विधानसभा की सक्रियता ना तो राजनीतिक दलों में देखी और ना ही
कार्यकर्ताओं में
अनूपपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विधानसभा क्षेत्र में
कम मतदान होने पर विधायकों को मंत्री पद से हटाए जाने को लेकर दिए गए बयान के बाद अनूपपुर
जिले के मंत्री दिलीप जयसवाल की नींद उड़ गई है। मंत्री के क्षेत्र की विधानसभा और
लोकसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत में काफी अंतर है। केंद्रीय मंत्री शाह द्वारा कहा
गया है कि जिन मंत्रियों के क्षेत्र में मतदान कम होगा उन्हें मंत्री पद से हटाया
जाएगा। शहडोल लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को लोकसभा सदस्य के लिए मतदान किया गया जिसमें पूरे लोकसभा
क्षेत्र में 2019 से इस बार 10% मतदान कम रहा। कुछ माह पूर्व में हुए विधानसभा
चुनाव में जहां मतदान में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नेताओं एवं प्रत्याशियों में
काफी ऊर्जा दिखाई पड़ी लेकिन इस बार हुए लोकसभा चुनाव में वह सक्रियता नजर नहीं आई
जिसका परिणाम रहा की काफी कम मात्रा में मतदान हुआ। वहीं मंत्री दिलीप जयसवाल के विधानसभा
क्षेत्र कोतमा में विधानसभा के मुकाबले लोकसभा में 14% कम हुआ।
पिछले लोकसभा निर्वाचन की अपेक्षा 10 प्रतिशत कम हुआ मतदान
2019 के लोकसभा निर्वाचन में शहडोल लोकसभा क्षेत्र में 74.58 प्रतिशत मतदान किया गया था। वही 2024 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 64.68 प्रतिशत ही मतदान हुआ, जो 10 प्रतिशत कम मतदान रहा।
जिसका राजनीतिक आंकलन यह रहा कि प्रत्याशियों सक्रियता में कमी देखी गई। जो एक दल का
उम्मीदवार अपने आप को जीता हुआ मान रहा था तो दूसरा हारा हुआ दोनों ने अपने प्रचार
को सीमित करते हुए दल के कार्यकर्ता
और नेताओं की पूछपरख न होने से सभी ने घरों में आराम किया। वहीं सत्ता दल के उम्मीदवार
अतिअत्मविश्वास भी रहा।
विधानसभावार मतदान का अंतर
2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में शहडोल लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत
जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र में 237135 मतदाताओं में 180216 मतदाताओं ने मतदान किया था जो की कुल मतदान का 76प्रतिशत रहा, जबकि 2024 में हुए लोकसभा
निर्वाचन में 258180 मतदाताओं में 180958 ने मतदान किया जोकि 70.09 प्रतिशत रहा। इसी तरह जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में 2019 में 232960 मतदाताओं में से 175800 ने मतदान किया जो की 75.46 प्रतिशत था, 2024 में जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 249218 मतदाताओं में से 170384 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका मतदान प्रतिशत 68.37 रहा। 2019 में हुए लोकसभा
चुनाव में कोतमा विधानसभा क्षेत्र में 150008 मतदाताओं में से 108218 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 72.14 था। 2024 में हुए निर्वाचन
में कोतमा विधानसभा क्षेत्र से 151979 मतदाताओं में 97460 ने मतदान किया है जिसका प्रतिशत 64.13 है। इसी तरह अनूपपुर विधानसभा में 2019 में 167782 मतदाताओं में से 124245 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.05 था, 2024 के लोकसभा
निर्वाचन में अनूपपुर विधानसभा के 180538 मतदाताओं में से 111241 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.17 रहा। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 189653 मतदाताओं में से 142027 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.89 था, 2024 में हुए लोकसभा
निर्वाचन में पुष्पराजगढ़ विधानसभा में 203077 मतदाताओं में से 133207 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 65.59 रहा। इसी तरह बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2019 में हुए लोकसभा निर्वाचन में 211732 मतदाताओं में 158 538 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसका प्रतिशत 74.88 था जबकि 2024 में हुए निर्वाचन
में 225539 मतदाताओं में से 145837 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 63.81 रहा। 2019 के लोकसभा
निर्वाचन में मानपुर विधानसभा क्षेत्र में 231044 मतदाताओं में 174621 मतदाताओं ने मतदान किया था। जिसका प्रतिशत 75.58 था, 2024 के निर्वाचन में
यहां 250166 मतदाताओं में से 156099 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.40 रहा। इसी तरह 2019 के लोकसभा निर्वाचन में इसी तरह 2019 के लोकसभा निर्वाचन में बड़वारा लोकसभा क्षेत्र में 235244 मतदाताओं में से 171108 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 72.74 था, 2024 में बड़वारा
लोकसभा निर्वाचन में 255488 मतदाताओं में 153320 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 60.01 रहा।
बाद मंत्री की कुर्सी खतरे में, विधानसभा से लोकसभा में 14% कम हुआ मतदान
कुछ महीने पहले विधानसभा के निर्वाचन में लोकसभा कम हुए मतदान का
प्रतिशत से राजनीतिक दलों में चिंता बढ़ाई हैं इसमें मंत्री दिलीप जयसवाल के विधानसभा
क्षेत्र कोतमा में विधानसभा की आपेक्षा लोकसभा में 14% कम मतदान होने से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद मंत्री
की कुर्सी खतरे में दिखाई दे रहीं हैं। लोकसभा निर्वाचन में राजनीतिक दलों के
प्रत्याशियों के साथ ही यहां से निर्वाचित हुए विधायक भी पूरे मन से यहां कार्य
नहीं कर पाए। जिसका परिणाम है कि विधानसभा निर्वाचन में जहां लोगों ने बंपर वोटिंग
की थी वहीं लोकसभा निर्वाचन में मतदान का यह प्रतिशत काफी नीचे चला गया। अनूपपुर
जिले में विधानसभा चुनाव में कोतमा विधानसभा जहां से मंत्री दिलीप जायसवाल हैं
वहां भी लोकसभा निर्वाचन में विधानसभा की अपेक्षा मतदान प्रतिशत में काफी कमी देखी
गई। जहां 150365 मतदाताओं में 117730 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था जिसका मतदान प्रतिशत
78.30 रहा, वही लोकसभा निर्वाचन में कोतमा विधानसभा क्षेत्र से 151979 मतदाताओं में 97460 ने मतदान किया है जिसका मतदान प्रतिशत 64.13 है। इसी तरह अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में 2023 में 178311 मतदाताओं में 138486 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 77.67 रहा जबकि 2024 लोकसभा चुनाव में 180538 मतदाताओं में से 112241 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 62.17 रहा। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र जहां से भाजपा तथा कांग्रेस दोनों ही दलों के प्रत्याशी है यहां भी लोकसभा
निर्वाचन में विधानसभा की अपेक्षा काफी कमी देखी गई। जहां लोकसभा निर्वाचन में 20377 मतदाताओं में 133207 मतदाताओं ने मतदान किया जिसका प्रतिशत 65.59 रहा जबकि 2023 विधानसभा निर्वाचन
के दौरान 200480 मतदाताओं में 160706 मतदाताओं ने यहां मतदान किया था जिसका प्रतिशत जिले में सर्वाधिक 80.16 प्रतिशत रहा।
शहडोल संसदीय क्षेत्र में 2024 में 64.68% मतदान जो वर्ष 2019 से
10% कम रहा। वहीं 2024 में महिलाओं का प्रतिशत पुरूषों के प्रतिशत से लगभग 1.5%
अधिक रहा। पुरूष मतदात 63.93%, महिला मतदाता 65.41% तथा अन्य अन्य 62.38% रहा। विधानसभा अनूपपुर
में 62.31%, कोतमा में 62.50%, जैतपुर में 67.50%, जयसिंहनगर में 70.07%, पुष्पराजगढ़ में 64.90%,बड़वारा में 60.01%, बांधवगढ़ में 61.50% एवं मानपुर विधानसभा में 60.10% मतदान हुआ
हैं।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह की दो टूक
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद कोतमा विधायक, मंत्री दिलीप जयसवाल जरूर चिंतित होंगे क्योंकि इनके क्षेत्र में
मतदान कम हुआ है। वहीं, पूर्व मंत्रियों को
जो कुछ अपेक्षाएं नजर आ रही थी, उन पर कम मतदान के कारण पानी फिर गया है। यदि समूचे संसदीय क्षेत्र
पर नजर डाली जाए तो कुछ हद तक जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र अन्य विधानसभा क्षेत्र
की तुलना में अच्छी स्थिति में नजर आ रहा है।