां बच्चों के लिए खरीदने के लिए अभिभावको को स्कूल प्रबंधन द्वारा बाध्य किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार स्कूल प्रबंधन द्वारा कॉपी-किताब खरदीने के लिए जिस दुकान का नाम बताया जाता है वह दुकानदार बकायदा विद्यालय प्रबंधन को किताबे व कॉपी बिकने पर 5 प्रतिशत देता है। वहीं शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावको को लूटे जाने की शिकायत के बाद भी अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे है।

2.29 करोड के गवन के मामलें में उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता की अग्रिम जमानत खारिज

अनूपपुर। विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम पंकज जैसवाल की न्यायालय ने कृषि विभाग में हुए 02 करोड 29 लाख के गवन के मामलें में उपसंचाल...