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मंगलवार, 11 जुलाई 2023

नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन ने सरकार पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप, आंदोलन की दी चेतावनी

अनूपपुर। उच्च स्तरीय वेतनमान देने,पुरानी पेंशन योजना लागू करने, वर्षों से लंबित पदोन्नति सहितअन्‍स मांगों पर सरकार की वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए मंगलवार को नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन ने जिला चिकित्सालय परिसर में प्रेसवार्ता की। जिसमें बताया कि न्यायालय द्वारा हस्तक्षेप के पश्चात संगठन के द्वारा आंदोलन वापस ले लिया गया तथा न्यायालय द्वारा शासन को समिति का गठन करने का निर्देश दिया गया था। जिस पर शासन के द्वारा कोई कार्यवाही अब तक नहीं की गई, जिससे आक्रोशित होकर नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन अनूपपुर 12 जुलाई को शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंप कर आंदोलन की शुरूआत होगी।

नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष नीना खेस ने बताया कि सरकार न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए आज तक समिति का गठन नहीं कर सकी। जिसके विरोध में नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन 12 जुलाई को शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपेंगे, जिसके पश्चात 19 जुलाई को 2 से 4 तक शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर 28 जुलाई को भोपाल में प्रशासन को स्मरण पत्र दिया जाएगा। इसके बावजूद मांगों पर निराकरण नहीं किया गया तो काम बंद करते हुए आंदोलन किया जाएगा। एसोसिएशन की प्रमुख मांगों में उच्च स्तरीय वेतनमान देने,पुरानी पेंशन योजना लागू करने, वर्षों से लंबित पदोन्नति को शुरू करते हुए नर्सेज की पदोन्नति करने और नर्स को डेजिग्नेशन प्रमोशन दिए जाने, शासकीय नर्सिंग कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को कलेक्ट्रेट दर् पर 18000 प्रतिमाह मानदेय दिए जाने की मांग की गई है।

पांच हाथियों ने 5 दिनों से गोबरी के जंगल में जमाया डेरा, दहशत में ग्रामीण छतों में सो कर बिता रहें रात

घर में हाथी देख हुई बेहोश हुई महिला, वन विभाग निगरानी तक सीमित

अनूपपुर। वन परीक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत ग्राम गोबरी के जंगल में बीते 5 दिनों से छत्तीसगढ़ से मप्र के अनूपपुर जिले में आए पांच दन्तैल हाथियों का समूह डेरा जमाए हुए हैं। जो दिन में जंगल में विश्राम करने बाद देर रात आस-पास के ग्रामों में प्रवेश कर घर,खेत-बाड़ी में तोड़फोड़ कर अनाज एवं फलों को अपना आहार बना रहे हैं। हाथियों के क्षेत्र में रहने से ग्रामीणों में दहशत में हैं। वहीं सोमवार-मंगलवार की रात हाथियों को घर के अंदर दरवाजा तोड़कर आते देख 45 वर्षीय महिला घबराकर बेहोश हो गई, जिसे परिजनों द्वारा इसकी जानकारी वन अधिकारी को दे जैतहरी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, मंगलवार की सुबह महिला के स्वास्थ्य में सुधार आ सका। हाथियों के निरंतर उपस्थिति के कारण अब ग्रामीण वन विभाग पर शिथिलता का आरोप लगा विभाग के निचले अधिकारियों कर्मचारियों से वाद-विवाद तक करने को उतारू हो गयें हैं।

जानकारी अनुसार जैतहरी वन परीक्षेत्र के गोबरी के जंगल में बीते 5 दिनों से छत्तीसगढ़ से अनूपपुर जिले में आए पांच दन्तैल हाथियों का समूह डेरा जमाए हुए हैं। जो दिन में जंगल में विश्राम करने बाद देर रात आस-पास के ग्रामों में प्रवेश कर घर,खेत-बाड़ी में तोड़फोड़ कर अनाज एवं फलों को अपना आहार बना रहे हैं। जिससे शाम होते ही ग्रामीण परिवार सहित पक्के मकानों की छतों में रात गुजारने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने हाथियों से निजात दिलाने को लेकर सीएम हेल्पलाइन के साथ वरिष्ठ अधिकारियों से इस समस्‍या से निराकरण की गुहार लगा रहें हैं। वहीं वन विभाग व पुलिस विभाग निरंतर 24 घंटे हाथियों के समूह पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने रात के समय पक्के घरों की छतो में रहने की अपील की जा रही है। वहीं गमीणों ने वनधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि रात में हाथियों के तांडव का सामना हम करते हैं और अधिकारी चैन की नींद ले रहें हैं। कोई हमारी समस्‍या पर ध्‍यान नहीं दे रहा हैं हमें अपने हाल में छोड रखा हैं।

हाथियों के समूह सोमवार को गोबरी बीट में पूरे दिन आराम करने के बाद देर रात होते ही जंगल से निकलकर गोबरी पगना मुख्य मार्ग को पार कर ठेगरहा गांव के गौठियान टोला में धनीराम सिंह, राम सजीवन सिंह,  नानबाबू सिंह के घरों एवं बाडियों में लगे फल एवं अनाजों को अपना आहार बनाया, इस बीच हाथियों ने पक्के घर के अंदर लोहे का दरवाजा तोड़कर आते देख 45 वर्षीय महिला सीताबाई पति हीरालाल सिंह घबराकर बेहोश हो गई, परिजनों ने इसकी जानकारी वन परीक्षेत्र अधिकारी जैतहरी विवेक मिश्रा, परिक्षेत्र सहायक वेंकटनगर रामसुरेश शर्मा एवं वन्यजीव संरक्षक शशिधर अग्रवाल को मिलने पर पूरी रात वन अमले के साथ हाथियों के विचरण पर गश्ती कर नजर बनाए हुए रहें। वहीं बेहोश महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतहरी में भर्ती कराया जहां उपचार दौरान महिला स्वस्थ हो सकी। हाथियों के आने के डर से गत 5 दिनों से क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में है। जिससे शाम होते ही अपने परिवार के सदस्यों को पक्के मकानों की छत में रात बिताने को मजबूर हैं। ग्रामीणों द्वारा हाथियों के समूह को क्षेत्र से बाहर ले जाने की बात को लेकर वन विभाग की रेंज स्तर के अधिकारी कर्मचारियों के मध्य वाद-विवाद तक करने को तैयार हो रहें हैं। हाथियों ने पूरी रात ग्रामों में ग्रामीणों के घरों एवं बाडियों में धावा बोलने से निर्मित हो रही परिस्थितियों के बाद भी जिला स्तर का कोई अधिकारी ग्रामीणों को समझाने ग्रामीणों के बीच नहीं पहुंच सकें हैं। रात में वन विभाग का स्थानीय अमला व पुलिस के कुछ लोग ग्रामीणों से बहस करने व उनकी नाराजगी को सहने को मजबूर हैं।

वनमंडलाधिकारी एसके प्रजापति ने बताया कि इस क्षेत्र में हाथियों के लिए भरपूर खाद्य सामग्री मिलती हैं जिससे बार-बार आ रहें। ग्रमीणों का गुस्‍सा जायज हैं हम प्रयास कर रहें हैं गत दिनों बांधवगढ़ के हाथी विशेषज्ञों को बुलाया गया था वह भी हाथ खडे कर दियें हैं। फिर भी हम लगातार निगरानी कर रहें हैं।

महिला की हत्या कर शव को छिपाने की आरोपी महिला को आजीवन कारावास

अनूपपुर। अपर सत्र न्यायाधीश पवन शंखवार राजेन्द्रग्राम की न्यायालय ने थाना करनपठार के अपराध की धारा 302, 307, 201, 324 भादवि की आरोपित 24 वर्षीय गनपतिया बाई पति विजय निवासी ग्राम कोहका को धारा 302 भादवि में आजीवन कारावास एवं 2000 रूपये अर्थदण्ड, धारा 307 भादवि में आजीवन कारावास एवं 2000 रूपये एवं धारा 201 भादवि में 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000 रूपये अर्थदण्ड का आदेश दिया हैं। कुल आरोपित को आजीवन कारावास एवं 5000 रूपये के अर्थदण्ड की सजा सुनाई हैं। पैरवी अपर लोक अभियोजक /सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी नारेन्द्रदास महरा ने की।

अपर लोक अभियोजक ने मंगलवार को बताया कि 19 फरवरी 2018 को थाना करनपठार में दूरभाष से ग्राम कोहका में मर्ग संबंधी सूचना प्राप्त हुई, जिसकी तस्दीक हेतु पुलिस घटना स्थल गनपतिया के घर में सूचनाकर्ता इन्द्रवती ने इस आशय की सूचना दी कि उसका लड़का लामू 16 फरवरी 2018 को राजेन्द्रग्राम बैंक पैसा निकलवाने गया था, जो वापस नहीं आया, तब वह 18 फरवरी 2018 को अपनी बुआ सनियाबाई के साथ जटंगा टोला गुनिया के पास विचरवाने गई थी और लौटकर वापस आ रही थी, तब गांव के पास कमलेशवती भागते हुये मिली, उसके चेहरे में बहुत चोट थी और चिल्ला रही थी कि गनपतिया उसे मार डालेगी। उसी समय गनपतिया, कमलेशवती को पीछे से मारने की लिये दौड़ी और बोल रही थी, तब जैसे उसकी सास को मारा डाला है, वैसे उसे भी मार डालेगी, उन लोगों ने बीच बचाव किया था। गांव के अज्जू जायसवाल ने 108 में फोन लगा जानकारी दी तब कमलेशवती को ईलाज हेतु राजेन्द्रग्राम ले गये। इसके बाद पुलिस ने सनियाबाई, मुकेश, अज्जू व गांव के अन्य लोग गनपतिया बाई के घर में जाकर देखा तो घर के आंगन में घसीटने व खून के निशान मिले और उक्त निशान के पीछे गये तो बाये तरफ खेत में रखा पैरा को हटाकर देखा तो भूरीबाई की शव खून से लथपथ पड़ा था। गनपतिया बाई ने भूरीबाई को जान से मार डाला तथा कमलेशवती को जान से मारने की नीयत से उस पर वार किया था। सूचना पर से थाना करनपठार में मर्ग कायम कर धारा 174 दं0प्र0सं0लेखबद्ध किया गया। समस्त विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां न्यायालय द्वारा अपराध प्रमाणित पाये जाने पर आरोपित को सजा सुनाई।

सोमवार, 10 जुलाई 2023

जनजाति कार्य विभाग के 12 प्राथमिक शिक्षक दो लिपिक एवं एक भृत्त का स्थानांतरित

अनूपपुर। प्रभारी मंत्री के अनुमोदन पश्चात सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग ने जिले के 12 प्राथमिक शिक्षकों दो लिपिक एवं एक भृत्त का स्थानांतरण आदेश जारी किया है।

स्थानांतरित शिक्षकों में शोभा सिंह शासकीय प्राथमिक विद्यालय पंचायतटोला से मझगवां, रमाकांत प्रजापति शासकीय माध्यमिक विद्यालय पयारी क्रमांक 1 से प्राथमिक विद्यालय कोड़ा, अमर सिंह मरावी पंचायतटोला से घोटईकला, लीलावती केवट छातापटपर से टिकुरी टोला, विनोद कुमार संत खुसुरगोड से सरईपतेरा, गणेश प्रसाद शुक्ला थानगांव से बैगाडबरा, भगवानदास बैगा बहुटाडाड़ से केरहाटोला, अनिरुद्ध गुप्ता मानिकपुर से अंजनी, नम्रता तिवारी पगना से देवरी अजाक, आशीष कुमार बैगा कपरिया से बरगिहाटोला, ज्योत्सना सिंह मार्को चिल्हियामार से पटना,थानेसर सिंह परस्ते सकोला से चोलना, सहायक ग्रेड 3 गुंजन सिंह धुर्वे अमदरी से विकास खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पराजगढ़,लालदास कोल पिपरिया से पसला एवं भृत्त राज कुमार सिंह भेजरी से बिलासपुर के लिए स्थानांतरित किया गया है।

कायाकल्प में जिला चिकित्सालय अनूपपुर प्रदेश में प्रथम, तीन स्वास्थ्य केंद्रों को भी मिले एक-एक लाख रुपयें

अनूपपुर। कायाकल्प कार्यक्रम में अनूपपुर जिला चिकित्सालय को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ जिसके तहत जिला चिकित्सालय को अवार्ड के रूप में 25 लाख रुपयें का पुरस्कार मिला। वहीं जिले के तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को एक-एक लाख रुपऐं मिले हैं।

सुविधाओं व कार्यप्रणालियों को लेकर हमेशा विवादों में रहने वाला जिला चिकित्सालय अनूपपुर अब बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश स्तर पर सुर्खियों में बन आई है। राष्ट्रीय स्तर की सर्वेक्षण टीम द्वारा की गई जांच निरीक्षण में जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं पर संतोष जाहिर करते हुए जांच रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग भोपाल भेजा गया था, जहां सूची में प्रदेश स्तर पर अनूपपुर जिला चिकित्सालय को राष्ट्रीय स्तर की सूची के लिए प्रस्तावित किया है। सर्वेक्षण टीम द्वारा जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के निरीक्षण बाद होने वाली कमियों को दूर करने दिशा-निर्देश दिया गया था। जिसे आज कायाकल्प में अनूपपुर जिला चिकित्सालय को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ हैं। जिसके तहत जिला चिकित्सालय को अवार्ड के रूप में 25 लाख रुपयें पुरस्कार के रूप में मिलेगा। इसके साथ ही साथ तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुनगा, जैतहरी को एक-एक लाख पुरस्कार एवं हेल्थ एंड बैलेंस सेंटर देवरी अमलाई को 1 लाख पुरस्कार के रूप में प्राप्त हुए हैं। अनूपपुर जिला चिकित्सालय को अवार्ड के रूप में 25 लाख रुपया तथा मध्य प्रदेश में प्रथम आने पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ द्वारा शुभकामनाएं प्रेषित की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार अवधिया ने इस सफलता का श्रेय अपने अधिकारी कर्मचारियों को देते हुए शुभकामनाएं दी। वहीं डीएचओ डॉ. आरपी सोनी ने शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उन्होंने कहा कि इस सफलता से विभाग के अधिकारी कर्मचारियों में हर्ष व्याप्त है।

कलेक्टर ने जिले 36 पटवारी को किया इघर से उधर


अनूपपुर। वर्षे से एक ही स्‍थान में जमें पटवारियों को कार्यालयीन कार्य व्यवस्था एवं प्रशासनिक दृष्टिकोण से जिले के 36 पटवारियों का सोमवार को कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने स्थानांतरण जिले के विभिन्न तहसीलों हेतु पदस्‍थ किया हैं।

जिसमे पटवारी देवा सिंह तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, शैलेन्द्र द्विवेदी तहसील अनूपपुर से तहसील पुष्पराजगढ़, अजय चन्द्रा तहसील अनूपपुर से तहसील पुष्पराजगढ़, पंकज कुमार मिश्रा तहसील पुष्पराजगढ़ से तहसील कोतमा, गजराज सिंह तहसील पुष्पराजगढ़ से तहसील अनूपपुर, भूपेन्द्र करायत तहसील पुष्पराजगढ़ से तहसील कोतमा, संजीव कुमार पटेल तहसील पुष्पराजगढ़ से तहसील कोतमा, दीपिका सिंह तहसील जैतहरी से तहसील पुष्पराजगढ़, पूजा सिंह तहसील पुष्पराजगढ़ से तहसील जैतहरी, हेमंत सिंह तहसील जैतहरी से तहसील पुष्पराजगढ़, राजेश सिंह परस्ते तहसील कोतमा से तहसील जैतहरी, भूपेन्द्र मिश्रा तहसील पुष्पराजगढ़ से तहसील कोतमा, साबिर अहमद तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, संजू सिंह तहसील कोतमा से तहसील जैतहरी, शिवराम कंवर तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, दीनबंधु सिंह धुर्वे तहसील अनूपपुर से तहसील पुष्पराजगढ़, अनिल कुमार वर्मा तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, आशा सिंह राठौर तहसील अनूपपुर से तहसील कोतमा, पुष्पांजली सोनी तहसील अनूपपुर से तहसील कोतमा, राम सिंह मरावी तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, जितेन्द्र चौधरी तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, सुरेश माझी तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, राजेन्द्र प्रसाद दुबे तहसील अनूपपुर से तहसील कोतमा, विरेन्द्र मिश्रा तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, प्रशान्त तिवारी तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, दीनदयाल पनिका तहसील जैतहरी से तहसील अनूपपुर, मिथलेश तिवारी तहसील अनूपपुर से तहसील कोतमा, उपेन्द्र सिंह तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, कमलेष केवट तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, अशोक केवट तहसील कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, स्मृति मिश्रा तहसील अनूपपुर से तहसील कोतमा, पूनम चौधरी तहसील अनूपपुर से तहसील कोतमा, पद्मभूषण सत्येन्द्र तिवारी कोतमा से तहसील पुष्पराजगढ़, डमरू पटेल जैतहरी से कोतमा, लक्ष्मीनारायण कुशवाहा जैतहरी से कोतमा तथा प्रिया अनूपपुर से तहसील कोतमा हेतु का स्थानांतरित किया गया है।

 


आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं ने मनाया काला दिवस, प्रदर्शन कर निकाली रैली सौपा ज्ञापन

अनूपपुर। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिये जाने एवं न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए की मांग सहित अन्‍य मांगो को लेकर सोमवार को काला दिवस मनाते हुए प्रदर्शन कर रैली निकाली प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम भू अभिलेख अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आज बारिश में भीगते हुए सोन नदी से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर काला दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि हम 26 हजार रुपए वेतन की मांग कर रहे हैं, वही मुख्यमंत्री 3 हजार रुपए बढ़ाकर ऊंट के मुंह में जीरा जैसी बात कर रहे हैं। साथ ही न्यूनतम वेतन, ईएसआई, पीएफ, पेंशन, ग्रेजुएटी सहित सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिन कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को हड़ताल में भाग लेने कारण अवैध रूप से हटा दिया गया तो उन्हें तुरंत बहाल किया जाए।

प्रमुख मांगो में

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए दिया जाए। मिनी कार्यकर्ताओं को पूर्ण कार्यकर्ता के बराबर मानदेय एवं पूर्ण कार्यकर्ता का दर्जा तत्काल देने, मानदेय निर्धारण की विसंगति को दूर करते हुए एवं कार्यकर्ता एवं सहायकों के वेतन को अंतर को कम करने, सहायिकाओं को 9 हजार रुपए मानदेय दिये जाने,आंगनबाड़ी कर्मियों की सेवानिवृत्ति लाभ 1 जुलाई के स्थान पर 30 जून से लागू किया जाए। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू कर सेवानिवृत्त सभी आंगनबाड़ी कर्मियों को ग्रेजुएटी का भुगतान किया जाए, एवं योग्यता अनुभव के आधार पर कार्यकर्ताओं को पर्यवेक्षक के 100 प्रतिशत पदों पर पदोन्नति देने की मांग की।

सावन के पहले सोमवार को मां नर्मदा उद्गम जल से जालेश्वर धाम महादेव में हुआ जलाभिषेक, जयकारें से गूंजी अमरकंटक नगरी

 

अनूपपुर। भगवान शंकर के भक्तों के लिए सावन का महीना बहुत ही पावन होता है. इस पूरे महीने भोले शंकर को प्रसन्न करने के लिए भक्त तरह-तरह के जतन करते हैं. कहा जाता है कि सावन में शिव को प्रसन्‍न करना और भी ज्‍यादा आसान होता है. यही वजह है कि भक्‍त पूरे माह भगवान की विशेष उपासना करते हैं. इस बार 19 साल बाद ऐसे संयोग बने हैं कि सावन का महीना दो महीने तक चलने वाला है. सावन का महीना 4 जुलाई से 31 अगस्त तक यानी 58 दिन तक चलने वाला हैं। 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार को शिवभक्‍तों ने अमरकंटक (मप्र) और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित जालेश्वर धाम और मां नर्मदा मंदिर उद्गम स्थल अमरकंटक में जल भराव करते हुए चढ़ाया।

शिव आराधना का श्रावण माह पिछले मंगलवार 4 जुलाई से आरंभ हो गया है। सावन माह के पहले सोमवार को भगवान शिव की पूजा लोगों ने पवित्र जल, दूध, दही, घी से अभिषेक किया और धतूरा, बेल व ऑक के फूल चढ़ाकर भगवान को प्रसन्न करने का प्रयास किया। मंदिरों में बोल बम के जयघोष लगते रहे। जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक में भी श्रृद्घालुओं ने शिव अर्चना व अभिषेक के लिए पहुंचे। मां नर्मदा जल से शिव जी का अभिषेक किया गया। कावरिएं यहां जल लेने पहुंचे थे। यहां के शिव धाम अमरेश्वर तथा जालेश्वर में शिव लिंग के अभिषेक हेतु भक्तों की भारी भीड़ जुटी रही। यह पहला सोमवार लोगों ने आस्था के साथ शिव की पूजा करते हुए व्यतीत किया। अधिकांश महिलाओं एवं अविवाहित युवतियों ने वृत रखकर भगवान शिव की पूजा आराधना की।

कावडि़ए ने नर्मदा जल ले जालेश्वर में चढ़ाया

मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सावन मास में हजारो शिवभक्तों की भीड़ दर्शन और जलाभिषेक के लिए शिव और मां नर्मदा के जयघोष से गुंजायमान करते हुए कावडि़ए नर्मदा स्नान और कुंड से जलभराव कर जालेश्वर में जल चढ़ा पुन: अमरकंटक नर्मदा मंदिर पहुंचें, जहां जलभर कर कर्वधा स्थित बूढा महादेव मंदिर के लिए रवाना हुए। इसके लिए नर्मदा मंदिर समिति सहित प्रशासन ने तैयारी पूरी पहले ही कर ली थी। नर्मदा मंदिर समिति ने बताया कि सावन के उपलक्ष्य में यहां देशभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। लेकिन इनमें कर्वधा, राजनंदगांव सहित छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य जिलों व मप्र के स्थानीय भक्तों की तादाद अधिक होती है। छत्तीसगढ़ के कर्वधा सहित आसपास के जिलों से आते हैं।

भजन-कीर्तन और रूद्राभिषेक किए गए

सोमवार को नगर के सभी देवालयों में अलसुबह से भक्तों का तांता लग गया था। देर शाम तक शिवमंदिरों में लोगों का मत्था टेकने का सिलसिला बना रहा। नगर के तमाम शिव मंदिरों में आवश्यक तैयारियां की गई हैं। जगह-जगह भजन-कीर्तन और रूद्राभिषेक के आयोजन किए जा रहे हैं। बताया गया सावन के महीने में ही समुद्र मंथन हुआ था जन कल्याण के लिए भगवान शिव ने विषपान कर उसे गले में रख लिया था। विष काफी तेज होने के कारण देव-दानव सभी ने भगवान का जलाभिषेक कर उन्हें ठंडक पहुंचायी थी। जिस पर भगवान शिव सब पर प्रसन्न हुए थे। पौराणिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती ने सावन में ही प्रकृति से प्राप्त वस्तुओं से भगवान भोलेनाथ की अर्चना की थी और व्रत किया था।

मां नर्मदा करती ​हैं ​श्रावण मा​ह के एक सोमवार को पातालेश्वर महादेव का अभिषेक

पृथ्वी की सतह से 10 फीट गहराई में स्थापित हैं शिवलिंग

अनूपपुर। सावन का माह हिन्दुओं में सदा ही भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। ऐसे में मध्यप्रदेश में एक आस्था का केंद्र अमरकंटक मैकल की पहाड़ियों में भी हैं, जहां के संबंध में माना जाता है कि यहां नर्मदा नदी के उद्गम स्थल के साथ भगवान शिव की भी तपस्या स्थली भी है।

मां नर्मदा को भगवान शिव की पुत्री कहा जाता है। यहां पुरातत्व महत्व के स्थापत्य कला भी नगर की विशेषताओं में चार चांद लगाते हैं। अमरकंटक में कई प्राचीन शिव मंदिरों के बीच नर्मदा मंदिर से दक्षिण की ओर 100 मीटर की दूरी पर कलचुरीकालीन पातालेश्वर महादेव, शिव, विष्णु, जोहिला कर्ण मंदिर और पंच मठ मंदिरों का समूह है। इन मंदिरों का निर्माण 10-11 वीं शताब्दी में कलचुरी महाराजा नरेश कर्ण देव ने 1041-1073 ईस्वी में बनवाया था।

नर्मदा मंदिर पुजारी धनेश द्विवेदी बताते हैं कि पातालेश्वर महादेव मंदिर अपने नाम के अनुसार ही यहां स्थित है। यानी, मंदिर का शिवलिंग पृथ्वी की सतह से लगभग 10 फीट की गहराई में स्थापित है। मान्यता है कि पातालेश्वर शिवलिंग की जलहरी में हर साल श्रावण माह के किसी एक सोमवार को मां नर्मदा यहां भगवान शिव का अभिषेक करने पहुंचती हैं। इस दौरान शिवलिंग के ऊपर तक जल भर जाता है। यह सिर्फ सावन में होता है।

माता पार्वती के साथ यहीं रुके थे शिव

पुराणों में उल्लेख है कि भगवान शिव माता पार्वती के साथ यहीं रुके थे। नर्मदा मंदिर, सोनमूडा, माई की बगिया सहित जालेश्वर धाम के साथ नर्मदा मंदिर से सटे पातालेश्वर शिवलिंग मंदिर से भी बड़ी आस्था जुड़ी है। कहते हैं, इस मंदिर की स्थापना आदिगुरु शंकराचार्य ने की थी। पातालेश्वर महादेव का मंदिर विशिष्ट प्रकार से पंचरथ शैली में बना है। 16 स्तंभों में आधार वाले मंडप सहित यह मंदिर निर्मित है। मान्यता है कि इस शिव मंदिर में शिव साधना फलदायी होती है। वर्तमान में यह स्थल पुरातत्व विभाग के अधीन है, तब से पातालेश्वर महादेव सहित अन्‍य मंदिरों में पूजा अर्चना बंद हैं।

रविवार, 9 जुलाई 2023

अमरदीप सिंह ने लायंस क्लब अनूपपुर टाउन अध्यक्ष की ली शपथ

 अनूपपुर ब्रदर्स क्‍लब ने दी बधाई

अनूपपुर। मानव सेवा में क्लंब को नई उचांईया प्रदान कर अध्यक्षीय कर्तब्यो को विधिवत पालन किये जाने की शपथ लायंस क्लब अनूपपुर टाउन वर्ष 2023-24 के 29वें अध्यक्ष अमरदीप सिंह को मुख्य अतिथि एमजेएफ लायन विजय अग्रवाल के समक्ष शपथ अधिकारी लायन कौशल अरोरा दिलाई। साथ ही उपाध्यक्ष तृप्ती ठाकुर एंव कौशलेन्द्र सिंह, सचिव सरला भदौरिया,कोषाध्यक्ष महेश कुमार दीक्षित, सहकोषाध्यक्ष रितु सोनी, टेमर प्रज्ञासिंह, संचालक मंडल हरिनारायण खेडिया, लक्ष्मी खेडिया, अशोक शर्मा अन्नपूर्णा शर्मा, मुकेश ठाकुर, डॉ.असीम मुखर्जी, डॉ.एस.सी.राय, संतोष अग्रवाल, शिवकुमार गुप्ता, नीरूपमा पटेल, क्लब एडमिनेस्टेर चन्द्रकांत पटेल,सर्विस चेयरपर्सन दुगेन्द्र सिंह भदौरिया, मेंबरशिप चेयरपर्सन प्रताप सिंह रावत, कार्यकारिणी सदस्य रामखेलावन राठौर, स्मिता दीक्षित, धमेन्द्र चौबे, मनीष त्रिपाठी, राकेश गौतम एंव पुष्पा गौतम को शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के प्रारम्भ में पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार बियाणी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने अपने सेवा काल में की गई गतिविधियों की जानकारी साझा की। समारोह में मनेन्द्रगढ़ क्लब के अध्यक्ष सुमित आर्चाय एंव उनकी टीम तथा प्राईड के सदस्यों के साथ उपस्थित रहें।

नवानियुक्त अध्यक्ष अमरदीपसिंह ने आने वाले कार्यकाल में किये जाने वाले सेवा गतिविधियो पर प्रकार डालते हुए क्लब के समस्त साथीयो से सहयोग और मार्ग दर्शन के साथ मिला कर कार्य करने की बात कहीं। जोन चेयरपर्सन जसपाल कालरा ने सेवा गतिविधियों को करने के उपाय बतायें।

रीजन चेयरमेन लायन दीपक सोनी ने रीजन में आने वाले क्लबो के बारे बताते हुए प्रशासनिक गतिविधि के बारे मे रिपोर्टिंग कैसे की जाये इस जानकारी दी। अनूपपुर क्लब के वरिष्ठ सदस्य शिवकुमार गुप्ता ने क्लब को पिछले 29 सालो से चलने का श्रेय क्लब के वरिष्ठ सदस्यों को दिया तथा आगे भी इसी तरह की कार्य की उम्मीद करते हुए नवनियुक्तल कार्यकारिणी को बधाई दी। मुख्य अथिति के रूप में एमजेएफ लायन विजय अग्रवाल ने लायंस इंटरनेशनल के बारे मे जानकारी देते हुए नई कार्यकारिणी को बधाई देते हुए डि0 में अनूपपुर क्लब की नई सोच की गयी गतिविधियों को सराहा। संचालन चन्द्रकांत पटेल एवं अन्नपूर्णा शर्मा एवं अभार अधिवक्‍ता संतोष अग्रवाल ने किया। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र बियाणी ने क्लब के सदस्यों, चिकित्स कों एवं पत्रकारों को सम्मानित किया। नये सदस्यों रीतासिंह एंव डा०शिवेन्द्र द्विवेदी को सदस्यता की शपथ दिलाई गई।

लायंस क्लब अनूपपुर टाउन के अमरदीप सिंह के अध्यक्ष बनने पर अनूपपुर ब्रदर्स क्‍लब ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।

हाथी को सामने आता देख जान बचा भागे थानेदार और तहसीलदार, हाथियों के समूह ने गोबरी के जंगल में 3 दिन से डाला डेरा

अनूपपुर। जैतहरी वन परीक्षेत्र अंतर्गत ग्राम गोबरी के जंगल में 3 दिनों से पांच दन्तैल हाथियों ने डेरा जमाया हुआ हैं जो दिन में जंगल में रहकर देर शाम गोबरी एवं ठेगरहा गांव के ग्रामीणों के घरों खेत-बाड़ी में लगे एवं रखें अनाज को अपना आहार बना रहे हैं। वहीं मुख्य मार्ग में किनारे थाना प्रभारी मिश्रा, तहसीलदार शंशाक शेंन्डे को देख एक बिछड़े हाथी ने अचानक फुफकारने लगा जिससे नजदीक आता देखकर दोनों भाग कर अपनी जान बचाई। समाचार लिखे जाने तक पांच हाथीयों का समूह ठेगरहा के जंगल में हैं।

वन विभाग एवं ग्रामीणों के निरंतर प्रयास के बाद भी हाथियों का दल 3 दिनों से ग्रामीणों की चैन एवं नींद खराब कर रखे हैं। गांव में हाथियों के आने से ग्रामीणों में भय व्याप्त है वहीं वन विभाग एवं ग्रामीणों के मध्य असंतोष की स्थिति निर्मित हो रही हैं। शनिवार की शाम हाथियों का दल गोबरी के जंगल से निकलकर जैतहरी राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग पर से ठेगरहा रोड के किनारे रहने वाले विजय सिंह के घर को चारों तरफ से घेरकर तोड़फोड़ करते हुए बाड़ी लगी सब्‍जी तथा घर में रखें अनाज के साथ सामान को तितर-बितर कर अनाज को खाए खाते हुए एक दन्तैल हाथी विपरीत दिशा में खेत में उतर कर चरने लगा, वही चार हाथी गोबरी में मेन रोड के किनारे स्थित रामू राठौर के बाड़ी एवं खेत में चले गए। इस दौरान ग्रामीण जनों द्वारा हो हल्ला कर हाथियों को गांव से बाहर भगाने का प्रयास किया लेकिन असफल रहें। ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने एवं शांति व्यवस्था बनाएं रखने की हिदायत देने दौरान मुख्य मार्ग पर खड़े जैतहरी थाना प्रभारी रंगनाथ मिश्रा एवं प्रभारी तहसीलदार शशांक शेन्‍डे, जैतहरी रेंजर विवेक मिश्रा खड़े रहे तभी एक बिछड़ा हाथी अचानक रोड के किनारे आकर फुफकारने लगा जिससे नजदीक आता देखकर भाग कर अपनी जान बचाई। अकेला हाथी कुछ दूर जाकर अन्य साथियों के पास जाकर मिल गया, जो देर रात चरते रहें। वहीं शाम से देर रात तक जैतहरी राजेंद्र ग्राम एवं गोबरी ठेगरहा पगना मार्ग पर आवागमन को रोके जाने से भी यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ागांव में ग्रामीणों के घरों को तोड़फोड़ कर अनाज खाते हुए रविवार की सुबह फिर से विजय सिंह के घर के पीछे स्थित जंगल में जाकर पूरा दिन विश्राम कर रहें हैं।

इस दौरान हाथियों के द्वारा किए जा रहे नुकसान पर ग्राम पंचायत सरपंच एवं पटवारी द्वारा नुकसानी पंचनामा तैयार कर क्षतिपूर्ति राशि हेतु प्रकरण तैयार कर रहें हैं। हाथियों के निरंतर 3 दिनों से डेरा जमाए होने को लेकर ग्रामीणों में चिंता व भय की स्थिति बनी हुई हैं। वहीं वन विभाग व पुलिस विभाग द्वारा मुनादी कर ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने की सलाह दे रहें हैं स्वयं भी हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं।

शनिवार, 8 जुलाई 2023

मध्य प्रदेश में जाति के आधार पर दो विधान कैसे, प्रदेश की अस्मिता पर पेशाब कांड के छींटे- चैतन्य मिश्रा



अनूपपुर। मध्यप्रदेश के सीधी जिले की आदिवासी पर पेशाब करने की शर्मनाक टेढ़ी घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है, आदिवासी युवक दशमत रावत पर जिस तरह से भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला शराब और सत्ता के नशे में चूर होकर इत्मीनान से अमानवीय कृत्य कर रहा था उसे देखकर हर कोई सहम गया। आदिवासी युवक पर पेशाब करते भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला का वीडियो सामने आया तो हड़कंप मच गया। तुरंत मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक्शन में आए और आरोपी पर कड़ी कार्रवाई करने के साथ ही रासुका लगाने के निर्देश दिए। घटना के कुछ घंटों बाद आरोपी प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और दूसरे दिन उसके घर बुलडोजर भी चला। प्रवेश को सजा मिलनी भी चाहिए लेकिन क्या घर पर बुलडोजर चलना यह परिवार वालो के लिए न्याय संगत है। प्रदेश के मुखिया ने चुनावी वोट बैंक के लिए अपना आदिवासी प्रेम दिखा घर की मातायें बहने व पूरे परिवार को  बिलखता हुआ बेघर कर दिया,यह कहा का न्याय है? क्या यह आपकी लाड़ली बहना नहीं है?

सरकार ने तो घर तोड़वाकर अपना आदिवासी प्रेम दिखा दिया। लेकिन प्रदेश में जाति के आधार पर दो विधान कैसे हो सकते है?, इसी मध्यप्रदेश के शिवपुरी में जब दलितों ने युवक विकाश शर्मा के पूजा वाले लोटे में पेशाब कर के उसे जबरजस्ती पिला दिया था। विकाश आत्‍मग्लानि में आत्महत्या कर लिया था पर मुख्यमंत्री ने अपराधियों में कोई कार्यवाही नही की थी, न किसी अपराधी के घर मे बुलडोजर चले थे और न ही किसी में रासुका लगी कारण उस समय चुनावी वर्ष नहीं था। जबकि रीवा में अपरोति के पिता द्वारा कहा जा रहा था कि लड़के ने अपराध किया है। उसे फांसी दे दो लेकिन पिता की बात पर विचार करने के बजाय सीधे उनके घर पर बुलडोजर चला दिया गया। प्रदेश में प्रजातांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार है जो संविधान एवं कानून से चलनी चाहिए लेकिन किसी भी अपराध में अपराधी को कानून में निहित प्रावधानों के विपरित तालीबानी फरमान जारी कर सजा देना कहां का न्याय है। चूँकि प्रवेश शुक्ल भाजपा का कार्यकर्ता था तो प्रदेश के मुखिया को आत्मग्लानि का बोध हुआ और उन्होंने आनन फानन मैं आदिवासी युवक को बुला कर प्रायश्चित किया और उसके पखार कर माथे पर लगा लिया,जो की करना भी चाहिए था। लेकिन पूरे घटना क्रम की विडिओ रिकार्डिंग करना क्या यह आने वाले चुनाव में आदिवासियों को रिझाने के लिया सोच समझ कर किया कृत्‍य तो नहीं हैं? कारण पिछले चुनाव मैं भाजपा  प्रदेश की आदिवासी सीटों पर काफी कमजोर थी, हालाँकि रीवा की घटना का हम समर्थन नहीं करते हर तरह से निंदनीय ह और सभ्य समाज पर एक करारा तमाचा हैं। हम आज किस समाज में जी रहे जहां पढ़ा लिखा एक युवक इस तरह का घृणित अपराध करता है जिसके छींटे पूरे देश की अस्मिता पर पड़ते दिखाई दे रहे है। परन्तु  हमारे मुख्यमंत्री का इस घटना पर इतना त्वरित प्रायश्चित करना और भावुक होना कहीं न कहीं इस घटना के माध्यम से अपने चुनावी रथ को साधने की एक प्रयास है, अगर प्रदेश के मुखिया सच में प्रदेश का भला चाहते है तो शिवपुरी की घटना पर चुप्‍पी नहीं साधते और रीवा की घटना पर त्वरित कार्यवाई सवाल खडे करती हैं। एक समाज को प्‍यार एक को दुत्‍कार यह न्‍याय नहीं।

रीवा की घटना आरोपित शराब के नशे पर कृत्‍य करना बताया गया तो मुख्‍यमंत्री विकाश के घर बुलडोजर चाने के बाद प्रदेश में शराबबंदी पर कार्यवाही करते तो लगता कि मुख्‍यमंत्री समाज के प्रति चिंतित हैं। जबकि शराब बंदी के लिए लगातार बड़े नेताओ द्वारा मांग की जा रही है। जिससे समाज के मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य में सुधार हो, और भविष्य में जनसंख्या स्वस्थ होगी। घटना का प्रमुख कारण आरोपित द्वारा किया राजनैतिक नशे के साथ शराब का नशा भी था जो इस तरह का उन्माद पैदा करता हैं और जिसके कारण यह घृणित अपराध घटित हुआ।

यह आलेख लेखक के स्‍वतंत्र विचार हैं।

असफलता ही सफलता का मंत्र है शिद्दत, ईमानदारी और मेहनत जरूरी-कलेक्टर

प्रतिभा सम्मान योजना के सफल विद्यार्थियों को कलेक्टर ने किया सम्मानित


अनूपपुरशिद्दत और ईमानदारी से की गई पढ़ाई में सफलता मिलना सुनिश्चित है। पढ़ाई में सफलता प्राप्त करने के लिए लगातार मेहनत की आवश्‍यकता होती है। हर दिन कुछ न कुछ बेहतर करना होता है। जितना भी पढ़ें पूरे मनोयोग से पढ़ें। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में नीति आयोग भारत सरकार से सम्बद्ध एचसीडीएस की महत्वाकांक्षी प्रतिभा सम्मान योजना के तहत आयोजित परीक्षा में सफलता अर्जित करने वाले अनूपपुर एवं शहडोल जिले के विद्यार्थियों के पदक/सम्मान पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर.आर्मो, शासकीय मॉडल उ.मा.वि. अनूपपुर के प्राचार्य एस.के.परस्ते, लायंस क्लब के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र केशरवानी उपस्थित रहें।

इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि अभिभावक बच्चों के ऊपर पढ़ाई का दबाव न डालें। बच्चों को सही तरीके से पढ़ाया-सिखाया जाए। बच्चे पढ़ेंगे तो कुछ न कुछ बेहतर करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई करते समय तनावग्रस्त नही होना चाहिए। गीता में कहा गया है कि कर्म करों, परिणाम की चिन्ता मत करो। बच्चों की सफलता के पीछे बहुत से लोगों का सपोर्ट होता है। सही दिशा में पढ़ाई के लिए कैरियर काउंसलिंग जरूरी है। बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए उन्हें विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह कड़वी सच्चाई है कि सफलता की चुनौतियों का सामना करने में कभी-कभी असफलता भी मिलती है। जिससे घबराना नही चाहिए। असफलता ही सफलता का मंत्र है। कलेक्टर ने प्रतिभा सम्मान योजना से सम्मानित विद्यार्थियों के जिज्ञासा पर आधारित प्रश्‍नों के उत्तर दिए।

प्रतिभा सम्मान योजना के तहत बेथेल मिशन स्कूल अनूपपुर के विद्यार्थी श्रीधर पाठक पुत्र रिशीकांत पाठक, शहडोल से अभिनव मिश्रा पुत्र संतोष मिश्रा, शौर्य पाठक पुत्र कमलजीत पाठक, बेथेल मिशन स्कूल अनूपपुर की श्रेया वर्मा पुत्री कमलेश वर्मा तथा आयुष तिवारी पुत्र अषोक तिवारी को स्वर्ण पदक से तथा शहडोल से छात्र यश मिश्रा पुत्र दिनेश मिश्रा, नई सिंह, सवि प्रजापति, शिवराज सिंह तथा अनूपपुर के भारत ज्योति स्कूल के छात्र श्रेयश मिश्रा, सिद्धी चौबे पुत्री पुष्पेन्द्र चौबे, अमूल्य चौबे पुत्र पुष्पेन्द्र चौबे, सिमरन साहू पुत्री राजकुमार साहू, आयुष कुमार साहू पुत्र शंकरदयाल साहू, महिमा कुमारी पुत्री गंगा सागर को रजत पदक से तथा शोध प्रतियोगिता में तुलिका तिवारी, आलोक तिवारी, श्रीधर पाठक, अंशिका साहू, निखिल रजक, रितेश कुमार को सम्मानित किया गया। जिले में पीएसवाय क्रियान्वयन हेतु जिला शिक्षा अधिकारी, मॉडल स्कूल अनूपपुर के प्राचार्य को भी सम्मानित किया गया।   

इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर. आर्मो ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने समय का निर्धारण कर पढ़ाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद तथा अन्य कार्य भी करते रहने से भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि भयमुक्त होकर परीक्षा का सामना करेंगे, तो सफलता सुनिश्चित है। 

शुक्रवार, 7 जुलाई 2023

हाईवा और कार की जोरदार भिड़ंत से कार चालक की मौत, सड़क पर लगा जाम



अनूपपुर। थाना भलूमाड़ा अंतगर्त राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में पयारी के पास औद्योगिक इकाई कदम टोला के पास हाईवा और कार की जोरदार भिड़ंत से कार चालक की मौत हो गई हैं।

जानकारी अनुसार शुक्रवार की रात्रि 9.30 बजे के लगभग राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में ग्राम पयारी के पास औद्योगिक इकाई कदम टोला के पास कोतमा तरफ से आ रहें हाईवा वाहन ने कार क्रमांक एमपी 65 सी 0649 से अमलाई पयारी जा रहें सर्व शिक्षा में डीएसी पद पर कार्यरत शिक्षक बैजनाथ पनिका की कार को जोरदार टक्कर मार दी जिससे कार पूरी तरह से चकनाचूर हो गई और चालक शिक्षक कार में चिपक गये। मौंके पर पहुंची पुलिस ने कार में फंसे चालक के शव को वाहन काट कर निकाला। वहीं घटना के बाद हाईवा चालक फरार हो गया हैं। मौके पर दोनो तरफ से वाहनो की लम्बी कतार लगीं है। खबर लिखे जाने तक पुलिस जाम खुलवाने का प्रयास कर रहीं हैं। विस्तृत समाचार की प्रतीक्षा



संजीवनी अस्पताल में डेंगू से युवक की मौत,डेंगू के 5 मरीज जिला चिकित्सालय में भर्ती

चार मरीज हैदराबाद से तो दो मरीज पुणे से लौटे थे वापस  अनूपपुर। जिला चिकित्सापलय अनूपपुर में डेंगू के 5 केस सामने आ चुके हैं। जिसमें 1 डेंगू ...